धान का कटोरा

BJP के वरिष्ठ नेता प्रभात झा का जाना अत्यंत दुःखद : CM विष्णुदेव साय

  • रमन सिंह ने बीजेपी नेता प्रभात झा के निधन पर जताया शोक
रायपुर। CM विष्णुदेव साय ने कहा, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री प्रभात झा जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष, राज्यसभा सांसद के रूप में अपना जीवन जनसेवा में व्यतीत किया। वे वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक रहे। छत्तीसगढ़ से भी उनका विशेष जुड़ाव रहा। उनका निधन भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति एवं परिजनों, शुभचिंतकों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं
रमन सिंह ने बीजेपी नेता प्रभात झा के निधन पर जताया शोक-
विस अध्यक्ष रमन सिंह ने बीजेपी नेता प्रभात झा के निधन पर शोक जताया है। X पर उन्होंने लिखा- मध्य प्रदेश बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद श्री प्रभात झा जी के निधन समाचार से मन को अत्यंत पीड़ा पहुँची है। संगठन की राष्ट्रवादी विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए आजीवन समर्पित रहे श्री प्रभात झा जी का जाना हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है, मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों व समर्थकों को इस कठिन समय में धैर्य और संबल प्रदान करें।
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पैसेंजर ट्रेन बरगद पेड़ से टकराई, एक घायल

बालोद। जिले के दल्लीराजहरा से अंतागढ़ की तरफ जा रही पैसेंजर ट्रेन विशालकाय बरगद पेड़ से टकरा गई है। इस घटना में ट्रेन चालक को चोट आई है और ट्रेन पटरी से उतर गई है। घटना की जानकारी के बाद रेलवे विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर ट्रेन को वापस पटरी पर लाने के लिए रेस्क्यू में जुटी हुई है।
बताया जा रहा है कि डेमो पैसेंजर ट्रेन का खाली रैक दल्लीराजहरा से भानुप्रतापपुर जा रही थी, जो कि सुबह करीबन 6 बजे बालोद होते हुए रायपुर जाने वाली थी। लेकिन ट्रेन भानुप्रतापपुर पहुंचने से पहले मुल्ले कैंप के पास रेलवे ट्रैक पर गिरे बरगद पेड़ से टकरा गई
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के चलते बरगद का पेड़ रेलवे ट्रैक की तरफ गिर गया था। वहीं अंधेरा होने की वजह से ट्रेन का इंजन पेड़ से टकरा गया और ट्रेन के पायलट को हल्की चोट आई है तथा ट्रेन का इंजन का एक चक्का पटरी से उतर जाने की वजह से आज भानुप्रतापपुर से दुर्ग-रायपुर की जाने वाली ट्रेन रद्द हो गई है। वही घटना से ट्रेन का सामने का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हुआ है, जिससे आम लोगो को आज काफी असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
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नक्सल पीड़ित परिवारों के परिजनों को मिलेगी अनुकंपा नियुक्ति

  • मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बड़ा ऐलान 
रायपुर। नक्सली हिंसा में मृतक के परिजनों को छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति के तहत शासकीय सेवा में अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर राज्य के सभी वर्गाें के विकास के लिए कल्याणकारी योजनाओं का त्वरित क्रियान्वयन कर लाभांवित किया जा रहा है। आज बीजापुर जिला स्तरीय पुनर्वास समिति की बैठक में नक्सल पीड़ित परिवारों के 58 लोगों को अनुकम्पा नियुक्ति देने का निर्णय लिया गया।
पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव ने बताया कि अनुकम्पा नियुक्ति के लिए कुल 58 पात्र आवेदकों को प्रथम चरण में अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। पूर्व में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त प्रकरणों की समीक्षा करते हुए 19 जुलाई तक दावा आपत्ति आमंत्रित की गई थी, बाद में इस तिथि में वृद्धि करते हुए 24 जुलाई 2024 को निर्धारित की गई। उक्त तिथियों में प्राप्त दावा आपत्तियों का निराकरण करते हुए समिति के निर्णय के आधार पर विभिन्न विभागों में चतुर्थ वर्ग के पदों पर नियुक्ति हेतु अंतिम रूप से 58 आवेदक प्रथम चरण में पात्र पाए गए हैं, जिन्हें यह नियुक्ति दी जाएगी।
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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विधानसभा आवासीय परिसर में बेल का पौधा लगाया

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय गुरूवार 25 जुलाई को दोपहर 1:30 बजे रायपुर के विधानसभा आवासीय परिसर में होने वाले "एक पेड़ मां के नाम" वृक्षारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी मौजूद थे।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री द्वय अरूण साव एवं विजय शर्मा, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप कृषि मंत्री रामविचार नेताम, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, खेल मंत्री टंकराम वर्मा एवं विधानसभा नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत होंगे। इस मौके पर समस्त विधायकगण भी उपस्थित रहे।
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छत्तीसगढ़ विधानसभा में गूंजा दवा और उपकरण में अनियमितता का मुद्दा

  • स्वास्थ्य मंत्री ने दिया जवाब, कहा- तीन महीने के भीतर जांच कराई जाएगी
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में गुरुवार को दवा और उपकरण खरीदी में अनियमितता का मामला गूंजा. भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने ध्यानाकर्षण के जरिए मामला उठाते हुए कहा कि बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. क्या इसकी जांच कराई जाएगी? स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया कि तीन आईएएस अधिकारियों की समिति जांच कर रही है. तीन महीने के भीतर जांच कराई जाएगी. भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि सीजीएमएससी ने दवा और मेडिकल उपकरण की खरीदी में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है. एजी ने भी अपनी रिपोर्ट में इस पर आपत्ति जताई थी. नियमों के विरुद्ध बाजार दर से अधिक कीमत पर खरीदी की गई. बिना मांग सरकारी अस्पतालों में जांच किट भेजी गई. तीस से अधिक जिलों में बग़ैर डिमांड के रिएजेंट भेज दिया गया. इसकी ख़रीदी कई गुना अधिक दर पर की गई।
लगातार शिकायत के बाद भी अब तक कार्रवाई नहीं हुई। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि खुली निविदा जारी कर सीजीएमएससी ने दवा और उपकरण की ख़रीदी की है. एजी रिपोर्ट आने के बाद तथ्य देकर विभाग उसका निराकरण करता है. अन्य राज्यों के कारपोरेशन की दरों की तुलना कर खरीदी का दर तय किया जाता है. पिछले तीन सालों में बगैर डिमांड के खरीदी नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि हमर लैब में लगने वाले एनालाइजर और रिएजेंट की खरीदी डिमांड आने के बाद ही की गई है. रिएजेंट कालातीत नहीं हुए है. राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में रिएजेंट के खराब होने का आरोप सत्य नहीं है. ऑटो एनालाइजर मशीन की खरीदी कई गुना दर पर खरीदी का आरोप भी सही नहीं है।
खुली निविदा कर एल वन प्राप्त होने के बाद ही खरीदी की गई है. भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि ये अरबों रुपए के घोटाले का मामला है. 12- 13 दिसंबर 1022 को एजी रिपोर्ट के आधार पर शिकायत किसने की थी? किन-किन लोगों के खिलाफ शिकायत हुई थी. स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि सीएजी की ऑडिट सतत् चलने वाली प्रक्रिया है. अब तक कुल 25 शिकायत प्राप्त हुई हैं, इनमें से 15 शिकायतों का निराकरण हो गया है. दस शिकायते प्रक्रियाधीन हैं. धरमलाल कौशिक ने कहा कि मीनाक्षी गौतम सीजीएमएससी में महाप्रबंधक वित्त के पद पर थी. क्या इनके विरुद्ध शिकायत हुई थी? स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभाग को मीनाक्षी गौतम के विरुद्ध कोई शिकायत प्राप्त नहीं है।
कौशिक ने पूछा कि ट्यूब की खरीदी किस दर पर की गई थी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सौ ट्यूब के एक बंडल 2352 रुपए में खरीदी बताई गई थी. अन्य संस्थानों में 8 रुपये 50 पैसे की दर थी. मोक्षित कॉपोरेशन से 100 रुपए की दर पर खरीदी की गई. धरमलाल कौशिक ने कहा कि सिविल सर्जन रायगढ़ ने 2.15 पैसे में ख़रीदा था. सरगुजा में लगभग इसी दर पर ख़रीदी की थी. कौशिक ने पूछा- डी डाइमर 2022 में किस दर पर ख़रीदी गई थी? स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सीजीएमएससी द्वारा सैकड़ों प्रकार के आइटम की खरीदी होती है. स्पेसिफ़िक बता पाना मुश्किल है. इस पर भाजपा विधायक ने कहा कि सीजीएमएससी ने 10 लाख 95 हज़ार में ख़रीदा है. आज की कीमत ऑनलाइन पांच लाख रुपए है. यानी डबल दर पर खरीदी की गई।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जैसे मोबाइल है एपल. इसके कई वेरियेंट होते हैं. वेरियेंट के हिसाब से उसकी दर तय होती है. इसी तरह अलग-अलग वेरियेंट की ख़रीदी उसके स्पेसिफ़िकेशन के आधार पर ख़रीदी होती है. जेम पोर्टल पर दिखाए जाने वाले स्पेसिफ़िकेशन और क्वालिटी में अंतर होता है. गुण-दोष का अंतर है. कौशिक ने कहा कि गुण-दोष का अंतर नहीं है. यहाँ कमीशन का मसला है. इसके साथ उन्होंने सवाल किया इस मामले की जांच के लिये एक कमेटी बनाई गई थी. क्या जांच रिपोर्ट आ गई? श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि पिछली सरकार में दवा खरीदी और उपकरण खरीदी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई थी. साय सरकार आने के बाद इन मामलों की जांच के लिये एक कमेटी बनाई गई है. जांच व्यापक है. इसलिए समय लगेगा।
धरमलाल कौशिक ने पूछा कि इस मामले की क्या उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी? स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि तीन महीने के भीतर इसकी जांच कराई जाएगी. भाजपा विधायक अमर अग्रवाल ने पूछा कि दवा खरीदी और उपकरण खरीदी की डिमांड कैसे आती है और इसकी खरीदी कैसे होती है? स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर, एनएचएम द्वारा डिमांड भेजा जाता है. इस डिमांड के आधार पर खरीदी होती है. विधायक अमर अग्रवाल ने कहा कि जहां ज़रूरत भी नहीं थी. उन जगहों के लिए भी डिमांड भेजी गई. सप्लायर डिमांड क्रियेट कराते हैं. उसके बाद डिमांड भेजी जाती है. ऐसे प्रकरणों की क्या ईओडब्ल्यू से जांच कराई जाएगी? स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि तीन आईएएस अधिकारियों की टीम इस प्रकरण की जांच कर रही है।
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नक्सल पीड़ित परिवारों के परिजनों को मिलेगा अनुकंपा नियुक्ति

