धर्म समाज

शरद पूर्णिमा पर क्यों खायी जाती है खीर?

झूठा सच @ रायपुर:- शरद पूर्णिमा का खास महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन खीर को चांदनी रात में रखकर खाने से बहुत लाभ होता है। खीर के लिए विशेष तरह के बर्तन का इस्तेमाल करने की भी मान्यता है। विद्वानों के अनुसार खीर को कांच, मिट्टी या चांदी के पात्र में ही रखें। वहीं अगर उत्तम फल पाना है तो फिर इसे चांदी के बर्तन में बनाएं या फिर बनाकर उसमें खीर डालकर चांद की रोशनी में रखें।
क्या हैं खीर के आयुर्वेदिक फायदे
शरद पूर्णिमा का चांद सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। इसका चांदनी (रोशनी) से पित्त, प्यास, और दाह दूर हो जाते है। दशहरे से शरद पूर्णिमा तक रोजाना रात में 15 सो 20 मिनट तक चांदनी का सेवन करना चाहिए। यह काफी लाभदायक है। साथ ही चांदनी रात में त्राटक करने से आपकी आंखों की रोशनी बढ़ेगी। ऐसा कहा जाता है कि वैद्य लोग अपनी जड़ी-बूटी और औषधियां इसी दिन चांद की रोशनी में बनाते-पीसते हैं जिससे यह रोगियों को दोगुना फायदा दें।
 

Leave Your Comment

Click to reload image