हिंदुस्तान

मोदी और मैक्रों ने रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ उनकी शानदार बैठक हुई। यह एक साल में उनकी चौथी मुलाकात थी। इस दौरान उन्होंने रक्षा, परमाणु और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने इटली के दक्षिणी रिसॉर्ट शहर में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की। मैक्रों के साथ यह मुलाकात इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल के लिए कार्यभार संभालने के बाद से मोदी की किसी अंतरराष्ट्रीय नेता के साथ पहली आधिकारिक द्विपक्षीय बैठक है। मोदी ने लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए पदभार ग्रहण करने पर राष्ट्रपति मैक्रों की हार्दिक शुभकामनाओं के लिए उनका धन्यवाद किया। मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, "मेरे मित्र राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ शानदार बैठक हुई।
यह एक साल में हमारी चौथी मुलाकात है, जो इस बात को दर्शाता है कि हम मजबूत भारत-फ्रांस संबंधों को कितनी प्राथमिकता देते हैं।" मोदी ने लिखा, "हमारी बातचीत में रक्षा, सुरक्षा, प्रौद्योगिकी, एआई, ब्लू इकोनॉमी और कई अन्य विषयों पर चर्चा हुई। हमने इस बात पर भी चर्चा की कि युवाओं में नवाचार और शोध को कैसे प्रोत्साहित किया जाए।" "जी7 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मैंने ऊर्जा, रक्षा, अनुसंधान और संस्कृति के क्षेत्र में भारत और फ्रांस को एकजुट करने वाली रणनीतिक साझेदारी के मुख्य मुद्दों पर चर्चा की, और मुझे कहना चाहिए: क्या गति है!" मैक्रोन ने एक्स पर पोस्ट किया।
मोदी ने मैक्रोन को अगले महीने शुरू होने वाले पेरिस ओलंपिक की मेजबानी के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दीं। फ्रांस 26 जुलाई से 11 अगस्त तक 2024 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी करेगा। दोनों नेताओं ने भारत-फ्रांस द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की, जिसमें 'क्षितिज 2047' रोडमैप और इंडो-पैसिफिक रोडमैप पर ध्यान केंद्रित किया गया। चर्चा में रक्षा, परमाणु, अंतरिक्ष, शिक्षा, जलवायु कार्रवाई, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, कनेक्टिविटी और राष्ट्रीय संग्रहालय साझेदारी और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाने जैसी सांस्कृतिक पहलों में सहयोग शामिल था। दोनों नेताओं ने प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत और फ्रांस के बीच एक मजबूत और भरोसेमंद रणनीतिक साझेदारी एक स्थिर और समृद्ध वैश्विक व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है और इसे और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए। दोनों नेताओं के बीच आखिरी मुलाकात जनवरी में हुई थी, जब फ्रांस के राष्ट्रपति भारत के 75वें गणतंत्र दिवस में भाग लेने के लिए भारत आए थे।

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