  • प्रथम चरण में 58 लोगो को मिलेगा शासकीय नौकरी
  • नक्सल पीड़ित परिवार को पुनर्वास हेतु जिला स्तरीय समिति में हुआ निर्णय
बीजापुर। नक्सली हिंसा में मृतक के परिजनों को छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति के तहत शासकीय सेवा में अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने जिला स्तरीय पुनर्वास समिति की बैठक  कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय की अध्यक्षता में इन्द्रावती सभाकक्ष में आयोजित हुई।
जिसमें कुल 58 पात्र आवेदकों को प्रथम चरण में अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। पूर्व में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त प्रकरणों की समीक्षा करते हुए 19 जुलाई तक दावा आपत्ति आमंत्रित की गई थी। जिसे तिथि में पुनः वृद्धि करते हुए 24 जुलाई 2024 को निर्धारित की गई। उक्त तिथियों में प्राप्त दावा आपत्ति का निराकरण करते हुए समिति के निर्णय के आधार पर विभिन्न विभागों में चतुर्थ वर्ग के पदों पर नियुक्ति हेतु अंतिम रूप से 58 आवेदक प्रथम चरण में पात्र पाए गए हैं, 2015 के बाद यह नियुक्ति दी जा रही है।
30 जुलाई को आवेदकों की कौसलिंग इन्द्रावती सभाकक्ष में प्रातः 11ः00 बजे आयोजित की जाएगी। अनुकंपा नियुक्ति के संबंध में पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव ने आवश्यक जानकारी दी।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री हेमंत रमेश नंदनवार, डीईओ श्री रमेश निषाद, एसडीएम बीजापुर श्री जागेश्वर कौशल, पुलिस उप अधीक्षक श्री तुलसीराम लेकाम, सीएमएचओ डॉ. बीआर पुजारी, सहायक आयुक्त आदिवासी डॉ. आनंद सिंह, सहित जिला पुनर्वास समिति के सदस्य एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
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15 अगस्त तक किए जाएंगे राशन कार्ड नवीनीकरण कार्य

  • 70 लाख राशन कार्डधारियों ने किया नवीनीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन
  • नवीनीकरण के कार्य में पहले पायदान पर बीजापुर जिला
रायपुर। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत अब राशनकार्ड नवीनीकरण का कार्य 15 अगस्त तक किया जा सकता है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के निर्देशानुसार प्रदेश प्रचलित राशनकार्ड के नवीनीकरण एवं राशनकार्डधारियों का ई-केवायसी किया जा रहा है। प्रदेश के समस्त श्रेणी के राशनकार्ड अन्त्योदय, प्राथमिकता, एकल निराश्रित, निशक्तजन और एपीएल योजना के राशनकार्डधारियों का ई-केवायसी एवं राशनकार्डों के नवीनीकरण 15 अगस्त 2024 तक अनिवार्य रूप से कराने के लिए कहा गया है। खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राशनकार्ड नवीनीकरण करने के लिये ई-केवायसी कराना अनिवार्य है। वर्तमान में प्रदेश में लगभग 77 लाख राशनकार्ड हितग्राही है। अब तक कुल 70 लाख 26 हजार 106 राशन कार्डधारकों का नवीनीकरण किया जा चुका है।
नवीनीकरण के कार्य में पहले पायदान पर बीजापुर जिला है, कुल हितग्राही 71,329 हितग्राहियों में से 71,109 हितग्राहियों ने, द्वितीय स्थान पर नारायणपुर जिला 36,136 हितग्राहियों में से 35,790 हितग्राहियों ने, इसी प्रकार तृतीय स्थान पर सुकमा जिला जहां 78,703 हितग्राहियों में से लगभग 78 हजार हितग्राहियों ने अपना राशन कार्ड नवीनीकरण का कार्य करवा लिया है।
विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए खाद्य विभाग के द्वारा खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोेक्ता संरक्षण विभाग का नया मोबाईल एप्प तैयार किया गया है, इसे प्ले स्टोर में जाकर डाउनलोड किया जा सकता है। हितग्राही द्वारा खाद्य विभाग की वेबसाइट http://khadya.cg.nic.in से डाउनलोड करके नवीनीकरण का कार्य किया जा सकता है। हितग्राही उचित मूल्य दुकान में भी जाकर ऑनलाईन के माध्यम से अपना नवीनीकरण और ई-केवायसी का कार्य करवा सकतें है।
ई-केवायसी के लिए प्रत्येक हितग्राही का बायोमेट्रिक अद्यतन होना चाहिए जिन सदस्यों का बाल आधार बना है उन्हें पहले आधार सेवा केंद्र से अपना बायोमेट्रिक अपडेट कराना होगा। इसके पश्चात् उचित मूल्य दुकान के ई-पॉस मशीन से ई-केवायसी करा सकते है। विदित हो कि राशनकार्ड में ई-केवायसी और नवीनीकरण की सुविधा निःशुल्क है।
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वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने विजिलेंस सेल का किया गठन

