हिंदुस्तान

Telegram यूजर के लिए बड़ी खबर , अब लाइव स्ट्रीमिंग और वीडियो चैट को यूजर्स कर सकेंगे रिकॉर्ड

 झूठा सच @ रायपुर :- Telegram ने एक बड़े अपडेट की घोषणा की है जो अब यूजर्स को ऐप पर ही लाइवस्ट्रीम और वीडियो चैट रिकॉर्ड करने देगा. इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के नए अपडेट में आठ चैट थीम भी शामिल हैं. हरेक थीम डे एंड नाइट वर्जन के साथ आता है। टेलीग्राम में यूजर्स को नाइट मोड सेटिंग्स का भी फायदा मिलेगा.WhatsApp के राइवल कहे जानें वाले मैसेजिंग ऐप Telegram कई नए और बेहद खास फीचर्स लेकर आया है. इन नए फीचर्स के तहत यूजर्स ऐप पर ही लाइवस्ट्रीम और वीडियो चैट्स को रिकॉर्ड कर सकेंगे. इसके अलावा ऐप में नए चैट थीम्स भी ऐड किए गए हैं.


इसके अलावा अपडेटेड ऐप में यूजर्स को नए इंटरैक्टिकव इमोजी भी मिलेंगे, फुल स्क्रीन इफेक्ट के साथ ग्रुप में भेजे गए मैसेज की रीड रिसीट्स भी मिलेगी यानी कि ग्रुप में भेजे गए मैसेज किसने पढ़े हैं, इसकी जानकारी पा सकेंगे. टेलिग्राम ने नए फीचर्स की जानकारी ब्लॉगपोस्ट के जरिए दी है

नए फीचर्स एंड्रॉयड और आईओएस दोनों यूजर्स के लिए उपलब्ध होंगे. ब्लॉगपोस्ट के मुताबिक नई चैट थीम को इंडिविजुएलल चैट्स के लिए भी जोड़ा जा सकता है और इसे कस्टमाइज कर सकते हैं. नई थीम के तहत एनीमेटेड बैकग्राउंड, मैसेज बबल्स, विशेष बैकग्राउंड पैटर्न के साथ यूजप्स को अपने चैट को ऑर्गेनाइज करने का फीचर मिलेगा.


मिलेंगे खास इमोजी
Telegram की तरफ से एक ब्लॉग के जरिए हाल ही में इन नए फीचर्स का ऐलान किया गया था. नए अपडेट में यूजर्स को खास इमोजी में मिलेंग जो चैट के एक्सपीरिएंस को और भी बेहतर बनाएंगे. दिए गए फीचर्स एंड्रॉयड और iOS यूजर्स के लिए अवेलेबल होंगे. टेलीग्राम की नई चैट थीम्स को आप एक खास चैट पर अप्लाई कर सकेंगे. साथ ही चैट बॉक्स को भी मनमुताबिक कस्टमाइज कर पाएंगे.

ऐसे करें थीम चेंज
टेलीग्राम की हर थीम में ग्रेडिएंट मैसेज बबल, एनिमेटेड बैकग्राउंड और यूनिक बैकग्राउंड पैटर्न हैं जो यूजर्स को अपनी चैट को सही से सेट करने में हेल्प करते हैं. यूजर्स चैट विंडो पर दिए गए चैट हेडर बॉक्स पर टैप करना होगा. इसके बाद तीन डॉट वाले आइकन पर टैप करके Change Colors के ऑप्शन पर जाना होगा. इतना करते ही टेलीग्राम चैट बॉक्स की थीम चेंज हो जाएगी. इन लेटेस्ट फीचर्स को यूज करने के लिए आपको ऐप अपडेट करना होगा.
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स्कूल की छत गिरी, 25 छात्र-छात्राएं सहित कई मजदुर जख्मी

