धान का कटोरा

रमन सिंह से मिले बाहपानी सड़क हादसे में दिवंगत परिवारों के 11 बच्चे

रायपुर। विस अध्यक्ष रमन सिंह से आज बाहपानी सड़क हादसे में दिवंगत परिवारों के 11 बच्चों ने मुलाकात की। रमन सिंह ने X पोस्ट में लिखा, ग्राम सेमहरा (बाहपानी) सड़क दुर्घटना में दिवंगत परिवारों के 11 बच्चों ने आज कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम और पंडरिया विधायक के साथ विधानसभा परिसर का भ्रमण कर मेरे कक्ष में सौजन्य मुलाकात की। सभी बच्चों का आत्मविश्वास और शासन व विधायिका के प्रति उनकी जिज्ञासा देखकर अभिभूत हूं, मैं सभी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
बतादें कि कवर्धा जिले के कुकदूर थाना क्षेत्र के बाहपानी में हुए पिकअप हादसे में राष्ट्रपति की दत्तक संतान बैगा जनजाति के 19 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। बारह लोगों ने पिकअप से कूदकर जान बचाई। सभी मृतक ग्राम सेमहारा के रहने वाले थे, जो पिकअप से जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने गए थे। कई ऐसे भी लोग हैं, जो एक ही परिवार के थे।
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मेकाहारा अस्पताल में मेगा रक्तदान शिविर का आयोजन, 152 यूनिट रक्तदान

रायपुर। पूरे प्रदेश में फैली टीम के माध्यम से एक प्रेरक कहानी को फिर से लिखने के लिए, हेल्पिंग हैंड्स क्लब फाउंडेशन ने रविवार (21 जुलाई) को मेकाहारा अस्पताल, रायपुर में एक मेगा रक्तदान शिविर का आयोजन किया। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव सहित कई गणमान्य व्यक्ति; कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जयसवाल, विधायक बैकुंठपुर भैयालाल राजवाड़े, विधायक खरसिया उमेश पटेल, एआईजी (यातायात) संजय शर्मा, एसएसपी रायपुर श्री संतोष सिंह , डिप्टी कलेक्टर शारदा अग्रवाल , संजय अग्रवाल एनआर सहित प्रदेश के कई सामाजिक संस्थाएं दशमेश सामाजिक संस्था, करणी सेना, समाज सेवी योगेश अग्रवाल, जॉन राजेश पॉल एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे। संरक्षक मनोज गोयल, प्रदेश अध्यक्ष अंकित अग्रवाल , सचिव रजत अग्रवाल, उपाध्यक्ष उदित अग्रवाल,एवं सुधीर अग्रवाल , महिला विंग उपाध्यक्ष बबिता अग्रवाल सहित टीम के सभी सदस्य मौजूद रहे । वही मंच संचालन परी सिंह ठाकुर द्वारा किया गया। सुनीता पांडे , श्रुति श्रीवास्तव , गरिमा गोयल द्वारा तिलक लगा कर और बैच पहना कर अतिथियों का स्वागत किया गया । डोनर को टोकन आफ लव,प्रमाण पत्र एवं हेलमेट देकर सम्मानित किया गया ।राशि स्टील की संचालिका ज्योति अग्रवाल द्वारा डोनर्स को 100 हेलमेट एवं संजय शर्मा AIG ट्रैफिक द्वारा 50 हेलमेट प्रदान किए गए।
हेल्पिंग हैंड्स क्लब फाउंडेशन के राज्य संरक्षक, मनोज गोयल ने कहा, "हमारा उद्देश्य युवाओं और आम जनता के बीच नियमित रक्तदान की संस्कृति को बढ़ावा देना है । और आगे हेल्पिंग हैंड्स द्वारा अनेकों स्तर के सामाजिक कार्यों की योजना बनाई जा रही है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, इस तरह के कार्यों से व्यक्ति को आत्मिक संतुष्टि और आंतरिक ऊर्जा मिलती है। यह बहुत पुण्य का काम है। इस तरह के आयोजनों से रक्त की जरूरत वाले मरीजों और उनके परिजनों को बड़ी सहायता मिलती है। एक व्यक्ति का रक्तदान कई लोगों की जिंदगी बचाता है
स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा, हेल्पिंग हैंड्स क्लब फाउंडेशन के सभी सदस्यों को मैं बधाई देता हूं. इस शिविर के माध्यम से सैंकड़ों लोग की जान बचाने हमको मदद मिलेगी. हेल्पिंग हैंड्स क्लब फाउंडेशन के परिवार को बहुत-बहुत बधाई. इसके साथ ही मंत्री जायसवाल ने लोगों से अपील भी की थी कि ज्यादा से ज्यादा लोग रक्तदान करें.
पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक उमेश पटेल ने कहा मुझे गर्व है की खरसिया नगर के युवा द्वारा शुरू की गई हेल्पिंग हैंड्स क्लब की ये टीम आज इस मुकाम पर पहुंच चुकी है । रक्तदान जीवनदान है और युवाओं द्वारा किए जा रहे है ये कार्य काफी सराहनीय है । मैं हर वक्त आप सभी के साथ हूं।
वही एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया की हेल्पिंग हैंड्स की शुरुआत से ही में इनसे जुड़ा हूं। करोना काल में मजदूर राहत कैंप और हेल्पिंग हैंड्स क्लब का पहला रक्तदान शिविर जो की खरसिया में आयोजित था उसमे में बतौर मुख्य अथिति शामिल हुआ था आज यह टीम पूरे देश में है इसके लिए मुझे बेहद खुशी है में प्लाज्मा एवं ब्लड के लिए अंकित अग्रवाल से संपर्क होते रहा करोना काल में ।
हेल्पिंग हैंड्स क्लब 15 अप्रैल, 2020 को उस समय अस्तित्व में आया जब पूरी दुनिया खतरनाक महामारी कोविड-19 से जूझ रही थी। यह एक होनहार बीज की कहानी है जो अब एक विशाल पेड़ बन गया है और संकट में फंसे लोगों को छाया और राहत प्रदान कर रहा है। कोरोना के दौरान जब लोग अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे थे, भोजन, ऑक्सीजन और प्लाज्मा के लिए हर जगह शोर मच रहा था, तब छत्तीसगढ़ में 135 व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर और प्लाज्मा, ऑक्सीजन, बिस्तर और भोजन - सब कुछ मुफ्त में उपलब्ध कराकर एक रिकॉर्ड बनाया गया।
आज पूरे देश में टीम के 37,800 से अधिक सदस्य हैं। हेल्पिंग हैंड्स क्लब कई प्रतिभाशाली छात्रों को उनकी उच्च शिक्षा के लिए सभी आवश्यक सहायता और सहायता भी प्रदान कर रहा है। वृक्षारोपण हेतु एक विशाल मुहिम जल्द ही इस टीम द्वारा संचालित की जानी है। हेल्पिंग हैंड्स परिवार ने सभी अथितियों का पत्रकारों को सामाजिक संस्थाओं का तिलक लगा कर मोमेंटो टोकन आफ लव देकर सम्मान किया। संरक्षक डॉ रमेश अग्रवाल ने कहा की पत्रकार साथी के जरिए हम लोगो तक जागरूकता संदेश पहुंचा पाते है पत्रकारों की भूमिका सामाजिक कार्यों में बहुत अहम है। हेल्पिंग हैंड्स क्लब के अविचल अग्रवाल, तरुण अग्रवाल, रिंकू केडिया, विवेक सान्याल, विवेक श्रीवास्तव, विनय कबूलपुरिया, अमित केडिया, विन्नी सलूजा, सुमित अग्रवाल, रिद्धि अग्रवाल, संस्कार गोयल, राहुल डनशेना, रजत शर्मा, साहिल शर्मा , काजल अग्रवाल, अंकिता आहूजा, युक्ता अग्रवाल, अंकुर अग्रवाल, मयंक जैन सहित सबने अहम भूमिका निभाई।
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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में प्रधानमंत्री आवास योजना का मुद्दा उठाया

  • कहा- 18 लाख आवास बनाने की योजना में शहरी आवास शामिल है या नहीं?
  • अरुण साव ने बताया- शहरी आवास 18 लाख आवास के भीतर ही है
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में प्रधानमंत्री आवास योजना का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि 18 लाख आवास बनाने की योजना का जो विज्ञापन जारी हुआ है. क्या शहरी आवास इसमें शामिल है या नहीं? पीडब्ल्यूडी मंत्री अरुण साव ने बताया कि शहरी आवास 18 लाख आवास के भीतर ही है.
विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल किया कि शहरी क्षेत्रों में आवास के कितने डीपीआर बनकर केंद्र को भेजा गया है. इस पर मंत्री अरुण साव ने कहा कि पिछली सरकार में 19 हज़ार 906 आवास बनाने का डीपीआर केंद्र को भेजा गया है. इस पर भूपेश बघेल ने पूछा कि केंद्र को भेजे गये कितने आवास की स्वीकृति दी गई है. साव ने कहा कि नए आवास की स्वीकृति अब तक केंद्र से नहीं मिली है.
भूपेश बघेल ने कहा कि पिछले आठ महीनों में एक भी आवास बनाने का प्रस्ताव नहीं भेजा गया है. मंत्री ने कहा कि आवास बनाने का मापदंड है कि कितने मकान स्वीकृत है. भेजे गये प्रस्ताव की स्वीकृति के बाद नये प्रस्ताव भेजे जाएँगे. इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि कच्चे मकान का पट्टा देना राज्य सरकार के हाथ में हैं. कच्चे मकान को पक्का करने का डीपीआर बनाकर केंद्र को स्वीकृत के लिए भेजा जाता है. साव ने कहा कि पट्टा वाले मकान को लेकर सरकार विचार कर रही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आवास योजना को नौ साल हो गये हैं. मकान बनाना खर्चीला हो गया है. क्या 2015 की स्वीकृत राशि को बढ़ाने की पहल सरकार करेगी? इस पर मंत्री अरुण साव ने कहा कि सरकार इस पर विचार कर निर्णय लेगी.
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जल जीवन मिशन में हुई गड़बड़ी की होगी जांच

  • छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का दूसरे दिन
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन जल जीवन मिशन में गड़बड़ी का मुद्दा उठा. भाजपा विधायक धरम लाल कौशिक ने कहा जल जीवन मिशन में भारी गड़बड़ी हुई है. भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने सभी 90 विधानसभा में संचालित कार्यों की समीक्षा की बात कही. मंत्री अरुण साव ने विधायकों के सुझाव पर अमल करते हुए परीक्षण करने की घोषणा की.
भाजपा विधायक धरम लाल कौशिक ने सदन में जल जीवन मिशन में भारी गड़बड़ी का हवाला देते हुए कहा बिल्हा विधानसभा में सिर्फ 10 प्रतिशत काम हुआ है. भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने सभी 90 विधानसभा में संचालित कार्यों की समीक्षा की बात कहते तंज कसा कि कांग्रेस सरकार में गधे-गंवारों को काम मिलता रहा है.
मंत्री अरुण साव ने बताया कि प्रदेश में कुल 883 संस्थाओं का फर्म को पंजीकृत किया गया है. अनिमियता पाए जाने के बाद 79 संस्थाओं का पंजीयन निरस्त किया गया. लगातार विभाग को दुरस्त को किया जाए. कार्य में लापरवाही बरतने वाले 9 अधिकारी और कर्मचारी निलंबित किए गए. जहां पर भी गड़बड़ी पाई जाएगी उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
धरम लाल कौशिक ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र के दो ब्लॉक में सिर्फ 10 प्रतिशत काम हुआ है. इस पर अरुण साव ने कहा कि सदस्य की जो शिकायत उस पर जाँच कराएंगे. धर्मजीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार में हुई गड़बड़ी हुई है. जिसका नतीजा ये है कि सभी 90 विधानसभा में यह योजना दम तोड़ रही है. आसंदी आग्रह करता हूँ कि सभी विधानसभा में कार्यों की समीक्षा की जाए. अरुण साव ने कहा सदस्य के सुझाव पर काम होगा.
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विधानसभा घेराव को देखते हुए कल निजी स्कूल बंद

रायपुर। बुधवार को कांग्रेस के विधानसभा घेराव को देखते हुए सड्ढू, आमासिवनी नरदहा, सेमरिया स्थित निजी स्कूलों ने अवकाश घोषित कर दिया है। घेराव के दौरान पंडरी, खम्हारडीह से गुजरने वाले सभी रास्तों पर सोमवार शाम से ही बड़े बड़े बैरिकेड लगा दिए गए हैं।
इसके चलते स्कूल बसों की आवाजाही प्रभावित होगी। इसे देखते आरके शारडा विद्या मंदिर भवन्स ने छुट्टी घोषित कर दिया है। वहीं शाम तक डीपीएस, ग्यानगंगा, ब्राइटन एनएच गोयल भी घोषित कर सकते हैं।
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जिले को नशा मुक्त करने सभी विभाग मिलकर करें कार्य : कलेक्टर

सूरजपुर। समय सीमा की बैठक कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में रखी गई थी। जिसमें कलेक्टर रोहित व्यास ने जिले में संचालित सभी योजनाओं की विभागवार जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिए। इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ कमलेश नंदिनी साहू, अपर कलेक्टर नयनतारा सिंह तोमर, संयुक्त कलेक्टर नरेंद्र पैकरा, डिप्टी कलेक्टर शिवानी जायसवाल, सर्व एसडीएम सहित अन्य संबंधित जिला अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। इस अवसर पर जिले में शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सभी स्कूलों की स्थिति की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। शाला प्रवेश, स्कूलों में साफ सफाई की अच्छी व्यवस्था एवं स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर कलेक्टर व्यास ने स्कूली बच्चों में गुटखा तंबाकू खाने की प्रवृत्ति बढ़ने पर चिंता जताते हुए कहा कि स्कूल परिसर के 100 मीटर के दायरे में गुटखा, तंबाकू बेचना अपराध है। इस बेचते हुए पाए जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी इसलिए नगरीय निकाय के अधिकारियों एवं पंचायत विभाग को सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा उल्लास कार्यक्रम के तहत साक्षरता कार्यक्रम को शत प्रतिशत रूप में लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने गहन डायरिया नियंत्रण कार्यक्रम की जानकारी लेते हुए इसके सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिये स्वास्थ्य विभाग को कहा। साथ ही समस्त नगरीय निकायों के सीएमओ को स्पष्ट निर्देश दिए कि लोगों के घर में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो जिसके लिए सैंपल की जांच कराएं।
साथ ही उन्होंने पानी आपूर्ति के लिए उपयोग में लाए जा रहे सभी पाइप लाइन की अच्छी तरह से जांच करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जल स्रोतों से पानी के सैंपल की जांच कराने को भी कहा गया। कलेक्टर ने समीक्षा करते हुए कृषि, सहकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को खाद, बीज, रासायनिक उर्वरक तथा कीटनाशकों की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित कराएं व उनकी उपलब्धता की नियमित मॉनिटरिंग करें और कृषकों के साथ नियमित संपर्क में रहें। इसके अलावा पीएम किसान सम्मान निधि, केसीसी योजना के क्रियान्वयन की स्थिति का जायजा लिया। इसके अलावा बैठक में उन्होंने लंबित पेंशन प्रकरणों को शीघ्र निपटाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश किए। जिले में ’एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को पूर्णतः सफल बनाने के लिए कहा। उन्होंने वर्षा ऋतु को देखते हुए भूमिगत जल रिचार्ज के लिए वाटर हार्वेस्टिंग कार्यक्रम को सफलता पूर्वक लागू करने को कहा। साथ ही सभी शासकीय भवनों में शतप्रतिशत रूप में वाटर हार्वेस्टिंग लगाने के लिए निर्देशित किया। इसके अलावा उन्होंने नशामुक्त भारत अभियान अंतर्गत जिले में नशा मुक्ति के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए कहा। इसके लिए जिले के सभी विभाग के अधिकारियों को समन्वय के साथ कार्य करने को कहा उन्होंने जिले के युवाओं को विशेष रूप से नशा से बचाने के लिए सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए। इसके अलावा जिले में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर व्यास ने नगरीय निकायों को निर्देशित किया कि वे गीला एवं सुखा कचरा अलग अलग रूप में कलेक्ट करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा ग्राम पंचायतों में भी स्वच्छता के लिए अभियान चलाने के लिए पंचायत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके अलावा उन्होंने सॉइल हेल्थ कार्ड, जल जीवन मिशन, पेंशन प्रकरणों,सुरक्षित मातृत्व अभियान, चिरायु योजना, राशन कार्ड निर्माण की स्थिति, स्वच्छा ग्राहियों का शत प्रतिशत ई श्रम पंजीयन का जायजा लिया। उन्होंने आंगनबाड़ी की स्थिति, बच्चों में कुपोषण की स्थिति, विकलांगों का यू डी आई डी कार्ड बनाने का जायजा लेते हुए ग्राम पंचायत वाइस विकलांगता प्रमाण पत्र शत प्रतिशत बनवाने के निर्देश दिए।
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छत्तीसगढ़ में अब तक 401.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

