इस योजना से जागी नई उम्मीदे : नक्सलवाद से यहां रुके थे विकासकार्य,अब एक हजार किसानों को मिलेगा लाभ
बलरामपुर | बलरामपुर जिले के कुसमी इलाके में एक साथ दो बड़ी सिंचाई योजना से एक हजार किसानों को पानी मिलेगा। जून से इन पर काम शुरू हो जाएगा।इसकी लागत 50 करोड़ रुपए हैं। दोनों सिंचाई योजना से दो साल के भीतर किसानों को पानी मिलने लगेगा। क्षेत्र के लिए यह बड़ी योजना है। क्षेत्र के किसानों को इससे व्यापक लाभ मिलेगा।दरअसल,बलरामपुर भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के प्रवास के दौरान जब किसानों ने अपनी बात सीएम बघेल के सामने रखी तब उन्होंने बिना देर किए क्षेत्र की जरूरत को समझा और एक साथ दोनों योजनाओं लावा और भूमका की मंजूरी दे दी। बता दे कि ये इलाका लम्बे अरसे से नक्सलवाद की चपेट में रहा है। विकास भी इससे कहीं न कहीं प्रभावित रहा।
लावा और भूमका योजना से एक हजार किसानों को 24 हेक्टेयर एरिया में सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। कुसमी विकासखंड की लावा नदी, जिससे सिंचाई के लिए मिलेगा पानी।यहाँ वर्तमान में सिंचाई सिर्फ 9 प्रतिशत है लेकिन इस योजना के निर्माण से 12 प्रतिशत हो जाएगी। स्थानीय लोगो ने बताया कि मिर्च और टमाटर की खेती के लिए कुसमी का पूरा इलाका अनुकूल कुसमी में पारंपरिक खेती के अलावा जहां सिंचाई की व्यवस्था है, वहां मिर्च व टमाटर की व्यवसायिक खेती होती है। यहां के मिर्च की श्रीलंका तक मांग है। नई योजनाओं से मिर्च व टमाटर की खेती का रकबा बढ़ेगा। वहीं सिंचाई के अभाव में जो किसान दूसरे के खेतों में मजदूरी करते हैं या फिर धान की खेती के बाद बाहर मजदूरी के लिए जाते हैं, अब अपने खेत में काम कर सकेंगे।
25 करोड़ का ये डेम,इतने हेक्टेयर में देगा पानी
लावा जलाशय कुसमी क्षेत्र में लावा नदी पर प्रस्तावित है। 400 किसानों को 1100 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी। लावा से 5 गांव भवानीपुर, गोपीनगर, गोविंदपुर, लवकुशपुर, नीलकंठपुर लाभान्वित होगे। लाभान्वित ग्राम चुरुंदा, कंदरी, शाहपुर, धनजी, चांदों, खजुरियाडीह हैं।वहीं भूमका से 1300 हेक्टेयर में की जा सकेगी सिंचाई.इस योजना से 6 गांव चुरुदा, कंदरी, शाहपुर, धनजी, चांदों, खजुरियाडीह लाभान्वति होंगे। इस पर 30 करोड़ खर्च होंगे।