 झूठा सच @ रायपुर/सोनीपत:-  हरियाणा के सोनीपत में एक बड़ा हादसा हो गया है. यहां के एक स्कूल की छत गिर गई है. बताया जा रहा है कि छत गिरने से करीब 25 छात्र-छात्राओं को गंभीर चोटें आई हैं. घायलों को पीजीआई में रेफर किया गया है.हादसा सोनीपत के गन्नौर में हुआ है, जहां गांव बाय रोड पर स्थित एक स्कूल की छत गिर गई. इस हादसे में दो दर्जन से ज्यादा छात्र-छात्राएं गंभीर रूप से घायल हुए हैं. तीन मजदूर भी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं | 

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तेंदुए ने स्कूली छात्रा को उतारा मौत के घाट

झूठा सच @ रायपुर /धमतरी :-  तेंदुए ने एक बार फिर एक छात्रा की जान ले ली है. लकड़ी बीनने गई छात्रा पर घात लगाये तेंदुए ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया है. घटना तड़के सुबह 9:30 बजे की बताया जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक मामला नगरी रेंज के मुकुंदपुर घोटुपारा पहाड़ी का है. आज सुबह 7वीं कक्षा की छात्रा घर के लिए जलाऊ लकड़ी लाने के लिए पहाड़ी पर गई हुई थी.

इस दौरान तेंदुआ ने उस पर हमला कर दिया. हमले में छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई. इधर इस घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीँ इस मामले में नगरी रेंजर जीएस परमार ने बताया कि, मामले की जानकारी मिली है. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची हुई है. बच्ची के शव का पंचनामा किया जा रहा है | 
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जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी ढेर

झूठा सच @ रायपुर /शोपियां :-  जम्मू-कश्मीर स्थित शोपियां  के केशवा में तलाशी और घेराबंदी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया. कश्मीर पुलिस के अनुसार, कल रात एक नागरिक पर गोली चलाने के बाद सुरक्षा बलों ने अभियान शुरू किया. आतंकी की पहचान अनायत अशरफ के तौर पर हुई है. कश्मीर पुलिस ने बताया कि बीती रात आतंकी अनायत अशरफ ने जीवर हमीद भट पर गोली चलाई. गोली लगने के बाद भट गंभीर रूप से घायल हो गया और अभी भी अस्पताल में भर्ती है. बताया गया कि अनायत अन्य लोगों को भी धमकी देता था. 

जम्मू-कश्मीर: शोपियां के कुशवा में हुई मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। (तस्वीरें वर्तमान समय के अनुसार नहीं हैं) pic.twitter.com/aEhq7RXlYA

— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2021

 

पुलिस ने एक ट्वीट में कहा कि अनायत अपने गांव और उसके आसपास के अन्य लोगों को भी अपने अवैध हथियारों से धमकाता था. भट पर हमला होने के बाद कई संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई. इसके बाद आतंकी की तलाश के लिए गांव की घेराबंदी हुई. पुलिस ने बताया कि टार्गेट एरिया के आस-पास के घरों से सभी निवासियों को निकाला गया. आतंकी को पूरी रात आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मुठभेड़ के दौरान आतंकी मार गिराया गया. उसके पास से एक पिस्टल और गोला बारूद भी बरामद किया गया है | 

 

 

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नवजोत सिंह सिद्धू का कांग्रेस में कॉमेडी सर्कस शुरू, सीएम के कंधे पर रखा हाथ

झूठा सच @ रायपुर /अमृतसर: - अमृतसर में पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की तस्वीरें चर्चा का केंद्र बनी रहीं. दरअसल, सीएम चन्नी समेत कई कांग्रेसियों ने बुधवार को गुरु नगरी में नतमस्तक होकर शुक्राना किया. इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री से आगे नजर आए. इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू कभी मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का हाथ पकड़े तो कभी उनके कंधे पर हाथ रखकर बार-बार थपथपाते भी नजर आए.

