लूटपाट के जेवरात के साथ तीन आरोपी गिरफ्तार
झूठा सच @ रायपुर :- रायगढ़ पुलिस ने लूटपाट के तीनों आरोपी को लूट के जेवरात समेत गिरफ्तार किया है. इस मामले में खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि हटरी चौक सक्ती निवासी राजेन्द्र कुमार सोनी की सक्ती में ज्वेलर्स की दुकान है, वे आसपास के गांव में लगने वाले हाट बजार में भी दुकान लगाया करते थे । दिनांक 01/10/2021 को पूर्व की भांति राजेन्द्र सोनी ग्राम बेहरचुंआ बाजार दुकान लगाने सोने चांदी के जेवरात करीब 4.5– 5Kg कीमत लगभग 2 लाख 50 हजार तथा अन्य सामान फैंसी पायल घुंघरू, पीतल के सामान करीब 04 लाख 50 हजार रूपये का लेकर अपने मोटर सायकल में गये थे । बाजार के बाद शाम करीब 06-06:30 बजे के आसपास घर लौटते समय ग्राम साजापाली रोड़ पुल के आगे अज्ञात आरोपियों द्वारा राजेन्द्र सोनी से मारपीट कर सोने, चांदी के जेवरात, बहीखाता व अन्य फैंसी जेवरात को लूटकर भाग गये । घटना की सूचना मिलते ही एसडीओपी खरसिया, थाना प्रभारी खरसिया, चौकी प्रभारी खरसिया मौके पर पहुंचे ।
आहत राजेन्द्र सोनी को खरसिया सिविल अस्पताल में प्रारंभिक ईलाज के बाद मेट्रो हास्पीटल रायगढ़ में भर्ती कराया गया । रात में ही एडिशनल एसपी लखन पटले के साथ पुलिस टीम मेट्रो हॉस्पीटल पहुंचकर आहत के स्वास्थ्य की जानकारी लेकर आहत के परिजनों से पूछताछ घटना की विस्तृत जानकारी लिया गया । पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना द्वारा घटना की पूरी जानकारी लेकर एसडीओपी खरसिया को घटना में स्थानीय लोगों के हाथ होने की आशंका व्यक्त कर क्षेत्र के संदिग्धों की बारीकी से जांच करने सहित महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया गया । एसडीओपी खरसिया के नेतृत्व में जांच जुटी पुलिस टीमें घटनास्थल के आसपास के गांवों में पूछताछ प्रारंभ किया गया, पुलिस टीम के साथ डॉग हैंडलर तथा पुलिस डॉग रूबी भी साथ थी ।
घटनास्थल के समीप ग्राम साजापाली के संदिग्धों का तलब कर पूछताछ किया जा रहा था कि पुलिस टीम को मुखबिर द्वारा ग्राम साजापाली के नागेश्वर गबेल को वारदात में शामिल होने का संदेह जताते हुए बेहरचुंआ बाजार आसपास देखना बताया । पुलिस टीम द्वारा तत्काल संदेही नागेश्वर गबेल को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ करने पर उसने अपने साथी भरत श्रीवास निवासी कसाईपाली एवं प्रकाश बरेठ निवासी साजापाली के साथ मिलकर लूटपाट करना बताया गया । पुलिस डॉग रूबी भी नागेश्वर गबेल तक पहुंची थी । पुलिस की टीम अन्य दो आरोपियों की धरपकड़ के लिये उनके ठिकानों पर दबिश देकर गिरफ्तार किया गया ।