धान का कटोरा

BSP में क्रेन की स्प्रिंग टूटी, चपेट में आया श्रमिक घायल

भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट में फिर एक हादसा हुआ। यहां क्रेन की स्प्रिंग टूटकर वहां काम कर रहे मजदूर के कंधे में गिरी। इससे मजदूर घायल हो गया। उसे तुरंत मेल मेडिकल पोस्ट ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने मजदूर को प्राथमिक इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया। इसे लेकर मजदूर यूनियन ने विरोध किया कि मामले को दबाने के लिए बीएसपी प्रबंधन ने घायल को जल्दी डिस्चार्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक हादसा बीएसपी के प्लेट मिल के अंदर मैकेनिकल पार्ट क्रेन नंबर 34 के नीचे हुआ। यहां मंगलवार रात 8 बजे के करीब काम चल रहा था। मिल में लगी बड़ी क्रेन की स्प्रिंग टूटकर झूलने लगी। गनीमत यह रही की वहां काम करने वाले मजदूरों ने उसे देख लिया और शोर मचाया। मजदूरों के शोर मचाने के बाद भी सेफ्टी डिपार्टमेंट के लोग वहां जल्दी नहीं पहुंचे।
इसी दौरान 2 क्रेन ऑपरेटर क्रेन की ओर बढ़ने लगे। मजदूरों ने शोर मचाया, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया और क्रेन चलाने के लिए चले गए। क्रेन ऑपरेटर ने ध्यान नहीं दिया कि नीचे एक मजदूर काम कर रहा है और उसी डैमेज हालत में क्रेन को चला दिया। क्रेन चलते ही स्टॉपर से लोहे की स्प्रिंग का बड़ा टुकड़ा सीधे पास में काम कर रहे मजदूर के कंधे के ऊपर गिरा। लोगों ने बताया कि स्प्रिंग का टुकड़ा वहां काम कर रहे श्रमिक लक्ष्मण प्रसाद (45 साल) के ऊपर गिरा, जिससे वो जमीन पर घायल होकर गिर गया। जब बाकी के मजदूर पास पहुंचे तो देखा कि वो कुछ बोल नहीं रहा। उन्होंने शोर मचाया कि उसकी मौत हो गई। इसके बाद मेडिकल टीम वहां पहुंची और उसे लेकर मेन मेडिकल पोस्ट पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने बताया कि अचानक तेज चोट आने से लक्ष्मण प्रसाद बेहोश हो गया था। इसके बाद यहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे सेक्टर 9 हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।
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आईआईएम रायपुर के निदेशक काकानी ने मुख्यमंत्री साय से की मुलाकात

  • मुख्यमंत्री को आईआईएम रायपुर के पब्लिक लीडरशिप प्रोग्राम में शामिल होने का आमंत्रण
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) रायपुर के निदेशक श्री रामकुमार काकानी ने आज सौजन्य मुलाकात की और उन्हें 22 एवं 23 मार्च 2025 को आयोजित दो दिवसीय पब्लिक लीडरशिप प्रोग्राम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस निमंत्रण के लिए आभार व्यक्त किया और इस पहल की सराहना की। इस अवसर पर प्रोफेसर श्री संजीव पाराशर भी उपस्थित थे।
नेतृत्व और नीति निर्माण पर केंद्रित होगा कार्यक्रम
श्री काकानी ने बताया कि यह विशेष कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के विधायकों के लिए डिजाइन किया गया है, जिसका उद्देश्य समकालीन प्रबंधन और नीति निर्माण से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श को बढ़ावा देना है। इस मंच पर प्रख्यात नीति निर्माता, शिक्षाविद, और विचारक एकत्र होंगे, ताकि विभिन्न विषयों पर सहयोगात्मक सोच और समस्याओं के व्यावहारिक समाधान की प्रक्रिया   के सम्बन्ध में सारगर्भित विचार विमर्श किया जा सके।
छत्तीसगढ़ में नेतृत्व कौशल को नया आयाम देने की पहल
भारतीय प्रबंध संस्थान रायपुर के निदेशक श्री काकानी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की उपस्थिति और उनके अनुभवजन्य विचार न केवल कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाएंगे, बल्कि प्रतिभागियों के लिए प्रेरणादायक भी होंगे।
श्री काकानी ने यह भी उल्लेख किया कि यह कार्यक्रम विधायकों को प्रभावी नेतृत्व कौशल विकसित करने और नीति निर्माण में नवीन दृष्टिकोण अपनाने के लिए सहयोग करेगा। यह पहल छत्तीसगढ़ में सुशासन और जनहितैषी नीतियों को और अधिक प्रभावी बनाने में सहायक सिद्ध होगी।
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निर्माण श्रमिकों के बच्चों को मुफ्त कोचिंग का सुनहरा अवसर

  • प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पंजीकृत श्रमिकों और उनके बच्चों को 4 से 10 माह तक मुफ्त ऑनलाइन/ऑफलाइन कोचिंग दिया जायेगा
मोहला। श्रम विभाग के अंतर्गत छ.ग. भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल अंतर्गत संचालित योजनाओं में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को स्वयं अथवा उनके आश्रित संतानों/दत्तक संतानो को नि:शुल्क कोचिंग दिया जाएगा। ऐसा बच्चें जो प्रतिभाशाली होने के बावजूद आर्थिक सहायता के अभाव में प्रतियोगी परीक्षाओं को पूर्ण करने असमर्थ होते है, उन्हें उनकी योग्यता के अनुरूप शासकीय सेवाओं में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कोचिंग की सुविधा दिया जाएगा। जिससे उनके जीवन स्तर मे सुधार किया जा सके। पंजीकृत निर्माण श्रमिकों एवं उनके संतानों को शैक्षणिक योग्यता के अनुसार प्रतियोगिता परीक्षा जैसे PSC लोक सेवा आयोग, CG VYAPAM  छ.ग.व्यावसायिक परीक्षा मंडल, SSC कर्मचारी चयन आयोग,  IBPS बैंकिंग, RAILWAY रेल्वे,  POLICE ENTRANCE  पुलिस भर्ती परीक्षा, के अंतर्गत समय-समय पर जारी होने वाले प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु न्यूनतम 04 से अधिकतम 10 माह तक की अवधि के लिए आवश्यकतानुसार नि:शुल्क ऑनलाइन/आफलाइन कोचिंग का अवसर प्रदान किया जावेगा। यह सहायता वर्ष में एक बार ही प्रदाय किया जाएगा। पंजीकृत श्रमिक एवं उनके संतानों को चयनित किसी भी परीक्षा में उत्तीर्ण होने के पश्चात उक्त योजना का लाभ दोबारा नहीं दिया जावेगा। कोचिंग सहायता योजना हेतु अधिकतम 01 बार ही योजना का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।  
लाभार्थियों की कोचिंग सेंटर में अथवा ऑनलाइन कक्षाओं मे न्यूनतम 80 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है, प्रत्येक माह 15 दिवस से अधिक अनुपस्थिति पाये जाने मे लाभ से स्वत: पृथक कर दिया  जायेगा। इसका लाभ लेने के लिए एक वर्ष पुराने श्रमिक कार्ड होना चहिये। योजना के तहत् पंजीकृत श्रमिक अथवा उनके प्रथम दो संतानों को ही योजना का लाभ प्रदाय किया जावेगा। पंजीकृत श्रमिक अथवा उनके संतान संबंधित प्रतियोगी परीक्षा हेतु निर्धारित न्यूनतम अर्हता/आयु सीमा रखता-रखती हो योजनांतर्गत पात्र होंगे। निम्नलिखित दस्तावेज के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। श्रमिक पंजीयन कार्ड, हितग्राही/बच्चों के आधार कार्ड, शैक्षणिक योग्यता संबंधी प्रमाण पत्र/अंकसूची की प्रति, हितग्राही का स्व-घोषणा प्रमाण पत्र की प्रति संलग्न करना आवश्यक है। ऑनलाइन आवेदन के साथ केवल मूल दस्तावेज ही स्कैन कर अपलोड किया जाना है। आवेदक ऑनलाइन आवेदन स्वयं या चॉइस सेंटर के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
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भीषण गर्मी में "लू" से बचाव एवं उसके उपाय हेतु आवश्यक सुझाव

