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टोक्यो ओलंपिक में मुक्केबाज डेविड न्याका ने 5-0 के स्कोर के साथ जीत हासिल की

टोक्यो ओलंपिक :- मोरक्को के यूनुस बल्ला और न्यूजीलैंड के डेविड न्याका के बीच मैच के दौरान माइक टायसन जैसी स्थिति बन गई थी। दरअसल मोरक्को के मुक्केबाज यूनुस बल्ला ने कथित तौर पर अपने कीवी प्रतिद्वंद्वी डेविड न्याका के कान काटने की कोशिश की।  जिसके चलते राष्ट्रमंडल खेलों के दो बार के गोल्ड मेडलिस्ट विजेता न्याका के खिलाफ बॉक्सिंग रिंग में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि डेविड न्याका ने 5-0 के स्कोर के साथ जीत हासिल की। जिससे वह क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। बता दें कि कीवी एथलीट ने पहले दो राउंड आसानी से जीते, लेकिन तीसरे और अंतिम राउंड के दौरान बल्ला अपने प्रतिद्वंद्वी का कान काटने का प्रयास करते दिखे। वहीं अब इस मैच का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कई लोगों ने अमेरिकी मुक्केबाज माइख टायसन को याद किया जब पूर्व विश्व चैंपियन ने 1997 के बाउट के दौरान प्रतिद्वंद्वी इवांडर होलीफील्ड के कान का एक हिस्सा काट लिया।

 

 

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श्रीलंका के खिलाफ पहला टी20 जीतने के बाद अब दूसरे टी20 में टीम इंडिया की निगाहें

श्रीलंका के खिलाफ पहला टी20 जीतने के बाद अब टीम इंडिया दूसरे टी20 में जीत दर्ज कर के ये सीरीज अपने नाम करना चाहेगी. तीन मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मैच 8 बजे से कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेला जाएगा श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया है और कई ऐसे नाम उभर कर आए हैं, जिन्होंने टी20 विश्व कप के लिए मजबूत दावेदारी पेश की है. आज खेले जाने वाले दूसरे मैच में ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों से उम्मीदें लगाई जा रही हैं जो मैच विजेता के रूप में देखे जा सकते हैं.श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 में सूर्यकुमार यादव ने 34 गेंदों में 50 रन बनाए. इस पारी के दौरान उन्होंने 5 चौके और 2 शानदार छ्क्के जड़े. उनका स्ट्राइक रेट 147.06 का रहा. इस दौरान उन्होंने भारत के पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर का रिकॉर्ड भी तोड़ा. इस पूरे दौरे पर उनका प्रदर्शन कमाल का रहा है और उम्मीद की जा रही है कि ये खिलाड़ी इस मुकाबले में भी कुछ ऐसा ही करेगा.


श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 में पृथ्वी शॉ  बुरी तरह फेल हो गए और साथ ही उन्होंने अपने नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज कर लिया. पृथ्‍वी इस मैच में एक भी रन नहीं बना पाए और वो शून्‍य पर आउट होकर डगआउट लौट गए. अपने डेब्यू मैच की पहली ही गेंद पर शॉ पवेलियन लौट गए.पृथ्वी शॉ  इस वक्त शानदार फॉर्म में है और इसलिए उन्हें इंग्लैंड सीरीज के लिए भी भेजा जा रहा है. ऐसे में पहले मैच में हुई गलती से आगे बढ़कर शॉ इस मुकाबले में कुछ करने की फिराक में होंगे और ये कहना गलत नहीं होगा कि दूसरे टी20 में इस युवा खिलाड़ी का दमदार प्रदर्शन देखने को मिल सकता है. दीपक चाहर  इस दौरे पर टीम इंडिया के लिए हीरो बनकर आए हैं. उन्होंने दूसरे वनडे में हारा हुआ मैच जीत लिया. गेंद से ही नहीं इस खिलाड़ी ने बल्ले से भी जबर्दस्त प्रदर्शन किया. दीपक चाहर ने 82 गेंदों पर 69 रन ठोक दिए, जिसमें एक छक्का और 7 चौके शामिल रहे. गेंदबाजी करते हुए भी दीपक चाहर ने 2 विकेट झटके थे.
 
पहले टी20 में भी श्रीलंका के बल्लेबाज शानदार तरीके से लक्ष्य की ओर बढ़ रहे थे, तब दीपक चाहर ने आ कर श्रीलंका की पारी के 16वें ओवर में मैच का रुख पलट दिया. दीपक चाहर ने एक ही ओवर में श्रीलंका के बल्लेबाज चरित असालंका और हसारंगा को आउट कर दिया. इस ओवर में चाहर के दो विकेट लिए और मैच का नतीजा पलट गया.हर मैच के साथ इस युवा खिलाड़ी का प्रदर्शन और निखरता जा रहा है. ऐसे में फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि दूसरे टी20 में भी दीपक का जलवा देखने को मिलेगा

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला आज

 भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला आज कोलंबो  के आर प्रेमदासा स्टेडियम  में खेला जाएगा. यह मुकाबला भारतीय समयानुसार रात 8 बजे से शुरू होगा.