 

 

 

पंजाब  में कांग्रेस ने चुनाव से कुछ वक्त पहले ही मुख्यमंत्री को बदल दिया है और दलित चेहरे चरणजीत सिंह चन्नी को कमान सौंपी है. लंबे वक्त से पार्टी में उठापटक चल रही थी, ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के हटने और नए चेहरे के आने से कांग्रेस को कुछ राहत मिल पाएगी. लेकिन अभी के जो हालात दिख रहे हैं, उससे कांग्रेस की मुश्किलें कम नहीं बल्कि ज्यादा होती दिख रही हैं | 
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दिल्‍ली के पूर्व कमिश्नर युद्धवीर सिंह डडवाल का निधन

झूठा सच @ रायपुर /नई दिल्ली:-  दिल्ली पुलिस के कमिश्नर रहे युद्धवीर सिंह डडवाल का निधन हो गया है. बुधवार देर रात दक्षिणी दिल्ली में उन्होंने आखिरी सांस ली. वाईएस डडवाल कुछ समय से बीमार चल रहे थे. युद्धवीर सिंह डडवाल 1974 बैच के आईपीएस अफसर थे और 2007 में वह दिल्ली पुलिस कमिश्नर बने थे.वाईएस डडवाल ही वह पुलिस कमिश्नर थे, जिनके पास कानून व्यवस्था की अहम जिम्मेदारी थी जब दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेल हुए थे. कमिश्नर डडवाल के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस ने इन कॉमनवेल्थ गेम्स को सुचारू रूप से संपन्न कराने में बड़ा योगदान दिया था. सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए थे. कॉमनवेल्थ गेम्स में किसी भी तरह की कोई भी सुरक्षा समस्या नहीं आई.

वाई एस डडवाल ने राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान न सिर्फ धरती से बल्कि आकाश से भी भारतीय वायुसेना की मदद से सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया था. इसमें हेलीकॉप्टर में बैठे शार्प शूटर किसी भी संभावित आतंकवादी घटना से निपटने के लिए तैयार थे.डडवाल वे पुलिस कमिश्नर थे जिन्होंने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों और अफसरों को सड़क पर आकर ट्रैफिक इंतजामों को देखने की जिम्मेदारी देकर नई शुरुआत की थी. उस दौरान दिल्ली में 38 ट्रैफिक इंस्पेक्टर (टीआई) और 387 जोनल ऑफिसर (जेडओ) थे. कमिश्नर वाई एस डडवाल ने सभी टीआई के ऑफिस बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए थे, ताकि टीआई सड़कों पर नजर आएं.

1974 बैच के आईपीएस डडवाल इतिहास में स्नातकोत्तर थे. वह 1978 के बाद से 16वें पुलिस आयुक्त बने थे जब दिल्ली पुलिस ने एक नई रैंकिंग प्रणाली शुरू की थी 14 अक्टूबर 1951 को जन्मे वाई एस डडवाल अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पुलिस अधीक्षक रहे. 1980 में उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में अपना पहला बड़ा काम मिला, जब उन्हें अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त के रूप में नियुक्त किया गया.वह 1993-1995 के दौरान केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) भी थे. उन्हें विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक और सेवा पदक से चार बार सम्मानित किया जा चुका है. दिल्ली पुलिस ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है |
 
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पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट एक्सपर्ट्स की कमेटी का करेगा गठन

झूठा सच @ रायपुर /नई दिल्ली: - पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट एक्सपर्ट्स की कमेटी का गठन करेगा. गुरुवार को एक मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एनवी. रमना ने इस बात का ज़िक्र किया है. ये कमेटी कैसी होगी और जांच किस तरह आगे बढ़ेगी, इसपर अगले हफ्ते विस्तृत आदेश आ सकता है चीफ जस्टिस ने सुनवाई के दौरान अदालत में कहा कि कमेटी का हिस्सा बनने के लिए कुछ एक्सपर्ट्स से संपर्क किया गया है, लेकिन उनमें से कई एक्सपर्ट्स निजी दिक्कतों के कारण इसका हिस्सा नहीं बन पा रहे हैं.

चीफ जस्टिस एनवी. रमना ने अदालत में वकील सीयू सिंह को कहा कि सुप्रीम कोर्ट इसी हफ्ते पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन करना चाहती है. जिन लोगों को इस कमेटी में शामिल किया जाना है, उनमें से कुछ ने शामिल होने से इनकार किया है. सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने कहा कि इसको लेकर आदेश अगले हफ्ते तक आ सकता है. जल्द ही टेक्निकल एक्सपर्ट्स की कमेटी को फाइनल कर लिया जाएगा. बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पहले कहा गया था कि एक्सपर्ट्स कमेटी बनाकर इस पूरे मामले की जांच करवाई जा सकती है.

गौरतलब है कि कुछ वक्त पहले ही पेगासस जासूसी मामले का मुद्दा सामने आया था. अंतरराष्ट्रीय मीडिया एजेंसियों ने दावा किया था कि भारत सरकार ने इजरायली स्पाइवेयर के दम पर देश में कई नेताओं, पत्रकारों और अन्य हस्तियों की जासूसी की गई थी. हालांकि, इन आरोपों को केंद्र सरकार ने बेबुनियाद बताया था |
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मंदिर की छत से गिराने से साधु की मौत

 झूठा सच @ रायपुर /अयोध्या:-  महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्‍ध परिस्‍थितियों में मौत के बाद अब अयोध्या में भी एक साधु की मौत हो गई है. राम मंत्रार्थ मंडपम मंदिर की तीसरी मंजिल से गिर जाने के कारण साधु की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. साधु की पहचान मणिराम दास के तौर पर हुई है. साधु ने आत्महत्या की है या ये हादसा है इस संबंध में फिलहाल जानकारी नहीं मिल सकी है. पुलिस ने साधु के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है 

प्राथमिक जांच में पता चला है कि साधु काफी दिनों से अवसाद में था. हालांकि उसके अवसाद के कारणों का पता नहीं चल सका है. फिलहाल मामले में पुलिस मंदिर प्रशासन और अन्य साधुओं से पूछताछ कर रही है. साथ ही साधु के फोन रिकॉर्ड भी देखे जा रहे हैं. साधु मणिराम दास की मौत के बाद अयोध्या में साधुओं के बीच शोक की लहर है. सूत्रों का कहना है कि मणिराम पिछले कुछ दिनों से बातचीत कम कर रहे थे. वे पिछले कई दिनों से अकेले ही रह रहे थे और बहुत ही कम बाहर निकलते थे. हालांकि उन्होंने अपनी परेशानी का जिक्र किसी से भी नहीं किया था. वे कुछ दिनों से अपने कमरे में ही रह रहे थे | 

 

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ साफ, इस वजह से हुई महंत नरेंद्र गिरि की मौत

झूठा सच @ रायपुर :-  महंत नरेंद्र गिरि के पोस्टमार्टम  रिपोर्ट को लेकर बड़ी खबर आई है. शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी लगने से मौत की वजह सामने आई है. जांच के लिए विसरा को सुरक्षित रख लिया गया है.अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के शव का बुधवार को पोस्टमार्टम हुआ. करीब ढाई घंटे तक चले पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पुलिस  के उच्चाधिकारियों को सीलबंद लिफाफे में सौंप दी गई है.पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव शरीर को बाघंबरी गद्दी मठ ले जाया गया है जहां शव को गंगा स्नान कराने की तैयारी की जा रही है. नरेंद्र गिरि का पोस्टमार्टम पांच डॉक्टरों के पैनल ने किया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस के के उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है. पोस्टमार्टम वाली जगह सुबह से ही छावनी में तब्दील रही और किसी भी मीडियाकर्मी को भीतर जाने की अनुमति नहीं दी गई.

बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की गुत्थी अभी भी उलझी हुई है. नरेंद्र गिरि की मौत के बाद नए-नए खुलासे तो हो रहे हैं, लेकिन मौत अभी भी रहस्य बनी हुई है. पुलिस की जांच में 7 ऐसे किरदार सामने आए हैं जिनकी कड़ियां नरेंद्र गिरि की मौत से जुड़ी हैं. इन्हीं कड़ियों को जोड़कर पुलिस महंत नरेंद्र गिरि की मौत की गुत्थी सुलझाने में जुटी है. ये वो चेहरे हैं, जिनमें से कुछ के नाम नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट में हैं, लेकिन बाकी चेहरे भी सुर्खियों में हैं.करीब 2 दशक पहले प्रयागराज के लेटे हनुमान मंदिर और बाघम्भरी मठ के पूर्व संचालक के स्वर्गवास के बाद मठ की जिम्मेदारी नरेंद्र गिरी को मिली थी. महंत नरेंद्र गिरि ने अपनी जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करते हुए हिंदू धर्म रीति-रिवाजों परंपराओं को नए आयाम दिए. उन्होंने संस्कृति स्कूलों में वैदिक शिक्षा और गौशालाओं का निर्माण शुरू कराया. सनातन धर्म की रक्षा के लिए महंत नरेंद्र गिरि हमेशा सजग रहे. संत समाज के वो ऐसे महत्वपूर्ण प्रमुख व्यक्ति थे जो सभी को जोड़ने में लगे रहे. यही वजह है सभी अखाड़ों ने मार्च 2015 में उन्हें अपना अगुआ मानते हुए सर्वसम्मति से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुना था | 

 

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पद्मनाभ स्वामी मंदिर ट्रस्ट की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने की खारिज

झूठा सच @रायपुर / नई दिल्ली:-  केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में मशहूर पद्मनाभ स्वामी मंदिर ट्रस्ट का भी ऑडिट होगा. सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि ट्रस्ट को ऑडिट से छूट नहीं मिल सकती. कोर्ट ने स्पष्ट करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2020 में सुनाया गया आदेश मंदिर ही नहीं ट्रस्ट पर भी लागू है. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा कि अगले तीन महीने में मंदिर और ट्रस्ट का ऑडिट पूरा किया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने ट्रस्ट को 25 साल तक ऑडिट किये जाने के आदेश से छूट की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है.SC ने पिछले 25 वर्षों में मंदिर की आमदनी और खर्च के ऑडिट का आदेश दिया था. न्यायमूर्ति यू यू ललित, न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट और न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने कहा कि ऑडिट को जल्द से जल्द पूरी किया जाए और यदि संभव हो तो यह तीन महीने में ही पूरी हो जानी चाहिए.

पीठ ने कहा, ''यह स्पष्ट है कि विचाराधीन ऑडिट का उद्देश्य केवल मंदिर तक ही सीमित नहीं था बल्कि न्यास से भी संबंधित था. इस निर्देश को 2015 के आदेश में दर्ज मामले में न्याय मित्र की रिपोर्ट के नजरिए से देखा जाना चाहिए.''दरअसल इन दिनों पद्मनाभ स्वामी मंदिर गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है. मंदिर को मिल रहा चढ़ावा इसकी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है. सुनवाई के दौरान पद्मनाभ स्वामी मंदिर की प्रशासनिक समिति ने सुप्रीम कोर्ट को ये जानकारी दी थी.प्रशासनिक समिति की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील आर बसंत ने कोर्ट को कहा था कि केरल में सभी मंदिर बंद हैं. बंद की हालत में भी इस मंदिर के रख रखाव, वेतन, भोग राग सेवा, पूजा का मासिक खर्च सवा करोड़ रुपये के आसपास है. जबकि हमें चढ़ावे के तौर पर महज 60-70 लाख रुपये ही मिल पा रहे हैं. ऐसी सूरत में मंदिर का कामकाज सुचारू रूप से चलाना संभव नहीं है. लिहाज़ा ट्रस्ट के योगदान की भी ज़रूरत है.

