हिंदुस्तान

IAF : वायु भर्ती के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि

आईएएफ अग्निवीर 2024 : भारतीय वायु सेना (IAF) अग्निवीर वायु भर्ती के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि अब 4 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। पहले यह 28 जुलाई थी। इसका उद्देश्य युवा, अविवाहित भारतीय पुरुषों और महिलाओं को चार साल की सेवा अवधि के लिए अग्निवीर के रूप में भर्ती करना है। उम्मीदवार इसके लिए अपनी आधिकारिक वेबसाइट- agnipathvayu.cdac.in से आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवारों को आधिकारिक IAF अग्निपथ वायु भर्ती वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवश्यक दस्तावेज शैक्षिक प्रमाण पत्र, पहचान प्रमाण और आवेदन निर्देशों में निर्दिष्ट अन्य प्रासंगिक दस्तावेज हैं। IAF अग्निवीर वायु भर्ती 2024: पात्रता मानदंड यह योजना अविवाहित भारतीय पुरुष और महिला उम्मीदवारों के लिए खुली है। भर्ती अभियान के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को भौतिकी, गणित और अंग्रेजी के साथ न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ कक्षा 12 की परीक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए। आयु सीमा आमतौर पर 17.5 वर्ष से 21 वर्ष तक होती है। 3 जुलाई 2004 और 3 जनवरी 2008 के बीच जन्मे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, प्रत्येक भर्ती चक्र के साथ विशिष्ट आयु मानदंड भिन्न हो सकते हैं।
IAF अग्निवीर वायु भर्ती 2024: आवेदन कैसे करें?-
चरण 1: आधिकारिक वायु सेना अग्निवीर वेबसाइट agnipathvayu.cdac.in पर जाएँ।
चरण 2: होमपेज पर, “वायु सेना अग्निवीर आवेदन पत्र वायु इंटेक 2/2025” लिंक को खोजें और उस पर क्लिक करें।
चरण 3: आवेदन पत्र डाउनलोड करें और प्रिंट करें। बताए अनुसार सभी आवश्यक विवरण भरें।
चरण 4: सभी आवश्यक दस्तावेज़ एकत्र करें और उन्हें भरे हुए आवेदन पत्र में संलग्न करें।
चरण 5: भरे हुए आवेदन पत्र को संलग्न दस्तावेज़ों के साथ निर्दिष्ट पते पर भेजें।
IAF अग्निवीर वायु भर्ती 2024: आवेदन शुल्क-
आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 550 रुपये का गैर-वापसी योग्य शुल्क आवश्यक है। आवेदन शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग जैसे विभिन्न तरीकों से ऑनलाइन किया जा सकता है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे भविष्य के संदर्भ के लिए भुगतान रसीद या लेनदेन आईडी की एक प्रति अपने पास रखें।
IAF अग्निवीर वायु भर्ती 2024: चयन प्रक्रियाचयन प्रक्रिया में कई चरण शामिल Steps involved हैं: एक कंप्यूटर-आधारित परीक्षण (CBT), शारीरिक फिटनेस परीक्षण (PFT), अनुकूलनशीलता परीक्षण और एक चिकित्सा परीक्षा। CBT अंग्रेजी, गणित और सामान्य जागरूकता जैसे विषयों में उम्मीदवारों के ज्ञान का आकलन करता है। प्रत्येक सही उत्तर के लिए, उम्मीदवारों को 1 अंक से पुरस्कृत किया जाएगा। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 की नकारात्मक अंकन है।
चयनित उम्मीदवारों को नामित वायु सेना प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में तकनीकी, शारीरिक और सैन्य शिक्षा शामिल है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, अग्निवीरों को IAF की विभिन्न इकाइयों में तैनात किया जाता है, जहाँ वे अपने प्रशिक्षण और कौशल के आधार पर विभिन्न क्षमताओं में सेवा करते हैं।

 

और भी

मणिकर्ण घाटी के तोष की पहाड़ियों में फटा बादल, रास्ते हुए बंद

  • पानी में बहे शेड्स, दुकानें और शराब का ठेका
कुल्लू। मणिकर्ण घाटी के तोश पहाड़ी में आधी रात को बादल फटने की घटना सामने आई है, जिसमें दुकानों और होटलों को काफी नुकसान हुआ है लेकिन कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। प्रशासन ने राजस्व विभाग की टीम मौके पर भेज दी है जो नुकसान का आकलन करने में जुटी है। यह जानकारी कुल्लू डीसी तोरुल एस रवीश ने दी है।
जानकारी के अनुसार कुल्लू के मणिकर्ण घाटी के तोश गांव में भारी बारिश के कारण नाले में अचानक बाढ़ आ गई है, जिसमें अस्थाई शेड, दुकानें और शराब की दुकान बह गई। मंगलवार रात करीब 2 बजे बारिश हुई और उसके बाद तोश नाले में बाढ़ आ गई। डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने बताया कि प्रशासन ने नुकसान का आकलन करने के लिए राजस्व विभाग की टीम मौके पर भेज दी है। वहीं ग्रामीण किशन ने बताया कि पूर्व उपप्रधान का होटल क्षतिग्रस्त हो गया है और एक व्यक्ति की दो दुकानें भी अचानक आई बाढ़ में बह गई हैं। मणिकर्ण के आसपास कहीं भी बारिश नहीं हुई है। तोश में बारिश के बाद अचानक बाढ़ आई है।
बता दें कि इससे पहले पिछले हफ्ते मनाली के सोलंग नाला में अचानक बाढ़ आ गई थी और फिर Palchan गांव में तीन घर क्षतिग्रस्त हो गए थे. रविवार को भी मनाली के पलचान में ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया और चार घरों को खाली कराया गया. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 1 और 2 अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं लेह मनाली हाईवे भी बंद कर दिया गया है. भारी बारिश के कारण हाईवे पर मलबा, पत्थर और पानी आ गया है.
और भी

