हिंदुस्तान

VIDEO: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आयुष विश्वविद्यालय की रखी आधारशिला नींव

चार साल के भीतर दूसरी बार गोरखपुर आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को भटहट के पिपरी में स्थित प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। राष्ट्रपति सुबह सेना के वायुयान से गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भटहट के पिपरी पहुंचे। शिलान्यास समारोह में देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे।शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई तो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन की शुरुआत में ही इसका स्वागत कुछ अलग ढंग से किया। उन्होंने कहा कि भगवान इन्द्रदेव भी अपना आशीर्वाद देने हम सबके बीच में आ गए हैं। भारतीय शास्त्रों में एक मान्यता है कि कोई शुभ कार्य यदि सम्पन्न हो रहा हो, उस दौरान यदि आकाश से पानी की बूंदें गिरने लगे तो उसे कहा जाता है

 

 कि यह शुभ से अद्यतम शुभम हो गया है। यह सहयोग है। जब हम लोग सुबह लखनऊ से चले तो मौसम की भविष्यवाणी के अनुसार हमें लग रहा था कि गोरखपुर में बारिश होने वाली है। लेकिन कभी-कभी मन में संदेह यह होता था कि बारिश यदि शाम को हुई तो हमारा शिलान्यास का कार्यक्रम तो संपन्न हो जाएगा। लेकिन हमें लगता है कि इस आयुष विश्वविद्यालय के प्रति आपका जो समर्पण है उसने इन्द्रदेव को बाध्य कर दिया कि इस कार्यक्रम के संपन्न होने के दौरान ही आपको आशीर्वाद देने आ जाएं। राष्ट्रपति ने कहा कि गुरुओं की महिमा बताने वाले गुरु गोरखनाथ ने कहा था कि सुख स्वर्ग है और दु:ख नरक। शरीर निरोग रहे इस ध्येय को सफल बनाने के लिए यूनिवर्सिटी की स्थापना हो रही है। शरीर को स्वास्थ रखने के लिए विभिन्न चिकित्सा पद्धतियां हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार ने अलग आयुष मंत्रालय का गठन किया है। इससे सत्र और स्तर दोनों बढ़ेंगे। शोध संस्थान की भी स्थापना होगी।

 

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गृह मंत्रालय ने कोविड केंटनमेंट गाइडलाइंस की अवधि 30 सितंबर तक बढ़ाई

 झठा सच @ नई-दिल्ली :- केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोविड केंटनमेंट गाइडलाइंस की अवधि 30 सितंबर तक बढ़ाई गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 46 हजार 759 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, 509 लोगों की मौत हो गई. जानिए देश में आज कोरोना की ताजा स्थिति क्या है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटों में 31 हजार 374 लोग ठीक हुए हैं. जिसके बाद ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर अब तीन करोड़ 18 लाख 52 हजार 802 हो गई है. वहीं, अब एक्टिव केस बढ़कर तीन लाख 59 हजार 775 रह गए हैं. आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना के अबतक तीन करोड़ 26 लाख 49 हजार 947 केस सामने आ चुके हैं. जिनमें से अबतक 4 लाख 37 हजार 370 लोगों की मौत हो चुकी है .

वहीं, देश में पिछले दिन कोरोना वैक्सीन की 90 लाख से ज्यादा डोज़ दी गईं. जिसके बाद टीकाकरण का कुल आंकड़ा 62 करोड़ 29 लाख 89 हजार 134 पर पहुंच गया है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बताया है कि भारत में कल कोरोना वायरस के लिए 17 लाख 61 हजार 110 सैंपल टेस्ट किए गए. जिसके बाद कल तक कुल 51 करोड़ 68 लाख 87 हजार 602 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं. इस बीच बता दें कि इस वक्त पूरे देश में सबसे ज्यादा मामले केरल से सामने आ रहे हैं. केरल में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 32 हजार 801 नए मामले सामने आए और 18 हजार 573 लोग ठीक हुए. इस दौरान 179 लोगों की मौत हो गई. राज्य में अबतक 37 लाख 30 हजार 198 लोग ठीक हुए हैं. जबकि अबतक 20 हजार 313 लोगों की मौत हुई है. राज्य में अब कुल सक्रिय मामले 1 लाख 95 हजार 254 हैं |

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सीएम शिवराज सिंह चौहान आज खंडवा को देंगे सौगात

झूठा सच @ भोपाल:-  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज खंडवा जिले में PM आवास योजना हितग्राहियों को सौगात देंगे। 50 हजार 253 हितग्राहियों के आवास का भूमिपूजन करेंगे। बता दें कि पीएम आवास योजना का लाभ 363 निकायों के 1 लाख 29 हजार 292 हितग्राहियों को मिलेगा। आज भूमिपूजन के बाद मुख्यमंत्री हितग्राहियों से संवाद करेंगे। वहीं दूसरी ओर सभी नगरीय निकाय इस कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ेंगे।

 
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1 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दिए जाने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दी भारत को बधाई

कोरोना वायरस के खिलाफ एक दिन में 1 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दिए जाने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को बधाई दी है. भारत ने शुक्रवार को यह उपलब्धि हासिल की. WHO की प्रमुख वैज्ञानिक डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन ने ट्वीट के जरिये टीकाकरण प्रक्रिया में शामिल हजारों लोगों को बधाई दी है. उनके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने भी इसे 'महत्वपूर्ण उपलब्धि' बताया था. देश की आधे से ज्यादा वयस्क आबादा कोविड-19 के खिलाफ कम से कम एक खुराक हासिल कर चुकी है. 

