चीन की अदालत ने मादक ड्रग मामले में सजा के खिलाफ कनाडा के एक व्यक्ति की अपील को मंगलवार को खारिज कर दिया. हुआवेई की एक अधिकारी को कनाडा के वैंकुवर में हिरासत में लिए जाने के बाद इस व्यक्ति की सजा को मृत्युदंड में बदल दिया गया था. रॉबर्ट शेलेनबर्ग को ड्रग की तस्करी के जुर्म में नवंबर 2018 में सजा सुनायी गई थी. इस मामले को लेकर चीन और कनाडा के बीच काफी विवाद भी देखने को मिला.
हुआवेई की मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वानझोऊ की रिहाई के लिए कनाडा पर दबाव बनाने के प्रयासों के तहत चीन सरकार ने जनवरी 2019 में शेलेनबर्ग की सजा को अचानक मृत्युदंड में बदल दिया. वानझोऊ पर ईरान के साथ संभावित कारोबारी सौदे को लेकर अमेरिका द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था. लियाओनिंग प्रांत की एक अदालत ने शेलेनबर्ग की अपील को खारिज कर दिया. एक बयान में कहा कि यह सजा बिल्कुल उचित है
अदालत ने कहा कि निचली अदालत ने सभी कानूनी प्रक्रिया का पालन किया. मामले को पुनर्विचार के लिए चीनी सुप्रीम कोर्ट के पास भेजा गया है. चीनी सरकार ने मेंग को रिहा करने के लिए ओटावा पर दबाव बनाने के लिए जासूसी के आरोप में एक पूर्व कनाडाई राजनयिक माइकल कोवरिग और कनाडाई आंत्रप्रन्योर माइकल स्पावर को भी गिरफ्तार किया है. बीजिंग और ओटावा के बीच संबंधों के बिगड़ने के बाद दो अन्य कनाडाई फैन वेई और जू वेइहोंग को भी 2019 में ड्रग के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी.
अमेरिका चाहता है कि हुआवेई की कार्यकारी मेंग को ईरान के साथ लेनदेन के संबंध में हांगकांग के बैंकों से झूठ बोलने को लेकर प्रत्यर्पित किया जाए. अमेरिका का कहना है कि मेंग ने ऐसा करके व्यापार प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है. मेंग हुआवेई के संस्थापक की बेटी हैं. मेंग को प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए या नहीं, इस पर एक कनाडाई न्यायाधीश अंतिम दलीलें सुनने वाले हैं. चीन और कनाडा के बीच जारी कड़वाहटों का असर उनके बीच होने वाले व्यापार पर भी देखने को मिला है. चीन ने कनाडा से आयात भी कम कर दिया है.