भूस्खलन के कारण 100 से ज्यादा लोग फंसे, अब तक 24 लोगों की मौत

  • सेना ने संभाला मोर्चा
तिरुवनंतपुरम। केरल के वायनाड में भीषण बारिश के बीच लैंडस्लाइड (भूस्खलन) हुई है. इसमें 100 से ज्यादा लोग फंस गए हैं. लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के मुताबिक अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक लैंडस्लाइड मंगलवार की सुबह तड़के करीब 2 बजे हुई. इसके बाद सुबह करीब 4.10 बजे फिर एक बार लैंडस्लाइड हुई. लैंडस्लाइड के चलते करीब 100 से ज्यादा लोग मलबे में फंस गए, जिन्हें बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
लैंडस्लाइड से घायल होने वाले 16 लोगों को वायनाड के मेप्पाडी में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा है कि वायनाड में भूस्खलन के बाद सभी संभावित बचाव कार्यों का समन्वय किया जाएगा.घटना के बारे में पता चलते ही सरकारी तंत्र बचाव अभियान में जुट गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन में राज्य की सभी सरकारी एजेंसियां लगी हुई हैं. आज राज्य के मंत्री घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं.
हादसे की भयावहता को देखते हुए सेना से रेस्क्यू ऑपरेशन का अनुरोध किया गया था, जिसके बाद सेना ने 4 टुकड़ियां जुटाई गई हैं. इनमें 122 इन्फैंट्री बटालियन (प्रादेशिक सेना) की दो टुकड़ियां और कन्नूर के DSC सेंटर की 2 टुकड़ियां शामिल हैं. बचाव अभियान के लिए अब तक तैनात सेना की कुल संख्या लगभग 225 है, जिसमें चिकित्साकर्मी भी शामिल हैं.
इलाके के सीएमओ के मुताबिक भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है. यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक कंट्रोल रूम स्थापित कर लिया है. आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए हैं. वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और एक ALH सुबह 7.30 बजे तमिलनाडु के सुलूर से रवाना कि जाएंगे.
और भी

वायनाड हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख

  • मुआवजे का किया ऐलान
वायनाड। वायनाड भूस्खलन में 19 लोगों की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। इसके साथ ही उन्होंने मृतक परिजनों को दो लाख और घायलों को 50-50 हजार की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा, "वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायल लोगों के लिए जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। सभी प्रभावित लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान फिलहाल चल रहा है। केरल के सीएम पिनराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।''
वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी, "पीएम नरेंद्र मोदी ने वायनाड में हए भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे। केरल के मुख्य सचिव वी. वेणु ने स्थानीय मीडिया को बताया, "रात दो बजे के आसपास कम से कम दो से तीन बार भूस्खलन हुआ। इस समय, कुछ प्रभावित क्षेत्र कटे हुए हैं। मौसम भी एनडीआरएफ टीमों के लिए कुछ प्रभावित क्षेत्रों में जाने के लिए अनुकूल नहीं है। सभी लोग सतर्क हैं। हम समन्वित तरीके से बचाव कार्य में जुटे हैं। हम अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कितने लोग फंसे हुए हैं। बचाव कार्य को सुनिश्चित करने के लिए लोगों को एयरलिफ्ट करने सहित सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र को दो हिस्सों में बांटने के बाद, स्थानीय लोग और बचाव दल 400 से अधिक परिवारों को खोजने में जुटे हुए हैं जो अब अलग-थलग हो गए हैं। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने कहा कि अग्निशमन-एनडीआरएफ की टीमों को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम वायनाड पहुंच रही है।
क्षेत्र के सीएमओ के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक कंट्रोल रूम खोला है। आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए हैं।
और भी

