धर्म समाज

खाटू श्याम जी के मंदिर में प्रवेश से पहले करें ये 5 काम

  • श्याम बाबा की कृपा बरसेगी
खाटू श्याम जी को हारे का सहारा, तीन बाण धारी और शीश का दानी जैसे कई नामों से जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि खाटू श्याम जी हारे हुए का साथ देते हैं और अपने भक्तों को सभी संकटों से बचाते हैं। दरअसल खाटू श्याम जी भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक हैं, जिनका जिक्र महाभारत युद्ध के दौरान मिलता है। ऐसे में अगर आप भी सीकर में स्थित खाटू श्याम जी के मंदिर में दर्शन करने की योजना बना रहे हैं तो ये काम जरूर करें, ताकि आपको खाटू नरेश का आशीर्वाद मिल सके।
मिले ये वरदान-
बर्बरीक को अपना शीश दान करने पर भगवान कृष्ण ने उसे आशीर्वाद दिया कि कलियुग में तुम मेरे नाम से पूजे जाओगे और प्रसिद्धि पाओगे। इसीलिए आज हम सभी उन्हें खाटू श्याम (बाबा खाटू श्याम) के नाम से जानते हैं।
इस तरह चढ़ाएं अरदास-
सबसे पहले बाबा के चरणों में अपनी अरदास या अर्जी चढ़ाने के लिए आपको लाल रंग की कलम, सूखा नारियल और लाल रंग का धागा खरीदना चाहिए। इसके बाद अपने घर के पूजा स्थल पर बैठकर एक नए पन्ने पर लाल कलम से अपनी मनोकामना लिखें। इसके बाद इस पन्ने को जिस पर मनोकामना लिखी हो मोड़ लें और अपनी श्रद्धा अनुसार दक्षिणा रख लें। इसके बाद पन्ने और दक्षिणा के साथ नारियल को लाल धागे से बांध दें। अब अपनी मनोकामना बाबा खाटू श्याम जी के मंदिर में अर्पित करें और उसकी पूर्ति की कामना करें।
इन बातों का रखें ध्यान-
अपनी मनोकामना लिखते समय ध्यान रखें कि एक बार में केवल एक ही मनोकामना लिखनी है। साथ ही ऐसी कोई भी मनोकामना न लिखें, जिसके पूर्ण होने की संभावना न हो या जिसमें किसी का अहित छिपा हो। हमेशा साफ मन से बाबा के चरणों में प्रार्थना करें और पूरी आस्था रखें।
आप ये काम कर सकते हैं-
अगर आप किसी कारणवश खाटू श्याम जी के मंदिर नहीं जा पा रहे हैं तो ऐसी स्थिति में आप अपने घर पर ही प्रार्थना कर सकते हैं। इसके लिए बाबा खाटू श्याम की मूर्ति या तस्वीर के सामने अपनी अर्जी अर्पित करें और खाटू बाबा से अपनी मनोकामना पूर्ण होने के लिए सच्चे मन से प्रार्थना करें।

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