क्राइम पेट्रोल

पुलिस कैंप से चंद किलोमीटर पर मिला नक्सल सामान

जवानों ने किया बरामद
मोहला। छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-चौकी जिले में स्थित मोहला विकासखंड के अंतिम क्षेत्र और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के बॉर्डर पर स्थित परवीडीह बेस कैंप पर नक्सली अपनी घातक नजर बनाए हुए हैं। परवीडीह बेस कैंप में तैनात आईटीबीपी के अफसर और जवानों ने कैंप से चंद किलोमीटर दूर फिर से नक्सलियों की आईईडी बनाने का सामान, प्रेशर कुकर, 12 बोर के हथियार सहित बारूद प्लास्टिक के बैरल में जमीन में डंप सामग्री को बरामद करने में सफलता हासिल की है।
उल्लेखनीय है कि, परवीडीह बेस कैंप से 4 किलोमीटर दूर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के पहुंच विहीन अंतिम गांव कातुलझोरा और उसके आसपास लगातार नक्सलियों के मूवमेंट की खबर आईटीबीपी के अफसरों को मिलती रही है। प्राप्त खबरों का विश्लेषण करते हुए रविवार सुबह करीब 6 बजे आईटीबीपी चावलास वी वाहिनी के सेनानी अनिल कुमार अकरणिया के निर्देश और आईटीबीपी के द्वितीय कमान मनीष भाटिया के मार्गदर्शन में उप सेनानी विजयपाल सिंह नेगी के नेतृत्व में अत्याधुनिक हथियारों से लैस सशस्त्र फोर्स ने सर्चिंग अभियान शुरू किया। दोपहर बाद अतुलझोरा के घने जंगल में प्लास्टिक के बैरल में जमीन पर डप नक्सल सामग्री को आईटीबीपी के जवानों ने डिटेक्ट किया, जिसे मोहला मुख्यालय देर शाम लेकर फोर्स पहुंची है। जवानों की ओर से बरामद की गई सामग्री में प्रेशर कुकर, बारूद, बिजली का तार, आईईडी बनाने की सामग्री, 12 बोर कट्टा, वॉकी टॉकी, ट्रांसमीटर, दवाई, रिसीवर बैनर टेंप्लेट इत्यादि शामिल है। देखिए वीडियो-
बता दें कि, परवीडीह बेस कैंप के नजदीक कातुलझोरा के जंगल में 10 जून 2022 को आईटीबीपी और पुलिस के जवानों को घातक चोट पहुंचाने आईईडी फिक्स किए हुए थे, जिसे आइटीबीपी के कैंप प्रभारी दिनेश चंद्र बडोला की टीम ने डिटेक्ट करते हुए स्पॉट पर ही निष्क्रिय कर दिया था। नक्सलियों के इस पैठ वाले इलाके में कैंप खुलने से माओवादी संगठन बौखलाया हुआ है। इलाके में नक्सली किसी बड़ी खून बहाने की साजिश को अंजाम देने के फिराक में है।

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