खेल

भारत से वनडे सीरीज हारने का न्‍यूजीलैंड को हुआ नुकसान.....पढिए पूरी खबर

नई दिल्‍ली, स्‍पोर्ट्स डेस्‍क। रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्‍ट्रीय स्‍टेडियम में शनिवार को  न्‍यूजीलैंड को  भारत के हाथों दूसरे वनडे में 8 विकेट की करारी शिकस्‍त का सामना करना पड़ा। इस हार से  आईसीसी वनडे रैंकिंग में न्‍यूजीलैंड ने अपना शीर्ष स्‍थान गंवा दिया है।वहीं  इंग्‍लैंड की टीम अब नंबर-1 बन गई है।

न्‍यूजीलैंड की टीम दूसरे वनडे से पहले शीर्ष स्‍थान पर काबिज थी। उसके 115 अंक थे। इंग्‍लैंड की टीम 113 अंकों के साथ दूसरे जबकि ऑस्‍ट्रेलिया 112 अंक के साथ तीसरे स्‍थान पर थी। भारतीय टीम 111 अंक के साथ चौथे स्‍थान पर थी। भारत की दूसरे वनडे में जीत के बाद समीकरण में गजब का बदलाव हुआ। न्‍यूजीलैंड दूसरे स्‍थान पर खिसका जबकि भारत एक स्‍थान के फायदे के साथ तीसरे स्‍थान पर पहुंच गया है।

बता दें कि भारतीय टीम ने शनिवार को न्‍यूजीलैंड को दूसरे वनडे में 179 गेंदें शेष रहते हुए 8 विकेट से हरा दिया। यूजीलैंड ने पहले बल्‍लेबाजी की और पूरी टीम 34.3 ओवर में 108 रन पर ऑलआउट हुई। जवाब में भारतीय टीम ने 20.1 ओवर में दो विकेट खोकर लक्ष्‍य हासिल किया। भारतीय टीम ने इसी के साथ तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बनाई। सीरीज का तीसरा व अंतिम वनडे मैच मंगलवार को इंदौर में खेला जाएगा।


भारतीय टीम के कप्‍तान रोहित शर्मा ने मैच के बाद कहा, 'मेरे ख्‍याल से पिछले पांच मैचों में गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है। आप उनसे जो कुछ भी मांगे, वो प्रदर्शन करके देते हैं। विशेषकर भारत में ऐसा करके दिया। आप इस तरह के प्रदर्शन की उम्‍मीद भारत के बाहर कर सकते हैं, लेकिन इनमें असली शैली है।'

उन्‍होंने आगे कहा, 'जब हम यहां कल रात ट्रेनिंग कर रहे थे, तो गेंद घूम रही थी। पिच पर अच्‍छा उछाल नजर आया। इसलिए हम ऐसी चुनौती चाहते थे। अगर न्‍यूजीलैंड की टीम 250 रन का स्‍कोर बनाती तो मुकाबला काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता था।'
 
और भी

Wrestlers Protest: खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआइ की सभी गतिविधियां रोकीं,अतिरिक्त सहायक सचिव निलंबित

 नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के घर में हुईं दो मैराथन बैठक के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने शुक्रवार देर रात जंतर-मंतर पर चल रहा धरना तो खत्म कर दिया था, लेकिन शनिवार को अध्यक्ष के अपने गढ़ गोंडा में शुरू हुए सीनियर नेशनल ओपन रैंकिंग कुश्ती टूर्नामेंट के उद्घाटन में पहुंचने के बाद उनके तेवर फिर कड़े हो गए। इसके बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर एक्शन में आ गए।

उन्होंने खेल मंत्रालय ने बृजभूषण पर लगे यौन शोषण और डब्ल्यूएफआइ में कुप्रबंधन के आरोपों की जांच को लेकर निगरानी समिति के आधिकारिक रूप से गठित होने तक कुश्ती संघ की सभी गतिविधियां निलंबित कर दीं। जांच पूरी होने तक यही समिति कुश्ती संघ का दैनिक कार्य भी संभालेगी। इसके साथ ही 21 से 23 जनवरी तक होने वाले सीनियर नेशनल टूर्नामेंट को भी निलंबित कर दिया गया।

ओलिंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और एशियन गेम्स पदक विजेता विनेश फौगाट सहित विरोध कर रहे पहलवानों का कहना है कि खेल मंत्री ने ये कार्रवाई करके यह सुनिश्चित किया कि पहलवान दोबारा धरना नहीं दें। कुश्ती संघ को चलाने में मनमानी और यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए समिति के नामों पर चर्चा हो रही है। इसकी घोषणा रविवार को की जा सकती है। खेल मंत्रालय के साथ हुए समझौते में यह तय हुआ था कि जांच होने तक बृजभूषण डब्ल्यूएफआइ के दैनिक कार्यों से खुद को अलग रखेंगे, लेकिन शनिवार सुबह ही वह टूर्नामेंट के उद्घाटन में पहुंच गए। यही नहीं हमारे साथ धरना दे रहे पहलवान भी इस टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाए हैं। 

अतिरिक्त सहायक सचिव विनोद निलंबित

इसमें भाग ले रहे प्रतिभागियों का प्रवेश शुल्क वापस किया जाएगा। वर्ष 2002 से डब्ल्यूएफआइ के सहायक सचिव विनोद तोमर को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पहलवानों ने तोमर पर भी अवैध रूप से 18 से 20 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया था।

