खेल

केंद्रीय खेल मंत्री ने 'फिट इंडिया ऐप' किया लॉन्च

केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर 'फिट इंडिया ऐप' लॉन्च किया. लॉन्चिंग कार्यक्रम में अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह मोबाइल ऐप फिटनेस पर निगरानी रखने में मदद करेगा. उन्होंने कहा कि इस ऐप को 'फिट इंडिया अभियान' के तहत लॉन्च किया जा रहा है. उन्होंने लोगों से इस ऐप को डाउनलोड करने और फिटनेस के लिए हर रोज आधा घंटा समय देने का अनुरोध किया. 

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "फिट इंडिया अभियान की शुरुआत दो साल पहले की गई थी, जिसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच थी. फिटनेस की खुराक हर दिन आधा घंटा सभी के लिए जरूरी है. 24 घंटे में हमें आधा घंटा फिटनेस के लिए जरूर निकालना चाहिए. यह आधा घंटा हमें दवाओं के खर्च से बचाने वाला है." उन्होंने कहा कि इस ऐप के माध्यम से आप कहीं भी फिटनेस एक्टिविटी करते हैं, उसकी निगरानी यह ऐप कर सकता है और आप इसके आंकड़ों को देख सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस ऐप के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश की गई है कि फिट रहना आसान है. फिट इंडिया ऐप एन्‍ड्रायड और iOS पर उपलब्‍ध होगा.

ठाकुर ने कहा, "हमलोग एक नारा लगाते हैं- फिटनेस की डोज, आधा घंटा रोज. 70 फीसदी भारतीय रोज व्यायाम नहीं करते हैं. अगर वो ऐप को डाउनलोड करेंगे, तो वो रोज इसे देखेंगे. और रोज देखेंगे कि उन्होंने कितना पसीना बहाया, कितना खाया, कितना पीया, तो आप अपने हेल्थ को मॉनिटर कर सकेंगे. इसे जितना शेयर करेंगे, आप भारत को सशक्त कर सकेंगे."इस अवसर पर युवा कार्य और खेल राज्‍य मंत्री निसिथ प्रमाणिक भी मौजूद थे. इसके अलावा भारतीय हॉकी टीम के कप्‍तान मनप्रीत सिंह, पहलवान संग्राम सिंह, अयाज मेमोन और अन्य इस समारोह में वर्चुअल माध्‍यम से शामिल हुए. 

देश को फिट और स्‍वस्‍थ बनाने की कल्‍पना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 अगस्‍त 2019 को फिट इंडिया अभियान की शुरुआत की थी. पिछले दो सालों में यह अभियान फिट इंडिया स्‍कूल सप्‍ताह, फिट इंडिया फ्रीडम रन, फिट इंडिया साइकलोथॉन और ऐसे ही अन्‍य फिटनेस अभियानों के माध्‍यम से लाखों लोगों तक पहुंचा है. फिट इंडिया अभियान भारत की स्‍वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उलक्ष्‍य पर आजादी का अमृत महोत्‍सव के फिट इंडिया फ्रीडम रन के दूसरे चरण का भी आयोजन कर रहा है |
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राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने पैरालंपिक में रजत पदक जीतने के लिए भाविनाबेन को दी शुभकामनाएं

झूठा सच @ रायपुर :-  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को तोक्यो खेलों में एतिहासिक रजत पदक जीतने के लिए टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल को बधाई दी। मौजूदा पैरालंपिक खेलों में यह भारत का पहला पदक है।भाविनाबेन को टेबल टेनिस क्लास 4 स्पर्धा के महिला एकल फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीन की झाउ यिंग के खिलाफ 0-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा लेकिन वह पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनने में सफल रहीं।राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘भाविना पटेल ने पैरालंपिक में रजत पदक जीतकर भारतीय दल और खेल प्रेमियों को प्रेरित किया है। आपकी असाधारण प्रतिबद्धता और कौशल ने भारत को गौरवांवित किया है। इस शानदार उपलब्धि पर आपको मेरी ओर से बधाई।’’चौंतीस साल की भाविना को पैरालंपिक की दो बार की स्वर्ण पदक विजेता झाउ के खिलाफ 19 मिनट में 7-11 5-11 6-11 से हार का सामना करना पड़ा।

इस पदक के साथ भारत ने मौजूदा खेलों में अपना खाता खोला।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भाविनाबेन की उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणा है।मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘भाविना पटेल ने इतिहास रचा। उन्होंने एतिहासिक रजत पदक जीता है। इसके लिए उन्हें बधाई। जीवन में उनकी यात्रा प्रेरणादायी है और यह अधिक युवाओं को खेलों से जोड़ेगी।’’ प्रधानमंत्री ने भाविनाबेन से बात भी की और उन्हें इस शानदार उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने इस खिलाड़ी को भविष्य के लिए भी शुभकामनाएं दी।गुजरात के मेहसाणा के बड़नगर के सुंधिया गांव की रहने वाली भाविनाबेन से मोदी ने कहा कि वह भी कई बार सुंधिया जाते हैं। उन्होंने पूछा कि क्या अब भी उनका परिवार वहां रहता है।
 

भाविनाबेन ने कहा कि उनके माता-पिता अब भी वहां रहते हैं।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई दी।सीतारमन ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘पैरा टेबल टेनिस में रजत पदक जीतने के लिए भाविना पटेल को बधाई। आपकी दृढ़ता और सफलता कई लोगों के लिए प्रेरणा बनेगी।’’ राहुल गांधी ने लिखा, ‘‘रजत पदक जीतने के लिए भाविना पटेल को बधाई। भारत आपकी उपलब्धि की सराहना करता है। आपने देश को गौरवांवित किया है।’’भारत के पहले व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने लिखा, ‘‘रजत पदक जीतकर भाविना पटेल ने शानदार प्रदर्शन किया और तोक्यो 2020 पैरालंपिक में भारत का खाता खोला। कौशल और मानसिक दृढ़ंता का शानदार प्रदर्शन। बेहद गर्व है।’’

भारतीय पैरालंपिक समिति की मौजूद अध्यक्ष दीपा मलिक पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं। उन्होंने पांच साल पहले रियो खेलों में गोला फेंक में रजत पदक जीता था।भाविनाबेन को बधाई देते हुए दीपा ने कहा, ‘‘भाविना का प्रदर्शन देखना शानदार रहा, उन्होंने प्रतियोगिता में अपने खेल से विरोधियों को हैरान कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उसका खेल, कौशल, धैर्य, वापसी करना, एकाग्रता बनाए रखना, इसे बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं, यह विश्व स्तरीय है।’’दीपा ने कहा कि भाविनाबेन ने दिव्यांगता से जुड़ी वर्जनाओं को तोड़ दिया।उन्होंने कहा, ‘‘निजी तौर पर मुझे लगता है कि यह एक व्यक्ति से दूसरे को जिम्मेदारी देना है। मैं हमेशा चाहती हूं कि महिलाएं आगे आएं और प्रतिनिधित्व करें जिससे कि हम दिव्यांगता से जुड़ी वर्जनाओं को तोड़ सकें और भाविना ने ऐसा ही किया।’’

पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण और अनिल कुंबले ने भी एतिहासिक पदक के लिए भाविनाबेन को बधाई दी।सहवाग ने लिखा, ‘‘मौजूदा तोक्यो पैरालंपिक की महिला एकल क्लास 4 टेनिस स्पर्धा में भारत के लिए पहला रजत पदक जीतने के लिए भाविना पटेल को बधाई। एकग्रता, कड़ी मेहनत और मानसिक दृढ़ता का शानदार प्रदर्शन।’’लक्ष्मण ने ट्वीट किया, ‘‘भारत को रजत पदक। भाविना पटेल को बहुत बहुत बधाई जिन्होंने पैरालंपिक इतिहास में पदक जीतने वाली पहली भारतीय पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी बनकर इतिहास रचा।’’
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VIDEO: भारत की सिल्वर मेडल जीतने वाली शैली सिंह का ये डांस हो रहा वायरल

वर्ल्ड एथलेटिक्स अंडर-20 चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाली 17 साल की शैली सिंह का एक वीडियो तेज़ी से वायरल  हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि शैली सिंह डांस  कर रही हैं. भारत आने के बाद उन्होंने अपनी ख़ुशी जाहिर डांस के रुप में किया. यह वीडियो सभी को बेहद पसंद आ रहा है. शैली सिंह भले ही गोल्ड मेडल से चूक गई हो, मगर अपनी आंसू को दुनिया के सामने नहीं लाना चाहती हैं. सिर्फ 1 सेंटिमीटर से गोल्ड मेडल चूकने वाली शैली सिंह का ये वीडियो देखिए.


इस वीडियो में देखा जा सकता है कि शैली अपने दोस्तों के साथ डांस कर रही हैं. उनके डांस को देखकर लग रहा है कि वो अपनी खुशी को सेलिब्रेट कर रही हैं. शैली के सिल्वर मेडल जीतने के साथ ही भारत ने इस चैंपियनशिप में अपना तीसरा पदक जीता है. 17 साल की शैली लंबी कूद की खिलाड़ी हैं. देखा जाए तो वो गोल्ड मेडल जीत सकती थीं, मगर वह सिर्फ 1 सेंटीमीटर से चूक गईं. शैली ने 6.59 मीटर की कूद के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. मगर स्वीडन की माजा अस्काग ने 6.60 मीटर के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया.सिल्वर मेडल जीतने के बाद शैली ने कहा, "मैं 6.59 मीटर से ज्यादा कूद सकती थी और गोल्ड मेडल जीत सकती थी. लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सका. मैं अगले साल एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में अच्छा करना चाहती हूं."
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पैरालम्पिक खेलों के प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंचे भारतीय तीरंदाज राकेश कुमार

भारतीय तीरंदाज राकेश कुमार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पैरालम्पिक खेलों के प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि श्याम सुंदर स्वामी दूसरे दौर से बाहर हो गए । क्वालीफिकेशन दौर में 720 में से 699 स्कोर करने वाले 36 वर्ष के राकेश ने हांगकांग के का चुएन एंगाइ को 13 अंक से हराया । दुबई में इस साल सातवां फाज्जा पैरा तीरंदाजी विश्व रैंकिंग टूर्नामेंट में व्यक्तिगत स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतने वाले कुमार ने 150 में से 144 अंक बनाये । उन्होंने नौ बार परफेक्ट 10 स्कोर किया जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी ने चार बार यह कारनामा किया । तीसरी वरीयता प्राप्त कुमार का सामना अब 14वीं वरीयता प्राप्त मरियन मारेकाक से होगा जो स्लोवाकिया के लिये दो बार पैरालंपिक खेल चुके हैं । इससे पहले दूसरे दौर में बाय पाने वाले सुंदर को 2012 पैरालम्पिक रजत पदक विजेता मैट स्टत्जमैन ने 142 . 139 से हराया ।
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इंग्लैंड के पूर्व कप्तान टेड डेक्स्टर का 86 साल की उम्र में निधन

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और अपने समय के महान बल्लेबाज टेड डेक्स्टर का 86 साल की उम्र में निधन हो गया। डेक्स्टर आक्रामक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज थे और उन्होंने इंग्लैंड की ओर से 62 टेस्ट मैच खेले हैं। इसके अलावा डेक्स्टर मिडियम पेस गेंदबाजी भी करते थे। डेक्स्टर के निधन पर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने शोक व्यक्त किया है। डेक्स्टर ने इंग्लैंड की ओर से पहला टेस्ट मैच 1958 में खेला था और 1968 में उन्होंने अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच खेला। 1961-62 में वह इंग्लैंड के कप्तान बने। डेक्स्टर ने 62 टेस्ट मैचों में 47.89 के शानदार औसत से 4502 रन बनाए हैं और इस दौरान उन्होंने 9 शतक भी जड़े। इसके अलावा डेक्स्टर के खाते में 27 हाफसेंचुरी भी दर्ज हैं। 62 टेस्ट मैचों में उन्होंने 66 विकेट भी लिए हैं। डेक्स्टर ने 30 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड की अगुवाई की है।

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Ind vs Eng 3rd Test : टीम इंडिया ने टॉस जीतकर लिया पहले बल्लेबाजी करने का फैसला

Ind vs Eng 3rd Test : - भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है. टीम इंडिया की प्लेइंग 11 में कोई बदलाव नहीं किया गया है. जडेजा टीम में जगह बनाने में सफल रहे हैं.भारतीय टीम इस प्रकार- रोहित शर्मा, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, मो.शमी, ईशांत शर्मा और मो.सिराज.

लीड्स में टीम इंडिया ने खेले हैं 6 मुकाबले
  • 5-9 जून, 1952- इंग्लैंड ने भारत को 7 विकेट से हराया
  • 2-4 जुलाई, 1959- इंग्लैंड ने पारी और 173 रनों से हासिल की जीत
  • 8-13 जुलाई, 1967- इंग्लैंड ने 6 विकेट से जीत दर्ज की
  • 16-21 अगस्त, 1979- ड्रॉ रहा था मुकाबला
  • 19-23 जून, 1986- भारत ने इंग्लैंड को 279 रनों से हराया
  • 22-26 अगस्त, 2002- भारत ने पारी और 46 रनों से दर्ज की जीत
भारतीय टीम शानदार फॉर्म में चल रही है. वह पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से आगे है. उसने लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 151 रनों से शिकस्त दी थी. टीम इंडिया पहला टेस्ट भी जीतने की स्थिति में थी. उसे मैच के पांचवें दिन जीत के लिए 157 रन बनाने थे और उसके 9 विकेट बचे थे. बारिश के कारण 5वें दिन का खेल नहीं हो पाया और मुकाबला ड्रॉ रहा.
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Tokyo Paralympics 2021 का आगाज...पढ़े पूरी खबर, झूठा-सच

झूठा-सच @जापान। टोक्यो पैरालंपिक का रंगारंग आगाज हो गया है। टोक्यो पैरालंपिक का उद्घाटन समारोह शुरू होते ही मार्च पास्ट शुरू हो गया है। आइलैंड पहला देश है, जिसने अपने राष्ट्रीय ध्वज के साथ ओलंपिक स्टेडियम में प्रवेश किया। इसके बाद आयरलैंड, फिर इटली आदि। पैरालंपिक में 163 देशों के लगभग 4500 खिलाड़ी 22 खेलों की 540 स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगे।  

 

 

 

 

 

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अदिति अशोक भारतीय गोल्फर कट में किया प्रवेश

भारतीय गोल्फर अदिति अशोक ने एआईजी महिला ओपन टूर्नामेंट के सप्ताहांत दौर में प्रवेश सुनिश्चित करते हुए कट में प्रवेश कर लिया । अदिति ने दूसरी ओर महिला ओपन के कट में प्रवेश किया है । वह 2018 में कैरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए संयुक्त 22वें स्थान पर रही थी । अदिति ने छठे होल पर बर्डी लगाया लेकिन अगले होल पर बोगी कर दिया । मीना हारिजे और इंग्लैंड की जॉर्जिया हाल 69 के राउंड के साथ शीर्ष पर बनी हुई हैं ।

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वो शख्स जिसके फैसलों ने भारतीय क्रिकेट का इतिहास बदल दिया : वी.बी. चंद्रशेखर

