धान का कटोरा

गौठानों में अब मल्चिंग विधि से शुरू होगी सब्जी की खेती

झूठा सच @ रायपुर /अंबिकापुर :- जिले के गोठानों में बाड़ी विकास के तहत समूह की महिलाओं द्वारा अब मल्चिंग विधि से सब्जी की खेती शुरू की गई है। इस विधि से सब्जी की खेती करने से उत्पादन अच्छी होगी जिससे महिलाओं की आमदनी में वृध्दि होगी। कलेक्टर संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन के जिले के आदर्श गोठानों में शुरुआती तौर पर मल्चिंग विधि से सब्जी की खेती की जा रही है। अम्बिकापुर जनपद के आदर्श गोठान सोहगा में करेला, लौकी, कद्दू आदि की खेती मल्चिंग विधि से की गई है। इस विधि से खेती के लिए समूह की महिलाओं को जरूरी तकनीकी मार्गदर्शन एवं सामग्री उद्यान विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया है। नगद फसल के रूप में फायदेमंद सब्जी की खेती को बढ़ावा देने के लिए गोठानों के बाड़ी में अंतरवर्ती खेती भी की जा रही है

उपसंचालक उद्यान के.एस. पैकरा ने बताया कि मल्चिंग विधि से खेती सबसे सस्ता और अच्छी तकनीक है। मल्चिंग तकनीक खरपतवार नियंत्रण और पौधों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने में बेहद कारगर है। इसमे सिंचाई जैसी समस्या से भी निजात मिलती है। इस विधि में बेड को प्लास्टिक से पूरी तरह कवर कर दिया जाता है, जिससे खेत में खरपतवार न हो। लगाए गए पौधों की जमीन को चारों तरफ से प्लास्टिक कवर द्वारा सही तरीके से ढकने को ही प्लास्टिक मल्चिंग  कहते है।

 

और भी

बस्तर जिले के 58 गांवों के ग्रामीण राजधानी के लिए निकले पैदल

झूठा सच @ रायपुर / कांकेर :- उत्तर बस्तर के कोलर क्षेत्र के 58 गांवों के ग्रामीण राजधानी के लिए पैदल ही कूच कर गए हैं। वे नारायणपुर जिले में अपने गावों को शामिल करने की मांग कर रहे हैं। उन्हें आंदोलन न करने की समझाइश देने बीती रात कलेक्टर, एसपी खुद पहुंचे थे, लेकिन समझाइश की कोशिशें नाकाम रहीं।

जानकारी मिली है कि कोलर क्षेत्र के लोग नारायणपुर जिले में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। इसीलिए वे पैदल रैली निकालते हुए राजधानी के लिए कूच कर गए हैं। जैसे ही प्रशासन को उनके अंतागढ़ पहुंचने की सूचना मिली, कलेक्टर चंदन कुमार और एसपी शलभ सिन्हा खुद अंतागढ़ पहुंचे। ग्रामीणों को वहीं रोकने, वहां से लौटाने की पूरी कोशिश समझाइश के जरिए की गई, लेकिन उन्हें रोकने की कोशिशें नाकाम रहीं। वे राजधानी के लिए वहां से भी कूच कर चुके हैं।
और भी

छत्तीसगढ़ के नागरिकों को इन योजनाओं से मिले प्रत्यक्ष लाभ से होगा परफॉर्मेंस का आँकलन

झूठा सच @ रायपुर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां न्यू सर्किट हाउस के ऑडिटोरियम में कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस आयोजित हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा कि ने ग्रास रूट पर मूलभूत प्रशासन पर अधिकतम ध्यान केंद्रित किया जाए। मंत्रालय से लिए गए निर्णय को धरातल पर पहुँचाने का बीड़ा ज़िला प्रशासन पर है। इसकी समीक्षा आँकड़ों से नहीं, छत्तीसगढ़ के नागरिकों को इन योजनाओं से पहुँचे प्रत्यक्ष लाभ से परफार्मेंस का आँकलन किया जाएगा।