टीम इंडिया ने 2-1 से श्रीलंका को वनडे सीरीज में मात दी, जिसके बाद पहले टी20 में भी टीम इंडिया ने जीत हासिल की. टीम इंडिया के दो मुख्य खिलाड़ी पृथ्वी शॉ और सूर्यकुमार यादव इंग्लैंड सीरीज के लिए जल्द रवाना होंगे, जिसके लिए उन्हें आज के मैच में आराम दिया जा सकता है. ऐसे में आज टीम में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं
 
कोच राहुल द्रविड़ आज के मैच में पहली बार देवदत्त पडिक्कल को मौका दे सकते हैं. पडिक्कल इससे पहले आईपीएल में अपनी काबिलियत का अच्छा नमूना दुनिया के सामने पेश कर चुके हैं. वनडे सीरीज से लेकर उन्हें अबतक टीम में मौका नहीं दिया गया है, लेकिन आज उन्हें डेब्यू का मौका मिल सकता है. इसके अलावा ऋतुराज गायकवाड़ भी आज का मैच खेल सकते हैं.
 
आज भारतीय टीम की पारी का आगाज शिखर धवन और देवदत्त पडिक्कल कर सकते हैं. ईशान किशन और संजू सैमसन दोनों को एक बार फिर से अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है. वहीं मनीष पांडे को मध्यक्रम में आज सूर्यकुमार यादव की जगह शामिल किया जा सकता है. वहीं आज के मैच में एक बार फिर से खराब फॉर्म से गुजर रहे हार्दिक पांड्या के ऊपर सबकी नजरें होंगी
 
पिछले मैच में शानदार गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर कुमार और दीपक चाहर इस मैच में भी तेज गेंदबाजी की अगुआई करेंगे. जबकि स्पिन विभाग में वरुण चक्रवर्ती और क्रुणाल पांड्या के साथ युजवेंद्र चहल को जगह दी जाएगी संभावित प्लेइंग इलेवन: शिखर धवन (कप्तान), देवदत्त पडिक्कल, ईशान किशन (विकेटकीपर), संजू सैमसन, मनीष पांडे, हार्दिक पंड्या, क्रुणाल पंड्या, भुवनेश्वर कुमार (उप-कप्तान), वरुण चक्रवर्ती, दीपक चाहर और युजवेंद्र चहल
 

 

 

 

 

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टोक्यो ओलंपिक : भारतीय तैराक साजन प्रकाश हीट दो में चौथे स्थान पर

भारतीय तैराक साजन प्रकाश सोमवार को यहां हीट दो में चौथे स्थान पर रहते हुए टोक्यो ओलंपिक की पुरुष 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा के सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे।पिछले महीने इटली में एक मिनट 56.38 सेकेंड के समय के साथ निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए ओलंपिक का 'ए' क्वालीफाइंग स्तर हासिल करने वाले साजन एक मिनट 57.22 सेकेंड के समय के साथ 38 तैराकों के बीच 24वें स्थान पर रहे। शीर्ष 16 तैराकों ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। साजन गुरुवार को 100 मीटर बटरफ्लाई में चुनौती पेश करेंगे। ओलंपिक में हिस्सा ले रहे दो अन्य भारतीय तैराक माना पटेल और श्रीहरि नटराज पहले ही प्रतियोगिता से बाहर हो चुके हैं।

 

 

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13 साल की उम्र ओलंपिक के इतिहास में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी बनी निशिया मोमोजी

Tokyo Olympics 2020:- जापान की 13 साल की निशिया मोमोजी ओलंपिक के इतिहास में गोल्ड मेडल जीतने वाली सबसे कम उम्र की एथलीटों में से एक बन गई हैं. निशिया ने स्ट्रीट स्केटबोर्डिंग कम्पटिशन में ये कारनामा किया है. ओलंपिक के इतिहास में सबसे कम उम्र में गोल्ड मेडल जीतने का रिकॉर्ड अमेरिका की गोताखोर मार्जरी गेस्ट्रिंग के नाम दर्ज हैं. उन्होंने 1936 के ओलंपिक खेलों में 13 साल और 268 दिन की उम्र में गोल्ड मेडल जीत इतिहास रच दिया था. निशिया स्केटबोर्डिंग कम्पटिशन में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी भी बन गई हैं वहीं निशिया ने 13 साल और 330 दिन की उम्र में ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने की उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने 15.26 के स्कोर के साथ ये खिताब जीता. ब्राजील की 13 वर्षीय रयासा लील ने 14.64 के स्कोर के साथ इस इवेंट का सिल्वर मेडल अपने नाम किया. वहीं जापान की ही 16 वर्षीय फ़ुना नाकायामा ने 14.49 अंकों के साथ कांस्य पदक पर कब्जा जमाया | 

ब्राजील की रयासा लील ने इस इवेंट का सिल्वर मेडल जीता हैं. रयासा की उम्र इस वक्त 13 साल 203 दिन हैं. अगर वो गोल्ड मेडल जीतने में सफल हो जाती तो मार्जरी गेस्ट्रिंग को पीछे छोड़ ओलंपिक के इतिहास में सबसे कम उम्र में गोल्ड मेडल जीतने वाली एथलीट बन जाती शिया, लील और नाकायामा इन तीनों ही खिलाड़ियों का ये पहला ओलंपिक था और अपने पहले ही ओलंपिक में इन तीनों खिलाड़ियों ने देश के लिए पदक जीतकर इतिहास रच दिया इस जीत के साथ ही जापान की निशिया मोमोजी के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई हैं. वो स्केटबोर्ड में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन गई हैं. बता दें कि इस साल के टोक्यो ओलंपिक में पहली बार स्केटबोर्डिंग इवेंट को शामिल किया गया है|

 

 

 

 

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टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली मीराबाई चानू भारत लौटी, देखें विडियों

दिल्ली :- टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के बाद दिल्ली पहुंचीं वेटलिफ्टर मीराबाई चानू के लिए लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत की मीराबाई चानू ने पहले दिन ही सिल्वर मेडल हासिल कर लिया इतिहास रच दिया. वहीं अब मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने चानू को नौकरी देने का आश्वासन दिया है. बता दें, मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में महिला 49 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मे​डल जीता है.दरअसल, मीराचानी की जीत के बाद देशभर से लोगों ने उन्हें बधाई दी. प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति ने उन्हें जीत की बधाई देकर इसे गर्व का पल बताया. वहीं, अब मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने मीराबाई चानू को इस बात का आश्वासन दिया है कि उनके भारत लौटने पर सरकार उन्हें धन्यवाद के तौर पर उपयुक्त नौकरी देगी

 

 

 


बता दें, मीराबाई चानू रेलवे में टिकट चेंकिंग इंस्पेक्टर के तौर पर काम करती हैं. बीते दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीराबाई चानू से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, "अब आपको रेलवे में टिकट जांच निरीक्षक करने की जरूरत नहीं है. आपको उपयुक्त नौकरी दी जाएगी" वहीं, चानू ने मुख्यमंत्री का इस बात के लिए उनका शुक्रिया अदा किया मुख्यमंत्री बीरेन ने ये भी कहा कि, "आपके लिए 1 करोड़ अलग रखा गया है. इम्फाल पहुंचने पर आपको यह दे दिया जाएगा इसके अलावा अधिकारी के पद की नौकरी दी जाएगी" बता दें, अन्य सरकारी विभागों और राजनेताओं सहित प्रमुख नागरिकों ने चानू के लिए नकद पुरस्कारों की घोषणा शुरू कर दी है. बीते दिन शिक्षा मंत्री एस. राजेन ने चानू को 3 लाख रुपये देने का एलान किया. वहीं, चानू ने मुख्यमंत्री समेत लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद किया साथ ही कहा कि वो घर लौटकर सभी से मिलेंगी
 
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4 अगस्त से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान

भारत और इंग्लैंड के बीच 4 अगस्त से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज़ से पहले भारतीय टीम के स्क्वायड में अहम बदलाव किए गए हैं. तीन खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद कुछ नए खिलाड़ियों को जोड़ा गया है. श्रीलंका में टी-20 सीरीज़ खेल रहे पृथ्वी शॉ और सूर्यकुमार यादव को टेस्ट सीरीज़ के लिए इंग्लैंड बुलाया गया है. बीसीसीआई की ओर से सोमवार को आधिकारिक जानकारी में बताया गया कि ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर, तेज़ गेंदबाज आवेश खान और ओपनर शुभमन गिल चोटिल होने की वजह से इंग्लैंड दौरे से बाहर हो गए हैं. वाशिंगटन सुंदर के सीधे हाथ की उंगली में चोट लगी है, जबकि आवेश खान को बाएं अंगूठे में चोट लगी है. वहीं, शुभमन गिल के बाएं पैर में चोट लगी है, वह टेस्ट चैम्पियनशिप में चोटिल हुए थे

इन खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट के तौर पर पृथ्वी शॉ और सूर्यकुमार यादव को इंग्लैंड भेजा जा रहा है, जो अभी श्रीलंका में टी-20 सीरीज़ खेल रहे हैं. बता दें कि भारत को इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैच की सीरीज़ खेलनी है, पहला मैच 4 अगस्त को ट्रेंटब्रिज में खेला जाना है.इनके अलावा ऋषभ पंत कोरोना को मात देकर ठीक हो गए हैं, ऐसे में वो टेस्ट सीरीज़ के लिए फिट हैं. जबकि बॉलिंग कोच बी. अरुण, विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा और ए. ईश्वरन भी टीम के साथ जुड़ गए हैं

इंग्लैंड दौरे के लिए अब ये है भारतीय टीम का स्क्वायड : रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), आर. अश्विन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, उमेश यादव, केएल. राहुल, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), अभिमन्यु ईश्वरन, पृथ्वी शॉ, सूर्यकुमार यादव

स्टैंडबाय प्लेयर्स: प्रसिद्ध कृष्णा, अरजन नागासवाला
 

 

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हार्दिक पंड्या ने गाया श्रीलंका का राष्ट्रगान, सोशल मीडिया पर हुआ वीडियो वायरल

भारतीय क्रिकेट टीम का श्रीलंका में अच्छा प्रदर्शन जारी है. वनडे सीरीज जीतने वाली शिखर धवन की इस टीम ने टी20 सीरीज का आगाज भी जीत से किया है. रविवार को सीरीज के पहले मुकाबले में उसने श्रीलंका को 38 रनों से हरा दिया. भारतीय टीम ने 3 मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है.मैच के शुरू होने से पहले टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने कुछ ऐसा किया जिससे उनकी सोशल मीडिया पर चर्चा होने लगी. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 

 

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मैच शुरू होने से पहले जब राष्ट्रगान गाए जा रहे थे तो कैमरे की नजरें हार्दिक पंड्या पर टिकीं. ऐसा इस वजह से क्योंकि वह श्रीलंका का राष्ट्रगान गा रहे थे. हार्दिक पंड्या के इस कदम की सोशल मीडिया पर काफी तारीफ हो रही है मैच की बात करें तो श्रीलंका ने टॉस जीतकर भारत को पहले बैटिंग का न्योता दिया. भारतीय टीम ने सूर्यकुमार यादव के अर्धशतक के दम पर 5 विकेट के नुकसान पर 164 रन बनाए. सूर्यकुमार के अलावा कप्तान शिखर धवन ने बी 46 रनों की पारी खेली
 

