सत्य मेरा भगवान है : राहुल गांधी
23-Mar-2023 1:16:05 pm
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मोदी सरनेम विवाद में दो साल की सजा पर बोले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आज गुजरात की सूरत कोर्ट ने मानहानि के एक मामले में दो साल जेल की सजा सुनाई. सजा मिलने के बाद राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, सत्य मेरा भगवान है. मैंने किसी समुदाय को बदनाम करने के लिए कोई बयान नहीं दिया था. इसके अलावा उन्होंने एक ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के एक कोट को शेयर किया है.
कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा, मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है, सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन. सूरत कोर्ट ने उनको आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी पाते हुए 15 हजार रुपये के जुर्माने के साथ दो साल कैद की सजा सुनाई. हालांकि उनको कोर्ट से ही जमानत मिल गई, लेकिन उनकी संसद सदस्यता को लेकर खतरा पैदा हो गया है.
प्रियंका गांधी ने कहा
लोक प्रतिनिधित्व कानून के तहत किसी भी जनप्रतिनिधि को 2 साल की सजा मिलने पर उसकी सदस्यता रद्द होने का प्रावधान है. उनकी सदस्यता रद्द होते ही देश भर के नेताओं की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई. कांग्रेस महासचिव और राहुल की बहन प्रियंका ने कहा, डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड, भेद लगाकर राहुल की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. प्रियंका ने कहा, राहुल सच बोलते हुए जिए हैं, सच बोलते रहेंगे और देश के लोगों की आवाज उठाते रहेंगे. सच्चाई की ताकत और करोड़ों देशवासियों का प्यार उनके साथ है.
सजा पर भड़की कांग्रेस
कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमें तो यह पहले से ही पता था कि ऐसा होने वाला है। ये लोग बार-बार जज बदल रहे थे। दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में राहुल गांधी का नाम नहीं लिया था। खड़गे ने कहा कि यह तानाशाही सरकार है, जो ना तो चर्चा को मानती है और ना ही जांच की मांग को मानती है। ये संविधान के मुताबिक लोकतंत्र नहीं चलाना चाहते बल्कि अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं।
किस मामले पर हुई है सजा?
राहुल गांधी ने 2019 में एक चुनावी सभा में कथित तौर पर कहा था, आखिर कैसे सभी चोरों के नाम मोदी है? शिकायतकर्ता के वकील ने दावा किया, उन्होंने पूरे मोदी समुदाय को टारगेट किया. वहीं राहुल गांधी ने कोर्ट में कहा, मैंने किसी समुदाय को बदनाम करने के लिए कोई बयान नहीं दिया था. किसी को हानि पहुंचाने का मेरा कोई भी इरादा नहीं था. मेरा उद्देश्य सिर्फ भ्रष्टाचार को उजागर करना था.