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चंद्र ग्रहण 2025 : सूतक काल में महिलाएं क्या करें और क्या न करें, जानिए...सही नियम

सूर्य हो या चंद्र ग्रहण दोनों ही ग्रहणों को अशुभ माना गया है. साल 2025 में चंद्र ग्रहण मार्च के इसी महीने में लगने वाला है. चंद्र ग्रहण के दौरान शुभ और मांगलिक काम नहीं किए जाते हैं. धार्मिक मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान शुभ और मांगलिक काम करने से उसका शुभ फल प्राप्त नहीं होता. ग्रहण के पहले की समय अवधि को भी अशुभ माना गया है. इसे ही सूतक काल कहते हैं|
चंद्र ग्रहण से ठीक 9 घंटे पहले से इसके सूतक काल की शुरुआत हो जाती है. ग्रहण समाप्त होने के बाद सूतक काल पूरा होता है. ग्रहण के सूतक काल के दौरान महिलाओं को क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए. इसके नियम हिंदू धर्म शास्त्रों में बताए गए हैं. इन नियमों का पालन महिलाओं को अवश्य करना चाहिए, ताकि उन पर चंद्र ग्रहण का दुष्प्रभाव नहीं पड़े|
कब है चंद्र ग्रहण और उसका सूतक काल?-
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, चंद्र ग्रहण पूर्णिमा तिथि पर लगता है. इस बार 14 मार्च को पूर्णिमा है. इसी दिन चंद्र ग्रहण लगेगा. 14 मार्च को चंद्र ग्रहण की शुरुआत सुबह 9 बजकर 29 मिनट से होगी. वहीं इसका समापन दोपहर 3 बजकर 29 मिनट पर होगा. हालांकि ये चंद्र ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा. ऐसे में चंद्र ग्रहण का सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा. इस दिन होली का त्योहार भी मनाया जाएगा|
सूतक काल में क्या न करें महिलाएं-
चंद्र ग्रहण के सूतक काल की अवधि में महिलाएं भोजन नहीं बनाएं.
इस अवधि महिलाएं बाल नहीं काटें और बालों में तेल नहीं लगाएं.
महिलाएं भूलकर भी इस अवधि में सोएं नहीं.
सूतक काल की अवधि में महिलाएं श्रृंगार नहीं करें.
चाकू जैसी नुकीली चीजों से काम नहीं करें.
इस अवधि में महिलाएं सिलाई-कढ़ाई का काम न करें.
इस अवधि में अन्न न ग्रहण करें.
महिलाएं सूतक काल में करें ये काम-
इस अवधि में गर्भवती महिलाएं घर में रहें.
घर की खिड़कियों पर मोटे पर्दे लगाएं, ताकि ग्रहण की नकारात्मक किरणें घर में न आएं|
ग्रहण खत्म होने के बाद पानी में गंगाजल मिलाकर नहा लें.
भगवान शिव और विष्णु जी का ध्यान करें.
अपने इष्टदेव का ध्यान लगाएं.
गर्भवती महिलाएं खाने-पीने की चीजों में तुलसी पत्र अवश्य डाल लें|

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