हिंदुस्तान

वायनाड में भूस्खलन से भारी तबाही, 11 लोगों की मौत

  • 100 से ज्यादा लोग फंसे, NDRF की टीम राहत बचाव में जुटी
तिरुवनंतपुरम। केरल के वायनाड में भीषण बारिश के बीच लैंडस्लाइड (भूस्खलन) हुई है. इसमें 100 से ज्यादा लोग फंस गए हैं. लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि हादसे में 3 बच्चों के साथ 11 लोगों की मौत हो गई है.
जानकारी के मुताबिक लैंडस्लाइड मंगलवार की सुबह तड़के करीब 2 बजे हुई. इसके बाद सुबह करीब 4.10 बजे फिर एक बार लैंडस्लाइड हुई. न्यूज एजेंसी के मुताबिक लैंडस्लाइड के चलते करीब 100 से ज्यादा लोग मलबे में फंस गए, जिन्हें बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
लैंडस्लाइड से घायल होने वाले 16 लोगों को वायनाड के मेप्पाडी में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा है कि वायनाड में भूस्खलन के बाद सभी संभावित बचाव कार्यों का समन्वय किया जाएगा.घटना के बारे में पता चलते ही सरकारी तंत्र बचाव अभियान में जुट गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन में राज्य की सभी सरकारी एजेंसियां लगी हुई हैं. आज राज्य के मंत्री घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं.
इलाके के सीएमओ के मुताबिक भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है. यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक कंट्रोल रूम स्थापित कर लिया है. आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए हैं. वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और एक ALH सुबह 7.30 बजे तमिलनाडु के सुलूर से रवाना कि जाएंगे.
वायनाड चूरलमाला में बचाव अभियान में अग्निशमन एवं बचाव, नागरिक सुरक्षा, एनडीआरएफ और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया दल के 250 सदस्य शामिल हैं. एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम को तुरंत मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है.
राज्य सरकार ने 5 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी हुआ है, उनमें कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड और मल्लपुरम शामिल है. इन जिलों में अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
लैंडस्लाइड के बाद सीएमओ की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि भूस्खलन को देखते हुए थामरसेरी दर्रे से होकर जरूरी वाहनों के अलावा दूसरे वाहनों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. दर्रे से होकर जाने वाले रासते को प्रशस्त करने के लिए सभी को तत्पर रहने को कहा गया है. ताकी दर्रे में ट्रैफिक जाम न हो और बचाव सामग्री मुंदकई तक पहुंचाई जा सके.
वायनाड कलेक्टर ने सरकारी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में उपस्थित रहने और आवश्यकतानुसार बचाव और राहत गतिविधियों के समन्वय में शामिल होने का निर्देश दिया है. कलेक्टर ने कहा है कि बिना पूर्व अनुमति के किसी को भी जिला नहीं छोड़ना है.

Leave Your Comment

Click to reload image