धान का कटोरा

सक्षम योजना बनी महिला सशक्तिकरण की राह

झूठा सच @ रायपुर:- कोरोना महामारी के दुष्प्रभाव से कई ऐसे घर हैं जिनके चिराग बुझ गए हैं। महिलाओ ने अपने पति खोकर खुदको बेसहारा पाया। लेकिन ऐसे कठिन दौर में शासन की लाभकारी योजना किसी वरदान से कम नही हैं। जिससे आज पीड़ित परिवार को संबल मिल रहा है। सूरजपुर में कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के निर्देशन, सीईओ जिला पंचायत राहुल देव के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी द्रबेश सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा ऐसे समस्त पीड़ित परिवार का सर्वे कराकर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किये जाने चिन्हांकित किया गया है। जिसमे अपने पति को कोरोना महामारी में खो चुकी उनकी पत्नियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सक्षम योजना के लाभ बताकर ऋण राशि प्रदाय की जा रही है। जिसमे 20 हजार से 1 लाख तक की ऋण राशि प्रदाय की जाती है। 

इसी कड़ी में ग्राम दतिमा विकासखंड सूरजपुर की निवासी नफीसा खातून बताती हैं कि कोरोना महामारी के कारण उनके पति सिवतैन रजा की मृत्यु हो गई। जो बिजली मिस्त्री का कार्य करते थे। पति की मृत्यु के बाद घर वालो ने भी बेसहारा को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और नफीसा को उसके 4 साल के बच्चे समेत घर से निकाल दिया। ऐसे विपरीत समय मे महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम सर्वे करने नफीसा खातून के पास पहुंची और उन्हें ढांढस बांधते हुए सक्षम योजना का लाभ बताया। जिस पर सहमति प्राप्त करने के बाद तत्काल फार्म भरकर योजना के अंतर्गत कलेक्टर के हांथो 1 लाख रुपये की ऋण राशि नफीसा खातून को प्रदाय किया गया। इसके साथ ही बच्चे को महतारी दुलार योजना के अंतर्गत निःशुल्क शिक्षा प्रदाय किये जाने हेतु आवेदन पत्र भराया गया है तथा नफीसा खातून को न्याय दिलाने के लिए भी विभाग के द्वारा ससुराल पक्ष पर घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया गया है। वर्तमान में सक्षम योजना की राशि से नफीसा खातून अपने छोटे भाई के सहयोग से हाट बाजारों में कपड़े का व्यवसाय करती हैं, जिससे एक माह में ही 16 हजार तक का लाभ प्राप्त कर चुकी हैं। वे अपने आर्थिक सशक्तिकरण के लिए जिला प्रशासन एवं राज्य शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

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