धान का कटोरा
बलरामपुर : कलेक्टर एवं एसपी ने चुनावी तैयारियों का लिया जायजा
- स्ट्रांग रूम, मतदान सामग्री संग्रहण वितरण, पार्किंग स्थल की देखी व्यवस्था
बैठक लेने रायपुर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
2 अक्टूबर को 90 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस निकाल रही भरोसा यात्रा
24.52 लाख किसानों को 1895 करोड़ रुपए की तीसरी किश्त जारी, खातों में पैसे ट्रांसफर
- कृषक सह श्रमिक सम्मेलन : बलौदाबाजार-भाटापारा जिले को मिली 266 करोड़ रुपए विकास कार्यों सौगात
- मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक योजना का हुआ शुभारंभ
सरोधा-दादर गांव को मिला सर्वश्रेष्ठ पर्यटन का राष्ट्रीय पुरस्कार
राहुल गांधी जो कहते हैं करके दिखाते हैं : कुमारी सैलजा
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पहुंचे रायपुर
- CM भूपेश बघेल ने स्वामी विवेकानंद विमानतल पर किया आत्मीय स्वागत
यातायात पुलिस : चालान न पटाने पर वाहन का सर्विस रहेगा ब्लॉक
रायपुर पहुंचे ओम माथुर और डॉ. मनसुख मंडाविया
कुछ देर में मल्लिकार्जुन खड़गे पहुंचेंगे बलौदाबाजार-भाटापारा
- कृषक सह श्रमिक सम्मेलन आज
सामाजिक समरसता में भरोसा करती है भाजपा : अजय चंद्राकर
अमित शाह के साथ जेपी नड्डा भी आज आ रहे हैं रायपुर
बृजमोहन अग्रवाल आज कई निर्माण कार्यों का करेंगे लोकार्पण एवं भूमिपूजन
एक महिला समेत 3 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
अधोसंरचना निर्माण से मिलेगी आर्थिक विकास को गति : CM भूपेश बघेल
- 16 विभागों के 4,471 करोड़ रूपए की लागत के 2715 विकास कार्यों की सौगात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पेश की मानवता की मिसाल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अक्सर अपने प्रोटोकाल से इतर लोगों से मिलने के लिए रूक जाते हैं और बच्चों के प्रति उनके स्नेह से सभी वाकिफ हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मानवीयता से भरा एक और चेहरा देखने को मिला। दरअसल तात्यापारा के नवीन मार्केट में लोक निर्माण विभाग के भूमिपूजन कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री ने मंच से देखा कि एक एंबुलेंस वाहनों के जाम में फंस गयी है और उसे निकलने का रास्ता नहीं मिल रहा है। जैसे ही मुख्यमंत्री की नजर एंबुलेंस पर पड़ी उन्होंने अपने प्रोटोकाल के विपरीत जाकर तुरंत ही कार्यक्रम को रोकने का इशारा किया और खुद ही अपनी कुर्सी छोड़कर एंबुलेंस को रास्ता देने की अपील करने लगे। मुख्यमंत्री के खड़े होने के बाद तुरंत ही वाहनों ने एंबुलेंस को रास्ता दिया इसके बाद मुख्यमंत्री वापस अपनी कुर्सी पर बैठे और कार्यक्रम शुरू हुआ। मुख्यमंत्री के इस मानवीय पहल से वहां उपस्थित हर किसी ने उनकी जमकर तारीफ की और मुख्यमंत्री के सहृदयता की खूब सराहना भी की।