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टोक्यो ओलंपिक : टेबल टेनिस स्पर्धा के दूसरे दौर के मुकाबले में हारे साथियान

टोक्यो ओलंपिक  :- भारत के ज्ञानशेखरन साथियान टोक्यो ओलंपिक की टेबल टेनिस स्पर्धा के पुरूष एकल वर्ग के दूसरे दौर में हांगकांग के लाम सियू हांग से सात गेम के करीबी मुकाबले में हार गए हले गेम में पिछड़ने के बाद साथियान ने वापसी की लेकिन उस लय को कायम नहीं रख सके । लियाम ने उन्हें 11 . 7, 7 . 11, 4 . 11, 5 . 11, 11 . 9, 12 . 10, 11 . 6 से हराया अपना पहला ओलंपिक खेल रहे साथियान का इससे पहले लियाम के खिलाफ रिकॉर्ड 2 . 0 का था ।

 

 

 

 

 

 

 

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टोक्यो ओलंपिक : भारत की पदक उम्मीद विश्व चैम्पियन सिंधू ने जीत के साथ किया आगाज

टोक्यो ओलंपिक :-  भारत की पदक उम्मीद विश्व चैम्पियन पीवी सिंधू ने तोक्यो ओलंपिक बैडमिंटन महिला एकल वर्ग में इस्राइल की सेनिया पोलिकारपोवा पर सीधे गेमों में आसान जीत दर्ज करके अपने अभियान की शुरूआत की |
 
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता छठी वरीयता प्राप्त सिंधू ने 58वीं रैंकिंग वाली इस्राइली प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 21 . 7, 21 . 10 से 28 मिनट में यह मुकाबला जीता  दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू का सामना अब हांगकांग की चियुंग एंगान यि से होगा जो विश्व रैंकिंग में 34वें स्थान पर हैं ।

जीत के बाद सिंधू ने कहा ,‘‘ यह मैच आसान था लेकिन मैने इसे हलके में नहीं लिया । हर समय फोकस बनाये रखना और हर मैच में हर अंक हासिल करने की कोशिश अहम होती है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ यह आसान मैच था लेकिन मैने सुनिश्चित किया कि हम कुछ रेलियां लगाये और मुझे कोर्ट पर खुद को ढालने में मदद मिले ।’’ 
सिंधू ने आक्रामक शुरूआत की लेकिन एक समय 3 . 4 से पीछे चली गई । उन्होंने हालांकि तुरंत वापसी करते हुए सेनिया को गलती करने पर मजबूर किया और ब्रेक तक 11 . 5 की बढत बना ली ।

इसके बाद उन्होंने लगातार 13 अंक बनाये । अपने चिर परिचित सीधे और क्रॉसकोर्ट स्मैश का पूरा इस्तेमाल करके उन्होंने सेनिया को दबाव से निकलने का मौका ही नहीं दिया । सेनिया के एक शॉट चूकने के साथ ही सिंधू ने पहला गेम जीत लिया ।

दूसरी ओर घुटने पर पट्टी बांधकर खेल रही सेनिया अपनी लय हासिल करने के लिये जूझती दिखी । दूसरे गेम में सिंधू ने 9 . 3 की बढत बना ली और ब्रेक के समय सात अंक के फायदे पर थी । ब्रेक के बाद इस्राइली खिलाड़ियों की गलतियों का सिंधू ने पूरा फायदा उठाया ।

अपनी निचली रैंकिंग वाली प्रतिद्वंद्वी के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने सारे स्ट्रोक्स खेलें और उनकी आदत डाल लें ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ ऐसे में ऊंची रैंकिंग वाले या मजबूत प्रतिद्वंद्वी के सामने उस तरह के स्ट्रोक्स खेलने में दिक्कत नहीं होती । हालात के अनुरूप ढलना भी अहम है ।’

शनिवार को पुरूष युगल में भारत के सात्विक साइराज रांकिरेड्डी और चिराग शेट्टी ने दुनिया की तीसरे नंबर की जोड़ी चीनी ताइपै के यांग ली और चि लिन वांग काो हराया था । वहीं बी साइ प्रणीत पहला मुकाबला हार गए थे

 

 

 

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टोक्यो ओलंपिक : कुछ देर में शुरू होगा पीवी सिंधु का मैच

नई दिल्ली:-  आज टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए सुपर संडे है। ओलंपिक के मैदान में भारत के स्टार खिलाड़ी उतरेंगे। बॉक्सर मैरीकॉम, बैडमिंटन प्लेयर PV सिंधु का मुकाबला कुछ देर में शुरू होने वाला है। हॉकी, टेबल टेनिस, स्वीमिंग के भी मुकाबले आज होंगे। शनिवार को वेटलिफ्टिर मीराबाई चानू ने भारत को पहला मेडल दिलाया। सिल्वर जीतने वाली मीराबाई को 1 करोड़ का इनाम देने का ऐलान हुआ है। मणिपुर CM एन बीरेन सिंह ने बातचीत में इसकी घोषणा की है।


 

 

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श्रीलंका को 3 विकेट से मिली जीत, टीम इंडिया ने सीरीज पर किया कब्जा

कोलंबो,:- भारत के अनुभवहीन बल्लेबाजों के खिलाफ बारिश के बाद स्पिनरों के दिखाये गये कमाल तथा अविष्का फर्नांडो और भानुका राजपक्षा की शतकीय साझेदारी की मदद से श्रीलंका ने तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शुक्रवार को यहां तीन विकेट से जीत दर्ज की।  

भारत इस तरह से क्लीन स्वीप नहीं कर पाया और उसने श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की। पहले दो मैच जीतने के बाद भारतीय टीम पांच नये चेहरों और छह बदलाव साथ मैदान पर उतरा। भारत ने बारिश के व्यवधान तक 23 ओवर में 147 रन बनाये थे लेकिन दोबारा खेल शुरू होने पर जब मैच 47 ओवर का कर दिया गया तो भारत ने 68 रन के अंदर बाकी सात विकेट गंवा दिये। भारतीय टीम 43.1 ओवर में 225 रन पर आउट हो गयी। 

श्रीलंका को इस तरह से डकवर्थ लुईस पद्धति से 47 ओवर में 227 रन का लक्ष्य मिला। फर्नांडो (98 गेंदों पर 76 रन) और राजपक्षा (56 गेंदों पर 65 रन) ने दूसरे विकेट के लिये 109 रन जोड़े। भारतीयों ने पांच कैच छोड़े जिसका फायदा श्रीलंका को मिलना स्वाभाविक था। श्रीलंका ने 39 ओवर में सात विकेट पर 227 रन बनाये।
 
भारत की तरफ से पृथ्वी सॉव (49 गेंदों पर 49 रन), अपना पहला मैच खेल रहे संजू सैमसन (46 गेंदों पर 46 रन) और सूर्यकुमार यादव (37 गेंदों पर 40 रन) ने प्रभावशाली शुरुआत की लेकिन तीनों बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। सॉव और सैमसन ने दूसरे विकेट के लिये 74 रन की साझेदारी की।
 
श्रीलंका की तरफ से लेग स्पिनर अकिला धनंजय (44 रन देकर तीन) और और बायें हाथ के स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा (59 रन देकर तीन) ने भारतीय पारी समेटने में अहम भूमिका निभायी। भारतीय स्पिनरों में राहुल चाहर (54 रन देकर तीन) ने प्रभावित किया।
 
भारत ने भी पांचवें ओवर से दोनों छोर चाहर और कृष्णप्पा गौतम (49 रन देकर एक) के रूप में स्पिन आक्रमण लगा दिया था। यह इन दोनों का पदार्पण वनडे मैच था। गौतम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पहले ओवर में ही मिनोद भानुका (सात) का विकेट लिया। पदार्पण कर रहे एक अन्य गेंदबाज चेतन सकारिया (34 रन देकर दो) ने स्क्वायर लेग पर उनका कैच लिया। 
 
