धान का कटोरा

अग्निवीर भर्ती के परिणाम 22 मार्च को

रायपुर। छत्तीसगढ़ में अग्निवीर भर्ती के परिणाम कल 22 मार्च 2025 को घोषित किए जाएंगे। परीक्षा में सफल अभ्यर्थी  किं इस साल भारतीय सेना में अग्निवीर बनकर देश की सेवा करेंगे।
अभ्यर्थी परिणाम देखने के लिए जॉइन इंडियन आर्मी के साइट https://www.joinindianarmy.nic.in/ का अवलोकन कर सकते हैं।  परिणाम  सेना भर्ती कार्यालय रायपुर के नोटिस बोर्ड पर भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
सभी सफल अभ्यर्थियों को 24 मार्च को सुबह 06:30 बजे सेना भर्ती कार्यालय रायपुर शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय किकेट स्टेडियम, नया रायपुर में प्रारंभिक ब्रीफिंग और डिस्पैच प्रलेखन के लिए उपस्थित होना आवश्यक है। इन सभी सफल अभ्यार्थियों की ट्रेनिंग 01 मई 2025 से अलग-अलग ट्रेनिंग सेंटर में शुरू जाएगी।
किसी भी अन्य जानकारी और समस्या के समाधान के लिए सेना भर्ती कार्यालय रायपुर के टेलिफोन नंबर 0771-2965212,0771-2965214 पर संपर्क किया जा सकता है।
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राजधानी रायपुर में गरज-चमक शुरू, छाई काली घटा

रायपुर। राजधानी में गरज-चमक हो रही है, इसी के साथ काली घटा छाई हुई है। प्रदेश में आज मौसम का मिजाज बदल गया है। बलरामपुर जिले में सुबह सुबह जमकर ओले गिरे। ओलावृष्टि से लहसुनपाट और सामरीपाट का इलाका कश्मीर की तरह नजर आने लगा। वहीं ओले से आम, महुआ और सब्जी की फसलों को नुकसान पहुंचा है। पेंड्रा में भी जमकर बारिश हुई है। जिससे तापमान में गिरावट आई है।
वहीं बलरामपुर में गुरुवार शाम बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। बता दें कि, शुक्रवार और शनिवार को सरगुजा और बिलासपुर संभाग के कई स्थानों पर बारिश और ओले गिरने का अलर्ट है। वहीं रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग के जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। प्रदेश से होकर गुजर रही टर्फ लाइन (द्रोणिका) और वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण समुद्र से नमी आ रही है। इसके असर से रायपुर में गर्मी में थोड़ी कमी आई है।
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सदन में विपक्ष ने पेश किया स्थगन प्रस्ताव, ख़ारिज होने के बाद वॉकआउट

रायपुर। विधानसभा बजट सत्र के 17वें दिन शुक्रवार को विपक्ष ने धान खरीदी में कथित घोटाले को लेकर स्थगन प्रस्ताव पेश किया। विपक्ष ने सरकार पर लगभग 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया और सदन की कार्यवाही रोककर इस पर चर्चा की मांग की। हालांकि, स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने स्थगन प्रस्ताव नामंजूर कर दिया, जिसके बाद विपक्ष ने विरोध स्वरूप सदन से वॉकआउट कर दिया।
धान खरीदी घोटाले पर विपक्ष का हमला
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आरोप लगाया कि अधिकारियों की मिलीभगत से किसानों की मेहनत पर पानी फेरा जा रहा है। उन्होंने कहा कि धान उत्पादन से 36% अधिक खरीदी हो रही है, जिससे बड़े घोटाले की आशंका है। उमेश पटेल ने भी समर्थन करते हुए कहा कि धान खरीदी कोई छोटा मामला नहीं है और इस पर सदन में विस्तृत चर्चा होनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार के बावजूद सत्तापक्ष जवाब देने से बच रहा है।
स्वामी आत्मानंद स्कूलों का मुद्दा उठा
विधायक देवेंद्र यादव ने भिलाई के स्वामी आत्मानंद स्कूलों की स्थिति पर सवाल उठाए। उन्होंने संचालन के लिए वर्षवार आवंटन और खर्च की जानकारी मांगी और खुर्सीपार स्कूल में कॉमर्स क्लास शुरू करने की मांग की।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाब देते हुए कहा कि सेक्टर-9 स्कूल के संबंध में परीक्षण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस योजना के लिए 700 करोड़ रुपये का प्रावधान था, जिसे बढ़ाकर 770 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
आत्मानंद स्कूलों को पीएमश्री योजना में किया जाएगा शामिल
सीएम विष्णुदेव साय ने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ में 751 स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित हैं। केंद्र सरकार के पीएमश्री योजना के तहत कुछ स्कूलों को शामिल किया गया है। फिलहाल प्रदेश में 341 पीएमश्री स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिनमें कुछ आत्मानंद स्कूल भी जोड़े गए हैं
बजट सत्र में विपक्ष के आक्रामक रुख और सरकार के जवाबी दावों के बीच यह मुद्दे चर्चा के केंद्र में बने हुए हैं।
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बकरों की बलि प्रथा बंद करने ग्रामीणों ने किया रास्ता जाम