वायनाड भूस्खलन पर खरगे, राहुल और प्रियंका गांधी ने जताया दुख

  • वायनाड भूस्खलन से बेहद दुखी हूं : राहुल गांधी
वायनाड। चूरलपारा में मंगलवार हुए भूस्खलन में मारे गए लोगों के प्रति कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने दुख जताया है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने हादसे पर दु:ख जताते हुए कहा, “वायनाड में हुए भूस्खलन से बेहद दुखी हूं, जहां कई लोगों के फंसे होने की खबर है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। मैं राज्य और केंद्र सरकारों से आग्रह करता हूं कि वे राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाएं और सभी एजेंसियों के साथ समन्वय करके पीड़ितों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करें।”
राहुल गांधी ने कहा, “मैं वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं, उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड के जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि बचाव अभियान जारी है। मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है।” उन्होंने कहा कि मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा। मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मैं वायनाड के मेप्पाडी के पास हुए भीषण भूस्खलन से हुई तबाही से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं आशा करती हूं और प्रार्थना करती हूं कि सभी को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाए। मैं सरकार से राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह करती हूं और यूडीएफ कार्यकर्ताओं से अनुरोध करती हूं कि वे इस त्रासदी से प्रभावित सभी लोगों को सहायता और सांत्वना देने के लिए आगे आएं।”
 
 
और भी

दिल्ली बेसमेंट हादसे के बाद बिहार प्रशासन अलर्ट मोड पर

  • 20 हजार कोचिंग सेंटरों की जांच आज से शुरू
पटना। दिल्ली बेसमेंट हादसे के बाद बिहार प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। पटना के डीएम ने करीब 20 हजार कोचिंग सेंटरों की जांच के आदेश दिए हैं। जांच आज (30 जुलाई) से शुरू हो रही है।
डीएम चंद्रशेखर सिंह ने पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में जांच के लिए छह टीमें गठित की गई हैं। जांच टीम के सदस्य अग्निशमन अधिकारी, बीईओ, सीओ और क्षेत्र के थानाध्यक्ष होंगे। आदेश के अनुसार, टीम कोचिंग संस्थानों के रजिस्ट्रेशन, प्रवेश, निकास की व्यवस्था, सुरक्षा मानकों, बिल्डिंग बायलॉज, फायर सेफ्टी, इमरजेंसी हालात से निपटने की व्यवस्था की जांच करेगी। व्यवस्था ठीक नहीं होने पर जिला प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगी।
बता दें कि 27 जुलाई (शनिवार) को दिल्ली में ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके स्थित राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था। जिसमें डूबने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी। इन छात्रों की पहचान तानिया सोनी, श्रेया यादव और नवीन डेल्विन के रूप में हुई। तानिया सोनी का संबंध बिहार से ही था। वो बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली थी। दिल्ली वो आईएएस बनने का सपना लिए आई थी और इसी को पूरा करने के लिए जी जान से जुटी थी।
राजेंद्र नगर थाने में इस मामले में केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राव आईएएस कोचिंग के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
वहीं, सोमवार को एमसीडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोचिंग सेंटर के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया। दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर अश्वनी कुमार ने स्थानीय असिस्टेंट इंजीनियर को निलंबित कर दिया है, जबकि जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त किया है।
निलंबित किए गए असिस्टेंट इंजीनियर का नाम विश्राम मीणा और बर्खास्त जूनियर इंजीनियर का नाम विष्णु मित्तल है। इस हादसे में एमसीडी की यह पहली कार्रवाई है। दिल्ली पुलिस कोचिंग हादसे में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
और भी

वायनाड में भूस्खलन से भारी तबाही, 11 लोगों की मौत

  • 100 से ज्यादा लोग फंसे, NDRF की टीम राहत बचाव में जुटी
तिरुवनंतपुरम। केरल के वायनाड में भीषण बारिश के बीच लैंडस्लाइड (भूस्खलन) हुई है. इसमें 100 से ज्यादा लोग फंस गए हैं. लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि हादसे में 3 बच्चों के साथ 11 लोगों की मौत हो गई है.
जानकारी के मुताबिक लैंडस्लाइड मंगलवार की सुबह तड़के करीब 2 बजे हुई. इसके बाद सुबह करीब 4.10 बजे फिर एक बार लैंडस्लाइड हुई. न्यूज एजेंसी के मुताबिक लैंडस्लाइड के चलते करीब 100 से ज्यादा लोग मलबे में फंस गए, जिन्हें बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
लैंडस्लाइड से घायल होने वाले 16 लोगों को वायनाड के मेप्पाडी में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा है कि वायनाड में भूस्खलन के बाद सभी संभावित बचाव कार्यों का समन्वय किया जाएगा.घटना के बारे में पता चलते ही सरकारी तंत्र बचाव अभियान में जुट गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन में राज्य की सभी सरकारी एजेंसियां लगी हुई हैं. आज राज्य के मंत्री घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं.
इलाके के सीएमओ के मुताबिक भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है. यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक कंट्रोल रूम स्थापित कर लिया है. आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए हैं. वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और एक ALH सुबह 7.30 बजे तमिलनाडु के सुलूर से रवाना कि जाएंगे.
वायनाड चूरलमाला में बचाव अभियान में अग्निशमन एवं बचाव, नागरिक सुरक्षा, एनडीआरएफ और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया दल के 250 सदस्य शामिल हैं. एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम को तुरंत मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है.
राज्य सरकार ने 5 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी हुआ है, उनमें कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड और मल्लपुरम शामिल है. इन जिलों में अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
लैंडस्लाइड के बाद सीएमओ की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि भूस्खलन को देखते हुए थामरसेरी दर्रे से होकर जरूरी वाहनों के अलावा दूसरे वाहनों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. दर्रे से होकर जाने वाले रासते को प्रशस्त करने के लिए सभी को तत्पर रहने को कहा गया है. ताकी दर्रे में ट्रैफिक जाम न हो और बचाव सामग्री मुंदकई तक पहुंचाई जा सके.
वायनाड कलेक्टर ने सरकारी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में उपस्थित रहने और आवश्यकतानुसार बचाव और राहत गतिविधियों के समन्वय में शामिल होने का निर्देश दिया है. कलेक्टर ने कहा है कि बिना पूर्व अनुमति के किसी को भी जिला नहीं छोड़ना है.
और भी

