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झारखंड ने 10वीं बोर्ड का रिजल्ट किया जारी, 91.71 परीक्षार्थी हुए सफल

रांची। झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 10वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इस वर्ष कुल 91.71 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने सफलता हासिल की है। परीक्षा के परिणाम झारखंड एकेडमिक काउंसिल की वेबसाइट जेएसी डॉट झारखंड डॉट जीओवी डॉट इन और जेएसीरिजल्ट्स डॉट कॉम पर जारी किए गए हैं।
इस लिंक पर जाकर रोल कोड एवं रोल नंबर डालकर रिजल्ट चेक किया जा सकता है। परीक्षार्थी अपनी मार्कशीट भी डाउनलोड कर सकते हैं। काउंसिल ने कहा है कि जब तक उन्हें स्कूल से मार्कशीट नहीं मिलती, तब तक जैक वेबसाइट से डाउनलोड की गई मार्कशीट ही मान्य होगी। राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग मंत्री रामदास सोरेन ने रांची के नामकुम स्थित काउंसिल सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में परिणाम जारी किए।
जैक बोर्ड 10वीं की परीक्षाएं इस वर्ष 11 फरवरी से 9 मार्च तक आयोजित की गई थीं। परीक्षा के लिए राज्य भर में 1297 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां 4 लाख 33 हजार 890 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इस वर्ष का परीक्षा परिणाम पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर रहा है। पिछले साल कुल 90.39 फीसदी परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित किए गए थे, जबकि इस बार सफल परीक्षार्थियों का प्रतिशत 91.71 है। झारखंड बोर्ड 10वीं का रिजल्ट डिजिलॉकर पर देखने की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
इसके लिए छात्रों को इसपर रजिस्ट्रेशन करना होगा। छात्र अपने रोल नंबर और नाम की डिटेल्स से रिजल्ट के लिए रजिस्ट्रेशन कर अपनी मार्कशीट डाउनलोड कर सकते हैं। जैक 10वीं रिजल्ट के बाद अगर कोई स्टूडेंट अपने नंबर से संतुष्ट नहीं हैं, तो वह पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पुनर्मूल्यांकन में उनके मार्क्स की टोटलिंग चेक की जाएगी। देखा जाएगा कि कोई प्रश्न बिना चेक हुए तो नहीं छूट गया है। इसके अलावा जो स्टूडेंट एक या दो पेपर में फेल होंगे, उनके लिए जैक बोर्ड पूरक परीक्षा भी आयोजित करेगा।
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बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा 29 मई क़ो, 1394 परीक्षार्थी होंगे शामिल

बलौदाबाजार। छतीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल रायपुर द्वारा बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा क़ा आयोजन 29 मई 2025 क़ो किया जा रहा है। जिले में परीक्षा आयोजन हेतु सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है। परीक्षा आयोजन हेतु जिले में 4 केंद्र बनाए गये  है जिसमें 1394 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
डिप्टी कलेक्टर एवं परीक्षा के नोडल अधिकारी अरुण कुमार सोनकर ने बताया कि बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा 29 मई 2025 क़ो प्रथम पाली में प्रातः 10 बजे से अपरान्ह 12:15बजे तक आयोजित होगी। परीक्षा केंद्र शासकीय डी.के.महाविद्यालय बलौदाबाजार में 480 परीक्षार्थी, शासकीय मिनी माता कन्या महाविद्यालय में 300, पंडित चक्रपाणी शुक्ल शासकीय स्वामी आत्मानंद विद्यालय बलौदाबाजार में 360, एवं पंडित लक्ष्मी प्रसाद तिवारी शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल बलौदाबाजार में 254 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
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यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा 25 मई को, जिले में 28 केंद्र