साल 2005, पाकिस्तानी क्रिकेट टीम भारत के दौरे पर थी. टेस्ट सीरीज़ के बाद वनडे मैच खेले जाने थे और उससे पहले पाकिस्तानी टीम को इंडिया-ए के खिलाफ एक प्रैक्टिस मैच खेलना था. लेकिन मैच से एक रात पहले तक इंडिया-ए के पास कोई विकेटकीपर बल्लेबाज नहीं था. तब इंडिया-ए के मैनेजेर वी.बी. चंद्रशेखर जो कि साउथ ज़ोन के सिलेक्टर भी थे, तब उन्होंने किसी तरह एक लंबे बाल वाले खिलाड़ी को मैच के लिए बुला लिया.रात के करीब 10 बज रहे थे, जब वो खिलाड़ी होटल में वी.बी. चंद्रशेखर के रूम पर पहुंचा और गेट खटखटा कर बोला, ‘Hi, I am Dhoni’.  इस मुलाकात के बाद जब भी वी.बी. चंद्रशेखर और महेंद्र सिंह धोनी की मुलाकात हुई, दोनों हल्की मुस्कान के साथ एक दूसरे को इसी अंदाज में मिलते. 

वक्कडाई बिक्शेस्वरन चंद्रशेखर यानी वी.बी. चंद्रशेखर तमिलनाडु से आने वाले खिलाड़ी थे, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में काफी नाम कमाया. उन्होंने तमिलनाडु और गोवा की ओर से क्रिकेट खेला, फर्स्ट क्लास क्रिकेट में करीब 5 हज़ार रन ठोके. और ईरानी ट्रॉफी में उनके द्वारा 56 गेदों में बनाया गया सैकड़ा लंबे वक्त तक सबसे तेज़ शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किए हुए था. वी.बी. चंद्रशेखर ने टीम इंडिया का भी प्रतिनिधित्व किया, लेकिन वो सिर्फ 7 वनडे मैच ही खेल सके.

एक फर्स्ट क्लास क्रिकेटर से इतर वी.बी. चंद्रशेखर को बेहतरीन क्रिकेट प्रशासक के तौर पर याद किया जाता है. बतौर कोच, मैनेजेर, सिलेक्टर या फिर क्रिकेट डायरेक्टर वी.बी. चंद्रशेखर ने ऐसे कई फैसले लिए, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट के इतिहास को बदल दिया.महेंद्र सिंह धोनी को पाकिस्तान के खिलाफ इंडिया-ए से खिलाने वाले उस किस्से से इतर देखें, तो वी.बी. चंद्रशेखर बतौर प्रशासक महेंद्र सिंह धोनी के करियर में अहम भूमिका निभाने वाले शख्स रहे, जिनका बोया हुआ बीज भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा पेड़ बन गया.  
 
महेंद्र सिंह धोनी का वनडे डेब्यू होने के बाद उन्हें टेस्ट टीम में भी मौका मिल गया था, लेकिन वनडे की तरह टेस्ट में उनका प्रदर्शन जानदार नहीं था. ऐसे में उनकी पोजिशन पर सवाल खड़े हो रहे थे, तब डेब्यू के करीब एक-दो साल बाद जब श्रीलंका के खिलाफ सीरीज से पहले जब टेस्ट टीम का चयन हो रहा था, तब सेलेक्टर्स दिनेश कार्तिक को मौका देने का विचार कर रहे थे.वी.बी. चंद्रशेखर बतौर सिलेक्टर उस मीटिंग में मौजूद थे. उस वक्त वी.बी. चंद्रशेखर ने महेंद्र सिंह धोनी को टीम में लेने की वकालत की, मीटिंग में ज़ोर दिया कि धोनी ने वनडे में खुद को साबित किया है, 148 और 183 रन की पारी इनकी गवाही देती हैं. ऐसे में सेलेक्टर्स के बीच लंबे मंथन के बाद महेंद्र सिंह धोनी को टेस्ट टीम में चुन लिया गया. 

आज के वक्त में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की जब बात होती है, तब चेन्नई सुपर किंग्स और महेंद्र सिंह धोनी का जिक्र एक साथ होता है. महेंद्र सिंह धोनी सीएसके की पहचान हैं और तमिलनाडु के लोगों के लिए उनके प्रिय थाला बन चुके हैं. लेकिन इसके पीछे भी वी.बी. चंद्रशेखर का अहम रोल रहा है.साल 2008 में जब आईपीएल की शुरुआत हो रही थी, तब इंडिया सीमेंट्स ने चेन्नई की टीम को खरीदा था. वी.बी. चंद्रशेखर को क्रिकेट ऑपरेशन्स का हेड बनाया गया था. 20 फरवरी, 2008 को आईपीएल के लिए बोली लगनी थी, भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार था जब क्रिकेटर्स की बोली लग रही थी. 

चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक एन. श्रीनिवासन थे, उन्होंने वी.बी. चंद्रशेखर को टीम चुनने में खुली छूट दी थी. लेकिन ऑक्शन से कुछ दिन पहले कहा था कि वो चाहते हैं कि वीरेंद्र सहवाग उनकी टीम में आए. लेकिन वी.बी. चंद्रशेखर ने कहा कि नहीं, वह महेंद्र सिंह धोनी को खरीदना चाहते हैं क्योंकि वही भारतीय क्रिकेट का भविष्य है.ऑक्शन की एक रात पहले एन. श्रीनिवासन ने अपना मूड बदला और उन्होंने वी.बी. चंद्रशेखर की बात मानी और महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर हामी भर दी. जब बोली लगनी शुरू हुई और महेंद्र सिंह धोनी का नाम आया, तो मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच में तगड़ी रेस हुई. एक लंबे कंपटीशन के बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने 6 करोड़ रुपये में महेंद्र सिंह धोनी को खरीद लिया था. 

