हिंदुस्तान

उत्तराखंड में दिसंबर में होंगे पंचायत चुनाव, ग्राम पंचायतों की संख्या बढ़ाई गई

उत्तराखंड। उत्तराखंड सरकार निकाय और पंचायत चुनाव दोनों की तैयारियों में पूरी तरह जुटी हुई है। सरकार ने ग्राम पंचायत में परिसीमन की पूरी तैयारी कर ली है। सभी 13 जिलों में परिसीमन का काम पूरा हो चुका है। इस मुद्दे पर पंचायती राज के सचिव चंद्रेश कुमार यादव ने जानकारी दी।उन्होंने कहा कि 2024 में होने वाले चुनावों के लिए ग्राम पंचायतों के परिसीमन और पुनर्गठन की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। इस बार कुल 50 नई ग्राम पंचायतें बनाई गई हैं और 13 ग्राम पंचायतें निरस्त की गई हैं। कुल 37 नई ग्राम पंचायत अस्तित्व में आई हैं। पिछली बार जब चुनाव हुए थे, तब उत्तराखंड में कुल 7795 ग्राम पंचायतें थीं, जो अब बढ़कर 7832 हो गई हैं।
बता दें कि उत्तराखंड में इसी साल दिसंबर में पंचायत चुनाव होने हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। उत्तराखंड में अक्टूबर में चुनाव होने थे और राज्य सरकार उसी के हिसाब से तैयारियां कर रही थी, लेकिन विधानसभा में ओबीसी आरक्षण संशोधन विधेयक पेश होने के कारण चुनाव की तारीख में बदलाव किया गया।
उत्तराखंड में पहले दो से ज्यादा बच्चे वाले लोग चुनाव नहीं लड़ सकते थे, लेकिन अब दो से ज्यादा बच्चे वाले माता-पिता भी चुनाव लड़ सकेंगे। इस बारे में उत्तराखंड के पंचायती राज मंत्री ने बताया कि हाईकोर्ट ने दो से ज्यादा जीवित बच्चों वाले उम्मीदवारों के लिए चुनाव लड़ने की कटऑफ तारीख तय कर दी है। हाईकोर्ट के मुताबिक, 25 जुलाई 2019 से पहले जिनके बच्चे जीवित हैं, वे पंचायत चुनाव में अपनी उम्मीदवारी का दावा कर सकते हैं।
मंत्री ने यह भी कहा कि कुछ लोगों को अभी भी पंचायत चुनाव में दो बच्चों के नियम को लेकर संशय है, उन्हें इस नियम के बारे में उचित जानकारी प्राप्त करनी चाहिए तथा अपनी क्षमता के अनुसार चुनाव में भाग लेना चाहिए, जिससे ग्राम पंचायत का विकास होगा।
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अगर पार्टी या अरविंद केजरीवाल निर्देश देंगे तो आगे बढ़ेंगे : संजय सिंह

  • कांग्रेस और आप के बीच संभावित गठबंधन पर प्रतिक्रिया
नई दिल्ली (एएनआई)। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की समय सीमा नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस और आप के बीच संभावित गठबंधन पर अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। सोमवार को आप हरियाणा के अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कहा कि अगर दिन के अंत तक कोई सौदा नहीं हुआ तो पार्टी 90 उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी। पार्टी के आरएस सांसद संजय सिंह ने भी इस बयान को दोहराया और कहा कि पार्टी ने हरियाणा की सभी विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के चयन की सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं। आप-कांग्रेस गठबंधन की अटकलों पर संजय सिंह ने कहा, "संदीप पाठक इस मुद्दे पर बयान दे चुके हैं और सुशील गुप्ता ने भी रुख स्पष्ट किया है कि हम पूरी तरह से तैयार हैं और हमने सभी सीटों पर उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। जैसे ही उन्हें पार्टी या राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल से अनुमति मिलेगी, वे सूची की घोषणा करेंगे और चुनावों को आगे बढ़ाएंगे। आप एक राष्ट्रीय पार्टी है और हरियाणा में हमारा मजबूत संगठन है। हमारे नेता संदीप पाठक और सुशील गुप्ता पहले ही बयान दे चुके हैं, जैसे ही उन्हें पार्टी और केजरीवाल जी से निर्देश मिलेंगे, हम जो कुछ भी उन्होंने (संदीप पाठक और सुशील गुप्ता ने) कहा है, उसके साथ आगे बढ़ेंगे।" पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिंह ने कहा, "अगर आप सुशील गुप्ता के बयानों की बात कर रहे हैं, तो उनका बयान सही होने के साथ-साथ सही भी है, क्योंकि नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है। पार्टी के लिए जो लोग जमीन पर काम कर रहे हैं, वे पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल से इस पर चर्चा करेंगे और एकजुट होकर आगे बढ़ने के लिए निर्णय लेंगे, क्योंकि हमारे पास समय कम है।"
हरियाणा के आप प्रमुख सुशील गुप्ता ने विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ संभावित चुनावी गठबंधन के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। गुप्ता ने सोमवार को कहा कि अगर उन्हें दिन में गठबंधन के बारे में हाईकमान से कोई खबर नहीं मिलती है, तो पार्टी हरियाणा विधानसभा की सभी 90 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर देगी। उन्होंने कहा, " आप हरियाणा प्रमुख के तौर पर मैं 90 विधानसभा सीटों के लिए तैयारी कर रहा हूं। हमें हाईकमान से गठबंधन के बारे में कोई खबर नहीं मिली है। अगर हमें आज खबर नहीं मिलती है, तो हम शाम तक सभी 90 सीटों के लिए अपनी सूची जारी कर देंगे।" गुप्ता ने इस बात पर भी जोर दिया कि आप सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है और यह सिर्फ समय की बात है कि वे चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेंगे। हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि से सिर्फ तीन दिन पहले , आम आदमी पार्टी, जिसने पहले कहा था कि वे इस चुनाव के लिए सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन बनाने के लिए लगातार बातचीत कर रही है। हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगा और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है। मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। (एएनआई)
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भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की निगरानी के लिए गृह मंत्रालय द्वारा नियुक्त समिति की बैठक