रायपुर। संघ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 25 मई को होगा। इसके लिए जिले में 28 केंद्र बनाए गए हैं। सुरक्षा जांच सहित अन्य चीजों को लेकर कड़ाई बरतने के साथ ही परीक्षार्थियों के प्रसाधन प्रयोग को लेकर भी नियम निर्धारित किए गए हैं। परीक्षार्थी अंतिम के 30 मिनट में वॉशरुम नहीं जा सकेंगे। इसके अलावा एक साथ दो परीक्षार्थियों को वॉशरूम जाने की अनुमति भी कक्ष नियंत्रक द्वारा नहीं दी जाएगी। इसके लिए उन्हें सख्त निर्देश दिए गए हैं।
यूपीएससी ऑब्जर्वर प्रियंका शुक्ला एवं कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने यूपीएससी परीक्षा के संबंध में बैठक ली। इस दौरान केंद्राध्यक्षों को नियमों की जानकारी देते हुए सख्ती से इनके पालन के लिए निर्देशित किया गया। अभ्यर्थी केवल काले कलर की बॉल पेन ही उपयोग कर सकेंगे।
पहली पाली में सुबह 9 बजे और दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे एंट्री बंद कर दी जाएगी। परीक्षा केंद्र के 500 मीटर की परिधि में ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखने कहा गया है। प्रतिबंधित गतिविधियां होने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
रायपुर के जिन 28 केंद्रों में परीक्षा आयोजित होगी, वहां 24 घंटे पहले जैमर लगाए जाएंगे। अभ्यर्थियों से कहा गया है कि वे दोनों पालियों में परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पहले केंद्र पहुंच जाएं। अभ्यर्थी पानी की पारदर्शी बोतल ला सकते हैं। उस पर किसी भी प्रकार का स्टीकर नहीं होना चाहिए।
ई-एडमिट कार्ड मान्य नहीं
मोबाइल पर ई-एडमिट कार्ड की तस्वीर दिखाने से परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं मिलेगी। अभ्यर्थियों को अपने साथ प्रवेशपत्र की छायाप्रति अनिवार्य रूप से लानी होगी। कैंडिडेट्स को वही फोटोयुक्त पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा, जो उनके परीक्षा फॉर्म में दर्ज है।
मोबाइल एप पर जानकारी भरते समय सतर्क रहने, निरीक्षण के दौरान मोबाइल केंद्राध्यक्ष के पास जमा करने, परीक्षा संबंधित घोषणाएं पब्लिक एनाउंस्मेंट सिस्टम के माध्यम से अभ्यर्थियों एवं उनके पालकों तक पहुंचाने सहित अन्य दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।
 
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युक्तियुक्तकरण से न तो स्कूल बंद होंगे और न ही पद समाप्त होंगे

  • 4 हजार स्कूल बंद होने की बात पूरी तरह भ्रामक
  • शिक्षा के अधिकार अधिनियम और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दिशानिर्देशों के अनुरूप होगा युक्तियुक्तकरण
रायपुर। छत्तीसगढ़ में विद्यालयों के युक्तियुक्तकरण को लेकर कुछ शैक्षिक संगठनों प्रश्नों और भ्रांतियां का शिक्षा विभाग ने ठोस तथ्यों के साथ अपनी स्थिति स्पष्ट की है। विभाग ने बताया है कि न तो किसी स्कूल को बंद किया जा रहा है, न ही शिक्षकों के पद समाप्त किए जा रहे हैं। युक्तियुक्तकरण की यह प्रक्रिया पूरी तरह शिक्षा के अधिकार अधिनियम और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दिशानिर्देशों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य स्कूलों में शिक्षकों की न्यायसंगत ढंग से उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
शिक्षा विभाग ने विषय के बजाय कालखंड आधारित गणना से 5000 व्याख्याता अतिशेष होने के दावे को भ्रामक बताया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों में विषय के आधार पर ही पद स्वीकृत हैं। यदि किसी विद्यालय में किसी विषय का एक ही व्याख्याता कार्यरत हैं, तो उन्हें किसी भी स्थिति में ‘अतिशेष’ नहीं माना जा रहा है। केवल उन्हीं स्कूलों की समीक्षा की जा रही है, जहां एक ही विषय में एक से अधिक व्याख्याता कार्यरत हैं या जिन विषयों में छात्र हैं ही नहीं, जैसे कि किसी विद्यालय में कॉमर्स के विद्यार्थी नहीं होने पर वहां के कॉमर्स व्याख्याता को दूसरे विद्यालय में पदस्थ किया जाएगा।
शिक्षा विभाग ने कहा है कि कुछ संगठनों द्वारा राज्य में युक्तियुक्तकरण से 4000 विद्यालय बंद होने की बात पूरी तरह से बेबुनियाद है। विभाग ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार क्लस्टर विद्यालयों की अवधारणा के तहत केवल एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और हायर सेकेंडरी स्कूलों का प्रशासनिक समायोजन किया जा रहा है। इससे कोई विद्यालय बंद नहीं होगा, और न ही किसी प्रधान पाठक का पद समाप्त किया जाएगा। इसका उद्देश्य केवल संसाधनों और प्रशासनिक संरचना को बेहतर बनाना है।
राज्य में 43849 शिक्षक पद समाप्त होने के दावें को भी शिक्षा विभाग ने तथ्यहीन बताया है। शिक्षा विभाग ने इस दावे को पूरी तरह गलत बताते हुए कहा है कि वास्तविकता यह है कि गणना के अनुसार केवल 5370 शिक्षक (3608 प्राथमिक स्तर के सहायक शिक्षक और 1762 पूर्व माध्यमिक शिक्षक) ही दर्ज संख्या के अनुपात में अतिशेष पाए गए हैं। ये शिक्षक केवल अन्य विद्यालयों में स्थानांतरित किए जाएंगे। किसी भी पद को समाप्त नहीं किया जा रहा है, बल्कि सभी स्वीकृत पद भविष्य में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने की स्थिति में जीवित रखे जाएंगे।
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि युक्तियुक्तकरण केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि इसका मूल उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना, जरूरत वाली शालाओं में शिक्षक उपलब्ध कराना  और शिक्षा प्रणाली को अधिक न्यायसंगत बनाना है। शिक्षा विभाग की यह पहल राज्य में शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और छात्रों को समुचित शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में एक ठोस और दूरदर्शी कदम है।
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डाटा एंट्री ऑपरेटर भर्ती : गरियाबंद में 22 मई को कौशल परीक्षा

