चंद्र ग्रहण 2025 में दूसरी बार लगेगा चंद्र ग्रहण, भारत में रहेगा दृश्य
23-Apr-2025 4:14:25 pm
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खगोल विज्ञान के अनुसार, जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में आ जाते हैं, तो पृथ्वी के कारण सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ती है। इस घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है। आपको बता दें, चंद्र ग्रहण खगोल विज्ञान की महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है और इसका असर देश-दुनिया पर भी देखने को मिलता है। इसलिए जब भी कोई ग्रहण लगता है, तो खास सावधानियां बरती जाती हैं। इस बार 14 मार्च 2025 को होली के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लग चुका है। इसके बाद अब सबकी नजरें दूसरे चंद्र ग्रहण पर हैं। आपको बता दें, साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 को लगने जा रहा है। यह ग्रहण भाद्रपद पूर्णिमा के दिन लगेगा। ऐसे में आइए जानते हैं इसके समय और प्रभाव के बारे में विस्तार से...
चंद्र ग्रहण का समय
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 को लगेगा, जो भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि है। यह ग्रहण रात 9:58 बजे शुरू होगा, जो देर रात 1:26 बजे खत्म होगा। यह ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। खास बात यह है कि यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। इसके अलावा यह एशिया, यूरोप, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर और हिंद महासागर में भी दिखाई देगा।
सूतक काल मान्य होगा
ज्योतिषियों के अनुसार, 7 सितंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य होगा। आपको बता दें, चंद्र ग्रहण शुरू होने से हमेशा 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है। इस दौरान भोजन, पूजा, यात्रा और खरीदारी वर्जित होती है।
चंद्र ग्रहण के दिन क्या न करें
ग्रहण लगने पर मंदिरों में मूर्तियों को छूने से बचें।
इस दौरान पूजा-पाठ न करें। यह अशुभ होता है।
कैंची, सुई-धागा और नुकीली चीजों का इस्तेमाल न करें।
ग्रहण को देखने की गलती न करें।
ग्रहण के दौरान महिलाओं को श्रृंगार नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बाहर जाने से बचना चाहिए, साथ ही कोई नया काम करने की गलती भी न करें। ग्रहण के दौरान खाना पकाना और खाना उचित नहीं है। इस दौरान तेल मालिश न करें। नाखून और बाल काटने से भी बचें। ग्रहण के दौरान बहुत ज्यादा भागदौड़ करने से बचना चाहिए।