हिंदुस्तान

भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र के सभी स्तरों को निलंबित कर दिया है : जयराम रमेश

नई दिल्ली (एएनआई)। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर दौरे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने सभी स्तरों को निलंबित कर दिया है। लोकतंत्र की और नए चुनाव कराने से इनकार कर दिया। "आज, प्रधानमंत्री जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जा रहे हैं । पूर्ववर्ती राज्य में सत्ता बरकरार रखने के अपने प्रयास में, भाजपा सरकार ने अब लोकतंत्र के लगभग सभी स्तरों को निलंबित कर दिया है, और नए सिरे से चुनाव कराने से इनकार कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी को अपने निलंबन के लिए जवाब देना चाहिए लोकतंत्र की, “रमेश ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने बताया कि 2018 में भाजपा द्वारा महबूबा मुफ्ती सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद से जम्मू-कश्मीर में कोई निर्वाचित सरकार नहीं है । रमेश ने कहा, ''बीजेपी ने ''बिगड़ती सुरक्षा स्थिति'' का हवाला देते हुए 2018 में महबूबा मुफ्ती सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. तब से जम्मू-कश्मीर के लोग निर्वाचित सरकार के बिना रह गए हैं. उन्होंने कहा, "विधानसभा चुनाव में देरी के कारण राज्यसभा की चार सीटें भी खाली हैं।" सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्र को सितंबर 2024 तक जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने के लिए कहने पर , रमेश ने कहा, “केंद्र ने अक्सर चुनाव कराने में देरी के लिए भारत के चुनाव आयोग को दोषी ठहराया है, लेकिन अब मुख्य चुनाव आयुक्त पलट गए हैं और दोषी ठहराया है।” 2022 के परिसीमन अभ्यास के बाद देरी के लिए केंद्र को आखिरकार, सुप्रीम कोर्ट को कदम उठाना पड़ा और केंद्र को चुनाव कराने के लिए सितंबर 2024 की समय सीमा देनी पड़ी। राज्य में चुनाव टालने के लिए भाजपा पर हमला करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, "भाजपा ने राज्य में चुनाव कराने के लिए इतना लंबा इंतजार क्यों किया? क्या वे लोगों के फैसले से डरते हैं? प्रधानमंत्री कब तक सत्ता से चिपके रहेंगे बताएं कि कहां की जनता ने उन्हें कभी अपना नेता नहीं चुना?”
रमेश ने आगे कहा कि 9 जनवरी को पंचायतों और ब्लॉक विकास परिषदों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद राज्य में चुनाव नहीं हुए हैं. "4,892 पंचायतों और 316 ब्लॉक विकास परिषदों (पंचायती राज के दूसरे और तीसरे स्तर) का कार्यकाल 9 जनवरी को समाप्त हो गया। शहरी स्थानीय निकायों का कार्यकाल पिछले नवंबर में समाप्त होने के साथ, जम्मू और कश्मीर के लोगों ने अब चुनाव नहीं किया है सरकार के अधिकांश स्तरों पर प्रतिनिधि एक बार फिर राज्य में नए चुनाव कराने के इच्छुक नहीं हैं। पीएम मोदी ने लोगों की इच्छा को इतनी बेरहमी से क्यों दबाया है?" कांग्रेस नेता ने कहा. जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना करते हुए कांग्रेस महासचिव ने उनसे पूछा कि क्या यह वादा भी भाजपा के लिए अनुकूल होने तक विलंबित किया जाएगा। "11 दिसंबर, 2023 को संसद में अपने भाषण में, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा "उचित समय" पर बहाल किया जाएगा।
विधानसभा और पंचायत चुनावों की तरह, क्या इस प्रतिबद्धता में भी देरी होगी क्या भाजपा के लिए "उचित" है? कांग्रेस नेता ने आगे कहा. रमेश ने आगे कहा कि नई औद्योगिक नीति की घोषणा के बावजूद, केवल 414 इकाइयां पंजीकृत हुई हैं और जमीन पर वास्तविक निवेश 2,518 करोड़ रुपये है। "जनवरी 2021 में घोषित नई औद्योगिक नीति, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के साथ, "विकास और प्रगति" की शुरूआत करने वाली थी। हालांकि, आज तक केवल 414 इकाइयां ही पंजीकृत हुई हैं और जमीनी स्तर पर वास्तविक निवेश सिर्फ 2,518 करोड़ रुपये है।'' आतिथ्य क्षेत्र में राज्य के निराशाजनक प्रदर्शन पर रमेश ने कहा, ''हालांकि बहुत कुछ था हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को लेकर आशावाद, अब तक मिले सिर्फ 87 करोड़ के निवेश प्रस्ताव वह सारा "विकास और प्रगति" कहां है जिसका वादा पीएम मोदी ने किया था?" (एएनआई)
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PM मोदी ने उधमपुर में रैली को संबोधित करते हुए दो बड़े ऐलान किए

उधमपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में रैली को संबोधित करते हुए दो बड़े ऐलान किए हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा और जल्द ही यहां विधानसभा चुनाव होंगे. प्रधानमंत्री का यह ऐलान इसलिए भी बेहद अहम है, क्योंकि नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी सहित तमाम राजनीतिक पार्टिया आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने की मांग कर रही हैं.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार की रैली में कहा कि 'मैं उधमपुर और जम्मू-कश्मीर का दौरा करता रहा हूं. मुझे वह स्वागत याद है, जो 1992 की एकता रैली के दौरान उधमपुर में किया गया था. उस समय हमारा लक्ष्य लाल चौक पर तिरंगा झंडा फहराना था.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि '2014 में मैंने माता वैष्णो देवी मंदिर में मत्था टेका था. उधमपुर में इसी स्थान पर रैली को संबोधित किया था. तब मैंने गारंटी दी थी कि मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों की तकलीफें दूर करूंगा. मैंने अपनी गारंटी पूरी कर दी है. यह पहला चुनाव है, जब सीमा पार से आतंक, पत्थरबाजी, हमले चुनावी मुद्दे नहीं हैं. यह चुनाव सिर्फ सांसदों को चुनने के लिए नहीं है. यह चुनाव केंद्र में एक मजबूत सरकार बनाने के लिए है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि 'इस मैदान पर ही 10 साल पहले मैंने कहा था कि आप मुझ पर भरोसा रखें. मैं दशकों पुराने मुद्दों का समाधान करूंगा. मैंने महिलाओं के मान-सम्मान की रक्षा की गारंटी दी थी. लोगों को अगले 5 साल तक मुफ्त राशन मिलेगा, जम्मू-कश्मीर के लोगों को आयुष्मान चिकित्सा बीमा कवर मिल रहा है. दूर-दराज के इलाकों में सड़कें बनी हैं. दूर-दराज के इलाकों तक मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंचाई गई है. मोदी की गारंटी का मतलब है पूरी करने की गारंटी.'
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दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश

  • आम आदमी पार्टी ने कर दिया बड़ा दावा
नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल के कथित शराब घोटाले में जेल जाने के बाद सबसे बड़ी मुश्किलों से घिरी आम आदमी पार्टी ने बड़ा दावा किया है। आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को दावा किया कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगने जा रहा है। केजरीवाल सरकार की मंत्री और पार्टी की बड़ी नेता आतिशी ने कहा है कि उन्हें विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिली है। आतिशी ने 5 ऐसे संकेत भी गिनाए जिन्हें वह राष्ट्रपति शासन के लक्षण के रूप में देख रही हैं। उन्होंने कहा है कि दिल्ली की सरकार को गिराने के लिए यह दिखाने का प्रयास किया जा रहा है कि संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया है।
आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा- हमें पता चला है कि आने वाले कुछ दिनों में केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है। इसके कई संकेत पिछले कुछ दिनों से दिख रहे हैं। हम कई दिनों से देख रहे हैं कि दिल्ली में किसी भी अफसर की पोस्टिंग नहीं हो रही है। आईएएस अधिकारियों की पोस्टिंग गृहमंत्रालय की ओर से की जाती है। दिल्ली में कई विभाग खाली हैं वहां अफसर तैनात नहीं है, लेकिन वहां तैनाती नहीं की जा रही है। एलजी साहब एक सप्ताह से गृहमंत्रालय को बार-बार दिल्ली सरकार को लेकर चिट्ठियां लिख रहे हैं। चौथा दिल्ली सरकार के अफसरों ने मॉडल कोड ऑफ कनडक्ट का बहाना बनाकर बैठकों में आना बंद कर दिया है। 20 साल पुराने केस का बहाना बनाकर मुख्यमंत्री के निजी सचिव को बर्खास्त कर दिया गया है। केजरीवाल की सरकार को गिराने और राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश रची जा रही है।
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कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भाजपा-वाम दलों पर लगाया साठगांठ का आरोप

  • बोले- इससे सिर्फ BJP का फायदा
तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने एक बार फिर भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने तिरुवनंतपुरम में वाम दलों पर भाजपा विरोधी वोटों को विभाजित करने का आरोप लगाया है। कहा कि वाम दल दावा करते हैं कि वे विपक्षी एकता के बारे में बहुत चिंतित हैं, लेकिन वह यह बताने में नाकामयाब है कि वह भाजपा के कुशासन पर ध्यान देने की बजाय आखिर अपनी ऊर्जा उन्हें गिराने क्यों लगा रहा है।
केरल के तिरुवनंतपुरम में त्रिकोणीय मुकाबला होना है। यहां कांग्रेस की ओर से शशि थरूर, भाजपा की ओर से राजीव चंद्रशेखर और माकपा की ओर से रविंद्रन चुनावी मैदान में हैं। थरूर ने कहा कि यह विडंबना है कि वाम दल संसदीय सीट पर भाजपा विरोधी मतों को बांटना चाहता है और वायनाड में गठबंधन धर्म का प्रचार करना चाहता है, जहां से राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं। 
एक इंटरव्यू में शशि थरूर ने कहा कि वाम दलों ने उनके खिलाफ हमेशा ऐसा किया है और वह इसके लिए उनकी आलोचना नहीं कर सकते क्योंकि उन्होंने साल 2009 में उनसे यह सीट ली थी। उन्होंने आगे कहा, 'उनके पूरे प्रचार अभियान का मुझ पर हमला करना दिखाता है कि वह केवल भाजपा की मदद कर रहे हैं। वाम दल दावा करते हैं कि वे विपक्षी एकता को लेकर परेशान है, लेकिन वे भाजपा के कुशासन पर ध्यान देने की बजाय अपनी ऊर्जा मुझे नीचा दिखाने में क्यों लगा रहे हैं, यह बताने में असफल रहे हैं।' 
उन्होंने राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर भाकपा की आपत्ति का जिक्र करते हुए कहा, 'जानबूझकर या अन्यथा, उनका अभियान लगभग पूरी तरह से मेरे खिलाफ रहा है। उदाहरण के लिए, मुझ पर फलस्तीन विरोधी और मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगाया गया है, जो पूरी तरह से बकवास है। विडंबना यह है कि वे यहां भाजपा विरोधी वोटों को बांटना चाहते हैं और वायनाड में गठबंधन धर्म का प्रचार करना चाहते हैं।'
थरूर ने यह भी कहा कि वह निर्वाचन क्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वियों के साथ बहस करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि वे इसमें दिलचस्पी नहीं रखते हैं और उन्होंने विभिन्न संगठनों से चर्चा के लिए कई निमंत्रण ठुकरा दिए हैं। 
कांग्रेस की कार्यकारी समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि उनकी हिचकिचाहट कहां से आती है। मैं सिर्फ अपने किए गए कामों पर बहस कर सकता हूं। किसी से भी बहस करने का मेरा विश्वास मेरे संसदीय क्षेत्र के लोगों के लिए किए गए कामों के कारण हैं। वहीं राष्ट्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर मेरे द्वारा अपनाए गए रुख के प्रति मेरे दृढ़ विश्वास से यह कह सकता हूं कि मैं बहस कर सकता हूं।' 
उन्होंने प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती देते हुए कहा, 'हमें विकास और राजनीति पर बहस करनी चाहिए। आइए हम महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता और भाजपा के 10 सालों तक नफरत की राजनीति के प्रचार पर बहस करें। साथ ही तिरुवनंतपुरम के विकास पर बहस और पिछले 15 सालों में दिखाई देने वाली प्रगति पर चर्चा करें।'
यह पूछे जाने पर कि तिरुवनंतपुरम से लगातार चौथी बार चुनाव लड़ने के बाद वह 'थकान फैक्टर' को कैसे हराएंगे, थरूर ने तर्क दिया कि जब ठहराव होता है तो थकान खत्म हो जाती है और सांसद के रूप में मेरे कार्यकाल में इसके अलावा कुछ नहीं देखा गया है।'
उन्होंने कहा, 'मेरी प्राथमिक चिंता मेरे मतदाताओं की भलाई रही है और मुझे विश्वास है कि तिरुवनंतपुरम के लोग फिर से मुझ पर अपना विश्वास व्यक्त करेंगे। जिन्होंने मुझे 15 वर्षों तक एक्शन में देखा है, उनके पास निर्वाचन क्षेत्र के लिए मेरी सेवाओं और संसद में राष्ट्रीय मुद्दों पर और विश्व मंच पर मेरे रुख की सराहना करने के कई कारण हैं।'
थरूर ने कहा कि जहां तक पिछले 15 साल में निर्वाचन क्षेत्र के लिए उनकी उपलब्धियों की बात है तो उन्होंने 68 पन्नों की रिपोर्ट जारी की है जिसमें पूरे विवरण के साथ सभी आकलन कर सकते हैं। थरूर ने कहा, ''अगर किसी भी रूप में ताकत कम दिख रही है तो वह भाजपा द्वारा राष्ट्रीय राजनीतिक विमर्श में डाली गई विभाजनकारी नफरत के कारण है और यही एकमात्र चीज है जिसके खिलाफ तिरुवनंतपुरम के लोग 2024 में मतदान करेंगे।
कांग्रेस और भाकपा इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के तहत राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन में हैं, लेकिन केरल में वे प्रतिद्वंद्वी राज्य ब्लॉकों- यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के हिस्से के रूप में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। 
2009 में इस सीट के लिए चुने गए थरूर ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए-1 और यूपीए-2 सरकारों में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री और विदेश राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया था। थरूर ने 2019 के आम चुनावों में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी पर 99,989 मतों के अंतर से हैट्रिक लगाई थी। केरल में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा और मतों की गिनती चार जून को देशभर में होगी। 
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CM ममता बनर्जी ने ईद-उल-फितर पर एक सभा को किया संबोधित