प्रशासनिक समिति ने ट्रस्ट के ऑडिट की मांग करते हुए आरोप लगाया कि ट्रस्ट ऑडिट के लिए अपने रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं करा पा रहा है. ट्रस्ट कोर्ट के आदेश पर बनाया गया है- लिहाजा उसे भी मंदिर को अपना योगदान देना चाहिए. 2013 की ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक ट्रस्ट के पास 2.87 करोड़ रुपये कैश और 1.95 करोड़ रुपये की सम्पति है. इसलिए सही सही रकम का अंदाजा लगाने के लिए ऑडिट की जरूरत है.वहीं, दूसरी ओर ट्रस्ट की ओर से पेश हुए अरविंद दत्तार ने कहा कि ट्रस्ट के ऑडिट की ज़रूरत नहीं है. ये शाही परिवार की ओर से संचालित पब्लिक ट्रस्ट है. मंदिर के प्रशासन से इसका कोई लेना देना नहीं है. बहरहाल, सुप्रीम कोर्ट ने प्रशासनिक कमेटी और ट्रस्ट की दलीलें सुनने के बाद ट्रस्ट की उस अर्जी पर फैसला सुरक्षित रख लिया जिसमें उसने पिछले साल कोर्ट की ओर से 25 साल के ऑडिट किये जाने के आदेश से छूट की मांग की थी. उसे सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया है |
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सोना हुआ सस्ता, जानिए 10 ग्राम गोल्ड का भाव

झूठा सच @ रायपुर :-  कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय बाजारों में आज सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई. मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अक्टूबर वायदा सोने का दाम 0.23 फीसदी प्रति 10 ग्राम की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. सोने की तरह चांदी में भी कमजोरी है. दिसंबर वायदा चांदी की कीमत 0.03 फीसदी प्रति किलोग्राम टूट गई है. आपको बता दें कि पिछले कारोबारी सत्र में सोना 6 महीने के निचले स्तर 45,880 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया था 

पिछले सत्र में सोने का भाव 0.65 फीसदी बढ़ा था जबकि चांदी की कीमत में 0.6 फीसदी की गिरावट आई थी. ग्लोबल स्टॉक मार्केट में बिकवाली के बावजूद वैश्विक बाजारों में सोना मामूली गिरावट के साथ 1,764.94 डॉलर प्रति औंस रहा. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आज से शुरू होने वाली दो दिवसीय पॉलिसी बैठक से पहले निवेशक सतर्क हैं. व्यापक प्रोत्साहन के परिणामस्वरूप होने वाली संभावित मुद्रास्फीति और मुद्रा में गिरावट के खिलाफ सोने को एक बचाव के रूप में देखा जाता है. ब्याज दर में संभावित बढ़ोतरी से नॉन-इंट्रेस्ट वाले एसेट्स रखने की अवसर लागत भी बढ़ जाएगी

आज का सोना-चांदी का नया भाव 

मंगलवार को एमसीएक्स पर अक्टूबर वायदा सोना का भाव 106 रुपये या 0.23 फीसदी गिरकर 46,172 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया. अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सोने का दाम 1,764.94 डॉलर प्रति औंस रहा. वहीं दिसंबर वायदा चांदी की कीमत 19 रुपये की गिरावट के साथ 59,590 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में चांदी का भाव 0.1 फीसदी की बढ़त के साथ 22.26 डॉलर प्रति औंस रहा.सेफ-हेवन डिमांड के कारण सोने की कीमतों में छह महीने के निचले स्तर पर सुधार हुआ था क्योंकि चीन के एवरग्रांडे लोन संकट ने दुनिया भर के शेयरों में तेज बिकवाली को बढ़ावा दिया था, लेकिन मजबूत डॉलर सोने पर भारी पड़ गया.