नई दिल्ली (एएनआई)। गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के अनुसरण में गुरुवार को भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए एक और समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता बीएसएफ (पूर्वी कमान) के एडीजी रवि गांधी ने की और इसमें लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एलपीएआई) के सदस्यों सहित सभी सदस्यों ने भाग लिया। बैठक के दौरान बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ विभिन्न संचार की प्रगति और बांग्लादेश में विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों में अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा की स्थिति पर चर्चा की गई। 12 अगस्त 2024 से, दोनों सीमा सुरक्षा बलों ने विभिन्न स्तरों पर लगभग 722 सीमा बैठकें की हैं। इसके अलावा, दोनों सीमा सुरक्षा बलों ने पूर्वी कमान की जिम्मेदारी के क्षेत्र में कमजोर सीमा पैच में 1367 एक साथ समन्वय गश्त (एससीपी) की।
इन सीमा बैठकों के दौरान, बीजीबी अधिकारियों को बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय क्षेत्र में अवैध रूप से घुसपैठ करने से रोकने के लिए अवगत कराया गया है। बैठकों के दौरान बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाने का आश्वासन दिया है । दोनों सीमा सुरक्षा बलों के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं और वास्तविक समय के आधार पर विभिन्न परिचालन मामलों पर जानकारी साझा कर रहे हैं। बीएसएफ बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति से अवगत कराने और सीमा प्रबंधन में उनका सहयोग लेने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर रहने वाले भारतीय ग्रामीणों के साथ ग्राम समन्वय बैठकें भी कर रही है। पूर्वी कमान के एओआर में पिछले 15 दिनों में कुल 614 ऐसी बैठकें हुई हैं, जहां ग्रामीणों ने बहुत गर्मजोशी से प्रतिक्रिया दी है। इसके अलावा, इस अवधि के दौरान सीमा की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सहयोगी एजेंसियों के साथ कई बैठकें हुई हैं। भारत - बांग्लादेश सीमा पर स्थिति आम तौर पर शांतिपूर्ण रही समन्वित सीमा प्रबंधन योजना (सीबीएमपी) के आलोक में बीएसएफ के जवान बीजीबी के साथ आपसी सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे (24x7) ड्यूटी कर रहे हैं। (एएनआई)
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सेना उप-प्रमुख का बयान- चीन और पाकिस्तान दोनों सीमाओं पर आर्मी मजबूत और पूरी तरह तैयार

चेन्नई। भारतीय सेना के उप-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमनी ने कहा है कि भारतीय सेना पाकिस्तान और चीन दोनों सीमाओं पर मजबूत और किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है। सेना उप-प्रमुख शनिवार को चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) में पासिंग आउट परेड में शामिल हुए। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए उक्त बात कही।
सेना को मिले 297 अधिकारी-
सेना उप-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमनी ने कहा कि 'भारतीय सेना हमेशा नई चुनौतियों के लिए तैयार है। दोनों सीमाओं पाकिस्तान और चीन पर हम मजबूत हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।' चेन्नई स्थित ओटीए में परमेश्वरन ड्रिल स्कवायर में मिलिट्री परेड के बाद सेना को 297 अधिकारी मिल गए। इनमें से शॉर्ट सर्विस कमीशन के पुरुष अधिकारियों का 118वां बैच और 18वां महिला अधिकारियों का बैच शामिल हैं। पासिंग आउट परेड में मित्रवत देशों के दस कैडेट अधिकारियों और पांच कैडेट अधिकारियों (महिला) ने भी सफलतापूर्वक अपना प्रशिक्षण पूरा किया।
थल सेना उपप्रमुख ने अपने संबोधन में कैडेट अधिकारी और ओटीए कर्मियों की अनुकरणीय उपलब्धियों के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा, 'आपको जल्द ही दुनिया के कुछ बेहतरीन सैनिकों की कमान संभालने का सौभाग्य प्राप्त हुआ होगा। ये सैनिक आपकी सबसे मूल्यवान संपत्ति हैं। अब आपको उनके जीवन और कल्याण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसलिए, अपनी कमान को युद्ध के लिए तैयार रहने के लिए कुशल, अनुशासित और धैर्यवान बनाएं।'
 
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दिल्ली सरकार ने जेल में कैदी की मौत पर 7.5 लाख का मुआवजा देने की घोषणा

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने कैदियों की अस्वाभाविक मौत होने पर उनके कानूनी वारिस को मुआवजा देने की घोषणा की है. दिल्ली सरकार के गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि जेल में कैदियों की मौत पर परिजनों या कानूनी उत्तराधिकारियों को 7.5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. LG को मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेज दिया है.
दिल्ली सरकार के मुताबिक, जेल में बंद कैदी की अगर अप्राकृतिक हिरासत, कैदियों के बीच झगड़े, जेल कर्मचारियों द्वारा पिटाई, यातना, जेल अधिकारियों द्वारा बरती गई लापरवाही या चिकित्सा या पैरामेडिकल कर्मचारियों द्वारा भी लापरवाही बरतने पर मौत होने पर यह मुआवजा परिजनों को दिया जाएगा. हालांकि, अगर कैदी ने जेल में आत्महत्या कर ली है, प्राकृतिक मौत होती है, आपदा या फिर जेल से भागने के कारण मौत होती है तो उस पर यह मुआवजा देने की योजना लागू नहीं होगी. गहलोत ने कहा कि यह पहल जेल प्रणाली में न्याय और जवाबदेही सुनिश्चित करने के की गई है.
दोषी जेल अधिकारियों से वसूली जाएगी रकम किसी कैदी की मौत जेल अधिकारियों की लापरवाही के कारण हुई है तो समिति उसकी जांच करेगी और यदि हिरासत में मौत में किसी जेल कर्मचारी की सीधी संलिप्तता पाई जाती है तो समिति दोषी अधिकारी के वेतन से मुआवजा राशि की वसूली का आदेश कर सकती है. इस पर अंतिम फैसला वह समिति ही करेगी. बताते चलें कि बीते सप्ताह की गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने तिहाड़ जेल का दौरा भी किया था. कैदियों की सुविधाओं में इजाफा के साथ उनके सुधार की दिशा में कदम उठाने का भी निर्देश दिया था.
महानिदेशक की अध्यक्षता में समिति बनाई जाएगी-
योजना के मुताबिक, कैदियों की मौत के बाद मुआवजा जारी करने से पहले संबंधित जेल अधीक्षक को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी, जिसमें मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मृत्यु का कारण, जेल में प्रवेश के समय चिकित्सा संबंधी परेशानी समेत अन्य जानकारी शामिल होंगी. हिरासत में मौत के मामले में यह रिपोर्ट सूचना हेतु राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) को प्रस्तुत करने के लिए जेल महानिदेशक को भेजी जाएगी. महानिदेशक की अध्यक्षता में एक समिति बनेगी, जो दिल्ली जेल रिपोर्ट की समीक्षा करेंगे और नियमों के अनुसार मुआवजा जारी करने पर निर्णय लेंगे.
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने NC-कांग्रेस घोषणापत्र की आलोचना करते हुए कही ये बात