  • कहा- देश के लिए खून बहाने को तैयार हूं, सीएए, एनआरसी, यूसीसी को स्वीकार नहीं करूंगी
कोलकाता (एएनआई)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि वह नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और वर्दी को लागू नहीं होने देंगी। राज्य में नागरिक संहिता (यूसीसी)। पश्चिम बंगाल ने कहा, "हम देश के लिए खून बहाने को तैयार हैं लेकिन देश के लिए अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। समान नागरिक संहिता स्वीकार्य नहीं है। मैं सभी धर्मों के बीच सद्भाव चाहता हूं। आपकी सुरक्षा। आपकी जिंदगी। कोई एनआरसी नहीं, कोई सीएए नहीं।" सीएम ने ईद-उल-फितर के मौके पर कोलकाता में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा।
केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर बीजेपी सरकार पर तीखा हमला करते हुए टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, "अगर कोई विस्फोट होता है, तो वे (बीजेपी) सभी को गिरफ्तार करने के लिए एनआईए भेजते हैं। सभी को गिरफ्तार करने से आपका देश उजाड़ हो जाएगा। हम चाहते हैं।" सुंदर आकाश जिसके लिए सभी को एक साथ रहना होगा यदि कोई दंगा करने आता है, तो आपको चुप रहना चाहिए, अपना दिमाग ठंडा रखना चाहिए।
पश्चिम बंगाल की सीएम ने कोलकाता में अपने संबोधन के दौरान ईद की शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने कहा, "ईद मुबारक। यह खुशियों की ईद है। यह ताकत देने की ईद है। एक महीने तक बिना पानी पिए रोजा रखकर इस ईद को मनाना बहुत बड़ी बात है।" सीएम ममता बनर्जी के आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा गया, " ईद-उल-फितर के इस खुशी के मौके पर सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। यह ईद सभी के लिए खुशी, शांति और समृद्धि लाए।" इस बीच, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ सहित कई शीर्ष नेताओं ने भी ईद-उल-फितर की शुभकामनाएं दीं। रमज़ान के पवित्र महीने को समाप्त करना और एक नई आध्यात्मिक यात्रा शुरू करना एक नए इस्लामी वर्ष की शुरुआत का भी प्रतीक है। ईद-उल-फितर महीने भर चलने वाले रमज़ान के उपवास और शव्वाल की शुरुआत का प्रतीक है, जो इस्लामी कैलेंडर के अनुसार दसवां महीना है। चूँकि रमज़ान महीने के ख़त्म होने और ईद मनाने के लिए चाँद का दीदार करना ज़रूरी है, इसलिए इसे अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता है, आमतौर पर एक दिन के अंतर के साथ। (एएनआई)
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जब-जब कमजोर सरकार आई, दुश्मनों ने फायदा उठाया : PM मोदी

  • आज तिरंगा युद्ध क्षेत्र में सुरक्षा की गारंटी : प्रधानमंत्री
ऋषिकेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ऋषिकेश में चुनावी बिगुल फूंकते हुए कहा कि जब-जब देश में कमजोर और अस्थिर सरकार रही है, तब-तब दुश्मनों ने फायदा उठाया है और आतंकवाद ने पैर पसारे। आज देश में मोदी की मजबूत सरकार है, इसलिए आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा जाता है। भारत का तिरंगा युद्ध क्षेत्र में भी सुरक्षा की गारंटी बन जाता है।
पीएम मोदी ने कहा, सात दशक बाद जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 निरस्त किया गया। ये भाजपा की मजबूत सरकार ही है, जिसने तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया। ये भाजपा की मजबूत सरकार ही है, जिसने महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण दिया। आज देश में ऐसी सरकार है जिसने बीते 10 साल में भारत को पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा मजबूत बना दिया है।
सभा को संबोधित करने से पहले पीएम मोदी ने सभी को नवरात्रि की शुभकामनाएं दी और देवभूमि को नमन करते हुए सभी देवी देवताओं को प्रणाम किया। पीएम मोदी ने कहा कि मां गंगा के सानिध्य में बसे 4 धामों के द्वार ऋषिकेश में इतनी बड़ी विशाल संख्या और उत्साह उमंग के साथ आप आशीर्वाद देने आए हैं, मैं आप सब का आभारी हूँ।
पीएम मोदी ने कहा, अब सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 फीसदी आरक्षण दिया गया है। कांग्रेस की सरकार होती तो वन रैंक वन पेंशन लागू नहीं होती। लेकिन यह मोदी ने कर दिखाया है। यह मोदी है जिसने वन रैंक वन पेंशन को लागू कर एक लाख करोड़ से ज्यादा उनके खाते में पहुंचा दिया। पीएम ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी, तब लोगों के हक का पैसा बिचौलिए खा जाते थे। अब लोगों के हक का पैसा सीधे उनके बैंक खाते में हस्तांतरित किया जा रहा है। ये लूट मोदी ने बंद की है, इसलिए मोदी पर उनका गुस्सा सातवें आसमान पर है।
उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस के नेताओं के लिए तो पहले दिल्ली का शाही परिवार और फिर अपना परिवार ही सब कुछ है। लेकिन मोदी के लिए तो भारत ही मेरा परिवार है। उन्होंने कहा, कांग्रेस विकास और विरासत दोनों की विरोधी है। कांग्रेस ने प्रभु राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए, राम मंदिर का विरोध किया, जितने अड़ंगे डालने थे डाले। इसके बाद भी राम मंदिर निर्माण वालों ने कांग्रेस के सभी गुनाहों को माफ कर दिया और उन्हें प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया। लेकिन कांग्रेस ने उसका भी बहिष्कार कर दिया। अब तो कांग्रेस ने प्रण लिया है, हिंदू धर्म में जो शक्ति है, उसका विनाश करेंगे। उत्तराखंड की आस्था को तबाह करने की जो साजिशें चल रही हैं, उसमें कांग्रेस की ये बातें आग में घी का काम करेंगी। उत्तराखंड की संस्कृति की रक्षा करना, हम सभी का दायित्व है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा, कांग्रेस की कमजोर सरकार सीमाओं पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर नही बना पाई। आज पूरी सीमा पर आधुनिक सड़के और सुरंगें बन रही हैं। एक बार केदारनाथ धाम के दर्शन करने के बाद मेरे मुंह से अचानक ही निकला था कि यह दशक उत्तराखंड का दशक है। सरकार उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रही है।
इससे पहले उत्तराखंड के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
मंच पर पौड़ी से बीजेपी उम्मीदवार अनिल बलूनी ने प्रधानमंत्री मोदी को भगवान की तस्वीर भेंट की। इसके बाद हरिद्वार सीट से बीजेपी उम्मीदवार त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी प्रधानमंत्री मोदी को मां गंगा की मूर्ति भेंट की। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच से उत्तराखण्ड का वाद्ययंत्र हुड़गा बजाया। जिसके बाद जनता ने मोदी मोदी के जमकर नारे लगाए।
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उत्तर से दक्षिण तक गूंज रहा है फिर एक बार मोदी सरकार का नारा : मोदी

  • प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के ऋषिकेश में चुनावी रैली को किया संबोधित
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के ऋषिकेश में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मंच पर डमरू भी बजाया। पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत गढ़वाली भाषा से की।
पीएम मोदी ने कहा, "कल मैं भारत के दक्षिणी छोर पर, सागर तट पर बसे तमिलनाडु में था और वहां पर भी लोग कह रहे हैं- फिर एक बार मोदी सरकार। आज हिमालय की गोद में बाबा केदार और बद्री विशाल की चरणों में हूं और यहां भी वही गूंज है- फिर एक बार मोदी सरकार।"
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने राम मंदिर का ज्रिक कर कहा कि कांग्रेस विकास और विरासत दोनों की विरोधी है। कांग्रेस ने प्रभु श्री राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए हैं। ये कांग्रेस ही है, जिसने पहले राम मंदिर का विरोध किया। राम मंदिर के निर्माण से पहले अड़ंगे डालने की कोशिश की। अदालत में रुकावट डालने की कोशिश की। लेकिन, राम मंदिर बनाने वालों ने कांग्रेस के सारे गुनाह माफ करके उन्हें निमंत्रण (प्राण प्रतिष्ठा का) दिया। मगर, उन्होंने घर पर निमंत्रण पाने के बाद भी प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर आने से इनकार कर दिया। कांग्रेस के नेताओं ने इस आयोजन का भी बहिष्कार किया।
पीएम मोदी ने आगे कहा, "अब तो कांग्रेस ने प्रण लिया है, सार्वजनिक रूप से घोषणा की है कि हिंदू धर्म में जो शक्ति है, उसका विनाश करेंगे। ये कांग्रेस शक्ति स्वरूपा मां धारी देवी, मां चंद्रबदनी, मां ज्वाल्पा देवी को खत्म करना चाहती है। उत्तराखंड की आस्था को तबाह करने की जो साजिशें चल रही हैं, उसमें कांग्रेस की ये बातें आग में घी का काम करेंगी। उत्तराखंड की संस्कृति की रक्षा करना, हम सभी का दायित्व है।"
पीएम मोदी ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, "जब कांग्रेस की सरकार थी, तब लोगों के हक का पैसा बिचौलिए खा जाते थे। अब लोगों के हक का पैसा सीधे उनके बैंक खाते में भेजा जा रहा है। ये लूट मोदी ने बंद की है, इसलिए मोदी पर उनका गुस्सा सातवें आसमान पर है। कांग्रेस के नेताओं के लिए तो पहले दिल्ली का शाही परिवार और फिर अपना परिवार ही सब कुछ है। लेकिन, मोदी के लिए तो मेरा भारत ही मेरा परिवार है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय में तो जवानों के पास बुलेटप्रूफ जैकेट तक की कमी थी। दुश्मन की गोली से बचने के लिए जवानों के पास पुख्ता इंतजाम तक नहीं थे। ये भाजपा है, जिसने भारत में बनी बुलेटप्रूफ जैकेट अपने सैनिकों को दी, उनके जीवन की रक्षा की। आज आधुनिक रायफल से लेकर लड़ाकू विमान और विमानवाहक पोत तक देश में ही बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में मोदी की मजबूत सरकार है, इसलिए आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा जाता है। भारत का तिरंगा युद्ध क्षेत्र में भी सुरक्षा की गारंटी बन जाता है। सात दशक बाद जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 निरस्त किया गया। तीन तलाक के खिलाफ काननू बना। महिलाओं को लोकसभा, विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण मिला। सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण मिला। आज देश में ऐसी सरकार है, जिसने बीते 10 वर्ष में भारत को पहले की तुलना में कई गुना मजबूत कर दिया है। जब-जब देश में कमजोर और अस्थिर सरकार रही है, तब-तब दुश्मनों ने फायदा उठाया और आतंकवाद ने पैर पसारे।
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आने वाले वर्षों में भारत बनेगा दुनिया की महाशक्ति : राजनाथ सिंह

रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार जनार्दन मिश्रा के समर्थन में देवतालाब में आयोजित जनसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दुनिया में भारत के प्रति धारणा बदल गई है, आने वाले वर्षों में भारत दुनिया की महाशक्ति बन जाएगा।
उन्होंने राम मंदिर को लेकर कहा कि भाजपा अपने घोषणापत्र में इसके बारे में लगातार कहती आई है और आज भगवान राम का मंदिर अयोध्या में बन गया है। यह राम राज्य आने का संकेत है। राम राज्य का अर्थ है जब लोगों में अधिकार नहीं, बल्कि कर्तव्य बोध हो। हम लोगों ने धारा 370 खत्म करने की बात की थी, खत्म हो गई। तीन तलाक खत्म करने की बात कही थी, उस पर अमल किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि केंद्र सरकार किसानों के संदर्भ में बड़े फैसले करने जा रही है। सवा सौ करोड़ की लागत से देश में लगभग 700 गोदाम बनाए जाएंगे। किसान इसमें अपनी उपज को रख सकेंगे और दाम बढ़ने पर बेच भी सकेंगे। जब वे अपनी उपज को गोदाम में रखेंगे तो उन्हें कुछ राशि भी मिल जाएगी।
देश में गरीबों की स्थिति में आए बदलाव का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि बीते 10 साल में देश के लगभग 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। केंद्र सरकार गरीबों को मुफ्त राशन दे रही है, वह 2029 तक मिलता रहेगा।
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उत्तराखंड में मोदी ने कहा- अब आतंकियों को घर में घुसकर मारा जाता है

देहरादून (एएनआई)। उरी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार के 10 वर्षों में "आतंकवादी मारे जा रहे हैं।" खुद का घर'' उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार द्वारा लिए गए प्रमुख फैसलों पर प्रकाश डाला और इस बात पर जोर दिया कि यह एनडीए शासन के तहत था कि जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया था।
"आज देश में एक मजबूत सरकार है। इसके तहत 'मज़बूत मोदी सरकार, आतंकवादियों को घर में घुस के मार जाता है'। भारतीय तिरंगा युद्ध क्षेत्र में भी सुरक्षा की गारंटी बन गया है। सात दशकों के बाद, लेख पीएम ने कहा, ''जम्मू-कश्मीर से 370 हटाया गया और तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया, जिसने संसद में 33 फीसदी आरक्षण सुनिश्चित किया और सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 फीसदी आरक्षण मिला.'' उन्होंने यह भी कहा कि जब भी देश में कमजोर सरकार रही है, दुश्मनों ने फायदा उठाया है।
कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ''कांग्रेस के शासनकाल में जवानों के पास बुलेटप्रूफ जैकेट तक नहीं होती थी. दुश्मन की गोलियों से बचाने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं थी. यह बीजेपी ही थी जिसने भारत में बनी बुलेटप्रूफ जैकेट दीं.'' अपने सैनिकों को, अपनी जान बचाते हुए, आज आधुनिक राइफलों से लेकर लड़ाकू विमान और विमानवाहक पोत तक सब कुछ देश में ही बनाया जा रहा है।" उत्तराखंड में पांच लोकसभा सीटें हैं और राज्य में 19 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होगा।
एनडीए ने माला राज्य लक्ष्मी शाह, अनिल बलूनी, अजय टम्टा, अजय भट्ट और त्रिवेन्द्र सिंह रावत को टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, अल्मोडा से मैदान में उतारा है। एससी), नैनीताल-उधमसिंह नगर और हरिद्वार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमशः। भारत ने जोत सिंह गुंटसोला (कांग्रेस), गणेश गोदियाल (कांग्रेस), प्रदीप टम्टा (कांग्रेस), प्रकाश जोशी (कांग्रेस) और वीरेंद्र रावत (कांग्रेस) को टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, अल्मोडा (एससी), नैनीताल-उधमसिंह के लिए अपना उम्मीदवार नामित किया है। नगर और हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र। जबकि उत्तराखंड में दो लोकसभा सीटें - नैनीताल-उधम सिंह नगर और अल्मोडा - कुमाऊं क्षेत्र में स्थित हैं, शेष तीन सीटें हरिद्वार, टिहरी गढ़वाल और गढ़वाल (पौड़ी) गढ़वाल क्षेत्र में हैं। भाजपा उत्तराखंड की सभी पांच लोकसभा सीटों पर एक बार फिर से परचम लहराने की कोशिश कर रही है, जिसने 2014 और 2019 दोनों आम चुनावों में राज्य के सभी संसदीय क्षेत्रों में जीत हासिल की थी। केंद्रीय पर्यटन और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को 3,39,096 वोटों से हराकर नैनीताल-उधम सिंह नगर सीट जीती थी। उनकी जीत का अंतर चार अन्य विजयी भाजपा उम्मीदवारों में सबसे बड़ा था। (एएनआई)
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लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए नामांकन कल से : ईसीआई

नई दिल्ली (एएनआई)। चुनाव आयोग ने कहा कि 2024 के आम चुनाव के तीसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करना शुक्रवार से शुरू होगा।चुनाव आयोग ने गुरुवार को कहा, "आम चुनाव 2024 के तीसरे चरण के लिए नामांकन कल से शुरू होगा।" तीसरे चरण के तहत मतदान 7 मई को 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के 94 निर्वाचन क्षेत्रों में होगा। सभी चुनावों के लिए वोटों की गिनती 4 जून को होगी।लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे, जिसमें मतदाता शामिल होंगे। देशमें 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को मतदान होने जा रहा है। लोकसभा चुनाव के लिए 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 94 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों (पीसी) के लिए राजपत्र अधिसूचना जारी की गई है। ईसीआई द्वारा जारी बयान में कहा गया, ''सभा 2024 कल जारी की जाएगी।''
इसमें कहा गया है कि मध्य प्रदेश के 29-बैतूल (एसटी) संसदीय क्षेत्र में स्थगित मतदान के लिए अलग से अधिसूचना भी कल जारी की जाएगी।मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर लोकसभा चुनाव, जो 26 अप्रैल को दूसरे चरण में होना था, एक बसपा उम्मीदवार की मृत्यु के बाद स्थगित कर दिया गया था।9 अप्रैल को बसपा उम्मीदवार की मृत्यु हो गई और रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 52 के तहत चुनाव स्थगित कर दिया गया।चरण 3 में शामिल राज्य और केंद्र शासित प्रदेश असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, गोवा, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल हैं।चरण 3 के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 अप्रैल है और नामांकन की जांच 20 अप्रैल है।नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 22 अप्रैल है। (एएनआई)
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कड़ी सुरक्षा के बीच नोएडा-ग्रेटर नोएडा में मनाई जा रही है ईद