जब श्रीलंकाई बल्लेबाजों की बारी आई, तब भारत ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया. 23 रन पर पहला विकेट गंवाने के बाद से ही श्रीलंका की बल्लेबाजी बिखराव का शिकार हुई और एक के बाद एक विकेट गिरते गए. अनुभवी गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने लंबे समय बाद फिर अपनी स्विंग का कमाल दिखाया और सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए.उन्होंने मात्र 22 रन देकर चार विकेट अपने नाम किए और भारत की इस जीत में एक अहम भूमिका निभाई. दीपक चाहर ने भी सधी हुई गेंदबाजी करते हुए श्रीलंकाई बल्लेबाजों को खामोश रखा और 24 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए

 

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वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में प्रिया मलिक ने जीता गोल्ड मेडल

 भारतीय रेसलर प्रिया मलिक ने इंटरनेशनल लेवल भारत का नाम रोशन किया है. उन्होंने हंगरी में आयोजित वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप  में गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया एक दिन पहले भारत की एक और बेटी मीराबाई चानू  ने टोक्यो ओलंपिक  के वेटलिफ्टिंग  इवेंट में सिल्वर मेडल जीता और हर हिंदुस्तानियों का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया. अब प्रिया मलिक  रेसलिंग  में अपना दम दिखाया है.प्रिया मलिक हरियाणा के जींद जिले की निवाली हैं. उन्होंने चौधरी भरत सिंह मेमोरियल खेल स्कूल निडानी  की स्टूडेंट हैं. प्रिया के पिता जयभगवान निडानी इंडियन आर्मी से रिटायर हो चुके हैं.प्रिया मलिक  की कामयाबी में उनके कोच अंशु मलिक  का काफी बड़ा रोल रहा है. प्रिया ने साल 2020 में हुए नेशनल स्कूल गेम्स में गोल्ड जीता था. इसके अलावा पिछले साल पटना में हुई राष्ट्रीय कैडेट कुश्ती प्रतियोगिता में भी स्वर्ण पदक जीता. उनका सपना है कि वो एक दिन ओलंपिक में भारत को रिप्रजेंट करें.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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मनु भाकर और यशस्विनी सिंह 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में नहीं बना पाई जगह

टोक्यो ओलंपिक :- भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीद माने जा रहे निशानेबाजों का लगातार दूसरे दिन खराब प्रदर्शन जारी रहा जब मनु भाकर और यशस्विनी सिंह देशवाल टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में जगह नहीं बना सकीं । दोनों का यह पहला ओलंपिक है और अपेक्षाओं के दबाव का आखिरी क्षणों में दोनों सामना नहीं कर सकी।


दुनिया की दूसरे नंबर की निशानेबाज 19 वर्ष की मनु ने शुरूआत अच्छी की और लग रहा था कि वह शीर्ष आठ में जगह बना लेंगी लेकिन उनकी पिस्टल में कोई तकनीकी खराबी आने का उनके प्रदर्शन पर असर पड़ा । पहली सीरिज में 98 स्कोर करने के बाद उन्होंने 95,94 और 95 स्कोर किया जिससे शीर्ष दस से बाहर हो गई। राष्ट्रमंडल खेल और युवा ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता मनु ने पांचवीं सीरिज में 98 स्कोर करके वापसी की कोशिश की लेकिन आखिरी सीरिज में शुरू में दो 10 के बाद 8 और तीन 9 स्कोर से वह पीछे रह गई । उनका स्कोर 575 रहा जबकि फ्रांस की सेलाइन गोबरविले उनसे दो अंक आगे रहकर आठवां और आखिरी क्वालीफिकेशन स्थान हासिल करने में कामयाब रही

वहीं नंबर एक निशानेबाज यशस्विनी खराब शुरूआत के बाद दूसरी सीरिज में 98 स्कोर के साथ लौटी थी जिसमें पांच बार उन्होंने 10 स्कोर किया । उनका कुल स्कोर 94, 98, 94, 97, 96, 95 की सीरिज के बाद 574 रहा । शीर्ष पर रही चीन की जियान रानशिंग ने 587 अंक लेकर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया । यूनान की अन्ना कोराक्की दूसरे और रूसी ओलंपिक समिति की बी वितालिना तीसरे स्थान पर रहीं

 

 

 

 

 

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पहले दौर में हारकर बाहर हुई सानिया मिर्जा और अंकिता रैना

टोक्यो ओलंपिक :- भारत की सानिया मिर्जा और अंकिता रैना की जोड़ी रविवार को तोक्यो ओलंपिक महिला युगल के पहले दौर में उक्रेन की नादिया और लियुडमाइला किचेनोक बहनों से हारकर बाहर हो गई सानिया और अंकिता ने पहला सेट 6 . 0 से जीतकर शानदार शुरूआत की लेकिन अगले दो सेट में लय कायम नहीं रख सकी । भारतीय जोड़ी करीब डेढ घंटे तक चला यह मुकाबला 6 . 0, 7 . 6, 10 . 8 से हार गई सानिया दूसरे सेट में 5 . 3 से बढत मिलने के बाद मैच जीतने के लिये निर्णायक सर्विस पर थी लेकिन उन्होंने दबाव में आकर अपनी सर्विस गंवा दी इसके बाद से उक्रेन की जोड़ी ने भारतीयों को वापसी का कोई मौका नहीं दिया । सुपर टाइब्रेकर में सानिया और रैना 1 . 8 से पीछे थे लेकिन उन्होंने लगातार सात अंक लेकर 8 . 8 से बराबरी की । इसके बाद दो अंक गंवाकर ओलंपिक से रवानगी तय कर ली इससे पहले मैच के दूसरे ही गेम में प्रतिद्वंद्वियों की सर्विस तोड़का सानिया और अंकिता ने बढत बना ली थी । उन्होंने पहला सेट 21 मिनट में जीत लिया   