बेमेतरा। जिले में स्थित सिद्धि माता मंदिर में होली के दूसरे दिन से 13 दिनों तक बकरों की बलि दी जाती है। इसी प्रथा को बंद करने के लिए आज दंड स्वामी ज्योतिर्मयानंद महाराज सहित सैकड़ों लोग सड़क पर उतर गए है और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि इस प्रथा को बंद किया जाए। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी प्रदर्शनकारी मानने को तैयार नहीं है।
गौरतलब है कि बेमेतरा से 15 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम संडी में स्थित सिद्धि माता का मंदिर है। मान्यता है कि, एक किसान जीवन लाला साहू को स्वप्न देकर खेत में माता सिद्धि उद्गम हुई थी। 1965 में हल चलाते समय खेत में देखी थी। माता स्वरूप मूर्ति, मन्नता की बखान है कि जीवन साहू कि पत्नी आए दिन भग कर अपने मायके चली जाती थी। एक दिन साहू को स्वप्न आया। जहां खेत में माता के स्वरूप उद्गम हुई। सिद्धि माता जिसको जीवन साहू ने सुमर कर मन्नत मांगी कहा की मेरी पत्नी बार -बार अपने मायके चली जाती है साथ ही संतान की प्राप्ति की माता से मन्नत मांगी।
जिसके बाद पत्नी उसी दिन वापस घर आ गई और कुछ समय बीत जाने के बाद पुत्र प्राप्त हुआ। जीवन साहू को खुशी हुआ और माता के नाम पर बकरा की बलि दिया, जिसके बाद से आज लगभग 60 साल हो गया। माता की मंदिर धीरे धीरे बृहद रूप लिया। आज 111 फिट की मंदिर निर्माणाधीन पर है। उसी के चलते बात धीरे धीरे फैल गया और लोग यहां अपनी मुराद लेकर आते है और पूरा होने पर होली के दूसरे दिन से लेकर तेरस तक यह बलि देने की परंपरा चले आ रहा है। लोग इस परंपरा को निभा रहे है। बलि की परंपरा में आज लगभग 60 साल हो गया है लोग इस मंदिर में माथा टेक मन्नत मांगते है। मन्नत पूरी होती है और फागुन के होली के तेरस के 13 दिन के अंदर में बलि देते है।
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नकटी गांव में विधायक बंगले बनाने की तैयारी में छत्तीसगढ़ सरकार : टंकराम वर्मा

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के 17वें और अंतिम दिन प्रश्नकाल में नए विधायकों को राजधानी में जमीन आवंटन का मामला विधायक धर्मजीत सिंह और राजेश मूणत ने उठाया. राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने बताया कि अभी जमीन चिन्हांकन की कार्रवाई हो रही है. नवा रायपुर में नकटी गांव में जमीन देने का विचार चल रहा है. आवंटन के लिए अभी अंतिम निर्णय बाकी है. विधायक धर्मजीत सिंह ने विषय उठाते हुए कहा कि नए विधायकों को राजधानी में रहने की व्यवस्था नहीं है. मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि मामला संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप और अध्यक्ष डॉ रमन सिंह की जानकारी में है. हम जल्द ही इस मामले में कार्रवाई करेंगे.
विधायक उमेश पटेल ने रायगढ़ जिले के एनएच 200 में भू-अर्जन और मुआवजे की स्थिति का मामला उठाया? उन्होंने कहा कि पिछले बार जवाब में 820.783 हेक्टेयर आया था. एक जैसा प्रश्न, मंत्री भी एक. लेकिन उत्तर 3 बार गलत तो आखिरकार कौन से उत्तर को सही माने?
राजस्व मंत्री टकराम वर्मा ने बताया कि रायगढ़ जिले के निजी भूमि कुल रकबा कुल मिलाकर 141.23 हेक्टेयर निजी भूमि अर्जित की गई है. विधायक ने कहा कि इसके पहले 141.5, उसके ठीक बार फिर अलग जवाब, उत्तर सही कौन सा है? 820 और 143 जमीन=असमान का अंतर है? इस पर मंत्री ने कहा कि दोनों ही जानकारियों में अन्तर क्यों आया, इसको मैं चेक करता हूं. इस पर विधायक ने कहा कि यह लगातार हो रहा है. विधानसभा को लगातार अलग-अलग उत्तर देने पर अधिकारियों पर कार्यवाही करिए? इस पर अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि अगर आप जवाब से असंतुष्ट है तो आप उसकी प्रक्रिया कर लें. हम आगे बढ़ जाएंगे. इस पर नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि जो अन्तर आ रहा है वह बड़ा अंतर है. सीधे 820 का अंतर है. अध्यक्ष ने कहा कि आप लिख कर दे दें, हम निराकरण करेंगे.
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कवासी लखमा का अनपढ़ राग, EOW टीम से कहा- पढ़ा लिखा नहीं हूं

  • आबकारी अफसर उन्हें फाइल पढ़कर सुनाते थे और उनके कहने पर वे फाइलों में हस्ताक्षर करते थे...
रायपुर। 2,100 करोड़ रुपए से ज्यादा के शराब घोटाला मामले में रायपुर जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने पैसा लेने के आरोपों को खारिज किया है। कवासी लखमा ईओडब्ल्यू के जांच अधिकारियों को खुद के पढ़े-लिखे नहीं होने की बात कहकर घोटाले में संलिप्तता से बचने का दांव खेल रहे हैं। कवासी लखमा पूछताछ में कहते हैं कि आबकारी अफसर उन्हें फाइल पढ़कर सुनाते थे और उनके कहने पर वे फाइलों में हस्ताक्षर करते थे। इसके साथ ही लखमा पूर्व में ईडी को दिए गए बयान को भी बार-बार दोहराकर बचने की कोशिश कर रहे है।
ईओडब्ल्यू की टीम ने गुरुवार को लगातार दूसरे दिन जेल में करीब दो घंटे तक पूछताछ की। दोपहर 12 बजे जेल के अंदर दाखिल हुए डीएसपी व इंस्पेक्टर स्तर के चार जांच अधिकारी दो बजे बाहर निकले। इस दौरान कवासी लखमा से आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने और सुकमा में कांग्रेस भवन व कोंटा में भवन निर्माण में दी गई राशि के आय के स्रोत के बारे में पूछा गया। ईओडब्ल्यू के जांच अधिकारियों ने पूर्व आबकारी मंत्री व कोंटा विधायक कवासी लखमा से दूसरे दिन सात बिंदुओं पर पूछताछ की। अधिकारी अपने साथ सवालों की सूची लेकर गए थे। उनसे उनके और स्वजन के नाम पर चल-अचल संपत्तियों के बारे में पूछा गया।
कवासी लखमा ने सारे सवालों का न में ही जवाब दिया। उनका कहना था कि जब कोई घोटाला ही नहीं हुआ, तो हिस्सेदारी का सवाल ही नहीं उठता। ईडी को वे अपने व परिवार के नाम की संपत्ति से संबंधित सारे दस्तावेज दे चुके हैं। उन्हें परेशान करने झूठे मामले में फंसाया गया है। छापेमारी व उनके ठिकाने में तलाशी के दौरान कुछ भी नहीं मिला। इसके बाद भी आरोपित बनाकर जेल में डाल दिया गया। जांच एजेंसी चाहे जहां जितनी बार पूछे हर बार एक ही जवाब रहेगा। बताते चलें कि कवासी लखमा के खिलाफ जांच एजेंसियों ने डिजिटल साक्ष्य कोर्ट में पेश किए हैं।
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आत्मानंद स्कूलों के लिए तैयार किया जा रहा नया शिक्षक सेटअप : CM विष्णुदेव साय

रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा के बजट सत्र का आज आखिर दिन है। शुक्रवार को सदन में कई अहम मुद्दों पर सवाल-जवाब हुए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वनमंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने विधायकों के सवालों के जवाब दिए।
प्रश्नकाल के दौरान आत्मानंद स्कूल का मुद्दा गूंजा। भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने भिलाई के आत्मानंद स्कूलों के नाम बदलने को लेकर सवाल पूछा। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि आत्मानंद स्कूलों के नाम कहीं का नहीं बदला गया है, बल्कि उसमें पीएम श्री नाम जोड़ा गया है।
विधायक देवेंद्र यादव ने भवन और रिक्त पदों को भरने की मांग की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय की योजना है। उस समय इस पर कोई प्रावधान नहीं किए गए। हमारी सरकार आने के बाद इस पर काम हो रहा है। पहले प्रतिनियुक्ति और संविदा से पोस्ट भरे जाते थे, अब नया शिक्षक सेटअप तैयार किया जा रहा है। सीएम साय ने कहा कि पिछली सरकार में 751 आत्मानंद बने थे। 341 स्कूल पीएम श्री के है, इनमे कुछ आत्मानंद स्कूल भी है। इस बार 770 करोड़ का बजट प्रावधानित किया गया है।
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26 में 14 शव महिला नक्सलियों के, IG सुंदरराज ने मुठभेड़ पर दी अहम जानकारी

बीजापुर। बीजापुर जिले में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में 26 नक्सली मारे गए थे। मारे जाने वालों में 14 महिला नक्सली शामिल है। जवानों ने मुठभेड़ के बाद मौके से कई ऑटोमेटिक हथियार भी बरामद किए गए हैं।
बस्तर के IG सुंदरराज पी. ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि, मुठभेड़ में मारे गए 26 में से 18 नक्सलियों की शिनाख्त की जा चुकी है, जबकि 8 की शिनाख्त अभी भी जारी है। मारे गए नक्सलियों में 9 PPCM (प्लाटून कमांडर), 1 DVCM (डिविजनल कमांडर) और 8 एसीएम (एरिया कमांडर) शामिल हैं। इन सभी पर कुल मिलाकर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित था, वहीं एसीएम पर 5-5 लाख रुपए का इनाम रखा गया था।
यह मुठभेड़ सुरक्षा बलों द्वारा बीजापुर जिले के घने जंगलों में की गई एक बड़ी ऑपरेशन का हिस्सा थी, जो नक्सली गतिविधियों को खत्म करने और क्षेत्र में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से की गई थी। सुरक्षाबलों की यह बड़ी सफलता मानी जा रही है, जो नक्सलियों के खिलाफ एक निर्णायक कदम साबित हो सकती है।सुरक्षाबलों की कार्रवाई से नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है, और इलाके में स्थिति को नियंत्रण में लाने की दिशा में यह एक अहम कदम माना जा रहा है।
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आयुष्मान वय वंदना कार्ड वरिष्ठ नागरिकों के लिए वरदान साबित होगा

महासमुंद। केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक विशेष सुविधा शुरू की गई है। "आयुष्मान वय वंदना कार्ड" के माध्यम से 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को व्यक्तिगत रूप से 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। यह सुविधा उनके पारिवारिक आयुष्मान कार्ड से अलग होगी, जिससे वे स्वतंत्र रूप से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। जिले में 62,137 पात्र हितग्राहियों का वय वंदना कार्ड बनाया जाना है, जिनमें से अब तक 7,834 हितग्राहियों (12.6 प्रतिशत) का कार्ड बन चुका है।
इस योजना के तहत बीपीएल परिवारों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है। इसी प्रकार से एपीएल परिवारों को 50 हजार रुपये तक का इलाज मुफ्त उपलब्ध होता है। यदि परिवार में 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक हैं, तो वे अपना वय वंदना कार्ड बनवाकर अतिरिक्त 5 लाख रुपये तक की अलग से स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं। आयुष्मान वय वंदना कार्ड“ बनाने के लिए केवल आधार कार्ड की आवश्यकता होगी। यह कार्ड सरकारी अस्पतालों और च्वाईस सेंटरों में मुफ्त में बनाया जाएगा। यदि पहले से आयुष्मान कार्ड बना हुआ है, तो ई-केवाईसी अनिवार्य होगी। वय वंदना कार्ड को मोबाइल ऐप या पोर्टल Beneficiary.nha.gov.in के माध्यम से आधार लिंक मोबाइल ओटीपी, बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट, या फेस ऑथेंटिकेशन द्वारा बनाया जा सकता है।
जिले में शत प्रतिशत हितग्राहियों को लाभ दिलाने कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार बचे हुए हितग्राहियों के लिए विशेष महाअभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत ग्राम सचिव, रोजगार सहायक, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, बैंक सखियां, और अन्य विकासखंड स्तरीय कर्मचारी शिविर लगाकर कार्ड बनाने में सहायता करेंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने आधार कार्ड के साथ नजदीकी सरकारी अस्पताल या च्वाईस सेंटर पर जाकर जल्द से जल्द वय वंदना कार्ड बनवा लें। इस कार्ड के माध्यम से उन्हें भविष्य में किसी भी स्वास्थ्य समस्या के दौरान आर्थिक कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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राज्यपाल रमेन डेका ने गौशाला में की पूजा-अर्चना

खैरागढ़-छुईखदान-गंडई। जिले में आज गौ सेवा रत्न अलंकरण महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें राज्यपाल रमेन डेका विशेष रूप से उपस्थित हुए। राज्यपाल ने मनोहर गौशाला में पहुंचकर विधिवत पूजा-अर्चना की और गौ माता की आराधना में भाग लिया। राज्यपाल रमेन डेका ने मंदिर में गौ आरती में हिस्सा लिया और गौ माता की पूजा की। उन्होंने इस अवसर पर गौ सेवा के महत्व पर भी अपने विचार रखे और गौ रक्षा और संवर्धन की दिशा में निरंतर प्रयास करने का आह्वान किया।
पूजा-अर्चना और आरती के पश्चात, राज्यपाल ने गौशाला परिसर का भ्रमण किया और गौवंश की देखरेख और सेवा के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि गौ सेवा न केवल हमारी संस्कृति का हिस्सा है, बल्कि यह पर्यावरण और ग्रामीण जीवन के संतुलन को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस अवसर पर गौशाला प्रबंधन के सदस्य और ग्रामीणजन भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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2024-25 में अप्रैल से फरवरी तक 11,581 करोड़ रुपये का खनिज राजस्व अर्जित