  • "लू" में क्या करें और क्या ना करें
गरियाबंद। जिले में लगातार मौसम परिवर्तन के बाद अब तेज धूप एवं गर्मी प्रारंभ हो गया है जिसके कारण ’’लू’’ लगने की संभावना है। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में लोग जंगलों में जाकर महुआ संकलन का कार्य बड़े पैमाने पर कर रहे हैं। लोग अपने साथ पर्याप्त मात्रा में पानी एवं पेय पदार्थ पर्याप्त मात्रा में लेकर नहीं ले जाने के कारण निर्जलीकरण के शिकार भी हो जाते हैं। कलेक्टर श्री दीपक कुमार अग्रवाल के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी गरियाबंद डॉ. गार्गी यदु पाल ने जिला अस्पताल सहित समस्त सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों के संस्था प्रभारियों को लू से बचाव एवं उपचार हेतु पर्याप्त मात्रा में आवश्यक जीवनरक्षक दवाईयां एवं ओ.आर.एस. की उपलब्धता सुनिश्चित कर मरीजों का उपचार करने का निर्देश दिये और मैदानी स्वास्थ्य अमलों के और मितानीनों के माध्यम से लू लगने के कारण और बचाव के उपायों के संबंध में स्वास्थ्य जागरुकता एवं प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गये। स्वास्थ्य केन्द्रों ’’लू’’ लगना खतरनाक एवं जानलेवा भी हो सकता है अतः उक्त परिस्थितियों के रोकथाम एवं प्रबंधन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश के अनुरूप आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देश दिया गया।
लू के लक्षण - सिर में भारीपन और दर्द, तेज बुखार के साथ मुंह का सूखना, चक्कर और उल्टी आना, कमजोरी के साथ शरीर में दर्द होना, शरीर का तापमान अधिक होने के बावजूद पसीने का न आना, अधिक प्यास लगना और पेशाब कम आना, भूख न लगना व बेहोश होना। लू से बचाव के उपाय- इसके लिए बहुत अनिवार्य न हो तो घर से बाहर ना जाये। धूप में निकलने से पहले सर व कानों को कपड़े से अच्छी तरह से बांध ले। पानी अधिक मात्रा में पिये। अधिक समय तक धूप में न रहे। गर्मी के दौरान मुलायम सूती कपड़े पहने ताकि हवा और कपड़े पसीने को सोखते रहे। अधिक पसीना आने की स्थिति में ओ.आर.एस. घोल पिये। चक्कर, उल्टी आने पर छायादार स्थान पर विश्राम करें। शीतल पेय जल पिये, फल का रस, लस्सी, मठा आदि का सेवन करें। प्रारंभिक सलाह के लिए 104 आरोग्य सेवा केन्द्र से निःशुल्क परामर्श ले। उल्टी, सर दर्द, तेज बुखार की दशा में निकट के अस्पताल अथवा स्वास्थ्य केन्द्र से जरूरी सलाह ले।
"लू" लगने पर किया जाने वाला प्रारंभिक उपचार - बुखार से पीड़ित व्यक्ति के सर पर ठंडे पानी की पट्टी लगायें, कच्चे आम का पना, जलजीरा आदि, पीड़ित व्यक्ति को पंखे के नीचे हवा में लेटायें, शरीर पर ठंडे पानी का छिड़काव करते रहें, पीड़ित व्यक्ति को शीघ्र ही किसी नजदीकी चिकित्सा केन्द्र में उपचार हेतु ले जायें, आंगनबाड़ी मितानिन तथा ए.एन.एम. से ओ.आर.एस. की पैकेट के लिए संपर्क करें।
चिकित्सालयों में "लू" हिट स्ट्रोक के प्रबंधन एवं बचाव-
बाह्य रोगी विभाग में आने वाले सभी मरीज़ों में लू के लक्षण की अवश्य जांच करें। प्रत्येक अस्पतालों में कम से कम दो बिस्तर इन मरीजों के लिए आरक्षित किया जाये। वार्ड में शीतलता हेतु कूलर अथवा अन्य उपाय किया जाये। बाह्य रोगी कक्ष में बैठने की उचित प्रबंध के साथ ठंडे पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाये। प्रत्येक मरीज को "लू" से बचाव की जानकारी अनिवार्य रूप से दी जाये, कि पर्याप्त मात्रा में पानी अवश्य पिये, छोटे बच्चों को कपड़े से ढ़ककर छाया वाले स्थान पर रखें। बाह्य रोगी विभाग में आने वाले सभी मरीजों का "लू" के लक्षण की जॉच अवश्य करें। प्राथमिक उपचार कक्ष में ओ.आर.एस. कार्नर बनाया जाये। बाह्य रोगी के ऐसे मरीज जिन्हें उपचार पश्चात् वापसी हेतु अधिक दूरी जाना है, को आवश्यकतानुसार ठहरने की व्यवस्था किया जाये। पर्याप्त मात्रा में इंट्रावेनस फ्लूइड, ओ.आर.एस. पैकेट, बुखार की दवा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। अत्यधिक गर्मी से पीड़ित बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रुप से बीमार व्यक्तियों के ईलाज हेतु अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था की जाये। सभी जिला तथा ब्लाक मुख्यालयों में कण्ट्रोल रुम स्थापित किये जाये। अत्यधिक प्रभावित स्थानों को चिन्हांकित किया जावे तथा उनके प्रबंधन हेतु मोबाईल चिकित्सा दल की व्यवस्था की जाये।
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बालोद : सब्जी बाड़ी के कार्य से बदली खैरवाही के महिलाओं की कहानी