बैठक में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक डी. एम. अवस्थी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी.पिल्ले, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू सहित प्रमुख सचिव, विभिन्न विभागों के सचिव, कमिश्नर, जिलों के कलेक्टर तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि - राजस्व प्रशासन के कार्य सीधे तौर पर किसानों, आम नागरिकों से जुड़े हुए हैं। ज़िला प्रशासन इसे सर्वाेच्च प्राथमिकता दे। शासन और प्रशासन के मध्य परस्पर संवाद आवश्यक है, इसीलिए आज हम सब यहाँ एक परिवार की भाँति उपस्थित हैं। कोविड महामारी में प्रशासन ने बहुत बेहतर ढंग से कार्य किया है। आज छतीसगढ़ की अभिनव परियोजनाओं के कारण छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा पूरे देश में हो रही है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि - क़ानून व्यवस्था की ज़िम्मेदारी जिला दंडाधिकारी की है। जिला दंडाधिकारी को टीम लीडर के रूप में कार्य करना है। उन्होंने कहा कि क़ानून व्यवस्था की निरंतर निगरानी सुनिश्चित करते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से फैल रहे अफ़वाह और दुष्प्रचार का कठोरता से खंडन ज़रूरी है। ज़िला दंडाधिकारी साप्ताहिक समीक्षा बैठक के पूर्व पुलिस अधीक्षक, कार्यपालिक दंडाधिकारियों के साथ क़ानून-व्यवस्था की समीक्षा करें। इस बैठक में पिछले सप्ताह की स्थिति की समीक्षा की जाए और आने वाले सप्ताह में क़ानून-व्यवस्था की स्थितियों का पूर्वानुमान लगाएं और रणनीतिक योजनायें बनायें। शासन प्रशासन की पैठ स्थापित होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रशासन की सजगता से ही क़ानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर हो सकती है। संचार क्रांति के दौर में एक स्थान की घटना का असर पूरे प्रदेश और देश में होता है, इसलिए ज़िम्मेदारी बहुत अधिक है। छत्तीसगढ़ शांति का टापू है, क़ानून व्यवस्था को बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। सोशल मीडिया पर उचित पर्यवेक्षण ज़रूरी है। सूचना ही शक्ति है, ज़िला प्रशासन का सूचना तंत्र सुदृढ़ किया जाना ज़रूरी है। ग़लत तथ्यों का खंडन करें, अफ़वाह न फैलने दें। प्रशासन का इकबाल होना चाहिए। विरोध प्रदर्शन से मुझे परहेज़ नहीं है लेकिन योजनाबद्ध रूप से माहौल बिगाड़ने की साज़िश को सफल नहीं होने दिया जाना है। ज़िले का आसूचना तंत्र विकसित करें। हर हाल में सौहार्द्र का वातावरण बना रहना चाहिए। सांप्रदायिक सद्भाव छत्तीसगढ़ी संस्कृति की पहचान है, किसी भी व्यक्ति या संस्था को इसे बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा।
और भी

पुलिस जवानों के समर्पण और कर्तव्यपरायणता से समाज को मिल रही सुरक्षा : राज्यपाल अनुसुईया उइके

झूठा सच @ रायपुर :-  पुलिस के जवान मातृभूमि की सेवा के लिये अपने जीवन की भी परवाह नहीं करते हैं। हम आज अपने घरों में सुरक्षित हैं, क्योंकि पुलिस के जवान दिन-रात पूरे समर्पण भाव से अपनी ड्यूटी में तैनात रहते हैं। आज पुलिस स्मृति दिवस का अवसर उन वीर जवानों के शौर्य की याद दिलाता है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए सब कुछ न्यौछावर कर दिया। उक्त बातें राज्यपाल अनुसुईया उइके ने आज चौथी वाहिनी, छसबल माना रायपुर के प्रांगण में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने शहीद जवानों एवं उनके माता-पिता को नमन किया। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने पुलिस के शहीद जवानों को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीद पुलिस जवानों के परिजनों से मुलाकात कर ढाढस बंधाया और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। राज्यपाल उइके ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बावजूद हमारे पुलिस के जवान मोर्चे पर तैनात थे। कुछ जवान, कोरोना संक्रमित भी हो गए और इस बीमारी के कारण कुछ जवानों ने अपने प्राणों की आहूति भी दी। राज्यपाल ने कहा कि पुलिस का काम अपेक्षाकृत अधिक जिम्मेदारी का काम होता है। उनमें जवाबदेही ज्यादा होती है। एक तरफ वे कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए शासन के निर्देशों के अनुरूप कार्य करते हैं। 