लेकिन इसके बाद फर्नांडो और राजपक्षा ने सहजता से बल्लेबाजी की। फर्नांडो ने जहां स्ट्राइक रोटेट करके भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाया वहीं राजपक्षा ने कुछ आकर्षक शॉट लगाये। उन्होंने चाहर पर चौका जड़कर 42 गेंदों अपने करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया।
 
भारतीय गेंदबाजी में अनुभव की कमी नजर आयी। कैच छूटने से गेंदबाजों पर दबाव भी बना। राणा ने राजपक्षा का डीप स्क्वायर पर कैच छोड़ा लेकिन सकारिया की अगली गेंद पर गौतम ने दौड़ लगाकर फाइन लेग पर उनका शानदार कैच लपक दिया। राजपक्षा ने अपनी पारी में 12 चौके लगाये।
 
सकारिया ने अगली गेंद पर नये बल्लेबाज धनंजय डिसिल्वा (दो) को भी पवेलियन भेजा। हार्दिक पंड्या (पांच ओवर में 43 रन देकर एक) का भी अपनी गेंदों पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं रहा लेकिन उन्होंने चरिथ असलंका (24) को पगबाधा आउट किया। चाहर ने कप्तान दासुन शनाका (शून्य) के रूप् में अपना पहला विकेट लिया और फिर फर्नांडो की धैर्यपूर्ण पारी का अंत किया जिन्होंने अपनी पारी में चार चौके एक छक्का लगाया।
 
 
 
फर्नांडो जब आउट हुए तब श्रीलंका को 13 रन की जरूरत थी। रमेश मेंडिस (नाबाद 15) और अकिला धनंजय (नाबाद पांच) ने उसे लक्ष्य तक पहुंचाया।
 
इससे पहले कप्तान शिखर धवन (13) के तीसरे ओवर में दुशमंत चमीरा (55 रन देकर दो) की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देने के बाद जिम्मेदारी भारत के युवा बल्लेबाजों पर थी। अपनी पारी में आठ दर्शनीय चौके लगाने वाले सॉव जब अपने पहले अर्धशतक से केवल एक रन दूर थे तब श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका के पहले ओवर में सीधी गेंद पर पगबाधा आउट हो गये। उन्होंने इस पर डीआरएस भी खराब किया।
 
सैमसन ने भी जयविक्रमा की गेंद पर कवर पर आसान कैच देकर अपना विकेट इनाम में दिया। इसके बाद सूर्यकुमार ने रन बनाने की जिम्मेदारी संभाली लेकिन धनंजय ने डीआरएस के सहारे उन्हें पगबाधा आउट किया। सैमसन ने अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का जबकि सूर्यकुमार ने सात चौके लगाये।
 
 
मनीष पांडे (19 गेंदों पर 11 रन) फिर से असफल रहे जबकि हार्दिक पंड्या भी 17 गेंदों पर 19 रन ही बना पाये। वनडे में पदार्पण कर रहे राणा (सात) और गौतम (दो) के पास चमक बिखेरने का मौका था लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा पाये।
 
इस तरह से बारिश के बाद खेल शुरू होने पर भारत ने 38 रन के अंदर पांच विकेट गंवा दिये। वह नवदीप सैनी (15) और राहुल चाहर (13) के बीच नौवें विकेट के लिये 29 रन की साझेदारी से 200 रन के पार पहुंच पाया। अब दोनों टीमों के बीच तीन मैचों की टी20 श्रृंखला खेली जाएगी।

 

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टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला मेडल, वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने जीता सिल्वर

टोक्यो ओलंपिक के पहले ही दिन भारत मेडल लिस्ट में अपना खाता खोलने में कामयाब हो गया है. मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में महिला 49 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मे​डल जीतकर इतिहास रच दिया है. ओलंपिक खेलों के इतिहास में भारत का पांचवां सिल्वर मेडल है. मीराबाई चानू दूसरी महिला वेटलिफ्टर हैं, जिन्होंने ओलंपिक में भारत के लिए मेडल जीता है. टोक्यो ओलंपिक में चीन की जजिहू को वेटलिफ्टिंग के 49 किलोग्राम इवेंट में गोल्ड मेडल मिला है. 
 
