धान का कटोरा

राज्यपाल ने राजीव स्मृति वन में शहीद वाटिका पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी

रायपुर। राज्यपाल रमेन डेका आज पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के राजीव स्मृति वन स्थित शहीद वाटिका पहुंचे। उन्होंने यहां अमर जवान स्तंभ में शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ उपस्थित मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने शहीदों के नामों की पट्टिका पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण मौजूद रहे।
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पुलिसकर्मियों के प्रति रखें मानवीय दृष्टिकोण : राज्यपाल रमेन डेका

  • पुलिस और सुरक्षाबलों के कारण देश में कायम है कानून और शांति व्यवस्था : CMविष्णुदेव साय
  • पुलिस स्मृति दिवस परेड में हुए शामिल राज्यपाल और मुख्यमंत्री 
रायपुर। राज्यपाल श्री रमेन डेका और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज चौथी वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल माना रायपुर के प्रांगण में पुुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित परेड कार्यक्रम में शामिल हुए। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों की ओर से पुलिस के शहीद वीर जवानों को नमन करते हुए शहीद स्मारक में पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने शहीद पुलिस अधिकारियों एवं जवानों के परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की और उनके साथ सदैव खड़े रहने का विश्वास दिलाया। उन्हें शाल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट किए।
इस अवसर पर राज्यपाल श्री डेका ने अपने श्रद्धांजलि उद्बोेधन में कहा कि पुलिस का काम अत्यंत जवाबदेही का होता है। आम जनों से आग्रह है कि पुलिस कर्मियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण रखें और उनके कार्यो मेें मदद करें। उन्होंने कहा कि एक तरफ वे कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए शासन के निर्देशों के अनुरूप कार्य करते हैं। दूसरी तरफ उनकी जिम्मेदारी होती है कि समाज में व्यवस्था बनी रहें और नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। राज्यपाल ने कहा कि पुलिस के जवान भी अपने परिवार को छोड़ कर कार्य कर रहे हैं। उनसे परिवार के एक सदस्य की भांति व्यवहार करें, उन्हें सम्मान दें। आपके दो मीठे बोल, उनके व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। यह सद्व्यवहार उनकी सारी थकान दूर कर देगी और वे अपनी ड्यूटी भी दोगुने जोश से करेंगे।
राज्यपाल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में जहां नक्सली समस्या एक गंभीर चुनौती रही है, वहां हमारी पुलिस ने जिस प्रकार से साहस, धैर्य और निष्ठा के साथ इस समस्या का सामना किया, वह सराहनीय है। पुलिस की तत्परता और कर्त्तव्यनिष्ठा के कारण आज नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और शांति के लिए एक सकारात्मक बदलाव देखा जा रहा है। नक्सली गतिविधियों से निपटने के लिए पुलिस और सशस्त्र बलों ने न केवल सख्त रणनीति अपनाई बल्कि स्थानीय समुदायों के साथ बेहतर समन्वय और संवाद स्थापित किया है। जिससे उन क्षेत्रों में विश्वास और सुरक्षा की भावना बढ़ी है और आने वाले समय में नक्सल समस्या का पूर्ण रूप से उन्मूलन होगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि पुलिस और सुरक्षा बलों के योगदान का स्मरण करने और उन्हें नमन करने का दिन है। यह पुलिस और सुरक्षा बलों की महान परंपराओं को आगे बढ़ाते रहने का संकल्प लेने का भी दिन है। उन्होंने कहा कि पुलिस स्मृति दिवस हमारे पुलिस बलों के शौर्य, पराक्रम, बलिदान, देश-प्रेम, सजगता और इतिहास की याद दिलाता है। इनके चौकन्नेपन के कारण ही देश में कानून व्यवस्था कायम रहती है और विकास के नए आयाम स्थापित होते है। श्री साय ने कहा कि पुलिस जवान नक्सल पीड़ित क्षेत्रों के विकास और दुर्गम क्षेत्रों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने में अपना योगदान दें रहें है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों को अधिक से अधिक संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराने के हमारे प्रयासों में भारत सरकार का भरपूर सहयोग और समर्थन मिल रहा है । हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा गृह मंत्री श्री अमित शाह के ऊर्जावान नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ ने आने वाले दो वर्षों के भीतर प्रदेश से नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारे पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों के शौर्य, पराक्रम और कौशल से हम निर्धारित समय में इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। 
पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा ने भी श्रद्धांजलि उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि अपराध एवं अपराधियों की रोकथाम के लिए पुलिस सदैव तत्पर है। वीर जवानों का बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जायेगा।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री मनोज पिंगुआ, श्री अरूण देव गौतम, महानिदेशक होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा एवं फायर ब्रिगेड सेवा, श्री हिमांशु गुप्ता, महानिदेशक जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिसकर्मी व शहीद जवानों के परिजन उपस्थित थे।
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सर्वाधिक ब्याज पाएं सुकन्या समृद्धि योजना में