दूसरी तरफ उनकी जिम्मेदारी या कर्तव्य होता है कि समाज में व्यवस्था बनी रहे और नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि इन जिम्मेदारियों के मध्य समन्वय बनाना एक कठिन कार्य है। इस कारण उन्हें कभी कभार मानसिक तनाव का भी सामना करना पड़ता है। उन्होंने आम जनता से आग्रह किया कि पुलिसकर्मियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण रखें, उनके कार्यों में मदद करें। पुलिस के जवान भी अपने परिवार को छोड़ कर कार्य कर रहे हैं। उनसे परिवार के एक सदस्य की भांति व्यवहार करें, उन्हें सम्मान दें। राज्यपाल ने कहा कि आपके दो मीठे बोल, उनके व्यवहार में कितना परिवर्तन लाएंगे। यह सद्व्यवहार, उनकी सारी थकान को दूर कर देगी और वे आपके प्रति अच्छा व्यवहार करेंगे ही, साथ ही अपनी ड्यूटी दोगुने जोश से करेंगे।

उइके ने कहा कि हमारा प्रदेश नक्सल समस्या से जूझ रहा है। इन क्षेत्रों में तैनात हमारे जवान, साहस के साथ नक्सलियों का सामना कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा कार्य के साथ ही वहां के भटके हुए लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने का भी कार्य करते हैं। इन सब प्रयासों के फलस्वरूप प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता आई है और मुझे आशा है कि हमारा प्रदेश जल्द नक्सल समस्या से मुक्त होगा।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज संपूर्ण भारतवर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की विजय की स्वर्ण जयंती मना रहा है। मैं भारत की जीत सुनिश्चित करने वाले सभी जवानों को नमन करता हूं। केंद्रीय पुलिस बल के जवानों ने सन् 1959 में चीनी आक्रमणकारियों का शौर्यपूर्वक मुकाबला किया था। ये घटना पुलिस की चुनौतियों की मिसाल है। यह अवसर देश सेवा के लिये अपनी प्राण न्यौछावर करने वाले पुलिस जवानों के शौर्य को नमन करने के साथ गौरवान्वित एवं भावुक करने वाला है। पुलिस के जवान अपनी जान की परवाह किये बगैर समाज और देश की सुरक्षा करते हैं। उनके इस योगदान के प्रति आदर एवं शहीदों के परिजनों की देखभाल करना शासन के साथ समाज की भी जिम्मेदारी है। शहीदों के परिजनों के कल्याण के लिये शासन अनवरत कार्य कर रहा है। इस अवसर पर मैं पुलिस बल के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिजनों को धन्यवाद देता हूं।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी नक्सलवाद प्रभावित अंचलों में सीआरपीएफ एवं अन्य सुरक्षा बल के जवानों का त्याग, समर्पण और शहादत किसी से कम नहीं है। हमारी सरकार ने सुरक्षा बलों के कार्यों को सर्वाेच्च महत्ता देते हुए उनके लिए राहत और कल्याण के कदम सर्वाेच्च प्राथमिकता से उठाए हैं, लेकिन मेरा यह मानना है कि समाज की व्यापक सहभागिता के बिना वीर जवानों के कर्त्तव्य निर्वहन का समुचित सम्मान संभव नहीं है। उन्होंने सभी सुरक्षा बलों में तैनात जवानों के प्रति अपनी सहभागिता, शहीदों के प्रति कृतज्ञता और उनके परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने अमर-शहीदों को श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए कहा कि बहादुर शहीद जवानों को नमन करता हूं जिन्होंने अदम्य साहस का परिचय देते हुये सर्वाेच्च बलिदान दिया। छत्तीसगढ़ पुलिस नक्सली क्षेत्र में विकास, विश्वास और सुरक्षा के लिये समर्पण भाव से कर रही कार्य कर रही है। विगत वर्षों में नक्सली वारदातों में कमी आई है।पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी ने कहा कि नक्सलवाद देश के अनेक भागों में फैला हुआ है, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य का बहुत बड़ा भाग भी प्रभावित है। माओवादी, मानवता एवं प्रजातांत्रिक मूल्यों के विरूद्ध सक्रिय है। छत्तीसगढ़ पुलिस नक्सल समस्या के उन्मूलन हेतु कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि वीर शहीद जवानों का परिवार सदैव पुलिस परिवार का हिस्सा रहेगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि छत्तीसगढ़ पुलिस सदैव उनके साथ है। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एवं शहीद जवानों के परिजन उपस्थित थे।

 

और भी

गैर शिक्षकीय कर्मचारियों के चयनितअभ्यर्थियों को 25 अक्टूबर को स्कूलों में ज्वाइनिंग करने के निर्देश

झूठा सच @ रायपुर / जगदलपुर :-  जिले में नवीन संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जिला बस्तर के विकासखंड दरभा, तोकापाल, बास्तानार, बस्तर, बकावंड एवं लोहण्डीगुड़ा में संविदा पर गैर शिक्षकीय कर्मचारियों की व्यवस्था के तहत् चयनित अभ्यर्थियों को कार्यभार ग्रहण करने हेतु शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जगदलपुर में 25 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे उपस्थित होने कहा गया है।

जिले के स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के भृत्य एवं चौकीदार पद हेतु बस्तर जिले के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता के अनुसार वरीयता एवं चयन प्रतीक्षा सूची जारी किया गया है। जिसे बस्तर जिले के आधिकारिक वेबसाईट पर देखा जा सकता है। चयनित अभ्यर्थी अपने मूल दस्तावेजों के साथ परिचय पत्र, मूल दस्तावेजों की एक सेट फोटो प्रति के साथ कार्य भार ग्रहण करने हेतु शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जगदलपुर में 25 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे उपस्थित होना है। नियत तिथि के पश्चात उपस्थित होने पर उपस्थिति मान्य नहीं किया जाएगा और प्रतीक्षा सूची के अभ्यर्थियों को अवसर दिया जाएगा।
और भी

विवाह प्रोत्साहन अंशदान योजना से 3 हितग्राहियों को मिला एक लाख 50 हजार रूपए की राशि

झूठा सच @ रायपुर / जगदलपुर :- समाज कल्याण विभाग द्वारा निःशक्त व्यक्तियों के लिए विवाह प्रोत्साहन अंशदान योजना के अंतर्गत बस्तर जिले के तीन हितग्राहियों को एक लाख 50 हजार रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। जिसमें विकासखंड जगदलपुर के संजय गांधी वार्ड निवासी सत्य प्रकाश और उनकी पत्नि नताश, ग्राम बालिकोंटा के निवासी प्रीतम बघेल और उनकी पत्नि सुमित्रा कश्यप एवं विकासखंड बकावंड ग्राम संघकरमरी के निवासी धरमूराम नेताम और उनकी पत्नि असनता नेताम को 50-50 हजार रूपए की राशि स्वीकृत की गई।

और भी

प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों से वन टू वन चर्चा कर रहे है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

झूठा सच @ रायपुर :- सिविल लाइन स्थित सर्किट हाउस में सीएम भूपेश बघेल प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों से वन टू वन चर्चा कर रहे है. इस बैठक में शासन की याेजनाओं की बारी-बारी से समीक्षा हाेगी। वही नई योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर सीएम भूपेश बघेल दिशा निर्देश देंगे। यह बैठक शाम 5 बजे तक चलेगी।

 
और भी

मनरेगा में बढ़ी महिलाओं की भागीदारी

  मेट का काम कुशलता से अंजाम देने के साथ ही महिलाओं को कर रहीं प्रेरित

झूठा सच @ रायपुर :- हर हाथ को काम और काम का वाजिब दाम’ की उक्ति को धरातल पर उतारने वाली मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) देश की ‘आधी आबादी’ को भी आर्थिक मजबूती प्रदान कर रही है। हर हाथ को काम देने का आशय केवल पुरूष मजदूर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसमें ऐसे सभी महिला श्रमिक भी शामिल हैं जो काम की इच्छुक हैं और जो काम कर सकती हैं। देश की ‘आधी आबादी’ यानि महिलाएं मनरेगा में पुरूषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर रोजगार सृजन कर रही हैं। महिला मेटो की नियुक्ति से कार्यस्थल में उनकी उपस्थिति और भी ज्यादा सुनिश्चित हुई है। मनरेगा कार्यों में महिला मेट नाप से लेकर रिकॉर्ड संधारण का कार्य बखूबी कर रही हैं। वे महिला मजदूरों को प्रोत्साहित भी कर रही हैं। फलस्वरूप अनेक जिलों में कार्यस्थलों में महिला मजदूरों की भागीदारी 50 प्रतिशत से अधिक हो गई है।

बदल दिए घर के हालात

गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर विकासखण्ड मुख्यालय से दस किलोमीटर की दूरी पर सघन वनों के बीच ग्राम पंचायत गुन्डरदेही बसा है। वहां पंजीकृत पांच महिलो मेटों में एक गिरजा साहू भी है। मजदूर परिवार की गिरजा बारहवीं तक शिक्षित है। पहले उनका परिवार पति की रोजी-मजदूरी पर ही निर्भर था। पर अब जब से वह मेट बनी है, अपने परिवार को आर्थिक संबल प्रदान कर रही है। वर्ष 2015 से मेट का काम कर रही गिरजा ने धीरे-धीरे रकम जोड़कर अब कपड़े की एक दुकान भी खोल ली है। आय का अतिरिक्त साधन होने से परिवार की आर्थिक स्थिति अब पहले से काफी बेहतर हो गई है।

दूसरी महिलाओं को कर रही प्रेरित

गिरजा को मेट का काम करते देख गांव की केशरी ध्रुव, मंजू साहू, उर्वशी यादव और त्रिवेणी साहू भी प्रेरित हुईं और मेट का काम सीखकर अब वे भी महिला मेट के रूप में सेवाएं दे रही हैं। इन लोगों ने मनरेगा के तकनीकी सहायक से खनती की माप एवं मजदूरों का नियोजन सीखने के बाद महिला मेटों के लिए आयोजित प्रशिक्षण में पंजी संधारण एवं दस्तावेजों के रखरखाव का काम भी कुशलता से सीख लिया है। गांव में नवीन तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, नाला सफाई एवं भूमि सुधार जैसे अनेक कार्यों में मेट के रूप में मजदूरों के कुशल नियोजन के साथ-साथ उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश देने, पंजी संधारण तथा मस्टररोल में हाजिरी दर्ज करने जैसे महत्वपूर्ण काम वे कर रही हैं।

महिलाओं की 50 प्रतिशत से अधिक भागीदारी

वन क्षेत्र में स्थित होने के कारण गुण्डरदेही में खेती-किसानी का रकबा बहुत कम है। रोजगार के अन्य साधन भी कम संख्या में हैं। वहां मनरेगा कार्यों में महिला श्रमिकों की भागीदारी बढ़ाने में गांव की इन पांचों महिला मेटो का विशेष योगदान है। इनके प्रोत्साहन से पिछले तीन वर्षों में मनरेगा कार्यों में महिला श्रमिकों की भागीदारी 50 प्रतिशत से अधिक रही है। गुन्डरदेही में वर्ष 2018-19 में सृजित कुल मानव दिवस रोजगार में से 55 प्रतिशत, 2019-20 में 56 प्रतिशत और 2020-21 में करीब 54 प्रतिशत महिलाओं द्वारा सृजित किए गए हैं। गांव की महिला मेटो द्वारा आजीविका संवर्धन के कार्यों के प्रति महिलाओं को प्रोत्साहित करने से ही इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार देना संभव हो पाया है।
और भी

बगीचा विकासखंड के कलिया से मैना मार्ग का मरम्मत कार्य आज से शुरू

झूठा सच @ रायपुर / जशपुर :- जिला प्रशासन के संज्ञान में आने के तुरंत बाद ग्रामीणों की आवागमन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बगीचा विकासखंड के सन्ना से कलिया मार्ग को आवागमन के लिए सुविधाजनक बनाया जा रहा है और कार्य शुरू हो गया है।

और भी

देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के "अमृत महोत्सव" में बृजमोहन सिंह हुए शामिल

झूठा सच @ रायपुर :- देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के "अमृत महोत्सव" के अवसर पर भारत-बांग्लादेश सद्भावना मैत्री साइकिल रैली जो महाराष्ट्र के अहमदनगर से प्रारंभ होकर बांग्लादेश के नोआखाली तक 3 हजार कि.मी. की यात्रा पर निकली है का आज रायपुर आगमन हुआ।

 

 

 