जम्मू (एएनआई)। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र पर तीखा हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने शनिवार को कहा कि वे पुरानी व्यवस्था को वापस लाना चाहते हैं और पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करना चाहते हैं लेकिन "जब तक शांति नहीं होगी, तब तक पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी।" कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र की आलोचना करते हुए शाह ने कहा कि वे आतंकवाद फैलाना चाहते हैं, गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलितों का आरक्षण छीनना चाहते हैं, अपराधियों को रिहा करना चाहते हैं और जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के साथ एलओसी व्यापार शुरू करना चाहते हैं। चुनाव के लिए भाजपा के 10 एजेंडे बताते हुए शाह ने कहा, " कांग्रेस और एनसी जम्मू-कश्मीर में दो झंडे, अनुच्छेद वापस लाना चाहते हैं , क्या आप ऐसा करेंगे? वे गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलितों का आरक्षण छीनना चाहते हैं। मैं राहुल गांधी को एक बात कहना चाहता हूं: चाहे आप कितनी भी कोशिश कर लें, हम गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलितों का आरक्षण नहीं छीनने देंगे। अनुच्छेद 370 को हटाकर महिलाओं को अधिकार दिए गए हैं, क्या आप उनसे उनका अधिकार छीनने देंगे? वे आतंकवाद में लिपटे अपराधियों को छोड़ना चाहते हैं, लेकिन हम उन्हें जम्मू, पुंछ, राजौरी और डोडा में आतंकवाद नहीं फैलाने देंगे।
वे कहते हैं कि हम एलओसी व्यापार फिर से शुरू करेंगे, लेकिन इससे किसे फायदा होगा? उनका मुनाफा आतंकवाद फैलाने में इस्तेमाल किया जाएगा। वे पाकिस्तान से बात करना चाहते हैं लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि जब तक शांति नहीं होगी, तब तक पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी ।" शाह ने कहा, "तीन परिवार चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर आतंकवाद की ओर बढ़े। गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार ने जम्मू-कश्मीर से पैसा लूटा है; वे पुरानी व्यवस्था को बहाल करना चाहते हैं, जिसका मतलब है कि जम्मू में असमानता होगी। कोई भी ताकत जम्मू-कश्मीर को स्वायत्तता देने की बात नहीं कर सकती। वे जम्मू-कश्मीर के लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं । राहुल गांधी को लोगों को गुमराह करना बंद करना चाहिए। वे गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलितों का आरक्षण छीनना चाहते हैं।" गृह मंत्री ने कहा कि गठबंधन यह कहकर लोगों को बेवकूफ बना रहा है कि वे जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करेंगे क्योंकि केवल सरकार ही यह कर सकती है और पीएम मोदी यह करेंगे।
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस कह रही है कि वे राज्य का दर्जा बहाल करेंगे। मुझे बताएं कि यह कौन दे सकता है? यह केवल केंद्र सरकार, पीएम मोदी हैं जो इसे दे सकते हैं। इसलिए जम्मू-कश्मीर के लोगों को बेवकूफ बनाना बंद करें। हमने कहा है कि चुनाव के बाद उचित समय पर हम जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देंगे । हमने संसद में यह कहा है। राहुल गांधी को जम्मू-कश्मीर के लोगों को गुमराह करना बंद करना चाहिए, "केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर परोक्ष हमला करते हुए शाह ने कहा कि ऐसे लोग हैं जो उस समय मुख्यमंत्री बने जब क्षेत्र में शांति थी लेकिन जब भी थोड़ी अशांति हुई, वे कॉफी बार में दिल्ली भाग गए।
"कश्मीर ने आतंकवाद से बहुत नुकसान उठाया है। कश्मीर में ऐसी सरकारें थीं जिन्होंने आतंकवाद पर आंखें मूंद ली थीं। ऐसे लोग हैं जो शांति होने पर यहां आकर मुख्यमंत्री बन जाते थे और जब आतंकवाद होता था तो दिल्ली जाकर कॉफी बार में कॉफी पीते थे।
मोदी सरकार की तारीफ करते हुए शाह ने कहा कि भाजपा सरकार ने क्षेत्र में आतंकवाद को 70 प्रतिशत तक कम कर दिया है और अब अमरनाथ यात्रा निर्भीक रूप से की जाती है। उन्होंने कहा, "भारतीय जनता पार्टी ने 10 साल में आतंकवाद को 70 प्रतिशत तक कम करने का काम किया है। कई वर्षों के बाद अमरनाथ यात्रा निर्भीक रूप से की गई। कई वर्षों के बाद घाटी में नाइट थियेटर शुरू हुआ, घाटी में ताजिया जुलूस निकाला गया। जम्मू-कश्मीर के लोगों को विशेष रूप से जम्मू के लोगों को यह तय करना है कि उन्हें आतंकवाद चाहिए या शांति, विकास। अगर एनसी और कांग्रेस सत्ता में आती है, तो आतंकवाद आएगा और अगर भाजपा आती है, तो कोई भी यहां घुसपैठ नहीं कर सकता है।"
'कार्यकर्ता सम्मेलन' को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, "हमें उन्हें सिर्फ हराना नहीं है, हमें उनकी जमानत जब्त करनी है। पंडित प्रेम नाथ डोगरा द्वारा शुरू किए गए आंदोलन का समापन 5 अगस्त 2019 को पीएम मोदी जी ने किया। यह संयोग ही है कि भाजपा की पहली चुनावी रैली गणेश चतुर्थी के दिन शुरू हो रही है और हम सभी जानते हैं कि भगवान गणेश मार्ग की सभी बाधाओं को नष्ट कर देते हैं। मैं इस अवसर पर नागरिकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं। आने वाले चुनाव ऐतिहासिक चुनाव हैं। देश की आजादी के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के मतदाता तिरंगे के नीचे अपना वोट देंगे। पहली बार बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान के तहत वोट डाले जाएंगे, न कि दो संविधानों के तहत। पहली बार जम्मू-कश्मीर में कोई भी पीएम नहीं बैठेगा क्योंकि एक ही व्यक्ति पीएम हो सकता है। ये चुनाव अनुच्छेद 370 की छाया से बाहर आने वाले परिणाम हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सभी अटकलों को स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा पूरी ताकत से ये चुनाव लड़ेगी और जीतेगी। भारतीय जनता पार्टी की सबसे बड़ी ताकत बूथ कार्यकर्ता और बूथ अध्यक्ष हैं। जब हमारे बूथ कार्यकर्ता चुनाव मैदान में उतरते हैं तो सबसे अच्छे नेता मैदान से उड़ जाते हैं। इस बार हमारे बूथ कार्यकर्ताओं को प्रत्येक घर में जाना है और जम्मू में हुए बदलावों के बारे में बताना है।’ ’
शाह ने कहा, "70 साल से अधिक समय से हम अपने विकास, अमरनाथ यात्रा के लिए लड़ रहे हैं, हमें इसके लिए विरोध करना पड़ा, लेकिन अब वह दिन आ गया है कि आपको इसके लिए कुछ मांगने या विरोध करने की जरूरत नहीं है क्योंकि मोदी जी इसे देंगे।" पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हुए शाह ने कहा, "मैं अपने बूथ कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि उन्हें अपने परिवार के साथ-साथ 3 परिवारों को भी सुबह 11.30 बजे से पहले मतदान के लिए साथ ले जाना है, यानी कुल 4 परिवार और फिर कोई भी भाजपा को नहीं हरा सकता। हमें लोगों को एनसी - कांग्रेस के विभाजन के एजेंडे के बारे में बताना होगा । मैंने एनसी - कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे को उजागर करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की ।" केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी का घोषणापत्र जारी किया। भाजपा ने महिलाओं, युवाओं, कश्मीरी पंडितों, मंदिरों के जीर्णोद्धार और आतंकवाद के सफाए पर ध्यान केंद्रित करते हुए 25 वादे किए हैं। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे। जम्मू-कश्मीर में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं , जिनमें से 7 सीटें एससी और 9 सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं। भारत के चुनाव आयोग के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में 88.06 लाख पात्र मतदाता हैं। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर में होने वाले ये पहले विधानसभा चुनाव हैं। (एएनआई)
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ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सुभद्रा जागरूकता वैन का किया शुभारंभ