स्वामीनाथन ने ट्वीट किया, 'भारत ने 50 फीसदी वयस्क आबादी (कम से कम एक डोज) का आंकड़ा हासिल कर लिया है. 62 करोड़ डोज लगाए जा चुके हैं, बीते दिन 10 करोड़ दिए गए! इसमें शामिल हजारों कर्मियों को शुभकामनाएं. टीकाकरण के साथ-साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत निवारक उपाय सभी की रक्षा करेंगे!' एक्सपर्ट्स लगातार तेज टीकाकरण की बात पर जोर दे रहे हैं. इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया था, 'आज टीकाकरण के रिकॉर्ड आंकड़े रहे. एक करोड़ के आंकड़े को पार करना महत्वपूर्ण उपलब्धि है. टीकाकरण कराने वालों और टीकाकरण अभियान को सफल बनाने वालों को बधाई.' सरकारी आंकड़े बताते हैं कि शुक्रवार को कुल 1 करोड़ 64 हजार 376 डोज दिए गए. इससे पहले एक दिन में सबसे ज्यादा 8.82 लाख खुराकें 16 अगस्त को दी गई थीं.

16 जनवरी को शुरू हुआ टीकाकरण अभियान अब रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है. बीते हफ्ते 60.9 लाख डोज प्रतिदिन की औसत से लगाए गए हैं. भारत में अब तक 62 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं. वहीं, करीब 94 करोड़ में से आधी वयस्क आबादी को वैक्सीन का कम से कम एक डोज प्राप्त हो चुका है. इसका मतलब है कि 18 साल से ज्यादा उम्र के 51 फीसदी लोगों ने टीका लगवा लिया है. इनमें से 35.9 प्रतिशत लोग एक ौर 15.1 फीसदी पूरी तरह टीकाकरण यानि दोनों डोज प्राप्त कर चुके हैं. सरकार ने साल के अंत तक पूरी वयस्क आबादी को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है.नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन (NTAGI) के प्रमुख डॉक्टर एनके अरोड़ा ने इसे गर्व का विषय बताया है. उन्होंने यह भी कहा कि देश जल्द ही एक दिन में 1.25 करोड़ लोगों को वैक्सीन दिए जाने की उम्मीद है. इस साल के अंत तक टीकाकरण प्रक्रिया पूरी करने के लिे देश को 31 दिसंबर तक हर रोज 1 करोड़ डोज देने होंगे |
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हरीश रावत कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिलने उनके आवास पहुंचे

दिल्ली: - पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिलने उनके आवास पहुंचे।135 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी को 2 साल से कोई अध्यक्ष नहीं मिल सका है। पिछले 2 साल से सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं। राहुल गांधी के 2 साल के कार्यकाल को हटा दिया जाए तो सोनिया गांधी 1998 से लगातार पार्टी की अध्यक्ष बनी हुई हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा पिछले कुछ सालों से पार्टी के लिए काम कर रही हैं। इस सबके बीच हालिया सालों में कांग्रेस की अंदरूनी कलह लगातार सामने आ रही है। कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब से लेकर छत्तीसगढ़ तक। इसे लेकर इकॉनोमिक टाइम्स ने विस्तार से एक रिपोर्ट की है। आइए जानते हैं केरल से लेकर कश्मीर घाटी तक कांग्रेस में चल क्या रहा है। जब से गांधी परिवार ने केसी वेणुगोपाल के किनारे कर ओमन चांडी और रमेश चेन्नीथला को तरजीह दी है तब से के सुधाकरण और वीडी सतीसन गुट आपस में लड़ने में लगे हुए हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन का एक कारण यह भी रहा। यहां सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार की लड़ाई जगजाहिर है। और इस लड़ाई का खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ रहा है। बीजेपी द्वारा येदियुरप्पा को सीएम पद से हटाने के बाद कांग्रेस बीजेपी पर निशाने लगाने के लिए सही तीर की तलाश में है। सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार खुद को मुख्यमंत्री बनते हुए देखने की लड़ाई लड़ते हुए कांग्रेस का नुकसान करवा रहे हैं।जब से राहुल गांधी ने बीजेपी से कांग्रेस में आए नाना पटोले को प्रदेश प्रमुख बनाया है तब से कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई में सब ठीक नहीं चल रहा है। नाना पटोले पर पुराने कांग्रेसी आरोप लगा रहे हैं कि वह हमें छोड़कर नए लोगों के साथ काम कर रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितिन राउत और नाना पटोले के संबंध भी ठीक नहीं हैं। माने महाराष्ट्र में भी कांग्रेस दो फाड़ में नज़र आती है।


 
मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी में अंतर्कलह में संजय निरुपम का नाम सामने आता रहा है। पहले संजय निरुपम और गुरुदास कामथ के बीच लड़ाई थी। इस लड़ाई का असर सूरज ठाकुर और बही जगतप के बीच भी दिखता है। यहां कांग्रेस के करीब 6 नेता पूर्व सीएम और प्रदेश प्रमुख हैं। ऐसे में सभी लोगों को साथ चलने में पार्टी को दिक्कत आ रही है। हाल ही गोवा कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी से मिलकर राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की मांग की है।2017 विधानसभा चुनाव में प्रभावशाली प्रदर्शन करने के बाद राहुल गांधी ने अपने तरीके से एक टीम बनाई। इससे हुआ ये कि अहमद पटेल समर्थक कार्यकर्त्ता दूर होते चले गए। इसके बाद हुआ ये कि लोकसभा चुनाव 2019 में गुजरात में कांग्रेस का खाता तक न खुला। स्थानीय निकाय चुनावों में भी कांग्रेस का बुरा हाल रहा। प्रदेश में नेतृत्व करने वाले नेताओं की कमी दिखती है। इस सबके बीच आंतरिक लड़ाई जारी है और कई लोग विपक्षी पार्टियों के साथ हो रहे।


सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच रार जारी है और इसका अंत नज़दीक नहीं दिखता है। अजय माकन के जयपुर दौरे के बाद कैबिनेट में बदलाव की खबरें आईं लेकिन इस पर तुरंत में कुछ होता नहीं दिख रहा है। राजनीतिक विश्लेषक पंजाब का उदाहरण देते हुए बताते हैं कि किसी राजनीतिक पार्टी को पंजाब जैसे हालत से बचना चाहिए और अगर ऐसे हालात बन जाएं तो जल्द से जल्द उसे सुलझा लिया जाना चाहिए। पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और अगले छह महीने में चुनाव होने को हैं। ऐसे हालात में कांग्रेस को पंजाब में अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच लड़ाई को खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए।यहां पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुडा और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कुमारी शैलजा के बीच लड़ाई जारी है। यहां दोनों धड़े के लोग कई बार कांग्रेस के राज्य प्रभारी के साथ ही कांग्रेस के संगठन महासचिव के पास शिकायत कर चुके हैं। रिपोर्ट्स बताती हैं कि हुडा चाहते हैं कि उनके बेटे को प्रदेश प्रमुख बनाया जाए। यह बात शैलजा समर्थकों को नागवार गुजर रही है। प्रशांत किशोर के साथ 2017 विधानसभा और संदीप सिंह के साथ 2019 लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के नेतृत्व में लड़ाई हारने के बाद अभी भी कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में उद्धार नहीं दिख रहा। कई पुराने और पारंपरिक कांग्रेस नेता बर्खास्त हैं। जितिन प्रसाद ने कांग्रेस को छोड़ अब बीजेपी के साथ हैं।


बिहार की बात करें तो यहां प्रदेश प्रमुख किसे नियुक्त किया जाए, इसे लेकर दलित और उच्च जाति समुदाय के बीच मामला फंसा हुआ है। इस तरह की रिपोर्ट्स भी आती रही हैं कि कांग्रेस विधायकों का एक गुट नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड के संपर्क में है और पाला बदलने को लेकर बातचीत चल रही है। नए प्रदेश प्रमुख की नियुक्ति के बाद से कांग्रेस में अंदरूनी कलह बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि कई कांग्रेस विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं और बगावत के स्पष्ट संकेत दिखे हैं। अब देखना ये है कि कांग्रेस इस मसले को कैसे संभालती है। अगर मसले को जल्द नहीं संभाला गया तो इसका सरकार झारखंड की गठबंधन सरकार पर भी पड़ सकता है।विधानसभा चुनाव में हार के बाद से कांग्रेस की बड़ी नेता सुष्मिता देव ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। पार्टी पाला बदल रहे नेताओं से त्रस्त है। पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बीजेपी गठबंधन की सरकार अंदरूनी कलह से जूझ रही है लेकिन कांग्रेस इसका फायदा उठाने में अब तक नाकाम रही है। गुलाम अहमद मीर को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से गुलाम अली आजाद जैसे नाराज जान पड़ते है। आजाद की पिछली दो यात्राओं के दौरान ऐसा दिखा है कि वह अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहे हों। कांग्रेस को यहां भी दोनों पक्षों को साथ लेकर चलने की ज़रूरत है।
 
 
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज गोरखपुर को भेंट करेंगे दो विश्वविद्यालयों

चार साल के भीतर दूसरी बार गोरखपुर आ रहे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आयुष विश्वविद्यालय के साथ ही गोरखनाथ विश्वविद्यालय की भी सौगात देंगे। उनके आगमन को लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं। राष्ट्रपति आज सुबह 10.40 बजे सेना के वायुयान से गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से वायुसेना के हेलीकाप्टर से 11.10 बजे भटहट के पिपरी जाएंगे जहां वह प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे।राष्ट्रपति वहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे। करीब एक घंटे के बाद वह, हेलीकाप्टर से महायोगी गुरु गोरक्षनाथ विश्वविद्यालय जाएंगे। दोपहर 12.15 बजे उनका हेलीकाप्टर विश्वविद्यालय परिसर में लैंड करेगा। दोपहर 12.25 बजे से 1.10 बजे तक वह विश्वविद्यालय के लोकार्पण के साथ ही जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब दो घंटे का समय सुरक्षित है। 

इस दौरान राष्ट्रपति जिले के कुछ जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों और उद्यमियों से मुलाकात करने के साथ ही भोजन भी वहीं करेंगे। दोपहर बाद 3.15 बजे राष्ट्रपति लखनऊ प्रस्थान कर जाएंगे। उधर राष्ट्रपति के आगमन को लेकर शुक्रवार को पूरे दिन गोरखपुर एयरपोर्ट से लेकर दोनों कार्यक्रम स्थल पर तैयरियां चलती रहीं जिसे देर शाम को अंतिम रुप दिया जा सका। कमिश्नर रवि कुमार एनजी, एडीजी अखिल कुमार, डीएम विजय किरन आनंद, डीआईजी ले. रविंद्र गौड़ समेत प्रशासन एवं पुलिस के सभी आला अफसर कार्यक्रम स्थल पर जमे रहकर तैयारियां पूरी कराई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इससे पहले दिसंबर 2018 में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह में आए थे।

पिपरी में पांच हजार, गोरखनाथ विश्वविद्यालय में 2500 लोगों के बैठने का प्रबंध

आयुष विश्वविद्यालय कार्यक्रम स्थल पर कुल 20 ब्लॉक बनाए गए हैं जहां पांच हजार लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई हैं। चार ब्लॉक वीआईपी के लिए बनाए गए हैं। इसी तरह कार्यक्रम स्थल के पास एक वीआईपी पार्किंग बनाई गई है जबकि करीब 200 मीटर पहले आमजन के लिए तीन पार्किंग बनाई गई है। स्टेज को फूल-मालाओं से सजाया गया है। दूर बैठे लोगों को भी कार्यक्रम साफ दिखाई पड़े इसलिए जगह-जगह पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। साथ ही जगह-जगह बड़े-बड़े स्पीकर भी लगाए गए हैं।वही सोनबरसा स्थित गोरखनाथ विश्वविद्यालय में 2500 लोगों के बैठने का इंतजाम किया गया हैं। इनमें 1200 लोग कॉलेज ऑफ नर्सिंग, महाराणा प्रताप शिक्षण संस्थानों के होंगे। इनमें 500 शिक्षक और 200 एनसीसी कैडेट भी शामिल हैं। सुबह से ही वहां कार्यक्रमों की शुरूआत हो जाएगी। परिसर में मौजूद शिव मंदिर में रुद्राभिषेक का अनुष्ठान होगा। उसके बाद एक घंटे का यज्ञ होगा और फिर प्रसाद वितरण किया जाएगा।

एसएसबी में भी हेलीपैड, मार्ग का भी विकल्प तैयार

खराब मौसम को देखते हुए खाद कारखाना स्थित एसएसबी परिसर में भी हेलीपैड तैयार किया गया है। साथ ही गोरखपुर एयरपोर्ट से लेकर दोनों कार्यक्रम स्थल तक की सड़क भी दुरुस्त करने के साथ ट्रैफिक प्लान भी तैयार रखा गया है। 28 अगस्त को बारिश होने की दशा में राष्ट्रपति का हेलीकाप्टर एसएसबी परिसर में बने हेलीपैड पर भी उतर सकता है। वहां से वह दोनों कार्यक्रम स्थलों पर सड़क मार्ग से जा सकते हैं। एहतियातन सभी संबंधित सड़कों के गड्ढों की मरम्मत के साथ ही डिवाइडर के रंग रोगन और सुंदरीकरण के साथ ही सड़क के दोनों तरफ की सफाई कराई गई है।

10 जनप्रतिनिधि, उद्यमी व समाजसेवियों से मिलेंगे राष्ट्रपति

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कार्यक्रम के दौरान जिले के कुछ जनप्रतिनिधियों, उद्यमियों, समाजसेवियों आदि से भी मुलाकात करेंगे। इनमें राज्य सभा सांसद शिव प्रताप शुक्ल, कैंपियरगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक फतेह बहादुर सिंह, गीता प्रेस के ट्रस्टी व प्रबंधक देवीदयाल अग्रवाल, ईश्वर प्रसाद पटवारी, मुरली मनोहर सराफ, लालमणि तिवारी, श्रीरामचंद्र मिशन की जोनल कोआर्डिनेटर वंदना सिंह और उनके पति अवधेश कुमार सिंह और पिपराइच रोड स्थित संस्था के आश्रम के मैनेजर उदयभान यादव, बीजेपी प्रवक्ता डॉ समीर सिंह का नाम शामिल है।

 
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पायलट को आया हार्ट अटैक, पढ़े पूरी खबर

नागपुर:- बिमान बांग्लादेश के मस्कट से ढाका जा रहे एक विमान के चालक को शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद आपात स्थिति में विमान नागपुर में उतारना पड़ा। हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि इस बोइंग विमान में 126 यात्री सवार थे। विमान को पूर्वाह्न 11 बजकर 40 मिनट पर आपात स्थिति में उतारा गया और विमान चालक को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।

 उन्होंने बताया कि जब विमान को आपात स्थिति में उतारने के लिए कोलकाता एटीसी से संपर्क किया गया, उस समय वह रायपुर के पास था, जिसके बाद उसे निकटतम नागपुर हवाईअड्डे पर उतरने की सलाह दी गई। बिमान बांग्लादेश ने हाल में भारत के लिए उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू किया है। कोरोनो वायरस वैश्विक महामारी के कारण दोनों देशों के बीच हवाई यात्रा सेवा निलंबित थी।

 

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दिल्ली में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल 1 सितंबर से खुल सकते हैं, नई गाइडलाइन जारी

दिल्ली में एक सितंबर से नौवीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल खुल सकते हैं। इसके लिए एसओपी जारी कर दी गई है। बता दें कि यह फैसला स्कूल खोलने के लिए बनाई गई एक्सपर्ट कमेटी की राय को देखते हुए लिया गया है। औपचारिक तौर पर जल्द ही यह एलान भी हो जाएगा। एक्सपर्ट कमेटी ने सुझाव दिया है कि अब राजधानी में धीरे-धीरे स्कूल खोले जाने चाहिए। सबसे पहले बड़े बच्चों की कक्षाएं खोली जाएं उसके बाद मिडिल और फिर प्राइमरी कक्षाएं खोली जाएं। गौरतलब है कि दिल्ली में स्कूल किस तरह खोले जाएं इसको लेकर दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया था। इसी एक्सपर्ट कमेटी ने दिल्ली में कोविड के हालात को देखते हुए स्कूल खोलने पर अपनी राय दी है।

 

 

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लॉकडाउन में फ्री फायर गेम खेलते प्रेम चढ़ा परवान पर क़ानून की आपत्ति

नई दिल्ली:-  हिंदी फिल्म ‘सिर्फ तुम.’ की लव स्टोरी तो आपने जरूर देखी होगी। दीपक और ज्योति आखिर तक अपने प्यार को पाने के लिए तरसते रहे। ठीक ऐसा ही एक लव स्टोरी भी असल जिंदगी में सामने आई। प्यार को पाने और शादी करने के लिए प्रेमिका हरियाणा से महाराष्ट्र चली आई। दोनों अपने प्यार को आखिरी मंजिल तक पहुंचाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। 

दअरसल दोनों की प्रेम कहानी शुरू होती है कोरोना काल में लागू लॉकडाउन से। जब सब लोग घरों में कैद थे तब ज्यादातर लड़के ऑनलाइन गेम फ्री फायर गेम खेलकर समय निकाला। महाराष्ट्र के बारामती के पास भिगवन गांव का एक लड़का भी फ्री फायर गेम खेल रहे थे। इस दौरान ऑनलाइन गेम खेलते-खेलते हरियाणा के भवानी जिले के दादरी तालुका में बधराई स्थित गांव की एक लड़की से संपर्क हुआ। गेम खेलते-खेलते दोनों के बीच दोस्ती हो गई और दोस्ती कब प्यार में बदल गई ये पता ही नहीं चला। 

अब दोनों ने एक दूसरे को देखे बगैर ही प्यार का इजहार किया। व्हाट्सएप पर चैटिंग के जरिए दोनों ने एक दूसरे के बारे में बताया और शादी करने का फैसला लिया। बस फिर क्या था, इस प्यार में दोनों ने साथ जीने मरने की कसमे खा ली। इसी बीच लड़की के घरवालों ने उसकी शादी तय कर दी। तब लड़की ने शादी करने से मना कर दिया और अपने घर से भाग निकली और हजारों किमी का सफर करके महाराष्ट्र के पुणे जिले के दौंड रेलवे जंक्शन पर जा पहुंची। 

दोनों का प्यार सफल होता तो दिख रहा था, लेकिन प्यार की आखरी मंजिल यानी शादी तक पहुंचने के रास्ते में कानूनी रुकावट पैदा हो गई। क्योंकि लडकी की उम्र 21 साल है और लड़के की उमर 19 साल। शादी के लिए लड़के की उम्र 21 और लड़की की उम्र 18 साल होना जरुरी है। मगर इस केस में सब उल्टा हो गया। शादी के लिए मियां बीबी तो राजी हो गए, पर दुल्हा की उम्र कम होने के कारण कानूनी रुकावट पैदा हो गई। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की है। फिलहाल दोनों अभी लिव इन में रह रहे हैं।
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पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने दिया इस्तीफा

पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मलविंदर सिंह माली ने अपने से इस्तीफा दे दिया है. सलाहकार का पद संभालने के बाद मलविंदर सिंह माली द्वारा कई ऐसे बयान दिए गए थे, जिनपर बवाल हुआ था. पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने नवजोत सिंह सिद्धू से अपने सलाहकारों को हटाने के लिए कहा था.पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया. नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने कार्यकारी अध्यक्षों और सलाहकारों को नियुक्त किया था, जिनपर बवाल हुआ था.मलविंदर सिंह माली की बात करें तो उन्होंने सबसे पहले जम्मू-कश्मीर को लेकर बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कश्मीर मसले को संयुक्त राष्ट्र में होने की बात कही थी. इसके अलावा उन्होंने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी से जुड़ा एक विवादित कार्टून साझा किया था. साथ ही हाल ही में उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके साथियों की तुलना 'अली बाबा और 40 चोरों' से की थी.

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इस लेडी IPS ने KBC में जीते 1 करोड़ रुपये, जानिए उसका आज तक का सफ़र

पॉपुलर टीवी क्विज शो कौन बनेगा करोड़पति  के 12वें सीजन में एक करोड़ रुपये जीतने वाली मोहिता शर्मा आईपीएस अफसर हैं और वर्तमान समय में अति संवेदनशील माने जाने वाले जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा की रहने वाली मोहिता शर्मा ने 2017 बैच की आईपीएस हैं, लेकिन यूपीएससी परीक्षा पास करना उनके लिए इतना आसान नहीं था, क्योंकि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ज्यादा ठीक नहीं थी.