  • घर की चारदिवारी से निकलकर अब खुद को बना रहीं हैं आत्मनिर्भर
बालोद। यह कहानी बालोद जिले के गुरूर विकासखण्ड के छोटे से गांव खैरवाही की है। जहाॅ सीमित अवसरों और संसाधनों के बीच गांव की कुछ महिलाओं ने अपने घर की चारदिवारी से निकलकर अपने जीवन की कहानी को एक नया मोड़ दिया है। इन महिलाओं ने सब्जी बाड़ी के कार्य को चुनकर अपने जीवन को आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की राह पर लाया है। ग्राम खैरवाही की कमला स्वसहायता समूह की महिलाओं ने गाॅव में की जा रही पारम्परिक रूप से धान की खेती से हटकर सब्जी बाड़ी के कार्य को चुना। जिससे उन्हें अब प्रतिमाह बेहतर आय अर्जित हो रहा है, वे अब अपनी जरूरतों के साथ ही घर का खर्च भी वहन करने में सक्षम हुई हैं। कमला स्वसहायता समूह की श्रीमती सीता साहू ने बताया कि उनके समूह में कुल 10 महिलाएं हैं। उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जुड़कर अपने समूह को सशक्त बनाने का कार्य किया है। घरेलु महिलाओं को घर से बाहर ले जाने के साथ ही उन्हें बैंक से ऋण लेना, गाॅव में कृषि भूमि, सिंचाई का साधन, सब्जी की बुआई, उत्पादन सहित विक्रय हेतु सब्जी मण्डी तक परिवहन का कार्य करना, यह सब कार्य उन्होंने बिहान से जुड़कर सीखा है, जिससे आज उनके जीवन की कहानी में सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता एक नया अध्याय जुड़ा है।
समूह की महिलाओं ने बताया कि उन्होंने सब्जी बाड़ी के कार्य की शुरूआत छोटे स्तर से की थी, लेकिन समय के साथ आज वे लगभग 23 एकड़ कृषि भूमि में खेती का कार्य कर रहीं हैं। जिसके लिए उन्होंने गाॅव के अन्य लोगों को भी काम पर रखा हुआ है। उन्होंने बताया कि मौसम के आधार पर वे सब्जी की फसल का उत्पादन करती हैं, जिससे उन्हें अच्छा उत्पादन और बेहतर मुनाफा होता है। पहले वे आसपास के बाजार में सब्जियों का विक्रय करते थे, लेकिन अब उत्पादन अधिक होने से बालोद सहित धमतरी और चारामा के सब्जी मंडी में भी उत्पादित सब्जियों का विक्रय करते हैं। वर्तमान में उनके द्वारा भिण्डी, कुम्हड़ा, लौकी, गोभी, ककड़ी आदि का उत्पादन किया जा रहा है।
समूह की सदस्य श्रीमती सीता साहू ने बताया कि उनके समूह की सभी महिलाओं को प्रतिमाह महतारी वंदन योजना का भी लाभ मिल रहा है। जिससे उन्हें अपने कार्य को निरंतर ही बेहतर ढंग से करने के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है। महिलाओं ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय प्रदेश में महिलाओं के हित में बेहतर कार्य कर रहे हैं। हम महिलाओं को सशक्त बनाकर लखपति दीदी बनाने का कार्य किया जा रहा है। समूह की सदस्यों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे महिलाओं को आगे बढ़ाने व प्रोत्साहित करने के लिए बेहतर कार्य कर रहे हैं। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे ने आज महिलाओं द्वारा किए जा रहे सब्जी बाड़ी उत्पादन के कार्य का जायजा लिया। उन्होंने महिलाओं द्वारा उत्पादित सब्जी का अवलोकन कर उसकी सराहना की। डाॅ. कन्नौजे ने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के अनुरूप महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत महिलाओं को समय समय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा उन्हें आजीविकामूलक गतिविधियों से जोड़कर सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
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ग्राम टाटेकसा में सम्मान समारोह एवं हरियाली बहिनी द्वारा जल यात्रा कार्यक्रम का शुभारंभ

