झूठा-सच

विधायक कुलदीप जुनेजा ने डाउन सिंड्रोम कार्यशाला का किया शुभारंभ

झूठा सच @ रायपुर :- उत्तर विधायक एवं हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप सिंह जुनेजा ने नवा रायपुर के निजी होटल में अरना फाउंडेशन और डाउन सिंड्रोम फेडरेशन ऑफ़ इण्डिया के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित डाउन सिंड्रोम कार्यशाला 2022 का शुभारम्भ किया।

इस अवसर पर विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा कि डाउन सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों की शिक्षा, उनकी थेरेपी और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए डाउन सिंड्रोम फेडरेशन ऑफ़ इण्डिया तथा अरना फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा कार्य सराहनीय है। संस्था द्वारा बच्चों की चिकित्सा, बेहतर स्वस्थ, थेरेपी एवं शिक्षा के लिए उपलब्ध सुविधाओं को लेकर जिस प्रकार से दोनों संस्थाएं कार्य कर रही है उसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूँ। इसके साथ ही समय-समय पर उनके मानसिक विकास के लिए चिकित्सकों द्वारा उनकी काउंसलिंग तथा शिक्षा के लिए सुविधाओं की उपलब्धता प्रशंसनीय है।
 
इन बच्चों के बेतर भविष्य के लिए संस्था के सदस्यों द्वारा दिन-रात समर्पण भावना से कार्य किया जा रहा है उसकी जितनी प्रशंसा की जय वह कम है।इस अवसर पर हरिभूमि और आईएनएच के प्रधान संपादक हिमांशु द्रिवेदी, डाउन सिंड्रोम एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्षा डॉ रेखा राम चंद्रा, अरणा फाउंडेशन के संस्थापक महेंद्र अग्रवाल सहित देश के विभिन्न स्थानों से आए हुए परिजन व इस कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
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भारत में 22 भाषाएं और उनकी 72507 लिपि लेकिन हिंदी सिर्फ हमारी भाषा नहीं.....पढ़िए पुरी खबर

 
  • भारत में 22 भाषाएं और उनकी 72507 लिपि हैं
 
झूठा-सच न्यूज़ डेस्क :- 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता है लेकिन भारत में हिंदी दिवस के लिए एक खास दिन तय है। भारत में 22 भाषाएं और उनकी 72507 लिपि हैं। एक ही देश में इतनी सारी भाषाओं और विविधताओं के बीच हिंदी एक ऐसी भाषा है, जो हिंदुस्तान को जोड़ती है। देश के हर राज्य में बसे जनमानस को हिंदी के महत्व के बारे में समझाने और इसके प्रसार प्रचार के लिए भारत हिंदी दिवस मनाता है।  हिंदी के इसी उपयोगिता को लेकर हर साल 14 सितंबर को भारतवासी हिंदी दिवस मनाते हैं। इस दिन को मनाने की शुरुआत 1953 से हुई थी। अंग्रेजी के चलन के कारण आजकल बच्चों से लेकर बड़े तक लगभग अंग्रेजी में ही बात करना पसंद करते हैं लेकिन हमें अपने देश की भाषा और हिंदी का ज्ञान जरूर होना चाहिए।

कब हुई हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत ?

भारत में हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत देश की आजादी के बाद हुई। 1946 को 14 सितंबर के दिन संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था। फिर भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने 14 सितंबर के दिन को हिंदी दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया। हालांकि आधिकारिक तौर पर पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था।


क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस ?

भारत में अंग्रेजी के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के उद्देश्य से हिंदी दिवस को मनाने की शुरुआत हुई। महात्मा गांधी ने हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने को कहा था। हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है लेकिन इसे भारत की राजभाषा जरूर माना गया है। हिंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सभी सरकारी कार्यालयों में अंग्रेजी के स्थान पर हिंदी का उपयोग होता है।

कैसे मनाया जाता है हिंदी दिवस ?

