दुनिया-जगत

श्रीलंका और मॉरीशस को PM नरेंद्र मोदी की सौगात

  • दोनों देशों में किया यूपीआई सेवाओं का शुभारंभ
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, श्रीलंका के राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मॉरीशस और श्रीलंका के साथ भारत की डिजिटल भुगतान कनेक्टिविटी का शुभारंभ किया। बता दें कि पिछले साल जुलाई में श्रीलंका के राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे की नई दिल्ली यात्रा के दौरान भारत और श्रीलंका ने द्वीप देश में यूपीआई की संस्कृति के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
दोनों देशों में यूपीआई सेवाओं का शुभारंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- 'हिंद महसागर क्षेत्र के तीनों देशों के लिए आज एक विशेष दिन है। आज हम अपने ऐतिहासिक संबंधों को आधुनिक डिजिटल तरीके से जोड़ रहे हैं। यह लोगों से किए गए विकास के वादों का एक सबूत है। फिनटेक कनेक्टिविटी से न केवल सीमा पार लेनदेन में मदद मिलेगा, बल्कि सीमा पार रिश्ते भी मजबूत होगा। यूपीआई के पास अब नई जिम्मेदारी है।'
उन्होंने आगे कहा, 'डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर ने भारत में बड़ा बदलाव लाया है। हमारे छोटे से छोटे गांव के छोटे से छोटे व्यापारी भी डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं। इसमें सुविधा के साथ रफ्तार भी है। 'पड़ोसी पहले' ही भारत की नीति है। हमारी समुद्री दृष्टिकोण एसएजीएआर है, जिसका मतलब क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास है। हमारा लक्ष्य पूरे क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास करना है।'
मॉरीशस में यूपीआई की शुरुआत पर वहां के प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ ने कहा- 'इस महत्वपूर्ण मौके पर आप लोगों के साथ जुड़कर बहुत खुशी हुई। रूपे कार्ड को हमारे राष्ट्रीय भुगतान स्विच के साथ सह ब्रांड किया गया है। MoCAS को मॉरीशस में घरेलू कार्ड के तौर पर माना जाएगा। भारत और मॉरीशस सांस्कृतिक, वाणिज्यिक और लोगों से लोगों तक संबंध साझा करते हैं। यह संबंध सदियो से बना हुआ है। आज हम इसे एक नई दिशा की तरफ ले जा रहे हैं।' 
श्रीलंका के राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे ने कहा- 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपके लिए यह दूसरा महत्वपूर्ण पल होगा। मैं आपको राम मंदिर की बधाई देता हूं। यह दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को दर्शाता है। हजारों वर्षों से दोनों देशों के बीच भुगतान हो रहा है, लेकिन उस समय कोई सेंट्रल बैंक नहीं था। हमारे संग्राहलय में कई सिक्के मौजूद हैं, जिसे विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से  एकत्रित किया गया है। आज हम टेक्नोलॉजी को अपग्रेड कर रहे हैं। आपके पास श्रीलंका का क्यूआर और एनआईपीएल एक साथ है। जैसे-जैसे भारतीय पर्यटक श्रीलंका जाएंगे, इसका उपयोग हमारे देश के प्रत्येक गांव में किया जाएगा।'
फ्रांस में भी शुरू हुआ यूपीआई-
हाल ही में दो फरवरी को फ्रांस की राजधानी पेरिस में आइकॉनिक एफिल टावर पर यूपीआई लॉन्च किया गया था। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जब भारत दौरे पर आए थे, उस समय उन्होंने जयपुर में यूपीआई भुगतान की सहूलियत का अनुभव किया था। गौरतलब है कि भारत का यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम (यूपीआई) सिंगापुर और यूएई समेत अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय रिश्ते बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने पेरिस में यूपीआई के औपचारिक लॉन्च की सराहना करते हुए कहा था, 'यह यूपीआई को वैश्विक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।'
क्या है यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई)-
यूपीआई भारत की मोबाइल आधारित भुगतान प्रणाली है। यह ऐसी प्रणाली है, जो कई बैंक खातों को एक ही मोबाइल एप्लिकेशन में प्रदान करती है। 2023 के भारत-फ्रांस के संयुक्त बयान में दोनों देशों ने डिजिटल तंत्र को सुदृढ़ करने की वकालत की थी। बता दें एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) और फ्रांस की लाइरा कलेक्ट ने फ्रांस और यूरोप में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) को लागू करने के लिए एक समझौते का करार किया है।
 

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