झूठा सच @ रायपुर /लखनऊ: - लखीमपुर हिंसा के बाद मचे बवाल के बीच गिरफ्तार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मिलने सचिन पायलट और प्रमोद कृष्णन सीतापुर जा रहे हैं। दोनों नेता थोड़ी देर में दिल्ली से सीतापुर के लिए रवाना होंगे। इस बीच राहुल गांधी के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ लखीमपुर जाने के कार्यक्रम को सरकार ने इजाजत नहीं दी है। उधर, मंगलवार देर रात दूसरी बार पोस्टमार्टम के बाद लखीमपुर हिंसा में मारे गए चौथे किसान 22 वर्षीय गुरविंदर सिंह का बुधवार की सुबह-सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया। राजनीतिक नेताओं के लखीमपुर और सीतापुर दौरे को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। दोबारा माहौल बिगड़ने की आशंका के मद्देनज़र प्रशासन ने लखीमपुर में एक बार फिर इंटरनेट सेवाएं बाधित कर दी हैं। इसके साथ ही सीतापुर में भी इंटरनेट सेवाओं को ठप कर दिया है।
सुबह 7:29 पर लखीमपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद किए जाने की खबर आई। इसके बाद सीतापुर में भी प्रशासन ने इंटरनेट पर रोक लगा दी। प्रियंका गांधी को सीतापुर के पीएसी गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया है। पीएसी की द्वितीय वाहिनी के बाहर कांग्रेसियों का जमावड़ा है। प्रियंका की गिरफ्तारी और किसानों के मुद्दे को लेकर पार्टी प्रदेश व्यापी प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। प्रियंका गांधी शुरू से कह रही हैं कि वह लखीमपुर खीरी में पीड़ित किसान परिवारों से मिले बगैर वापस नहीं जाएंगी। पुलिस ने उन्हें चार अक्टूबर को तड़के साढ़े चार बजे सीतापुर के हरगांव से हिरासत में लिया था। कल पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 151, 107 और 116 के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए कहा कि उन्हें गिरफ्तार करके सीतापुर गेस्ट हाउस में बनी अस्थाई जेल में रखा गया है।
लखीमपुर हिंसा पर मचे बवाल के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मौके पर जाने का ऐलान किया है। कांग्रेस ने राहुल के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के लखीमपुर जाने के लिए सरकार से इजाजत मांगी थी जिसे योगी सरकार ने ठुकरा दिया है। लेकिन बताया जा रहा है कि सरकार से इजाजत न मिलने के बाद भी राहुल लखीमपुर जाने की कोशिश कर सकते हैं। इसके मद्देनज़र लखनऊ से लेकर लखीमपुर खीरी तक प्रशासन अलर्ट पर है। लखनऊ और लखीमपुर में धारा-144 लागू है। कहा जा रहा है राहुल गांधी, भूपेश बघेल, सचिन पायलट और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ लखीमपुर जाने की कोशिश करेंगे।
उधर, सीतापुर के पीएसी गेस्ट हाउस में बनी अस्थाई जेल में प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया है कि प्रशासन उन्हें अपने वकील तक से बात नहीं करने दे रहा है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को पूरी तरह गैरकानूनी बताया है। प्रियंका की गिरफ्तारी के बाद से ही सीतापुर से लेकर लखनऊ और प्रदेश के अन्य कई जिलों में कांग्रेस सक्रिय नज़र आने लगी है। कांग्रेस कार्यकर्ता जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को राहुल के यूपी आने से एक बार फिर यहां सियासी हलचल तेज होने की संभावना है।