हिंदी दिवस के दिन लोगों को हिंदी के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह के समारोह और सेमिनार का आयोजन किया जाता है। स्कूलों में प्रतियोगी कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इसके अलावा हिंदी से जुड़े लोगों को पुरस्कृत किया जाता है। हिंदी पुरस्कार राष्ट्रभाषा कीर्ति पुरस्कार और राष्ट्रभाषा गौरव पुरस्कार का वितरण किया जाता है।

 

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प्रदेश भर के कार्यकताओं उपस्थित

झूठा सच @ रायपुर :- भाजपा के हल्ला बोल कार्यक्रम में प्रदेश भर के कार्यकर्त्ता शामिल हुए जिससे राजधानी के चारों तरफ भाजपा के कार्यकर्त्ता की नजर आ रहें  थे भाजपा यह प्र्दशन भीड़ जुटाने में सफल नजर आया  प्रदेश भर से कार्यकतरओ को राजधानी लोन वाहनों की व्यवस्था की गई थी | 

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सरकार विरोधी नारों की गूंज

झूठा सच @ रायपुर :- जगह जगह भाजपा कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर प्रदेश को सरकार के खिलाफ  नारेबाजी करते हुए मोर्चा निकाला  नगर निगम कार्यालय के सामने बने गार्डन में भाजपा की विशाल जनसभा को हुई भाजपाई नेताओं सम्बोधित करते हुए सरकार को पानी पी पीकर कोसते हुए सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की | 

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छावनी में तब्दील राजधानी

झूठा सच @ रायपुर :- भाजपा के हल्ला बोल कार्यक्रम को विफल करने पुलिस ने पूरी राजधानी को घेरते हुई छावनी में तब्दील कर दिया ताकि कोई भी प्रदर्शनकारियों अपने मंसूबो कामयाब न हो सकें | 

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पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था

झूठा सच @ रायपुर  :- भाजपा दवरा  मुख्यमंत्री निवास के घेराव को लेकर पुलिस की जगह जहग चाक चौबंद व्यवस्था देखीं गयी भाजपा के प्रदर्शनकारियों को रोका जा सकें  | पुलिस  ने मुख्यमंत्री निवास जाने वाले सभी  रास्ते बंद कर कही व्यवस्था बना रखी थी ताकि प्रदर्शनकारियों मुख्यमंत्री निवास नहीं पंहुचा सकें |  
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सुने दफ्तर सड़कें जाम जनता परेशान

झूठा सच @ रायपुर :-  राजधानी में आज भाजपा के विशाल धरना प्रदर्शन के कारण राजधानी की कई सड़कों पर जाम दिखाई दिया | वही दूसरी ओर कर्मचारियों की हड़ताल के कारण कई दफ्तरों में सन्नटा पसरा हुआ दिखाई दिया सरकार के खिलाफ हल्ला बोल धरना प्रदर्शन   के लिए प्रदेश भर के भाजपा कार्यकर्ताओं ने राजधानी में धावा बोला जिससे राजधानी की व्यवस्थाएं अस्त व्यस्त नजर आई सड़कों पर चारों ओर भाजपा कार्यकर्ताओं पार्टी के झंडे के साथ नजर आ रहें थे  जिससे जाम की स्थित निर्मित हुई ओर लोगों को आवाजाही के लिए गली  में भटकता पड़ा वजह से शहर की तंग गलियों में भी काफी भीड़ देखी गयी | 


 
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आपस में धक्का मुक्की करते पुलिस को देख लोग हुए अचंभित

झूठा सच @ रायपुर :-  भाजपा द्वारा  कल २४ अगस्त को आयोजित धरना प्रदर्शन सहित मुख्यमंत्री निवास के घेराव को रोकने के लिए पुलिस ने आज मोतीबाग के पास  स्थित प्रेस क्लब के पास मॉक ड्रील करते हुए  रिह्सल किया | सड़क पर पुलिस की भीड़ को आपात में धक्का मुक्की करते हुए देखकर आते जाते लोगों में काफी कोतुहल व् देखने की उत्सुकता बढ़ी कि आखिरकार पुलिस आपस में क्यों लड़ रहें हैं | लेकिन हकीकत पुलिस दवरा  प्रदर्शनकरियो को रोकने की रिह्सल की जा रही थी |  

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राजधानी : विश्व आदिवासी दिवस पर शुरू हुआ दो दिवसीय खेल मड़ई

