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उत्तराखंड सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में 62 प्रतिशत अभ्यर्थी रहे गैरहाजिर

देहरादून (आईएएनएस)। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले के बाद हुई पहली सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में अब लगता है कि युवाओं का विश्वास नहीं रहा है। यही कारण है कि पेपर लीक के बाद हुई पहली सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में 62 प्रतिशत अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे। इस परीक्षा के लिए 25,806 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया था, जिनमें से सभी केंद्रों पर कुल 9,939 यानी कुल 37.9 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल हुए। परीक्षा से 15,867 (62.10 प्रतिशत) अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। पेपर लीक मामले के महज 10 माह के बाद ही उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) ने सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा कराई, जिसमें 62 फीसदी अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे। आयोग ने यह परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित की।
रविवार को आयोग ने अल्मोड़ा, देहरादून, नैनीताल और पौड़ी में 62 केंद्रों पर सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे की पाली में किया। परीक्षा के लिए 25,806 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया था, जिनमें से सभी केंद्रों पर कुल 9,939 यानी कुल 37.9 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल हुए। परीक्षा से 15,867 (62.10 प्रतिशत) अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से हुई।
अल्मोड़ा में सात केंद्रों पर 2,315 में से 760 ने परीक्षा दी। देहरादून में 34 केंद्रों पर 15,642 में से 6,159 ने परीक्षा दी। नैनीताल में 12 केंद्रों पर 5,628 में से 2,359 ने और पौड़ी गढ़वाल में नौ केंद्रों पर 2,221 में से 661 ने परीक्षा दी। इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की गैरहाजिरी के पीछे पूर्व में परीक्षा का पेपर लीक के अलावा इस बार की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को भी वजह माना जा रहा है। हालांकि, आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया का कहना है कि परीक्षा पूरी तरह से पारदर्शिता, निष्पक्षता से हुई है।
आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर निष्पक्षता बनाए रखने के लिए बॉयोमीट्रिक हाजिरी ली गई। सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षा हुई। सभी केंद्रों में जैमर लगाए गए थे। पुलिस ने मेटल डिटेक्टर से सभी अभ्यर्थियों की जांच करने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया। पुलिस, प्रशासन और शिक्षा विभाग ने संयुक्त तौर पर परीक्षा कराने में जिम्मेदारी निभाई। आयोग अध्यक्ष के मुताबिक, अब आगामी सभी परीक्षाएं इसी पैटर्न पर की जाएंगी।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने कहा कि, स्नातक स्तरीय सहित कई परीक्षाओं के पेपर लीक होने के महज 10 माह के बाद ही अधीनस्थ सेवा चयन आयोग मजबूती से खड़ा हो गया है। आयोग ने पूर्व में 33 पदों के लिए यह परीक्षा 26 सितंबर 2021 को 107 केंद्रों पर कराई थी। इसमें 36,533 में से 25,806 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इसका पेपर लीक होने के बाद आयोग ने परीक्षा रद्द कर दी थी। आयोग की आखिरी परीक्षा 31 जुलाई 2022 को पुलिस दूरसंचार भर्ती की हुई थी। उसके बाद से पेपर लीक प्रकरण सामने आने से आयोग की परीक्षाएं अटकी हुई थीं। हमने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में पेपर लीक प्रकरण के 10 माह बाद ही दोबारा परीक्षा कराई है। परीक्षा के लिए आयोग ने व्यापक स्तर पर आंतरिक सुधार किए, जिनमें कार्मिक प्रबंधन के साथ ही आंतरिक ढांचे और व्यवस्थाओं में सुधार शामिल है। भविष्य में होने वाली परीक्षाएं इसी पैटर्न पर कराई जाएंगी।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने रक्षक (सचिवालय सुरक्षा संवर्ग) भर्ती परीक्षा कराने के बाद देर रात को इसकी उत्तर कुंजी भी जारी कर दी है। आयोग के सचिव एसएस रावत ने बताया कि इस उत्तर कुंजी पर अभ्यर्थी 24 मई तक अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। आपत्तियां दर्ज कराने के लिए वेबसाइट पर 22 मई की सुबह से लिंक जारी किया जाएगा। आपत्ति के लिए अभ्यर्थी को प्रश्न, उत्तर की आपत्ति, प्रत्यावेदन, साक्ष्य अपलोड करना होगा। 24 मई के बाद किसी भी आपत्ति को स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके बाद आयोग इस परीक्षा का रिजल्ट जारी करेगा। आपत्ति व उत्तर कुंजी देखने के लिए आयोग की वेबसाइट 'डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एसएसएससी डॉट यूके डॉट जीओवी डॉट इन' पर लिंक उपलब्ध है।

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