रायपुर। गरियाबंद जिला प्रशासन द्वारा आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के अंतर्गत डाटा एंट्री ऑपरेटर के दो रिक्त पदों की पूर्ति हेतु आयोजित लिखित परीक्षा के पश्चात चयन प्रक्रिया आगे बढ़ा दी गई है। लिखित परीक्षा में प्राप्त दावा-आपत्तियों के निराकरण के बाद अंतिम मॉडल उत्तर के आधार पर परीक्षार्थियों को अंक प्रदान किए गए।
इन अंकों के आधार पर कौशल परीक्षा के लिए वर्गवार कुल 20 अभ्यर्थियों को चयनित किया गया है। चयनित अभ्यर्थियों की कौशल परीक्षा 22 मई 2025 दिन गुरुवार को पूर्वान्ह 12 बजे से लाईवलीहुड कॉलेज, देवभोग रोड, गरियाबंद में आयोजित की जाएगी।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कौशल परीक्षा की विस्तृत सूचना जिला कार्यालय गरियाबंद के सूचना पटल एवं जिले की आधिकारिक वेबसाइट https://gariaband.gov.in पर उपलब्ध है। अभ्यर्थियों को व्यक्तिगत रूप से डाक द्वारा सूचना नहीं भेजी जाएगी, अतः उन्हें नियमित रूप से वेबसाइट पर जानकारी देखते रहने की सलाह दी गई है ताकि वे चयन प्रक्रिया के किसी भी चरण से वंचित न रहें।
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छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् ने जारी किए 10वीं-12वीं के नतीजे

रायपुर। CGBSE 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट जारी होने के बाद अब छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् रायपुर 10 वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। जारी रिजल्ट के अनुसार 10वीं बोर्ड में जशपुर जिले की रीना ने 79.57 % के साथ पहला स्थान प्राप्त किया है। जबकि 12वीं बोर्ड में 12 वीं में बलौदा बाजार जिले की प्रिंसी मधुकर ने 87.43 % के साथ पहला स्थान प्राप्त किया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2023-24 में कुल 41 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे, जिसमें 3505 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए, जिसमें 10वीं बोर्ड के 817 और 12वीं बोर्ड के 507 छात्र थे। छात्र अपना परिणाम https://chhattisgarhsanskritboard.in/results.php पर जाकर देख सकेंगे।
गौरतलब है कि हाल ही में छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट जारी किया था। रिजल्ट जारी होने के बाद सीएम साय ने पास हुए स्टूडेंट को बधाई दी है।
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श्रम मंत्री ने श्रमवीरों के बच्चों को बोर्ड परीक्षा में सफलता अर्जित करने पर दी शुभकामनाएं