झूठा-सच@रायपुर। राजधानी रायपुर में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर दो दिवसीय पारंपरिक खेल मड़ई का आयोजन कोटा स्थित स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में शुरू हुआ। इस खेल मड़ई में राज्य के 17 जिलों से लगभग 700 प्रतिभागी हिस्सा ले रहें है। खेल मड़ई में विशेष रूप से संरक्षित जनजातियों की पारंपरिक खेलों का प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसमे फुगड़ी, गेड़ी, रस्साकसी, मटका दौड़ सहित अन्य पारंपरिक खेलों में विभिन्न जिलों से आए प्रतिभागियों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इस मड़ई में तीरंदाजी विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। जनजातीय महोत्सव में स्कूली बच्चों के साथ ही युवाओं ने भी हिस्सा लिया। आदिम जाति तथा अनु जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में राज्य गठन के बाद संभवतः यह पहला अवसर है, जब विशेष रूप से संरक्षित जनजातियों के पारंपरिक खेल मड़ई का इतने व्यापक राज्य स्तर पर आयोजन किया जा रहा है।

मड़ई में 700 प्रतिभागी ले रहे भाग
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा आयोजित किए जा रहे इस खेल प्रतियोगिता में विभिन्न जनजातीय समुदायों द्वारा पारंपरिक रूप से खेले जाने वाले खेल जैसे तीरंदाजी, गुलेल, मटका दौड़, गिल्ली डंडा, गेड़ी दौड़, भौरा, फुगडी, बिल्ला रस्साखींच, सत्तुल, भारा दौड, बोरा दौड, सुई धागा दौड, मुदी लुकावन, तीन टंगड़ी दौड़ तथा नौकायन आदि का आयोजन किया जा रहा है। बालक एवं बालिकाओं हेतु दो वर्ग 14 वर्ष से 18 वर्ष आयु वर्ग तथा खुली प्रतियोगिता अंतर्गत 18 वर्ष एवं अधिक की महिला एवं पुरुष हेतु पारंपरिक रूप से खेले जाने वाली खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि जिला स्तर पर जनजातीय अभिकरण क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी विकासखण्डों से खेलवार विशेष संरक्षित जनजातीय समुदायों से एंट्री आमंत्रित कर विगत 22 से 28 जुलाई तक खेल प्रतियोगिता जिलों में आयोजित की गई थी। जिला स्तर से चयनित प्रतिभागी इस प्रतियोगिता में शामिल हो रहे हैं।
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दैनिक झूठा सच समाचार पत्र एवं jhuthasach.com वेबपोर्टल की ओर से समस्त पाठकों और प्रदेशवासियों को हरेली त्यौहार की ढेर सारी शुभकामानएं

झूठा सच @ रायपुर :- दैनिक झूठा सच समाचार पत्र एवं jhuthasach.com वेबपोर्टल की ओर से समस्त पाठकों और प्रदेशवासियों को हरेली त्यौहार की ढेर सारी शुभकामानएं |

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गंगरेल में 86% पानी, छीरपानी-मटियामोती लबालब

झूठा-सच@रायपुर। प्रदेश में पिछले एक सप्पताह से भारी बरसात से बस्तर संभाग में बाढ़ का कहर है। मध्य और उत्तर छत्तीसगढ़ के अधिकांश बांध और जलाशयों में तेजी से जलभराव हुआ है। प्रदेश के सबसे बड़े जलाशय रविशंकर सागर यानी गंगरेल में 85.77% पानी भर चुका है। वहीं कबीरधाम के छीरपानी और राजनांदगांव के मटियामोती जलाशय लबालब भर चुके हैं।
 
मौसम विभाग के मुताबिक 16 जुलाई की सुबह 8.30 बजे तक छत्तीसगढ़ में 412.8 मिमी पानी बरस चुका है। सामान्य तौर पर एक जून से 16 जुलाई तक यहां औसतन 382.2 मिमी बरसात होती है। इस मान से छत्तीसगढ़ में सामान्य से 8% अधिक बरसात हो चुकी है। 13 जिलाें में सामान्य से अधिक पानी बरसा है। आठ जिलों में बरसात की स्थिति सामान्य है। वहीं छह जिलों में सामान्य से कम पानी बरसा है। जशपुर, बलरामपुर और सरगुजा में अभी भी सूखे के हालात बन रहे हैं। प्रदेश के अधिकांश जिलों में शनिवार को भी हल्की से मध्यम स्तर की बरसात जारी है।
इस बीच जल संसाधन विभाग के स्टेट डाटा सेंटर ने बताया है, प्रदेश के 12 बड़े जलाशयों में इस समय 54.48% तक जलभराव हो चुका है। पिछले साल 16 जुलाई तक 53.78% पानी भरा था। मध्यम स्तर के जलाशयों में कुल क्षमता का 58.16% पानी भर चुका है। 2021 में इस समय तक 46.75% जलभराव हो पाया था। गंगरेल जलाशय में 657.82 लाख घन मीटर पानी भर चुका है। वहीं मिनी माता बांगो जलाशय में 1513.64 लाख घन मीटर पानी भरा है। यह कुल क्षमता का 52.30% है। वहीं खारंग में 70% और सिकासार में 79% जलभराव हुआ है। एक महीने पहले तक इन जलाशयों में सूखे जैसी स्थिति बन रही थी।
मई में ही कई बांध सूख चुके थे
 