चक्रधरपुर रेल मंडल में ट्रेन हादसा, हावड़ा-मुंबई मेल पटरी से उतरी

  • अब तक दो यात्रियों की मौत, 50 घायल
जमशेदपुर (एजेंसी)। झारखंड के चक्रधरपुर रेल मंडल में मंगलवार को तड़के 4 बजे बड़ा ट्रेन हादसा हुआ। राजखरसावां-बडाबांबो स्टेशन के बीच हावड़ा से चलकर मुंबई जाने वाली 12810 मुंबई मेल दुर्घटनाग्रस्त हो गई। ट्रेन की 18 बोगियां पटरी से उतर गईं। हादसे में अब तक दो यात्रियों की मौत हुई है, जबकि 50 यात्री घायल हुए हैं।
रेलवे की टीम राहत और बचाव में जुटी है। कई यात्रियों को नजदीक के हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है। रिलीफ ट्रेन के साथ चक्रधरपुर रेल मंडल के कई सीनियर अफसर मौके पर पहुंचे हैं। चक्रधरपुर मंडल के सीनियर डीसीएम आदित्य कुमार चौधरी ने इस दुर्घटना की पुष्टि की है।
सरायकेला जिला प्रशासन के मुताबिक, दो यात्रियों की मौत हुई है। घायल यात्रियों को बस से अस्पताल ले जाया गया है। बताया गया कि इस रूट पर एक मालगाड़ी दो दिन पहले डिरेल हुई थी। मेल एक्सप्रेस उसी मालगाड़ी के डिब्बों से टकरा गई और उसकी 8-10 बोगियां बेपटरी हो गईं। कुछ डिब्बे आपस में चढ़ गए तो कई गति तेज होने के कारण बीच से मुड़ गए।
हादसे की वजह से दक्षिण पूर्व रेलवे के टाटानगर-चक्रधरपुर खंड पर रेल परिचालन पूरी तरह ठप हो गया है। इस हादसे के कारण कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि कुछ ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है। क्रेन और अन्य मशीनों की मदद से डिब्बों को हटाने और फंसे हुए यात्रियों को निकालने का काम जारी है। हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पूरी तरह से बाधित है और अन्य ट्रेनों को डायवर्ट किया जा रहा है।
हादसे के वक्त अधिकांश यात्री गहरी नींद में सो रहे थे। तभी अचानक एक तेज आवाज और झटके के साथ कई डिब्बे एक के बाद एक पटरी से उतरते चले गए। ट्रेन के अंदर अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। ऊपर के बर्थ पर सो रहे कई यात्री नीचे गिर गए। सामान बिखर गया।
इस हादसे के बाद रेलवे की तरफ से हेल्पलाइन नंबर किए गए हैं। टाटानगर में 06572290324, चक्रधरपुर में 06587 238072, राउरकेला में 06612501072, 06612500244 और हावड़ा 9433357920, 03326382217 पर संपर्क किया जा सकता है।
और भी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगस्त में जा सकते हैं यूक्रेन

  • रूस से युद्ध के बीच पहला दौरा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कीव (यूक्रेन) जाने वाले हैं। सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी अगस्त में कीव की यात्रा करेंगे। रूस से जंग के बीच पीएम मोदी का यह यूक्रेन का पहला दौरा होगा। जुलाई में दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय वार्ता हुई, जिसमें एस जयशंकर और यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और यूक्रेन के आंद्रेई यरमाक ने फोन पर बातचीत की थी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने की बात कही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून में इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने 4 जून को आम चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी। साथ ही राष्ट्रपति ने उन्हें देश का दौरा करने का निमंत्रण दिया था।
मार्च में वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ फोन पर बातचीत में पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत-यूक्रेन साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर बातचीत की थी। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जेलेंस्की को भरोसा दिलाया था कि भारत शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार हर संभव कोशिश करना जारी रखेगा।
पीएम मोदी ने इस महीने की शुरुआत में अपनी दो दिवसीय मास्को यात्रा के दौरान कहा था, "युद्ध के मैदान में किसी समस्या का समाधान नहीं है। बातचीत और कूटनीति ही आगे बढ़ने का रास्ता है।" पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि भारत ने हमेशा क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता समेत संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करने की अपील की है।
और भी

