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1 जनवरी को बन रहे कई शुभ योग, सालभर चलेगा ग्रहों का गोचर

  • शनि और गुरु भी बदलेंगे राशि
नव वर्ष के पहले दिन की शुरुआत शुभ योग में होने जा रही है। वर्ष 2025 की शुरुआत में ग्रहों के विशेष गोचर के कारण कुछ महत्वपूर्ण राजयोग और योग बनने जा रहे हैं। ज्योतिष के अनुसार, 2025 की शुरुआत में मालव्य और केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण होगा। यह राजयोग शुक्र के 27 जनवरी को मीन राशि में गोचर से बन रहा है। इसके साथ वर्ष 2025 दो बड़े प्रभावशाली ग्रह शनिदेव व देवगुरु बृहस्पति राशि परिवर्तन करेंगे।
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार एक जनवरी को द्वितीया तिथि, उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र और हर्षण, शिव वास, बालव और कौलव योग बनने जा रहा है। इस योग को बेहद ही दुर्लभ माना जाता है।
नए साल की शुरुआत हर्षण, शिववास, बालव और कौलव योग से होने से कुछ राशि वालों के लिए 2025 शुभ रहेगा। शनिदेव 29 मार्च को राशि परिवर्तन करेंगे। शनि ग्रह पिछले ढाई वर्ष से कुंभ में विराजमान थे।अब 29 मार्च को मीन राशि में प्रवेश करेंगे।
गुरु बृहस्पति 14 मई को मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे-
इसी के साथ सबसे बड़े ग्रह गुरु बृहस्पति 14 मई को वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेगे। ऐसे में वह तीन गुना अधिक तेज गति से चलेंगे। गुरु की ये गति तीन गुना अधिक अतिचारी होंगे। ऐसे में कुछ राशि के जातकों की काफी मुश्किलें उत्पन्न हो सकती है।
कर्क राशि में नीचस्थ वक्री मंगल ग्रह 21 जनवरी को वापिस मिथुन राशि में चलेंगे और 24 फरवरी को वह मार्गी हो जाएंगे।और 2 अप्रैल को कर्क राशि में आयेंगे।
नववर्ष 2025 में राशियों पर प्रभाव-
मेष राशि- साल मेष राशि के जातकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस समय आपको वित्तीय हानि का सामना करना पड़ सकता है और आप किसी अप्रत्याशित खर्चे में भी फंस सकते हैं।
वृषभ राशि- वृषभ राशि के लोगों के लिए साल 2025 मिले-जुले फल देगा, इस दौरान आपको कुछ अच्छे अवसर मिल सकते हैं और कुछ जगह आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साल की शुरुआत से लेकर 14 मई तक, गुरु का संचार इस राशि पर होने से आपके जीवन में कई सकारात्मक बदलाव लाएगा।
मिथुन राशि- इस साल आपके प्रेम जीवन में कुछ समस्याएं हो सकती हैं। साल के आरंभ में गुरु द्वादश भाव में हैं, जिसकी वजह से प्रेम संबंधों में दूरी आ सकती है। यदि आप पहले से ही किसी रिश्ते में हैं, तो यह समय समझदारी और धैर्य से काम लेने का है। आपके वैवाहिक जीवन में भी कुछ समस्याएं आ सकती हैं।
कर्क राशि- आर्थिक दृष्टि से साल 2025 कर्क राशि के लिए चुनौतियों भरा हो सकता है। साल की शुरुआत शनि की ढैय्या और मंगल के नीचस्थ गोचर के प्रभाव में होगी, जिससे आपको अनावश्यक खर्चों में वृद्धि हो सकती है। इस दौरान आपको अपने बजट का ध्यान रखना होगा और अनावश्यक खर्चों से बचने की सलाह दी जाती है।
सिंह राशि- साल की शुरुआत से लेकर 29 मार्च तक शनि की शत्रु सप्तम दृष्टि के प्रभाव से प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। इस दौरान आपके साथी के साथ मतभेद बढ़ सकते हैं। आपके रिश्तों में संदेह और दूरी की स्थिति बन सकती है।
कन्या राशि- कुछ गुप्त शत्रुओं के कारण भी आपके जीवन में समस्याएं आ सकती हैं, जो आपकी प्रेम जीवन को प्रभावित कर सकती हैं।वित्तीय दृष्टिकोण से साल 2025 में आपको मिश्रित परिणाम मिल सकते हैं।
तुला राशि- साल के आरंभ में मंगल की चतुर्थ दृष्टि आपके परिश्रम और उत्साह को बढ़ाएगी, जिससे आप अपनी मेहनत से आर्थिक लाभ प्राप्त करेंगे। 9 अक्टूबर से 2 नवंबर तक शुक्र के नीचस्थ होने से आपकी आय कम और खर्च अधिक हो सकते हों। इस समय फिजूलखर्ची से बचें और अपने बजट पर नियंत्रण रखें।
वृश्चिक राशि- सेहत के मामले में आपको विशेष ध्यान रखने की जरूरत होगी। साल की शुरुआत से 29 मार्च तक शनि की ढैय्या के कारण मानसिक तनाव और शारीरिक थकान महसूस हो सकती है। 27 अक्टूबर से 7 दिसंबर के बीच आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
धनु राशि- इस साल 29 मार्च से शनि की ढैय्या का प्रभाव रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है। हालांकि 14 मई से गुरु की सप्तम दृष्टि का प्रभाव प्रेम जीवन को स्थिरता प्रदान करेगा। 18 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक गुरु के कर्क राशि में आने से दांपत्य जीवन में मधुरता बढ़ेगी।
मकर राशि- साल के आरंभ से 6 जून तक मंगल की उच्च दृष्टि और 14 मई तक गुरु की नीच दृष्टि के कारण आर्थिक स्थिति में अस्थिरता रहेगी। इस दौरान आपके खर्चे अधिक होंगे, लेकिन परिश्रम और कड़ी मेहनत से धन अर्जन के अवसर भी प्राप्त हों।
कुंभ राशि- आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष कुंभ राशि के जातकों के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। शनि-साढ़ेसाती और मंगल की शत्रु दृष्टि के कारण अनावश्यक खर्च और वित्तीय अस्थिरता बनी रहेगी। 18 मई से वर्ष के अंत तक राहु के प्रभाव से वित्तीय योजना बनाना कठिन हो सकता है और अनावश्यक खर्चे बढ़ सकते हैं।
मीन राशि- इस राशि जातकों के लिए यह साल प्रेम जीवन में चुनौतियां और सकारात्मक पल, दोनों लेकर आएगा। शनि की साढ़ेसाती पूरे वर्ष प्रभाव में रहने के कारण दांपत्य जीवन में तनाव और गलतफहमियों का सामना करना पड़ सकता है। 6 जून से 13 सितंबर के बीच मंगल की दृष्टि के प्रभाव से रिश्तों में नई ऊर्जा और स्थिरता आएगी।
 

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