 

दूसरे सेट के दूसरे गेम में अंकिता का बैकहैंड रिटर्न बेसलाइन के ऊपर से निकल गया जिसके बाद किचेनोक बहनों ने वापसी की । अंकिता ने 40 . 15 पर बढत बनाई लेकिन फोरहैंड पर उनका रिटर्न नेट में चला गया और सानिया ने भी गलतियां की । छठे गेम में सानिया ने फोरहैंड पर विनर लगाकर मौका बनाया लेकिन अंकिता का रिटर्न फिर कमजोर रहा दूसरे सेट में सानिया के दमदार खेल के बूते भारत मैच जीतने से एक गेम दूर था । मैच के लिये सर्विस करते हुए सानिया ने लगातार दो गलतियां कर दी और वहां से मैच भारत की पकड़ से छूटता चला गया  इससे पहले भारत के सुमित नागल ने शनिवार को पुरूष एकल वर्ग में इस्राइल के डेनिस इस्तोमिन को हराकर दूसरे दौर में जगह बनाई थी । वह जीशान अली ( 1988 सियोल ) और लिएंडर पेस (1996 अटलांटा ) के बाद ओलंपिक पुरूष एकल मैच जीतने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बने

 

 

 

 

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टोक्यो ओलंपिक : टेबल टेनिस स्पर्धा के दूसरे दौर के मुकाबले में हारे साथियान

टोक्यो ओलंपिक  :- भारत के ज्ञानशेखरन साथियान टोक्यो ओलंपिक की टेबल टेनिस स्पर्धा के पुरूष एकल वर्ग के दूसरे दौर में हांगकांग के लाम सियू हांग से सात गेम के करीबी मुकाबले में हार गए हले गेम में पिछड़ने के बाद साथियान ने वापसी की लेकिन उस लय को कायम नहीं रख सके । लियाम ने उन्हें 11 . 7, 7 . 11, 4 . 11, 5 . 11, 11 . 9, 12 . 10, 11 . 6 से हराया अपना पहला ओलंपिक खेल रहे साथियान का इससे पहले लियाम के खिलाफ रिकॉर्ड 2 . 0 का था ।

 

 

 

 

 

 

 

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टोक्यो ओलंपिक : भारत की पदक उम्मीद विश्व चैम्पियन सिंधू ने जीत के साथ किया आगाज

टोक्यो ओलंपिक :-  भारत की पदक उम्मीद विश्व चैम्पियन पीवी सिंधू ने तोक्यो ओलंपिक बैडमिंटन महिला एकल वर्ग में इस्राइल की सेनिया पोलिकारपोवा पर सीधे गेमों में आसान जीत दर्ज करके अपने अभियान की शुरूआत की |
 
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता छठी वरीयता प्राप्त सिंधू ने 58वीं रैंकिंग वाली इस्राइली प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 21 . 7, 21 . 10 से 28 मिनट में यह मुकाबला जीता  दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू का सामना अब हांगकांग की चियुंग एंगान यि से होगा जो विश्व रैंकिंग में 34वें स्थान पर हैं ।

जीत के बाद सिंधू ने कहा ,‘‘ यह मैच आसान था लेकिन मैने इसे हलके में नहीं लिया । हर समय फोकस बनाये रखना और हर मैच में हर अंक हासिल करने की कोशिश अहम होती है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ यह आसान मैच था लेकिन मैने सुनिश्चित किया कि हम कुछ रेलियां लगाये और मुझे कोर्ट पर खुद को ढालने में मदद मिले ।’’ 
सिंधू ने आक्रामक शुरूआत की लेकिन एक समय 3 . 4 से पीछे चली गई । उन्होंने हालांकि तुरंत वापसी करते हुए सेनिया को गलती करने पर मजबूर किया और ब्रेक तक 11 . 5 की बढत बना ली ।

इसके बाद उन्होंने लगातार 13 अंक बनाये । अपने चिर परिचित सीधे और क्रॉसकोर्ट स्मैश का पूरा इस्तेमाल करके उन्होंने सेनिया को दबाव से निकलने का मौका ही नहीं दिया । सेनिया के एक शॉट चूकने के साथ ही सिंधू ने पहला गेम जीत लिया ।

दूसरी ओर घुटने पर पट्टी बांधकर खेल रही सेनिया अपनी लय हासिल करने के लिये जूझती दिखी । दूसरे गेम में सिंधू ने 9 . 3 की बढत बना ली और ब्रेक के समय सात अंक के फायदे पर थी । ब्रेक के बाद इस्राइली खिलाड़ियों की गलतियों का सिंधू ने पूरा फायदा उठाया ।

अपनी निचली रैंकिंग वाली प्रतिद्वंद्वी के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने सारे स्ट्रोक्स खेलें और उनकी आदत डाल लें ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ ऐसे में ऊंची रैंकिंग वाले या मजबूत प्रतिद्वंद्वी के सामने उस तरह के स्ट्रोक्स खेलने में दिक्कत नहीं होती । हालात के अनुरूप ढलना भी अहम है ।’

शनिवार को पुरूष युगल में भारत के सात्विक साइराज रांकिरेड्डी और चिराग शेट्टी ने दुनिया की तीसरे नंबर की जोड़ी चीनी ताइपै के यांग ली और चि लिन वांग काो हराया था । वहीं बी साइ प्रणीत पहला मुकाबला हार गए थे

 

 

 

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टोक्यो ओलंपिक : कुछ देर में शुरू होगा पीवी सिंधु का मैच

नई दिल्ली:-  आज टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए सुपर संडे है। ओलंपिक के मैदान में भारत के स्टार खिलाड़ी उतरेंगे। बॉक्सर मैरीकॉम, बैडमिंटन प्लेयर PV सिंधु का मुकाबला कुछ देर में शुरू होने वाला है। हॉकी, टेबल टेनिस, स्वीमिंग के भी मुकाबले आज होंगे। शनिवार को वेटलिफ्टिर मीराबाई चानू ने भारत को पहला मेडल दिलाया। सिल्वर जीतने वाली मीराबाई को 1 करोड़ का इनाम देने का ऐलान हुआ है। मणिपुर CM एन बीरेन सिंह ने बातचीत में इसकी घोषणा की है।


 

 

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श्रीलंका को 3 विकेट से मिली जीत, टीम इंडिया ने सीरीज पर किया कब्जा

कोलंबो,:- भारत के अनुभवहीन बल्लेबाजों के खिलाफ बारिश के बाद स्पिनरों के दिखाये गये कमाल तथा अविष्का फर्नांडो और भानुका राजपक्षा की शतकीय साझेदारी की मदद से श्रीलंका ने तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शुक्रवार को यहां तीन विकेट से जीत दर्ज की।  

भारत इस तरह से क्लीन स्वीप नहीं कर पाया और उसने श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की। पहले दो मैच जीतने के बाद भारतीय टीम पांच नये चेहरों और छह बदलाव साथ मैदान पर उतरा। भारत ने बारिश के व्यवधान तक 23 ओवर में 147 रन बनाये थे लेकिन दोबारा खेल शुरू होने पर जब मैच 47 ओवर का कर दिया गया तो भारत ने 68 रन के अंदर बाकी सात विकेट गंवा दिये। भारतीय टीम 43.1 ओवर में 225 रन पर आउट हो गयी। 

श्रीलंका को इस तरह से डकवर्थ लुईस पद्धति से 47 ओवर में 227 रन का लक्ष्य मिला। फर्नांडो (98 गेंदों पर 76 रन) और राजपक्षा (56 गेंदों पर 65 रन) ने दूसरे विकेट के लिये 109 रन जोड़े। भारतीयों ने पांच कैच छोड़े जिसका फायदा श्रीलंका को मिलना स्वाभाविक था। श्रीलंका ने 39 ओवर में सात विकेट पर 227 रन बनाये।
 
भारत की तरफ से पृथ्वी सॉव (49 गेंदों पर 49 रन), अपना पहला मैच खेल रहे संजू सैमसन (46 गेंदों पर 46 रन) और सूर्यकुमार यादव (37 गेंदों पर 40 रन) ने प्रभावशाली शुरुआत की लेकिन तीनों बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। सॉव और सैमसन ने दूसरे विकेट के लिये 74 रन की साझेदारी की।
 
श्रीलंका की तरफ से लेग स्पिनर अकिला धनंजय (44 रन देकर तीन) और और बायें हाथ के स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा (59 रन देकर तीन) ने भारतीय पारी समेटने में अहम भूमिका निभायी। भारतीय स्पिनरों में राहुल चाहर (54 रन देकर तीन) ने प्रभावित किया।
 
भारत ने भी पांचवें ओवर से दोनों छोर चाहर और कृष्णप्पा गौतम (49 रन देकर एक) के रूप में स्पिन आक्रमण लगा दिया था। यह इन दोनों का पदार्पण वनडे मैच था। गौतम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पहले ओवर में ही मिनोद भानुका (सात) का विकेट लिया। पदार्पण कर रहे एक अन्य गेंदबाज चेतन सकारिया (34 रन देकर दो) ने स्क्वायर लेग पर उनका कैच लिया। 
 
लेकिन इसके बाद फर्नांडो और राजपक्षा ने सहजता से बल्लेबाजी की। फर्नांडो ने जहां स्ट्राइक रोटेट करके भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाया वहीं राजपक्षा ने कुछ आकर्षक शॉट लगाये। उन्होंने चाहर पर चौका जड़कर 42 गेंदों अपने करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया।
 
भारतीय गेंदबाजी में अनुभव की कमी नजर आयी। कैच छूटने से गेंदबाजों पर दबाव भी बना। राणा ने राजपक्षा का डीप स्क्वायर पर कैच छोड़ा लेकिन सकारिया की अगली गेंद पर गौतम ने दौड़ लगाकर फाइन लेग पर उनका शानदार कैच लपक दिया। राजपक्षा ने अपनी पारी में 12 चौके लगाये।
 
सकारिया ने अगली गेंद पर नये बल्लेबाज धनंजय डिसिल्वा (दो) को भी पवेलियन भेजा। हार्दिक पंड्या (पांच ओवर में 43 रन देकर एक) का भी अपनी गेंदों पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं रहा लेकिन उन्होंने चरिथ असलंका (24) को पगबाधा आउट किया। चाहर ने कप्तान दासुन शनाका (शून्य) के रूप् में अपना पहला विकेट लिया और फिर फर्नांडो की धैर्यपूर्ण पारी का अंत किया जिन्होंने अपनी पारी में चार चौके एक छक्का लगाया।
 
 
 
फर्नांडो जब आउट हुए तब श्रीलंका को 13 रन की जरूरत थी। रमेश मेंडिस (नाबाद 15) और अकिला धनंजय (नाबाद पांच) ने उसे लक्ष्य तक पहुंचाया।
 