 
छत्तीसगढ़ में मानसून पूर्व बरसात सामान्य नहीं रही। इसकी वजह से मई महीने के मध्य तक कई बांध सूख चुके थे। 16 मई को बड़े जलाशयों में से गंगरेल के पास केवल 53% पानी बचा था। मुरुमसिल्ली, अरपा भैंसाझार जलाशय सूख चुके थे। मझोले जलाशयों में कांकेर का परालकोट जलाशय भी सूख चुका था। जल संसाधन विभाग के अधिकारी कई जिलों में बांधों का पानी सिंचाई के लिए नहीं देने का मन बना रहे थे ताकि पेयजल और निस्तारी के लिए पानी को सुरक्षित रखा जा सके। जून में भी पानी का संकट खत्म नहीं हुआ था।
अभी बरसात का सिस्टम सक्रिय है
 
मौसम विभाग के मुताबिक, एक निम्न दाब का क्षेत्र तटीय ओडिशा और उसके आसपास स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। मानसून द्रोणिका गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ, गुना, जबलपुर, पेण्ड्रा रोड, हीराकुण्ड, बंगाल की खाड़ी में स्थित निम्न दाब के केंद्र से होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व- मध्य बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक फैली हुई है। इसके प्रभाव से प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छीटें पड़ने की संभावना है। मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी वर्षा की भी संभावना जताई जा रही है।

 

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शिव मंदिर में तोड़फोड़: हनुमान जी की मूर्ति से निकाल ले गए चांदी की आंखें

झूठा-सच @ - कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा में असामाजिक तत्वों ने भगवान शिव के मंदिर में तोड़फोड़ की है। उन्होंने शिवलिंग पर स्थापित नाग को उखाड़ कर फेंक दिया। हनुमान जी की मूर्ति में लगी चांदी की आंखें निकाल लीं और वहां रखी भगवत गीता और रामचरित मानस को जला दिया। यही नहीं, मंदिर परिसर में उल्टियां भी की गई हैं। घटना के बाद हिंदू संगठनों में आक्रोश है। पुलिस ने इस मामले में संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

जानकारी के मुताबिक, कोतवाली क्षेत्र में रामपुर ITI के पास स्थित शिव मंदिर में तोड़फोड़ की गई है। बताया जा रहा है कि ताला तोड़कर असामाजिक तत्व मंदिर में दाखिल हुए। उन्होंने मंदिर में स्थापित शिवलिंग के ऊपर लगे नाग को तोड़ दिया। वहीं पास में ही हनुमान जी की मूर्ति भी स्थापित है। उसमें चांदी की आंखें लगी हुई थी। उसे भी असामाजिक तत्व उखाड़ ले गए। वहीं पास में ही भगवत गीता और रामचरित मानस के जले हुए टुकड़े भी मिले हैं।
मंदिर परिसर में मिली शराब की बोतलें

मंदिर परिसर में शराब की बोतलें भी मिली हैं। असामाजिक तत्वों ने परिसर में कई जगह उल्टियां भी की हैं। सुबह जब लोग मंदिर पहुंचे तो घटना की जानकारी मिली। इसके बाद से मौके पर लोग एकत्रित होना शुरू हो गए। BJP जिलाध्यक्ष सहित अन्य हिंदू संगठनों के लाेग भी पहुंच गए। सभी लोग आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने स्थिति को देखते हुए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया है।

हनुमान जी की मूर्ति से चांदी की आंख निकाल ले गए बदमाश।
हनुमान जी की मूर्ति से चांदी की आंख निकाल ले गए बदमाश

एक साल पहले भी मंदिर में हुई थी तोड़फोड़
बताया जा रहा है कि करीब साल भर पहले भी इस शिव मंदिर में तोड़फोड़ हो चुकी है। एक बार फिर असामाजिक तत्वों ने इसे निशाना बनाया है। माहौल बिगड़ता देख पुलिस भी एक्शन में है। इस मामले में तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। आशंका है कि शराब के नशे में असामाजिक तत्वों ने घटना को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कराया है। वहीं मामले की जांच की जा रही है।

 

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2 साल बाद रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे भगवान जगन्नाथ, आज भी पुरानी बस्ती मंदिर में नहीं बदली परंपरा, महंत के पूजन बाद निकलती है रथयात्रा

झूठा-सच @ रायपुर:-  आज देश समेत प्रदेश में भी धूमधाम  से निकाला जायेगा भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा। इसी क्रम में पुरानी बस्ती स्थित जगन्नाथ मंदिर में महंत रामसुंदर दास के नेतृत्व में अभिषेक, हवन-पूजन संपन्न होगया है | पूजन के बाद दोपहर 3 बजे भगवान रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे. यह रथयात्रा लोहार चौक अमीनपारा कंकाली तालाब आजाद चौक, आमापारा होते हुए लाखे नगर गुडिचा मंदिर पहुंचेगी.
                                  

आपको बता दे कि भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है.इस मौके पर हम आपको रायपुर शहर के सबसे प्राचीन जगन्नाथ मंदिर के बारे में बताने जा रहे है. रायपुर की पुरानी बस्ती स्थित प्राचीन जगन्नाथ मंदिर को साहूकार मंदिर के नाम से जाना जाता था. मंदिर में भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा स्थापित होने के बाद भी इसे जगन्नाथ मंदिर के रूप में पहचान नहीं मिली. इस मंदिर का इतिहास लगभग 500 साल पुराना है|  इस परिसर में जगन्नाथ स्वामी के अलावा श्री राम दरबार, दो शंकर मंदिर, संतोषी माता मंदिर, गरुड़ और संकट मोचन हनुमान मंदिर भी है.. मंदिर का प्रमुख उत्सव रथयात्रा है.
                                    

पुरानी बस्ती जगन्नाथ मंदिर में ये हैं परंपरा 

जिस साल दो आषाढ़ होते हैं, उस साल मूर्ति बदलने की परंपरा है. लेकिन पुरानी बस्ती के जगन्नाथ मंदिर की मूर्ति को नहीं बदला जाता. क्योंकि यहां श्री मूल मूर्तियां जगन्नाथपुरी से लाई गई है. हर साल जगन्नाथ पुरी से विशेष कलाकार आते हैं और रंग रोगन का कार्य करते हैं.मंदिर के पुजारी का क्या है कहना: जगन्नाथ मंदिर के पुजारी तिलक दास महाराज ने बताया कि यह मंदिर 500 साल पुराना है. भगवान जगन्नाथ में जो श्रद्धालु पहुंचते हैं, उनकी मनोकामना पूर्ण होती है. आषाढ़ मास की पूर्णिमा को जगन्नाथ भगवान का महास्नान किया गया था. उसके बाद से उन्हें बुखार होने के कारण विश्राम कराया जा रहा है. रोजाना उन्हें जड़ी बूटियों का काढ़ा दिया जा रहा है. आज शाम से ही भगावान जगन्नाथ के साथ, बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा जी दर्शन देंगे.
 
रथ खींचना माना जाता हैं शुभ 

मंदिर से निकलने वाली रथ यात्रा में शामिल होने और भगवान का रथ खींचने के लिए राजधानी के आसपास से हजारों श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. कहते हैं कि जिन श्रद्धालुओं को रथ खींचने का मौका मिलता है, वे उन्हें भाग्यशाली समझते हैं. जिन श्रद्धालुओ को रथ खींचने का मौका नहीं मिल पाता, वे रथ की रस्सी को छूने की कोशिश करते हैं.
                         

2 साल बाद मनाया जाएगा पर्व

पिछले 2 सालों से कोरोना संक्रमण के कारण रथयात्रा का पर्व सामान्य तरह से मनाया जा रहा था. हालांकि इस साल कोरोना संक्रमण कम होने के कारण धूमधाम से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी.शहर के अलग-अलग इलाकों से होकर निकलेगी रथयात्रा:राजधानी के मंदिरों में तैयारियां पूरी कर ली गई है। शहर के पुरानी बस्ती स्थित पुराने मंदिर के साथ ही गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर से निकलने वाली रथयात्रा प्रमुख आर्कषण का केंद्र रहेगी। 

ये हैं सबसे प्राचीन मंदिर 

सदरबाजार : सदरबाजार स्थित 150 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर में पुजारी परिवार के नेतृत्व में पूजन के बाद गाजे-बाजे के साथ यात्रा निकाली जाएगी। यात्रा कोतवाली चौक, कालीबाड़ी होते हुए टिकरापारा पुजारी पार्क के समीप गुंडिचा मंदिर में समाप्त होगी।

यहां भी दिखेगा उत्साह

रथयात्रा का उत्साह कोटा स्थित श्रीरामदरबार परिसर, अश्विनी नगर, गुढ़ियारी, आकाशवाणी कालोनी, पुराना मंत्रालय, लिली चौक और 10वीं यात्रा आमापारा नगर निगम कालोनी से निकलेगी। गजा-मूंग का प्रसाद लेने और भगवान का रथ खींचने के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह छाएगा। प्रशासन ने मंदिर समितियों के माध्यम से श्रद्धालुओं को मास्क और अन्य प्रोटोकाल पालन करने की अपील की है।
                        
 
 
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शासकीय लेखा कोष एवं लेखा प्रशिक्षिण सम्पन्न

झूठा सच @ रायपुर :- संचालनालय कोष एवं लेखा शाखा द्वारा आयोजित शासकीय लेखा प्रशिक्षण सत्र  मार्च 2022 से जून को हुआ |  प्राचार्य सोनल वैद्य शिवजी आवडे तथा सोनी सर ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि चार माह कैसे बीते कुछ पता ही नहीं चला जिंदगी के इस पड़ाव में जो कुछ भी सीखने को मिला यह हमारे लिए सौभाग्य की बात हैं | 
 
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विधायक कुलदीप जुनेजा ने गुरुगोविंद सिंह वार्ड के लोगो को दिया 8 लाख की सौगात

उत्तर विधानसभा क्षेत्र में लगभग सभी वार्डो में सुगम आवागमन के उद्देश्य से लगभग सभी सड़के डामरीकरण हो चुकी है कुछ वार्डो में अभी भी  सड़क निर्माण व डामरीकरण कार्य प्रगति पर है गुरुगोविंद सिंह वार्ड के रहवासियो ने 20 साल से सड़क निर्माण के लिए मांग कर रहे थे पर किसी ने संज्ञान नही लिया क्षेत्र के पार्षद पुरषोत्तम बेहरा ने सड़क के स्थिति के बारे में विधायक जी को जानकारी दी इस पर तुरंत  8 लाख रु की लागत से सड़क निर्माण कार्य करने के लिए जुनेजा जी ने स्वीकृति दी और कल विधिवत पूजन कर फल फोड़कर कार्यारंभ किया क्षेत्रवासियो  ने विधायक जी का आभार व्यक्त कर धन्यवाद ज्ञापीत किया इस अवसर पर वार्ड पार्षद पुरषोत्तम बेहरा ,बप्पी राय,संजयसाठे, महादेव चौहान हीरालाल सेन,सेवक महानंद,मुन्ना यादव,लक्ष्मण साहू, कीर्ति पटेल,तिल्ली बाई, साजो मस्सी, रश्मि निषाद, सरोजबन्धे, हर्षलता नाग,गायत्री निषाद, रूखमणी निषाद, रमूतिन पटेल,सुचित्रा हलधर,शिला यादव ,गंगा बाई सरोज बंजारे, पुष्पा पटेल,रानू साहू सहित क्षेतवासी उपस्थित थे।
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योग मनुष्य का शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है : महापौर कंचन जायसवाल

झूठा सच @ रायपुर / संवाददाता / इल्यास अहमद / कोरिया / चिरमिरी :- नगर पालिक निगम चिरमिरी के तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर चिरमिरी महापौर कंचन जायसवाल की उपस्थिति में योग दिवस मनाया गया। जिसमें नगर निगम समेत स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहे।

बुधवार  को नगर निगम के द्वारा शासकीय लाहिड़ी महाविद्यालय के ग्राउण्ड प्रांगण नगर निगम की महापौर कंचन जायसवाल, निगम के एमआईसी पार्षद समेत अधिकारीगण ने योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास की|बता दे कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 8 वे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस नगर निगम के तत्वाधान में किया गया जिसमें प्रातः सुबह 7:00 बजे से 8:00 बजे तक योग आयोग के गुरु अरुण वर्मा के द्वारा सभी को योगाभ्यास कराया गया । 