रायपुर। राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 401.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 23 जुलाई सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 972.2 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 150.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 224.0 मिमी, बलरामपुर में 355.9 मिमी, जशपुर में 260.5 मिमी, कोरिया में 264.0 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 224.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।
इसी प्रकार, रायपुर जिले में 325.2 मिमी, बलौदाबाजार में 361.3 मिमी, गरियाबंद में 483.7 मिमी, महासमुंद में 275.7 मिमी, धमतरी में 503.4 मिमी, बिलासपुर में 375.4 मिमी, मुंगेली में 419.1 मिमी, रायगढ़ में 338.5 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 206.1 मिमी, जांजगीर-चांपा में 340.1 मिमी, सक्ती में 286.7 कोरबा में 408.3 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 377.7 मिमी, दुर्ग में 254.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 344.3 मिमी, राजनांदगांव में 474.9 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 490.3 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 314.1 मिमी, बालोद में 594.0 मिमी, बेमेतरा में 254.2 मिमी, बस्तर में 538.1 मिमी, कोण्डागांव में 451.9 मिमी, कांकेर में 562.1 मिमी, नारायणपुर में 531.7 मिमी, दंतेवाड़ा में 528.3 मिमी और सुकमा जिले में 747.6 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
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श्रीरामलला दर्शन के लिए जिले से 72 दर्शनार्थियों का दल हुआ रवाना

  • दल को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना
कांकेर। राज्य शासन द्वारा शुरू की गई श्रीरामलला दर्शन योजना के अंतर्गत जिले के नागरिकों को अयोध्या धाम दर्शन का लाभ मिल रहा है। इसी क्रम में आज कलेक्टर श्री नीलेश महादेव क्षीरसागर एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा जिले के 72 दर्शनार्थियों को लेकर जा रही बसों को सुबह 07 बजे लाइवलीहुड कॉलेज कांकेर से हरी झंडी दिखाकर दुर्ग रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया। इस अवसर पर मत्स्य कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री भरत मटियारा, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री रामचरण कोर्राम, श्री दिलीप जायसवाल तथा अन्य जनप्रतिनिधिगण सहित जिला पंचायत सीईओ एवं नोडल अधिकारी श्री सुमित अग्रवाल भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि जिले से श्रीरामलला दर्शन योजना के तहत दूसरे चरण की यात्रा के लिए लॉटरी के माध्यम से दर्शनार्थियों का चयन किया गया था, जिसे आज 02 अनुरक्षक के साथ 74 लोगों को रवाना किया गया। उल्लेखनीय है कि श्रीरामलला दर्शन के लिए जिले से आज दूसरा दल रवाना हुआ। इसके पहले एक दल 26 जून को रवाना हुआ था जो 30 जून को वापस लौट आया। सभी दर्शनार्थियों ने प्रदेश सरकार की इस पहल के लिए आभार व्यक्त किया था।
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एक पेड़ माँ के नाम : मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने किया पौधारोपण

  • आंगनबाड़ी केंद्र भींजपुर प्रांगण में लगाया अमरूद का पौधा
  • मंत्री ने शासकीय प्राथमिक शाला भींजपुर पहुंचकर किया अवलोकन
रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े विगत् दिवस जशपुर प्रवास पर थी। वहां उन्होंने दुलदुला विकासखण्ड के आंगनबाड़ी केन्द्र प्रांगण भींजपुर में ‘‘एक पेड़ माँ के नाम’’ अभियान के तहत् अमरूद पौधरोपण किया।
केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा ‘‘एक पेड़ माँ के नाम’’ महावृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को हरा-भरा, स्वच्छ वातावरण  बनाना है। कार्यक्रम के दौरान श्रीमती राजवाड़े ने सभी को पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मानसून में ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करें। अपने घर, आसपास के परिवेश, गांव और शहरों और जंगलों को खूब हरा-भरा बनाएं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने भींजपुर आंगनबाड़ी केंद्र का अवलोकन कर बच्चों की उपस्थिति की जानकारी ली एवं आंगनबाड़ी केंद्र समय पर खोलने के निर्देश दिए।
मंत्री ने शासकीय प्राथमिक शाला भींजपुर पहुंचकर किया अवलोकन-
महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े विगत् दिवस जशपुर प्रवास पर थी। मंत्री श्रीमती राजवाड़े शासकीय प्राथमिक शाला भींजपुर पहुंचकर वहां का अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों से हालचाल पूछा और पढ़ाई के संबंध में जानकारी ली। सभी बच्चों को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखने के लिए सलाह दी और नियमित स्कूल आने कहा। श्रीमती राजवाड़े ने छोटे बच्चों से बड़े प्यार एवं दुलार से गिनती और पहाड़ा पूछा, बच्चों ने गिनती एवं पहाड़ा सुनाया। उन्होंने बच्चो का हौसला अफजाई करते हुए निरंतर कड़ी मेहनत कर लक्ष्य प्राप्त करने शुभकामनाएं दी।
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कोरबा के छह दूरस्थ गांव के ग्रामीणों का सहारा बना पीडीएस