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में जारी मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। चौथे दिन भी पक्ष और विपक्ष जोरदार नोकझोंक देखने को मिली। प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने कई सवाल भी उठाए। इस दौरान प्रदेश में पंजीयन मामले में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया गया। विधायक सुशांत शुक्ला के सवाल पर मंत्री ओपी चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि गड़बड़ी रोकने रजिस्ट्री विभाग में विजिलेंस सेल का गठन हुआ है। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि विजिलेंस सेल बड़े और विशेष केस की जांच करेगी। फिलहाल प्रतिबंधित खसरे की पंजीयन रोकी गई है। अगर कोटवारी जमीन की रजिस्ट्री हुई है, तो इसका परीक्षण कराएंगे।
वित्त मंत्री ने कहा कि पंजीयन का नया सिस्टम तैयार हो रहा है। आधार और पैन को रजिस्ट्री से लिंक होगा। रेरा और भुइया को भी आपस में जोड़ा जा रहा है। विधायकों की मांग पर मंत्री ओपी चौधरी ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि हर जिले में विधायक के लिए राजस्व बैठक कराएंगे। इसके लिए सभी कलेक्टर को निर्देश दिया जाएगा। मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि बेलतरा में पंजीयन गड़बड़ी की जांच कराएंगे। मंत्री ओपी चौधरी ने सदन में घोषण की, कि सक्ति जिले में संचालित खदान की जांच होगी। अगले सत्र से पहले ही इसकी जांच करा ली जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि सभी 19 डोलेमाइट खदान की जांच होगी। बता दें कि य़ह घोषणा चरणदास महंत के सवाल पर की गई है।
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डाकरेल नाला में बनाया गया चेकडैम बारिश में ढह गया

गरियाबंद। पहली बरसात की झमाझम बारिश ने मैनपुर ब्लॉक के चलनापदर के डाकरेल नाला में मनरेगा योजना के तहत 14.50 लाख रुपये की लागत से बनाए गए चेकडैम की गुणवत्ता के साथ-साथ कमीशनखोरी की पोल भी खोल दी. दो दिन पहले चेकडैम टूट कर कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गया. मामले का खुलासा हुआ तो जिला सीईओ रीता यादव ने मैनपुर जनपद को जांच के आदेश भी दिए. बीते मंगलवार को आरईएस एसडीओ उत्तम चौधरी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच दल ने भी घटनास्थल का निरीक्षण भी किया। आरईएस एसडीओ उत्तम चौधरी ने बताया कि जांच रिपोर्ट जिले को भेजी जाएगी. मामले में ऊपर से कार्रवाई होगी. इसमें निर्माण एजेंसी की लापरवाही सामने आई है, स्थल चयन में लापरवाही बरती गई है।
निर्माण कार्य में स्थल चयन से लेकर ले आउट, प्लिंथ निर्माण से लेकर पूरी स्ट्रक्चर को निर्माण एजेंसी आरईएस विभाग के इंजिनियर एसडीओ की देख रेख में करता है. तकनीकी अफसरों ने इसकी भौतिक सत्यापन कर बिल आहरण की तयारी कर रहे थे. टूटे डेम में 4 मीटर प्लिंथ के बजाए केवल डेढ़ मीटर प्लिंथ किया गया है, जोड़ के लिए अमानक मटेरियल का इस्तेमाल भी हुआ है. लेकिन मामले में संलिप्त अफसरों के जांच से यह गड़बड़ी सामने नहीं आ पाएगी। मामले में भाजपा के व्यापारी प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष शोभा चंद पात्र ने प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि मांग पर निशुल्क मिलने वाला काम कांग्रेस के समय में 20 प्रतिशत कमीशन पर दिया जाने लगा। निर्माण पूरा होते तक फाइल आगे बढ़ाने और 20 प्रतिशत कमीशन तकनीकी मामले में खर्च होता है. इसी सुविधा शुल्क के चलते अब मनरेगा का मटेरियल वर्क गुणवत्ता हीन हो गया. जहां जरूरी नहीं वहां भी काम की मंजूरी कमीशन पर दी जाने लगी. शोभा चंद ने कहा की कांग्रेस के समय से जमे प्रभावशाली अफसर आज भी अपने कुर्सी में जमे हुए हैं. सत्ता बदली पर वे अपना पैटर्न नहीं बदले हैं, इससे सरकार की छवि धूमिल हुई है।
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CM विष्णुदेव साय सीआईआई द्वारा आयोजित ग्रीन स्टील समिट 2024 में हुए शामिल