मीराबाई चानू के मेडल जीतते ही पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई है. मीराबाई चानू ने अपनी सफलता से पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है. मीराबाई चानू की उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है.
 
 
मीराबाई चानू ने बेहद ही शानदार प्रदर्शन किया है. मीराबाई चानू ने स्नैच में 87 किलोग्राम भार उठाया. क्लीन एंड जर्क में मीराबाई चानू में मीराबाई चानू ने 115 किलोग्राम का भार सफलतापूर्वक उठाया और वह भारत के लिए मेडल जीतने में कामयाब हुई. ओलंपिक खेलों के लिए टोक्यो रवाना होने से पहले ही मीराबाई चानू ने भारत के लिए मेडल जीतने का दावा किया था.
 
मीराबाई चानू ने देश की झोली में पहला मेडल डाल दिया है. मीराबाई चानू के कोच ने भी दावा किया था कि सिल्वर मेडल पक्का है. क्लीन एंड जर्क के आखिरी प्रयास में 117 किलोग्राम का भार उठाने की कोशिश की थी, लेकिन वो सफल नहीं हो पाई और उन्होंने देश की झोली में सिल्वर मेडल डाला.

 

 

 

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चूका निशाना, महिलाओं के 10 मी. एयर राइफल इवेंट में मेडल की उम्मीद खत्म, अपूर्वी और इलावेनिल ने किया निराश

जापान टोक्यो ओलिंपिक्स 2020. भारतीय निशानेबाजी वर्ल्ड में मशहूर जरूर है पर टोक्यो ओलिंपिक्स के शूटिंग रेंज में इसका आगाज निराशाजनक रहा है. शूटिंग में पहला इवेंट महिलाओं की 10 मी. एयर राइफल का था, जिसके क्वालिफिकेशन राउंड में भारत की इलावेनिल और अपूर्वी चंदेला का निशाना चूक गया. इन दोनों में से कोई भी भारतीय शूटर फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सका.बता दे कि,अपूर्वी और इलावेनिल ने 10 मी. एयर राइफल इवेंट में आगाज जोरदार किया पर वो इसे बरकरार नहीं रख सकीं. अपूर्वी 36वें स्थान पर रहीं तो इलावेनिल ने 16वां स्थान प्राप्त किया.टोक्यो ओलिंपिक्स में निशानेबाजी का ये पहला इवेंट था, जिसमें भारत के मेडल जीतने की उम्मीद खत्म हो गई है.
 
 21 साल की इलावेनिल ने मुकाबले में बने रहने की पूरी कोशिश की पर वो कामयाब नहीं हो सकी. तीसरे सीरीज तक वो मुकाबले में रही लेकिन 5वीं और छठी सीरीज तक आते आते वो नीचे खिसक गईं. टोक्यो में 36वें पायदान पर रहीं अपूर्वी इससे पहले रियो में भी 34वें नंबर पर रही थीं. यानी उनका परफॉर्मेन्स ओलिंपिक की शूटिंग रेंज में सुधरने के बजाए और बिगड़ा ही है.

दूसरे देश के स्टार शूटर्स का भी चूका निशाना 
वैसे महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में सिर्फ भारतीय निशानेबाजों की बंदूक से निकली गोली ही मेडल की बोली नहीं बोल सकी. कई दूसरे बड़े नाम भी महिलाओं के 10 मी. एयर राइफल इवेंट के फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे. सोफिया, युलिया, मेजारोस, जीवा, इली कुछ ऐसे ही निशानेबाजों के नाम रहे.
 