पिता करते थे मारुति फैक्ट्री में काम
यूपीएससी पाठशाला की रिपोर्ट के अनुसार, मोहिता शर्मा हिमाचल की कांगड़ा की रहने वाली हैं, लेकिन बाद में उनका परिवार दिल्ली आ गया था. उनके पिता मारुति कंपनी में काम करते थे और उनकी मां हाउस वाइफ हैं. मोहिता के परिवार का आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी, लेकिन उनके पिता ने मोहिता की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी. मोहिता ने कड़ी मेहनत की और यूपीएससी परीक्षा पास कर आईपीएस अफसर बन गईं 

दिल्ली से हुई मोहिता की शुरुआती पढ़ाई
मोहिता शर्मा ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल  द्वारका से पूरी की. इसके बाद उन्होंने भारतीय विद्यापीठ कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में इंजीनियरिंग की. बीटेक करने के बाद साल 2012 से मोहिता यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं, लेकिन सही जानकारी देने वाला कोई नहीं था और इस कारण उन्हें लगातार चार बार असफलता मिली

ऐसे तय किया इंजीनियर से आईपीएस का सफर
यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के लिए मोहिता शर्मा  को मार्गदर्शन करने वाला कोई नहीं था और इस कारण उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. उन्होंने हर बार एग्जाम में अपनी गलतियों से सीखा और उन पर काम किया. फिर कड़ी मेहनत और समर्पण के बाद अपने 5वें प्रयास में वह परीक्षा पास करने में सफल रहीं.

एग्जाम के लिए इंटरनेट से की तैयारी
यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करने वाले ज्यादातर लोग इंटरनेट और मोबाइल से दूरी बनाकर रखते हैं, लेकिन मोहिता शर्मा ने सामान्य अध्ययन की तैयारी के लिए इंटरनेट ज्यादा मदद ली. हालांकि इंटरनेट पर बहुत सारी जानकारियां उपलब्ध हैं और सही तरीके से तैयारी के लिए वह नोट्स बना लेती थीं. मोहिता के मुताबिक, सही नोट्स बनाने से उन्हें काफी मदद मिली.

KBC में 7 करोड़ रुपये जीतने से चूकीं
कौन बनेगा करोड़पति (KBC 12) के 12वें सीजन में मोहिता शर्मा ने शानदार खेल दिखाते हुए 1 करोड़ रुपये जीत लिए, हालांकि 7 करोड़ रुपये के लिए 16वें सवाल पर वे अटकीं और इसके जवाब में वे काफी कन्फ्यूज थीं. इस कारण उन्होंने गेम बीच में ही क्विट कर दिया था.
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भारतीयों की कद-काठी का माप लेकर उसी हिसाब से देश में कपड़े बनाए जाएंगे, शुरू हुआ साइज चार्ट सर्वे

कपड़े खरीदते समये सबसे बड़ी मुश्किल साइज का चुनाव करने में आती है. अक्सर देखा जाता है कि US के मीडियम साइज वाले कपड़े भारत के ऊंची लंबी कद-काठी वालों को आते हैं लेकिन अब ये दिक्कत जल्दी ही दूर होने वाली है. भारत के लोगों पर अब एक ऐसा सर्वे किया जा रहा है जिसमें भारतीयों की कद-काठी का माप लेकर उसी हिसाब से देश में कपड़े बनाए जाएंगे. गुरूवार को आधिकारिक तौर पर INDIAsize नाम से भारत सरकार ने एक सर्वे लॉन्च किया 

यूरोप के लोगों से तुलना करें तो भारतीयों की शारीरिक बनावट काफी अलग होती है. भारतीयों की बाजू यूरोपियन्स जितनी लंबी नहीं होती हैं. कई इंटरनेशनल ब्रैंड्स के कपड़े केवल गलत फिटिंग और साइज की वजह से लौटाए जाते हैं जिससे कंपनियों का भी नुकसान होता है. भारतीयों की कद-काठी के हिसाब से कपड़े बनने पर ये सारी दिक्कतें दूर हो जाएंगी.

ये सर्वे कपड़ा मंत्रालय और नेशनल इंस्टीयूट ऑफ फैशन एंड टेक्नोलोजी (NIFT) ने संयुक्त रूप से शुरू किया है. इस सर्वे का उद्देश्य रेडी-टू-वियर कपड़ों के क्षेत्र में भारत के लिए एक नया स्टैंडर्ड साइज चार्ट पेश करना है. वैसे तो इस प्रोजेक्ट की शुरूआत फरवरी 2019 में की गई थी लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इसे टाल दिया गया था. फिलहाल ये सर्वे भारत के 6 शहरों में शुरू किया गया जिसमें दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, शिलोंग और हैदराबाद शामिल हैं. अभी सिर्फ 18 देशों के पास उनका अपना साइज चार्ट है. इस सर्वे के बाद भारत भी अपने साइज चार्ट पर काम शुरू कर देगा

इस सर्वे में शामिल होने वाले प्रतिभागियों का माप 3D बॉडी स्कैनर टेक्नोलोजी के जरिए लिया जा रहा है. ये पूरी तरह सुरक्षित है. सर्वे में राष्ट्रीय आकार सर्वेक्षण के सभी अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है. 6 सर्वे के नतीजे कुछ महीने में आ जाएंगे और इस पूरे देश में इस सर्वे को 2022 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. नए साइज सर्वे को क्लॉथिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CMAI) का समर्थन मिला है. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय कपड़ों के ब्रांडों को सदस्यता लेने और नए साइज चार्ट का पालन करने की भी योजना है
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तबीयत बिगड़ी, सीने में दर्द के बाद SMS अस्पताल पहुंचे

 राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर जानकारी दी कि सीने में तेज़ दर्द के बाद जयपुर के एसएमएस अस्पताल में उनकी एंजियोप्लास्टी की जाएगी। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री गहलोत कुछ पोस्ट कोविड की समस्याओं से जूझ रहे हैं. सीएम यह बात वर्चुअल कार्यक्रमों में कह चुके हैं. सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी सीएम गहलोत इसी वजह से शिरकत नहीं कर रहे हैं. वहीं, डॉक्‍टर उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाये हुए हैं. 