  • अब तय नहीं करनी होगी लंबी दूरी, पहाड़ी कोरवाओं को नजदीक के दुकानों में मिलेगी राशन पूरी
रायपुर। बेहतर वितरण प्रणाली से देश-विदेश में अपनी पहचान साबित कर चुकी छत्तीसगढ की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस ) सही मायने में ग्रामीणों के लिये वरदान साबित हो रही है। दूरस्थ अंचल तक शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालित होनें से पहाडी व सरहदी इलाकों में बसने वाले ग्रामीणों को सहूलियते बढ गई है साथ ही सैकड़ों गरीब परिवारों को समय पर खाद्यान्न मिलने की गारंटी भी हो गई है। राज्य  में ऐसे कई ग्राम पंचायत है जो दूरस्थ क्षेत्र में होने के साथ ही मजरा टोले एवं पारा से जुड़े है और इन ग्रामों की आबादी न तो घनी है है और न ही अधिकांश घर आस पास है। विषम परिस्थितियों के बीच बसर करने वाले ग्रामीणों का शासकीय उचित मूल्य की दुकान खाद्यान्न सहायता योजना अंतर्गत मिल रही खाद्यान्न ही एकमात्र सहारा है, जहां इन्हें प्रत्येक माह चावल समेत दूसरी सामग्री मिलने की गारंटी होती है। कोरबा जिले के सुदूर वनांचल लामपहाड़ सहित बगदरीडांड, परसाखोला, बहेरा, खोरी भावना,सरडीह के कार्डधारियों को पहले अपने ग्राम पंचायत में 12 से 17 किलोमीटर तक की दूरी तय कर खाद्यान्न लाना पड़ता था। इस दौरान उन्हें खाद्यान्न लाने के लिए किराए का वाहन तक भी लेना पड़ता था। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुशार कलेक्टर  के निर्देश पर खाद्य विभाग ने राशन दुकान से बहुत दूर आश्रित ग्रामों के कार्डधारियों को नजदीक के राशन दुकानों में खाद्यान्न लेने की व्यवस्था की है। इस व्यवस्था से सबसे ज्यादा दूरस्थ क्षेत्र लाम पहाड, सरडीह, बगदरीडांड में रहने वाले पहाड़ी कोरवा लाभन्वित हुए हैं।
कोरबा विकासखंड से लगभग 80 किलोमीटर दूर ग्राम लामपहाड में बड़ी संख्या में पहाड़ी कोरवा निवास करते हैं। लामपहाड़ ग्राम पंचायत बड़गांव का आश्रित ग्राम है। जो कि बड़गांव से 12 किलोमीटर दूर है। लामपहाड़ से लगभग 4 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत अरसेना के शासकीय उचित मूल्य के दुकान में 78 राशनकार्डधारियों को खाद्यान्न प्रदान करने की सुविधा प्रदान की गई है। इसी तरह ग्राम पंचायत बेला से 6 किलोमीटर दूर परसाखोला के 66 राशनकार्डधारियों को दो किलोमीटर दूर चुईया के राशन दुकान में खाद्यान्न प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की गई है। ग्राम सोनगुड़ा के आश्रित ग्राम तराईडांड की दूरी 5 किलोमीटर दूर होने पर नजदीक के ग्राम 1.5 किलोमीटर दूरी पर स्थित सोनपुरी में, गढ़उपरोड़ा के आश्रित ग्राम बहेरा की दूरी 10 किमी होने पर तीन किलोमीटर दूर सतरेंगा में और ग्राम पंचायत केराकछार के आश्रित ग्राम बगदरीडांड, खोरीभावना, सरडीह की दूरी लगभग 17 किलोमीटर थी। जिसे 5 किलोमीटर दूर मदनपुर के शासकीय उचित मूल्य के दुकानों में स्थानान्तरित कर में हितग्राहियों को नजदीक के राशन दुकानों में खाद्यान्न प्राप्त करने की सुविधा दी गई है। शासकीय उचित मूल्य की दूकान से कार्डधारी ग्रामीणों को अनाज एवं अन्य सामग्री, शक्कर, नमक तथा चना प्राप्त होता है। अलग-अलग गांव के ग्रामीणों की जरूरतों की पूर्ति महीने के निर्धारित दिनों में होती है। ग्रामीणों की माने तो पहले लंबी दूरी तय कर चावल लाना बड़ी चुनौती थी।
महीने भर की चिंता से मिलती है मुक्ति-
ग्राम लामपहाड का पहाड़ी कोरवा संतोष कुमार और उनकी पत्नी दिलेश्वरी बाई, रघुवीर कोरवा और उनकी पत्नी सुखमती बाई, मंगलू कोरवा, धनसिंह मजदूरी का काम करता है। पहाड़ी कोरवा बताते हैं कि सरहदी पहाड़ी इलाका होने की वजह से खेती कार्य आसान नही है, ऐसी स्थिति में राशन कार्ड उनके परिवार का प्रमुख सहारा है। पहाड़ी कोरवा संतोष बताता है कि महीने में एक बार 12 किलोमीटर दूर बड़गांव के राशन दुकान में जाने में बहुत समय लगता था। वहां से अनाज को उठाकर इतनी दूरी तय करना भी मुश्किल था, इसलिए किराए में वाहन करना पड़ जाता था। अब पास के ही दुकान में खाद्यान्न उपलब्ध होने से उनका समय और किराए के वाहन का पैसे भी बचेंगे।
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नया ट्रांसफार्मर लगने से जगमगाया रमेशपुर

  • ग्रामीणों में छाई खुशी की लहर
रायपुर। सूरजपुर जिले के अंतर्गत ग्राम रमेशपुर के ग्रामीणों में खुशी की लहर छाई है, क्योंकि नए ट्रांसफार्मर लगने से पूरा रमेशपुर जगमगा उठा है। वहां के ग्रामीण लगातार लो वोल्टेज और अघोषित बिजली कटौती, बार-बार ट्रांसफार्मर का खराब हो जाने जैसी समस्या से लंबे समय से परेशान थे। यहां के किसानों द्वारा धान की बुवाई हेतु लगाए गए थरहा पर्याप्त वर्षा न होने के कारण सुख जा रहा था, किसानों का कहना था कि यदि बिजली रहेगी तो हम मोटर पंप के जरिए धान के थरहा को सूखने से बचा सकते हैं। इन सभी समस्याओं से ग्रामवासियों ने महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े को अवगत कराया।
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने किसानों और ग्रामवासियों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों को नया ट्रांसफार्मर लगाने के निर्देश दिए। मंत्री के निर्देश के 24 घंटे के अंदर ही तत्काल नया ट्रांसफार्मर लगाया गया। नए ट्रांसफार्मर के लगने से गांव में खुशी व्याप्त है और समस्त ग्रामवासियों ने मंत्री श्रीमती राजवाड़े का आभार व्यक्त किया है।
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कलेक्टोरेट में कॉल सेंटर प्रारम्भ, आम जनता की समस्याओं का होगा त्वरित निराकरण

  • अब आम नागरिक 24 घंटे ऑनलाइन दर्ज करा सकेंगे
  • बेहतर और पारदर्शी प्रशासन के मद्देनजर शुरू किया है कॉल सेंटर : कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह
रायपुर। आम नागरिकों की समस्याओं के अब त्वरित निराकरण होगा। जिला प्रशासन द्वारा लोगों की समस्याएं सुनने और इसे दर्ज करने के लिए कलेक्टोरेट में कॉल सेंटर शुरू किया गया है। कामकाज के सिलसिले में सरकारी दफ्तर में आने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
कलेक्टोरेट में बनाए गए कॉल सेंटर में दूरभाष की चार लाईनों में लोगों की शिकायतें और समस्याएं दर्ज की जाएंगी। इसके लिए 24 घंटे कर्मचारी तैनात रहेंगे। समस्या दर्ज होने के साथ ही लोगों के पास आएगा एसएमएस। कॉल सेंटर में दर्ज होने वाली समस्याओं के निराकरण की निगरानी के लिए एक विशेष पोर्टल भी बनाया गया है
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राज्य में पारदर्शी और बेहतर प्रशासन के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाने के निर्देश दिए हैं, जिससे लोगों को अपने कामकाज के सिलसिले में सरकारी दफ्तरों के चक्कर न काटना पड़े। इसी सिलसिले में जिला प्रशासन द्वारा यह कॉल सेंटर शुरू किया गया है।
कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप पारदर्शी और बेहतर प्रशासन के मद्देनजर कलेक्टोरेट में कॉल सेंटर शुरू किया गया है। आम नागरिक राजस्व व अन्य विभागों के मामलों की जानकारी फोन कॉल के माध्यम से दे सकते हैं। जानकारी प्राप्त होने के तत्पश्चात जल्द से जल्द निराकरण किया जाएगा।
टेलीफोन पर दर्ज होगी समस्याएं-
जिला प्रशासन द्वारा कॉल सेंटर में मोबाइल नंबर 9977222564, 9977222574, 9977222584, 9977222594 पर कॉल कर शिकायत दर्ज की जाएगी। दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधा दी गई है। इस कॉल सेंटर में दिव्यांग भी अपनी समस्याओं से जिला प्रशासन को अवगत करा सकते है। दिव्यांगों की समस्याएं वीडियो कॉल में सांकेतिक माध्यम से सुने जाएंगे।
ऐसे होगा शिकायतों का निवारण-
- हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से आवेदक कॉल कर अपनी समस्या शिकायत दर्ज कराएंगे।
- कॉल सेंटर की टीम शिकायतकर्ता व आवेदक से बात करती है, उनकी समस्या सुनती है और उसे कॉल सेंटर के पोर्टल पर दर्ज किए जाएंगे।
- केस दर्ज करने के बाद व्हाट्सएप के द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारी को मामले की जानकारी भेजी जाएगी।
- प्रकरण का त्वरित निराकरण किया जाएगा
- जब तक शिकायत का निराकरण नहीं होता, तब तक कॉल सेंटर समस्याओं पर संबंधित विभाग एवं अधिकारी से फॉलोअप करेगा।
- समस्या के निराकरण हो जाने पर आवेदक को कॉल करके सूचित किया जाएगा और पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा।
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किरंदुल में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए मकानों सर्वे कर दिया जाएगा मुआवजा