नॉर्वे की जेनेट हेग ने बनाया ओलिंपिक रिकॉर्ड
नॉर्वे की जेनेट हेग ने क्लाविफिकेशन राउंड का नया ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने 632.9 अंक बटोरकर टॉप पोजीशन के साथ फाइनल का टिकट कटाया. साउथ कोरिया की हीमून पार्क 631.7 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहीं वहीं महिला निशानेबाजों के 10 मीटर एयर राइफल इवेंट के क्वालिफिकेशन राउंड में अमेरिका की मैरी कैरोलीन 631.4 अंक के साथ तीसरे नंबर पर रहीं.
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टोक्यो ओलिंपिक- 2020 के दूसरे दिन इन भारतीय खिलाड़ियों पर होगी नजर...पढ़े पूरी खबर - झूठा सच

 
जापान TOKYO OLYMPIC-2020 .टोक्यो में ओलिंपिक खेलों का आज दूसरा दिन हैं. जो भारतीय खिलाड़ियों के लिए बेहद अहम दिन माना जा रहा है. क्योंकि शनिवार को भारत की तरफ से ओलिंपिक पदक के प्रबल दावेदार माने जा रहे कुछ खिलाड़ी उतरेंगे और पदक जीतने की कोशिश करेंगे.बता दे कि टोक्यो ओलिंपिक-2020 खेल महाकुंभ की शुरुआत शुक्रवार 23 जुलाई को हो चुकी है। पहले दिन भारतीय तीरंदाजों ने अपनी किस्मत आजमाई लेकिन कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। इसीलिए शनिवार का दिन भारत के लिए नई उम्मीदें जगा सकता है .भारतीय खिलाड़ियों के लिए अपने पदकों का खाता खोलने का यह शानदार मौका रहेगा. 
 
 इलावेनिल और अपुर्वी  करेंगे निशानेबाजी
 
शनिवार को निशानेबाजी में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के मुकाबले होंगे। भारत की ओर से अपूर्वी चंदेला और इलावेनिल वालारिवान उतरेंगी। चंदेला यदि अच्छा प्रदर्शन करती है तो पदक जीत सकती है वहीं इलावेनिल महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में विश्व की नंबर-1 निशानेबाज हैं और इसलिए उनसे भी उम्मीद लगाई जा सकती है। यदि दोनों में से कोई एक भी सफल होती है तो निशानेबाजी में भारत की पहली महिला पदक जीत सकती है। वहीं पुरुष वर्ग में शनिवार को 10 मीटर एयर पिस्टल के मुकाबले होंगे। भारत की तरफ से सौरभ चौधरी से पदक जीतने की उम्मीद है। साथ ही अभिषेक वर्मा भी रेंज पर उतरेंगे।

तीरंदाजी में  पति-पत्नी से बढ़ी उम्मीदे 
तीरंदाजी में सबसे ज्यादा उम्मीदें पति-पत्नी अतनु दास और दीपिका कुमारी से है। शनिवार को तीरंदाजी में मिश्रित टीम स्पर्धा के मुकाबले होंगे और पति-पत्नी का ये जोड़ा स्पर्धा में हिस्सा लेगा। दोनों ने हाल ही में विश्व कप में पदक जीता है। दीपिका विश्व की नंबर-1 तीरंदाज के रूप से टोक्यो खेलों में हिस्सा लेने पहुंची है। इससे पहले दीपिका लंदन ओलिंपिक और रियो ओलिंपिक में हिस्सा ले चुकी हैं, लेकिन पदक नहीं जीत पाई थी। दीपिका ने हाल ही में विश्व कप में 3 स्वर्ण पदक जीते थे और अब इसीलिए उनसे उम्मीदें भी बढ़ गई है।
 
