साल का पहला खरमास शुरू, पूजा-पाठ से मिलेगा आशीर्वाद
15-Mar-2024 3:02:56 pm
556
जब सूर्य बृहस्पति की राशियों धनु और मीन में गोचर करता है, तब खरमास लगता है यानी ग्रहों के राजा सूर्य की चमक कम हो जाती है। अब 14 मार्च को सूर्य नारायण मीन राशि में प्रवेश कर गए और इसी दिन से खरमास शुरू हो गया। आइए जानते हैं खरमास का महत्व और कौन से काम रुक जाएंगे. साथ ही खरमास में सूर्य पूजा मंत्र क्या हैं...
खरमास 2024 ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, खरमास सूर्य देव के धनु और मीन राशि में भ्रमण के दौरान मनाया जाता है। इस प्रकार खरमास साल में दो बार आता है। इस समय सूर्य की गति और चमक प्रभावित होती है। इसी कारण से खरमास में शुभ कार्य नहीं किये जाते हैं। आइए जानते हैं साल के पहले खरमास यानी मार्च 2024 में खरमास का समय और खरमास के दौरान कौन से काम नहीं करने चाहिए।
साल 2024 में 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 36 मिनट पर सूर्य देव कुंभ राशि से मीन राशि में आएंगे। इसके साथ ही खरमास शुरू हो जाएगा. इसके बाद 13 अप्रैल को सूर्य देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य देव के मेष राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगा।
खरमास दो शब्दों खर और मास से मिलकर बना है, जिसमें खर का मतलब गधा और कड़ा होता है, जबकि मास का मतलब महीना होता है। इस प्रकार इसके दो अर्थ हैं: तपस्या और जीवन में कठिनाइयों का सामना करने का महीना या गर्दभ का महीना। इससे जुड़ी कथा के अनुसार इस महीने में सूर्य नारायण अपने घोड़ों को आराम करने के लिए छोड़ देते हैं और संसार में ऊर्जा के प्रवाह को सामान्य बनाए रखने के लिए घोड़े की सवारी करते हैं, जिससे उनकी गति धीमी हो जाती है। माना जाता है कि इसीलिए इस माह को खरमास कहा जाता है।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार खरमास को शुभ कार्यों के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन इस समय जप, तप और सूर्य नारायण भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। खरमास में क्या नहीं करना चाहिए-
खरमास के दौरान विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि कार्य नहीं करने चाहिए।
खरमास में नई संपत्ति, नया वाहन खरीदना, नया कारोबार शुरू करने से बचना चाहिए।
खरमास के दौरान तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए।
खरमास में सूर्य देव के इन मंत्रों का जाप करके सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए।