गैंगस्टर अमन साव पुलिस एनकाउंटर में ढेर
11-Mar-2025 1:36:40 pm
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- बमबारी कर गैंगस्टर अमन साव को छुड़ाने पहुंचे थे गुर्गे
रायपुर/पलामू। झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को पुलिस हिरासत में ले जाते समय एनकाउंटर में मार गिराया। जानकारी के मुताबिक, अमन साव को रायपुर जेल से झारखंड लाया जा रहा था, इसी दौरान रास्ते में रामगढ़ के पास अमन गैंग के लागों ने पुलिस के काफिले पर पहले बम से हमला किया। इस दौरान मौके का फायदा उठाकर अमन साव ने पुलिस की इंसास राइफल लूट ली और भागने लगा, जिस पर पुलिस ने पीछा किया। इस दौरान अमन साव के साथियों ने उसे छुड़ाने के पुलिस पर हमला कर दिया, जवाबी कार्रवाई में अमन साव ढेर हो गया। गैंस्टर के साथियों के साथ मुठभेड़ में गैंस्टर के साथियों के साथ मुठभेड़ में एक पुलिस जवान के घायल होने की खबर है।
अमन साव रायपुर में कारोबारी पर फायरिंग मामले में सेंट्रल जेल में बंद था। उसके तार अमन साव से जुड़ रहे थे, इसी के चलते उसे रायपुर से रांची ले जाया जा रहा था।
पुलिस को पहले से अमन साव के भागने की आशंका थी, इसलिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। घटना के बाद पुलिस ने इलाके को घेर लिया और जांच शुरू कर दी है। अमन साव पर हत्या, लूट और रंगदारी समेत कई गंभीर मामले दर्ज थे।
ये है पूरा मामला-
रांची के बरियातू थाना इलाके के गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल के पास 7 मार्च को कोयला कारोबारी बिपिन मिश्रा की कार पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। विपिन मिश्रा और उसके ड्राइवर को भी गोली लगी है। कोयला कारोबारी के बॉडीगार्ड ने भी जब जवाबी फायरिंग की तो हमलावर फरार हो गए। अपराधियों को गिरफ्तार करने के पुलिस छापेमारी कर रही है। इस हमले को अमन साव का नाम भी जोड़ा जा रहा है।
8 जिलों में 50 से अधिक केस दर्ज-
अमन साव पर 50 से अधिक मामले रांची सहित राज्य के अगल-अलग थानों में दर्ज हैं। अमन साव का गिरोह रांची के अलावा रामगढ़, चतरा, धनबाद, हजारीबाग, पलामू, लातेहार और बोकारो में रंगदारी मांगने के लिए सक्रिय है।
गिरोह कोल माइनिंग कंपनियों, कोयला व्यवसायी और ट्रांसपोर्टर, बिल्डर, ठेकेदार और कारोबारियों को रंगदारी के लिए टारगेट कर रहा है। अगर इन्हें रंगदारी नहीं मिलती है तो गिरोह के गुर्गे या तो उन कारोबारियों के दफ्तर पर फायरिंग कर धमका रहे हैं या फिर उन्हें ही गोली मार रहे हैं।
पिछले 6 माह में रंगदारी मांगने और गोली चलाने के आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। अमन गिरोह के खौफ से कई कारोबारियों ने अब घर से निकलना भी कम कर दिया है। उन्हें डर लगा रहता है कि कहीं उन पर कोई रंगदारी नहीं देने को लेकर फायरिंग ना कर दे।