वेटलिफ्टिंग में भारत की इकलौती खिलाड़ी
 
 वेटलिफ्टिंग में भारत की इकलौती खिलाड़ी मीराबाई चानू हैं। 49 किलोग्राम भारवर्ग में मीराबाई कर्णम मल्लेश्वरी के बाद पदक जीतने वाली भारत की पहली वेटलिफ्टर बन सकती है। मीराबाई अपने भारवर्ग में दूसरी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। उन्होंने शुक्रवार को 210 किलोग्राम भारवर्ग के साथ प्रवेश किया है।
 
भारत 14 खेल स्पर्धाओं में लेगा भाग 
 
टोक्यो ओलिंपिक- 2020 में आज भारत 14 खेल स्पर्धाओं में भाग लेगा.इसमें से 3 खेल इवेंट ऐसे हैं जहां भारत के पदक जीतने की आस है। तीरंदाजी, निशानेबाजी और वेटलिफ्टिंग में भारत के खिलाड़ी अपना प्रदर्शन करेंगे। तीरंदाजी में भारत ने अभी तक ओलिंपिक पदक नहीं जीता है और वेटलिप्टिंग में साल 2000 के सिडनी खेलों के बाद से अभी तक पदक नहीं मिला है। साथ ही निशानेबाजी में रियो ओलंपिक के बाद से भारत को कोई पदक नहीं मिला है इसीलिए भारतीय खिलाड़ियों से इन खेलों में पदक जितने की उम्मीदे बढ़ गई है .
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टोक्यो ओलंपिक का भव्य शुभारंभ भारतीय खिलाड़ी दिखाएंगे अपना हुनर

टोक्यो ओलंपिक गेम्स  2020 आखिरकार आज यानी शुक्रवार से शुरू हो गए हैं. आधिकारिक शुरुआत के लिए शुक्रवार शाम को ओपनिंग सेरेमनी होगी, जिसे कोरोना महामारी के चलते बेहद ही सामान्य सा रखा गया है. भारत की तरफ से ओलंपिक ओपनिंग सेरेमनी में सिर्फ 18 ही खिलाड़ी रहेंगे. आज शाम 4.30 बजे होने वाली ओपनिंग सेरेमनी (Tokyo Olympics Opening Ceremony) में जापान के सम्राट नारुहितो भी शामिल होंगे. 

 
बता दें कि टोक्यो ओलंपिक गेम्स 2020 में होने थे, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इन्हें पूरे एक साल स्थगित करना पड़ा. ओलंपिक गेम्स के इतिहास में पहले कभी ऐसा नहीं हुआ. ओपनिंग सेरेमनी में भारत के बस 18 ही एथलीट शामिल होंगे. इनके अलावा कार्यक्रम में 6 अधिकारी भी होंगे. मनिका बत्रा और शरथ कमल ओलंपिक ओपनिंग सेरेमनी का हिस्सा नहीं होंगे क्योंकि 24 जुलाई को उनके मुकाबले हैं. ऐसे में कोई रिस्क नहीं लिया जाएगा.
 
पिछले यानी रियो ओलंपिक गेम्स 2016 में सिर्फ दो मेडल के साथ संतोष करने वाला भारत (India in Tokyo Olympics) इस बार नई उम्मीदों के साथ ओलंपिक गेम्स में हिस्सा ले रहा है. बता दें कि 119 में से 10 भारतीय खिलाड़ी ऐसे हैं जो अपने खेल में दुनिया की रैकिंग में टॉप 3 में आते हैं. भारत जिन खेलों में हिस्सा लेने वाला है उसमें शूटिंग, निशानेबाजी, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग, रेसलिंग, जेवलीन थ्रो शामिल हैं.  
 
टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए 205 देशों से 11 हजार एथलीट जापान पहुंचे हैं. 17 दिनों तक यहां 33 अलग-अलग खेलों के 339 इवेंट्स होंगे. इस बार ओलंपिक में मैडिसन साइकलिंग, बेसबॉल और सॉफ्टबॉल की वापसी हुई है. वहीं 3X3 बॉस्केटबॉल और फ्रीस्टाइल BMX को इसमें शामिल किया गया है. रियो ओलंपिक 2016 की तरह अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, रूस, जापान और जर्मनी मेडल टैली में टॉप पर रहने के लिए कड़ी टक्कर करती दिखेंगे. 
 
ओलंपिक गेम्स एक साल की देरी से हो रहे हैं. इस वजह से भारतीय खिलाड़ियों को तैयारी के लिए एक साल अतिरिक्त मिला है, जिससे उनका जोश हाई है. भारत के 119 एथलीट अलग-अलग खेलों में हिस्सा लेंगे. यह ओलंपिक में भारत का अब तक का सबसे बड़ा दल है. इसमें 67 पुरुष और 52 महिला खिलाड़ी शामिल हैं. भारतीय दल में 228 सदस्य हैं जिनमें अधिकारी, कोच, सहयोगी स्टाफ और वैकल्पिक खिलाड़ी शामिल हैं. भारत कुल 85 मेडल इवेंट्स में हिस्सा लेगा. 
 
ओलंपिक गेम्स के लिए गए भारतीय खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने बड़ा ऐलान भी किया है. कहा गया है कि टोक्यो ओलंपिक खेलों के स्वर्ण पदक विजेता को 75 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा. आईओए की सलाहकार समिति ने रजत पदक विजेताओं को 40 लाख रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 25 लाख रुपये देने की घोषणा की है. 
 
कोरोना संकट के बीच ओलंपिक खेल कराने के लिए जापान अपने ही लोगों के निशाने पर भी है. जापान में की जगहों पर इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. लेकिन वहां खेल कमिटी और सरकार संक्रमण को ना फैलने देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बैच ने कहा भी है कि ओलंपिक गेम सुपर स्प्रेडर इवेंट साबित नहीं होंगे. बावजूद इसके 1 जुलाई से अबतक ही ओलंपिक गेम्स से जुड़े 67 लोग कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं

 

 

 

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प्रदर्शनकारियों ने ओलंपिक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और इन खेलों को रद्द करने की मांग की

तोक्यो के आवासीय उपनगर में गुरुवार को लगभग दो दर्जन प्रदर्शनकारियां ने ओलंपिक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और इन खेलों को रद्द करने की मांग की. इस क्षेत्र के निवासियों ने तोक्यो के पश्चिम में स्थित चोफू स्टेशन के करीब प्रदर्शन किया जहां कुछ ओलंपिक स्थल भी हैं। जापान में कई लोग शुरू से ओलंपिक खेलों के आयोजन का विरोध कर रहे थे लेकिन इसके बावजून इन खेलों को आयोजित किया जा रहा है। 

जापान का चिकित्सा समुदाय भी खेलों के आयोजन के विरुद्ध था। लोगों को भय है खिलाड़ियों के साथ कोरोना वायरस के विभिन्न प्रकार उनके देश में पहुंच सकते हैं। विशेषकर पिछले महीने यूगांडा के प्रतिनिधिमंडल के दो सदस्यों में डेल्टा प्रकार का वायरस पाये जाने के बाद चिंता बढ गयी थी

 

 

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ऑस्ट्रेलिया का ब्रिस्बेन शहर 2032 के ओलंपिक की मेजबानी करेगा