रायपुर। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत जिले के 10 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं का खाता पोस्ट ऑफिस या बैंक पर खोला जा सकता है। इस योजना अंतर्गत सभी योजनाओं में सर्वाधिक ब्याज दर 8.2 प्रतिशत है। खाता न्यूनतम 250 रुपए से खोला जा सकता है एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 1000 व अधिकतम डेढ़ लाख रुपए की राशि जमा की जा सकती है। बेटी की उम्र 18 वर्ष होने पर जमा राशि का 50 प्रतिशत व बेटी की शिक्षा अथवा शादी के लिए निकाल सकते हैं। खाता खोलने के लिए किसी भी डाकघर या बैंक में बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का फोटो पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र देते हुए खाता खुलवाया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोलकर राशि जमा करने वाले पालकों को आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 अंतर्गत आयकर में छूट का प्रावधान है।
जिले के आधिकारिक बालिकाओं को लाभ दिलाने हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला बाल विकास ने अपने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। योजना से सभी 10 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं को लाभ दिलाने हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी ने सेंट जेवियर स्कूल, महर्षि विद्यालय, इंडियन पब्लिक स्कूल, द्रोणाचार्य विद्यालय, किरोड़ीमल विद्यालय, कार्मेल स्कूल तथा शालिनी विद्यालय की प्रधानाचार्य से भेंट कर विद्यालय के 10 वर्ष से कम उम्र के सभी बालिकाओं का खाता खोलने का अनुरोध किया गया है तथा डाक विभाग एवं बैंकों से समन्वय कर अधिक से अधिक खाता खोलने का अनुरोध किया गया है।
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कर्तव्य परायण में शहीद हुए जवानों को स्मरण कर अर्पित की गई श्रद्धांजलि

  • पुलिस स्मृति दिवस
रायगढ़। प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया जाता है । यह दिवस सन 1959 में लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में चीनी फायरिंग में शहीद हुए 10 पुलिस जवानों की शहादत की स्मृति में प्रतिवर्ष "पुलिस स्मृति दिवस" के रूप में मनाया जाता है । पुलिस स्मृति दिवस पर भारत के सभी राज्य अथवा केंद्र शासित प्रदेश में बीते 01 सितंबर से वर्तमान 31 अगस्त तक ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सभी रैंक के पुलिसकर्मियों की नामावली सूची का पाठन जिले के पुलिस अधीक्षक द्वारा किया जाता है।
इस वर्ष भी जिले के रक्षित केंद्र उर्दना स्थित शहीद स्मारक प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में एसपी दिव्यांग कुमार पटेल ने 1 सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024 तक शहीद हुए 216 जवानों के नामों का पठन किया, जिसके बाद सशस्त्र जवानों द्वारा शहीदों को सलामी दी गई और फिर शोक शस्त्र कर शहीदों के सम्मान में सशस्त्र जवानों के साथ उपस्थित सभी आगंतुकों ने सिर झुकाकर बारी-बारी से शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया, जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल, कलेक्टर रायगढ़ कार्तिकेया गोयल, एसपी रायगढ़ दिव्यांग कुमार पटेल, एसपी सारंगढ़-बिलाईगढ़ पुष्कर शर्मा ने रायगढ़ एवं सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के शहीद पुलिस परिवार के सदस्यों का शाल, श्रीफल से सम्मान किया गया । कार्यक्रम में सल्पाहर पश्चात शहीद परिवारों को उनके घर तक पहुंचाया गया । कार्यक्रम में अपर कलेक्टर राजीव कुमार पाण्डेय, उप सेनानी सुरेशा चौबे, एडिशनल एसपी रामगोपाल करियारे, आकाश मरकाम, एसडीम रायगढ़ प्रवीण तिवारी, डीएसपी अखिलेश कौशिक, उत्तम प्रताप सिंह,रमेश चंद्रा समेत जिला पुलिस और छठवीं वाहिनी रायगढ़ के जवान व पुलिस परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।
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CM विष्णुदेव साय ने आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत पर जताया दुःखद

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत पर दुःखद जताया है। x पर सीएम ने लिखा, जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत की खबर अत्यंत दुःखद है। आतंकियों द्वारा की गई ये जघन्य और कायराना हरकत बेहद निंदनीय है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ है। ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में रविवार देर रात हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) ने ली है। भास्कर को सूत्रों ने सोमवार को बताया कि TRF चीफ शेख सज्जाद गुल इस हमले का मास्टरमाइंड था। गांदरबल के गगनगीर इलाके में श्रीनगर-लेह नेशनल हाईवे की टनल कंस्ट्रक्शन साइट पर आतंकियों ने फायरिंग की। हमले में बड़गाम के डॉक्टर शहनवाज मीर और पंजाब-बिहार के 6 मजदूरों की जान चली गई।
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24 पुलिस कर्मियों का ट्रांसफर, रायपुर आईजी ने जारी किया आदेश

रायपुर। रायपुर क़े पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने रेंज में बड़ी सर्जरी करते हुए 24 पुलिस कर्मियों को रायपुर से दूसरे जिलों में भेज दिया है। ये सभी लंबे समय से रायपुर क़े विभिन्न थानो में जमे हुए थे। इन पुलिसकर्मियों को रायपुर रेंज के अलग अलग जिलों में पदस्थ किया है। लिस्ट में 5 एएसआई, 6 प्रधान आरक्षक और 14 आरक्षकों के नाम शामिल है।
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रायपुर दक्षिण के लिए कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा आज शाम तक

रायपुर। रायपुर दक्षिण के लिए कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा आज शाम तक होगी. इस बात की जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पूरी दमदारी के साथ चुनाव लड़ने की बात कही.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने मीडिया से चर्चा में पहले स्पष्ट किया कि रायपुर दक्षिण विधानसभा उप चुनाव के लिए अभी प्रत्याशी तय नहीं हुआ है. आज शाम तक नाम को घोषणा होगी. वहीं चुनाव के लिए सभी वरिष्ठ नेताओं को वार्डों की भी जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा पार्षदों, छाया पार्षदों को भी जिम्मेदारी दे दी गई है.
बता दें कि भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद खाली हुई रायपुर दक्षिण सीट पर 13 नवंबर को उप चुनाव होगा. भाजपा ने गहन मंथन के बाद पूर्व सांसद सुनील सोनी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. लेकिन कांग्रेस अभी तक भाजपा के इस गढ़ में सेंध लगाने के लिए अपना प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है.
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अधिकारी-कर्मचारी संघ ने बे मुद्दत हड़ताल फरवरी तक टाला

रायपुर। फेडरेशन ने डीए छोड़ अपनी अन्य लंबित मांगों को लेकर अपना बे मुद्दत हड़ताल को अगले वर्ष तक के लिए टालने की जानकारी मिली है। फेडरेशन के प्रांतीय नेताओं की रविवार दोपहर हुई बैठक में इस पर सहमति बनने की ‌खबर है। बैठक मे कहा गया है कि अभी दक्षिण उपचुनाव, और उसके बाद निकायों-पंचायत चुनाव होने हैं। उसे देखते हुए फरवरी मार्च के दौरान सरकार पर दबाव बनाया जाएगा।
बैठक में फेडरेशन के सभी संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी व प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहे। बैठक में कोरबा के शिक्षक नित्यानंद यादव पर संचालक डीपीआई की कार्यवाही को अनुचित बताते हुए तत्काल बहाली करने फेडरेशन मांग पत्र सौंपेगा। जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा और श्रीमती दिव्या मिश्रा को इस फेडरेशन की नाराजगी से अवगत कराया है।
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रक्षित केन्द्र रुद्री में अमर शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि

धमतरी। 21 अक्टूबर, 1959 को लद्दाख के पास हॉट स्प्रिंग्स इलाके में चीनी सैनिकों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में शहीद हुए 10 वीर शहीद पुलिस जवानों को सम्मान देने के लिए हर साल 21 अक्टूबर को "पुलिस स्मृति दिवस" के रुप में मनाया जाता है। इसी क्रम में आज पुलिस लाईन धमतरी में "पुलिस स्मृति दिवस" आयोजित कर विभिन्न मोर्चों व मुठभेड़ में कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले देश भर के शहीद हुए वीर जवानों एवं जिले में हुए वीर शहीद पुलिस जवानों के नामावली सूची का पुलिस अधीक्षक धमतरी श्री आंजनेय वार्ष्णेय द्वारा वाचन कर पुष्पांजलि अर्पित किया गया।
तदुपरांत रक्षित निरीक्षक श्री दीपक शर्मा के नेतृत्व में शहीद परेड के जवानों द्वारा सलामी शोक शस्त्र के साथ जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। देश भर में हुए माह सितम्बर 2023 से माह अक्टूबर 2024 तक देश भर में कुल 216 शहीद हुए वीर जवान सहित जिले के हुए शहीद जवानों के शहादत को आज याद किया गया। इसके बाद कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी एवं जनप्रतिनिधिगण, शहीदों के परिजन,समाज सेवी,वरिष्ठ नागरिकों एवं रिटायर्ड पुलिस एवं आर्मी के पदाधिकारी एवं पुलिस के अधिकारी व जवानों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके बलिदानों का पुण्य स्मरण कर सभी पुलिस अधिकारियों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। इसके बाद कलेक्टर धमतरी एवं पुलिस अधीक्षक धमतरी द्वारा शहीद जवानों के परिजनों से भेंट कर उनका हालचाल जाना।
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कांकेर की मासुलपानी पंचायत को मिलेगा राष्ट्रीय जल पुरस्कार

  • राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 22 अक्टूबर को करेंगी सम्मानित
रायपुर। जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए कांकेर जिले की मासूलपानी ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 22 अक्टूबर को 11 बजे प्लेनरी हॉल, विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार के अंतर्गत कांकेर के नरहरपुर विकासखण्ड की ग्राम पंचायत मासुलपानी को श्रेष्ठ पंचायत श्रेणी में द्वितीय स्थान के लिए सम्मानित करेंगी।
गौरतलब है कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर पाटिल ने 14 अक्टूबर को श्रम शक्ति भवन नई दिल्ली में 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के विजेताओं की घोषणा की, जिसमें कांकेर जिले की मासुलपानी पंचायत सहित 38 विजेताओं के नाम शामिल है। यह पुरस्कार 9 श्रेणियों में दिए जाएंगे।
कांकेर जिले की ग्राम पंचायत मासुलपानी जिला मुख्यालय से 5 किमी की दूरी पर स्थित है। मासुलपानी में 5 राजस्व गांव शामिल हैं और ग्राम पंचायत का कुल क्षेत्रफल 1429 हेक्टेयर है। मासुलपानी पंचायत में 90 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जनजाति की है। जल संरक्षण के क्षेत्र में मासुलपानी पंचायत ने उल्लेखनीय कार्य किया है। इस ग्राम पंचायत में 161 जल शेड संरचनाएं बनाई गई हैं, जिनमें 99 फार्म तालाब शामिल हैं। इसके अलावा, वर्ष 2023 के दौरान पंचायत द्वारा 39 नंबर ब्रशवुड, एक सामुदायिक तालाब डी-सिल्टिंग, 02 कुएं, 02 भूमिगत बांध, 03 गेबियन और अन्य संरचनाओं का निर्माण किया गया है। इसके चलते लोगों ने सिंचाई के लिए सतही जल का उपयोग करना शुरू कर दिया है। जल संरक्षण और इसके समुचित उपयोग की दिशा में इस नवाचार के लिए जिले की मासुलपानी ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ पंचायतों की श्रेणी में दूसरा स्थान मिला है।
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एनेस्थेसिया विशेषज्ञ की कमी जल्द होगी दूर : स्वास्थ्य मंत्री