  • जल संरक्षण के लिए जनसहभागिता से व्यापक तौर पर करना होगा कार्य : कलेक्टर
राजनांदगांव। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बुधवार को डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम टाटेकसा में सम्मान समारोह एवं हरियाली बहिनी द्वारा जल यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, अध्यक्षता पद्मश्री श्रीमती फूलबासन यादव, विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह उपस्थित थे। जल यात्रा कार्यक्रम के तहत हरियाली बहिनी कलश लेकर गांव-गांव जाकर जल संरक्षण एवं फसल विविधीकरण के संबंध में ग्रामीणों को जानकारी देंगी। जल संरक्षण के लिए सभी महिलाओं ने संकल्प लिया।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि आज यहां से महिला स्वसहायता समूहों की हरियाली बहिनी द्वारा जल यात्रा कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। महिलाओं द्वारा जल संरक्षण के प्रति यह जागरूकता देखकर बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि जिले में लगातार भूमिगत जल स्तर नीचे जा रहा है यह बहुत कठिन समय है। ऐसा ही चलता रहा तो पानी के कारण बहुत बड़ी विपत्ति आ सकती है। इसके लिए सभी को जल संरक्षण के प्रति जागरूक रहना होगा। यह कार्य सभी के सहयोग से संभव हो सकता है। कोविड-19 संक्रमण के दौरान सभी के सहयोग से इस महामारी से बाहर निकल पाए। उसी तरह से हमें जल संरक्षण कर वर्तमान और आने वाली पीढ़ी के लिए पानी बचाना होगा। उन्होंने कहा कि जल संकट का समय नहीं आया है लेकिन आने वाले समय में इससे निपटने के लिए सभी को सतर्क रहना बहुत जरूरी है। बारिश का पानी नदी-नालो से बहकर समुद्र में चला जाता है। जिसे रोकना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए बारिश के पानी को गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में रोकना जरूरी है। इसके लिए गांवों में तालाब, डबरी, नाला बंधान, सोकपीट, परकोलेशन टैंक जैसे स्ट्रक्चर का निर्माण कर जल को संरक्षित कर सकते हैं। जिससे भूमिगत जल स्तर को बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ वृक्षारोपण भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि एक पेड़ के आस-पास 40 से 50 हजार लीटर पानी रोकने की क्षमता होती है और भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन भी देता है। इसके लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए अभी से तैयारी कर लें। 
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि पानी की समस्या को सभी को समझना होगा और पानी का सदुपयोग करना है। किसानों को कम पानी उपयोग वाली फसलों को लगाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि जिले में 42 हजार से अधिक ट्यूबवेल पंप लगाकर किसान फसल के लिए पानी लगातार निकाल रहे हैं। धान की खेती के लिए लगातार 24 घंटे पंप चलते है। जिससे भूमिगत जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। जिसके कारण जल संकट आने की संभावना बनी हुई है। उन्होंने बताया कि एक परिवार जितना पानी एक वर्ष में उपयोग करता उसका 100 गुना एक हेक्टेयर धान की खेती में किसान पानी का उपयोग करते है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमारे पूर्वजों ने हमारे लिए पानी बचाया था उसी तरह अभियान चलाकर सभी के सहयोग से वर्तमान और आने वाली पीढी के लिए जल संरक्षण करना बहुत जरूरी है। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि महतारी वंदन योजना के संबंध में सभी महिलाओं को मिलने वाली प्रतिमाह एक-एक हजार रूपए की राशि के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह एक-एक हजार रूपए का उपयोग महिलाओं को स्वयं के स्वास्थ्य, पौष्टिक भोजन, प्रोटीन, आयरन युक्त खाद्यान्न का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने बेटियों को भी पौष्टिक भोजन, प्रोटीन, आयरन युक्त खाद्यान्न का उपयोग कराने कहा। जिससे उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे। उन्होंने बताया कि पो_ लईका पहल अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं, माताओं और बालिकों को पौष्टिक भोजन के संबंध में विस्तार से जानकारी देकर जागरूक किया। इसके परिणाम स्वरूप 2 हजार से अधिक कुपोषित बच्चों को कुपोषण की श्रेणी से सुपोषण की श्रेणी में लाया गया है। इसी तरह से जनसहभागिता और जागरूकता से जल संरक्षण से भूमिगत जल स्तर बढ़ेगा। 
पद्मश्री श्रीमती फूलबासन यादव ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी स्वसहायता समूह की महिलाओं को जल संरक्षण के लिए संकल्प दिलाई। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए हमें उपयोग के तौर पर पानी संरक्षित करना चाहिए। जल संरक्षण का अभियान स्वयं के लिए करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी घरों में एक-एक सोकपीट बनाना होगा। जिससे जल का संरक्षण हो सके। उन्होंने जरूरत के अनुसार ही पानी का उपयोग करने कहा। उन्होंने कहा कि जमीन के भीतर से बार-बार पानी निकालते हैं तो उसके भीतर भी हमें ही पानी डालना होगा। जिससे भूमिगत स्तर का संतुलन बना रहे। उन्होंने कहा कि 8 लाख पौधे महिला स्वसहायता समूहों द्वारा लगाया जाएगा। जिससे समूह की महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत होंगे। पानी की तकलीफ को दूर करना होगा। ग्राम संगठन में सिर्फ पानी संरक्षण की बात होनी चाहिए। जनसहयोग से ही पानी बचाना है। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी आपदा को सभी की सहभागिता से दूर किया है तो उसी तरह जल संरक्षण कर पानी की समस्या से भी निजात मिलेगी। इसके लिए सभी को मिलकर जल संरक्षण के लिए कार्य करना होगा। 
सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि हम सभी को मिलकर पानी बचाना और स्वच्छता लाने के कार्य को मिलकर करना होगा। मौसम की अनुकूलता के कारण आज पानी की बहुत बड़ी समस्या आ रही है। जल संरक्षण के लिए आज स्वसहायता समूह की महिलाएं जल यात्रा शुरू कर रही है। जिससे गांव-गांव में जाकर हरियाली बहनियों द्वारा जल संरक्षण के संदेश को पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पानी की समस्या को दूर करने के लिए रिचार्ज सिस्टम और फसल विविधीकरण अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ग्रीष्म ऋतु में कम पानी उपयोग वाली फसलों का उत्पादन लेना चाहिए। जिससे पानी की बचत हो सके। इसके लिए गांव-गांव में जागरूकता लाना बहुत जरूरी है। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती अनिता मंडावी, सरपंच टाटेकसा ने भी जल संरक्षण के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने सभी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में जनपद पंचायत सदस्य श्री अशोक नेताम, जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती गिरीजावती भैसा, सीईओ जनपद पंचायत श्री आलोक कुमार सातपूते, सरपंच श्री सुखचंद चंद्रवंशी, सदस्य मां बम्लेश्वरी जनहितकारी समिति कुमारी ममता चंद्रवंशी, श्री ऋषि कुमार मिश्रा सहित महिला स्वसहायता समूह और बिहान समूह की महिलाएं उपस्थित थी। 
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अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज को मिली 472.58 करोड़ की पुनरीक्षित स्वीकृति

  • स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और गुणवत्ता सुधार में महत्वपूर्ण कदम
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के विशेष निर्देश और स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव पर वित्त विभाग ने अंबिकापुर के शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं संबद्ध चिकित्सालय भवन के निर्माण कार्य हेतु पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। पूर्व में इस परियोजना के लिए 374.08 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई थी। निर्माण कार्यों के दायरे में हुए विस्तार और लागत वृद्धि के बाद अब परियोजना की कुल लागत 472.58 करोड़ रुपये स्वीकृत की गई है। इस प्रकार, परियोजना लागत में 98 करोड़ रुपये से अधिक की महत्वपूर्ण वृद्धि को मंजूरी मिली है।
मेडिकल कॉलेज परिसर में निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं। अब तक स्टाफ क्वार्टर, छात्रावास भवन, महाविद्यालय भवन, बाउंड्री वॉल, आंतरिक और बाह्य सड़कें, अंडरग्राउंड वाटर टैंक, एनिमल हाउस, ड्रेनेज सिस्टम, रिटेनिंग वॉल एवं टो वॉल जैसे प्रमुख निर्माण पूरे हो चुके हैं। ये भवन चिकित्सा विभाग द्वारा उपयोग में लाए जा रहे हैं, जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ चिकित्सा शिक्षा को भी बढ़ावा मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने अस्पताल भवन, ऑडिटोरियम, गेस्ट हाउस, बाहरी जल आपूर्ति और सीवर लाइन जैसे शेष निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को जल्द से जल्द पूरी तरह कार्यशील बनाना है, ताकि आम नागरिकों को अत्याधुनिक और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।
मेडिकल कॉलेज में मिलेंगी उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापक सुधारों को प्रतिबद्ध है। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज को नवीनतम चिकित्सा उपकरणों एवं आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित किया जाएगा। इससे चिकित्सकों, मेडिकल छात्रों और मरीजों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी तथा चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में व्यापक सुधार आएगा।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दृढ़
मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार, सुधार और उन्नयन के लिए लगातार प्रयासरत है। मेडिकल कॉलेज और चिकित्सालय भवन निर्माण को गति देने के लिए राज्य सरकार हर जरूरी संसाधन उपलब्ध करा रही है। इस परियोजना के पूर्ण होने पर न केवल अंबिकापुर, बल्कि आसपास के जिलों के नागरिकों को भी आधुनिक और उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वस्थ समाज, खुशहाल समाज की नींव है। हमारी सरकार नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं देने के लिए संकल्पित है। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज का पुनरीक्षित बजट इस दिशा में एक ठोस और महत्वपूर्ण कदम है।
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नगर पंचायत नवागढ़ के वार्ड क्रमांक 14 में 08 अप्रैल को होगा मतदान