  • कक्षा 10वीं एवं 12वीं मिलाकर 28 छात्र-छात्राओं को श्रम विभाग की ओर से दो-दो लाख रूपए प्रदान किए जाएंगे
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की मंशा है कि श्रमिकों के बच्चे भी समाज के अन्य वर्गाें के बच्चों की तरह उन्हें भी आगे बढ़ने का अवसर मिले। इस दिशा में श्रम विभाग द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश के श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड की परीक्षा सफलता अर्जित करने वाले श्रमिक परिवार के बच्चों को अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि विष्णु देव की सरकार में अब मजदूर का बच्चा अब मजदूर नहीं रहेगा। श्रम मंत्री श्री देवांगन ने कहा है कि कक्षा 12वीं में तीन छात्राओं ने सर्वाेच्च अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण कर टॉप-10 में जगह बनाई है। इसी तरह कक्षा 10वीं मंे 25 छात्र-छात्राओं ने बोर्ड परीक्षा पास की है। उन्हें श्रम विभाग के अंतर्गत छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल अंतर्गत पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को दो-दो लाख रूपए के प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। उक्त राशि मुख्यमंत्री श्री साय की मौजूदगी में उनके हाथों प्रदान की जावेगी.
इनमें कक्षा 12वीं में रायगढ़ जिले से पंजीकृत श्रमिक की बिटिया कुमारी कृतिका यादव, बेमेतरा जिले से ऋतु साहू एवं रायपुर जिले से लुभी साहू ने सफलता अर्जित की है। इसी तरह कक्षा 10वीं में नारायणपुर जिले से संदेश करंगा, जशपुर जिले से नगमन कुमार खुटिंया, पूर्णिमा पैकरा, हर्षिता सिंह, पूजा चौहान, ऋतु कर्रें, माही डडसेना, धमतरी जिले से सौरभ जोशी एवं डिंपल, सुकमा से प्रियंका मुचाकी, रायगढ़ जिले रौनित चौहान, बलरामपुर जिले बिट्टू कुशवाहा, सरगुजा जिले भूमिका राजवाडे एवं खूशबू बारिक, राजनांदगांव जिले भूमिका साहू, बालोद जिले भावन साहू, बिलासपुर से उत्कर्ष केशरवानी, बेमेतरा जिले से गीतिका वर्मा, मुंगेली जिले से गितिका वर्मा एवं गगन सिंह राजपूत, कोरबा जिले से निखिल कुमार एवं आस्था केशरवानी, इसी तरह सक्ती जिले से मेघा चंद्रा, पायल सिंह एवं अंशू पटेल के नाम शामिल हैं।
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10वीं-12वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम जारी, सफल स्टूडेंट्स को CM साय ने दी बधाई

रायपुर। 10वीं-12वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम जारी कर दिए गए है, सफल स्टूडेंट्स को CM साय ने बधाई दी। मोबाइल पर SMS से छत्तीसगढ़ 10वीं का रिजल्ट चेक करने के लिए मैसेज टाइप करें- CG10 Roll Number इसे 56263 पर भेज दें। अंग्रेजी में सीजी10 लिखने के बाद एक स्पेस देना है और फिर सीजी बोर्ड 10वीं का रोल नंबर लिखना है।
5 सालों में 10वीं के रिजल्ट में बढ़ोतरी
छत्तीसगढ़ बोर्ड 10वीं का रिजल्ट पिछले 6 सालों में 7.41 फीसदी तक बढ़ा है। साल 2020 और इसके बाद के सालों में दसवीं के नतीजे 70 प्रतिशत से ​ज्यादा रहे हैं।
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एमपी बोर्ड में बेटियों ने बाजी मारी, 12वीं में 74 प्रतिशत और हाई स्कूल में 76 फीसदी बच्चे पास

