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इन जिलों में रद्द हुईं अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं, सीएम ने केंद्र से मांगी मदद

चक्रवात मिचौंग से दक्षिण के राज्यों में भयंकर तबाही का मंजर देखने को मिला। कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात भी हो गए हैं।
चक्रवाती तूफान मिचौंग ने दक्षिण भारत में जमकर तबाही मचाई। कई जिलों में भारी बारिश ने जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। जगह-जगह बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं। इसका असर अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं पर भी पड़ा है।   
चक्रवाती तूफान मिचौंग की वजह से तमिलनाडु के चेन्नई में कई जिलों चेन्नई, चेंगलपट्टू, थिरुवल्लूर और कांचीपुरम में अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं को रद्द करना पड़ा है। इस बात की जानकारी तमिलनाडु के शिक्षा विभाग की तरफ से दी गई है। इन चार जिलों के अलावा परीक्षाएं गुरुवार से अपने समय के मुताबितक शुरू होंगी। इन राज्यों में परीक्षाओं का नुकसान न हो इसके लिए अलग से प्रश्न पत्र तैयार किए जाएंगे।  
सीएम ने लिया जायजा
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बुधवार को चक्रवात मिचौंग के कारण प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया और चेन्नई में वर्षा प्रभावित लोगों को भोजन और दूध जैसी बुनियादी जरूरतें वितरित कीं। सीएम एमके स्टालिन ने एक्स पर पोस्ट किया "चेन्नई के उपनगरों में बाढ़ का पानी अभी भी भरा हुआ है। कई लोग यह सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र में काम कर रहे हैं कि सभी को भोजन और दूध जैसी बुनियादी जरूरतें मिलें। हम इस उम्मीद के साथ अपना क्षेत्र कार्य जारी रख रहे हैं कि स्थिति जल्द ही बेहतर हो जाएगी!"।

सीएम एमके स्टालिन ने केंद्र से मांगी मदद
तमिलनाडु में चक्रवात मिचौंग से हुई तबाही के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तत्काल 5060 करोड़ रुपये के अंतरिम राहत कोष की मांग की। सीएम स्टालिन ने पीएम से राज्य में चक्रवात से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए एक केंद्रीय टीम भेजने का भी अनुरोध किया। तमिलनाडु के सीएम ने भी बुधवार सुबह चक्रवात प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। मंगलवार देर रात सीएम स्टालिन ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी चक्रवात मिचौंग के प्रभाव को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।
चक्रवात मिचौंग से दक्षिण के राज्यों में भयंकर तबाही का मंजर देखने को मिला। कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात भी हो गए हैं।
चक्रवाती तूफान मिचौंग ने दक्षिण भारत में जमकर तबाही मचाई। कई जिलों में भारी बारिश ने जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। जगह-जगह बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं। इसका असर अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं पर भी पड़ा है।   
चक्रवाती तूफान मिचौंग की वजह से तमिलनाडु के चेन्नई में कई जिलों चेन्नई, चेंगलपट्टू, थिरुवल्लूर और कांचीपुरम में अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं को रद्द करना पड़ा है। इस बात की जानकारी तमिलनाडु के शिक्षा विभाग की तरफ से दी गई है। इन चार जिलों के अलावा परीक्षाएं गुरुवार से अपने समय के मुताबितक शुरू होंगी। इन राज्यों में परीक्षाओं का नुकसान न हो इसके लिए अलग से प्रश्न पत्र तैयार किए जाएंगे।  
सीएम ने लिया जायजा
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बुधवार को चक्रवात मिचौंग के कारण प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया और चेन्नई में वर्षा प्रभावित लोगों को भोजन और दूध जैसी बुनियादी जरूरतें वितरित कीं। सीएम एमके स्टालिन ने एक्स पर पोस्ट किया "चेन्नई के उपनगरों में बाढ़ का पानी अभी भी भरा हुआ है। कई लोग यह सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र में काम कर रहे हैं कि सभी को भोजन और दूध जैसी बुनियादी जरूरतें मिलें। हम इस उम्मीद के साथ अपना क्षेत्र कार्य जारी रख रहे हैं कि स्थिति जल्द ही बेहतर हो जाएगी!"।

सीएम एमके स्टालिन ने केंद्र से मांगी मदद
तमिलनाडु में चक्रवात मिचौंग से हुई तबाही के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तत्काल 5060 करोड़ रुपये के अंतरिम राहत कोष की मांग की। सीएम स्टालिन ने पीएम से राज्य में चक्रवात से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए एक केंद्रीय टीम भेजने का भी अनुरोध किया। तमिलनाडु के सीएम ने भी बुधवार सुबह चक्रवात प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। मंगलवार देर रात सीएम स्टालिन ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी चक्रवात मिचौंग के प्रभाव को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।

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