  • श्याम बिहारी जायसवाल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कसडोल का किया निरीक्षण
  • अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं पर जताई संतुष्टि
रायपुर। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने रविवार को बलौदाबाजार जिला प्रवास अंतर्गत कसडोल पहुंचकर शहीद संतराम साहू स्मृति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। श्री जायसवाल ने अस्पताल में एनेस्थेसिया विशेषज्ञ की कमी को जल्द दूर करने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को डीएमएफ मद से भर्ती करने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं, ओपीडी, आईपीडी, पोषण पुनर्वास केन्द्र, डेंटल, फिजियोथिरेपी, पैथोलॉजी लैब, एक्सरे कक्ष, ट्रामा सेन्टर, ऑफिस, एनआरसी का निरीक्षण किया एवं वार्ड में भर्ती मरीजों का हाल-चाल जाना। उन्होंने अस्पताल की साफ-सफाई एवं मरीजों के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं पर संतुष्टि जाहिर की। स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सकों एवं अन्य स्टॉफ को सेवा भावना से मरीजों की बेहतर देखभाल करने के निर्देश दिए।
बताया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन 200 ओपीडी, 35 आईपीडी, हर माह 55 डिलीवरी, प्रतिदिन 350 जाँच, प्रतिदिन 35 दंत रोग उपचार तथा प्रतिदिन 25 फिजियोथिरेपी की जा रही है। अस्पताल में 3 विशेषज्ञ चिकित्सक, 5 चिकित्सा अधिकारी सहित कुल 54 अधिकारी -कर्मचारी पदस्थ हैं। निरीक्षण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
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ओलंपियन मनु भाकर ने परिवार सहित बारनवापारा अभ्यारण्य का किया भ्रमण

रायपुर। पेरिस ओलंपिक में शूटिंग में 02 मेडल जीत कर इतिहास रचने वाली निशानेबाज एवं ओलंपिक विजेता मनु भाकर 27 वीं अखिल भारतीय वन खेल कूद प्रतियोगिता 2024 के समापन समारोह में शामिल होने राजधानी रायपुर पहुंची हैं। सुश्री मनु भाकर ने रविवार को बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के प्रसिद्ध बारनवापारा अभ्यारण्य में सपरिवार भ्रमण किया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान रविवार को बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के प्रसिद्ध बारनवापारा अभ्यारण्य में मनु भाकर ने अपने परिवार के साथ भ्रमण किया। उन्होंने बारनवापारा अभ्यारण्य के घने जंगलों एवं वन्यप्राणियों को स्वच्छंद विचरण करते देखकर प्रसन्नता जाहिर की और वन विभाग द्वारा वन्य जीवों और उनके संरक्षण और संवर्धन के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली से आते हुए, यह अब तक का सबसे अच्छा अनुभव रहा है, प्रकृति हमारे लिए कितनी महत्वपूर्ण है। वनों के संरक्षण के महत्व को जाना है। इस अभ्यारण्य में स्वच्छ और संतुलित पारिस्थितिकी तंत्र को बहुत अच्छी तरह से बनाए रखा गया है। यह मेरे लिए अविस्मरणीय है, मैं यहां दोबारा आना चाहूंगी।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से श्री राजू अगसिमनी, मुख्य वन संरक्षक रायपुर वृत्त श्री मयंक अग्रवाल, वनमण्डलाधिकारी बलौदाबाजार, बारनवापारा अभ्यारण्य अधीक्षक श्री आनंद कुदरया सहित बारनवापारा अभ्यारण्य के समस्त स्टाफ उपस्थित थे।
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शहीद जवानों को छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से मंत्री वर्मा ने दी श्रद्धांजलि

  • नक्सलियों के लगाए बारूदी सुरंग में हुआ था विस्फोट
रायपुर। खेलकूद, युवा कल्याण, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री  श्री टंकराम वर्मा ने नारायणपुर जिले में शनिवार को हुए एक बारूदी सुरंग विस्फोट के कारण शहीद हुए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के दो जवानों को रविवार को माना स्थित चौथी बटालियन परिसर पहुंचकर छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से श्रद्धांजलि दी। मंत्री टंकराम वर्मा ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि हमारी सरकार राज्य को नक्सलियों से मुक्त करने के लिए काम कर रही है। बीते 9 महीने में नक्सलियों के विरूद्ध छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित अभियान के चलते नक्सलियों के हौसले पस्त हो गए हैं और अपने अस्तित्व को बचाने के लिए इस तरीके की कायराना हरकत कर रहे हैं।  
गौरतलब है कि नारायणपुर जिले में नक्सलियों द्वारा बिछाई गई एक बारूदी सुरंग में विस्फोट होने से आईटीबीपी के जवान श्री अमर पंवार और श्री के. राजेश शहीद और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। शहीद हुए जवान 53वीं बटालियन के थे। शहीद जवान श्री अमर पंवार महाराष्ट्र के सतारा और श्री के. राजेश आंध्र प्रदेश के कडप्पा के रहने वाले थे। उनके पार्थिव शरीर को विशेष विमान से उनके पैतृक स्थानों पर ले जाया गया है।
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राज्यपाल से असम के फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों ने की मुलाकात

रायपुर। राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज 27वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लेने वाले असम के फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों ने श्री सनीदेव चौधरी, (आईएफएस) और श्री तेजस एम, (आईएफएस) के नेतृत्व में सौजन्य मुलाकात की। उनके साथ टीम कोच श्री दगंता बोरा भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि असम की टीम ने इस प्रतियोगिता में पहली बार फुटबॉल में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। राज्यपाल ने टीम को बधाई दी और राजकीय गमछा पहनाकर उनका अभिनंदन किया। टीम के सभी खिलाड़ियों को छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पकवान भेंट किये गये। राज्यपाल श्री डेका ने खिलाड़ियों को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।  
राज्यपाल श्री डेका ने छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सर्वाधिक 174 पदक जीत कर प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उन्हें भी बधाई दी।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह प्रतियोगिता न केवल शारीरिक शक्ति और खेल भावना का प्रदर्शन है, बल्कि हमारे वन क्षेत्रों के महत्व को भी रेखांकित करती है।
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अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ बना ओवरऑल चैम्पियन

छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन 97 गोल्ड मेडल के साथ प्रथम स्थान पर
मनु भाकर आल इंडिया स्पोर्ट्स मीट के समापन समारोह में हुई शामिल’
देशभर से 2920 से अधिक खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा
रायपुर। अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ ने पहला स्थान प्राप्त कर ओवरऑल चैम्पियन बना। समापन समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान की। इस मौके पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने अपने वीडियो संदेश में खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्वश्री राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे।
प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 97 गोल्ड, 44 सिल्वर, 33 कांस्य पदक के साथ कुल 731 प्वाइंट्स लेकर रिकॉर्ड जीत हासिल की और पहला स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में ओलम्पिक मेडलिस्ट मनु भाकर ने भी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर केरल ने 38 गोल्ड, 37 सिल्वर, ब्रोंज 27, कुल अंक 389 के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। तीसरा स्थान मध्यप्रदेश ने 38 गोल्ड, 27 सिल्वर और 26 कांस्य पदक के साथ कुल अंक 363 प्राप्त किया।
समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने खेल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि खेल व्यक्तित्व विकास के लिए अहम होता है उन्होंने सभी खिलाड़ियों का बधाई दी। समारोह की अध्यक्षता कर रहे वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने आयोजन की सफलता के लिए वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी। कार्यक्रम में उत्तराखंड के वनमंत्री श्री सुबोध उनियाल ने आगामी अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता उत्तराखण्ड में किए जाने की घोषणा की।
समारोह में नोडल ऑफिसर श्रीमती शालिनी रैना ने उत्तराखंड के वनमंत्री श्री सुबोध उनियाल को प्रतियोगिता के ध्वज का हस्तांतरण किया। उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन 1992 से हो रहा है और यह छत्तीसगढ़ में तीसरी बार संपन्न हुआ। यह प्रतियोगिता वनों के संरक्षण पर आधारित है और इसमें वनरक्षक से लेकर विभाग के अधिकारियों ने भी भाग लिया।
समारोह में वन बल प्रमुख श्री श्रीनिवास राव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और वन मंत्री श्री केदार कश्यप के मार्गदर्शन में इस खेल प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया है। विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों ने खेल भावना और मेहमान नवाज़ी की प्रशंसा की। प्रतियोगिता के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य की संस्कृति, परम्परा और स्थानीय गीत-संगीत से प्रतिभागियों को रूबरू कराया गया। राज्य की संस्कृति और खान-पान की विशेषताएँ सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रही।
समारोह में बॉलीवुड सिंगर सुवर्णा तिवारी के गीतों ने समां बांधा। इसके अलावा सुप्रसिद्ध बस्तर बैंड और छत्तीसगढ़ की लोकगाथा लोरिक चन्दा की शानदार प्रस्तुति दी गई। समापन समारोह में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव वन श्रीमती ऋचा शर्मा, केन्द्रीय वन महानिरीक्षक, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन श्री के.बी. सिंह और छत्तीसगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री विक्रम सिसोदिया सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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महामाया एयरपोर्ट दरिमा ऊँची उड़ान के लिये तैयार, हवाई नक्शे से जुड़ा अंबिकापुर

  • प्रधानमंत्री मोदी ने मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा का किया रिमोट दबाकर वर्चुअल उद्घाटन
  • प्रधानमंत्री का विज़न, देश में बेहतर विमानन सेवा की स्थापना करना:-राज्यपाल श्री रमेन डेका
  • हवाई सेवा के नक्शे में अंबिकापुर हुआ शामिल, क्षेत्रवासियों के बरसों का सपना हुआ साकार : मुख्यमंत्री साय
  • आमजन का हवाई जहाज से सफर करने का सपना होगा साकार
रायपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा, अंबिकापुर का वाराणसी से रिमोट दबाकर वर्चुअल शुभारंभ किया। वे शाम 5 बजे से बनारस से लाइव जुड़े थे। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि पहले देश में 70 एयरपोर्ट थे, अब 150 से ज्यादा एयरपोर्ट हैं। जो पुराने एयरपोर्ट हैं, उनका भी रिनोवेशन हो रहा है। श्री मोदी ने कहा कि कनेक्टिविटी से स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यवसाय, पर्यटन आदि को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा विगत दस सालों में निवेश से नागरिक सुविधाओं में बढोत्तरी हुई है, अधोसंरचना विकास के साथ नवजवानों को नए नौकरी के अवसर भी मिले हैं। इस अवसर पर एयरपोर्ट स्थल से सांकेतिक रूप से 19 सीटर विमान ने रायपुर के लिए उड़ान भरी।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कार्यक्रम में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हमारे लिये एक महत्वपूर्ण क्षण है, मां महामाया एयरपोर्ट से विमान अपनी गति प्राप्त करेगा और उड़ान भरेगा, जिससे सरगुजा संभाग में विकास के नये आयाम खुलेंगे। एयरपोर्ट के माध्यम से इस क्षेत्र के नागरिकों और उद्योगपतियों के लिये एक बेहतर संचार सिस्टम स्थापित होगा। बस्तर के बाद सरगुजा प्रदेश का दूसरा बड़ा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। एयरपोर्ट सेवा से यहां के अंचल का विकास होगा। उन्होंने आगे कहा कि यह उड़ान छत्तीसगढ़ को नई दिशा की ओर ले जायेगी, सरगुजा प्रदेश ही नहीं अपितु पूरे देश में विकास की एक नई उड़ान तय करेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विज़न, देश में बेहतर विमानन सेवा की स्थापना करना है और देश के सभी हिस्सों को इससे जोड़ना है
एयरपोर्ट लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्रवासियों का बरसों का सपना अब साकार हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश मे हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज का सफर करेगाl यह सपना साकार हो रहा है, हवाई सेवा के नक्शे में अंबिकापुर को शामिल करने के लिए उन्होंने प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा आमजन के हवाई जहाज से सफर करने का सपना साकार हुआ है जिससे उनका आर्थिक दर्जा भी बढ़ेगा। मां महामाया एयरपोर्ट ना केवल राज्य की राजधानी को बल्कि अन्य राज्य को जोड़ने का कार्य भी करेगी।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ में रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर के बाद आज अंबिकापुर में हवाई सेवा का शुभारंभ हो रहा है। आम नागरिक भी उड़ान के अपने सपनों को साकार कर सकेंगें। एयरपोर्ट से कनेक्टीविटी की सुविधा में विस्तार होगा जिससे पर्यटन, व्यापार इत्यादि में क्षेत्र के स्थानीय लोगों और व्यापरियों को लाभ होगा।
कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने अपने उद्बोधन में कहा कि उड़ान योजना के तहत देश के 100 एयरपोर्ट को चिह्नित कर देशवासियों के आवश्यकता अनुरूप अंबिकापुर को भी इसमें शामिल किया गया। जिससे सरगुजा संभाग के क्षेत्रवासियों रोजगार को मिलेगा और क्षेत्र के पर्यटन में विकास होगा।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि कई सालों के बाद यह अवसर आया है। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के माध्यम से छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर को एयरपोर्ट की सौगात प्राप्त हुआ है। जिससे क्षेत्र के लोगों के लिये रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी आर्थिक विकास की रफ्तार में तेज़ी आयेगी।
कार्यक्रम में सरगुजा सांसद श्री चिंतामणी महाराज ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज अंबिकापुर मे नया इतिहास लिखा जा रहा है, आराध्य देवी माँ महामाया के नाम से एयरपोर्ट को जाना जायेगा। शीघ्र ही यहां से हवाई सेवा की शुरुआत होगी। शासन के सार्थक प्रयास से क्षेत्र को हवाई सेवा की सौगात मिली है। यहां से विमान सेवा शुरू होगी, जिससे निःसंदेह यहां के क्षेत्रवासियों को लाभ होगा।
माँ महामाया एयरपोर्ट दरिमा, अम्बिकापुर लगभग 365 एकड़ में फैला हुआ है, एयरपोर्ट के सिविल एवं विद्युतीकरण कार्य हेतु राशि रू. 48.25 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसमें रनवे सुधार एवं विस्तार व एप्रन तथा टैक्सी-वे निर्माण कार्य हेतु राशि रू. 35.19 करोड, ड्रेनेज निर्माण कार्य हेतु राशि रू. 1.80 करोड, बाउण्ड्रीवाल के कार्य हेतु राशि 1.98 करोड़ , टर्मिनल बिल्डिंग का उन्नयन कार्य हेतु राशि रू. 1.15 करोड़ , फायर स्टोर व ट्रेनिंग सेंटर, मौसम विभाग एवं ग्राउण्ड स्टॉफ,पेनल रूम व सी.सी.आर. रूम एंटी हाईजेकिंग रूम हेतु राशि  0.61करोड़ , एप्रोच रोड हेतु राशि . 0.61 करोड़,सी.एन.ए सत्र, एटीसी स्टोर, 6 नग वॉच टॉवर, फायर शेड रिपेयर एवं पापी लाईट केबलिंग हेतु राशि  0.91 करोड एवं अन्य विद्युतीकरण कार्य हेतु राशि  2.14 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है। उपरोक्त सभी कार्य डीजीसीए (DGCA) मानक अनुरूप कराया गया है। मां महामाया एयरपोर्ट का उन्नयन वर्ष 2012-13 में उड़ान योजना अंतर्गत लिया गया, जिसके तहत हवाई अड्डे का विकास 3 सीवीआरएफ (CVFR) के मानक के अनुरूप किया गया। विशेष रूप से रनवे की लम्बाई 1500 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर किया गया है। टर्मिनल भवन का उन्नयन 72 यात्रियों के अनुरूप कराया गया। हवाई अड्डे में लगभग 100 वाहन की पार्किंग की व्यवस्था के साथ टर्मिनल भवन तक फोरलेन सड़क का निर्माण कराया गया। एयरपोर्ट में उच्च गुणवत्ता एटीसी, मेट ऑफिस, एंटी हाइजैक रूम, फायर स्टोर एंड ट्रेनिंग सेंटर जीडी इलेक्ट्रिक पेनल रूम का निर्माण किया गया है। सरगुजा संभाग में एयरपोर्ट के संचालन से अंचल वासियों को सीधा लाभ मिलेगा। हवाई सेवा प्रारंभ होने से संभाग की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी , यहां के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा एवं स्थानीय लोगों को रोजगार का पर्याप्त अवसर मिलेगा। मां महामाया एयरपोर्ट बनकर तैयार है, जहां से शीघ्र ही नागरिक उड़ान का आनंद ले पायेंगे।
लोकार्पण एवं वर्चुअल शुभारंभ पर आयोजित समारोह में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक लुण्ड्रा श्री प्रबोध मिंज, विधायक अम्बिकापुर श्री राजेश अग्रवाल, विधायक सीतापुर श्री रामकुमार टोप्पो, प्रेमनगर विधायक श्री भूलन सिंह मराबी, अध्यक्ष राज्य युवा आयोग छत्तीसगढ़ श्री विश्वविजय सिंह तोमर एवं संचालक विमानन छ.ग. शासन श्री संजीव झा, सरगुजा संभागायुक्त जीआर चुरेंद्र, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर विलास भोसकर व पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक तथा संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।
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PM मोदी ने 80 करोड़ रूपए की लागत से बने अम्बिकापुर के मां महामाया एयरपोर्ट का किया वर्चुअल शुभारंभ