भोपाल। मध्य प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित हायर सेकेंडरी और हाई स्कूल के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। हायर सेकेंडरी में जहां 74.48 और हाई स्कूल में 76.22 प्रतिशत बच्चे सफल रहे हैं।
इस साल छात्राओं ने बाजी मारी है और दोनों कक्षाओं की मेरिट सूची में छात्राएं अव्वल रही हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह की उपस्थिति में हायर सेकेंडरी (12) और हाई स्कूल (10) के नतीजे घोषित किए।
इस बार के हायर सेकेंडरी की परीक्षा में कुल 74.48 प्रतिशत बच्चों ने सफलता हासिल की है और इस परीक्षा की मेरिट सूची में सतना की प्रियम द्विवेदी अव्वल रही हैं, जिन्हें 500 में से 492 अंक हासिल हुए। इस प्रवीण सूची में कुल 159 छात्रों ने जगह बनाई है, जिनमें 89 छात्राएं हैं और 70 छात्र हैं।
हाई स्कूल की बात करें तो इस बार के नतीजे 76.22 प्रतिशत रहे हैं। इस नतीजे में भी छात्राओं ने बाजी मारी है। बात प्रवीण सूची की करें तो सिंगरौली की प्रज्ञा जयसवाल ने शत प्रतिशत 500 में 500 अंक हासिल किए हैं। वहीं, मेरिट की बात करें तो 212 छात्रों में छात्राओं की संख्या 144 है और छात्र 68 हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि इस बार के नतीजे बीते सालों से बेहतर रहे हैं और 15 साल का रिकॉर्ड भी टूटा है। दोनों ही परीक्षा में छात्राओं ने सफलता हासिल की है, मेरिट सूची में भी उनका स्थान रहा है और सरकारी विद्यालयों के भी नतीजे निजी विद्यालयों से बेहतर रहे हैं। वहीं जो छात्र असफल हुए हैं, उनके लिए भी सरकार ने विशेष पहल की है। इसलिए जो असफल हैं, वे फिर मेहनत करें और सफलता पाएंगे।
छात्राओं को मिली बड़ी सफलता पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बधाई दी। साथ ही लाडली बहन और लाडली लक्ष्मी योजना की भी तारीफ की। उन्होंने नरसिंहपुर जिले, नीमच और मंडला जिले के नतीजे को लेकर शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह सहित शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी बधाई दी।
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CG : 10-12वीं बोर्ड के नतीजे इस सप्ताह जारी होने की संभावना

रायपुर। छत्तीसगढ़ बोर्ड की दसवीं और बारहवीं परीक्षा के नतीजे इसी सप्ताह जारी होने की संभावना है. इस साल बोर्ड एग्जाम में 5.71 लाख छात्र शामिल हुए थे. परीक्षाएं मार्च में आयोजित की गई थीं और मूल्यांकन कार्य भी मार्च में ही पूरा किया गया था.
17 अप्रैल तक सभी कॉपियों की जांच पूरी कर ली गई थी और अब रिजल्ट तैयार है. पिछले वर्ष दसवीं का रिजल्ट 75.61% और बारहवीं का 80.74% था. इस बार भी मेरिट लिस्ट पहले चरण की परीक्षा के आधार पर बनाई जाएगी. टॉप 10 की अस्थाई मेरिट लिस्ट भी इसी के साथ जारी होगी, जिसमें नामित छात्र फाइनल लिस्ट में भी बने रहेंगे.
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गुजरात बोर्ड की कक्षा 12वीं का रिजल्ट जारी

गांधीनगर। गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (जीएसईबी) ने सोमवार को गुजरात बोर्ड की कक्षा 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है। गुजरात के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पनसेरिया और कुबेर डिडोर ने परिणामों की घोषणा की।
गुजरात सरकार में मंत्री कुबेर डिंडोर ने 12वीं के बोर्ड रिजल्ट की घोषणा करते हुए बताया, "2024-2025 में हमने फरवरी-मार्च 2025 के दौरान कक्षा 12 विज्ञान स्ट्रीम और सामान्य स्ट्रीम परीक्षाएं आयोजित कीं और उनके साथ 2025 में गुजरात कॉमन एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा भी आयोजित की। आज, हमने विज्ञान स्ट्रीम, सामान्य स्ट्रीम और गुजरात कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के परिणामों की घोषणा की है।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे इन परिणामों की घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है। इस वर्ष, कक्षा 12 विज्ञान स्ट्रीम के लिए 152 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई थी। कुल 1,00,725 छात्र नामांकित थे, जिनमें से 1,00,575 छात्र परीक्षा में शामिल हुए और 83,987 छात्र पास हुए हैं।"
कुबेर डिंडोर ने बताया कि सामान्य स्ट्रीम का परिणाम 93.7 प्रतिशत रहा है। इसके अलावा, सामान्य स्ट्रीम में बनासकांठा जिला 97.20 प्रतिशत के साथ राज्य में पहले स्थान पर है। साइंस स्ट्रीम में मोरबी जिला का रिजल्ट 92.51 प्रतिशत रहा, जबकि दाहोद 59 प्रतिशत के साथ सबसे अंतिम स्थान पर है।
गुजरात सरकार में मंत्री कुबेर डिंडोर ने कहा कि मैं सभी छात्र-छात्राओं को पास होने के लिए बधाई देता हूं। साथ ही यह भी बताना चाहता हूं कि अगर किसी भी छात्र या छात्रा को रिजल्ट से परेशानी है या फिर उनकी परीक्षा छूट गई है तो वह गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (जीएसईबी) के पास इसके लिए अपील कर सकता है।
बोर्ड की वेबसाइट पर परिणाम घोषित होने में 10 मिनट की देरी हुई। बता दें कि 12वीं सामान्य स्ट्रीम के परिणाम में 3 लाख 37 हजार से अधिक विद्यार्थी पास हुए हैं। विज्ञान स्ट्रीम में मोरबी जिला प्रथम स्थान पर है।
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सीआईएससीई के 10वीं और 12वीं के रिजल्ट जारी, लड़कियों ने फिर मारी बाजी

नई दिल्ली। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने आईसीएसई और आईएससी का रिजल्ट बुधवार को घोषित कर दिया। इस बार का रिजल्ट 99 प्रतिशत से अधिक रहा है। सीआईएससीई ने छात्र-छात्राओं को सफलता पर बधाई दी है।
आईसीएसई (कक्षा 10वीं) का रिजल्ट 99.09 फीसदी रहा, जबकि आईएससी (कक्षा 12वीं) का रिजल्ट 99.02 फीसदी रहा है। इस साल के रिजल्ट की खास बात यह रही है कि दोनों ही परीक्षाओं में लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है। आईसीएसई (कक्षा 10वीं) में लड़कियों का पास प्रतिशत 99.37 रहा तो वहीं आईएससी (कक्षा 12वीं) में यह आंकड़ा 99.45 रहा है।
सीआईएससीई ने बताया कि इस साल आईसीएसई कक्षा 10 की परीक्षा 18 फरवरी से 27 मार्च तक और आईएससी कक्षा 12 की परीक्षा 13 फरवरी से 5 अप्रैल तक आयोजित की गई थी। इसके परिणाम आधिकारिक वेबसाइट 'सीआईएससीई डॉट ओआरजी' पर जाकर देखा जा सकता है।
सीआईएससीई के मुख्य कार्यकारी और सचिव डॉ. जोसेफ इमैनुएल ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने 10वीं और 12वीं परीक्षाओं के परिणाम बुधवार सुबह 11 बजे घोषित किए। आईसीएसई (कक्षा 10वीं) का रिजल्ट 99.09 फीसदी रहा, जबकि आईएससी (कक्षा 12वीं) का रिजल्ट 99.02 फीसदी रहा है।
उन्होंने कहा, "इस बार का रिजल्ट काफी अच्छा रहा है। कक्षा 10वीं और 12वीं के नतीजों ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता की परंपरा को कायम रखा है। इन परिणामों से पता चलता है कि टीचर और पैरेंट्स का बच्चों की सफलता में काफी योगदान रहा है।" उन्होंने आगे कहा, "इस साल सीआईएससीई ने कई तकनीकी और नीतिगत बदलाव किए, जिससे परीक्षा प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बनी। मैं सभी बच्चों को उनकी सफलता के लिए बधाई देता हूं।"
इस बार आईसीएसई (कक्षा 10वीं) में 2,52,557 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी थी, जबकि आईएससी (कक्षा 12वीं) की परीक्षा में 99,551 छात्र-छात्राएं शामिल हुईं थीं। आईसीएसई में कुल 2,803 और आईएससी की परीक्षाओं में 1,460 स्कूलों ने हिस्सा लिया था।
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परीक्षा परिणाम के बाद विद्यार्थियों के तनाव प्रबंधन हेतु वेबीनार आयोजित