  • प्रभावित लोगों को स्थानीय भवनों में सुरक्षित
रायपुर। किंरदुल में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए मकानों का जल्द मुआवजा दिया जाएगा। राजस्व अमले द्वारा क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वे किया जा रहा है। कलेक्टर दंतेवाड़ा ने राजस्व अमले को मकानों, पालतु पशुओं आदि के नुकसान के संबंध में जल्द सर्वे कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए है।
जिला प्रशासन दंतेवाड़ा द्वारा किरंदुल में जगह-जगह बारिश से हुए जल जमाव को कोपर टेक्टर मशीन के द्वारा रोड की साफ सफाई की जा रही है। बाढ़ से प्रभावित परिवारों को स्थानीय मंगल भवन में रुकने तथा भोजन आदि की भी व्यवस्था की जा रही है। प्रशासन की टीम द्वारा क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वे भी शुरू कर दिया गया है। जिसके आधार पर नुकसान का आकलन कर उन्हें क्षतिपूर्ति दी जाएगी। मौसम सामान्य होने पर बाढ़ प्रभावितों की अन्य समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से दंतेवाड़ा जिले के किंरदुल में लगातार बारिश होने के कारण नदियां उफान पर थी जिसके कारण किंरदुल पहाड़ी पर एनएमडीसी द्वारा निर्मित डेम क्षतिग्रस्त हो गया था। क्षतिग्रस्त डेम से मलबा ओर बोल्डर युक्त पानी के सैलाब से डेम के आसपास के इलाके के लगभग 150 मकान क्षतिग्रस्त हो गए इसके अलावा पालतु पशुओं के बहने और वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए थे।
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121 आश्रम-छात्रावास भवन निर्माण की प्रक्रिया ट्राइबल विभाग ने शुरू की

  • जिलों में 211 करोड़ रुपए की लागत से बनेंगे आश्रम-छात्रावास
रायपुर। आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री राम विचार की पहल पर आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा 121 आश्रम-छात्रावास भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रदेश के विभिन जिलों में 211 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से आश्रम-छात्रावास भवनों का निर्माण होगा। इससे प्रदेश के हजारों बच्चों को शिक्षा सह-आवासीय सुविधा सुलभ होगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में आश्रम-छात्रावास के निर्माण की प्रक्रिया काफी समय से लंबित थी। मंत्री श्री नेताम ने विभागीय समीक्षा बैठक में इस मामले को गंभीरता से लिया और भवन निर्माण के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे।
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मुख्यमंत्री विष्णुदेव की संवेदनशील पहल

  • छत्तीसगढ़ की पबिया, पविया, पवीया जाति को अनुसूचित जनजातियों की सूची में पाव जाति के साथ शामिल करने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने वर्षों से अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र प्राप्त करने की बाट जोह रही छत्तीसगढ़ की पबिया, पविया, पवीया जाति को अनुसूचित जनजातियों की सूची में पाव जाति के साथ शामिल करने के लिए संवेदनशील पहल की है। मुख्यमंत्री ने इन जातियों का नृजातीय अध्ययन प्रतिवेदन अनुशंसा सहित भारत सरकार के जनजाति कार्य मंत्रालय को आगे की कार्यवाही के लिए भेजा है।
प्रदेश भर से आए पाव, पबिया, पविया, पवीया जाति के प्रतिनिधि मंडल ने विधायक श्री रामकुमार यादव के नेतृत्व में सोमवार को विधानसभा के समिति कक्ष में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मुलाकात कर उनकी इस संवेदनशील पहल के लिए आभार प्रकट किया
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रतिनिधि मंडल को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों की लंबे समय से अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल होने की मांग थी। राज्य शासन द्वारा अनुशंसा सहित प्रतिवेदन भारत सरकार को भेजा गया है। उम्मीद है इसका सकारात्मक परिणाम आएगा। उन्होंने बारिश के मौसम में प्रदेश भर से रायपुर आने के लिए प्रतिनिधि मंडल को धन्यवाद दिया।
प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि मध्यप्रदेश के समय उन लोगों के अनुसूचित जनजाति के प्रमाण पत्र बन रहे थे, लेकिन मात्रात्मक त्रुटि के कारण पिछले 22 वर्षों से प्रमाण पत्र बनना बंद हो गया है, इसकी वजह से हमारे बच्चों को अनुसूचित जनजाति वर्ग को मिलने वाले लाभ नहीं मिल पा रहे हैं। हमारे बच्चे पढ़ाई-लिखाई में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा भारत सरकार के जनजाति कार्य मंत्रालय को अनुशंसा सहित प्रतिवेदन भेजने के लिए धन्यवाद दिया।
प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि पूरे प्रदेश में इन जातियों की जनसंख्या लगभग 22 हजार है। यूं तो ये लोग पूरे प्रदेश में पाए जाते हैं लेकिन प्रमुख रूप से चंद्रपुर, रायगढ़, लैलूंगा, खरसिया, पेंड्रा, मरवाही और जशपुर में रहते हैं।
छत्तीसगढ़ के आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा पाव, पबिया, पविया, पवीया जाति का नृजातीय अध्ययन करने के बाद प्रतिवेदन तैयार किया है, जिसमें इन जातियों को लक्षणों के आधार पर अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की अनुशंसा की गई है।
विधायक श्री रामकुमार यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं। आज उपस्थित जाति के लोग वास्तव में आदिवासी हैं, लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है। इनके हित में मुख्यमंत्री जी ने अच्छी पहल की है। उन्होंने समाज के सामाजिक भवन के लिए रायपुर में जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने नजदीक से महसूस किया है जनजातियों का दर्द-
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय स्वयं भी अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं। उन्होंने बिरहोर, पहाड़ी कोरवा सहित अनुसूचित जनजातियों के लिए अपने सार्वजनिक जीवन के प्रारंभ से काम किया है, इसलिए वे जनजातियों का दर्द अच्छे से जानते हैं।
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छत्तीसगढ़ में शिक्षकों और विद्यार्थियों की संख्या का अनुपात राष्ट्रीय अनुपात से बेहतर