  • देश के दूरस्थ आदिवासी अंचल को मिली एयर कनेक्टिविटी, विकसित भारत 2047 की दिशा में एक अहम कदम
  • अंचल में विकास के नये आयाम खुलेंगे : राज्यपाल रमेन डेका
  • सरगुजा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
रायपुर। देश का दूरस्थ आदिवासी बहुल अंचल छत्तीसगढ़ का सरगुजा ज़िला अब हवाई सेवा से जुड़ चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी से मां महामाया एयरपोर्ट, दरिमा, अम्बिकापुर का वर्चुअल उद्घाटन कर सरगुजा और इसके आसपास के जिलों को हवाई यात्रा की सुविधा का तोहफा दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ की जनता को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत के एयरपोर्ट में विकसित की जा रही आधुनिक से आधुनिक सुविधाएं अब दुनिया में चर्चा का  विषय बन गई हैं। सरगुजा अंचल में इस नए एयरपोर्ट के शुभारंभ से विकास के साथ-साथ रोजगार के भी नए अवसर खुलेंगे।
इस मौके पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री राममोहन नायडू, छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री श्री तोखन साहू, सहित छत्तीसगढ़ के मंत्रिमंडल के सदस्य, सांसद एवं विधायक उपस्थित थे।
यह हवाई सेवा सरगुजा और इसके आस-पास के जिलों जैसे जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के लाखों लोगों के जीवन में एक नया अध्याय लेकर आएगी। इससे लोगों को आसानी से देश के बड़े शहरों तक हवाई यात्रा की सुविधा मिलेगी, जो पहले के मुकाबले किफायती और समय की बचत वाला विकल्प होगा। इससे न केवल आवागमन में सुगमता आएगी, बल्कि इस क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी एक नई रफ्तार जुड़ेगी। इस क्षेत्र के लोग इस नई सेवा के जरिए दिल्ली, कोलकाता, रायपुर, बिलासपुर और अन्य प्रमुख शहरों से सीधा जुड़ सकेंगे। हवाई सेवा की शुरुआत सरगुजा अंचल की बहुप्रतीक्षित मांग थी, जो अब पूरी हो चुकी है।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कहा कि मां महामाया एयरपोर्ट के प्रारंभ होने से इस अंचल में विकास के नये आयाम खुलेंगे। एयरपोर्ट के माध्यम से सरगुजा क्षेत्र के नागरिकों और उद्योगपतियों के लिये एक बेहतर एयर कनेक्टिविटी स्थापित होगा। बस्तर के बाद सरगुजा प्रदेश का दूसरा बड़ा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, जहां यह सुविधा प्रारंभ हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि यह उड़ान छत्तीसगढ़ को विकास की नई ऊंचाईयों की ओर ले जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा “मां महामाया एयरपोर्ट का उद्घाटन सरगुजा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह केवल हवाई यात्रा को सुगम बनाने का प्रयास नहीं है, बल्कि हमारे आदिवासी समुदाय और दूरदराज के क्षेत्रों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे क्षेत्र के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। हमें गर्व है कि हम अपने प्रदेश को विकसित भारत 2047 के सपने की ओर बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं। एयर कनेक्टिविटी न केवल यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप देश में हवाई चप्पल पहनने वालों का हवाई जहाज के सफर का सपना साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विज़न देश में बेहतर विमानन सेवा की स्थापना करना और देश के सभी हिस्सों को इससे जोड़ना है। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री श्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहार जायसवाल, सरगुजा सांसद श्री चिंतामणी महाराज ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
अम्बिकापुर के दरिमा स्थित मां महामाया एयरपोर्ट में एयर स्ट्रीप का उन्नयन भारत सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत किया गया है। यह एयरपोर्ट 365 एकड़ में फैला हुआ है। इसे 80 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। यह एयरपोर्ट 3 सीवीएफआर कैटिगरी का है। इसमें 72 सीटर विमान लैंड कर सकते हैं। टर्मिनल बिल्डिंग का विस्तार सालाना 5 लाख यात्रियों की अनुमानित क्षमता के अनुसार किया गया है। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वविजय सिंह तोमर, लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज, अम्बिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल, सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो, संचालक, एविएशन संजीव झा भी उपस्थित थे।
एयर कनेक्टिविटी : विकसित भारत 2047 के सपने की ओर एक कदम-
सरगुजा की हरी-भरी वादियों में बसे आदिवासी अंचल के लोग जब भी बड़े शहरों की ओर रुख करते, तो लंबी और थका देने वाली यात्रा का ख्याल उन्हें परेशान कर देता। इस दूरस्थ इलाके की खास पहचान तो उसकी प्राकृतिक सुंदरता है, पर यहां के लोगों के लिए देश के दूसरे हिस्सों से जुड़ना हमेशा एक चुनौती रहा है। लेकिन अब चीजें बदलने वाली हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वर्चुअल माध्यम से मां महामाया एयरपोर्ट, अंबिकापुर का उद्घाटन कर यह सुनिश्चित किया कि सरगुजा का यह क्षेत्र देश की विकास यात्रा का एक अभिन्न हिस्सा बने।
प्रधानमंत्री श्री मोदी का यह संकल्प केवल एक एयरपोर्ट की शुरुआत नहीं, बल्कि एक बड़े सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम है। यह हमारे ‘विकसित भारत 2047’ के संकल्प का प्रतीक है।” जब उन्होंने छत्तीसगढ़ को यह सौग़ात दी तो , अंबिकापुर के लोगों के चेहरे पर एक नई उम्मीद की चमक थी। यह एयरपोर्ट न केवल सरगुजा बल्कि आसपास के जिलों जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, और मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के लाखों लोगों के लिए देश की मुख्यधारा से जुड़ने का एक जरिया बन गया है।
सरगुजा की बढ़ती संभावनाएं-
मां महामाया एयरपोर्ट के शुरू होने से सरगुजा के लोग सीधे रायपुर, दिल्ली, कोलकाता, जबलपुर, और अन्य बड़े शहरों से जुड़ सकेंगे। इस पहल से यहां के छात्रों को बेहतर शिक्षा के लिए बाहर जाने का मौका मिलेगा, व्यापारी अपने व्यापार को फैलाने के लिए नए बाजारों तक पहुंच सकेंगे और सबसे महत्वपूर्ण, मरीजों को इलाज के लिए बेहतर सुविधाओं तक आसानी से पहुंच मिल सकेगी।
अंबिकापुर के एक युवा उद्यमी राजेश बताते हैं, “अब हमें अपने उत्पादों को दूसरे शहरों तक पहुंचाने में आसानी होगी। पहले सड़क मार्ग से यह सफर लंबा और महंगा होता था, लेकिन अब हम अपने स्थानीय उत्पादों को सीधे दिल्ली और कोलकाता जैसे शहरों तक पहुंचा सकते हैं।” यह एयरपोर्ट सरगुजा की आर्थिक गतिविधियों को नई दिशा देगा, और यहां के छोटे-बड़े व्यापारी भी इस बदलाव को लेकर उत्साहित हैं।
पर्यटन के लिए नए रास्ते-
सरगुजा की खूबसूरत घाटियाँ, मैनपाट का हिल स्टेशन, और रामगढ़ की ऐतिहासिक गुफाएं यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिनी जाती हैं। अब इस एयरपोर्ट के शुरू होने से पर्यटकों के लिए यहां आना आसान हो जाएगा। पर्यटन से जुड़े लोगों का मानना है कि इससे सरगुजा का आकर्षण और बढ़ेगा। स्थानीय गाइड शंकर कहते हैं, “पहले पर्यटकों को यहाँ आने के लिए घंटों की सड़क यात्रा करनी पड़ती थी, पर अब वे सीधे फ्लाइट से आ सकते हैं। इससे हमारा पर्यटन व्यवसाय बढ़ेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।”
आर्थिक विकास और निवेश की संभावनाएं-
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस मौके पर सरगुजा के आर्थिक विकास की बात पर जोर देते हुए कहा कि यह एयरपोर्ट न केवल आवागमन को सरल बनाएगा बल्कि क्षेत्र में निवेश को भी आकर्षित करेगा। हवाई सेवा से यहां के स्थानीय उद्योगों को नए बाजार मिलेंगे, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यहां के छोटे व्यवसाय, जैसे हस्तशिल्प, कुटीर उद्योग, और कृषि उत्पाद, अब देश के दूसरे हिस्सों में आसानी से पहुंच सकेंगे।
सरगुजा के कृषि उत्पादों की देशभर में मांग है, और अब यहां के किसान भी अपने उत्पादों को सीधे दिल्ली या कोलकाता के बाजारों तक पहुंचा सकते हैं। यह न केवल उनकी आय में वृद्धि करेगा बल्कि क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बनाएगा।
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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने निभाया बहनों से किया वादा