  • शिक्षा मंडल अध्यक्ष, विभागीय अधिकारी, शिक्षक और विशेषज्ञों ने साझा किए अनुभव
  • क्लीनिकल मनोवैज्ञानिक और करियर काउंसलर ने दिए उपयोगी सुझाव
रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल और एससीईआरटी के संयुक्त तत्वावधान में परीक्षा परिणाम के पश्चात विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के तनाव प्रबंधन के लिए एक विशेष वेबीनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षक, मनोवैज्ञानिक और करियर विशेषज्ञों ने भाग लिया।
वेबीनार को संबोधित करते हुए माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष श्रीमती रेणु जी.पिल्ले ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के बाद कई विद्यार्थी अत्यधिक मानसिक दबाव में आ जाते हैं। ऐसे में शिक्षकों और अभिभावकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने कहा कि बच्चों में तनाव के संकेतों की पहचान कर उन्हें सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास की ओर प्रेरित करना आवश्यक है।
मंडल की सचिव श्रीमती पुष्पा साहू ने भी वेबीनार में विशेष सहभागिता दी। कार्यक्रम की शुरुआत में एससीईआरटी के अपर संचालक श्री जे.पी. रथ ने वेबीनार के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस पहल के माध्यम से हम पूरे प्रदेश में विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ा रहे हैं। पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. प्रीति सिंह ने 3-आर मॉडल (रिस्क, रिएक्शन, रीकरेक्टिंग) के माध्यम से तनाव प्रबंधन के व्यावहारिक उपाय बताए। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को बच्चों की असफलता को शांतिपूर्वक स्वीकार करना चाहिए और सफल व्यक्तित्वों की प्रेरक कहानियों से उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए।
करियर काउंसलर डॉ. वर्षा वरवडकर ने करियर चयन में नॉलेज, स्कील, इंटेरेस्ट, एप्टीट्यूड पद्धति अपनाने की सलाह दी। उन्होंने सामान्य छात्रों के साथ-साथ दिव्यांग छात्रों के करियर मार्गदर्शन पर भी विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया। श्री प्रशांत पांडेय ने कहा कि शिक्षा को परीक्षा से नहीं, जीवन से जोड़ना चाहिए। परीक्षा के बाहर भी सफलता की अनेक राहें हैं। उन्होंने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, थॉमस एडिसन और युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी जैसे उदाहरणों के माध्यम से प्रेरणा दी। इस वेबीनार में मंडल के उप सचिव जे. के. अग्रवाल सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से शिक्षा अधिकारी, डाइट प्राचार्य, स्कूल प्राचार्य एवं शिक्षकगण भी शामिल थे।
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परीक्षा परिणाम पूर्व विद्यार्थियों के मानसिक तनाव प्रबंधन हेतु हेल्पलाइन सेवा शुरू

  • 29 अप्रैल से टोल फ्री नंबर 18002334363 पर मिलेगा मार्गदर्शन
रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल, रायपुर ने 2024 की वार्षिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने से पूर्व विद्यार्थियों के मानसिक तनाव को दूर करने तथा करियर चयन, पुनर्मूल्यांकन एवं पुनर्गणना से संबंधित मार्गदर्शन के लिए विशेष हेल्पलाइन सेवा शुरू की है। मंडल सचिव श्रीमती पुष्पा साहू के निर्देश पर यह हेल्पलाइन सेवा 29 अप्रैल से टोल फ्री नंबर 18002334363 पर उपलब्ध है।
इस हेल्पलाइन का उद्देश्य परीक्षा परिणाम को लेकर विद्यार्थियों में उत्पन्न मानसिक दबाव को कम करना तथा उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना है। इस पहल में क्लीनिकल मनोवैज्ञानिक, काउंसलर, करियर गाइडेंस विशेषज्ञ, मंडल के अधिकारी और सहायक प्राध्यापक विद्यार्थियों को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। मंडल के हेल्पलाइन समय-सारणी के अनुसार, यह सेवा प्रतिदिन दो सत्रों में संचालित होगी। सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक और दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक। आज पहले दिन इस सेवा में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. प्रीति कुमारी साहू, अरुणा जैन एवं सहायक प्राध्यापक श्रीमती मनीषी सिंह द्वारा विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया गया।
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शीघ्रलेखन एवं कम्प्यूटर मुद्रलेखन परीक्षा के आवेदन की तिथि 27 अप्रैल तक बढ़ी

रायपुर। शीघ्रलेखन एवं कम्प्यूटर कौशल परीक्षा परिषद द्वारा आयोजित हिन्दी/अंग्रेजी शीघ्रलेखन एवं कम्प्यूटर मुद्रलेखन हेतु ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 22 अप्रैल से बढ़ाकर 27 अप्रैल 2025 कर दी गई है। दूरस्थ क्षेत्रों के अभ्यर्थियों की सुविधा हेतु यह निर्णय लिया गया है। अब अभ्यर्थी 27 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
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UPSC परीक्षा में चयनित छत्तीसगढ़ के सभी अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री ने दी बधाई

  • पूर्वा अग्रवाल को 65वीं रैंक प्राप्त करने पर दूरभाष पर दी शुभकामनाएं
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा-2024 में सफलता प्राप्त करने वाले छत्तीसगढ़ के सभी अभ्यर्थियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी चयनित युवाओं ने न केवल अपने परिजनों, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य का गौरव बढ़ाया है। यह सफलता आपकी मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास का प्रतीक है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी युवा साथी पूरी ईमानदारी एवं तन्मयता से कार्य करते हुए जनता की सेवा करेंगे और देश-प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने आज विशेष रूप से पूर्वा अग्रवाल जिन्होंने 65वां रैंक प्राप्त किया है,से दूरभाष पर संवाद कर उन्हें इस उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने उनके दृढ़ निश्चय, कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि आपने राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतिष्ठित परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त कर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है। यह पूरे राज्य के लिए गौरव का विषय है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर समस्त युवाओं से आग्रह किया कि वे इन सफल प्रतिभाओं से प्रेरणा लें और सतत प्रयासों से अपने लक्ष्य को प्राप्त करें।
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UPSC में छत्तीसगढ़ के छात्रों ने लहराया परचम, बिलासपुर की पूर्वा को मिला 65वां रैंक