भुवनेश्वर (एएनआई)। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को उपमुख्यमंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रवती परिदा के साथ ' सुभद्रा जागरूकता वैन' को हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर बोलते हुए सीएम माझी ने कहा, "सुभद्रा योजना 17 सितंबर को शुरू की जाएगी, जो ओडिशा भर में महिलाओं को आर्थिक रूप से मदद करेगी और उन्हें सशक्त बनाएगी । इसलिए, गणेश चतुर्थी के अवसर पर, लाभार्थियों को योजना के बारे में जागरूक करने के लिए भुवनेश्वर और बाद में पूरे ओडिशा में ' सुभद्रा जागरूकता रथ' को हरी झंडी दिखाई जा रही है। राज्य में सुभद्रा योजना के तहत 1 करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ होगा।" इससे पहले सोमवार को ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा ने भुवनेश्वर के लोक सेवा भवन में भाजपा सरकार की 'सुभद्रा योजना' पोर्टल लॉन्च किया उन्होंने कहा, "इस प्रमुख योजना के लिए आवेदन करने के इच्छुक लाभार्थी अब सुभद्रा की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं और आवश्यक विवरण साझा करके लाभ उठा सकते हैं। इसे 17 सितंबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया जाएगा।"
उपमुख्यमंत्री परिदा ने भी योजना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी, उन्होंने बताया कि इसका बजट 10,000 करोड़ रुपये है। 1.5 करोड़ महिलाओं की सूची तैयार की गई है, और धन के वितरण के प्रबंधन के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया स्थापित की जाएगी। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पहले घोषणा की थी कि सुभद्रा योजना को आधिकारिक तौर पर 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में लॉन्च किया जाएगा, जो मोदी के जन्मदिन के साथ मेल खाता है।
विधानसभा में अपने पहले संबोधन में मुख्यमंत्री माझी ने उल्लेख किया कि राज्य सरकार महिलाओं को 50,000 रुपये देने की योजना बना रही है, जो राज्य की आबादी का 50 प्रतिशत हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, "महिलाओं की अनदेखी करके कोई विकास हासिल नहीं किया जा सकता है। योजना के कार्यान्वयन से हर महिला का वित्तीय स्वतंत्रता और सशक्तीकरण का सपना पूरा होगा।" माझी ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार का लक्ष्य ओडिशा के 4.5 करोड़ लोगों की उम्मीदों और सपनों को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि सरकार ओडिया संस्कृति और विरासत की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इस उद्देश्य के लिए 200 करोड़ रुपये की एक कोष निधि स्थापित की गई है तथा अपने कार्यकाल की शुरुआत से ही इन उपायों को लागू करना शुरू कर दिया है। (एएनआई)
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मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, गोलीबारी में 5 लोगों की मौत

  • पुलिस और सुरक्षाबल अलर्ट पर
इंफाल। मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है. सूबे के जिरीबाम में हथियारबंद समूहों के बीच हुई गोलीबारी में 5 लोगों की मौत हो गई है. पुलिस के मुताबिक जिरीबाम में आज (7 सितंबर) सुबह ताजा हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति की सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई. वहीं, दो विरोधी समूहों के हथियारबंद लोगों के बीच गोलीबारी में 4 अन्य लोग मारे गए.
पुलिस के मुताबिक उग्रवादियों ने जिला मुख्यालय से करीब 5 KM दूर एक सुनसान जगह पर अकेले रहने वाले व्यक्ति के घर में घुसकर उसे सोते समय गोली मार दी. हत्या के बाद करीब 7 किलोमीटर दूर पहाड़ियों में युद्धरत समुदायों के हथियारबंद लोगों के बीच भीषण गोलीबारी हुई, जिसमें 3 पहाड़ी उग्रवादियों सहित 4 हथियारबंद लोगों की मौत हो गई.
इस सप्ताह की शुरुआत में जिले में आगजनी की घटना भी हुई थी. यहां कुछ लोगों ने बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन के जकुराधोर में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के 3 कमरों वाले खाली पड़े घर को जला दिया था. हालांकि, आदिवासी निकाय स्वदेशी जनजाति वकालत समिति (फेरजावल और जिरीबाम) ने इस घटना में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार कर दिया था.
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आप को बड़ा झटका, पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने थामा कांग्रेस का हाथ

नई दिल्ली। हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) को एक और झटका लगा है। दिल्ली के पूर्व मंत्री और सीमापुरी विधानसभा सीट से 'आप' विधायक राजेंद्र पाल गौतम आज 'आप' का साथ छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव और पवन खेड़ा ने उन्हें कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।
कांग्रेस में शामिल होने से पहले गौतम ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म 'एक्स' पर अरविंद केजरीवाल के नाम तीन पेज का अपना इस्तीफा पोस्ट किया है। इसके साथ उन्होंने लिखा, "सामाजिक न्याय व सभी क्षेत्रों में बहुजन समाज की हिस्सेदारी तथा भागेदारी के संघर्ष को गतिमान करने के लिए मैं आम आदमी पार्टी के सभी पदों व सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं! जय भीम !"
कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "सामाजिक न्याय, जाति जनगणना और जनसंख्या के अनुसार प्रतिनिधित्व - यही राहुल गांधी बोल रहे हैं। वे नफरत के बाजार में प्यार की दुकानें खोलने की बात कर रहे हैं। वे संविधान बचाने और जाति जनगणना की बात कर रहे हैं... मुझे फुले, अंबेडकर, पेरियार और कांशीराम की लड़ाई लड़ते हुए 43 साल हो गए हैं। अगर 'आप' इसके लिए काम करने को तैयार नहीं है और कांग्रेस इसके लिए काम कर रही है, तो मैं उनके साथ क्यों न जुड़ जाऊं? इसलिए, मैंने उनके साथ जुड़ने का फैसला किया।"
इस मौके पर के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व का क्षण है कि राजेंद्र पाल गौतम कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने देश को एक नई दिशा दी है और अब देश भी इसे पूरी ताकत से स्वीकार कर रहा है। मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के कार्यक्रमों से आकर्षित होकर उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है।
राजेंद्र पाल गौतम दिल्ली के रामलीला मैदान में हुए अन्ना आंदोलन के दौरान केजरीवाल के संपर्क में आए और फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ उस राष्ट्रव्यापी आंदोलन से प्रभावित हुए बिना रोक नहीं सके। इसके बाद वह उसी आंदोलन के परिणामस्वरूप बनी आम आदमी पार्टी में नवंबर 2014 में में शामिल हो गए थे। उन्होंने 'आप' के टिकट पर सीमापुरी विधानसभा का चुनाव भी लड़ा और जीतकर केजरीवाल मंत्रिमंडल में भी शामिल हो गए थे।
गौरतलब है कि, केजरीवाल सरकार में समाज कल्याण मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम करीब दो साल पहले अक्टूबर 2022 में दिल्ली में हुए एक धर्मांतरण कार्यक्रम में राम-कृष्ण को नहीं मानने और हिंदू देवी- देवताओं की कथित तौर पर निंदा करने को लेकर विवादों में घिर गए थे, जिसके चलते उनकी कुर्सी तक छिन गई थी।
 
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कांग्रेस में शामिल हुईं विनेश फोगाट, रेलवे से इस्तीफा देकर थामा हाथ का साथ

चंडीगढ़। भारतीय पहलवान विनेश फोगाट हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं। वे आज कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। वे बादली से चुनाव लड़ सकती हैं। उनके साथी पहलवान बजरंग पूनिया ने भी पार्टी का दामन थाम लिया।
इससे पहले विनेश ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे में कहा कि वे रेलवे की सदा आभारी रहूंगी। विनेश ने अपने इस्तीफे में कहा कि भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है। जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से पृथक करने का निर्णय लेते हुए अपना त्यागपत्र भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को सौप दिया है। राष्ट्र की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिये गये इस अवसर के लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूँगी।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'जल संचय जन भागीदारी पहल' की शुरुआत की

