दुनिया-जगत

भारत में लांच हुआ नीट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे

ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स और उसकी साझेदार कनाडाई बायोटेक कंपनी सैनोटाइज रिसर्च ने कोविड-19 संक्रमित वयस्कों के इलाज के लिए नीट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे (नाक के जरिए ली जाने वाली दवा) को बाजार में उतार दिया है. यह स्प्रे उन वयस्कों के लिए है, जिनके संक्रमित होने पर गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा अधिक है.
 
नाक में ही खत्म होगा वायरस भारत में इस दवा को 'फैबीस्प्रे' के नाम से बाजार में उतारा गया है. इससे पहले मुंबई से संचालित कंपनी ग्लेनमार्क को नीट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे के उत्पादन और बिक्री के लिए भारत के महा औषधि नियंत्रक (DGCI) की मंजूरी मिल गई थी. फैबीस्प्रे को नाक के भीतर ही कोविड-19 के वायरस को नष्ट करने के लिए बनाया गया है, ताकि वह फेफड़ों तक नहीं पहुंच सके.

कंपनी का दावा-सुरक्षित व प्रभावी वहीं, ग्लेनमार्क फार्मा के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी ने एक बयान में कहा था कि हम कोरोना के खिलाफ भारत की जंग के एक महत्वपूर्ण साझेदार हैं. नाइट्रिक ऑक्साइड आधारित नैजल स्प्रे की मंजूरी व साझेदारी में इसे जारी करने पर खुशी हो रही है. कोविड-19 के इलाज के लिए यह एक और सुरक्षित व प्रभावी दवा है.
 
फेफड़ों तक नहीं पहुंच पाता वायरस कंपनी का दावा है कि नाइट्रिक आक्साइड आधारित यह नेजल स्प्रे, नाक की ऊपरी सतह पर कोरोना वायरस को प्रभावी ढंग से खत्म करने का काम करती है. परीक्षण के दौरान इसने कोविड-19 के खात्मे और दवा के एंटी-माइक्रोबियल गुणों को साबित किया है. जब यह स्प्रे नाक के म्यूकस पर छिड़का जाता है, तो यह वायरस को बढ़ने व शरीर में फैलने से रोकने के लिए शारीरिक और रासायनिक बाधा उत्पन्न होता है. इस तरह वायरस को फेफड़ों तक फैलने से रोकता है.
 

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