रायपुर। क्लाइमेट चेंज की चुनौती से निपटने के लिए पूरी दुनिया ग्रीन स्टील की ओर रुख कर रही है। स्टील के उत्पादन में अग्रणी राज्यों में से एक होने के नाते ग्रीन स्टील छत्तीसगढ़ के लिए भी बड़ी संभावनाएं लेकर आया है। इससे न केवल कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में हमें मदद मिलेगी, अपितु इस क्षेत्र में नवीन पहल कर हम बड़ी आर्थिक उपलब्धियों की संभावनाओं का द्वार खोल सकते हैं। यह बात मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नवा रायपुर अटल नगर स्थित मेफेयर लेक रिसार्ट में आयोजित ग्रीन स्टील समिट 2024 में शामिल होने के अवसर पर कही। इस समिट का आयोजन भारतीय इस्पात उद्योग को कार्बन रहित बनाने के उद्देश्य से किया गया है। समिट में देश भर के प्रमुख उद्योगपति, व्यापारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने संबोधन में सीआईआई को आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश भारत का सबसे प्रमुख स्टील निर्माता है। हमारे यहां सार्वजनिक क्षेत्र के भिलाई स्टील प्लांट और नगरनार स्टील प्लांट जैसी बड़ी इकाईयां तो संचालित है ही, इसके साथ-साथ निजी क्षेत्र के अनेक छोटे-बड़े इस्पात संयंत्र संचालित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र एशिया का सबसे बड़ा स्टील प्लांट है और छत्तीसगढ़ में लोहे के विशाल भंडार हैं, जिनमें बैलाडीला, रावघाट और दल्लीराजहरा प्रमुख हैं। छत्तीसगढ़ का देश में कुल उत्पादित स्टील में लगभग 20 प्रतिशत तक का योगदान है और राज्य की अर्थव्यवस्था में उद्योगों की भागीदारी 53.50 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री ने इस्पात उद्योग से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण के वैश्विक चिंताओं पर भी प्रकाश डाला और कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने का दृष्टिकोण सामने रखा है।
उन्होंने केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन की घोषणा की सराहना की और राज्य में सौर ऊर्जा और हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के प्रयासों का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीआईआई का यह समिट भारतीय इस्पात उद्योग को कार्बन रहित बनाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण प्रयास है। आज हम इस समिट में ग्रीन स्टील जैसे रोचक विषय पर बात कर रहे हैं। इस शब्द में खूबसूरती तो है ही, साथ ही साथ जिम्मेदारी भी है। मुख्यमंत्री ने समिट में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों से ग्रीन स्टील उत्पादन की नई
तकनीक को अपनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने का आह्वान किया और कहा कि हमारी एकजुटता से हम स्वस्थ प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण का निर्माण करते हुए मिलजुलकर विकास करेंगे। इस समिट में देश भर के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भी उपस्थित थे, जिन्होंने ग्रीन स्टील उत्पादन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों और नई तकनीकों पर अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर सीआईआई के पदाधिकारी और उद्योगपति आशीष सराफ, सिद्धार्थ अग्रवाल, सुवेन्द्र बेहरा, संजय जैन, पी वी किरण अनंत उपस्थित थे।
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विधानसभा सत्र में कमल विहार का मुद्दा गरमाया

  • वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने किए सवाल
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन कमल विहार का मामला उठा. पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक राजेश मूणत ने लैंड यूज बदले बिना टेंडर निकालने का मामला उठाया. आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि 2021 के मास्टरप्लान में सिटी पार्क को बाद के मास्टरप्लान में आमोद-प्रमोद कर दिया गया था. भाजपा विधायक राजेश मूणत के सवाल पर आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि 2021 के मास्टरप्लान में सिटी पार्क लैंड यूज था. टाउन प्लानिंग स्कीम के स्वीकृत प्लान के मुताबिक़ पार्क स्वीकृत किया गया था. इससे 40 लाख रुपये फंड रेसिंग का भी प्रावधान था।
2021 के मास्टरप्लान में सिटी पार्क था. इसके बाद के मास्टरप्लान में आमोद-प्रमोद कर दिया गया. बेस प्राइज़ से ज़्यादा दर पर श्री जी कृपा नाम के फर्म ने 72 करोड़ रुपये में बीड किया था. लैंड यूस फर्म को करना था, लेकिन उसने आरडीए से किए जाने की मांग को लेकर कमर्शियल कोर्ट में चला गया. यह मामला आर्बिट्रेशन में चल रहा है. राजेश मूणत ने कहा कि रिक्रियेशनल पार्क बनाने टेंडर निकाल लिया. पिछली सरकार के मंत्री ने फाइल अपने पास रख ली थी. रिक्रियेशनल पार्क के नाम पर मैरिज पैलेस नहीं बनाया जा सकता. कमल विहार में माता कौशल्या नाम की तख़्ती लगा दी गई. आज कमल विहार अंधेरे में डूबा है. आरडीए को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से नये सिरे से लैड यूज चेंज करना होता है. बग़ैर ले आउट चेंज किए टेंडर कैसे कर दिया गया?
राजेश मूणत ने कहा कि टेंडर की शर्तों में लिखा है कि लैंड यूज बदलना बिडर की जिम्मेदारी है. आश्चर्य की बात है कि बगैर लैंड यूज बदले टेंडर निकल गया. क्या इसकी जांच कराकर दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई होगी? मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि वर्तमान मास्टर प्लान के आधार पर ये टेंडर निकाला गया था. विधायक सुशांत शुक्ला ने चर्चा में शामिल होते बेलतरा विधासभा के पंजीयन कार्यालय में रजिस्ट्री हेतु आवेदन का मुद्दा उठाया. उन्होंने सवाल किया कि कितने आवेदनों का निराकरण हुआ?, कितने बाकी है? भूमि का असत्यापन नाकर खुली भूमि बताया जाता है, इससे निराकरण की क्या व्यवस्था है?
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि इनको रोकने में पंजीयन में सुधार की प्रक्रिया जारी है, पिछले 7 महीने में विभागीय सतर्कता प्रकोष्ठ का गठन किया गया है, जो सारे विशेष केस देखेगी. सुशांत शुक्ला ने कहा कि प्रश्न का जवाब अपूर्ण है, शिकायत का क्या प्रावधान है. ओपी चौधरी ने बताया कि शिकायत जिला स्तर पर होती है, उसमें निराकरण अच्छी तरह से नहीं हो पाता, इसलिए उच्च स्तरीय तरीके से कमेटी गठित की गई है, जो अच्छी तरह से इसका निराकरण करेगी. हमारे पास जो जानकारी आई है, उसमें अभी तक कोई शिकायत नहीं आई है. पार्टी बंधित खसरों में कोई गड़बड़ी हुई होगी तो तत्काल कार्यवाही की जाएगी.
मंत्री ने कहा कि कोटवार भूमि शासन की ही भूमि होती है. पहले बहुत से प्रकरण में अब जमीनों को बेच दिया गया था, लेकिन अब ऐसा कोई केस हुआ है वह किस स्तर पर है उसे देख कर कार्यवाही को जाएगी. विधायक राजेश मूणत ने सवाल किया कि राजिस्ट्री बढ़ा दी गई है, और चेक और ड्राफ्ट पेमेंट क्यों नहीं लिया जा रहा है. कैश पेमेंट क्यों ही रहा इसका परीक्षण कराया जाए? ओपी चौधरी ने बताया कि रजिस्ट्री नहीं बढ़ाई गई है. गाइडलाइन रेट नहीं बढ़ा है. इसका प्रभाव केवल बिल्डरों पर ही नही बल्कि किसानों पर भी पड़ता है. गाइड लाइन रेट जब काम होता है तो लोअर मिडिल क्लास के लोगों को लोन नहीं मिल पाता है. राजेश मूणत ने इस पर सवाल किया कि रजिस्ट्री शुल्क कैश में क्यों जमा हो रही है, इसे दिखवा ले.
सुशांत शुक्ला ने कहा कि वेरिफिकेश का प्रावधान नहीं है. नगरीय निकाय राजस्व का कोई संयुक्त कार्य नहीं है. क्या ऐसी कोई प्रणाली आने वाले समय में स्थापित की जाएगी, जिसमें आने वाले समय में परेशानी न हो? चौधरी ने कहा कि अगर कोई कैश पेमेंट करता है, तो वह पूरा रजिस्टर होता है. आने वाले समय में हम पूरा काम कैश लेस और पेपर लेस करने की ओर प्रयासरत हैं. ओपी चौधरी ने कहा कि हम बहुत सारे मेजर रिफॉर्म्स कर रहे हैं. अंबिकापुर के विषय पर कहा 15 नायब तहसीलदार को पोस्ट किया गया, ताकि कार्य अच्छे से हो. टेक्नोलॉजी की वजह से टुकड़े की जमीन नहीं बिक पाएगी. कहीं गड़बड़ी की शिकायत हो हम तत्काल समाधान कराएंगे. राज्य स्तर पर जांच टीम गठित की जाएगी, और इसे बेलतारा भेजा जाएगा.
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सोलर लाइट खरीदी में भारी भ्रष्टाचार, मंत्री राम विचार नेताम ने जांच कराने की घोषणा की