  • बोले- "जल संरक्षण मानवता के भविष्य का सवाल"
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 'गुजरात को भी भारी संकट का सामना करना पड़ा। हमारी सारी व्यवस्थाओं में भी इतनी क्षमता नहीं है कि इस प्राकृतिक आपदा की घड़ी में हमारी मदद कर सकें, लेकिन गुजरात के लोगों और अन्य देशवासियों में ये आदत है कि संकट की घड़ी में सभी कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो जाते हैं।'
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में जल संचय, जन भागीदारी पहल की शुरुआत की। प्रधानमंत्री वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़े। कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 'यह बेहद अहम पहल है, जिसकी गुजरात की धरती से शुरुआत हो रही है। जल शक्ति मंत्रालय ने इस पहल की शुरुआत की है। हाल के दिनों में देश के हर कोने में भारी बारिश से तबाही जारी है। देश को कोई हिस्सा ही शायद होगा, जिसने इस प्राकृतिक आपदा की वजह से संकट न झेला हो। इस बार गुजरात को भी भारी संकट का सामना करना पड़ा। हमारी सारी व्यवस्थाओं में भी इतनी क्षमता नहीं है कि इस प्राकृतिक आपदा की घड़ी में हमारी मदद कर सकें, लेकिन गुजरात के लोगों और अन्य देशवासियों में ये आदत है कि संकट की घड़ी में सभी कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो जाते हैं।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जल संरक्षण सिर्फ एक नीति नहीं है बल्कि यह एक प्रथा है। यह हमारी जिम्मेदारी भी है। जब भावी पीढ़ियां हमारा आकलन करेंगी तो हमारा जल के प्रति जो रवैया है, उसका भावी पीढ़ी सबसे पहले आकलन करेंगी। यह जीवन-मरण का सवाल है और यह मानवता के भविष्य का सवाल है। इसलिए हमने सतत विकास के लिए जिन नौ संकल्पों को सामने रखा है, उनमें जल संरक्षण पहला संकल्प है।
जल संरक्षण भारत की सांस्कृतिक चेतना का हिस्सा-
प्रधानमंत्री ने कहा 'जल संरक्षण, प्रकृति संरक्षण...हमारे लिए नए शब्द नहीं हैं। ये भारत की सांस्कृतिक चेतना का हिस्सा है। हम उस संस्कृति के लोग हैं, जहां जल को ईश्वर का रूप कहा गया है। नदियों को देवी माना गया और सरोवरों, कुंडों को देवालय का दर्जा मिला है।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'मैंने सरदार सरोवर बांध को पूरा करने की चुनौती ली थी और कई चुनौतियों और बाधाओं के बावजूद गुजरात में जल संरक्षण पहल की शुरुआत की। शुरुआत में हमारे विरोधियों ने हम पर तंज कसे कि जो पाइप डाले जा रहे हैं, उनसे पानी की जगह हवा की सप्लाई होगी, लेकिन हमारी मेहनत का फल मिला और इसे अब पूरी दुनिया देख रही है।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने पर्यावरण के लिए देशवासियों से एक पेड़ मां के नाम लगाने की अपील की है। जब पेड़ लगते हैं तो भूजल का स्तर बढ़ता है। बीते कुछ सप्ताह में मां के नाम पर देश में करोड़ों पेड़ लगाए जा चुके हैं। ऐसे कितने ही अभियान और संकल्प हैं, जो 140 करोड़ देशवासियों की भागीदारी से आज जनांदोलन बनते जा रहे हैं। हमारी सरकार पूरे समाज  के लिए काम करने की सोच के साथ काम कर रही है। बीते 10 वर्षों में हमारी सभी प्रमुख योजनाओं को देखें तो हमने जल संबंधी मुद्दों पर कई वर्जनाओं को तोड़ा है। 
'जल जीवन मिशन से 1.25 लाख बच्चों की असमय मौत रोकी जा सकेगी'
'रिपोर्ट्स के अनुसार जल जीवन मिशन से 1.25 लाख से ज्यादा बच्चों की असमय मौत भी रोकी जा सकेगी। हम हर साल 4 लाख से ज्यादा लोगों को डायरिया जैसी बीमारियों से भी बचा पाएंगे। यानी बीमारियों पर लोगों का जो खर्च होता था, वो भी कम हुआ है।' उन्होंने कहा कि 'पहले देश के तीन करोड़ परिवारों को ही पाइपों के जरिए पानी की सप्लाई हो रही थी। आज देश में 15 करोड़ से ज्यादा परिवारों को यह सुविधा मिल रही है। जल जीवन मिशन के जरिए देश के 75 फीसदी परिवारों को पीने का साफ पानी मिल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पाइपों के जरिए घर-घर पानी पहुंचने से साढ़े पांच करोड़ घंटे बचेंगे और इस समय में हमारी बहन-बेटियां देश की अर्थव्यवस्था में सीधे योगदान देंगी।'

 

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कांग्रेस में शामिल होने से पूर्व विनेश का रेलवे की नौकरी से इस्तीफा

  • कहा- "हमेशा आभारी रहूंगी"
चंडीगढ़। भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में कहा कि वे रेलवे की सदा आभारी रहूंगी। वे आज दोपहर को पहलवान बजरंग पूनिया के साथ कांग्रेस में शामिल हो जाएंगी।
विनेश ने अपने इस्तीफे में कहा कि भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है। जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से पृथक करने का निर्णय लेते हुए अपना त्यागपत्र भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को सौप दिया है। राष्ट्र की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिये गये इस अवसर के लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूँगी।
वहीं चर्चा है कि कुछ ही देर में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कुछ दिन पहले दोनों पहलवानों ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी जिसके बाद से दोनों के राजनीति में आने की चर्चाएं तेज हो गई थी। 
इस मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि विनेश जुलाना और बजरंग पूनिया बादली सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। या फिर दोनों में से कोई एक पहलवान चुनावी मैदान में आ सकता है।  
राहुल से मिलने के बाद बजरंग व विनेश ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की। पेरिस से लौटने के बाद जब विनेश फोगाट दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची थीं तो कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा उनके स्वागत में पहुंचे थे।
विनेश के स्वागत में निकाले गए जुलूस में भी दीपेंद्र काफी दूर तक साथ चले थे। उस दौरान बजरंग पूनिया भी साथ थे। तभी से अटकलें लगाई जा रही थीं कि विनेश फोगाट व बजरंग पूनिया कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। उसके बाद दोनों पहलवानों ने दिल्ली में भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी मुलाकात की थी। 
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मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में संदिग्ध उग्रवादियों ने किया बम से हमला

  • 2 इमारतें हुई क्षतिग्रस्त
इंफाल। मणिपुर में ताजे बम विस्फोट का मामला सामने आया है. पुलिस ने बताया कि संदिग्ध उग्रवादियों ने शुक्रवार की सुबह सूबे के बिष्णुपुर जिले में बम से हमला किया. इस घटना में करीब 2 इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं. मणिपुर की राजधानी इंफाल से करीब 45 किलोमीटर दूर स्थित ट्रोंगलाओबी के निचले आवासीय इलाके की तरफ चुराचांदपुर जिले के नजदीकी पहाड़ी इलाकों में ऊंचे स्थानों से रॉकेट दागे गए हैं.
पुलिस ने बताया कि दागे गए रॉकेट्स की मारक क्षमता 3 किलोमीटर से ज्यादा होने का अनुमान है. हमले में किसी के घायल होने की खबर नहीं है. हालांकि, पुलिस ने बताया कि बम विस्फोट की वजह से एक स्थानीय सामुदायिक हॉल और एक खाली कमरा डैमेज हो गया है.
इसके अलावा, संदिग्ध आरोपियों ने बिष्णुपुर जिले की तरफ भी कई राउंड फायरिंग की, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की. चश्मदीदों ने बताया कि गुरुवार की रात ट्रोंगलाओबी से कुछ किलोमीटर दूर स्थित कुम्बी गांव में तनाव बढ़ गया, जब जमीन से 100 मीटर से भी कम ऊंचाई पर कई ड्रोन मंडराते देखे गए.
संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने आज सुबह बिष्णुपुर जिले के ट्रोंगलाओबी इलाके में बम विस्फोट किया. विस्फोट से मंडप का एक हिस्सा और पास का शौचालय क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. अधिकारी घटनास्थल पर हैं और जांच जारी रहने तक अधिक जानकारी का इंतजार हैं.
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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो दिवसीय प्रवास पर पहुंचे पटना

  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की मुलाकात
पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शुक्रवार को अपने दो दिवसीय बिहार के दौरे पर पटना पहुंच गए हैं। पटना पहुंचने पर वे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की।
इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद रहे। जेपी नड्डा पटना हवाई अड्डा पर उतरने के बाद भाजपा नेताओं से मिले और इसके बाद सीधे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा अध्यक्ष को शॉल देकर सम्मानित किया। इससे पहले भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के पटना हवाई अड्डा पहुंचने पर भाजपा के नेताओं ने जोरदार स्वागत किया।
इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा सहित तमाम भाजपा नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे। जेपी नड्डा के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली बिहार यात्रा है। अपने दो दिनों के प्रवास के दौरान वे कई अस्पतालों का उद्घाटन करेंगे।
केंद्रीय मंत्री के बिहार आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जेपी नड्डा शुक्रवार को आईजीआईएमएस परिसर में स्थित नवनिर्मित क्षेत्रीय चक्षु संस्थान का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे भागलपुर जाएंगे, जहां दो सौ बेड के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का उद्घाटन करेंगे। वहां से वे गया जाएंगे, जहां मगध मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन करेंगे।
दो दिवसीय बिहार दौरे के दूसरे दिन सात सितंबर (शनिवार) को जेपी नड्डा पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल जाएंगे। वह पीएमसीएच में बन रहे नए ब्लॉक को देखेंगे। पिछले दिनों सूचना आयुक्त की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बीच मुलाकात हुई थी। उसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि ये बैठक सूचना आयुक्त के नाम पर मुहर के लिए हुई थी।
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रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया आज थामेंगे कांग्रेस का दामन

  • राजनीतिक सरगर्मियां तेज...
नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. इस बीच खबर है कि कुश्ती के दो धाकड़ खिलाड़ी विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया आज कांग्रेस पार्टी में शामिल होगे.
बजरंग पूनिया ने आज तक को बताया कि दोनों आज दोपहर 1:30 बजे कांग्रेस में शामिल होंगे. बता दें कि पिछले काफी समय से ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि कुश्ती के दोनों धाकड़ पहलवान कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं. इससे पहले दोनों ने राहुल गांधी से मुलाकात भी की थी.
सियासी गलियारों में चल रहे कयास के मुताबिक, विनेश फोगाट को दादरी से टिकट दिया जा सकता है. वहीं, बजरंग पूनिया बादली से टिकट मांग रहे हैं लेकिन कांग्रेस इस सीट की जगह उन्हेंं किसी जाट बहुल सीट से उतारने का प्लान कर रही है.
विनेश फोगाट का संभावित राजनीतिक प्रवेश हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला सकता है. उनके खाप पंचायतों और किसानों के साथ मजबूत रिश्ते उन्हें चुनाव में बड़ा समर्थन दिला सकते हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में विनेश फोगाट की भूमिका हरियाणा की सियासत में एक अहम मोड़ साबित हो सकती है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होगा. वहीं, मतगणना 8 अक्टूबर को होगी. बता दें कि इससे पहले यह तारीख 1 और 4 अक्टूबर थी लेकिन चुनाव आयोग ने इसमें बदलाव कर दिया. आयोग ने इसके पीछे की वजह बताते हुए सफाई दी कि बिश्नोई समुदाय के मताधिकार और परंपराओं दोनों का सम्मान करने के लिए यह फैसला लिया गया है. बिश्नोई समाज ने आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेने की सदियों पुरानी प्रथा को कायम रखा है. ये उस दिन अपने गुरु जम्बेश्वर की स्मृति में उत्सव मनाते हैं. राजस्थान की नोखा तहसील में पिछले करीब 490 साल से तो यह मेला लगातार आयोजित होता रहा है.
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पूर्व DMK नेता पर ED का बड़ा एक्शन

  • आलीशान बंगला, होटल और महंगी कारों सहित 55 करोड़ की संपत्ति जब्त
नई दिल्ली। पूर्व DMK नेता पर ED ने बड़ा एक्शन लिया है. जांच एजेंसी ने उनका आलीशान बंगला, होटल और महंगी कारों सहित 55 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है. ईडी ने यह एक्शन डीएमके के पूर्व पदाधिकारी जाफर सादिक और उनके सहयोगियों से संबंधित संपत्ति पर लिया है. पीएमएलए के प्रावधानों के तहत 14 अचल संपत्तियां जब्त की गई हैं. जेएसएम रेजीडेंसी होटल के अलावा एक आलीशान बंगला, जगुआर और मर्सिडीज जैसी 7 महंगी गाड़ियां भी जब्त की गई हैं. जांच एजेंसी का दावा है कि संपत्तियों को आपराधिक गतिविधियों के जरिए हासिल किया गया था.
प्रवर्तन निदेशालय ने सादिक और उसके सहयोगियों की 55.30 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है. यह एक्शन एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग गिरोह के स्यूडोएफेड्राइन और केटामाइन की तस्करी की जांच के बाद लिया गया है, जिसका सरगना जाफर सादिक बताया जा रहा है. एनसीबी और कस्टम विभाग की जांच के आधार पर ईडी ने तमिलनाडु में 15 ठिकानों पर तलाशी ली है.
ईडी की जांच से पता चला है कि जाफर सादिक अपने भाई मोहम्मद सलीम और अन्य लोगों के साथ मिलकर स्यूडोएफेड्रिन और अन्य मादक पदार्थों के निर्यात और छिपाने में सक्रिय रूप से शामिल था. वह अन्य व्यक्तियों और रिश्तेदारों के साथ कई फर्मों/संस्थाओं/कंपनियों का निदेशक/भागीदार है. इसका इस्तेमाल अपराध की आय को चैनलाइज करने के लिए किया गया.
ईडी के मुताबिक इस पूरे सेट अप का इस्तेमाल अवैध ड्रग तस्करी से होने वाली आय को रूट करने के लिए किया गया था. इसलिए, जाफर सादिक को ईडी ने 26 जून, 2024 को गिरफ्तार किया और उसके भाई मोहम्मद सलीम को 12 अगस्त को गिरफ्तार किया गया.
ईडी की जांच में यह भी पता चला कि जाफर सादिक और उसके सहयोगियों ने अपने ड्रग कारोबार से प्राप्त अपराध की आय को रियल एस्टेट, फिल्म निर्माण, हॉस्पिटैलिटी और लॉजिस्टिक्स सहित कई वैध उपक्रमों में निवेश किया था.
बताया जा रहा है कि बैंक खातों के एक नेटवर्क के माध्यम से इन निवेशों में रकम को शामिल किया गया था, जिसमें सादिक और उसके परिवार के सदस्यों के खाते भी शामिल थे. उन्होंने अवैध नकदी को जमा किया, फाइनेंसरों के जरिए से स्तरीकृत किया और आर्थिक विवरणों में असुरक्षित लोन के रूप में दर्ज किया गया.
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केंद्रीय टीम पहुंची आंध्र प्रदेश; बाढ़ प्रभावित इलाकों में किया नुकसान का आकलन

विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश में बाढ़ के कहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। हाल ये है कि लगातार बारिश के बाद लोगों के घर जलमग्न हो गए हैं। वहीं बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए राज्य में मानवीय सहायता और आपदा राहत प्रयासों को बढ़ाने के लिए सरकार के साथ ही कई हस्तियां आगे आई हैं। इस बीच, गुरुवार को केंद्र सरकार की एक अंतर-मंत्रालयी टीम ने राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा शुरू किया।
इस बारे में आधिकारिक बयान भी जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि संजीव कुमार जिंदल की अध्यक्षता वाली टीम ने विजयवाडा का दौरा करके बारिश और बाढ़ के कारण हुए नुकसान का आकलन किया। गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश में बारिश और बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान विजयवाड़ा में ही हुआ है। 
विजयवाड़ा का दौरा करने के बाद केंद्रीय टीम ताडेपल्ली में आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) कार्यालय पहुंची। जहां टीम ने राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का भी दौरा किया। इसके बाद अधिकारियों ने प्रकाशम बैराज का भी दौरा किया। प्रकाशन बैराज में हाल ही में तीन बड़ी बहती नावें टकराई थीं, जिससे एक कंक्रीट बीम क्षतिग्रस्त हो गई थी।
पीने के पानी का भी संकट-
बाढ़ के चलते राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में नगर पालिका द्वारा आपूर्ति किए जा रहे पानी को पीने से मना किया गया है। मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बीते दिन इस बारे में बयान जारी किया था। उन्होंने कहा था कि नगर पालिका द्वारा आपूर्ति किए गए पानी का उपयोग कम से कम पहले दो दिनों तक नहीं किया जाना चाहिए। बाढ़ के चलते पहले इसकी गुणवत्ता का परीक्षण किया जाना चाहिए। इसे देखते हुए बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी के टैंकरों के जरिए पीने का पानी भी पहुंचाया जा रहा है। करीब 200 टैंकर को पेयजल की आपूर्ति करने में लगाया गया है।
आंध्र प्रदेश में 20 की मौत, 65,000 घर क्षतिग्रस्त-
आंध्र प्रदेश में बाढ़ प्रभावित इलाकों में खाद्य एवं राहत सामग्री बांटने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। राज्य के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ रुपये दान दिया है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि प्रभावित इलाकों में खाना और पेयजल मुहैया कराने के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है।
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'स्वच्छ भारत मिशन सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए गेम चेंजर'

  • पीएम मोदी ने सफाई अभियान पर कही बड़ी बात
नई दिल्ली। पीएम मोदी ने रिसर्च पेपर का लिंक भी साझा किया, जिसे ब्रिटिश साप्ताहित वैज्ञानिक पत्रिका नेचर में प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में बताया गया कि 2014 में स्वच्छ भारत मिशन के शुरू होने के बाद से भारत में टॉयलेट के निर्माण में वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्वच्छता अभियान के महत्व पर बात की। उन्होंने कहा कि उचित शौचालयों तक पहुंच शिशु और बाल मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसे लेकर उन्होंने एक रिसर्च पेपर भी साझा किया, जिसमें स्वच्छ भारत अभियान जैसे प्रयासों के प्रभाव पर प्रकाश डाला गया था। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी साझा किया, जिसमें उन्होंने स्वच्छता को गेम चेंजर बताया। 
सोसल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत में स्वच्छ भारत मिशन सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए गेम चेंजर बन गई है। उन्होंने आगे कहा, 'स्वच्छ भारत अभियान जैसे प्रयासों के प्रभाव को उजागर करने वाले शोध को देखकर खुशी हुई। उचित शौचालयों तक पहुंच शिशु और बाल मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मुझे खुशी है कि भारत इसमें सबसे आगे है।'
पीएम मोदी ने रिसर्च पेपर का लिंक भी साझा किया, जिसे ब्रिटिश साप्ताहित वैज्ञानिक पत्रिका नेचर में प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में बताया गया कि 2014 में स्वच्छ भारत मिशन के शुरू होने के बाद से भारत में टॉयलेट के निर्माण में वृद्धि हुई है। बता दें कि स्वच्छ भारत मिशन दो अक्तूबर 2014 में शुरू किया गया एक देशव्यापी स्वच्छता अभियान है। इसके मुख्य लक्ष्य खुले में शौच को खत्म करना ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन में सुधार करना है। 
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