दुनिया-जगत

विदेश सचिव ने पड़ोसी देश में जल्द से जल्द लोकतंत्र की बहाली पर दिया जोर

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने म्यांमार में स्टेट एडमिनिस्ट्रेटिव काउंसिल के अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ प्रतिनिधियों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पड़ोसी देश में जल्द से जल्द लोकतंत्र की बहाली पर जोर दिया. श्रृंगला दो दिन की म्यांमार की यात्रा पर हैं. म्यांमार की सेना  द्वारा आंग सान सू ची  की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गयी सरकार को गत एक फरवरी को अपदस्थ किये जाने के बाद यह भारत की तरफ से उस देश से किया गया पहला उच्चस्तरीय संपर्क है विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि श्रृंगला ने अपनी यात्रा के दौरान स्टेट एडमिनिस्ट्रेटिव काउंसिल के अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की तथा नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी  समेत राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों के साथ बैठकें कीं. बयान के अनुसार, श्रृंगला ने भारत की सीमा से लगे इलाकों में हिंसा को रोकने तथा शांति एवं स्थिरता कायम करने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतंत्र के रूप में और करीबी पड़ोसी के रूप में म्यांमार में लोकतांत्रिक परिवर्तन की प्रक्रिया में शामिल रहा है.

म्यांमार में शरण लेने वाले उग्रवादी संगठनों को लेकर सरकार चिंतित
गौरतलब है कि म्यांमार के साथ भारत की 1,640 किमी लंबी सीमा लगती है. इसके अलावा, उग्रवाद का सामना कर रहे नागालैंड और मणिपुर सहित भारत के कई पूर्वोत्तर राज्यों की सीमा म्यांमार से लगती है. भारत हमेशा ही इस बात को लेकर चिंतित रहा है कि उग्रवादी संगठन म्यांमार में शरण लेते हैं. इसके अलावा, सीमा पर एक्टिव विद्रोही समूहों ने भी सरकार को चिंतित किया है. इस वजह से भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने अपनी मुलाकात के दौरान इस विषय को उठाया. वहीं, म्यांमार को लेकर अभी तक भारत ने कुछ भी खुलकर नहीं कहा है. भारत ने नहीं चाहता है कि म्यांमार में किसी अन्य का दखल बढ़ें.

भारत ने म्यांमार को दी 10 लाख वैक्सीन डोज
दूसरी ओर, भारत ने कोरोना संकट से जूझ रहे म्यांमार की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बुधवार को म्यांमार रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रतिनिधियों को 'मेड इन इंडिया' वैक्सीन की 10 लाख डोज सौंपीं. भारतीय दूतावास ने इसकी जानकारी दी. दूतावास ने ट्वीट कर कहा, 'विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने म्यांमार रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रतिनिधियों को 'मेड इन इंडिया' वैक्सीन की 10 लाख डोज सौंपीं, ताकि म्यांमार के लोगों, जिनमें भारत-म्यांमार सीमा पर मौजूद लोग भी शामिल हैं, को कोविड-19 के खिलाफ उनकी लड़ाई में समर्थन दिया जा सके | 

Leave Your Comment

Click to reload image