  • 11 अप्रैल को मतगणना
रायपुर। जांजगीर-चांपा जिले के नगर पंचायत नवागढ़ के वार्ड क्रमांक 14 के पार्षद पद के लिए मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल के नामनिर्देशित अभ्यर्थी की मृत्यु दिनांक 08 फरवरी 2025 को हो गई थी। मृत्यु होने के कारण छत्तीसगढ़ नगरपालिका निर्वाचन नियम, 1994 के नियम 38 के प्रावधानानुसार उक्त वार्ड के पार्षद पद का निर्वाचन रिटर्निंग आफिसर द्वारा प्रत्यादिष्ट कर दिया गया। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगर पंचायत नवागढ़ के वार्ड क्रमांक 14 पार्षद पद के निर्वाचन हेतु समय अनुसूची जारी कर की गई है.जारी कार्यक्रम अनुसार निर्वाचन की सूचना का प्रकाशन, स्थानों (सीटों) के आरक्षण के संबंध में सूचना का प्रकाशन एवं मतदान केन्द्रों की सूची का प्रकाशन आज दिनांक 19 मार्च को सुबह 10.30 बजे की गई तथा नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने हेतु आज दिनांक 19 मार्च 2025 से दिनांक 26 मार्च 2025 तक की तिथि  निर्धारित की गई है। नाम निर्देशन पत्र सबेरे 10:30 बजे से अपरान्ह 3:00 बजे तक प्राप्त किया जायेगा।
इसी प्रकार नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा (रिटर्निंग आफिसर द्वारा) दिनांक 27 मार्च 2025 को पूर्वान्ह 10.30 बजे से की जाएगी.अभ्यर्थिता से नाम वापस लेने की आखिरी तारीख दिनांक 29 मार्च 2025 को अपरान्ह 3:00 बजे तक निर्धारित की गई है.निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची तैयार करना, प्रकाशन करना और निर्वाचन प्रतीकों का आबंटन (रिटर्निंग आफिसर द्वारा) दिनांक 29 मार्च 2025 को अभ्यार्थिता वापसी के बाद की जाएगी.मतदान दिनांक 08 अप्रैल 2025 को प्रातः 8 बजे से शाम 5 बजे तक  होगी तथा मतगणना और निर्वाचन परिणामों की घोषणा के लिये दिनांक 11 अप्रैल 2025 की तिथि निर्धारित की गई है।मतगणना सबेरे 9 बजे से प्रारम्भ की जाएगी।
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उप मुख्यमंत्री ने खुड़िया जलाशय से जल्द पानी छोड़ने के दिए निर्देश

  • ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों एवं किसानों की मांग पर श्री साव ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों दिए निर्देश
रायपुर। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने मुंगेली जिले के खुड़िया जलाशय से जल्द पानी छोड़ने के निर्देश जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। इससे ग्रामीणों को निस्तारी के साथ ही खड़ी फसलों को बचाने में मदद मिलेगी। लोरमी क्षेत्र के ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों और किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार देर शाम बिलासपुर में उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव से मुलाकात कर खुड़िया जलाशय से निस्तारी के लिए पानी छोड़ने का आग्रह किया।
उप मुख्यमंत्री श्री साव से मिलने पहुंचे लोरमी क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी के मौसम की शुरुआत में ही अनेक गांव में निस्तारी की समस्या उत्पन्न हो गई है। फसलों के साथ ही मवेशियों के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। इसलिए उन्होंने उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव से खुड़िया जलाशय से पानी छोड़ने की मांग की है। श्री साव ने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए खुड़िया जलाशय से उच्च अधिकारियों को पानी छोड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ग्रामीणों की मांग और क्षेत्र की जरूरत को देखते हुए जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल पानी छोड़ने के लिए निर्देशित किया है। उप मुख्यमंत्री से मिलने आए लोरमी क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल में सर्वश्री गुरमीत सलूजा, आलोक शिवहरे, अशोक जायसवाल और महावीर राजपूत सहित बड़ी संख्या में किसान और ग्रामीण शामिल थे।
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प्रधानमंत्री मोदी के प्रवास को लेकर लोगों में भारी उत्साह : अरुण साव

  • उप मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की
रायपुर। उप मुख्यमंत्री तथा बिलासपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरुण साव ने बुधवार को मोहभठ्ठा में अधिकारियों की बैठक लेकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 30 मार्च के प्रवास को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अब तक हुए कार्यों की जानकारी लेकर 25 मार्च तक तमाम कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। श्री साव ने कहा कि प्रधानमंत्री का छत्तीसगढ़ और विशेषकर बिलासपुर आगमन हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है। उनके कार्यक्रम को लेकर लोगों मेें बड़ा उत्साह है। इसे ऐतिहासिक एवं यादगार बनाने के लिए लोग ब्रेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने प्रधानमंत्री के आगमन के पूर्व 25 मार्च से 29 मार्च तक पूरे जिले में विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने इसमें नवनिर्वाचित पार्षदों, पंचों, सरपंचों एवं जनप्रतिनिधियों को सहभागी बनाने को कहा। श्री साव ने सभास्थल एवं इसके आसपास बन रहे पार्किंग स्थल में की जा रही तैयारी का मुआयना किया और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव एवं बिलासपुर के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ, आईजी श्री संजीव शुक्ला, कलेक्टर श्री अवनीश शरण और एसपी श्री रजनेश सिंह सहित राज्य शासन एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी इस दौरान मौजूद थे।     
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने प्रधानमंत्री के प्रवास की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि बिलासपुर को प्रधानमंत्री के राज्य स्तरीय कार्यक्रम की मेजबानी का सौभाग्य मिला है। हमें अपनी योजनाओं को अच्छे स्वरूप में पूरे राज्य के लोगों को दिखाने का अच्छा मौका मिल रहा है। पूरे राज्य के लोग इस समारोह में आएंगे। उन्हें इस कार्यक्रम के जरिए अच्छा संदेश देना है। वे हमारे लिए मेहमान की तरह होेंगे। उन्हें पर्याप्त सम्मान देना है। उन्हें परायापन महसूस नहीं होना चाहिए। श्री साव ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से अभियान चलाकर बिल्हा के आसपास सहित पूरे जिले की सड़कों की मरम्मत करने के निर्देश दिए।
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छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में गूंज उठी बीजापुर के युवाओं की बुलंद आवाज