 
और भी

भारत ने दो विकेट खोकर हासिल किया 109 रन का लक्ष्य,24 जून को होगा तीसरा और आखिरी मैच

स्पोर्ट्स डेस्क@रायपुर: भारत ने न्यूजीलैंड को आठ विकेट से हरा दिया है और इस मैच के साथ ही सीरीज भी अपने नाम कर ली है। इस मुकाबले में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 108 रन बनाए थे। भारत के तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि, 15 रन के स्कोर पर पांच विकेट गंवाने के बाद कीवी टीम ने मध्यक्रम बल्लेबाजों के योगदान से 108 रन का स्कोर बनाया। भारत के लिए यह लक्ष्य बेहद आसान था। कप्तान रोहित और शुभमन गिल ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन रोहित अर्धशतक लगाने के बाद आउट हो गए। उनके बाद क्रीज पर आए विराट भी 11 रन बनाकर आउट हो गए। हालांकि, गिल एक छोर पर खड़े रहे और ईशान किशन के साथ मिलकर मैच खत्म किया।

 इस सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच 24 जून को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जाएगा। इसके बाद दोनों टीमें तीन मैच की टी20 सीरीज खेलेंगी।

बता दे कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला भारत ने आठ विकेट से जीत लिया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने तीन मैच की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। रायपुर में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 109 रन का लक्ष्य रखा। टीम इंडिया ने इसे दो विकेट खोकर हासिल कर लिया।

 

और भी

IND vs NZ 2nd ODI: भारत की बल्लेबाजी शुरू, 108 रन के स्कोर पर सिमट गई न्यूजीलैंड

स्पोर्ट्स डेस्क@रायपुर : 109 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की बल्लेबाजी शुरू हो चुकी है। रोहित शर्मा और शुभमन गिल की सलामी जोड़ी क्रीज पर है। भारत के लिए इस लक्ष्य का पीछा करना आसान होगा। तीन ओवर के बाद भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के सात रन है। न्यूजीलैंड की टीम इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 108 रन के स्कोर पर सिमट गई है। कुलदीप यादव ने ब्लेयर टिकनर के एलबीडब्ल्यू आउट कर न्यूजीलैंड की पारी समेट दी। टिकनर ने दो रन बनाए। दूसरे छोर पर हेनरी भी दो रन बनाकर नाबाद रहे। अब भारत के सामने यह सीरीज जीतने के लिए 109 रन का आसान लक्ष्य है।

इस मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और भारत के तेज गेंदबाजों ने कप्तान रोहित के फैसले को सही साबित किया। शमी ने पहले ही ओवर में फिन एलेन को बोल्ड कर दिया। इस समय तक न्यूजीलैंड का खाता भी नहीं खुला था। छठे ओवर में सिराज ने हेनरी निकोलस को चलता किया। सातवें ओवर में शमी ने डेरिल मिचेल को पवेलियन भेज दिया। 10वें ओवर में कॉन्वे और 11वें ओवर में कप्तान लाथम भी पवेलियन लौट गए। 15 रन के अंदर न्यूजीलैंड की आधी टीम पवेलियन लौट गई थी और कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया था। सभी पांच विकेट भारत के तेज गेंदबाजों ने लिए थे।इसके बाद ग्लेन फिलिप्स और माइकल ब्रेसवेल ने पारी को संभाला। इन दोनों ने 41 रन की साझेदारी की। इसके बाद ब्रेसवेल भी 22 रन बनाकर आउट हो गए। सैंटनर ने भी 27 रन बनाए और फिलिप्स के साथ 47 रन की साझेदारी की। ग्लेन फिलिप्स भी 36 रन बनाकर आउट हो गए। इस समय न्यूजीलैंड का स्कोर 103 रन था। इसके बाद सुंदर और कुलदीप ने न्यूजीलैंड की पारी को समेट दिया। कीवी टीम 34.3 ओवर में 108 रन पर सिमट गई।

न्यूजीलैंड के लिए सबसे ज्यादा 36 रन ग्लेन फिलिप्स ने बनाए। वहीं, मिशेल सैंटनर ने 27 और ब्रेसवेल ने 22 रन की पारी खेली। इन तीनों के अलावा कोई भी कीवी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया। भारत के लिए मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। हार्दिक और सुंदर को दो-दो विकेट मिले। मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर और कुलदीप यादव ने एक-एक विकेट लिया।

और भी

IND vs NZ 2nd ODI : इतने रन पर न्यूजीलैंड का छठा विकेट गिरा

रायपुर: 56 रन के स्कोर पर न्यूजीलैंड का छठा विकेट गिरा है और अब यह टीम मुश्किल में आ गई है। मोहम्मद शमी ने माइकल ब्रेसवेल को विकेटकीपर ईशान किशन के हाथों कैच कराया। ब्रेसवेल ने 30 गेंद में 22 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में चार चौके लगाए।

 

 

 

इससे पहले पांच विकेट के नुकसान पर न्यूजीलैंड का स्कोर 50 रन के पार जा चुका है। ग्लेन फिलिप्स और माइकल ब्रेसवेल क्रीज पर हैं। इन दोनों ने मिलकर न्यूजीलैंड की पारी को संभाला है और अपनी टीम को मुश्किल से बाहर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। 

