कंधार: अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी के बाद तालिबान ने अपने हमले तेज कर दिए हैं. इस बीच न्यूज एजेंसी AFP की खबर के मुताबिक बीती रात कंधार एयरपोर्ट पर रॉकेट अटैक हुआ है. एयरपोर्ट के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है. एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक देर रात हुए हमले में कम से कम तीन रॉकेट दक्षिणी अफगानिस्तान में स्थित कंधार एयरपोर्ट पर आकर गिरे.
तालिबान ने अफगानिस्तान के बड़े हिस्से पर कब्जा करने के लिए अपनी मुहिम को और तेज करते हुए उसे नई धार दी है. दरअसल देश के अधिकतर हिस्से में अफगान सुरक्षा बलों और तालिबानी लड़ाकों के बीच जंग जारी है. वहीं कंधार एयरपोर्ट प्रमुख मसूद पश्तून ने के मुताबिक एयरपोर्ट पर तीन रॉकेट दागे गए और जिसमें से दो रनवे से टकराए. इस वजह से एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रद कर दी गई हैं. ये हमला ऐसे समय पर हुआ है, जब तालिबान के लड़ाकों ने हेरात, लश्कर गाह और कंधार को चारों ओर से घेर लिया है. सितंबर तक विदेशी बलों की वापसी के ऐलान के बाद से ही तालिबान ने देश के ग्रामीण इलाकों में जबरदस्त बढ़त हासिल की है.
इस बीच अफगान सुरक्षा बलों के मुताबिक कल यानी बीते शनिवार को हेलमंड प्रांत के लश्करगाह में चलाए गए सैन्य अभियान में दो बड़े तालिबानी कमांडरों समेत 51 आतंकवादी मारे गए हैं. इसी अभियान में 40 तालिबानी आतंकियों के घायल होने की पुष्टि भी की गई है
कंधार अभी भी अफगान सरकार के नियंत्रण में है, लेकिन यहां तालिबान तेजी से कब्जा करने की कोशिश कर रहा है. कंधार अफगानिस्तान के महत्वपूर्ण शहरों में से एक है. बीते कुछ दिनों से यहां तालिबान ने हमले तेज कर दिए हैं. रॉकेट हमले हो रहे हैं. मासूम लोगों को मारा जा रहा है. हालात ये हैं कि लोग अपना घर छोड़कर रिफ्यूजी कैम्प में रहने को मजबूर हैं.
सरकार ने कंधार में एक रिफ्यूजी कैम्प बनाया है, जिसमें 11 हजार से ज्यादा परिवार रह रहे हैं. कंधार के सांसद सैयद अहमद सैलाब ने कुछ दिन पहले बताया था कि ईद के बाद तालिबान ने अफगानी फौज पर हमले तेज कर दिए हैं. पूरे कंधार में आम लोग तालिबान और फ़ौज के बीच जारी संघर्ष के बीच फंस गए हैं और हालत ये है कि सैकड़ों गांवों से हज़ारों लोग सुरक्षित ठिकानों की तलाश में घर से भागने को मजबूर हो चुके हैं.