  • ‘नक्सलवाद से मुक्ति और विकास की राह पर आगे बढ़ने का है इरादा’
  • CM विष्णुदेव साय ने कहा- 'आपका संकल्प हमारा संकल्प, हम मिलकर छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाएंगे'
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुदूर अंचल बीजापुर जिले के युवाओं ने बुधवार को लोकतंत्र के मंदिर—विधानसभा परिसर में इतिहास रच दिया। राज्य की ‘स्वामी विवेकानंद युवा प्रोत्साहन योजना’ के तहत शैक्षणिक भ्रमण पर पहुंचे बीजापुर के इन युवा प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सामने एकजुट होकर अपनी मंशा व्यक्त की- "हम अपने गांव, जिले और प्रदेश को नक्सलवाद से मुक्त देखना चाहते हैं और विकास की मुख्यधारा में शामिल होकर अपने भविष्य को उज्जवल बनाना चाहते हैं।"
इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने युवाओं की इस मजबूत इच्छाशक्ति की सराहना करते हुए कहा, "आपका संकल्प ही हमारा संकल्प है। यदि क्षेत्र के युवा ठान लें, तो हम सभी के सहयोग से जल्द ही नक्सलवाद के अंधकार को समाप्त कर छत्तीसगढ़ को समृद्धि और विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।"
‘नियद नेल्ला नार योजना’ से विकास की नई रोशनी
मुख्यमंत्री श्री साय ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार ‘नियद नेल्ला नार योजना’ के माध्यम से उनके गांवों तक मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए तेजी से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि निरंतर खुल रहे सुरक्षा कैंपों और सुदूर अंचलों में प्रशासन की बढ़ती पहुंच से नक्सली दायरा सिमटता जा रहा है, जिससे अब विकास को नई गति मिल रही है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने हाल ही में अपने दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से हुई महत्वपूर्ण चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार भी बीजापुर और बस्तर संभाग के अन्य क्षेत्रों के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह राज्य के दूरस्थ इलाकों की स्थिति पर लगातार नजर रखते हैं और वहां हो रहे विकास कार्यों की नियमित समीक्षा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने युवाओं को आश्वस्त किया कि उनके गांवों में मोबाइल टावर लगाने, पक्की सड़कें बनाने, हर घर तक बिजली पहुंचाने और परिवहन सुविधाओं का विस्तार करने की योजनाएं सरकार की प्राथमिकता में हैं। उन्होंने कहा कि इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है ताकि सुदूर अंचल के ग्रामीणों को भी शहरी सुविधाओं का लाभ मिल सके।
बीजापुर के युवाओं के लिए ऐतिहासिक दिन- विधानसभा और राजधानी का अनुभव मिला
बीजापुर जिले के विभिन्न गांवों से आए सैकड़ों युवाओं के लिए यह दिन एक ऐतिहासिक अनुभव से कम नहीं था। राजधानी रायपुर में आयोजित इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान उन्होंने रेलवे स्टेशन, छत्तीसगढ़ विधानसभा और वनवासी कल्याण आश्रम का दौरा किया।
राजधानी में आगमन के दौरान युवाओं ने विधानसभा परिसर का दौरा किया और दर्शक दीर्घा में बैठकर सदन की कार्यवाही देखी। वे पहली बार लोकतंत्र के इस मंच से जनप्रतिनिधियों की बहस और नीतिगत चर्चाओं को देखकर रोमांचित हो उठे।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, विधायक श्री धर्म कौशिक, अनुज शर्मा और सुश्री लता उसेंडी ने भी युवाओं से भेंट कर चर्चा की।
'सरकार आपके साथ है'- उपमुख्यमंत्री का आश्वासन
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने युवाओं से उनके गांव की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली और उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार आपके गांवों में पक्की सड़क, बिजली, शुद्ध पेयजल, राशन, चिकित्सा और आवास जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
सशक्त युवा- सशक्त छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर युवाओं को यह संदेश दिया कि शिक्षा ही विकास का मूलमंत्र है। जब युवा सही दिशा में आगे बढ़ेंगे, तो कोई भी ताकत क्षेत्र  के विकास को बाधित नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की युवा पीढ़ी अब बदलाव के लिए तैयार है। बीजापुर के युवाओं की यह मजबूत आवाज पूरे प्रदेश के लिए एक नई रोशनी लेकर आई है।
नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़- विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प को जल्द पूरा करने की प्रतिबद्धता के साथ मुख्यमंत्री श्री साय ने बीजापुर के युवाओं से कहा कि हम आपके साथ हैं, आपके गांव के विकास और आप सभी के स्वर्णिम भविष्य को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।  उन्होंने युवाशक्ति से आह्वान किया कि इस बदलाव का हिस्सा बनें, अपने सपनों को साकार करें, और छत्तीसगढ़ को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं। उन्होंने युवाओं से सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने की अपील की और कहा कि हम सभी मिलकर छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त, विकसित और समृद्ध राज्य बनाएंगे।
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अर्जुनी में बनेगा धमतरी का नया बस स्टैण्ड, कलेक्टर ने किया स्थल निरीक्षण