तब ये राशि काफी बड़ी थी और आईपीएल के ऑइकन प्लेयर्स की फीस से भी ज्यादा था. तब से लेकर अबतक महेंद्र सिंह धोनी और चेन्नई सुपर किंग्स का अटूट साथ है. उसके बाद कुछ सालों तक महेंद्र सिंह धोनी और वी.बी. चंद्रशेखर ने साथ में काम किया. टीम इंडिया और चेन्नई सुपर किंग्स दोनों के लिए महेंद्र सिंह धोनी ने जो किया, वो इतिहास में दर्ज है.पूर्व भारतीय क्रिकेटर और क्रिकेट प्रशासक वी.बी. चंद्रशेखर 21 अगस्त, 1961 को मद्रास में पैदा हुए थे. 15 अगस्त, 2019 को 57 साल की उम्र में उन्होंने आत्महत्या कर ली थी. वह कर्ज़ से काफी परेशान थे. 
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महिला खिलाड़ी ने टोक्यो ओलंपिक में जीता मेडल को किया नीलामी , जानें क्या हैं वजह ... पढ़े पूरी खबर

पोलैंड की एक महिला ने टोक्यो ओलंपिक में जैलविन थ्रो प्रतियोगिता में सिल्वर मेडन जीतने के कुछ ही दिन बाद अपना मेडल की नीलामी कर दिया। महिला एथलीट मारिया आंद्रेजिक ने एक आठ महीने के बच्चे के इलाज के लिए अपने ओलंपिक मेडल को बेचने का फैसला किया। हालांकि इस मामले में एक और अच्छी खबर तब आई जब मारिया का मेडल खरीदने वाले बॉयर ने उनका ओलंपिक मेडल भी उन्हें लौटा दिया।  
 
न्यूज एजेंसी PTI की खबर के मुताबिक मारिया यह पैसा दिल की बीमारी से पीड़ित एक बच्चे मिलोस मलिसा के लिए जुटा रही हैं. बच्चे का परिवार अमेरिका में उसके ऑपरेशन के लिए धन जुटा रहा है। मिलोस के माता पिता ने पिछले हफ्ते एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि ऑपरेशन के बिना बच्चे की जान जा सकती है मारिया का यह ओलंपिक मेडल पोलैंड के एक कन्वेंस सेंटर जबाका ने करीब 51,000 डॉलर में खरीदा था, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि वे मारिया से उनका मेडल नहीं लेंगे। जबाका ने कहा कि हम उनके (मारिया) नेक भावना से काफी प्रभावित हुए हैं। हम उनसे उनका मेडल नहीं लेंगे। वहीं मारिया के प्रशंसकों ने भी बच्चे के इलाज के लिए अतिरिक्त 76,500 डॉलर की मदद भेजी है।
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भारतीय खिलाड़ियों का पहला दल टोक्यो पैरालम्पिक के लिए हुए रवाना

भारतीय खिलाड़ियों का पहला दल बुधवार को टोक्यो पैरालम्पिक के लिये रवाना हो गया जिसमें भारत के ध्वजवाहक मरियाप्पन थंगावेलु भी शामिल है। आठ सदस्यीय दल को विदाई देने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण और भारतीय पैरालम्पिक समिति के अधिकारी मौजूद थे। मरियाप्पन के अलावा टेक चंद और विनोद कुमार भी इस दल में शामिल थे। पीसीआई अध्यक्ष दीपा मलिक ने इस मौके पर कहा, "पूरा देश, माननीय प्रधानमंत्री और खेलमंत्री आज हमारी हौसलाअफजाई कर रहे हैं। पैरालम्पिक जा रहा हर खिलाड़ी पहले ही से विजेता है। मैं उन्हें शुभकामना देती हूं।" व्हीलचेयर पर जा रहे खिलाड़ियों को पहली बार स्वयम इंडिया ने विशेष वाहन मुहैया कराये जिससे उनका आवागमन आसान हो गया। इसे रेवाड़ी से आये टेक चंद और नोएडा से आई मलिक ने इस्तेमाल किया। भारत का दूसरा दल बुधवार की शाम को रवाना होगा जिसमें पीसीआई अध्यक्ष समेत 14 लोग हैं। पैरालम्पिक 24 अगस्त से शुरू होंगे और भारत 25 अगस्त को अपने अभियान का आगाज करेगा।

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गरियाबंद की बेटी ने जिले को दिलवाया गोल्ड मेडल

गरियाबंद :- भारतीय खेल फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में इंटरनेशनल चैंपियनशिप पोखरा नेपाल में 12 अगस्त से 14 अगस्त तक आयोजित किया गया जिसमें भारत के 82 खिलाड़ियो ने भाग लिया । जिनमे असम, कर्नाटक,महाराष्ट्र ,छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हरियाणा ,बिहार एवं अन्य राज्यो के खिलाड़ीयों ने अलग अलग इवेंट में भाग लिया था ।  जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश के गरियाबंद जिले के  छुरा विकासखंड की (खुशबु) चंद्राकर ने – किक बाक्सिंग के 50 kg वर्ग में भारत के लिए गोल्ड जीता । छुरा के  संतोषी पारा मे रहने वाली  है । खुशबू  मनोज चंद्राकर की पुत्री है। 

खुशबु चंद्राकर की शुरुआती शिक्षा प्राथमिक शाला सेंदबाहरा में 5 वीं तक की पढ़ाई की इसके बाद 6 वीं तथा 7 वीं सेम्हरा में माध्यमिक विद्यालय से हुई और 8 वीं की पढ़ाई छुरा के विद्यालय से तथा 9 वीं से 12 वीं तक शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छुरा से पूरी की है ।  उन्होंने अपनी डी.सी.ए। व बी.ए. की पढ़ाई छुरा के ही निजी  महाविद्यालय कचना ध्रुवा से किया है ।  बी.ए. के बाद की पढ़ाई के बाद वर्तमान में रायपुर जिले के अभनपुर कालेज में अध्ययनरत है । 

खुशबु चंद्राकर अखिल भारतीय विद्यार्थी  से भी जुडी हुई हैं । अभाविप जिला गरियाबंद के जिला संयोजक अनंत सोनी ने बधाई देते हुए कहा कि खुशबू चंद्राकर ने इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल अर्जित करके  केवल छुरा विकासखंड अपितु समूचे भारतवर्ष का नाम विश्व पटल पर गौरांवित किया है । इसके साथ ही अभाविप पूर्व जिला संयोजक अभाविप छुरा  कार्यकर्ता सब ने खुशबू को बधाइयां दी है । खुशबू चंद्राकर की दो बहने और एक भाई भी परिवार में माता-पिता के साथ खुशबू की इस सफलता के लिए उसे ढेर सारी बधाइयां और शुभकामनाएं दे रहे हैं साथ ही अड़ोस पड़ोस के लोगों ने भी खुशबू के इस सफलता को उसके कोच और उसकी व्यक्तिगत मेहनत को श्रेय दे रहे हैं । पिता और माँ ने कहा कि यह हमारी खुशबू का नही पूरे भारत की बेटियों का सम्मान है ।
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शतक से चूके वेस्टइंडीज के कप्तान क्रेग ब्रेथवेट पिछले 20 सालों में पहली बार हुआ ऐसा

पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मैच के दूसरे दिन वेस्टइंडीज के कप्तान क्रेग ब्रेथवेट शतक से चूक गए। वह 97 रन बनाकर रन आउट हो गए। इसके साथ ही वह टेस्ट क्रिकेट में 90 से ऊपर का स्कोर करके शतक से पहले रन आउट होने वाले पहले कप्तान बने। यही नहीं पिछले 20 सालों में पहली बार ऐसा हुआ कि 90 से ज्यादा का स्कोर करके शतक से पहले कोई वेस्टइंडीज का बल्लेबाज रन आउट हुआ है। इससे पहले साल 2001 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रामनरेश सरवन रन आउट हुए थे | 

बता दें कि दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक कैरेबियाई टीम 8 विकेट पर 251 रन बना चुकी थी। टीम के पास 37 रनों की बढ़त है। जोसुआ डी सिल्वा और जोमेल वारिकन क्रीज पर मौजूद हैं। एक समय कैरेबियाई टीम 100 रन पर 5 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। इसके बाद कप्तान ब्रेथवेट ने होल्डर के साथ 96 रनों की साझेदारी की। होल्डर ने 58 रन बनाए। इसके अलावा रस्टन चेज ने 22, जर्मेन ब्लैकवुड ने 22 और केमार रोच ने 13 रन बनाए। वेस्टइंडीज के तीन बल्लेबाज डक पर आउट हुए। कीरेन पोवेल, नक्रमाह बोनेर और काइल मेयर्स 0 पर आउट हुए।

पाकिस्तान की तरफ से मोहम्मद अब्बास ने 3 शाहिन अफरीदी ने 2 फहीम अशरफ और हसन अली ने 1-1 विकेट लिए। इससे पहले टेस्ट मैच के पहले दिन पाकिस्तान की टीम 217 रनों पर आल आउट हो गई थी। वहीं वेस्टइंडीज की भी खराब शुरुआत रही थी। पहले दिन खेल समाप्त होने तक मेजबान टीम 2 रन पर दो विकेट गंवा चुकी थी।वेस्टइंडीज ने टास जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था और पाकिस्तान को पहली पारी में 217 रनों पर समेट दिया था। फवाद आलम ने सबसे ज्यादा 56रन बनाए। इसके अलावा फहीम अशरफ ने 44 रनों की पारी खेली। बाबर आजम ने 30 रनो बनाए। वेस्टइंडीज की ओर से जायडन सिल्स और जेसन होल्डर |
 
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आज ही के दिन 'क्रिकेट के भगवान' ने जड़ा था पहला इंटरनेशनल शतक