  • संवेदनशील इलाकों में पुलिस का मार्च
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने ईद-उल-फितर त्योहार के मद्देनजर पुलिस अधिकारियों के साथ ईदगाह, मस्जिदों व संवेदनशील इलाकों का भ्रमण किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
गौतमबुद्ध नगर के अलग-अलग संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और साथ ही जगह-जगह पुलिस बल द्वारा पैदल मार्च भी किया जा रहा है ताकि ईद-उल-फितर का यह त्योहार शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाया जा सके।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा की मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज अता की। एक दूसरे को गले मिल कर बधाइयां दी और उसके बाद पूरा दिन यह त्यौहार मनाया जाएगा।
पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्ध नगर लक्ष्मी सिंह ने भ्रमण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए स्थानीय लोगों से संवाद किया एवं उन्हें ईद के त्योहार की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लोगों से त्योहार शांतिपूर्वक, सौहार्दपूर्ण मनाने व शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस का सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने मस्जिदों व संवेदनशील स्थानों पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल को ब्रीफ करते हुए सतर्कता पूर्वक ड्यूटी करने व सचेत रहने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
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महेंद्रगढ़ जिले में बस पलटने से 8 बच्चों की मौत

  • 15 से अधिक घायल
हरियाणा। हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में करीब 40 स्कूली बच्चों को लेकर जा रही बस पलट गई। दिल दहला देने वाले हादसे में 8 बच्चों की मौत हो गई है। वहीं, 15 से अधिक घायल हो गए हैं। आपको बता दें कि ईद-उल-फितर की छुट्टी घोषित होने के बावजूद स्कूल खुला हुआ था। इसको लेकर अभिवावक सवाल भी उठा रहे हैं।
पुलिस ने कहा है कि बच्चों को ले जा रही एक जीएल पब्लिक स्कूल की बस नारनौल में उन्हानी गांव के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। इस घटना में 8 बच्चों की मौत हो चुकी है। कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं। हादसे के बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि दुर्घटना के समय ड्राइवर शायद शराब के नशे में था। दूसरी ओर, पुलिस ने कहा कि दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “घायल छात्रों को महेंद्रगढ़ और नारनौल के विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया। आधिकारिक दस्तावेजों से पता चलता है कि बस का फिटनेस प्रमाणपत्र छह साल पहले 2018 में समाप्त हो गया था।”
महेंद्रगढ़ के पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को फोन पर बताया कि बस के चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे जब उन खबरों के बारे में पूछा गया जिसमें चालक के नशे में होने का दावा किया जा रहा है। इस पर उन्होंने कहा, ''हमने चालक को गिरफ्तार कर लिया है और उसकी मेडिकल जांच की जा रही है जिसके बाद ही हम पुष्टि कर पाएंगे कि वह वास्तव में नशे में था या नहीं।''एसपी ने कहा कि कुछ खबरों में यह भी दावा किया जा रहा है कि बस चालक ने लापरवाही से गाड़ी चलाई।
शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि उन्होंने उपायुक्त और महेंद्रगढ़ के पुलिस अधीक्षक से उस अस्पताल का दौरा करने और मामले की जांच शुरू करने के लिए कहा है।
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अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार नौकरी से बर्खास्त

  • 3 दिन पहले ईडी ने की थी पूछताछ
नई दिल्ली। सतर्कता निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार की सेवाएं समाप्त कर दीं। विशेष सचिव सतर्कता वाईवीवीजे राजशेखर ने कुमार के खिलाफ लंबित 2007 के एक मामले का हवाला देते हुए आदेश पारित किया। बिभव कुमार को उनके पद से तब हटाया गया, जब प्रवर्तन निदेशालय ने 8 अप्रैल को दिल्ली शराब नीति मामले में उनसे पूछताछ की। ईडी अधिकारियों ने कहा कि उनका बयान धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया था।
विभाग के विशेष सचिव वाईवीवीजे राजशेखर के अनुसार, विभव कुमार पर यह कार्रवाई लंबित 2007 के एक मामले का हवाला देते हुए की गई है। जिसमें उन पर सरकारी काम में बाधा डालने और शिकायतकर्ता को गाली देने या धमकी देने का आरोप लगाया गया था। जारी आदेश में कहा गया है कि विभव कुमार को आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो के निजी सचिव के पद से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।
सतर्कता विभाग ने कहा कि विभव कुमार की नियुक्ति से पहले उनके लंबित आपराधिक मामले के संबंध में पृष्ठभूमि की जांच नहीं की गई थी। उनके खिलाफ आईपीसी धारा 353, 504 और 506 के तहत दर्ज मामला दर्ज है। मामला लंबित होने के बावजूद उनकी नियुक्ति की गई। उनकी नियुक्ति प्रक्रिया में नियमों का पालन नहीं किया गया। इसलिए नियुक्ति अवैध और अमान्य है।
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देशभर में ईद-उल-फितर का जश्न, प्रयागराज में नमाजियों पर बरसाए गए फूल