  • महापौर सहित कई अधिकारी रहे साथ, शहर के सुव्यवस्थित विकास की पहल
धमतरी। शहर के नये बस स्टैण्ड का काम जल्द ही अर्जुनी में शुरू होगा। बुधवार को कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने महापौर रामू रोहरा के साथ अर्जुनी में बनने वाले नये बस स्टैण्ड का स्थल निरीक्षण किया। इसी के साथ आज सुबह-सवेरे से ही कलेक्टर ने शहर में विकास कार्यों को गति देने नगर के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया। इस दौरान ऑडिटोरियम, नया बस स्टैण्ड, नालंदा परिसर, इंडोर स्टेडियम, प्रस्तावित सड़कों सहित अन्य कार्यों-स्थलों का मौका मुआयना किया। कलेक्टर ने सबसे पहले जिले में निर्माणाधीन अॅाडिटोरियम का निरीक्षण किया।
उन्होंने ऑडिटोरियम में निर्मित किये गये कक्षों, बिजली, पानी, शौचालय, पार्किंग सहित अन्य व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने कहा कि परिसर के समीप बनी दुकानों और ऑडिटोरियम के बीच पक्की बांउड्री भी बनाई जाए, ताकि भविष्य में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो। इसके साथ ही ऑडिटोरियम के अंदर सौंदर्यीकरण, साउंड सिस्टम के लिए प्रस्ताव जल्द्र तैयार करने के भी निर्देश कलेक्टर ने अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर नगरनिगम आयुक्त श्रीमती प्रिंया गोयल, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग एस के नेताम, जिला परिवहन अधिकारी मुजाहिद खान और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
सभी सुविधाओं से लैस होगा नया बस स्टैण्ड, नयी सड़कें बनेंगी
जिले में बढ़ते आवागमन के दबाव को कम करने व सुविधाओं के विस्तार के लिए अर्जुनी गांव में बनने वाले नये बस स्टैण्ड का कलेक्टर और महापौर ने स्थल निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने जिले में बनने वाले बस स्टैण्ड को भविष्य में जनसंख्या बढ़ने से पड़ने वाले दबाव के अनुरूप तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि इसमें वे सारी सुविधाओं होनी चाहिए, जो एक हाईटेक बस स्टैण्ड में होती हैं। कलेक्टर ने कहा कि 40 फीट चौड़ी सड़कें बनाई जाये। इसके साथ ही बस स्टैंण्ड के सामने आकर्षक गार्डन, रैन बसेरा, वाहनों के लिए पार्किंग, वाहन चालकों के रूकने के लिए अलग से कक्ष, बिजली, शौचालय आदि की व्यवस्था की जाये। उन्होंने बस स्टैंड पहुंच मार्गो को जल्दी बनाने कहा। कलेक्टर मिश्रा ने बस स्टैंड से बायपास तक पहुंचने वाले मार्गों का डिवाईडर सहित प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उन्होंने बस स्टैंण्ड क्षेत्र में लगे बिजली के खंबों को भी हटाने कहा।
स्टोर्स कॉम्प्लेक्स की तर्ज पर तैयार होगा इंडोर स्टेडियम, सिंथेटिक कोर्ट, फुटबॉल हॉकी मैदान बनेगा
सभी खेलों के लिए एक ही स्थान पर सुविधायें उपलब्ध कराने उद्देश्य से इंडोर स्टेडियम बनेगा। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मैदान को बेहतर कर रनिंग एथलेटिक्स का अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों के लिए 8 लेयर सिंथेटिक कोर्ट, फुटबॉल और हॉंकी के खिलाड़ियों के लिए मैदान विकसित किया जाये। इसके साथ ही इंडोर खेल जैसे टेबल टेनिस, बैडमिंटन, जिम के लिए भीतर हॉल में वुडन कोर्ट का भी निर्माण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने खेलो इंडिया के तहत् प्रस्ताव तैयार कर 15 अप्रैल तक प्रस्तुत करने कहा।
मुख्यमार्ग सड़क चौड़ीकरण का लिया जायजा, अतिक्रमण हटाने के दिये निर्देश
जिले की अधिक आवागमन वाली सड़कों सिहावा चौक से कोलियारी, रत्नाबांध चौक से मुजगहन और अंबेडकर चौक से रूद्री तक बनने वाली सड़कों का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का निर्देशित किया कि वे सड़कों की सर्वे रिपोर्ट और डीपीआर जल्द प्रस्तुत करें। यदि मार्ग के आसपास कोई अतिक्रमण हो, तो उसे भी हटाने के निर्देश राजस्व अधिकारियों का दिये। कलेक्टर ने सड़क निर्माण में आने वाली दिक्कतों की जानकारी ली। उन्होंने रमसगरी तालाब का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को गार्डन में एमपी थियेटर बनाने कहा।
नालंदा लायब्रेरी होगी हाईटेक
जिले के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रस्तावित स्थल का आज कलेक्टर और महापौर ने निरीक्षण किया। कलेक्टर ने अधिकारियों से लायब्रेरी निर्माण संबंधी जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि बड़े शहरों की लाइब्रेरी में जिस तरह की सुविधाएं हैं, उसी तर्ज में जिले की लाइब्रेरी में भी सुविधाएं होंगी और जिले में पढ़ाई का बेहतर वातावरण बनेगा। लाइब्रेरी के बनने के बाद विद्यार्थियों को पुस्तकों के लिए भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कलेक्टर ने लायब्रेरी के लिए डीपीआर तैयार करने कहा और नीचे वाहनों के पार्किंग के लिए स्थल रखने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने लायब्रेरी के सामने फूड पार्क बनाने कहा। मुजगहन से हटकेश्वर वार्ड पहुंच मार्ग के अवलोकन के दौरान कलेक्टर ने भूमि के लिए प्रस्ताव तैयार कर जल संसाधन विभाग को भेजने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने लगभग एक किलोमीटर सड़क निर्माण का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग के अधिकारियो को दिये।
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रायपुर NIT के इन कर्मचारियों को नियमितीकरण का तोहफा

रायपुर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने एनआईटी रायपुर के संविदा और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के नियमितीकरण का आदेश दिया है। न्यायमूर्ति ए.के. प्रसाद की एकलपीठ ने मंगलवार को सुनवाई करते हुए चार महीने के भीतर इन कर्मियों को नियमित करने के निर्देश दिए। इससे 10 से 16 साल से कार्यरत कर्मचारियों को राहत मिलेगी।
याचिकाकर्ता नीलिमा यादव, रश्मि नागपाल सहित 40 अन्य कर्मचारियों ने उच्च न्यायालय में नियमितीकरण के लिए याचिका दायर की थी। इन सभी की नियुक्ति विधि अनुसार विज्ञापन जारी कर, लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर मेरिट के तहत की गई थी। ये कर्मचारी निर्धारित शैक्षणिक योग्यता और अनुभव रखते हैं और नियमित पदों पर कार्यरत हैं। याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता दीपाली पांडेय ने तर्क प्रस्तुत किए और सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों का हवाला दिया, जिनमें स्टेट ऑफ कर्नाटक बनाम उमा देवी, स्टेट ऑफ कर्नाटक बनाम एम.एल. केसरी, विनोद कुमार बनाम यूनियन ऑफ इंडिया जैसे मामले शामिल हैं।
एनआईटी के अधिवक्ता ने नियमितीकरण के लिए नियम न होने की दलील दी, लेकिन उच्च न्यायालय ने कर्मचारियों के पक्ष में फैसला सुनाया और चार माह के भीतर उन्हें नियमित करने का आदेश दिया।
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उद्यानिकी महाविद्यालयों में प्रोफेसरों की कमी को दूर करने मंत्री ने की अहम घोषणा