रायपुर। पूरे प्रदेश के आदर्श ग्राम योजना में सोलर लाइट खरीदी की जांच होगी. विधान सभा की जांच समिति जांच करेगी. भाजपा विधायक लता उसेंडी के सवाल के जवाब में मंत्री राम विचार नेताम ने 2021 से 2024 के बीच हुई खरीदी की जांच कराने की घोषणा की.
कोंडागाँव विधायक लता उसेंडी ने प्रश्नकाल में इस मामले को उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत हुई सोलर लाइट की खरीदी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. अधिकारियों ने मंत्री को सदन में गलत जानकारी दी है. 12 जून को आरटीआई से मिली जानकारी में बताया गया है कि 3 अधिकारियों के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुई है. मंत्री सदन में गलत जानकारी दे रहे हैं. पिछली सरकार में सोलर लाइट को लेकर गड़बड़ी हुई है. सक्षम अधिकारियों ने गड़बड़ी की है.
इस पर मंत्री रामविचार नेताम ने सदन में घोषणा करते हुए कहा कि सदन की समिति से इस मामले की जांच कराई जाएगी. पूरे प्रदेश के मामले इसमें शामिल किए जाएँगे. इस पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार ने जवाब दिया है कि राज्य स्तरीय समिति जांच कर रही है. क्या सदन की समिति से राज्य स्तरीय समिति की जांच के बिंदु शामिल किए जाएँगे. मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि सदन की समिति जिन-जिन विषयों को जांच में शामिल करेगी, उन पर जांच की जाएगी.
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NIA ने दुर्ग शहर में मारी रेड, श्रमिक नेता यहां दबिश दी

दुर्ग। जामुल थाना क्षेत्र में गुरुवार को एनआईए की टीम श्रमिक नेता कलादास डहरिया के घर दबिश दी है। यहां सीआईएसएफ की मौजूदगी के साथ कलादास डहरिया के घर पर जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला रेला NGO से जुड़ा हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की सुबह छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति के सदस्य व श्रमिक नेता कलादास डहरिया Kaladas Dahriya से पूछताछ करने एनआईए (NIA) की टीम पहुंची है। जामुल लेबर कैम्प में कलादास डहरिया का निवास है। कालादास डहरिया रेला एनजीओ से जुड़े हुए हैं। यह संस्था किसान, आदिवासी और मजदूरों के संगठन के लिए काम करता है।
रेला एनजीओ (NGO) को देशभर से फंडिंग होती है। बताया जा रहा है कि लगभग पांच गाड़ियों में अलग अलग टीमें पहुंची और रेड की। इस दौरान आसपास के लोगों को भी रोक दिया गया। फिलहाल इस पूरे मामले में एनआईए की ओर से कोई ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई है।
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बलरामपुर जिले के सरकारी दफ्तर में लगी आग