31 साल पहले आज ही के दिन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड के खिलाफ ओल्ड ट्रैफर्ड में टेस्ट मैच में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा था। 17 साल और 112 दिन की उम्र में, वह टेस्ट शतक बनाने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के बल्लेबाज थे। तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पहला शतक लगाने में आठ टेस्ट मैच लगे। उन्होंने दूसरी पारी में 189 गेंदों पर नाबाद 119 रन बनाए और भारत को मैच ड्रा करने में मदद की। इस पारी ने तेंदुलकर को उनका पहला प्लेयर आफ द मैच का अवार्ड भी दिलाया। तीन मैचों की सीरीज के दूसरे मैच में इंग्लैंड ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कप्तान ग्राहम गूच (116), माइक एथरटन (131) और राबिन स्मिथ ( नाबाद 121) की शतक के मदद से  मेजबान टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में कुल 519 रन बनाए। जवाब में, कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन की 179 रनों की पारी के बावजूद भारत 432 रन पर ढेर हो गया। संजय मांजरेकर ने 93 रन बनाए, जबकि सचिन तेंदुलकर ने 68 रन बनाए।

इंग्लैंड ने 87 रनों की बढ़त के साथ अपनी दूसरी पारी 320/4  पर घोषित की और भारत को 408 रनों का लक्ष्य दिया। माइक एथरटन ने 74 रन की पारी खेली जबकि एलन लैंब ने शतक (109) लगाया। राबिन स्मिथ और जैक रसेल क्रमशः 61 और 16 रन बनाकर नाबाद रहे। 408 रनों का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत खराब रही और उसने अपने सलामी बल्लेबाज नवजोत सिद्धू (0) और रवि शास्त्री (12) को सस्ते में खो दिया। संजय मांजरेकर और दिलीप वेंगसरकर ने तीसरे विकेट के लिए 74 रन की साझेदारी की।इसके बाद मांजरेकर (50) और वेंगसरकर (32) आउट हो गए। सचिन तेंदुलकर नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने आए। उन्होंने कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के साथ मिलकर स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाया और पांचवें विकेट के लिए 18 रन की साझेदारी की। कप्तान अजहर 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। कपिल देव ने तेंदुलकर के साथ छठे विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी की। देव 26 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद तेंदुलकर और मनोज प्रभाकर ने सावधानी से खेला और पांचवें दिन के अंत में क्रमश: 119 और 26 रन बनाकर नाबाद रहे और मेहमान टीम ने मैच को सफलतापूर्वक ड्रा कराया। दोनों ने नाबाद 160 रन की साझेदारी की।

इस बीच, तेंदुलकर ने इटरनेशनल क्रिकेट में अपना पहला शतक जड़ने की उपलब्धि भी हासिल की। महाराष्ट्र में जन्मे इस खिलाड़ी का क्रिकेट में शानदार करियर रहा। शायद ही कोई बल्लेबाजी में रिकार्ड होगा, जो उनके नाम नहीं हैं। तेंदुलकर ने 15 नवंबर 1989 को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। उसी वर्ष 18 दिसंबर को उन्होंने अपना पहला एकदिवसीय मैच खेला। इस महान क्रिकेटर ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में सबसे अधिक 15 हजार 921 रन बनाए हैं। साथ ही, तेंदुलकर ने सबसे अधिक 51 टेस्ट शतक बनाए। वनडे क्रिकेट में तेंदुलकर की बादशाहत कायम है। इस प्रारूप में भी वह सबसे अधिक रन बनाने वाले क्रिकेटर हैं। वनडे में उनके नाम 18 हजार 426 रन हैं, जिसमें 49 शतक शामिल हैं। तेंदुलकर ने 24 साल तक चले अपने करियर के दौरान छह विश्व कप में देश का प्रतिनिधित्व किया। वह 2011 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे।
 
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टोक्यो पैरालंपिक खेलों के लिए 54 सदस्यीय भारतीय दल को वर्चुअल विदाई दी

केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ने गुरुवार देर शाम टोक्यो पैरालंपिक खेलों के लिए 54 सदस्यीय भारतीय दल को वर्चुअल विदाई दी। ठाकुर द्वारा एक वीडियो संदेश के माध्यम से एथलीटों को संबोधित किया गया और शुभकामनाएं भेजी गईं।ठाकुर ने अपने संदेश में किहा, भारत टोक्यो में पैरालंपिक खेलों के लिए अपना सबसे बड़ा दल भेज रहा है - नौ खेलों में 54 पैरा-खिलाड़ी। हमारे पैरा-एथलीटों का जुनून उनकी असाधारण मानवीय भावना को दर्शाता है। याद रखें कि जब आप भारत के लिए खेलते हैं तो आपके महसूस होगा कि 130 करोड़ भारतीय आपकी जय-जयकार कर रहे हैं! 

