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करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर को, रखें इन बातों का ध्यान

  • इस शुभ मुहूर्त में बनाएं सरगी
सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन करवा चौथ व्रत को बहुत ही खास माना गया है जो कि हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर किया जाता है। यह व्रत सुहागिनों के लिए बेहद खास होता है करवा चौथ के दिन महिलाएं कठिन उपवास रखती है और करवा माता की विधिवत पूजा करती है।
करवा चौथ पर दिनभर निर्जला उपवास किया जाता है और शाम के समय सोलह श्रृंगार करके पूजा होती है और व्रत कथा सुनी जाती है। इस साल करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर दिन रविवार को किया जाएगा। इस दिन 21 मिनट के लिए भद्रा लग रही है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाओं को किन कार्यों को नहीं करना चाहिए तो आइए जानते हैं।
इस शुभ मुहूर्त में बनाएं सरगी-
करवा चौथ के दिन सरगी थाली की सामग्री का सेवन ब्रह्म मुहूर्त में करना चाहिए। माना जाता है कि इस दौरान देवी-देवता पृथ्वी पर विचरण करते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। इस दौरान हम जो कुछ भी खाते हैं वह हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा लाता है। पंचांग समाचार पत्र के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 19 अक्टूबर को शाम 6:16 बजे शुरू हो रही है। वहीं, इसका समापन 29 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 46 मिनट पर होगा. ऐसे में करवा चौथ लगभग 28 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
करवा चौथ पर न करें ये काम-
करवा चौथ का पर्व अखंड सौभाग्य का त्योहार होता है ऐसे में इस दिन महिलाएं भूलकर भी काले, नीले, भूरे और सफेद रंग के वस्त्र ना धारण करें। इन रंगों को अशुभ माना जाता है मान्यता है कि इन रंगों को करवा चौथ पर धारण करने से जीवन में नकारात्मकता प्रभावित होती है और तनाव बढ़ता है।
इसके अलावा करवा चौथ के दिन पति पत्नी को एक दूसरे से वाद विवाद या फिर बहस भी नहीं करना चाहिए वरना वैवाहिक जीवन में कड़वाहट बनी रहती है और परेशानियां झेलनी पड़ती है। करवा चौथ पर घर आए गरीब को खाली हाथ नहीं भेजना चाहिए बल्कि उसे कुछ न कुछ दान जरूर करें। ऐसा करने से देवी प्रसन्न होकर कृपा करती हैं।

 

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