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र जारी है। बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने मंत्रियों से एक के बाद एक कई सवाल दागे। प्रश्नकाल के दौरान विश्वविद्यालय और स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा गूंजा।
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने कहा महात्मा गांधी उद्यानिकी विश्विद्यालय के अंतर्गत संचालित 15 अनुसंधान केंद्र सिर्फ अनुसंधान केंद्र हैं या फिर कॉलेज हैं? अगर अनुसंधान केंद्र हैं तो किस विषय के अनुसंधान होते हैं? मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि वर्तमान में यहां सिर्फ कॉलेज हैं। अजय चंद्राकर ने रिक्त पदों की जानकारी मांगी। मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि 15 महाविद्यालयों में 600 स्वीकृत पदों में 652 शैक्षणिक पद में से केवल 69 पद भरे हैं। 623 पद रिक्त है। अभी वैकल्पिक शिक्षकों की व्यवस्था है। आने वाले समय में इसकी भर्ती करेंगे। इसी के संबंधित सवालों पर मंत्री ने बाद में जानकारी उपलब्ध कराने की बात कही।
उद्यानिकी विश्विद्यालय के अंतर्गत संचालित महाविद्यालयों में प्रोफेसरों की कमी को लेकर भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक 100 से 150 बच्चों को पढ़ा रहे हैं। नियुक्ति के संबंध में जानकारी मांगी। इस पर मंत्री केदार कश्यप ने सदन में अगले सत्र तक वैकल्पिक व्यवस्था करने की घोषणा की।
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मार्च में रेडी टू ईट वितरण रुका, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े घिरीं

रायपुर। विधानसभा में बुधवार को ध्यानाकर्षण में रेडी टू ईट वितरण में अनियमितता का मामला उठा. विधायक बालेश्वर साहू ने जांजगीर-चांपा क्षेत्र में लम्बे समय से रेडी टू ईट का वितरण नहीं होने की बात कही. इस पर मंत्री के इंकार करने पर सभापति ने अधिकारियों को जांच करने के निर्देश देने की बात कही.
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सदन में जांजगीर-चांपा में रेडी टू ईट का वितरण नहीं होने की बात पर कहा कि यह कहना गलत है कि बीज निगम से रेडी टू ईट वितरण नहीं किया जा रहा, सभी जगह आपूर्ति हो रही है. कहीं कोई गड़बडी नहीं है.
इस पर समाचार का हवाला देते हुए विधायक ने कहा कि 15 से 30 तारीख तक भंडारण करना होता है, लेकिन मार्च में नहीं हुआ. इस पर सभापति डॉ. रमन सिंह ने निर्देश दिए कि हर मंगलवार को वितरण हो. यदि खामियां हैं तो उसकी जांच करा लें. अधिकारियो को निर्देश कर देंगे.
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बैगा आदिवासी क्षेत्र में नलकूप खनन में हुई धांधली, जांच के निर्देश

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आज प्रश्नकाल में बैगा आदिवासी क्षेत्र में नलकूप खनन में धांधली का मामला उठा. विधायक भावना बोहरा ने मामले की मांग पर मंत्री केदार कश्यप ने जानकारी उपलब्ध कराने पर जांच कराने का आश्वासन दिया.
पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने प्रश्नकाल में कहा कि आदिवासी बैगा क्षेत्र में पानी दिए जाने के लिए वह नलकूप खनन की जानकारी जो मांगी गई थी, वह बदली हुई है. जानकारी के मुताबिक, इसमें साल बदल दिया गया है? इस पर मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि जो प्रश्न अपने लगाया है, उसकी जानकारी दी गई है. नलकूप खनन या नल लगाए जाने का कोई कार्य नहीं किया गया है, और यही जानकारी दी गई है. इस पर सभापति ने कहा कि इसकी अवधि मंत्रालय से ही कम की गई है.
विधायक ने सवाल किया कि क्या कृषि के लिए बोरवेल खनन का कोई प्रावधान रखा है? इस पर मंत्री ने कहा कि पीएम जन मन योजना के तहत बहुत सारे कार्य होते हैं. हमारी कोशिश है कि पिछड़े वर्ग के लोगों को ज्यादा से ज्यादा योजना का लाभ दिया जाए कोई अलग से जानकारी हो तो बता दे हम जांच करवा लेंगे.
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RSS संस्कार देने वाला संगठन है : अरुण साव

रायपुर। नागपुर हिंसा मामले में डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा, RSS संस्कार देने वाला संगठन है, मेरे लिए गौरव की बात कि, संघ को करीब से जानने का, संघ के विचार प्राप्त करने का सौभाग्य मिला। आगे डिप्टी सीएम अरूण साव ने कहा कि, कांग्रेस की बैठक में वे एक दूसरे पर ही हार का ठीकरा फोड़ेंगे।
बता दें कि नागपुर हिंसा में शामिल आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. उन्हें 21 मार्च तक रिमांड पर भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है। कुछ आरोपियों की पहचान हो गई है। इन आरोपियों की सूची भी जारी कर दी गई है। गिरफ्तारी के बाद आगे की पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा कई आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. 36 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है. वहीं, 6 अन्य आरोपी अस्पताल में भर्ती हैं. उन्हें भी बाद में पेश किया जाएगा। इसके अलावा 51 आरोपियों पर FIR दर्ज की गई है।
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सचिन पायलट ने रायपुर जेल में कवासी लखमा से की मुलाकात

  • पॉलिटिकल संघर्ष जारी रखेंगे : सचिन पायलट
रायपुर। AICC के महासचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट आज रायपुर दौरे पर हैं। यहां सचिन पायलट ने शराब घोटाला मामले में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात की। सुबह 10 बजे पायलट सेंट्रल जेल पहुंच चुके थे। बता दें कि नगरीय निकाय चुनाव के बाद पायलट छत्तीसगढ़ आए हैं।
वे दोपहर 2 बजे पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में शामिल होंगे। बैठक में पिछले चुनावों में मिली हार की समीक्षा होगी। जिसे लेकर डिप्टी सीएम अरूण साव ने कहा कि, कांग्रेस की बैठक में वे एक दूसरे पर ही हार का ठीकरा फोड़ेंगे।
इस बैठक में PCC प्रभारी सचिन पायलट के साथ-साथ सहप्रभारी जरिता लैतफलांग, विजय जांगिड़, PCC चीफ दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव मौजूद रहेंगे।
पॉलिटिकल संघर्ष जारी रखेंगे : सचिन पायलट
जेल से बाहर निकलकर पायलट ने बयान दिया है कि ये व्यक्ति विशेष की लड़ाई नहीं है, पूरे देश में जहां-जहां बीजेपी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है वहां विरोध जताएंगे। हमारा पॉलिटिकल संघर्ष जारी रहेगा। पायलट ने आगे कहा, कि देश और प्रदेश में जो लोग भाजपा की विचारधारा का विरोध करते हैं, उनका चरित्र हरण करने की कोशिश की जाती है, सरकारी एजेंसी के माध्यम से मनोबल तोड़ने की कोशिश की जाती है।
कवासी से मुलाकात के दौरान पायलट के साथ चरणदास महंत, दीपक बैज, विजय जांगिड़, जरिता लैतफलांग, देवेंद्र यादव और लखमा के बेटे हरीश कवासी भी मौजूद रहे। पायलट दोपहर 2 बजे पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक भी लेंगे।
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