 

Wishing for your speedy recovery. Get well soon @ashokgehlot51 ji. https://t.co/RlYzQW8YeD

— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 27, 2021

 

 

इधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कल रात को दिल्ली जाने का कार्यक्रम था. चार्टर को भी स्टैंड बाय रखने के लिए कह दिया गया था. लेकिन फिर कुछ देर बाद रात को तबियत नासाज होने के चलते कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया. इस कारण दिल्ली से चार्टर जयपुर बुलाया ही नहीं. इसके बाद आज सुबह जल्दी ही सीएम गहलोत मेडिकल चेकअप के लिए गए. वहीं स्वास्थ्य कारणों से दिल्ली जाने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया. अब स्वास्थ्य सही होने पर ही दिल्ली जाने का कार्यक्रम बनेगा |
 
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पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम से जाने जाएंगे ये दो मेडिकल संस्थान, यूपी सरकार ने लिया फैसला

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को अनोखी श्रद्धांजलि दी है। यूपी सरकार ने राजकीय मेडिकल कॉलेज, बुलंदशहर और सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान, चक गंजरिया, लखनऊ का नामकरण पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम पर करने का फैसला किया है. बता दें कि बीते २१ अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री का निधन हो गया था। वो 89 वर्ष के थे और लंबे समय से पीजीआई लखनऊ में भर्ती थे।

भाजपा के कद्दावर नेता कल्याण सिंह के अंतिम दिनों से लेकर अंतिम सफर तक में सरकार और संगठन के प्रमुख लोग साये की तरह साथ रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के नेतृत्व में सरकार व संगठन ने उनकी देखभाल और सम्मान में कोई कसर बाकी नहीं रखी।प्रदेश ही नहीं देश की राजनीति में कल्याण के कद का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न केवल समय-समय पर उनके परिजनों को फोन कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहे बल्कि निधन की खबर मिलते ही अगले दिन तमाम कार्यक्रम छोड़कर श्रद्धांजलि देने लखनऊ पहुंच गए।

प्रदेश में भाजपा को ऊंचाईयों तक पहुंचाने में कल्याण की भूमिका किसी से छिपी नहीं है। अयोध्या में राम जन्मभूमि आंदोलन को निर्णायक मोड़ तक ले जाने में उनका योगदान जगजाहिर है। राज्यपाल पद से हटने के बाद कल्याण ने फिर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की तो मुख्यमंत्री से लेकर संगठन के शीर्ष नेताओं तक ने एक मार्गदर्शक के रूप में उन्हें सम्मान दिया और अब उनके निधन के बाद बुलंदशहर के राजकीय मेडिकल कॉलेज व लखनऊ के कैंसर संस्थान का नाम उनके नाम पर कर दिया गया।
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किसान आंदोलन के 9 महीने पूरे होने पर आज से सिंघू बॉर्डर पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

 केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे. किसानों के प्रदर्शन के 9 महीने पूरे होने के अवसर पर किसान गुरुवार से सिंघु बॉर्डर पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करेंगे। इस दो दिवसीय सम्मेलन में किसानों, महिलाओं, युवाओं और मजदूरों के संगठनों के 1,500 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन का लक्ष्य केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को गति और विस्तार प्रदान करना है। सम्मेलन में गुरुवार को तीन सत्र आयोजित होंगे, जिसमें उद्घाटन सत्र सहित औद्योगिक श्रमिकों, कृषि श्रमिक, ग्रामीण, गरीब एवं आदिवासी लोगों पर एक-एक सत्र आयोजित किया जाएगा 

सम्मेलन में सभी तीन कॉर्पोरेट समर्थक कृषि कानूनों को निरस्त करना, सभी फसलों के एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के लिए कानूनी गारंटी, बिजली विधेयक 2021 को निरस्त करना और एनसीआर एवं आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग विधेयक 2021 के तहत किसानों पर कोई मुकदमा ना चलाया जाए के सबंध में चर्चा होने की उम्मीद है।गौरतलब है कि किसान पिछले साल नवम्बर से दिल्ली से लगी सीमाओं पर केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। 

उन्होंने बार-बार कानूनों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को खत्म करने और उन्हें बड़े कॉर्पोरेट की दया का मोहताज बनाने का भय व्यक्त किया है। सरकार और किसानों के बीच इस संबंध में 10 दौर की बातचीत हुई, लेकिन दोनों पक्षों के बीच गतिरोध अब भी कायम है। भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि काफी दुखद है कि नौ महीने हो गए हैं और सरकार बातचीत को अब भी तैयार नहीं है। लेकिन हमें हताश नहीं होना चाहिए। इस सम्मेलन के दौरान हम दिखाएंगे कि नौ महीने में हमने क्या खोया है और क्या पाया है।
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चार दिवसीय दौरे पर उत्तर प्रदेश में रहेंगे