ऑस्ट्रेलिया का ब्रिस्बेन शहर 2032 के ओलंपिक की मेजबानी करेगा. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने बुधवार को ब्रिस्बेन को 2032 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी करने का अधिकार दिया है. IOC ने कहा कि ओलंपिक-2032 की मेजबानी ब्रिस्बेन की दी गई है IOC के सत्र में ब्रिस्बेन के प्रतिनिधियों ने इस घोषणा का स्वागत किया और इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई शहर में आतिशबाजी की गई, जहां लोग वोटिंग के नतीजे के इंतजार में इकठ्ठे हुए थे.ऑस्ट्रेलिया इससे पहले साल 1956 में मेलबर्न और 2000 में सिडनी में ओलंपिक की मेजबानी कर चुका है. ऑस्ट्रेलिया में 32 साल बाद इन खेलों की वापसी होगी. मेलबर्न और सिडनी के बाद ओलंपिक की मेजबानी करने वाला ब्रिस्बेन ऑस्ट्रेलिया का तीसरा शहर होगा.साल 2024 में ओलंपिक खेल पेरिस में और 2028 में लॉस एंजेलेस में होंगे. टोक्यो ओलंपिक 2020 शुक्रवार से शुरू होने जा रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमारी सरकार को गर्व है कि हमें ब्रिस्बेन में इन खेलों की मेजबानी करने का मौका मिला है. हम शानदार तरीके से खेलों का आयोजन करेंगे. हम जानते हैं कि ओलंपिक खेलों का आयोजन कैसे किया जाता है.

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Ind vs SL 2nd ODI Match LIVE: श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का किया फैसला

 Ind vs SL 2nd ODI Match LIVE: भारत और श्रीलंका के बीच कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है। इस मैच में श्रीलंकाई टीम के कप्तान दसुन शनाका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। इस मैच में श्रीलंका की टीम की तरफ से एक बदलाव देखने को मिला है, जबकि भारत बिना किसी बदलाव के उतरा है। श्रीलंका ने इसुरु उदाना की जगह कसुन रजीथा को मौका दिया है। इस मुकाबले को जीतकर जहां भारतीय टीम के पास सीरीज जीतने का मौका है, जबकि श्रीलंका के पास मैच जीतकर सीरीज में वापसी करने का मौका है। पहले मैच में भारत ने सात विकेट से शानदार जीत दर्ज की थी। ऐसे में श्रीलंकाई टीम बदला लेना चाहेगी।

 
भारत की प्लेइंग इलेवन
 
पृथ्वी शॉ, शिखर धवन (कप्तान), इशान किशन (विकेटकीपर), मनीष पांडे, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, क्रुणाल पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर, कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल।
 
श्रीलंका की प्लेइंग इलेवन
 
अविष्का फर्नांडो, बिनोद भानुका (विकेटकीपर), भानुका राजपक्षे, धनंजय डिसिल्वा, चरित असलंका, दसुन शनाका (कप्तान), वनिंदु हसरंगा, चमीका करुणारत्ने, कसुन रजीथा, दुशमांथा चमीरा और लक्षण संदाकन।
 
भारत के पास सीरीज में 1-0 की बढ़त तो है ही साथ ही साथ मनोवैज्ञानिक बढ़त भी है, क्योंकि श्रीलंका की टीम दोहरे दबाव में है। श्रीलंका की टीम को पिछली कुछ सीरीजों में लगातार हार का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा भारत के खिलाफ भी टीम का प्रदर्शन पहले मैच में ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। ऐसे में इस दोहरे दबाव से उबरना श्रीलंका की टीम के लिए काफी कठिन होगा, जिसका फायदा शिखर धवन की कप्तानी वाली भारतीय टीम उठाना चाहेगी।
 
भारतीय टीम को अपनी सबसे बड़ी कमजोरी की ओर ध्यान देना होगा। वर्ल्ड कप 2019 के बाद भारतीय टीम की सबसे बड़ी कमजोरी ये रही है कि टीम पावरप्ले में विकेट नहीं निकाल पा रही है। वर्ल्ड कप 2019 के बाद से अब तक भारतीय टीम ने कुल 19 ODI मैच खेले हैं, लेकिन सिर्फ 9 मैचों में भारत को पावरप्ले में विकेट मिला है। इस दौरान भारत का बॉलिंग एवरेज 126 और इकॉनमी रेट 5.97 का रहा है, जो 12 टेस्ट खेलने वाले देशों में सबसे घटिया है।
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