बता दे कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला रायपुर में है। भारतीय टीम यह मैच जीतकर सीरीज अपने नाम करना चाहेगी। वहीं, न्यूजीलैंड की टीम जीत हासिल कर सीरीज में बराबरी करने की कोशिश करेगी। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है।

और भी

सालों से हैं परम्परा जानिये इस खेल में क्यों लगायी जाती हैं जान की बाजी

झूठा-सच डेस्क | जल्लीकट्टू खेल को पुराने समय में "येरुथाझुवुथल" से भी जाना जाता था. जिसका मतलब है जल्लीकट्टू को गले लगाना. जल्ली का मतलब है "सिक्के" और कट्टू का मतलब "बैग" जिसका मतलब है सिक्कों से भरा हुआ बैग. जो बैल के सींगों पर बंधा होता है और जीतने वाले यानी विजेता को ये बैग मिल जाता है.पहले समय में पैसों से भरा एक बैग बैल के सींग पर बांध दिए जाते थे. जहां विजेता को जीत के दौरान वो बैग दिया जाता था. लेकिन अब केवल ये खेल बैग तक ही सीमित नहीं रह गया है बल्कि इन दिनों बैल पर भारी भरकम रकम के दांव भी लगाए जाते हैं.

   जल्लीकट्टू का लोकप्रिय खेल तमिलनाडु से लेकर आंध्र प्रदेश तक में खेला जाता है. अब जल्लीकट्टू का जब भी जिक्र आता है, तो लोगों के घायल होने की खबरें आती हैं. भगदड़ की खबरें आती हैं और कौन इस खेल में जीता, वो अखबारों की सुर्खियों में आ जाता है. लेकिन ये जल्लीकट्टू है क्या, और क्यों लोग ये खतरनाक खेलते हैं जिसमें जान की बाजी लगा दी जाती है. आइए, हम समझाते हैं.

क्या है जल्लीकट्टू?

जल्‍लीकट्टू( JalliKattu ) तमिल नाडु के ग्रामीण इलाकों का एक परंपरागत खेल है जो पोंगल के त्यौहार पर आयोजित कराया जाता है. इस खेल में बैलों से इंसानों की लड़ाई कराई जाती है. जल्लीकट्टू को तमिलनाडु के गौरव ( Pride of Tamil Nadu ) तथा संस्कृति का प्रतीक कहा जाता है. ये 2000 साल पुराना खेल है जो उनकी संस्कृति से जुड़ा है. जल्लीकट्टू खेल को पुराने समय में येरुथाझुवुथल ( Eru thazhuvuthal ) से भी जाना जाता था.जल्लीकट्टू का मुख्य खेल मदुरई के पास अलंगनल्लूर में आयोजित किया जाता है.

ये है जल्लीकट्टू के नियम

जल्लीकट्टू खेल में  प्रतियोगी को एक समय में बैल के कूबड़ को पकड़ने की कोशिश करनी होती है. बैल को वश में करने के लिए इसकी पूंछ और सींग को पकड़ा जाता है. और बैल को एक लंबी रसी से भी बंधा जाता है. और जीतने के लिए एक समय सीमा में बैल को काबू में करना होता है. अगर तय समय में प्रतियोगी ऐसा नहीं कर पाता है, तो वो हारा हुआ मान लिया जाता है.

संगम साहित्य में भी जल्लीकट्टू का जिक्र

 ये खेल पोंगल त्योहार के समय आयोजित किया जाता है. ये खेल काफी पुराने समय का है. मदुरई के पास एक पेंटिंग मिली थी. जिसमें एक आदमी बैल को वश करते हुए नजर आ रहा है. जल्लीकट्टू का जिक्र संगम लिटरेचर में भी है. लेकिन माना जाता रहा है कि जल्लूकट्टू कुछ सालों पहले ही शुरू हुआ है. ऐसा कहा जाता है ये खेल इतना क्रूर नहीं था. लोकिन ये खेल तब ज्यादा कॉम्पिटेटिव माने जाने लगा जब नए जमाने में बैल पर दांव लगाए जाने लगा. बीच में कुछ समय में जल्लीकट्टू का खेल लगभग खत्म हो गया था. साथ ही बैलों के साथ क्रूरता भी नहीं होती थी. कई बार भड़के बैल भीड़ में भी घुस जाते हैं, जिसकी वजह से काफी लोग घायल भी होते हैं, तो कई बार दर्शकों की मौतों की भी खबरें सामने आती रही हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने लगाया था प्रतिबंध

साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने इस खेल पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद तमिलनाडु में खेल को शुरू करने की मांग होने लगी. सरकार ने अध्यादेश लाकर इस खेल को फिर अनुमति दे दी. लेकिन इस अध्यादेश को भी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है.

जल्लीकट्टू बैल असाधारण हैं. 

जल्लीकट्टू खेल में जो बैल हिस्सा लेते हैं वे "कंगयम नस्ल" से आते हैं जो भयंकर और जुझारू नस्ल है. ये सामान्य से अधिक मजबूत होते हैं. इन सांडों पर थोड़ा सा उकसाने पर हमला करने का खतरा है. जल्लीकट्टू में प्रचलित एक और नस्ल है "बांगुर बैल" जो अपनी स्पीड के लिए जाना जाता है. जल्लीकट्टू बैल को उनके मालिकों द्वारा बहुत अच्छी तरह से खिलाया पिलाया जाता है, जिससे वे और भी मजबूत बनते हैं. एक अनुमान के अनुसार, 1990 में एक मिलियन कंगायम बैल थे और अब केवल 15,000 के करीब रह गए हैं.

क्या कहती है पेटा नियम 

पेटा और अन्य कई पशु अधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये खेल न केवल क्रूर है बल्कि बैल को शराब का सेवन कराया जाता है और उकसाने के लिए उनकी आंखों पर मिर्च रगड़ी जाती है. उन्हें वश में करने के लिए न केवल उनकी पूंछ को पकड़ा जाता है. बल्कि उनकी पूंछ मोड़ दी जाती है. और ये काफी दर्दनाक होता है. अखाड़े में प्रवेश के लिए उन्हें उकसाने के लिए क्रूरता के कई अन्य कार्य किए जाते हैं.

और भी

IND vs NZ Live Score: न्यूजीलैंड का स्कोर 200 रन के पार

स्पोर्ट्सडेस्क @ऑकलैंड एजेंसी :- केन विलियम्सन और टाम लाथम की शानदार बल्लेबाजी के चलते न्यूजीलैंड का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 200 रन के पार जा चुका है। दोनों बल्लेबाज बेहतरीन लय में खेल रहे हैं और अब आसानी से रन बटोर रहे हैं। भारतीय गेंदबाज अपने सारे पैंतरे आजमा चुके हैं, लेकिन इस जोड़ी को नहीं तोड़ पाए हैं। 37 ओवर के बाद न्यूजीलैंड का स्कोर तीन विकेट पर 200 रन है।

और भी

IND vs NZ 1st ODI Live Score: टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट पर...पढ़िए पूरी खबर

SPORTS DESK@ऑकलैंड/एजेंसी :- भारत और न्यूजीलैंड के बीच आज ऑकलैंड के ऐडन पार्क में तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला खेला जा रहा है. टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट पर 306 रन बनाये. भारत के लिए श्रेयस अय्यर (80) शिखर धवन (72) और शुभमन गिल (50) ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेली.

 

सीनियर खिलाड़ी इस सीरीज में नहीं खेल रहे। शिखर धवन की कप्तानी में युवा टीम इंडिया मैदान पर उतरी है। वहीं, न्यूजीलैंड की कमान केन विलियम्सन संभाल रहे हैं। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। भारत के लिए उमरान मलिक और अर्शदीप सिंह आज वनडे में डेब्यू कर रहे हैं। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने न्यूजीलैंड के सामने 307 रन का लक्ष्य रखा है।

 

पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के सामने 307 रन का लक्ष्य रखा है। अंत के ओवरों में वाशिंगटन सुंदर ने तेजी से रन बनाकर भारत का स्कोर 300 के पार पहुंचाया। सबसे ज्यादा 80 रन श्रेयस अय्यर ने बनाए। शिखर धवन और शुभमन गिल ने भी अर्धशतकीय पारियां खेलीं। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने धीमी, लेकिन ठोस शुरुआत की। पहले विकेट के लिए कप्तान शिखर धवन और शुभमन गिल ने 124 रन की साझेदारी की। इसके बाद दोनों बल्लेबाज एक ही ओवर में आउट हो गए। यहां से न्यूजीलैंड को वापसी का मौका मिल गया। श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत ने 32 रन की साझेदारी कर भारत को मुश्किल से उबारा, लेकिन लॉकी फर्ग्यूसन ने एक ही ओवर में पंत और सूर्यकुमार को आउट कर कीवी टीम को मैच में वापस ला दिया। इसके बाद श्रेयस ने सैमसन के साथ 94 रन की साझेदारी कर भारत का स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया। अंत में वाशिंगटन सुंदर ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर भारत का स्कोर 300 रन के पार पहुंचा दिया।

 

भारत के लिए सबसे ज्यादा 80 रन श्रेयस अय्यर ने बनाए। शिखर धवन 72 और शुभमन गिल 50 रन बनाकर आउट हुए। संजू सैमसन ने 36 रन की पारी खेली। अंत में वाशिंगटन सुंदर ने 16 गेंद में 37 रन की तूफानी पारी खेली। न्यूजीलैंड के लिए टिम साउदी और लॉकी फर्ग्यूसन ने तीन-तीन विकेट लिए। वहीं, एडम मिल्ने को एक विकेट मिला। हालांकि, साउदी काफी महंगे साबित हुए उन्होंने 10 ओवर में 73 रन लुटा दिए।

और भी

टी20 बल्लेबाजी रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाले 23वें खिलाड़ी बने सूर्यकुमार यादव

 

दुबई (आईएएनएस) :-  भारत के मध्य क्रम के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप 2022 में पिछले सप्ताह में दो अर्धशतक लगाने के बाद ताजा टी20 रैंकिंग में नंबर वन बल्लेबाज बन गए हैं। सूर्यकुमार ने सिडनी में नीदरलैंड के खिलाफ 25 गेंदों में नाबाद 51 रन और पर्थ में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 40 गेंदों में 68 रनों की शानदार पारी खेली जिसकी बदौलत उन्हें न्यूजीलैंड के डेवोन कॉनवे और पाकिस्तान के मोहम्मद रिजवान से आगे निकलने में मदद मिली, जिन्होंने इस साल 4 सितंबर से शीर्ष स्थान हासिल किया था। सूर्यकुमार टी20 बल्लेबाजी रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाले 23वें खिलाड़ी हैं और विराट कोहली के बाद टी20 क्रिकेट में नंबर 1 पर पहुंचने वाले केवल दूसरे भारतीय हैं, जिन्होंने सितंबर 2014 से दिसंबर 2017 तक विभिन्न अवधियों में शीर्ष पर 1,013 दिन बिताए थे। सूर्यकुमार की 863 रेटिंग है। यह अंक भी एक भारतीय द्वारा दूसरा सर्वश्रेष्ठ है, सितंबर 2014 में कोहली का 897 का उच्चतम अंक है।

न्यूजीलैंड के ग्लेन फिलिप्स ने श्रीलंका के खिलाफ 104 और इंग्लैंड के खिलाफ 62 के स्कोर के बाद करियर के सर्वश्रेष्ठ सातवें स्थान पर पहुंचने के लिए पांच स्थान की छलांग लगाई है, जबकि दक्षिण अफ्रीका के रिले रोसौव बांग्लादेश के खिलाफ 109 रन बनाकर शीर्ष 10 में प्रवेश करने वाले एक और खिलाड़ी हैं।न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर की 73 रनों की पारी ने उन्हें तीन पायदान ऊपर चढ़कर 14वें स्थान पर पहुंचा दिया, जबकि अफगानिस्तान के रहमानुल्ला गुरबाज (चार पायदान के फायदे से संयुक्त-17वें), दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर (दो पायदान के फायदे से 28वें), श्रीलंका के भानुका राजपक्षे सूची में आठ पायदान की बढ़त के साथ 29वें स्थान पर, बांग्लादेश के लिटन दास (दो पायदान के फायदे से 36वें) और आस्ट्रेलिया के मिशेल मार्श (दो पायदान के फायदे से 31वें) और मार्कस स्टोइनिस (दो पायदान के फायदे से 39वें) ने बढ़त हासिल की है।

श्रीलंका के स्पिनर वानिंदु हसरंगा गेंदबाजों के बीच चार स्थान आगे बढ़कर दूसरे स्थान पर हैं भारत के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (तीन पायदान के फायदे से 18वें), पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद वसीम (एक पायदान के फायदे से 21वें), न्यूजीलैंड के स्पिनर ईश सोढ़ी (तीन पायदान के फायदे से 22वें) और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अफगानिस्तान के फजलहक फारूकी (चार पायदान के फायदे से) संयुक्त-24वें स्थान पर) और भारत के अर्शदीप सिंह (16 पायदान के फायदे से 27वें स्थान पर) गेंदबाजों की सूची में बढ़त हासिल करने वाले गेंदबाज हैं।
और भी

लक्ष्य सेन ने प्रणय को हराकर डेनमार्क ओपन के क्वार्टर फाइनल में किया प्रवेश

पीटीआई / ओडिन्से :- राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता लक्ष्य सेन ने अपने सीनियर हमवतन एचएस प्रणय को सीधे गेम में हराकर यहां डेनमार्क ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।2021 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता सेन ने 39 मिनट के संघर्ष में दुनिया के 13 वें नंबर के प्रणय को 21-9 21-18 से हराकर जापान के कोडाई नारोका के साथ अंतिम आठ में प्रवेश किया।
 
दोनों ने चार बैठकों में 2-2 की आमने-सामने की गिनती के साथ मैच में प्रवेश किया, लेकिन छोटे सेन उस दिन बेहतर खिलाड़ी साबित हुए क्योंकि उन्होंने गुरुवार को प्रणय को बैकफुट पर लाने के लिए शुरुआत की।
दुनिया के आठवें नंबर के खिलाड़ी सेन ने शुरुआत में ही 5-1 की बढ़त बना ली और खेल के मध्य में ब्रेक के समय 11-3 से बढ़त बना ली। प्रणय का खेल चरमराते ही वह आगे बढ़ता रहा।
 
दूसरे गेम में, प्रणय ने खुद का एक बेहतर खाता दिया क्योंकि वह अपने प्रतिद्वंद्वी की गर्दन को 5-4 और 11-10 की पतली बढ़त के साथ सांस लेते रहे। इंटरवल के बाद भी हालात वैसे ही रहे लेकिन सेन 17-17 पर प्रणय पर दरवाजा बंद करने के लिए टूट गए।
और भी

भारतीय महिला ग्रैंडमास्टर प्रियंका नुतक्की विश्व जूनियर टूर्नामेंट से बाहर की गयीं

चेन्नई, (आईएएनएस) :-  भारतीय महिला ग्रैंडमास्टर और सातवीं सीड प्रियंका नुतक्की को अपने जैकेट पॉकेट में ईयर बड्स रखने के कारण इटली में चल रही विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप से बाहर कर दिया गया है। अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) ने यह जानकारी दी है।
 