  • कहा- अब किसी के साथ नहीं होगा अन्याय
रायपुर। हमें लम्बे संघर्ष के बाद आज यह सम्मान मिला है। हमारे संवेदनशील मुख्यमंत्री ने हमारी पीड़ा समझी और बड़ी राहत देने का काम किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज उनके निवास कार्यालय, रायपुर में दिवंगत शिक्षक पंचायत संवर्ग संघ के आश्रितों ने मुलाकात कर उनका आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री को उन्होंने ग़जमाला पहनाकर अभिवादन किया। मुख्यमंत्री साय ने भी सभी बहनों को शुभकामनाएं दी और कहा कि हमारी सरकार हमेशा आपके साथ खड़ी है और किसी के साथ भी अन्याय नहीं होगा।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में 16 अक्टूबर को आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में दिवंगत शिक्षक पंचायत संवर्ग संघ के परिजनों की अनुकंपा नियुक्ति के लिए निर्णय लिया गया था। दिवंगत शिक्षक पंचायत संवर्ग संघ के आश्रित अनुकंपा नियुक्ति के लिए आंदोलन कर रहे थे।
संघ के सदस्यों ने बताया कि दिवंगत शिक्षकों के परिजनों द्वारा पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में 300 से अधिक दिनों तक लगातार आंदोलन किया गया था, जिसमें उन्होंने अलग-अलग ढंग से प्रदर्शन कर सरकार के सामने अपनी मांगे रखी थी। उनके लम्बे संघर्ष का सुखद परिणाम अब सामने आया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार ने दिवंगत शिक्षक पंचायत के परिजनों के हित में बड़ा निर्णय लेते हुए उन्हें अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने का रास्ता खोल दिया है।
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