भारतीय मूल की तीन महिलाएं अंतरिक्ष में उड़ान भर चुकी हैं। इन दिनों शिरषा बांदला स्पेस में अपनी यात्रा को लेकर चर्चा में हैं जो कि भारतीय मूल की तीसरी महिला हैं। उनसे पहले कल्पना चावला और सुनीता बिलियम भी अंतरिक्ष का भ्रमण कर चुकी थीं। वहीं दुनिया भर से अब तक 67 महिलाएं अंतरिक्ष यात्री बन चुकी हैं। ये बात सच है कि महिलाएं जमीं से लेकर आसमान और अंतरिक्ष तक अपनी उड़ान भर रही हैं।लेकिन इसी बीच महिलाओं की अंतरिक्ष उड़ान को लेकर नासा के वैज्ञानिकों ने कुछ हेल्थ इशु से आगाह किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, NASA (The National Aeronautics and Space Administration is an independent agency of the U.S वैज्ञानिकों का कहना है कि स्पेस में यात्रा करने के दौरान पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं कि अंतरिक्ष में जाने वाली महिलाएं किन हेल्थ प्रॉब्लम्स का शिकार हो सकती हैं।
NASA के वैज्ञानिकों का कहना है कि अंतरिक्ष में यात्री उच्च स्तरीय हानिकारक विकिरणों के संपर्क में आते हैं। इन रेडिशन्स के संपर्क में आने से यात्रियों के नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे कैंसर और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये खतरनाक रेडिशन्स पुरूषों की तुलना में महिलाओं की सेहत पर ज्यादा असर डालते हैं।नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार, स्पेस रेडिशन्स के प्रभाव का अध्ययन करना कठिन है लेकिन यह जरूर पता चला है कि अंतरिक्ष यात्रा के महिलाओं की सेहत खराब हो सकती है। दरअसल, NASA दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान पर गिराए गए अणु बम के पीड़ितों को ट्रैक कर रहा है। वैज्ञानिकों के इसी अध्य्यन में पता चला है कि स्पेस के रेडिशन्स के संपर्क में आने पर पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कैंसर होने का जोखिम ज्यादा है।
ब्रेस्ट कैंसर- थायराइड का शिकार हो सकती हैं महिलाएं
वैज्ञानिकों का कहना है कि महिलाओं को खासकर रेडिशन्स के कारण ब्रेस्ट कैंसर और थायराइड की बीमारी हो सकती है। यही वजह है कि नासा महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अंतरिक्ष यात्रा पर कम भेजता है।
82 साल की वैली फंक से हैं महिलाओं को आशा
हाल ही में महिला अंतरिक्ष यात्री वैली फंक ने अरबपति अमेरिकी कारोबारी और अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस की न्यू शेपर्ड उड़ान से अंतरिक्ष यात्रा कि सफर किया है। आपको बता दें कि वैली अंतरिक्ष में जाने वाली सबसे उम्रदराज़ महिला हैं जिनसे कई महिलाओं की उम्मीदें जुड़ी हैं। वे महिला अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक मील का पत्थर और प्रेरणा बन चुकी हैं। ये वही वैली फंक है जो 60 साल पहले 1961 में ही अंतरिक्ष की यात्रा करने वाली थीं लेकिन महिला होने के कारण उनकी विजिट रद्द कर दी गई थी। वैली फंक ने 1960 में नासा सभी टेस्ट पास कर लिए थे बावजूद इसके उन्हें रोका गया।