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चार दिवसीय दौरे पर उत्तर प्रदेश में रहेंगे। इस कड़ी में गुरुवार को वह लखनऊ पहुंच गए हैं। लखनऊ एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। गुरुवार शाम 4.50 बजे वह बाबा साहब भीमराम आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे। अगले दिन शुक्रवार को एसजीपीजीआई के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे।अगले दिन 28 अगस्त को गोरखपुर में गुरु गोरक्षनाथ उत्तर प्रदेश राज्य आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास और गोरक्षपीठ की ओर से बने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के बाद लखनऊ लौट आएंगे। 29 अगस्त को सुबह नौ बजे स्पेशल प्रेसीडेंसियल ट्रेन से अयोध्या में रामलला के दर्शन के बाद रामायण कॉन्क्लेव का उद्घाटन करेंगे। इसके अगले दिन दिल्ली रवाना हो जाएंगे।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दो दिन विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद वह 29 अगस्त को प्रेसिडेंशियल एक्सप्रेस से चारबाग स्टेशन से अयोध्या जाएंगे। इस दौरान करीब आधा दर्जन ट्रेनें डायवर्ट रहेंगी तथा स्टेशन पर ट्रेनों को बदले हुए प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा।15 उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अधिकारियों के मुताबिक ट्रेनों को 29 अगस्त को अयोध्या से लखनऊ रूट के बजाय सुल्तानपुर के रास्ते चलाया जाएगा। साथ ही चारबाग रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को पार्सलघर की ओर से एंट्री दी जाएगी, जहां से वह सीधे प्लेटफॉर्म नंबर दो पर पहुंचेंगे।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की लखनऊ से अयोध्या यात्रा को लेकर ट्रेनों को 29 अगस्त को बदले रूट से चलाने का खाका तैयार कर लिया गया है, हालांकि इस पर अंतिम निर्णय डीआरएम स्तर पर 28 अगस्त को होगा। अधिकारी बताते हैं कि राष्ट्रपति की प्रेसिडेंशियल ट्रेन जब लखनऊ से अयोध्या के बीच रफ्तार भरेगी तो इस दौरान हावड़ा-जम्मूतवी एक्सप्रेस, अयोध्या फैजाबाद, हावड़ा अमृतसर, फैजाबाद एलटीटी सहित करीब आठ ट्रेनों के रूट बदले जाएंगे। वहीं, प्रेसिडेंशियल एक्सप्रेस की रवानगी व वापसी के दौरान चारबाग स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों को बदले प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। 28 अगस्त को दिल्ली से प्रेसिडेंशियल लखनऊ पहुंचेगी। ट्रेन की टेक्निकल जांच रेलवे की टीम करेगी। इसके बाद 29 अगस्त की सुबह राष्ट्रपति इसी ट्रेन से अयोध्या रवाना होंगे।
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IPS जीपी सिंह को मिली बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी पर लगाई रोक

 अवैध संपत्ति और राजद्रोह के आरोप झेल रहे छत्तीसगढ़ के निलंबित IPS गुरजिंदर पाल सिंह को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने जांच में सहयोग करने को कहा है। बता दें कि एसीबी ने भारतीय पुलिस सेवा के 1994 बैच के अधिकारी जीपी सिंह तथा उनके निकट संबंधियों के ठिकानों पर इस महीने की एक से तीन तारीख तक छापे की कार्रवाई की थी। एसीबी के अनुसार छापे के दौरान सिंह और उनके संबंधियों से लगभग 10 करोड़ रुपए की अनुपातहीन संपत्ति की जानकारी मिली है।

छापे में आपत्तिजनक दस्तावेज मिलने का दावा

एसीबी की कार्रवाई के बाद राज्य सरकार ने सिंह को निलंबित कर दिया है। बाद में पुलिस ने सिंह के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एसीबी ने जब सिंह के निवास और उनके निकट संबंधियों के स्थानों पर छापे की कार्रवाई की तब उन्हें वहां कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज मिले, जिसके आधार पर सिंह के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है।

 
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शादी के 3 महीने बाद महिला ने दिया बच्चे को जन्म, पति पहुंचा कोर्ट... जानें क्या हैं मामला

झूठा सच @उत्तर प्रदेश :- गाजियाबाद में एक महिला शादी के कुछ महीने बाद ही मां बन गई. शुरुआत में पत्नी के शरीर में कुछ बदलाव देख पति ने सवाल किए तो पत्नी ने गैस से पेट फूलने की बात की, लेकिन अल्ट्रासाउंड में पोल खुल गई. इसके बाद पति थाने पहुंच गया और पत्नी के साथ उसके परिवार वालों पर धोखा देने का आरोप लगाने लगा.एक अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, 18 मार्च को लोहियानगर की रहने वाली एक लड़की की शादी मोहन नगर के एक युवक से हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद ही लड़की का पेट बाहर निकलने लगा. पति ने पूछा तो पत्नी हर बार गैस की समस्या बताती रही. पति भी कुछ दिनों तक मामले को इग्नोर करता रहा.

महिला थाने में दी गई शिकायत के मुताबिक, पति ने कहा कि एक महीने बाद ही पत्नी ने बताया कि वह प्रेग्नेंट है, इससे वह खुश हो गया, कोरोना की दूसरी लहर की वजह से डॉक्टर से वीडियो कॉल पर समस्या पूछकर दवाइयां देने लगा. इसी बीच 25 जून को चेकअप के लिए डॉक्टर ने क्लिनिक पर बुलाया तो भेद खुल गया.डॉक्टर ने बताया कि बच्चा आठ महीने से ज्यादा का है और डिलीवरी कभी भी हो सकती है, तब दोनों की शादी को महज 3 महीने हुए थे. इसके बाद पति ने बवाल शुरू कर दिया. फिर उसके सास-ससुर अपनी बेटी को अपने घर ले गए. 26 जून को महिला ने एक बेटे को जन्म दिया.पति का आरोप है कि उसकी धोखे से शादी हुई है, यह शादी मान्य नहीं है. फिलहाल पति ने कोर्ट का रुख किया. उधर महिला डिप्रेशन में है |
 
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