  • खनिज क्षेत्र में पारदर्शिता और नवाचार का नया अध्याय
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पारदर्शी खनन नीति, ई-नीलामी, डिजिटल निगरानी और पर्यावरण-संवेदनशील खनन रणनीतियों को अपनाकर प्रदेश के आर्थिक और औद्योगिक विकास को नए आयाम दिए हैं। खनिज संसाधनों के सुव्यवस्थित उत्खनन के चलते बीते वर्षों में छत्तीसगढ़ के खनिज राजस्व में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है। राज्य के गठन के समय की तुलना में खनिज राजस्व में 30 गुना वृद्धि हुई है, जो 2023-24 में 13,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया और 2024-25 में अप्रैल से फरवरी तक ही 11,581 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया जा चुका है। यह पारदर्शी खनन नीति और प्रभावी प्रशासन का परिणाम है। अब तक 44 खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी सफलतापूर्वक की जा चुकी है, जिसमें अब तक चूना पत्थर के 14, लौह अयस्क के 9, बॉक्साइट के 11, स्वर्ण के 3, निकल, क्रोमियम के 2, ग्रेफाइट के 2, ग्लूकोनाइट के 2 और लिथियम के 1 खनिज ब्लाक की निलामी की गई है।
प्रदेश में अब तक 10 क्रिटिकल एवं डीप सीटेड मिनरल्स ब्लॉक्स की सफलतापूर्वक नीलामी
भारत सरकार द्वारा देश के आर्थिक एवं सामरिक विकास को ध्यान में रखते हुए क्रिटिकल एवं सामरिक महत्व के खनिजों के लिए राष्ट्रीय क्रिटिकल मिनरल मिशन की घोषणा जनवरी, 2025 में की गई है। इस के अनुरूप प्रदेश में विभाग द्वारा वर्ष 2024-25 से ही क्रिटिकल एवं सामरिक महत्व के खनिजों के अन्वेषण / खोज पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसके तहत 56 अन्वेषण परियोजनाओं में से 31 परियोजनाओं अंतर्गत क्रिटिकल एवं डीप सीटेड मिनरल्स पर कार्य किये जा रहे है। प्रदेश में अब तक 10 क्रिटिकल एवं डीप सीटेड मिनरल्स ब्लॉक्स जिसमें लिथियम का 1, स्वर्ण का 3, निकल, क्रोमियम का 2, ग्रेफाइट का 2 ग्लूकोनाइट के 2 मिनरल ब्लॉक की नीलामी की गई है।
देश में पहली बार खनिज लिथियम ब्लॉक की सफलतापूर्वक नीलामी की कार्यवाही भारत सरकार द्वारा की गई है जिसके तहत् जिला कोरबा के कटघोरा लिथियम ब्लॉक को मेसर्स साउथ मायकी मायनिंग कंपनी को 76 प्रतिशत प्रीमियम राशि पर आबंटित किया गया है। राज्य के सुकमा एवं कोरबा जिले में भी लिथियम अन्वेषण कार्य किया जा रहा है जिसमें लिथियम के भण्डार पाये जाने की पूर्ण संभावना है।
बैलाडीला लौह अयस्क: भारत के खनन क्षेत्र का मजबूत स्तंभ
बैलाडीला क्षेत्र भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क भंडारों में से एक है। यहां तीन नए लौह अयस्क ब्लॉकों की ई-नीलामी प्रक्रिया जारी है, जिसे मार्च 2025 तक पूरा किया जाएगा। इसके अलावा कांकेर जिले के हाहालद्दी लौह अयस्क खनिज ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है।
पर्यावरण संतुलन और पारदर्शी निगरानी प्रणाली
पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखते हुए खनन क्षेत्र को अधिक पारदर्शी और वैज्ञानिक रूप से संचालित करने के लिए सरकार ने कई नई पहल की हैं। सेटेलाइट इमेजरी और माइनिंग सर्विलियेंस सिस्टम के माध्यम से अवैध खनन की निगरानी की जा रही है। गौण खनिज खानों में सुव्यवस्थित और वैज्ञानिक पद्धति से खनन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी गई है। राज्य सरकार बेहतर कार्य करने वाले पट्टेधारियों को ‘स्टार रेटिंग’ प्रणाली के तहत प्रोत्साहित कर रही है।
खनिज राजस्व से सामाजिक विकास और बुनियादी सुविधाओं में निवेश
खनिज राजस्व का एक बड़ा हिस्सा प्रदेश के सामाजिक विकास में निवेश किया जा रहा है। जिला खनिज संस्थान न्यास के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 1,673 करोड़ रुपये की निधि प्राप्त हुई है, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल और कौशल विकास सहित 9,362 विकास कार्यों को मंजूरी दी गई। इससे खनन प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में महत्वपूर्ण सुधार हो रहा है।
खनिज अन्वेषण कार्यों का विस्तार और नई परियोजनाएँ
राज्य सरकार ने चूना पत्थर, बॉक्साइट, लौह अयस्क और ग्रेफाइट सहित कुल 13 खनिज परियोजनाओं में अन्वेषण कार्य शुरू किया है। प्रारंभिक सर्वेक्षणों में चूना पत्थर के 283 मिलियन टन, लौह अयस्क के 67 मिलियन टन और बॉक्साइट के 3 लाख टन भंडार का अनुमान लगाया गया है। स्वर्ण, ग्रेफाइट और ग्लूकोनाइट जैसे खनिजों की खोज भी की जा रही है, जिससे राज्य के खनन क्षेत्र को और मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, सूरजपुर जिले के जाजावल क्षेत्र में यूरेनियम ब्लॉक के लिए परमाणु ऊर्जा विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। कोल बेड मीथेन पूर्ववर्ती कोरिया जिले में वेदांता लिमि. एवं ऑईलमैक्स को पेट्रोलियम अन्वेषण लायसेंस स्वीकृत किया गया है। मैंगनीज ओर इंडिया लि. (मोईल) द्वारा सीएमडीसी के साथ प्रदेश में प्रथम बार बलरामपुर क्षेत्र में खनिज मैगनीज का भंडार चिन्हित किया गया है।
मुख्य खनिजों के लिए अन्वेषण हेतु केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण ट्रस्ट की स्थापना की गई है। इसी तर्ज पर खनिज विभाग द्वारा राज्य के गौण खनिजों के व्यवस्थित विकास एवं अन्वेषण के लिए राज्य खनिज अन्वेषण ट्रस्ट की स्थापना की योजना पर कार्य किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि प्राकृतिक संसाधनों की दृष्टि से छत्तीसगढ़ देश के समृद्ध राज्यों में से एक है। कोयला, लौह अयस्क, चूना पत्थर, बॉक्साइट, स्वर्ण, निकल, क्रोमियम और प्लेटिनम समूह के तत्व सहित कुल 28 प्रकार के खनिजों की प्रचुरता ने इस राज्य को देश के खनन क्षेत्र में एक अग्रणी भूमिका में ला खड़ा किया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार की पारदर्शी नीतियों, सतत विकास की रणनीतियों और कुशल प्रशासनिक प्रयासों के चलते छत्तीसगढ़ भारत के अग्रणी औद्योगिक और आर्थिक केंद्र के रूप में उभर रहा है। खनिज संपदा के माध्यम से प्रदेश न केवल आर्थिक मजबूती प्राप्त कर रहा है, बल्कि हरित और सतत विकास की दिशा में भी अग्रसर हो रहा है। आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ अपनी समृद्ध खनिज संपदा और रणनीतिक पहल के साथ भारत के माइनिंग हब के रूप में अपनी पहचान और अधिक सशक्त करेगा।
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सामूहिक सरेंडर करने वाले नक्सलियों को दिए जाएंगे डबल ईनाम : उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा

रायपुर। प्रदेश में सुरक्षा बलों के सफल नक्सल ऑपरेशन का असर नजर आने लगा है. बीजापुर और कांकेर में हुए नक्सली हमले में जवानों ने 26 माओवादियों को ढेर कर दिया। जिसके बाद आज गृहमंत्री विजय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि तेलंगाना से पामेड़ जाने वाले अब सीधे बीजापुर से पामेड़ जा सकते हैं. यही नहीं 25 वर्षों से बंद गारपा का साप्ताहिक बाजार शुरू हुआ है. कोंडापल्ली में भी सेवाएं शुरू हुई हैं. 570 मोबाइल टावर लगाए गए हैं.
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मीडिया से चर्चा में बताया कि गंगालूर में 26 और कांकेर-नारायणपुर एरिया में 4 नक्सली मारे गए हैं. इस तरह से कुल 30 नक्सली मारे गए हैं. सुरक्षा बल के जवानों को बहुत बड़ी सफलता मिली है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि नई सरेंडर नीति का अनुमोदन मंत्रिमंडल से हुआ है. सामूहिक तौर पर सरेंडर करते हैं तो इनाम की राशि डबल होगी.
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि शहीद परिवार की समस्याओं पर आईजी रेंज पर सुनवाई होगी. शहीदों की मूर्ति लगाने के लिए वीर बलिदानी योजना शुरू की गई है. इसके लिए 10 करोड़ राशि स्वीकृत की गई है. पंचायत विभाग एलवद पंचायत अभियान के तहत ग्राम पंचायत में लोगों से सरेंडर कराएंगे. गांव नक्सलमुक्त घोषित करने पर विकास के लिए तुरंत एक करोड़ देंगे.
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ऑपरेशन सुरक्षा, सैकड़ों चालकों का कटा चलाना

दुर्ग। एसपी जितेन्द्र शुक्ला द्वारा यातायात पुलिस को दिये गये सख्त निर्देश पर एवं ऋचा मिश्रा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) के मार्ग दर्शन तथा सतांनद विध्यराज, उप पुलिस अधीक्षक, (यातायात)* के नेतृत्व में नशे की हालत में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं, बिना हेलमेट की वजह सें होने वाली मौत, मालवाहक में सवारी ले जाते वाहनों को रोकने हेतु *"ऑपरेशन - सुरक्षा"* अभियान के तहत 04 दिन में 856 चालको के विरूद्ध कार्यवाही की गई।
यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा इस अभियान के तहत लगातार चौथे दिन भी दुर्ग जिले के ऐसे स्थान जो दुर्घटनाजन्य क्षेत्र में बिना हेलमेट वाहन चालान, मॉल वाहक वाहन में सवारी ले जाते एवं सायं 06.00 बजे से 12.00 बजे तक वाहन चालको को ब्रीथएनेलाईजर मशीन से चेक किया जा रहा हैँ जिसमें 68 वाहन चालक शराब का सेवन कर वाहन चलाते पाये गये, 762 बिना हेलमेट, 12 मॉल वाहक में वाहन ले जाते कार्यवाही किया गया साथ ही शराब सेवन कर वाहन चालको का वाहन जप्त कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जिस पर माननीय न्यायालय द्वारा प्रत्येक वाहन चालको से 10,000/- रूपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया तथा यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा उनके लायसंस निलंबन हेतु परिवहन विभाग को भेजा गया।
अपील-
यातायात पुलिस दुर्ग जिले के आम नागरिकों से अपील करती है कि वाहन चलाते समय सदैव यातायात नियमों का पालन करे एवं किसी प्रकार का नशा करके वाहन न चलाये, बिना हेलमेट दो पहिया वाहन ना चलाये, मॉल वाहक वाहन में यात्रा ना करें स्वयं तथा दूसरो को सुरक्षित आवागमन करने दें।
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लोरमी क्षेत्र के लोगों को जलसंकट से मिली राहत

