धान का कटोरा

कोसानाला में चैनेलाइजेशन कार्य के कछुआ चाल पर आयुक्त ने जताई नाराजगी

झूठा सच @ रायपुर /भिलाई नगर :- कोसानाला शहर का महत्वपूर्ण नाला है। इस नाले में उफान आने से बारिश के दिनों में नीचली बस्तियों में पानी भर जाता है। इस वजह से खासकर बारिश के दिनों में हजारों परिवारों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। विगत कई वर्षों से निचली बस्तियों के लोग इस समस्या से छुटकारा की मांग करते रहे हैं। जिस पर निगम प्रशासन ने इस समस्या को संज्ञान में लेते हुए नाला का सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य कराने का कार्य जनवरी माह से प्रारंभ कर दिया है, परंतु कार्य की धीमी प्रगति के चलते समस्या से राहत नहीं मिल पा रही है। निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने कार्य को लेकर फील्ड का निरीक्षण किया और नाला के दोनों तरफ पहुंचे। उन्होंने कार्य की धीमी प्रगति को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की। लोगों से जुड़े महत्वपूर्ण कार्य को तीव्र गति से गुणवत्ता पूर्ण करने के निर्देश उन्होंने कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा को दिए। उल्लेखनीय है कि कोसानाला में 17 करोड़ की लागत से चैनेलाइजेशन/रिर्टनिंग वाल बनाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत 10 माह पूर्व से हो चुकी है। इसका कार्य मैसर्स रायपुर कंट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड बबला कांप्लेक्स को दिया गया है। कोसानाला के आसपास का सौंदर्यीकरण किया जाना है। 

यही नहीं करीब 5 जगह पर पुल भी बनाएं जाएंगे। जिससे आने वाले दिनों में शहर के नीचली बस्तियों के हजारो परिवारों को नाला का पानी गली में व लोगों के घरों में घूसने जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। नेहरू नगर जोन के आयुक्त मनीष गायकवाड ने बताया कि फाइटोराइट के समीप के नाला से लेकर खमरिया रोड की ओर जाने वाले नाला तक निर्माण किया जाएगा! वर्तमान में सूर्या मॉल से अवंती बाई चौक जाने वाले रास्ते पर कोसानाला पड़ता है, माइलस्टोन स्कूल के समीप स्थित पुल से रिटेनिंग वॉल का कार्य प्रारंभ किया गया है यहां से खमरिया रोड की ओर 500 मीटर तक की दूरी तक कार्य किया जाएगा, इसमें से लगभग 300 मीटर तक का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। सहायक अभियंता सुनील दुबे ने बताया कि फाइटोराइट के पास से लेकर मॉडल टाउन स्थित स्कूल के समीप पुल से खमरिया रोड जाने वाले रास्ते तक कोसानाला में रिटेनिंग वॉल एवं नाला का पक्कीकरण कार्य किया जाएगा। इसका विकास होने से नीचली बस्तियों में पानी भरने की संभावना समाप्त हो जाएगी। 

आसपास के निवासियों के घरों में एवं क्षेत्र में जलभराव की नौबत नाला की वजह से नहीं आएगी और शहर का यह नाला सुंदर भी प्रतीत होगा। कोसानाला भिलाई का सबसे पुराना नाला है। बीएसपी एरिया से निकलने वाला टाउनशिप का पूरा गंदा पानी बहकर भिलाईनगर रेलवे स्टेशन के कोसानाला में आकर मिलती है और यहां से नाला कोसानगर होते हुए मॉडल टाउन, जुनवानी, खम्हरिया से होकर आगे जाती है। भिलाई निगम की सीमा क्षेत्र में नाला की लंबाई करीब 5 किलोमीटर है। इस नाला को बीएसपी से निकलने वाले गंदे पानी को शहर के बाहर बहाने के लिए बनाया गया था। नाला का विकास कार्य हो जाने से सबसे बड़ा लाभ नीचली बस्तियों के लोगों को होगा। नाले में रिर्टनिंग वॉल बनेगा तो नाला का पानी सीधे तेजी से आगे बढ़ेगा। इससे बस्तियों में पानी नहीं भरेगा। पानी की निकासी अच्छे से होगी। बस्तियों में पानी नहीं घूसेगी तो बीमारी भी नहीं फैलेगी। कोसानाला को लेकर निगमायुक्त प्रकाश सर्वें दो बार स्पॉट का निरीक्षण कर चुके हैं। नाला गहरीकरण के लिए भी कुछ स्पॉट को चयन किया गया है। ऐसे स्थल जहां पर पानी रुकने की समस्याएं आती थी वहां पर गहरीकरण भी किया जाएगा ताकि नाला का प्रवाह निरंतरता में बना रहे। कार्य तेजी से और गुणवत्ता पूर्ण हो इसके लिए निगमायुक्त सर्वे स्वयं इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं। निरीक्षण के दौरान उप अभियंता आलोक पसीने एवं अर्पित बंजारे मौजूद रहे।

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