 
और भी

चंचल बाफना के घर अभिनंदन समारोह में राज्यपाल और बृजमोहन हुए शामिल

झूठा सच @ रायपुर /अहिवारा :- अहिवारा निवासी  चंचल बाफना की पुत्री एवं पूर्व संसदीय सचिव  लाभचंद बाफना की भतीजी रौशनी बाफना ने जैन धर्म के अनुसार मुमुक्षु जीवन व्यतीत करने का निर्णय लिया। आज मुमुक्षु रौशनी बाफना के वरघोड़ा एवं अभिनंदन समारोह कार्यक्रम में शामिल हुआ | 


और भी

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज पुलिस स्मृति दिवस पर आयोजित परेड कार्यक्रम में हुए शामिल

झूठा सच @ रायपुर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज पुलिस स्मृति दिवस पर आयोजित परेड कार्यक्रम में शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि 21 अक्टूबर 1959 को भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों द्वारा लद्दाख में चीनी आक्रमणकारियों का अत्यंत शौयपूर्वक मुकाबला करते हुए शहादत का इतिहास रचा गया था। इसकी स्मृति में संपूर्ण भारतवर्ष में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।

और भी

महंत घासीदास संग्राहलय में राज्य स्तरीय प्रस्तुति के लिए नर्तक दलों की चयन प्रक्रिया शुरू

  • राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए तैयारियां प्रारंभ
झूठा सच @ रायपुर :- छत्तीसगढ़ में आदिवासी संस्कृति के संरक्षण संवर्धन और इसे राष्ट्रीय स्तर पर मंच प्रदान करने के उद्देश्य से राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 28 से 30 अक्टूबर तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों और विदेश के कलाकारों द्वारा भी आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तूति दी जायेगी।

 आदिवासी नर्तक दलों की प्रस्तुति दी

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के आयोजन के लिए प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी गई है। आज स्थानीय महंत घासीदास संग्रहालय में प्रदेश के सभी संभाग से आए दस द्वारा आदिवासी नर्तक दलों की प्रस्तुति दी गई। संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि संभाग स्तर पर चयनित अलग-अलग विधाओं के कलाकारों का चयन किया जाएगा। चयनित दलों को प्रदेश स्तरीय आयोजन में अपनी कला और संस्कृति की प्रस्तुति देने का मौका मिलेगा। आदिवासी नर्तक दलों की प्रस्तुति में गरियाबंद और धमतरी जिले के मांदरी नृत्य, भुजिया नृत्य, महासमुंद जिले के कर्मा नृत्य, भाटापारा-बलौदाबाजार जिले के सुवा नर्तक दल द्वारा प्रस्तुति दी गई।

संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए देश के विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और केन्द्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल एवं प्रशासकों को समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा आमंत्रण भेजा गया है। साथ ही इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आदिवासी नर्तक दलों को भी इस आयोजन में शामिल होने का अनुरोध किया गया है। इस आयोजन को और भव्य एवं आकर्षक बनाने के लिए विदेशी कलाकारों को भी शामिल होने का न्योता भेजा गया है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर विगत वर्ष भी राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में भव्य और आकर्षक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर का आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया था, जिसमें देश-विदेश से जनजातीय कलाकारों ने भाग लिया था, इससे छत्तीसगढ़ की आदिवासी कला एवं संस्कृति को विश्व स्तर पर एक नई पहचान मिली है।
और भी

प्रशिक्षण पाकर कृष्णा कुमार को बकरीपालन के काम में मिला फायदा

  • प्रोजेक्ट उन्नति के तहत प्रशिक्षण से बकरीपालन की तकनीकों और नए तरीकों को जानने में मिली मदद

झूठा सच @ रायपुर / कोरिया :- बकरीपालन प्रशिक्षण प्राप्त कर ग्राम पोड़ी के निवासी कृष्णा कुमार को अपने बकरीपालन की पांरपरिक आजीविका को बढ़ाने में फायदा मिल रहा है। यह प्रशिक्षण प्रोजेक्ट उन्नति के अंतर्गत मनरेगा में कार्य कर रहे ग्रामीण परिवार के सदस्यों को उनके रूची के आधार पर दिया जा रहा है। प्रशिक्षण प्रदाय कर उनको रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं। प्रोजेक्ट उन्नती पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग भारत सरकार की ओर से शुरू किया गया है जिसमें राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और महात्मा गांधी रोजगार गारंटी के द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।