इससे पहले कप्तान शिखर धवन (13) के तीसरे ओवर में दुशमंत चमीरा (55 रन देकर दो) की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देने के बाद जिम्मेदारी भारत के युवा बल्लेबाजों पर थी। अपनी पारी में आठ दर्शनीय चौके लगाने वाले सॉव जब अपने पहले अर्धशतक से केवल एक रन दूर थे तब श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका के पहले ओवर में सीधी गेंद पर पगबाधा आउट हो गये। उन्होंने इस पर डीआरएस भी खराब किया।
 
सैमसन ने भी जयविक्रमा की गेंद पर कवर पर आसान कैच देकर अपना विकेट इनाम में दिया। इसके बाद सूर्यकुमार ने रन बनाने की जिम्मेदारी संभाली लेकिन धनंजय ने डीआरएस के सहारे उन्हें पगबाधा आउट किया। सैमसन ने अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का जबकि सूर्यकुमार ने सात चौके लगाये।
 
 
मनीष पांडे (19 गेंदों पर 11 रन) फिर से असफल रहे जबकि हार्दिक पंड्या भी 17 गेंदों पर 19 रन ही बना पाये। वनडे में पदार्पण कर रहे राणा (सात) और गौतम (दो) के पास चमक बिखेरने का मौका था लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा पाये।
 
इस तरह से बारिश के बाद खेल शुरू होने पर भारत ने 38 रन के अंदर पांच विकेट गंवा दिये। वह नवदीप सैनी (15) और राहुल चाहर (13) के बीच नौवें विकेट के लिये 29 रन की साझेदारी से 200 रन के पार पहुंच पाया। अब दोनों टीमों के बीच तीन मैचों की टी20 श्रृंखला खेली जाएगी।

 

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टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला मेडल, वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने जीता सिल्वर

टोक्यो ओलंपिक के पहले ही दिन भारत मेडल लिस्ट में अपना खाता खोलने में कामयाब हो गया है. मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में महिला 49 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मे​डल जीतकर इतिहास रच दिया है. ओलंपिक खेलों के इतिहास में भारत का पांचवां सिल्वर मेडल है. मीराबाई चानू दूसरी महिला वेटलिफ्टर हैं, जिन्होंने ओलंपिक में भारत के लिए मेडल जीता है. टोक्यो ओलंपिक में चीन की जजिहू को वेटलिफ्टिंग के 49 किलोग्राम इवेंट में गोल्ड मेडल मिला है. 
 
मीराबाई चानू के मेडल जीतते ही पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई है. मीराबाई चानू ने अपनी सफलता से पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है. मीराबाई चानू की उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है.
 
 
मीराबाई चानू ने बेहद ही शानदार प्रदर्शन किया है. मीराबाई चानू ने स्नैच में 87 किलोग्राम भार उठाया. क्लीन एंड जर्क में मीराबाई चानू में मीराबाई चानू ने 115 किलोग्राम का भार सफलतापूर्वक उठाया और वह भारत के लिए मेडल जीतने में कामयाब हुई. ओलंपिक खेलों के लिए टोक्यो रवाना होने से पहले ही मीराबाई चानू ने भारत के लिए मेडल जीतने का दावा किया था.
 
मीराबाई चानू ने देश की झोली में पहला मेडल डाल दिया है. मीराबाई चानू के कोच ने भी दावा किया था कि सिल्वर मेडल पक्का है. क्लीन एंड जर्क के आखिरी प्रयास में 117 किलोग्राम का भार उठाने की कोशिश की थी, लेकिन वो सफल नहीं हो पाई और उन्होंने देश की झोली में सिल्वर मेडल डाला.

 

 

 

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चूका निशाना, महिलाओं के 10 मी. एयर राइफल इवेंट में मेडल की उम्मीद खत्म, अपूर्वी और इलावेनिल ने किया निराश

जापान टोक्यो ओलिंपिक्स 2020. भारतीय निशानेबाजी वर्ल्ड में मशहूर जरूर है पर टोक्यो ओलिंपिक्स के शूटिंग रेंज में इसका आगाज निराशाजनक रहा है. शूटिंग में पहला इवेंट महिलाओं की 10 मी. एयर राइफल का था, जिसके क्वालिफिकेशन राउंड में भारत की इलावेनिल और अपूर्वी चंदेला का निशाना चूक गया. इन दोनों में से कोई भी भारतीय शूटर फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सका.बता दे कि,अपूर्वी और इलावेनिल ने 10 मी. एयर राइफल इवेंट में आगाज जोरदार किया पर वो इसे बरकरार नहीं रख सकीं. अपूर्वी 36वें स्थान पर रहीं तो इलावेनिल ने 16वां स्थान प्राप्त किया.टोक्यो ओलिंपिक्स में निशानेबाजी का ये पहला इवेंट था, जिसमें भारत के मेडल जीतने की उम्मीद खत्म हो गई है.
 
 21 साल की इलावेनिल ने मुकाबले में बने रहने की पूरी कोशिश की पर वो कामयाब नहीं हो सकी. तीसरे सीरीज तक वो मुकाबले में रही लेकिन 5वीं और छठी सीरीज तक आते आते वो नीचे खिसक गईं. टोक्यो में 36वें पायदान पर रहीं अपूर्वी इससे पहले रियो में भी 34वें नंबर पर रही थीं. यानी उनका परफॉर्मेन्स ओलिंपिक की शूटिंग रेंज में सुधरने के बजाए और बिगड़ा ही है.