बिलासपुर। भीषण गर्मी को देखते हुए ग्रामीण इलाकों में निस्तारी तालाबों को भरने के लिए खूंटाघाट जलाशय से आज पानी छोड़ा जाएगा. इससे 107 गांवों के 211 तालाबों को भरा जाएगा. क्षेत्रवासियों की मांग के बाद जल संसाधन विभाग ने डेम से पानी छोड़ने के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि गर्मी को ध्यान रखते हुए जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि नहर किनारे बसे गांवों से प्राप्त आवेदनों, जन प्रतिनिधियों की मांग और ग्रामों में जल की आवश्यकता को देखते हुए निस्तारी के लिए तालाब भर जाएं. इसके लिए खूंटाघाट जलाशय के बांयी तट एवं दांयी तट नहरों से 21 मार्च को सुबह 11 बजे से पानी छोड़ा जाएगा.
निस्तारी के लिए 107 ग्रामों के 211 तालाबों को भरा जाना प्रस्तावित है. इसके साथ ग्रामवासियों से अपील की गई है कि नहर के पानी का उपयोग केवल निस्तारी के लिए तालाबों को भरने के लिए हो. वहीं जल संसाधन विभाग के मैदानी अमलों को भी निर्देशित किया गया है कि निस्तारी के अलावा अन्य प्रयोजन के लिए पानी न दिया जाए और न ही पानी का अपव्यय हो.
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शाम 4 बजे बीजेपी दफ्तर पहुंचेंगे CM विष्णुदेव साय

रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर बीजेपी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने जा रही है। इसी सिलसिले में आज पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आयोजित होगी।
इस बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन और प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव समेत पार्टी के तमाम पदाधिकारी और नेता मौजूद रहेंगे। बैठक भाजपा प्रदेश कार्यालय में दोपहर 2 बजे से आयोजित होगी। इसमें पार्टी संगठन की आगामी रणनीति पर भी विस्तृत चर्चा होगी।
इस बैठक में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, संभाग प्रभारी-सह प्रभारी, जिला संगठन प्रभारी-सह प्रभारी, जिला अध्यक्ष, निवृत्तमान जिला अध्यक्ष, सभी मोर्चों के प्रदेश पदाधिकारी, सभी प्रकोष्ठों के प्रदेश संयोजक-सह संयोजक, महापौर, नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष, निगम सभापति, जिला पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष और जनपद पंचायत अध्यक्ष मौजूद रहेंगे।
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भारत निर्वाचन आयोग ने पिछले एक महीने में निर्वाचन प्रक्रियाओं को मजबूत करने की दिशा में साहसिक कदम उठाए