2326 की ईएलओ रेटिंग रखने वाली आंध्र प्रदेश की 20 वर्षीय नुतक्की के पॉकेट में नियमित जांच के दौरान ईयर बड्स पाए गए। ईयर बड्स शतरंज टूर्नामेंट में प्रतिबंधित आइटम है। दीदे ने कहा, नुतक्की की तरफ से खेल में धोखाधड़ी का कोई संकेत नहीं था लेकिन प्लेइंग हॉल में ईयर बड्स ले जाना प्रतिबंधित है। इस तरह की चीजें ले जाना निष्पक्ष खेल नीति का उल्लंघन माना जाता है इसलिए उन्हें बाजी हारने और टूर्नामेंट से बाहर निकालने की सजा दी जाती हैं।
 
नुतक्की ने राउंड छह में जो अंक हासिल किये वे उनकी प्रतिद्वंद्वी गोवहर बेदुल्लायेवा को दिए जाते हैं। टूर्नामेंट की अपील समिति ने नुतक्की को बाहर निकाले जाने के फैसले की पुष्टि की है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अपील दायर की थी। लेकिन एक सवाल का जवाब नहीं मिल पाया है कि खिलाड़ियों की टूर्नामेंट हाल में प्रवेश से पहले जांच क्यों नहीं की जाती।
 
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नुतक्की का अभियान इस तरह निराशाजनक ढंग से समाप्त हुआ जिन्होंने अब तक अच्छा प्रदर्शन करते हुए पांच राउंड में चार अंक हासिल किये थे।आंध्रा प्रदेश शतरंज संघ के सचिव वाई सुमन ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आईएएनएस से कहा, यह दुर्भाग्यूर्ण और निराशाजनक है। प्रियंका टूर्नामेंट में अच्छी तरह आगे बढ़ रही थी और स्वर्ण पदक जीतने की दावेदार थी।
 
उन्होंने कहा, टीम कोच और मैनेजर को हर राउंड शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को प्रतिबंधित आइटम के बारे में चेतावनी देनी चाहिए थी। सुमन ने कहा कि उन्होंने टीम मैनेजर और कोच के ढीले रवैये के बारे में अखिल भारतीय शतरंज संघ के खिलाफ केंद्रीय खेल मंत्रालय को शिकायत की है।
और भी

विश्व चैम्पियनशिप में समीर ने जूनियर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में जीता रजत पदक

नई दिल्ली, (आईएएनएस) :- समीर ने मिस्र के काहिरा में अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व चैम्पियनशिप राइफल/पिस्टल के प्रतियोगिता के पांचवे दिन 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल जूनियर स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया।उन्होंने पदक मैच में 23 हिट हासिल किए, चीन के वांग शिवेन से पीछे रहे, जिन्होंने 25 के साथ स्वर्ण पदक जीता। लियू यांगपैन ने एक मैच में कांस्य पदक जीता, जिसमें एक भारतीय के खिलाफ तीन चीनी थे।
 
समीर ने क्वालीफिकेशन में 573 अंक के साथ चौथा स्थान हासिल किया था और फिर रैंकिंग दौर में यांगपैन के 12 में 10 हिट लगाकर पदक दौर में जगह बनाई थी। इस बीच टीम के साथी उदयवीर सिद्धू ने भी रैंकिंग मैचों में जगह बनाई, लेकिन बाहर होने वाले अपने एक मैच में चौथे स्थान पर रहे। वह क्वालीफिकेशन में 569 के स्कोर के साथ सातवें स्थान पर थे।तीन अन्य भारतीय, जतिन (567 के साथ 10वें), आदर्श सिंह (565 के साथ 13वें स्थान पर) और हर्षवर्धन यादव (562 के साथ 16वें) क्वालिफिकेशन से आगे नहीं बढ़ सके।
 
साथ ही दिन में मंगलवार को होने वाले गोल्ड मेडल मैच में महिला एयर पिस्टल टीम पहुंची। ईशा सिंह, शिखा नरवाल और वर्षा सिंह ने 855 के स्कोर के साथ अपने पहले क्वालीफिकेशन चरण में शीर्ष स्थान हासिल किया और फिर चरण दो में 576 के अंक के साथ चीन के वांग सियू, झाओ नान और शेन यियाओ के बाद दूसरे स्थान पर रहे और खिताबी मुकाबले में जगह बनाई।
 
10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम स्पर्धा में निराशा हाथ लगी लेकिन मेहुली घोष और अर्जुन बबुता की जोड़ी 630.0 अंक के साथ पदक राउंड से 0.3 के अंतर से चूक गई और सातवें स्थान पर रही। इलावेनिल वलारिवन और किरण अंकुश जाधव 627.5 के साथ 17वें स्थान पर रहे।

 

और भी

BCCI के नए अध्यक्ष बने रोजर बिन्नी

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे रोजर बिन्नी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नए अध्यक्ष बन गए हैं। मंगलवार को बीसीसीआई की सालाना आम बैठक में यह फैसला लिया गया। इससे पहले सौरव गांगुली 2019 से यह पद संभाल रहे थे।