महापौर कंचन जायसवाल ने बताया कि योग करने से शरीर रोग मुक्त होता है, योग को शरीर, मन चिंतन की शुद्धि के लिए अपनाना चाहिए,उन्होंने कहा कि योग मनुष्य की शारीरिक मानसिक औऱ आध्यमिक ऊर्जा को बढ़ाता है, यह के व्यायाम नही वरन जीवन की दृष्टि से जुड़ा हुआ है ।इस दौरान एमआईसी संदीप सोनवानी, पार्षद इकराम, योग आयोग के गुरु अरुण वर्मा, नगर निगम आयुक्त बिजेंद्र सिंह, सचिन अग्रवाल, रामबाबू अग्रवाल व अन्य आमजनमानस मौजुद रहे |
 
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बच्चो ने मंच से कहा 'आई लव यु पापा'

झूठा सच @ रायपुर :-  फादर्स डे पर रविवार की शाम होटल ट्रीटोन वीआइपी चौक में 'पापा मेरे पापा' के नाम से अपने तरह से एक अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें पिता-पुत्र व पिता-पुत्री के साथ बच्चो ने अपने पिता को मंच से दिन विशेष की बधाई देते हुए, कभी अपने पिता के समक्ष ना कह पाने वाली बात मंच में सभी के सामने अपनी भावनाएं व्यक्त की जिसमें बच्चे से लेकर युवा अपने पिता के साथ शामिल हुए।

इस आयोजन में सिंगल पेरेंट्स के बच्चे भी शामिल हुए जो आज स्थापित व सफल है। उन लोगो ने अपने परवरिश में पिता और मां, किसी एक के ना होने पर भी मां-पिता दोनो की भूमिका अदा कर आज काबिल बनाने के लिए पिता या मां के द्वारा किये गये कार्यो का जिक्र किया की किस तरह से उनकी परवरिश में सिंगल पेरेंट्स की दोहरी व अहम भूमिका रही व एक शख्स ने मां और पिता दोनो की जिम्मेदारी निभाई। कुछ लोगो ने जब अपनी जिंदगी में अपने पिता के योगदान का उल्लेख किया तो उसे सुनकर उपस्थित सभी लोगो की आँखे नम हो गई ।

पापा मेरे पापा कार्यक्रम में बच्चो ने अपने पिता को डेडिकेटेड प्रस्तुतियाँ भी दी, कार्यक्रम में गीत संगीत नृत्य के साथ ही रैम्प वॉक भी पिता पुत्र व पिता पुत्री की जोड़िया ने की।पापा मेरे पापा कार्यक्रम में  शामिल सभी प्रतिभागियों को पुरुस्कार दिया गया साथ ही अकेले अपने बच्चो की परवरिश करने वाले सिंगल पेरेंट्स को बागबान अवार्ड कार्यक्रम के अतिथियों व आयोजक द्वारा प्रदान किया गया।कार्यक्रम का आयोजन  वैदेही मुस्कान संस्था के द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में शामिल सभी प्रतिभागियों व अतिथियों ने आयोजन की सराहना करते हुए इसे एक बेहतरीन शुरुआत बताया जिसमें बच्चे अपने पिता के लिए अपने जज्बात बयान करने शामिल हुए व मंच से अपनी भावनाओ को साझा किया ।
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विधायक जुनेजा ने किया सड़क डामरीकरण का भूमिपूजन


रायपुर@झूठा-सच न्यूज़ | राजधानी के उत्तर विधानसभा के विधायक कुलदीप जुनेजा अपने क्षेत्र के लिए बहुत ही सक्रिय रहते है | क्षेत्र के सौंदयिकर्ण मोर छत्तीसगढ़ को एक अलग पहचान दे रही है भूपेश सरकार की सी.जी मॉडल पूरे भारतवर्ष में छाया हुआ है| ऐसे में शहर के मुख्य क्षेत्र शंकर नगर ब्रिज से भगत सिंह चौक तक सुगम आवागमन को देखते हुए सड़क डामरीकरण का विधिवत पूजन कर नारियल फोड़कर भूमिपूजन किया | इस अवसर पर एमआईसी सदस्य नगर निगम व पार्षद आकाश तिवारी  राजीवनगर वार्ड पार्षद अमितेश भरतद्वज , पार्षद कामरान अंसारी ,पूर्व पार्षद खम्हारडीह राकेश धोतरे, नगर निगम एल्डरमेन सुनील छतवानी प्रमुखः रूप से उपस्थित थे।
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