  • भोपाल में मौलाना बोले- गाय-बैल के कारोबार से दूर रहें
नई दिल्ली/भोपाल/जयपुर/पटना। देशभर में गुरुवार को ईद-उल-फितर मनाई जा रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, समेत कई दिग्गज नेताओं और हस्तियों ने सोशल मीडिया के जरिए ईद की मुबारकबाद दी।
प्रयागराज में नमाज पढ़ने पहुंचे नमाजियों पर फूल बरसाए गए। आगरा के ताजमहल में भी हजारों नमाजियों ने ईद की नमाज पढ़ी। सिलिगुड़ी में स्टेडियम में ईद की नमाज पढ़ी गई।
मध्यप्रदेश में एशिया की ताजुल मस्जिद में सबसे पहले नमाज पढ़ी गई। इस दौरान मुफ्ती अब्दुल कलाम ने मुसलमानों से गाय-बैल के कारोबार से दूर रहने की सलाह दी।
भोपाल में सबसे पहले ईदगाह में सुबह 7: 15 बजे ईद की नमाज अदा हुई। यहां शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी नमाज अदा कराई। राजधानी भोपाल में ताजुल मसाजिद में ईद की नमाज के बाद हुई तकरीर (प्रवचन) में मुफ्ती अब्दुल कलाम ने मुसलमानों से गाय-बैल के कारोबार से बचने की सलाह दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर बनाई जा रही मुसलमानों की छवि पर भी चिंता व्यक्त की।
यूपी में गुरुवार को ईद मनाई जा रही है। लखनऊ में ऐशबाग ईदगाह पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, डिप्टी CM ब्रजेश पाठक और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पहुंचे हैं। लोगों को ईद की बधाई दी। यूपी में करीब 29 हजार 439 मस्जिदों और 3865 ईदगाहों में ईद-उल-फितर की नमाज पढ़ी गई। कानपुर की बड़ी ईदगाह में पहली शिफ्ट में तकरीबन दो लाख लोगों ने नमाज अदा की।
हरियाणा के नूंह जिले में 9 गांवों के किसानों ने ईद के त्योहार पर काली पट्टी बांधकर नमाज अदा कर अपना रोष जताया। किसानों ने कहा कि डेढ़ माह से किसान धरने पर बैठे हैं, सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहीं है। सरकार को जगाने के लिए किसानों ने ईद की नमाज काली पट्टी बांधकर अता की। किसानों को जमीन अधिग्रहण के 25-25 लाख रुपए नहीं दिए गए हैं। इसी के चलते किसान धीरदोका गांव में डेढ़ माह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।
पटना के गांधी मैदान में हर साल की तरह इस बार भी हजारों की संख्या में अकीदतमंद ईद की नमाज पढ़ने पहुंचे। लगभग 30 हजार से ज्यादा लोगों ने गांधी मैदान में ईद की नमाज अदा की। इसमें CM नीतीश कुमार भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री करीब 15 मिनट बाद गांधी मैदान से अपने आवास के लिए निकल गए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से कोई बात नहीं की।
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एनआईए को फंसाकर ब्लास्ट के आरोपियों को बचाना चाहती हैं ममता बनर्जी : अमित शाह

कोलकाता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2022 के भूपतिनगर विस्फोट मामले के आरोपियों को बचा रही हैं और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों को फंसाने की कोशिश कर रही हैं।
बालुरघाट से पार्टी उम्मीदवार और पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के समर्थन में दक्षिण दिनाजपुर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “वहां एक विस्फोट हुआ था। क्या ब्लास्ट के आरोपियों पर कार्रवाई जरूरी नहीं? लेकिन जब एनआईए अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू की और उन पर हमला किया गया, तो मुख्यमंत्री केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों पर मामला दर्ज कर जांच अधिकारी को फंसाने का प्रयास कर रही हैं।”
उन्होंने कहा कि चूंकि एनआईए अधिकारी कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच कर रहे हैं, इसलिए वे विस्फोट के पीछे के आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री ने पश्चिम बंगाल में पड़ोसी देश से लोगों के आने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला बोला।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “मुख्यमंत्री कभी भी अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं करेंगी। वे उनकी पार्टी के वोट बैंक हैं। असम में पहले भी अवैध प्रवास की समस्या थी, लेकिन बीजेपी के सत्ता में आने के बाद अब यह पूरी तरह से बंद हो गया है। इसलिए मैं आज कह रहा हूं कि अगर आने वाले दिनों में भाजपा राज्य में सत्ता में आती है तो पश्चिम बंगाल में भी अवैध प्रवास को पूरी तरह से रोक दिया जाएगा।”
अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के चलते तीन तलाक प्रथा को खत्म करने या सीएए लाने का विरोध करती हैं। उन्होंने कहा, “तीन तलाक के उन्मूलन से लाखों अल्पसंख्यक महिलाओं को राहत मिली है। सीएए अधिसूचना उन शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए है जो धार्मिक कट्टरता के शिकार हैं।” अंत में अमित शाह ने कहा कि भाजपा को राष्ट्रीय स्तर पर 370 से अधिक का आंकड़ा हासिल करने के लिए पश्चिम बंगाल में 30 का आंकड़ा पार करना होगा।
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द्रमुक ने तमिलनाडु के लोगों को पुरानी सोच में फंसाये रखा है : PM मोदी

चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि द्रमुक ने तमिलनाडु को न सिर्फ पुरानी सोच और पुरानी राजनीति में जकड़ कर रखा है बल्कि 'फूट डालो, फूट डालो और फूट डालो' और राज करो के अपने एजेंडा को भी पूरी ताकत से आगे बढ़ा रहा है।
वेल्लोर फोर्ट मैदान से वेल्लोर, कृष्णागिरि, धर्मपुरी, अरणी, अरक्कोणम और तिरुवन्नामलाई लोकसभा सीटों के भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने द्रमुक पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का भी आरोप लगाया।
द्रमुक की राजनीति पर अफसोस जताते हुए उन्होंने कहा, "द्रमुक पारिवारिक राजनीति, भ्रष्टाचार और तमिल विरोधी संस्कृति को आधार बनाकर चुनाव लड़ता है।" उन्होंने कहा कि द्रमुक के परिवार ने तमिलनाडु के युवाओं को अस्थिर कर दिया है और व्यवस्थित लूट को बढ़ावा दिया है, जिससे तमिलनाडु विकास से वंचित रह गया है।
उन्होंने कहा, "भ्रष्टाचार द्रमुक का कॉपीराइट है।" प्रधानमंत्री ने द्रमुक की राजनीति पर हमला करते हुए उल्लेख किया कि पार्टी ने नए संसद भवन में 'पवित्र सेंगोल' की 'स्थापना' का भी बहिष्कार किया था, जो भारत की स्वतंत्रता का संस्थापक प्रतीक है।
उन्होंने कहा, "हमारा प्रयास हमेशा तमिल संस्कृति को बढ़ावा देने का रहा है, चाहे वह काशी-तमिल संगमम हो, सौराष्ट्र-तमिल संगमम हो या संयुक्त राष्ट्र में तमिल बोलना हो।" पीएम ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि 21वीं सदी 'विकसित भारत' और 'विकसित तमिलनाडु' के लिए बेहद अहम है।
उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने इसे सक्षम करने के लिए पिछले 10 साल में अभूतपूर्व विकास की नींव रखी है। हमने कमजोर अर्थव्यवस्था और ढेर सारे घोटालों के बीच बड़े और साहसिक फैसले लिए हैं। आज, जब भारत सभी क्षेत्रों में सर्वोपरि सफलता हासिल कर रहा है, इसमें तमिलनाडु के लोगों की कड़ी मेहनत, प्रतिभा और क्षमता का महत्वपूर्ण योगदान है।” पीएम ने कांग्रेस-द्रमुक की नीतियों पर तमिलनाडु में मछुआरों के जीवन को लगातार खतरे में डालने का आरोप लगाते हुए, "कच्चातिवु द्वीप की दुर्भाग्यपूर्ण उपेक्षा और अनदेखी" की ओर भी इशारा किया।
उन्होंने कहा, "कच्चातिवु द्वीप की उपेक्षा कांग्रेस की एक बड़ी भूल थी, जिससे तमिलनाडु में मछुआरों का जीवन हमेशा के लिए खतरे में पड़ गया है।" उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भारतीय मछुआरों को वापस लेकर आई।
तमिलनाडु के लोगों के लिए 'शक्ति' के महत्व पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 'इंडिया' गठबंधन का लक्ष्य तमिलनाडु के लोगों की प्रिय 'शक्ति' को खत्म करना है। प्रधानमंत्री ने राज्य पर केंद्र सरकार के फोकस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह तमिलनाडु में रक्षा गलियारे को आगे बढ़ा रही है जो राज्य का चेहरा बदल देगा। तमिलनाडु से अंतरिक्ष क्षेत्र में भी कई स्टार्ट-अप हैं जिन्होंने देश की अंतरिक्ष यात्राओं में मदद की है। इससे पहले वेल्लोर के लोगों ने पीएम का जोरदार स्वागत किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं वेल्लोर के इतिहास, पौराणिक कथाओं और बहादुरी को नमन करता हूं। वेल्लोर ने अंग्रेजों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण क्रांति की, और वर्तमान में, एनडीए के लिए इसका मजबूत समर्थन 'फिर एक बार मोदी सरकार' की भावना दर्शाता है।"
उन्होंने भाजपा उम्मीदवारों, ए.सी. षणमुगम (वेल्लोर), सौम्या अंबुमणि (धर्मपुरी), बालू (अरक्कोणम), सी.आर. नरसिम्हन (कृष्णागिरी), असुवथमन (तिरुवन्नामलाई), ए. गणेश कुमार (अरानी) का भी परिचय कराया और लोगों से उन्हें वोट देने की अपील की।
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कांग्रेस के घोषणापत्र में मुस्लिम लीग की छाप बताने पर राहुल गांधी ने दिया जवाब

नई दिल्ली। कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार हमला कर रही है। भाजपा कांग्रेस के घोषणापत्र को मुस्लिम लीग से प्रभावित बता रही है। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके घोषणापत्र पर सवाल उठाने पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया- ''ये चुनाव दो विचारधाराओं की लड़ाई है! एक तरफ कांग्रेस है, जिसने हमेशा भारत को जोड़ा और दूसरी तरफ वो हैं, जिन्होंने हमेशा लोगों को बांटने की कोशिश की है। इतिहास गवाह है, किसने देश का विभाजन चाहने वाली ताकतों से हाथ मिलाकर उन्हें मजबूत किया और कौन देश की एकता और स्वतंत्रता के लिए लड़ा।''
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आगे लिखा- ''कौन ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के समय अंग्रेजों के साथ खड़ा था? जब भारत की जेलें कांग्रेसी नेताओं से भर गई थी, तब कौन देश को बांटने वाली ताकतों के साथ राज्यों में सरकार चला रहा था? राजनीतिक मंचों से ‘झूठ की बौछार’ करने से इतिहास नहीं बदलता।'' इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी के कांग्रेस के घोषणापत्र में मुस्लिम लीग की छाप बताने पर जवाब दिया था। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह व उनके नॉमिनेटेड अध्यक्ष आज कांग्रेस घोषणापत्र के बारे में उल्टी-सीधी भ्रांतियां फैला रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि पीएम मोदी के भाषणों में केवल आरएसएस की बू आती है।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावी रैलियों में कांग्रेस के घोषणापत्र को झूठ का पुलिंदा करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र के हर पन्ने पर भारत के टुकड़े करने की बू आ रही है। कांग्रेस के घोषणापत्र में वही सोच झलकती है, जो सोच आजादी के समय मुस्लिम लीग में थी। मुस्लिम लीग के उस समय के विचारों को कांग्रेस आज भारत पर थोपना चाहती है।
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भाजपा ने जारी की लोकसभा उम्मीदवारों की दसवीं सूची

  • भोजपुरी स्टार पवन सिंह की जगह आसनसोल से एसएस अहलुवालिया को टिकट
नई दिल्ली। भाजपा ने बुधवार को अपने लोकसभा उम्मीदवारों की दसवीं सूची जारी कर दी। पार्टी ने लोकसभा उम्मीदवारों की इस सूची में उत्तर प्रदेश से 7, पश्चिम बंगाल से 1 और चंडीगढ़ सहित कुल 9 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं।
पार्टी ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा क्षेत्र से भोजपुरी स्टार पवन सिंह की जगह एसएस अहलुवालिया को उम्मीदवार घोषित किया है। दरअसल, पश्चिम बंगाल में अपनी उम्मीदवारी को लेकर राजनीतिक विवाद पैदा हो जाने के कारण पवन सिंह ने स्वयं आसनसोल से चुनाव लड़ने में असमर्थता जता दी थी।
वहीं, भाजपा ने फिल्म अभिनेत्री एवं चंडीगढ़ से वर्तमान लोकसभा सांसद किरण खेर का टिकट काट दिया है। पार्टी ने इस बार चंडीगढ़ से किरण खेर की बजाय संजय टंडन को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने मैनपुरी से जयवीर सिंह ठाकुर, कौशांबी से विनोद सोनकर, फूलपुर से प्रवीण पटेल, इलाहाबाद से नीरज त्रिपाठी, बलिया से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर, मछलीशहर से बीपी सरोज और गाजीपुर से पारस नाथ राय को चुनावी मैदान में उतारा है।
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