पालघर में मालगाड़ी पटरी से उतरी

  • अधिकारियों का कहना- स्थानीय रेल नेटवर्क पर कोई असर नहीं पड़ा
पालघर (एएनआई)। अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को महाराष्ट्र के पालघर जिले में बोईसर रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतर गए। हालांकि, पटरी से उतरने से लोकल ट्रेनें प्रभावित नहीं हुई हैं और वे समय पर चल रही हैं, सीपीआरओ, पश्चिमी रेलवे ने कहा। "पालघर में बोईसर रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतर गए। रेलवे अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। पटरी से उतरने के कारण लोकल ट्रेनों पर कोई असर नहीं पड़ा है, वे समय पर चल रही हैं," सीपीआरओ, पश्चिमी रेलवे ने कहा। आगे के विवरण की प्रतीक्षा है। 26 जुलाई को, ओडिशा के भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन के पास अंगुल के रास्ते में एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। पूर्वी रेलवे के अनुसार, 22 जुलाई को जिले के राणाघाट यार्ड में आंतरिक शंटिंग के दौरान एक मालगाड़ी का पिछला गार्ड बोगी पटरी से उतर गया।
उसी दिन, 22 जुलाई को अलवर गुड्स स्टेशन से रेवाड़ी जा रही एक मालगाड़ी मथुरा ट्रैक पर लगभग 2:30 बजे पटरी से उतर गई। इसी महीने की 21 जुलाई को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के रानाघाट के मालगाड़ी वार्ड में आंतरिक शंटिंग के दौरान एक मालगाड़ी का गार्ड बोगी पटरी से उतर गया । उसी दिन, 21 जुलाई को राजस्थान के अलवर गुड्स स्टेशन से रेवाड़ी जा रही एक मालगाड़ी मथुरा ट्रैक पर लगभग 2:30 बजे पटरी से उतर गई। 20 जुलाई को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और मुरादाबाद सेक्शन के बीच एक मालगाड़ी के कम से कम सात डिब्बे पटरी से उतर गए। (एएनआई)
और भी

डोडा पुलिस ने जारी किए 3 आतंकियों के स्केच

  • बताने वालो के लिए 5 लाख रुपये का नकद इनाम घोषित
डोडा। घाटी में आतंकवाद के खिलाफ अभियान को तेज करते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तीन आतंकवादियों के स्केच जारी किए हैं, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे डोडा और देसा इलाके के ऊपरी इलाकों में घूम रहे हैं और हाल ही में देसा के उरार बागी इलाके में हुई आतंकी घटना में शामिल थे। police ने इनमें से प्रत्येक आतंकवादी की सूचना देने वाले को 5 लाख रुपये का नकद इनाम देने की भी घोषणा की है। जम्मू-कश्मीर पुलिस (जिला डोडा) ने आम जनता से इन आतंकवादियों की मौजूदगी या गतिविधि के बारे में निम्नलिखित संपर्क नंबरों पर सूचना देने की अपील की है। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
सेना के सूत्रों ने बताया कि शनिवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के कामकारी सेक्टर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के हमले को नाकाम कर दिया, जिसमें एक जवान शहीद हो गया और एक कैप्टन समेत चार अन्य घायल हो गए। उन्होंने बताया कि गोलीबारी में एक पाकिस्तानी घुसपैठिया भी मारा गया। BAT में आम तौर पर पाकिस्तानी सेना के विशेष बल के जवान और आतंकवादी शामिल होते हैं। सूत्रों ने बताया कि कई घंटों तक चली भारी गोलीबारी के बीच दो घुसपैठिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में वापस जाने में सफल रहे। उन्होंने बताया कि तीन घुसपैठियों के एक समूह ने उत्तरी कश्मीर जिले के त्रेहगाम सेक्टर में कुमकडी चौकी के पास एक अग्रिम चौकी पर ग्रेनेड फेंके और गोलीबारी की
SSP Doda - 9541904201, SP Headquarters Doda - 9797649362, 9541904202, SP OPS Doda - 9541904203
और भी

