विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्वाड मंत्रिस्तरीय वार्ता के इतर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मेलबर्न में मुलाकात की और इस दौरान दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान में मौजूदा हालात, रूस-यूक्रेन संकट से निपटने के रायनयिक प्रयासों और कोविड-19 पर चर्चा की. अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि ब्लिंकन और जयशंकर ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की है. दोनों नेताओं ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद महासागर क्षेत्र में क्वाड समूह के माध्यम से सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों की समीक्षा की.
उन्होंने नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को लागू करने समेत साझा प्राथमिकताओं पर सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की. जयशंकर 10 से 13 फरवरी तक विदेश मंत्री के रूप में ऑस्ट्रेलिया की पहली यात्रा पर हैं. वह क्वाड विदेश मंत्रियों की चौथी बैठक में हिस्सा लेने के लिए मेलबर्न गए हैं. भारत और अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया और जापान इस समूह का हिस्सा हैं. प्राइस ने बताया कि ब्लिंकन और जयशंकर ने कोविड-19 से निपटने, यूक्रेन की सीमा पर रूसी बलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर राजनयिक प्रयासों, अफगानिस्तान के समक्ष चुनौतियों और म्यांमा में लोकतंत्र के भविष्य समेत आपसी हित से जुड़े कई मामलों पर चर्चा की है.
बीते साल किए गए प्रयासों की समीक्षा की प्राइस ने कहा, 'ब्लिंकन और जयशंकर ने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने और गहरा करने के लिए पिछले साल किए गए प्रयासों की समीक्षा की. यह साझेदारी हिंद प्रशांत क्षेत्र में और उससे परे भी शांति, सुरक्षा एवं समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए अहम है. जयशंकर ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'मैंने ब्लिंकन के साथ द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की. विभिन्न क्षेत्रों में हमारी प्रगति सकारात्मक है. हमारी रणनीतिक साझेदारी बिल्कुल स्पष्ट है.'
एंटनी ब्लिंकन ने बैठक को अच्छा बताया ब्लिंकन ने ट्वीट किया, 'भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ द्विपक्षीय रूप से और क्वाड के माध्यम से हिंद प्रशांत सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों पर चर्चा करने के लिए अच्छी बैठक हुई. मैं उन मुद्दों पर मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं, जो हमारे दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण हैं.' जयशंकर ने इस दौरान ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिस पायने से भी मुलाकात की. इस दौरान भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों की समीक्षा की गई. साथ ही तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई |