हिंदुस्तान

भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की निगरानी के लिए गृह मंत्रालय द्वारा नियुक्त समिति की बैठक

नई दिल्ली (एएनआई)। गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के अनुसरण में गुरुवार को भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए एक और समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता बीएसएफ (पूर्वी कमान) के एडीजी रवि गांधी ने की और इसमें लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एलपीएआई) के सदस्यों सहित सभी सदस्यों ने भाग लिया। बैठक के दौरान बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ विभिन्न संचार की प्रगति और बांग्लादेश में विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों में अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा की स्थिति पर चर्चा की गई। 12 अगस्त 2024 से, दोनों सीमा सुरक्षा बलों ने विभिन्न स्तरों पर लगभग 722 सीमा बैठकें की हैं। इसके अलावा, दोनों सीमा सुरक्षा बलों ने पूर्वी कमान की जिम्मेदारी के क्षेत्र में कमजोर सीमा पैच में 1367 एक साथ समन्वय गश्त (एससीपी) की।
इन सीमा बैठकों के दौरान, बीजीबी अधिकारियों को बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय क्षेत्र में अवैध रूप से घुसपैठ करने से रोकने के लिए अवगत कराया गया है। बैठकों के दौरान बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाने का आश्वासन दिया है । दोनों सीमा सुरक्षा बलों के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं और वास्तविक समय के आधार पर विभिन्न परिचालन मामलों पर जानकारी साझा कर रहे हैं। बीएसएफ बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति से अवगत कराने और सीमा प्रबंधन में उनका सहयोग लेने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर रहने वाले भारतीय ग्रामीणों के साथ ग्राम समन्वय बैठकें भी कर रही है। पूर्वी कमान के एओआर में पिछले 15 दिनों में कुल 614 ऐसी बैठकें हुई हैं, जहां ग्रामीणों ने बहुत गर्मजोशी से प्रतिक्रिया दी है। इसके अलावा, इस अवधि के दौरान सीमा की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सहयोगी एजेंसियों के साथ कई बैठकें हुई हैं। भारत - बांग्लादेश सीमा पर स्थिति आम तौर पर शांतिपूर्ण रही समन्वित सीमा प्रबंधन योजना (सीबीएमपी) के आलोक में बीएसएफ के जवान बीजीबी के साथ आपसी सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे (24x7) ड्यूटी कर रहे हैं। (एएनआई)

Leave Your Comment

Click to reload image