यह 67 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर (रोजर बिन्नी) बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए अकेले उम्मीदवार थे। ऐसे में वह निर्विरोध बीसीसीआई के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। रोजर बिन्नी कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं लेकिन बीसीसीआई अध्यक्ष बनते ही वह इस पद को छोड़ देंगे। पदाधिकारियों का यह चुनाव सिर्फ एक औपचारिकता ही थी, क्योंकि इनका निर्विरोध चुना जाना तय था। रोजर बिन्नी बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष बने हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ दिनों पहले सौरव गांगुली ने नई दिल्ली में स्टेकहोल्डर्स से मीटिंग के दौरान बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर बने रहने की इच्छा जाहिर की थी। हालांकि उन्होंने कहा था कि ऐसा होना मुमकिन नहीं है जिसके बाद गांगुली को आईपीएल चेयरमैन पद का भी ऑफर हुआ लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। वहीं हाल ही में उन्होंने बीसीसीआई पद को लेकर कहा था कि क्रिकेट हो या प्रशासनिक पद एक दिन छोड़ना ही पड़ता है।

गौर हो कि साल 1979 में पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले रोजर बिन्नी ने 1979 से लेकर 1987 तक 27 टेस्ट और 72 वनडे इंटरनेशनल मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने टेस्ट करियर में 3.63 के औसत से 47 विकेट और वनडे में 77 विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा उन्होंने टेस्ट में 830 और वनडे में 629 रन भी बनाए।

 

और भी

भारत ने ऑस्ट्रेलिया को छह रन से हराया

सोमवार को भारत का सामना ऑस्ट्रेलिया से था। टीम इंडिया फिलहाल टी20 में दुनिया की नंबर-वन टीम है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया डिफेंडिंग चैंपियन है। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में सात विकेट गंवाकर 186 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 20 ओवर में 180 रन पर सिमट गई। भारत ने छह रन से मैच जीता।

 

और भी

भारतीय निशानेबाज रुद्राक्ष पाटिल ने मिस्र में ISSF विश्व चैम्पियनशिप में जीता स्वर्ण पदक

भारतीय निशानेबाज रुद्रांक बालासाहेब पाटिल ने कल मिस्र के काहिरा में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। इस जीत के साथ उन्होंने देश के लिए 2024 का पेरिस ओलंपिक का कोटा भी हासिल कर लिया। गोल्ड मेडल मैच में उन्होंने इटली के डैनिलो डेनिस सोलाज़ो को 17-15 से हराया। वह ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा के बाद उपलब्धि हासिल करने वाले केवल दूसरे भारतीय हैं, जिन्होंने 2006 में क्रोएशिया के ज़ाग्रेब में इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। यह विश्व चैंपियनशिप में रुरंक्ष की पहली उपस्थिति थी |
और भी

भारतीय महिला टीम ने श्रीलंकाई टीम को हराया

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एक बार फिर एशिया में अपनी दबंगई साबित कर दी है. शनिवार (15 अक्टूबर) को महिला एशिया कप 2022 का फाइनल मुकाबला भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया. इसमें टीम इंडिया ने श्रीलंकाई टीम को 8 विकेट से बुरी तरह हराया है. श्रीलंका को हराने के साथ ही भारतीय महिला टीम ने एशिया कप के इतिहास में 7वीं बार खिताब जीता है. जबकि बड़ी बात ये है कि अब तक एशिया कप के 8 ही सीजन हुए हैं. यानी एक सीजन छोड़कर हर बार भारतीय टीम ही चैम्पियन रही है. एक सीजन बांग्लादेश ने पिछली बार ही जीता था.

बता दें कि इस बार महिला एशिया कप बांग्लादेश की मेजबानी में खेला गया. फाइनल समेत सभी मुकाबले सिलहट में खेले गए. शनिवार को हुए फाइनल मैच में श्रीलंकाई टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया, जो एकदम गलत साबित हुआ. भारत की कहर बरपाती गेंदबाजी के आगे श्रीलंकाई टीम की एक नहीं चली. श्रीलंका ने 9 रन पर ही दो विकेट गंवा दिए थे और यह दोनों ही रनआउट हुए.

यानी भारतीय टीम ने फील्डिंग में भी श्रीलंकाई टीम को एकदम बैकफुट पर धकेल दिया. इसके बाद तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने 3 खिलाड़ियों को शिकार बनाकर श्रीलंकाई टीम पूरी तरह घुटनों पर ला दिया. बाकी काम स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ और स्नेह राणा ने कर दिया. इन दोनों ने 2-2 विकेट अपने नाम किए.
और भी

भारतीय महिला टीम ने 74 रन से थाईलैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई

महिला एशिया कप 2022 के पहले सेमीफाइनल मैच में भारतीय क्रिकेट टीम का सामना थाईलैंड की टीम के साथ हुआ। इस मैच में थाईलैंड की टीम ने टास जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। भारतीय महिला टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 148 रन बनाए और थाईलैंड को जीत के लिए 149 रन का टारगेट दिया।दूसरी पारी में थाइलैंड की टीम ने 20 ओवर में 9 विकेट पर 74 रन बनाए और भारत को 74 रन से जीत मिली। इस जीत के साथ ही भारतीय महिला टीम एशिया कप 2022 के फाइनल में भी पहुंच गई। यही नहीं भारतीय महिला टीम ने एशिया कप के फाइनल में आठवीं बार पहुंचने का गौरव हासिल किया।

