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विनायक चतुर्थी व्रत 3 मार्च को, जानिए...शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

विनायक चतुर्थी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. यह दिन भगवान गणेश को प्रसन्न कर आशीर्वाद पाने के लिए सबसे अच्छा और शुभ दिन माना जाता है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है. साथ ही निमित्त व्रत का विधान है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश की पूजा और व्रत करने से साधक को सुख-समृद्धि का वरदान प्राप्त होता है. वहीं इस जीवन का समस्त बाधाओं और आर्थिक तंगी से भी मुक्ति मिलती है|
हिंदू पंचांग के अनुसार, विनायक चतुर्थी यानी फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 2 मार्च को रात 9 बजकर 1 मिनट पर होगी. वहीं तिथि का समापन अगले दिन 3 मार्च को शाम 6 बजकर 2 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार, इस बार विनायक चतुर्थी का व्रत सोमवार 3 मार्च को रखा जाएगा|
फाल्गुन विनायक चतुर्थी पूजा का शुभ मुहूर्त-
पंचांग के अनुसार, विनायक चतुर्थी के दिन बप्पा की पूजा का शुभ मुहूर्त 3 मार्च को सुबह 11 बजकर 23 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 43 मिनट तक रहेगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार शुभ मुहूर्त में पूजा करना अत्यंत शुभ फलदायी होता है|
विनायक चतुर्थी पूजा विधि-
विनायक चतुर्थी के दिन पूजा करने के लिए जातक सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि कर साफ कपड़े पहनें इसके बाद व्रत का संकल्प लें. . फिर घर के मंदिर में भगवान गणेश को गंगाजल से स्नान कराएं. फिर भगवान गणेश को फिर पंचामृत से स्नान कराएं उसके बाद साफ जल से स्नान कराएं. भगवान गणेश को चंदन, रोली, कुमकुम और फूलों से श्रृंगार करें. फिर उन्हें लड्डू, मोदक का भोग लगाएं. फिर भगवान गणेश के विभिन्न मंत्रों का जप करें जैसे- ॐ गं गणपतये नमः और ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा. इसके बाद व्रत कथा का पाठ और भगवान गणेश की आरती कर पूजा संपन्न करें|

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