  • सभी स्कूलों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की करेंगे पदस्थापना, युक्तियुक्तकरण से स्कूलों को मिलेंगे शिक्षक
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सोमवार को विधानसभा में प्रश्नकाल में स्कूल शिक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में शिक्षकों और विद्यार्थियों का अनुपात राष्ट्रीय अनुपात से बेहतर है। उन्होंने बताया कि देश में 26 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक हैं जबकि प्रदेश में 21 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक है। शिक्षकों की पदस्थापना में अब तक कुछ अव्यवस्थाएं थी। जिसके कारण शिक्षकों की कमी परिलक्षित हो रही थी। इन कारणों से सर्वप्रथम युक्तियुक्तकरण करना पहली प्राथमिकता होगी। कुछ स्कूलों में जहां विषय संकाय है वहां शिक्षक नहीं है जहां विषय संकाय नहीं है वहां शिक्षक हैं। कुछ स्थानों पर राज्य के अनुपात से भी बहुत कम विद्यार्थियों पर शिक्षक है। कुछ स्थानों पर तो 4-5 विद्यार्थी पर एक शिक्षक है। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया हेतु ऐसे स्कूलों का चिन्हांकन किया जा रहा है और शीघ्र ही सभी स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना कर दी जाएगी। इससे सभी स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध हो जाएंगे और शिक्षा का स्तर और भी अच्छा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शिक्षकों की व्यवस्था के साथ ही अधोसंरचना विकास पर भी हम काम कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में शिक्षक और विद्यार्थियों का अनुपात राष्ट्रीय औसत से भी बेहतर है। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूरी होने से सभी स्कूलों में शिक्षक मिल सकेंगे। साय सरकार द्वारा किये जा रहे युक्तियुक्तकरण का सकारात्मक असर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर पड़ेगा और ऐसे स्कूलों में भी शिक्षक मिल जाएंगे जहां शिक्षकों की कमी की वजह से शिक्षा प्रभावित हो रही है।
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CM विष्णुदेव साय को पोला महोत्सव में शामिल होने का आमंत्रण

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से सोमवार को यहां विधानसभा परिसर स्थित उनके कार्यालय कक्ष में दुर्ग विधायक श्री ललित चन्द्राकर के नेतृत्व में आये शास्त्री नवयुवक मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री श्री साय को पारम्परिक खुमरी पहना कर उनका अभिवादन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को दुर्ग जिले के मड़ियापार में आगामी 2 सितम्बर को आयोजित होने वाले पोला महोत्सव के 65वें आयोजन में शामिल होने का आमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने शास्त्री नवयुवक मंडल को आमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया और महोत्सव के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विधायक श्री गजेन्द्र यादव, शास्त्री नवयुवक मंडल से श्री सुनील साहू, श्री मनीष साहू, श्री सुदामा निषाद और श्री हेमलाल साहू सहित मंडल के सदस्य उपस्थित थे।
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कलेक्ट्रेट मलिक ने सुनी आवेदकों की मांग और समस्याएं

महासमुंद। कलेक्ट्रेट में आयोजित जन चौपाल में आज कलेक्टर प्रभात मलिक ने जिले के आमजनों की मांगों एवं समस्याओं को गम्भीरतापूर्वक सुनकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को नियमानुसार कार्यवाही एवं शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए।
जन चौपाल में आज ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के 14 आवेदकों ने अपनी मांग एवं समस्याओं से संबंधित आवेदन प्रस्तुत किए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर रवि साहू, डिप्टी कलेक्टर मनोज खांडे सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने सभी आवेदकों की समस्याएं बारी-बारी सुनी और संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर आवेदकों की समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित करने कहा। आज जन चौपाल में अवैध कब्जा हटाने, ऋण पुस्तिका प्रदान करने, खाता बंटवारा एवं नवीन धान उपार्जन केन्द्र स्वीकृति सहित अन्य समस्याओं को लेकर आवेदकों द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया गया।
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