  • शार्ट सर्किट से हुई घटना
बलरामपुर। बलरामपुर जिले के संयुक्त जिला कार्यालय भवन में संचालित खनिज शाखा में आज तड़के आग लग गई. सूचना पर पहुंची दमकल टीम के आग पर काबू पाते तक कई अहम फाइलें जल चुकी थी. बता दे कि संयुक्त जिला कार्यालय भवन में कलेक्टोरेट सहित कई अहम विभाग संचालित होते है, उन्हीं में से एक खनिज विभाग भी है, जहां के स्टोर में रूम में आग लगना बताया जा है.
आग लगने की मुख्य वजह शार्ट सर्किट होने की आशंका जताई जा रही है.आग जनी से चिमनी ईट भट्ठे सहित कई अहम दस्तावेज जलकर खाक हो गए हैं, वही दमकल की टीम का कहना है कि अलमारियों में आग लगी हुई थी, जिस पर काबू पाते हुए कुछ दस्तावेज को सुरक्षित निकाला गया है. बहरहाल, आगजनी की सूचना पर एसडीएम-तहसीलदार मौके पर पहुंच गए है. क्षतिपूर्ति का आंकलन किया जा रहा है.
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CM विष्णुदेव साय रहेंगे दिल्ली दौरे पर

रायपुर। राष्ट्रीय नीति आयोग के अध्यक्ष और पीएम नरेंद्र मोदी ने 27 जुलाई को बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ सीएम विष्णुदेव साय, दोनों डिप्टी सीएम, मुख्य सचिव अमिताभ जैन और कुछ वरिष्ठ सचिव भी शामिल होंगे। इसमें सीएम साय, विजन छत्तीसगढ़ 2047 के लिए बनी योजनाओं के लिए आर्थिक मदद मांगेगे।
वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी 2-3 अगस्त को गवर्नर कांफ्रेंस बुलाया है। श्रीमती मुर्मू के कार्यकाल का दूसरा और कई राज्यपालों के कार्यकाल का अंतिम कांफ्रेंस होगा। इसमें आदिवासी बहुल राज्यों के विकास पर चर्चा होगी। इस कांफ्रेंस में शामिल होने राज्यपाल हरिचंदन 31 अगस्त को चार दिनों के लिए दिल्ली दौरे पर रहेंगे। उनके साथ सचिव यशवंत कुमार भी शामिल होंगे।
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नियमितीकरण जल्द! वेयरहाउस कर्मचारियों ने खत्म किया हड़ताल

रायपुर। वेयरहाउस कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल खत्म हो गई है। विभागीय सचिव के साथ बैठक के बाद हड़ताल खत्म हुई है। नियमितीकरण के मुद्दे पर कार्रवाई का आश्वासन मिला है। इनकी हड़ताल 16 दिनों से चल रही थी। हड़ताल के चलते पीडीएस में राशन की किल्लत हो रही थी।
इधर नक्सल क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात पुलिस के जवान और अधिकारियों के लिए खबर आई। गृह मंत्री विजय शर्मा ने सदन में बताया कि सरकार उनके ट्रांसफर सिस्टम पर काम कर रही है। बहुत जल्द ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार होगा और क्राइटेरिया पूरी करने वाले जवानों, और अधिकारियों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र से ट्रासफर ऑटोमेटिक होगा। उन्हें इसके लिए किसी नेता, किसी अधिकारी के चक्कर काटने नहीं होंगे।
दरअसल, प्रश्नकाल के दौरान विधायक सावित्री मंडावी ने यह विषय उठाया था। उन्होने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ड्यूटी करने वाले पुलिस जवानों को समय सीमा पूरी होने के बाद भी दूसरी जगह नहीं भेजा जाता। जबकि अप्रोच वाले लोग समय से पहले ट्रांसफर करा लेते हैं। इससे उऩका परिवार अवसाद में चला जाता है। इस पर गृह मंत्री ने बताया कि तीन साल की ड्यूटी के बाद एसआई को दूसरी जगह जाने की पात्रता बन जाती है। विभाग ऑनलाइन पोर्टल तैयार कर रहा है। योग्य अधिकारी यहां अप्लाइ करेंगे और ट्रांसफर ऑर्डर उनके घर तक पहुंच जाएगा।
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अब नहीं गिरते आँसुओ के बूँद, बहती है यहाँ पानी की धार

