धान का कटोरा

धान के बदले वृक्षारोपण करने वाले कृषकों को तीन वर्षो तक दी जाएगी आदान सहायता राशि

रायपुर:- कृषि उत्पादन आयुक्त एवं कृषि सचिव, छत्तीसगढ़ शासन कृषि विभाग डॉ एम गीता की अध्यक्षता में राजीव गांधी किसान न्याय योजनांतर्गत यूनिफाईड फार्मर पोर्टल प्रशिक्षण आज न्यू सर्किट हाउस के न्यू बिल्डिंग के कन्वेशनल हाॅल, रायपुर में संपन्न हुआ। जिसमें संचालक कृषि यशवंत कुमार, संचालक उद्यानिकी माथेश्वरन वी. प्रबंध संचालक बीज निगम अनिल साहू , संयुक्त सविच कृषि  के.सी.पैकरा, वनमंडलाधिकारी रायपुर  विश्वेश कुमार, संभागीय संयुक्त संचालक कृषि गया राम, आर.के. कश्यप उप संचालक कृषि,एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। राज्य सूचना अधिकारी  टी.एन.सिंह के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विभाग राजस्व, खाद्य, वन, सहकारिता, बीज निगम, उद्यानिकी एवं अपेक्स बैंक के अधिकारीगण उपस्थित हुए।

सिंह द्वारा यूनिफाईड फार्मर पोर्टल में वर्तमान में मुख्यतः धान उपार्जन, राजीव गांधी किसान न्याय योजना एवं मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई है। जिसमें कृषकों को एक ही पोर्टल द्वारा सभी हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ दिया जा सकेंगा। योजनाओं के लाभ हेतु कृषकों को आवेदन के साथ आधार कार्ड, बैंक खाता की जानकारी उपलब्ध कराना होेगा। मैदानी अमलों में  ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों द्वारा आवेदन का सत्यापन कार्य जाने के उपरांत समिति द्वारा सत्यापित आवेदन का पंजीयन कार्य पूर्ण किया जावेगा। 

योजनांतर्गत खरीफ 2021 से धान के साथ खरीफ की प्रमुख फसल मक्का, कोदो-कुटकी, रागी, सोयाबीन, अरहर तथा गन्ना उत्पादक कृषकांे को प्रतिवर्ष 9000 रू. प्रति एकड़ तथा वर्ष 2020-21 में जिस रकबे किसान द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया था, यदि धान के बदले कोदो-कुटकी, रागी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुगंधित धान, अन्य फोर्टिफाईट धान, केला पपीता लगाते है अथवा वृक्षारोपण करते है तो उन्हें प्रति एकड़ 10000 रू. आदान सहायता राशि दी जायेगी। वन विभाग के अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजनांतर्गत धान के बदले वृक्षारोपण करने वाले कृषकों को तीन वर्षो तक लगातार आदान सहायता राशि दी जायेगी।

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