इसी प्रोजेक्ट के तहत कृष्णा कुमार ने बकरीपालन का प्रशिक्षण हासिल किया और आजीविका को बढ़ाने की तकनीकों और विधियों को जाना। आज उनके पास 20 बकरियां है जिनका वे विधिवत टीकाकरण करवाते हैं, उनके स्वास्थय पर ध्यान देते हैं और आवश्यकतानुसार पौष्टिक चारा उपलब्ध कराते हैं। बेहतर तकनीकों से बकरीपालन के ज़रिए बकरियों का वजन बढ़ गया है और बाजार में उनके अच्छे दाम प्राप्त हो रहे हैं। इस आजीविका से कृष्णा को महीने में 6 हज़ार स 15 हज़ार तक की आमदनी हो जाती है। जिले में समस्त ग्राम पंचायतों में कार्यरत बिहान के सक्रिय महिलाओं द्वारा मनरेगा जाबकार्ड धारकों का सर्वे कर उनकी स्वेच्छानुसार कार्य क्षेत्रों में प्रशिक्षण की जानकारी देते हुए प्रशिक्षण दिलवाने में सहायता की जा रही है।
और भी

जीवन ज्योति बीमा योजना से मिला परिवार को आर्थिक लाभ

झूठा सच @ रायपुर /महासमुंद :- कोई भी महिला अपने परिवार के लिए बहुत कुछ करती ही हैं। अपने परिवार का सहारा बनती है। इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के अंतर्गत बीमा योजना का नियमित प्रचार-प्रसार बिहान कैडर द्वारा किया जाता है। शत-प्रतिशत बीमा कराने हेतु लक्ष्य भी रखा जाता है, जिस गाँव कि बैंक से दूरी है, बैंकिंग सुविधा नहीं है वहा बीमा हेतु कैंप लगाकर बीसी सखी एवं बीसी पे पॉइंट के माध्यम से बीमा करवाया जाता है, ताकि सभी तक बीमा योजना का लाभ पंहुचा सके।

विकास खंड बागबहरा के कोमाखान कलस्टर अंतर्गत सीता स्व-सहायता समूह से जुड़ी दीदी झुना बाई टंडन (मृतक), पति का नाम धनवा टंडन ग्राम पंचायत सुवरमार एवं खम्हरिया कलस्टर के स्व सहायता समूह से जुडी दीदी बोधनी बाई (मृतक) ग्राम पति कांतिलाल ग्राम खैरटकला से दोनों के अकास्मिक मृत्यु के बाद बिहान कैडर बीमा सखी एवं बैंक मित्र केशरी ध्रुव, नीतू वर्मा के द्वारा बैंक से समन्वय कर क्लेम करवाया। ग्रामीण बैंक मैनेजर आर.के. पंडित एवं केनरा बैंक मैनेजर अंकित गुप्ता के विशेष सहयोग से जीवन ज्योति बीमा का 2-2 लाख रुपए का राशि हितग्राही के परिवार को प्रदाय किया गया। सभी महिलाओं के लिए यह प्रेरणा है कि अपने परिवार के बुरे समय में एवं भविष्य के लिए सभी को बीमा का लाभ अनिवार्यता लेना चाहिए।
और भी

सीएम भूपेश बघेल ने ठाकुर प्यारेलाल सिंह की पुण्यतिथि पर किया नमन

झूठा सच @ रायपुर :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में श्रमिक आंदोलन के सूत्रधार और सहकारिता आंदोलन के प्रणेता ठाकुर प्यारेलाल सिंह की आज पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। सीएम बघेल ने ठाकुर प्यारेलाल सिंह के योगदान को याद करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता संग्राम को आगे ले जाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में छात्रों को संगठित कर राष्ट्रीय आंदोलन की ओर मोड़ा और जनजागरण की अलख जगाई। राजनांदगांव में मिल मजदूरों को अधिकार दिलाने के लिए उन्होंने संघर्ष किया और उनका हक दिलाया। उनकेे नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में बुनकर संगठित हुए और छत्तीसगढ़ बुनकर संघ की स्थापना हुई।  बघेल ने कहा ऐसे सेवाभावी माटीपुत्र ठाकुर प्यारेलाल जी के विचार मूल्य हमेशा हमें प्रेरित करते रहेंगे।

और भी

खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने रक्तदान शिविर का किया शुभारंभ

झूठा सच @ रायपुर :-  खाद्य और संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने मंगलवार को रेडक्रॉस सोसायटी एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में ‘हमर खून, बचाहीं जिंदगी‘ अभियान के तहत अम्बिकापुर स्थित तकिया मजार शरीफ में रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया। रक्त दान शिविर ऑल इण्डिया मुस्लिम फाउंडेशन एवं ओम सांई रक्तदान समिति द्वारा आयोजित की गई थी। मंत्री भगत शिविर में अपना ब्लडप्रेशर जांच कराया। उन्होंने रक्तदान को महादान बताते हुए युवाओं को रक्तदान के लिए प्रेरित किया। रक्तदान शिविर में जिले के पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले ने भी रक्तदान किया। इसके अलावा तकिया मजार शरिफ में आयोजित रक्तदान शिविर में 40 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। मंत्री भगत ने इस दौरान रक्तदान के लिए उत्कृष्ट काम करने वाले विभिन्न समाजसेवी संगठनों, चिकित्सकों एवं पत्रकारों को सम्मानित किया।

हमर खून, बचाहीं जिंदगी

इस मौके पर पार्षद आलोक शुक्ला, प्रवीण गुप्ता, इरफान सिद्धिकी, जन शिक्षण संस्थान के निदेशक एम सिद्धिकी, जिला साक्षरता प्राधिकरण के जिला परियोजना अधिकारी गिरीश गुप्ता सहित बड़ी संख्या में रक्तदाता उपस्थित थे।
और भी

पुलिस स्मृति दिवस : राज्यपाल अनुसुईया उइके कल शहीद पुलिसर्मियों के परिजनों से करेंगी भेंट

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू देंगे श्रद्धांजलि उद्बोधन
  • चौथी वाहिनी छसबल माना में कल ‘‘पुलिस स्मृति दिवस परेड’’ का आयोजन

झूठा सच @ रायपुर:-  राज्यपाल अनुसुईया उइके एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में कल पुलिस स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया जायेगा। शहीदों की स्मृति में कार्यक्रम चौथी वाहिनी, छसबल, माना में सुबह 8.50 से 10.21 बजे तक संपन्न होगा। कार्यक्रम में राज्यपाल महोदया 1 सितम्बर 2020 से 31 अगस्त 2021 तक छत्तीसगढ राज्य में शहीद हुए 32 पुलिसकर्मियों के परिजनों से भेंट करेंगी।

कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्यपाल महोदया को परेड द्वारा सलामी एवं बैण्ड द्वारा राष्ट्रीय धुन का वादन और पाल-बियरर पार्टी द्वारा सम्मान सूची का प्रस्तुतिकरण किया जायेगा। इसके उपरांत 9.10 बजे पुलिस महानिदेशक द्वारा श्रद्धांजलि उद्बोधन, 9.13 बजे गृहमंत्री द्वारा श्रद्धांजलि उद्बोधन, 9.15 बजे मुख्यमंत्री द्वारा श्रद्धांजलि उद्बोधन और 9.22 बजे राज्यपाल महोदया द्वारा श्रद्धांजलि उद्बोधन किया जायेगा। कार्यक्रम में पाल-बियरर पार्टी द्वारा सम्मान सूची का स्मारक कोष में संस्थापन एवं शहीदों को सलामी दी जायेगी साथ ही संपूर्ण भारत में दिनांक 01.09.2020 से 31.08.2021 तक कर्तव्य की वेदी पर शहीद हुये सुरक्षा कर्मियों की नामावली वाचन तथा अतिथियों व पुलिस अधिकारियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पण किया जायेगा। कार्यक्रम में विगत वर्ष देशभर में शहीद हुए विभिन्न सुरक्षा बलों के 377 शहीदों के नामों का वाचन कर श्रद्धांजलि अर्पित की जायेगी।

उल्लेखनीय है कि पुलिस स्मृति दिवस प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को आयोजित किया जाता है। यह दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में तैनात सीआरपीएफ के एक छोटे से गश्ती दल पर चीनी सेना द्वारा भारी संख्या में घात लगाकर हमला किया गया था। इस लड़ाई में 10 सीआरपीएफ के रणबांकुरों ने सर्वाेच्च बलिदान दिया था।
और भी