  • लगातार दूसरी बार मिली सफलता
रायपुर। UPSC ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 में बिलासपुर की रहने वाली पूर्वा अग्रवाल को 65वां रैंक मिला है। मुंगेली के अर्पण चोपड़ा ने 313वां रैंक हासिल किया है। बस्तर के जगदलपुर की मानसी जैन ने 444वीं रैंक और अंबिकापुर के केशव गर्ग ने 496वीं रैंक हासिल किया है।
बिलासपुर की रहने वाली पूर्वा अग्रवाल इससे पहले भी UPSC CSE 2023 में वे IPS चयनित हुई थी, उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर मिला था, तब उन्हें 2023 में 189वीं रैंक मिली थी। इस बार अपूर्वा ने अपनी की मेहनत और समर्पण से 65वीं रैंक हासिल की है।
UPSC 2024 के फाइनल रिजल्ट में 313वां रैंक हासिल करने वाले मुंगेली के अर्पण चोपड़ा फिलहाल दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। जगदलपुर के निर्मल विद्यालय से पढ़ी मानसी जैन ने यूपीएससी क्रैक की है। उन्होंने 444वीं रैंक हासिल की।
अंबिकापुर में पढ़ाई कर चुके नालंदा के छात्र केशव गर्ग ने 496वीं रैंक हासिल किया है। केशव ने अपनी सफलता से साबित कर दिया कि सीमित संसाधनों में रहकर भी मजबूत रणनीति से UPSC जैसी कठिन परीक्षा को पास किया जा सकता है।
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UPSC सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट जारी, शक्ति दुबे Rank 1

  • 1009 कैंडिडेट्स पास
UPSC CSE Final Result Declared : संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने आज, 22 अप्रैल को बहुप्रतीक्षित सिविल सेवा परीक्षा (CSE) 2024 के अंतिम परिणाम घोषित कर दिए हैं. जो उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल हुए थे, वे अब अपना परिणाम UPSC की आधिकारिक वेबसाइट [upsc.gov.in] पर देख सकते हैं.
इस बार सीएसई परीक्षा में पहला स्थान प्रयागराज की रहने वाली शक्ति दुबे ने हासिल किया है. वहीं, दूसरे स्थान पर हर्षिता गोयल रही हैं.
UPSC ने यह फाइनल रिजल्ट पीडीएफ फॉर्मेट में जारी किया है, जिसमें उन उम्मीदवारों के नाम और रोल नंबर शामिल हैं, जिन्हें विभिन्न प्रतिष्ठित सेवाओं में नियुक्ति के लिए चुना गया है. यह सूची आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है.
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 में कुल 1,009 उम्मीदवारों को नियुक्ति के लिए चुना गया है. इन उम्मीदवारों की नियुक्ति भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य केंद्रीय सेवाओं (ग्रुप A और B) के पदों पर की जाएगी. चयनित उम्मीदवारों में विभिन्न वर्गों के अभ्यर्थी शामिल हैं, जिनमें 335 सामान्य वर्ग, 109 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS), 318 अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), 160 अनुसूचित जाति (SC) और 87 अनुसूचित जनजाति (ST) से हैं.
इस बार दिव्यांग श्रेणी (PwBD) के तहत भी कुल 45 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिनमें 12 PwBD-1 (दृष्टिबाधित), 8 PwBD-2 (श्रवण बाधित), 16 PwBD-3 (चलने-फिरने में असमर्थता) और 9 PwBD-5 (अन्य दिव्यांगता) के अंतर्गत आते हैं.
UPSC की सिविल सेवा परीक्षा को देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक माना जाता है. हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में भाग लेते हैं, लेकिन चयन कुछ हजारों का ही होता है. यह परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय राजस्व सेवा (IRS) और अन्य ग्रुप A और B सेवाओं में चयन के लिए आयोजित की जाती है.
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