  • नल जल योजना से जल संकट वाले गांवों में दूर होने लगी है पेयजल की समस्या
कोरबा। यह कोरबा जिले के कोरबा विकासखण्ड के अंतर्गत पहाड़ों से घिरा विमलता गाँव है। भले ही इन गांव में रहने वाले परिवारों की संख्या बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन पानी को लेकर यहाँ की समस्या बहुत बड़ी है। गर्मी क्या आई ? गाँव का हैंडपंप जलस्तर नीचे जाने से जवाब दे जाता था। इस गांव के लोगों ने ऐसे कई गर्मी के मौसम देखे हैं, जो उन्हें पानी के बूँद-बूँद के लिए मोहताज करते हुए उनकी आँखों से आँसुओं के बूँद गिराए हैं। अब जबकि गाँव में जल जीवन मिशन से घर-घर नल लग गया है तो यहाँ पीने के पानी के लिए गर्मी के दिनों में ग्रामीणों को आँखों से आँसुओं की बूंद नहीं गिराना पड़ता। गाँव में लगे नल और घरों के कनेक्शन से उन्हें गर्मी और बरसात में स्वच्छ पानी की धार मिल जाती है। उन्हें लगभग एक किलोमीटर दूर पहाड़ के नीचे मुसीबत मोल लेकर खतरनाक ढोढ़ी में पानी भरने नहीं जाना पड़ता।
कोरबा ब्लाक के नकिया पंचायत अंतर्गत ग्राम विमलता में जल जीवन मिशन के माध्यम से नल कनेक्शन घर-घर लगाया गया है। जल संकट वाले इस ग्राम में हर साल गर्मी के दिनों में पानी की समस्या विकराल हो जाती थी। बारिश के समय जान जोखिम में लेकर पहाड़ के चट्टानों के बीच ढोढ़ी का पानी निकालना पड़ता था। इस दौरान पत्थरों के फिसलन होने से गिरने का खतरा भी बना रहता था। वे मटमैला पानी पीने मजबूर थे। ग्राम विमलता की महिला रामवती बाई, फुसुन्दरी बाई ने बताया कि गर्मी आते ही सभी को पानी के लिए जूझना पड़ता है। जलस्तर नीचे चले जाने के बाद समस्या और भी बढ़ जाती थी। बारिश के समय बहुत कम पानी से काम चलाना पड़ता था। अब घर में नल का कनेक्शन लग जाने से सुबह शाम पानी उपलब्ध हो जाता है। उन्हें 01 किलोमीटर दूर ढोढ़ी से पानी नहीं लाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि गर्मी के दिनों में पानी की समस्या देखकर रोना आ जाता था। ग्रामीण दिलमती बाई ने बताया कि पास का हैण्डपम्प से लगातार पानी निकालने से हैंडपंप भी बिगड़ जाते थे। गांव में सोलर ड्यूल पंप लगा है, जिससे गांव वालों को आसानी से पीने का पानी मिलने लगा है। उन्होंने बताया कि घरों में पेयजल के लिए सबसे ज्यादा महिलाओं को ही परेशानी उठानी पड़ती थी। उन्हें ही दूर कहीं से पानी लाना पड़ता था। अब ऐसी समस्या दूर हो गई है। गाँव के जनेऊ सिंह का कहना है कि घर-घर नल लगाना बहुत अच्छी पहल है। इससे स्वच्छ पेयजल मिल रहा है। घरों में नल का कनेक्शन भी लगा है। पानी की सप्लाई से गाँव वालों को राहत मिलने लगी है। सोलर ड्यूल पंप लग जाने से 24 घण्टे पानी की सुविधाएं मिल गई है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव द्वारा हर घर पेयजल पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। कलेक्टर श्री अजीत वसंत के निर्देशन में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा दूरस्थ ग्रामों में क्रेडा के सहयोग से सोलर ड्यूल पंप स्थापित कराकर घरों में नल कनेक्शन दिया गया है। इससे दूरस्थ क्षेत्रों में पानी की गंभीर समस्या कम हो गई है। उन्हें घर पर ही पानी उपलब्ध हो पा रहा है।
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एक फोन पर बना मूल निवास प्रमाण पत्र

  • कॉल सेंटर के माध्यम से हो रहा समस्याओं का त्वरित निराकरण
  • मोतीनगर के रहवासी थे आवारा कुत्तो से परेशान, घंटे भर में हुआ निराकरण
रायपुर। लोगों की समस्याओं का समाधान घर बैठे एक फोन कॉल से होने लगा है। गोगांव निवासी श्री पंकज सोनी ने 3 जुलाई को मूल निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन अब तक उनका मूल निवास प्रमाण पत्र नहीं बन पाया था। उसने जिला प्रशासन द्वारा शुरु किये गये जनसमस्या निवारण के कॉल सेंटर में अपनी समस्या के लिए फोन लगाया। फोन लगते ही श्री सोनी की समस्या को दर्ज कर त्वरित निराकरण करते हुए उसे मूल निवास पर प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
कॉल सेंटर द्वारा श्री पंकज सोनी की शिकायत को निराकरण करने भेजा गया, इसके बाद उनके आवेदन का त्वरित निराकरण किया गया। कॉल सेंटर के माध्यम से समस्या का एक घंटा में निराकरण होने पर आवेदक श्री सोनी ने प्रसन्नता जताते हुए कहा यह बहुत ही सुंदर बात है कि मेरी समस्या का जल्द समाधान हो गया। इसके लिए जिला प्रशासन बधाई के पात्र है, उन्होंने ऐसी सुविधा शुरू किए जाने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया।
गौरतलब है जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए कॉल सेंटर के माध्यम से दर्ज की गई समस्याओं का जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। रायपुर जिले के नागरिक कॉल सेंटर के दूरभाष नंबर 9977222564, 9977222574, 9977222584, 9977222594 फोन कर अपनी समस्याओं को दर्ज करा सकते हैं।
मोतीनगर के रहवासी थे आवारा कुत्तो से परेशान, कॉल सेंटर में लगाई कॉल, घंटे भर में हुआ निराकरण
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन धरातल पर दिखने लगे हैं जहाँ मात्र एक फोन कॉल पर समस्याओं का त्वरित निराकरण हो रहा है। जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए जनसमस्या निवारण कॉल सेंटर में मोतीनगर के रहवासी आवारा कुत्तो से परेशान थे, नागरिकों ने आवारा कुत्तो से कोई अनहोनी न हो, इसके पूर्व कॉल सेंटर में फोन घुमाया। इसके तुरंत बाद शिकायत दर्ज कर निगम के अधिकारियों को तुरंत जानकारी दी गई। इसके तत्पश्चात निगम के कर्मचारी मौके के लिए रवाना हुए।कॉलोनी में आवारा कुत्तो को डॉग कैचर के सहायता से पकड़ा लिया गया जिन्हे नसबंदी कर के अन्यत्र स्थान पर छोड़ दिया जाएगा। इस त्वरित कार्य की नागरिकों ने सराहाना की एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय तथा कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह को धन्यवाद दिया।
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