दूसरे देश के स्टार शूटर्स का भी चूका निशाना 
वैसे महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में सिर्फ भारतीय निशानेबाजों की बंदूक से निकली गोली ही मेडल की बोली नहीं बोल सकी. कई दूसरे बड़े नाम भी महिलाओं के 10 मी. एयर राइफल इवेंट के फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे. सोफिया, युलिया, मेजारोस, जीवा, इली कुछ ऐसे ही निशानेबाजों के नाम रहे.
 
नॉर्वे की जेनेट हेग ने बनाया ओलिंपिक रिकॉर्ड
नॉर्वे की जेनेट हेग ने क्लाविफिकेशन राउंड का नया ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने 632.9 अंक बटोरकर टॉप पोजीशन के साथ फाइनल का टिकट कटाया. साउथ कोरिया की हीमून पार्क 631.7 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहीं वहीं महिला निशानेबाजों के 10 मीटर एयर राइफल इवेंट के क्वालिफिकेशन राउंड में अमेरिका की मैरी कैरोलीन 631.4 अंक के साथ तीसरे नंबर पर रहीं.
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टोक्यो ओलिंपिक- 2020 के दूसरे दिन इन भारतीय खिलाड़ियों पर होगी नजर...पढ़े पूरी खबर - झूठा सच

 
जापान TOKYO OLYMPIC-2020 .टोक्यो में ओलिंपिक खेलों का आज दूसरा दिन हैं. जो भारतीय खिलाड़ियों के लिए बेहद अहम दिन माना जा रहा है. क्योंकि शनिवार को भारत की तरफ से ओलिंपिक पदक के प्रबल दावेदार माने जा रहे कुछ खिलाड़ी उतरेंगे और पदक जीतने की कोशिश करेंगे.बता दे कि टोक्यो ओलिंपिक-2020 खेल महाकुंभ की शुरुआत शुक्रवार 23 जुलाई को हो चुकी है। पहले दिन भारतीय तीरंदाजों ने अपनी किस्मत आजमाई लेकिन कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। इसीलिए शनिवार का दिन भारत के लिए नई उम्मीदें जगा सकता है .भारतीय खिलाड़ियों के लिए अपने पदकों का खाता खोलने का यह शानदार मौका रहेगा. 
 
 इलावेनिल और अपुर्वी  करेंगे निशानेबाजी
 
शनिवार को निशानेबाजी में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के मुकाबले होंगे। भारत की ओर से अपूर्वी चंदेला और इलावेनिल वालारिवान उतरेंगी। चंदेला यदि अच्छा प्रदर्शन करती है तो पदक जीत सकती है वहीं इलावेनिल महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में विश्व की नंबर-1 निशानेबाज हैं और इसलिए उनसे भी उम्मीद लगाई जा सकती है। यदि दोनों में से कोई एक भी सफल होती है तो निशानेबाजी में भारत की पहली महिला पदक जीत सकती है। वहीं पुरुष वर्ग में शनिवार को 10 मीटर एयर पिस्टल के मुकाबले होंगे। भारत की तरफ से सौरभ चौधरी से पदक जीतने की उम्मीद है। साथ ही अभिषेक वर्मा भी रेंज पर उतरेंगे।

तीरंदाजी में  पति-पत्नी से बढ़ी उम्मीदे 
तीरंदाजी में सबसे ज्यादा उम्मीदें पति-पत्नी अतनु दास और दीपिका कुमारी से है। शनिवार को तीरंदाजी में मिश्रित टीम स्पर्धा के मुकाबले होंगे और पति-पत्नी का ये जोड़ा स्पर्धा में हिस्सा लेगा। दोनों ने हाल ही में विश्व कप में पदक जीता है। दीपिका विश्व की नंबर-1 तीरंदाज के रूप से टोक्यो खेलों में हिस्सा लेने पहुंची है। इससे पहले दीपिका लंदन ओलिंपिक और रियो ओलिंपिक में हिस्सा ले चुकी हैं, लेकिन पदक नहीं जीत पाई थी। दीपिका ने हाल ही में विश्व कप में 3 स्वर्ण पदक जीते थे और अब इसीलिए उनसे उम्मीदें भी बढ़ गई है।
 
वेटलिफ्टिंग में भारत की इकलौती खिलाड़ी
 
 वेटलिफ्टिंग में भारत की इकलौती खिलाड़ी मीराबाई चानू हैं। 49 किलोग्राम भारवर्ग में मीराबाई कर्णम मल्लेश्वरी के बाद पदक जीतने वाली भारत की पहली वेटलिफ्टर बन सकती है। मीराबाई अपने भारवर्ग में दूसरी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। उन्होंने शुक्रवार को 210 किलोग्राम भारवर्ग के साथ प्रवेश किया है।
 
भारत 14 खेल स्पर्धाओं में लेगा भाग 
 
टोक्यो ओलिंपिक- 2020 में आज भारत 14 खेल स्पर्धाओं में भाग लेगा.इसमें से 3 खेल इवेंट ऐसे हैं जहां भारत के पदक जीतने की आस है। तीरंदाजी, निशानेबाजी और वेटलिफ्टिंग में भारत के खिलाड़ी अपना प्रदर्शन करेंगे। तीरंदाजी में भारत ने अभी तक ओलिंपिक पदक नहीं जीता है और वेटलिप्टिंग में साल 2000 के सिडनी खेलों के बाद से अभी तक पदक नहीं मिला है। साथ ही निशानेबाजी में रियो ओलंपिक के बाद से भारत को कोई पदक नहीं मिला है इसीलिए भारतीय खिलाड़ियों से इन खेलों में पदक जितने की उम्मीदे बढ़ गई है .
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