पर्यटन मंत्री, जीके रेड्डी ने कहा, पूरे देश का आशीर्वाद एथलीटों के साथ है और राष्ट्रीय ध्वज फिर से टोक्यो में फहराना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करना और देश को गौरवान्वित करना हर खिलाड़ी का सपना होता है और हम ²ढ़ता से मानते हैं कि पैरालंपिक एथलीट इस सपने को पूरा करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने हमेशा खिलाड़ियों का समर्थन किया है और कहा कि 2014 में लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) की कल्पना करने में प्रधान मंत्री के ²ष्टिकोण की सराहना की जानी चाहिए।पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा, सभी ने बहुत मेहनत की है। हमें पूरा विश्वास है कि हम बहुत सारी खुशी, बहुत सारी महिमा लाने जा रहे हैं। तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, तैराकी और भारोत्तोलन सहित नौ खेलों में कुल 54 एथलीट टोक्यो में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
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लार्ड्स और केएल राहुल ने भारतीय दिग्गजों की लिस्ट में बनाई जगह

इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही पांच मैचों सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारतीय ओपनर के एल राहुल ने शानदार पारी खेली। नॉटिंघम में शतक जमाने से चूके इस बल्लेबाज ने इंग्लैंड के ऐतिहासिक मैदान पर शतक जमाने के साथ भारतीय दिग्गजों की लिस्ट में जगह बनाई। इससे पहले भारत की तरफ से सिर्फ दो ओपनर ने ही इस मैदान पर शतक बनाया था। राहुल इस मैदान पर शतक माने वाले भारत के तीसरे ओपनर बने।लार्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। रोहित शर्मा और केएल राहुल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 126 रन की साझेदारी कर टीम को दमदार शुरुआत दिलाई। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन 127 रन पर नाबाद खेली। जबकि रोहित 83 रन की पारी खेलकर वापस लौटे। कप्तान विराट कोहली ने 42 रन बनाए तो चेतेश्वर पुजारा महज 9 रन ही बना पाए।  

इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में शतक बनाने से चूके राहुल ने यहां अपनी धैर्य बनाए रखा और सेंचुरी पूरी की। 137 गेंद पर 2 चौके और 1 छक्के की मदद से पचास रन पूरा करने वाले राहुल ने 212वीं गेंद पर शतक पूरा किया। इस दौरान 9 चौके लगाए जबकि एक छक्का देखने को मिला।भारत की तरफ लार्ड्स में शतक बनाने वाले राहुल कुल 10वें बल्लेबाज बने। वीनू मांकड ने इस मैदान पर 1952 में शतक बनाकर भारतीय का खाता खोला था। वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने थे। बतौर ओपनर भी ऐसा करने वाले पहले भारतीय थे। इसके बाद 1990 में वर्तमान भारतीय कोच रवि शास्त्री ने शतक बनाया था। राहुल इस लिस्ट में शामिल होने वाले महज तीसरे ही भारतीय ओपनर हैं।
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खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ‘फिट इंडिया फ्रीडम रन 2.0’ लॉन्च की

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में शुक्रवार को ‘फिट इंडिया फ्रीडम रन 2.0’ के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की शुरुआत की। 

यह दौड़ 15 अगस्त से शुरू होकर दो अक्टूबर तक चलेगी। ठाकुर ने यहां मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में कार्यक्रम को हरी झंडी दिखायी। यहां जारी विज्ञप्ति में ठाकुर ने कहा, ‘‘ इस दौड़ का आयोजन देश भर में 75 प्रतिष्ठित स्थानों पर किया जायेगा जो इसे आगे देश के लगभग 750 जिलों के 75 गांवों में ले जाएगा। इसके साथ ही हमारा लक्ष्य देश भर के 7.50 करोड़ से अधिक युवाओं और नागरिकों तक पहुंचना है।’’ यह कार्यक्रम देश भर में 75 स्थानों पर भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें पोर्ट ब्लेयर में सेलुलर जेल, लाहौल स्पीति में काजा पोस्ट, मुंबई का ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ और पंजाब में अटारी बॉर्डर जैसे प्रतिष्ठित स्थान शामिल है।
 
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3 वनडे और तीन टी20 मैचों के लिए दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी करेगा श्रीलंका

भारत और श्रीलंका के बीच हाल ही में हुई लिमिटेड ओवरों की सीरीज से श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) को बड़ी रकम मिली है। कुणाल पांड्या के कोरोना की चपेट में आने के बाद भी टी20 मैचों के साथ दौरा पूरा हुआ। भारत ने वनडे सीरी 2-1 से जीती जबकि श्रीलंका ने समान अंतर से टी20 सीरीज जीती।इसके सचिव मोहन डी सिल्वा ने कहा कि तीन वनडे और इतने ही टी20 मैच खेलने से एसएलसी को 1.45 करोड़ डॉलर (107 करोड़ रुपये) का राजस्व प्राप्त हुआ है।  

डेली एफटी द्वारा डी सिल्वा के हवाले से कहा है, एफटीपी (भविष्य के दौरे कार्यक्रम) के अनुसार यह दौरा केवल तीन वनडे मैचों के लिए था, लेकिन हमारे अध्यक्ष शम्मी सिल्वा बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) को हमें अतिरिक्त तीन टी20 देने के लिए मनाने में कामयाब रहे, जिसके परिणामस्वरूप हमें फायदा हुआ।यह भारतीय क्रिकेट बोर्ड के साथ हमारे संबंधों के कारण संभव हुआ। हमें प्रसारण और अन्य अधिकारों जैसे मैदान, आदि से 1.45 करोड़ डॉलर मिले।डी सिल्वा ने कोविड -19 मामले के बावजूद दौरे को पूरा करने के लिए बीसीसीआई और भारतीय टीम को भी धन्यवाद दिया। श्रीलंका अब तीन वनडे और तीन टी20 मैचों के लिए 2-14 सितंबर तक दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी करेगा।
 
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