भारत की पारी, शेफाली वर्मा ने बनाए 42 रन
भारतीय ओपनर बल्लेबाज स्मृति मंधान ने 13 रन पर अपना विकेट गंवा दिया और उन्होंने ये रन 14 गेंदें खेलकर बनाई। मंधाना ने शेफाली वर्मा के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 38 रन की साझेदारी की। शेफाली वर्मा ने 28 गेंदों पर 42 रन की पारी खेली और वो कैच आउट हो गईं। भारत का तीसरा विकेट जेमिमा रोड्रिग्ज के रूप में गिरा जिन्होंने 27 रन की पारी खेली। रिचा धोष ने 2 रन की पारी खेली और वो पगबाधा आउट हो गईं। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 36 रन की पारी खेली और वो आउट हो गईं जबकि पूजा वस्त्राकर 17 रन बनाकर नाबाद रहीं।

थाईलैंड की पारी, 74 रन से मिली हार
भारत ने थाईलैंड का पहला विकेट नन्नापत कोंचरोएन्काई के रूप में गिराया और उन्हें दीप्ति शर्मा ने 5 रन पर आउट कर दिया। इसके बाद दीप्ति शर्मा ने नत्थाकन चैंथम को 4 रन पर आउट करके भारत को दूसरी सफलता दिला दी। दीप्ति शर्मा ने 5 रन पर सोर्नारिन टिप्पोच को आउट कर अपना तीसरा विकेट लिया तो वहीं रेणुका सिंह ने चनिदा सुथिरुआंग को एक रन पर आउट करके भारत को चौथी सफलता दिला दी। भारत के लिए पांचवां विकेट स्नेह राणा ने लिया तो वहीं छठा विकेट शेफाली वर्मा को मिला। भारत की तरफ से इस मैच में दीप्ति शर्मा ने सबसे ज्यादा तीन विकेट तो वहीं गायकवाड़ ने दो जबकि रेणुका सिंह, स्नेह राणा और शेफाली वर्मा ने एक-एक सफलता हासिल की।
 
भारत की कप्तानी इस मैच में टीम की नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर ने की। हरमनप्रीत पिछले कुछ मैचों में टीम की कप्तानी नहीं कर पाईं थीं और उनकी जगह स्मृति मंधाना ये जिम्मेदारी निभा रही थीं। आपको बता दें कि भारत ने इस टूर्नामेंट में कुल 6 लीग मैच खेले थे जिसमें उसे 5 मैचों में जीत मिली थी और ये टीम 10 अंकों के साथ अंक तालिका में पहले स्थान पर काबिज रही तो वहीं थाईलैंड की टीम ने 6 मैचों में से 3 जीते और इतने ही मैच हारे थे। 6 अंक के साथ ये टीम चौथे नंबर पर अंकतालिका में रही।

भारत की प्लेइंग इलेवन

शेफाली वर्मा, स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), रिचा घोष (विकेटकीपर), पूजा वस्त्राकर, दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा, राधा यादव, रेणुका सिंह, राजेश्वरी गायकवाड़।

थाईलैंड की प्लेइंग इलेवन

नन्नापत कोंचरोएन्काई (विकेटकीपर), नत्थाकन चैंथम, नारुमोल चाईवाई (कप्तान), चनिदा सुथिरुआंग, सोर्नारिन टिप्पोच, फन्निता माया, रोसेनन कानोह, नट्टाया बूचथम, ओनिचा कामचोमफू, थिपाचा पुथावोंग, नंथिता बूनसुखम।

 

और भी

राष्ट्रीय दिव्यांग टी20 कप 31 अक्टूबर से होगा

 लखनऊ : भारत के दिव्यांग क्रिकेटरों के लिए अब तक का सबसे बड़ा राष्ट्रीय टूर्नामेंट सरदार पटेल राष्ट्रीय दिव्यांग टी20 कप 31 अक्टूबर से 7 नवंबर तक लखनऊ में आयोजित किया जाएगा.रवि चौहान, जो बीसीसीआई के डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट का हिस्सा हैं, ने कहा, "टूर्नामेंट में सभी असाधारण प्रदर्शन करने वालों के लिए 30 लाख रुपये की पुरस्कार राशि होगी, जिसमें 20 राज्य टीमें 43 खेलों के साथ टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए तैयार हैं।" समिति ने कहा। ''यह भी पहली बार है कि खिलाड़ियों को मैच फीस दी जाएगी और उनके यात्रा खर्च की प्रतिपूर्ति की जाएगी।

 
टूर्नामेंट को बीसीसीआई सचिव का पूरा समर्थन है,'' चौहान ने कहा कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के जश्न के साथ, डीसीसीआई इस तरह की पहल के माध्यम से समानता और खेल को बढ़ावा देना जारी रखेगा। डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया भारत में खेले जाने वाले चार प्रकार के डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट के लिए एक अम्ब्रेला बॉडी है, यानी नेत्रहीन, बधिर, शारीरिक रूप से विकलांग और व्हीलचेयर क्रिकेट। कोटक महिंद्रा के एमडी महेश बालासुब्रमण्यम ने कहा: ''एक चीज जो देश भर में और विश्व स्तर पर सभी भारतीयों को एकजुट करती है, वह है क्रिकेट का खेल। सरदार पटेल दिव्यांग टी20 क्रिकेट कप के प्रायोजक के रूप में, हम कोटक लाइफ में डीसीसीआई के साथ साझेदारी करके खुश हैं जो अलग-अलग सक्षम एथलीटों को अपनी प्रतिभा और क्रिकेट के प्रति जुनून दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।''
और भी