  • लगभग 1 करोड़ निर्वाचन अधिकारियों की निरंतर क्षमता वृद्धि के लिए डिजिटल प्रशिक्षण की योजना
रायपुर। भारत के 26वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) श्री ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में, निर्वाचन आयुक्तों डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी के साथ, भारत निर्वाचन आयोग ने पदभार ग्रहण करने के एक महीने से भी कम समय में पूरी निर्वाचन मशीनरी को बीएलओ स्तर तक सभी मतदाताओं की भागीदारी को बढ़ावा देने और मतदान केंद्रों पर उनके लिए सुखद अनुभव सुनिश्चित करने के मार्ग पर दृढ़ता से आगे बढ़ाया है। राजनीतिक दलों को, जो प्रमुख हितधारक हैं, को भी जमीनी स्तर पर शामिल किया जा रहा है।
आयोग ने पुनः पुष्टि की है कि लगभग 100 करोड़ मतदाता हमेशा लोकतंत्र के आधार स्तंभ हैं। यूआईडीएआई और भारत निर्वाचन आयोग के विशेषज्ञों के बीच तकनीकी परामर्श जल्द शुरू होंगे। हालांकि एक मतदाता केवल अपने निर्धारित मतदान केंद्र पर ही मतदान कर सकता है, आयोग ने देश भर में मतदाता पहचान पत्र के नंबरों में दोहराव को समाप्त करने और दशकों पुरानी समस्या को 3 महीने के भीतर खत्म करने का संकल्प लिया है। जन्म और मृत्यु पंजीकरण प्राधिकरणों के साथ समन्वय से मतदाता सूची का नियमित अद्यतन मजबूत किया जाएगा
राजनीतिक दलों के साथ आयोग की बातचीत में स्पष्ट किया गया कि ड्राफ्ट मतदाता सूची में कोई भी नाम शामिल करना या हटाना अपीलों की प्रक्रिया द्वारा शासित होता है, जो जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 के तहत सभी राजनीतिक दलों के लिए दावों और आपत्तियों को दर्ज करने के लिए उपलब्ध है। ऐसी अपीलों के अभाव में, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा तैयार की गई सूची मान्य होती है। यह अवगत कराया जा सकता है कि भारत निर्वाचन आयोग ने 7 मार्च, 2025 को स्पष्ट किया था कि 6-10 जनवरी, 2025 तक विशेष संक्षिप्त संशोधन (एसएसआर) अभ्यास के पूरा होने के बाद केवल 89 प्रथम अपील और केवल 1 द्वितीय अपील दायर की गई थी।
सभी पात्र नागरिकों का शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करना, मतदान की सुगमता और सुखद मतदान अनुभव कराना भारत निर्वाचन आयोग का प्रमुख उद्देश्य है। यह सुनिश्चित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कदम उठाए जाएंगे कि कोई भी मतदान केंद्र 1,200 से अधिक मतदाताओं वाला न हो और यह मतदाताओं से 2 किमी के दायरे में हो। सबसे दूरस्थ ग्रामीण मतदान केंद्रों में भी मूलभूत सुविधाएं (एएमएफ) सुनिश्चित की जाएंगी। शहरी उदासीनता से निपटने और अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए, ऊंची इमारतों और कॉलोनियों के समूहों में भी उनके परिसर के भीतर मतदान केंद्र होंगे।
लगभग 1 करोड़ निर्वाचन कर्मियों की व्यापक और निरंतर क्षमता निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, 4 और 5 मार्च को नई दिल्ली में आईआईआईडीईएम में सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों की दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें पहली बार प्रत्येक राज्य / केंद्रशासित प्रदेश के जिला निर्वाचन अधिकारी और निर्वाचक रजिस्ट्रकरण अधिकारियों ने भाग लिया। सम्मेलन ने संविधान, निर्वाचन कानूनों और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के ढांचे के अनुसार 28 हितधारकों और उनकी जिम्मेदारियों के स्पष्ट मानचित्रण के साथ पूरी निर्वाचन मशीनरी को ऊर्जा प्रदान करने पर जोर दिया।
निर्देशों के लिए निर्वाचन हैंडबुक और मैनुअल को नवीनतम परिवर्तनों के साथ समन्वित किया जाएगा। कई भारतीय भाषाओं में डिजिटल प्रशिक्षण किट तैयार की जाएंगी ताकि फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के लिए आसान आत्मसात और प्रभावी प्रशिक्षण हो सके। एनिमेटेड वीडियो और एकीकृत डैशबोर्ड प्रशिक्षण को डिजिटल बढ़ावा देंगे। बीएलओ को प्रशिक्षित करने के लिए एक प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किया जा रहा है।
निर्वाचन प्रक्रियाओं के सभी पहलुओं में राजनीतिक दलों की पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए, मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने 4 मार्च को सीईओ सम्मेलन के दौरान निर्देश दिया कि सभी 36 सीईओ, 788 डीईओ, 4123 ईआरओ द्वारा नियमित सर्वदलीय बैठकें और बातचीत आयोजित की जाएं। देश भर में ऐसी बैठकें जमीनी स्तर पर ही राजनीतिक दलों द्वारा उठाए गए किसी भी लंबित और उभरते मुद्दों को हल करने में मदद करेंगी। यह प्रक्रिया 31 मार्च, 2025 तक पूरे भारत में पूरी हो जाएगी।
आयोग द्वारा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और उनके नियुक्त बीएलए को निर्वाचन कानूनों के अनुसार दावों और आपत्तियों सहित उचित प्रक्रियाओं पर प्रशिक्षण देने के प्रस्ताव का राजनीतिक दलों ने स्वागत किया है। भारत निर्वाचन आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से चुनाव संचालन से संबंधित किसी भी और सभी मामलों पर सुझाव आमंत्रित किए हैं और वे इन्हें 30 अप्रैल, 2025 तक भेज सकते हैं। दलों को दिल्ली में आयोग से आपसी सुविधाजनक समय पर मिलने का निमंत्रण भी दिया गया है। ये साहसिक और दूरगामी पहल चुनावों के पूरे दायरे को कवर करती हैं और सभी प्रमुख हितधारकों को भागीदारी पूर्ण तरीके से शामिल करती हैं।
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प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के निर्माणाधीन कार्यों के परीक्षण के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक का छत्तीसगढ़ दौरा

  • दो जिलों में प्रगतिरत कार्यों का करेंगे परीक्षण, समीक्षक के मोबाइल नम्बर पर साझा कर सकते हैं शिकायतें
रायपुर। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के निर्माणाधीन कार्यों में तृतीय स्तर के गुणवत्ता परीक्षण के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। वे प्रदेश के प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़कों का परीक्षण करेंगे। संबंधित जिले के राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक से उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क कर प्रगतिरत सड़कों की गुणवत्ता के संबंध में शिकायत साझा की जा सकती है।
राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक श्री नीरज गुप्ता (मोबाइल नम्बर +91-9815219790) मार्च 2025 में दंतेवाड़ा एवं बीजापुर जिले में सड़कों की गुणवत्ता का परीक्षण करेंगे।
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उप अभियंता (सिविल) एवं उप अभियंता (वि/यां) के पदों की भर्ती परीक्षा 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू

रायपुर। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के तहत उप अभियंता (सिविल) एवं उप अभियंता (वि/यां) के पदों की भर्ती परीक्षा 2025 (पीएचएसई25) के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
अभ्यर्थी व्यापम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। आवेदन की अंतिम तिथि 01 अप्रैल 2025 तक है। परीक्षा की संभावित तिथि 27 अप्रैल 2025 दिन रविवार को राज्य के 05 जिला मुख्यालय अंबिकापुर, बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर एवं रायपुर में आयोजित की जाएगी। परीक्षा से संबंधित विस्तृत जानकारी के लिए व्यापम की आधिकारिक वेबसाइट vyapamcg.cgstate.gov.in पर जाकर देख सकते है।
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