टीएमयू के संग मिसाइल मैन की मधुर स्मृतियां

नई दिल्ली। देश के पूर्व राष्ट्रपति एवम् भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की मधुर स्मृतियां तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के संग आज भी ताज़ा हैं। वह बतौर मुख्य अतिथि 12 बरस पूर्व 2012 में अपनी गरिमामयी मौजूदगी से यूनिवर्सिटी के प्रथम दीक्षांत समारोह को गुलज़ार कर गए थे। समारोह के दौरान वह अपने सारगर्भित संबोधन में कभी शिक्षक, कभी अर्थशास्त्री तो कभी वैज्ञानिक की भूमिका में नज़र आए। उन्होंने स्टुडेंट्स को तरक्की के दस सूत्र भी सुझाए। वह यूनिवर्सिटी के अद्भुत,भव्य और अविस्मरणीय इस समारोह में करीब सवा दो घंटे रहे। कुलाधिपति सुरेश जैन और ग्रुप वाइस चेयरमैन मनीष जैन मशहूर वैज्ञानिक डॉ. कलाम के वार्म वेलकम करने वालों में शामिल थे। मिसाइल मैन की पुण्य तिथि पर इनके दिलों दिमाग में आज भी भारत के इस सच्चे सपूत की मधुर स्मृतियां तो ताज़ा हैं ही, संग ही एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अक्षत जैन और मेंबर ऑफ गवर्निंग बॉडी सुश्री नंदिनी जैन पर भी मिसाइल मैन डॉ. कलाम की महान उपलब्धियों का गहरा असर है।
दीक्षांत समारोह में उन्होंने टीएमयू के छात्रों को आह्वान किया था, उन्हें भारत को विकसित देश बनाने के सपने को साकार करना है। इसके लिए ईमानदारी पहली शर्त है, इसीलिए देश में करप्शन को खत्म करना होगा। हमें आविष्कार,शोध,संरचनात्मक परिवर्तन और गरीबी दूर करने के लिए जुटना होगा। उन्होंने इस दीक्षांत समारोह में मशहूर संगीतकार रवीन्द्र जैन, एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल, दिल्ली के चेयरमैन डॉ. अशोक सेठ, बत्रा हॉस्पिटल, दिल्ली के ट्रस्टी डॉ. नरेंद्र बत्रा, इक्विटी निदेशक राकेश झुनझुनवाला आदि को मानद उपाधि से भी अलंकृत किया था। साथ ही विवि के 75 टॉपरों को स्वर्ण पदक और उपाधि प्रदान की थीं। उल्लेखनीय है, इसरो के निदेशक रहे डॉ. कलाम के सपनों को मूर्त रूप देने के प्रति टीएमयू बेहद संजीदा है। टीएमयू में न केवल इसरो ने इसी बरस अपना नोडल सेंटर खोला है। स्टार्ट-इसरो कार्यक्रम के तहत फर्स्ट ऑनलाइन प्रशिक्षण भी हो चुका है। इस 15 दिनी टेªनिंग में इसरो के करीब दो दर्जन वैज्ञानिकों ने व्याख्यान दिए थे। इन ई-क्लासेज में टीएमयू के इसरो नोडल सेंटर के 361 छात्रों ने परीक्षा उत्तीर्ण की। प्रशिक्षण के दौरान इन स्टुडेंट्स ने सौर मंडल के रहस्यों को गहनता से समझा।
और भी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वॉर मेमोरियल में शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि

कारगिल। द्रास पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वॉर मेमोरियल में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. बता दें कि हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है. लेकिन इस बार कारगिल दिवस की रजत जयंती (25 साल) होने के कारण यह कार्यक्रम खास है. इसमें बड़ी संख्या में कारगिल युद्ध के दौरान अपने प्राण न्यौछावर करने वाले बहादुरों के परिजन, वीरता पुरस्कार विजेता और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद है.
बता दें कि पाकिस्तान के साथ हुई कारगिल जंग 3 मई 1999 से 26 जुलाई 1999 तक लड़ी गई थी. 26 जुलाई को भारतीय सेना ने जीत हासिल की थी. तब से इस तारीख को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. 1999 से पहले भारत और पाकिस्तान के बीच एक समझौता हुआ था कि दोनों ही देश के सैनिक सर्दियों में उन इलाकों में अपने जवानों की तैनाती नहीं करेंगे, जहां पर बर्फ जमा होगी.
पाकिस्तान के साथ हुए समझौते का भारत ने तो इस समझौते का पालन किया था, लेकिन पाकिस्तान ने धोखे के तहत सर्दियों में इन पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया था. इसमें द्रास, टाइगर हिल और कारगिल समेत कई अहम इलाकों पर वो पहुंच गए थे. करीब 134 किमी के दायरे में पाकिस्तानियों ने अपनी पैठ बना ली थी. कारगिल युद्द के दौरान 3 महीने में भारत ने अपने 527 जवानों को खोया था. इस युद्द में 1363 जवान घायल हुए थे.
और भी

कारगिल दिवस की 25वीं वर्षगांठ आज, जवानों को दी गई श्रद्धांजलि

लद्दाख। देश आज कारगिल दिवस की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कारगिल विजय दिवस की वर्षगांठ में शामिल होने लद्दाख पहुंचेंगे। कारगिल युद्ध भारत की जीत की याद दिलाता है और बहादुरी से लड़ने वाले सैनिकों के बलिदान का सम्मान करता है।
बता दें कि कारगिल विजय दिवस भारत में एक महत्वपूर्ण दिवस है, जो हर साल 26 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिवस 1999 में कारगिल युद्ध में भारतीय सेना की जीत की याद में मनाया जाता है। कारगिल युद्ध मई 1999 में शुरू हुआ था, जब पाकिस्तानी सेना ने भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य में कारगिल जिले के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया था। इस युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ एक लंबी और कठिन लड़ाई लड़ी, जिसमें कई अधिकारियों और जवानों ने शहादत दी।
26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने कारगिल की चोटियों पर फिर से कब्जा कर लिया, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया। इस जीत के बाद, भारत सरकार ने 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में घोषित किया। इस दिवस पर, भारत में विभिन्न समारोह आयोजित किए जाते हैं, जिनमें शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है और उनकी वीरता को याद किया जाता है।
और भी

कर्नाटक ने NEET परीक्षा के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया, CET वापस मांगा

बेंगलुरु (एएनआई)। अखिल भारतीय मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET के खिलाफ अपनी मजबूत आवाज उठाते हुए, सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने गुरुवार को राज्य सरकार के दोनों सदनों में परीक्षा के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया और केंद्र से राज्य को कर्नाटक में मेडिकल प्रवेश के लिए CET की पुरानी प्रणाली पर वापस जाने की अनुमति देने की मांग की। NEET परीक्षा में खामियों और हाल की अनियमितताओं की ओर इशारा करते हुए, प्रस्ताव में केंद्र सरकार से कर्नाटक राज्य को इस परीक्षा से छूट देने और राज्य सरकार द्वारा आयोजित कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्रदान करने की अनुमति देने का आग्रह किया गया। राज्य के चिकित्सा शिक्षा और कौशल विकास मंत्री डॉ शरण प्रकाश पाटिल ने जहां विधानसभा में प्रस्ताव रखा , वहीं उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इसे विधान परिषद में पेश किया।
प्रस्ताव में कहा गया है, "नीट परीक्षा प्रणाली गरीब ग्रामीण छात्रों के चिकित्सा शिक्षा अवसरों को गंभीर रूप से प्रभावित करती है और राज्य सरकारों के छात्रों को राज्य सरकार के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश देने के अधिकारों से वंचित करती है और नीट परीक्षा में बार-बार होने वाली अनियमितताओं को देखते हुए, केंद्र सरकार को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 (केंद्रीय अधिनियम 30, 2019) में आवश्यक संशोधन करना चाहिए ताकि राष्ट्रीय स्तर पर नीट प्रणाली को समाप्त किया जा सके। साथ ही, कर्नाटक विधान परिषद सर्वसम्मति से आग्रह करती है कि केंद्र सरकार को तुरंत कर्नाटक राज्य को परीक्षा से छूट देनी चाहिए और राज्य सरकार द्वारा आयोजित कॉमन एंट्रेंस टेस्ट ( सीईटी ) के आधार पर मेडिकल प्रवेश प्रदान करना चाहिए।" इसमें कहा गया है, "चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. शरण प्रकाश पाटिल लगातार नीट परीक्षा का विरोध कर रहे हैं और इस प्रणाली से वंचित और ग्रामीण छात्रों के अवसरों और उनके चिकित्सा पेशे के सपने पर पड़ने वाले प्रभाव को उजागर कर रहे हैं।" बुधवार को, पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी सरकार ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश किया जिसमें नीट को खत्म करने और अलग-अलग राज्य सरकारों द्वारा इस तरह की परीक्षा आयोजित करने की पिछली प्रणाली को बहाल करने की मांग की गई। विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया गया।
इससे पहले मंगलवार, 23 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने NEET-UG 2024 परीक्षा को रद्द करने से इनकार कर दिया था, क्योंकि कोर्ट ने माना था कि इस साल के लिए नए सिरे से NEET-UG के लिए निर्देश देने से इस परीक्षा में शामिल होने वाले 24 लाख से ज़्यादा छात्रों पर गंभीर असर पड़ेगा। सुप्रीम कोर्ट उन याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था, जिनमें NEET-UG 2024 के नतीजों को वापस लेने और परीक्षा को नए सिरे से आयोजित करने के निर्देश देने की मांग की गई थी। इसमें परीक्षा में पेपर लीक और गड़बड़ी का आरोप लगाया गया था। (एएनआई)
और भी

कांग्रेस ने संसद में उठाया फ्लाइट में हो रही देरी का मुद्दा

दिल्ली। कांग्रेस ने आज संसद में हवाई उड़ानों में हो रही देरी का मुद्दा उठाया। कांग्रेस की ओर से मोर्चा संभालते हुए केसी वेणुगोपाल ने कहा कि फ्लाइट्स में देरी, खासकर एयर इंडिया और अन्य उड़ानों में देरी आजकल आम बात हो गई है। इस देरी के कारण लोगों को परेशानी होती है।
सांसद ने कहा, कभी-कभी, बिना किसी पूर्व सूचना के उड़ानें रद्द कर दी जाती हैं और ग्राहकों को रिफंड भी नहीं किया जाता है। क्या सरकार ने इन मुद्दों का अध्ययन कर रही है? लगातार कैंसिल हो रही फ्लाइट्स की निगरानी के लिए क्या कोई प्रणाली स्थापित की है? उन्होंने फ्लाइट्स में हो रही देरी को लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा, “मैं केरल का प्रतिनिधित्व करता हूं, तो मैं आपको एक बात कह सकता हूं कि हमारे प्रदेश के बहुत सारे लोग खाड़ी देशों में रहते हैं। इन लोगों को आमतौर पर जब कभी भी खाड़ी देश जाना होता है, तो इन्हें फ्लाट्स में देरी की वजह से काफी जूझना पड़ता है। कई बार तो यात्रियों को बिना सूचित किए फ्लाइट कैंसिल कर दी जाती है। इससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।"
उन्होंने कहा, "यात्रियों को हो रही इन परेशानियों को ध्यान में रखते हुए मैं केंद्र सरकार से यह जानना चाहता हूं कि अब तक इस दिशा में क्या कुछ कदम उठाए गए हैं। क्या सरकार ने अब तक ऐसा कोई तंत्र स्थापित किया है, जिससे यात्रियों को इन दुश्वारियों से बचाया जा सकें। कई दफा यात्री इस संबंध में एयरलाइंस को भी शिकायत कर चुके है। ऐसे में मैं सरकार से यह जानना चाहता हूं कि अब तक सरकार ने इस दिशा में क्या कुछ कदम उठाया है।” उन्होंने आगे कहा, “मैं आपको बताना चाहता हूं कि इस संबंध में केरल सरकार की ओर से कई दफा केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपा जा चुका है, लेकिन सरकार के मौजूदा रूख से ऐसा लगता नहीं है कि वो इस दिशा में कोई भी कदम उठाने की स्थिति में हैं।”
और भी

बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन भी विपक्ष का हंगामा

  • मुंह पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे कांग्रेस विधायक
पटना। बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन गुरुवार को भी विपक्ष का हंगामा जारी है। इस बीच, युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हुए पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस के विधायक मुंह पर काली पट्टी बांधकर विधानसभा पहुंचे। इधर, सदन की कार्यवाही शुरू होने पर भी विपक्ष के सदस्यों का हंगामा जारी रहा। मानसून सत्र के चौथे दिन की शुरुआत के पहले विपक्षी सदस्य आक्रामक दिखे।
कांग्रेस के विधायकों ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस के विधायक राजेश राम ने कहा कि मुख्यमंत्री विरोधियों पर लाठी चलाते रहते हैं। जब भाजपा विपक्ष में थी, तब उन पर लाठी चलवाई और अब कांग्रेस पर। उन्होंने कहा कि कल युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे और पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
इधर, भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि जो भी नियम तोड़ेगा उन पर पुलिस कार्रवाई करती है। दरअसल, विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है।उल्लेखनीय है कि बिहार की राजधानी पटना में प्रदेश युवा कांग्रेस ने बुधवार को विधानसभा घेराव की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसके बाद कांग्रेस भड़क उठी है। बिहार में कानून-व्यवस्था की खराब हालत, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और पेपर लीक का आरोप लगाकर प्रदेश युवा कांग्रेस ने विधानसभा घेराव का ऐलान किया था। इसी कड़ी में बुधवार को युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी के नेतृत्व में विधानसभा घेराव करने निकले थे और पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे।
इस बीच, गुरुवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद ही विपक्षी सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष के सदस्य वेल में पहुंच गए और हंगामा करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष नन्द किशोर यादव विपक्ष के सदस्यों को अपने स्थान पर जाने का आग्रह करते रहे लेकिन उनका हंगामा जारी है। हालांकि विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही जारी है।
और भी

IAS पूजा खेडकर मुद्दे पर संसद में हंगामा

  • एनसीपी सांसद फौजिया खान ने डिसएबिलिटी कोटा का उठाया मुद्दा
दिल्ली। IAS पूजा खेडकर मुद्दे पर संसद में हंगामा हुआ. एनसीपी सांसद फौजिया खान ने डिसएबिलिटी कोटा का मुद्दा उठाया और पूजा खेडकर के इस कोटे से यूपीएससी क्वालिफाई करने का भी जिक्र किया. जीरो ऑवर के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए फौजिया खान ने '...हमें बेबस-लाचार मत समझना, हमारा हौसला ही काफी है' के साथ अपनी बात पूरी की.
राज्यसभा में जीरो ऑवर समाप्त होने के बाद कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बयान का मुद्दा उठाया. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व पीएम के बयान का मुद्दा उठाया और कहा कि इसे लेकर रणदीप सिंह सुरजेवाला और अन्य सदस्यों की ओर से पॉइंट ऑफ ऑर्डर भी रेज किया गया था. खड़गे ने देवगौड़ा की ओर से अपने बेटे की तारीफ और कांग्रेस की सरकार को लेकर की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताई. सभापति जगदीप धनखड़ ने कल रात कांग्रेस सांसद जयराम रमेश और अन्य सदस्यों की ओर से कम्युनिकेशन मिलने की जानकारी दी और खड़गे से बैठ जाने का आग्रह किया.
बता दें कि लोकसभा में प्रश्नकाल और राज्यसभा में जीरो ऑवर की कार्यवाही समाप्त हो गई है. प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि कई सदस्यों की ओर से स्थगन प्रस्ताव के नोटिस की सूचना मिली है. इनमें से किसी भी नोटिस को अनुमति नहीं दी गई है.
और भी