घर में पड़े सोने से करें कमाई

गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में आप अपना Gold बैंक में जमा कर सकते हैं. इस पर आपको बैंक ब्याज देंगे. इस स्कीम में आप कम से कम 10 ग्राम सोना बैंक में जमा कर सकते हैं.गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में सोना जमा कराने के तीन विकल्प हैं. शॉर्ट टर्म बैंक डिपॉजिट (STBD) की अवधि 1-3 साल तक के लिए है. वहीं, मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म डिपॉजिट की अवधि क्रमश: 5-7 साल और 12-15 साल है.गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत एक साल के लिए डिपॉजिट पर सालाना 0.50 फीसदी से 0.75 फीसदी तक ब्याज मिलेगा. 1 साल से ज्यादा और 2 साल तक डिपॉजिट पर 2.50 फीसदी और 2 साल से ज्यादा और 3 साल तक डिपॉजिट पर 2.25 फीसदी ब्याज मिलेगा स्कीम में रॉ गोल्ड के रूप में सोना स्वीकार किया जाता है. यानी सोने की छड़ें, सिक्के, गहने (स्टोन और अन्य मेटल को छोड़कर) स्वीकार होंगे. वहीं, ग्राहकों को आवेदन फॉर्म, आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ और इन्वेंटरी फॉर्म जमा करना होगा |

 
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नवंबर के दूसरे हफ्ते तक चलेंगी प्री-बजट मीटिंग

झूठा सच @ रायपुर : - वित्त मंत्रालय 2022-23 के लिए वार्षिक बजट 12 अक्टूबर से तैयार करने की कवायद शुरू करेगा. अगले वर्ष के बजट में मांग सृजन, रोजगार सृजन और अर्थव्यवस्था को निरंतर 8 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी के रास्ते पर रखने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देना होगा. यह 2019 में दूसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद केन्द्र सरकार का चौथा बजट और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का भी चौथा बजट होगा,आर्थिक मामलों के विभाग के बजट प्रभाग के 16 सितंबर 2021 की तारीख वाले बजट सर्कुलर (2022-23) के अनुसार, बजट पूर्व/आरई (संशोधित अनुमान) बैठकें 12 अक्टूबर 2021 से शुरू होंगी. सर्कुलर के मुताबिक, सभी वित्तीय सलाहकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि परिशिष्ट एक से सात में निहित इन बैठकों से संबंधित जरूरी विवरण यूबीआईएस (केंद्रीय बजट सूचना प्रणाली) के आरई मॉड्यूल में दर्ज किए गए हैं. 

व्यय सचिव द्वारा अन्य सचिवों और वित्तीय सलाहकारों के साथ चर्चा पूरी करने के बाद 2022-23 के बजट अनुमानों (BE) को अस्थायी तौर पर अंतिम रूप दिया जाएगा. इसमें कहा गया कि बजट पूर्व बैठकें 12 अक्टूबर से शुरू होंगी और नवंबर के दूसरे सप्ताह तक जारी रहेंगी. सर्कुलर के अनुसार, इस वर्ष की विशेष परिस्थितियों को देखते हुए, अंतिम बजटीय आवंटन का आधार समग्र वित्तीय स्थिति होगा और यह मंत्रालय/विभाग की अवशोषण क्षमता के अधीन होगा

1 फरवरी 2022 को पेश होगा आम बजट

यूनियन बजट 2022-23, 1 फरवरी, 2022 को पेश किया जाएगा. मोदी के नेतृत्‍व वाली सरकार ने फरवरी के अंत में बजट पेश करने की ब्रिटिश कालीन परंपरा को समाप्‍त कर दिया है. तत्‍कालीन वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने पहली बार 1 फरवरी, 2017 को बजट पेश किया था. बजट को पहले पेश करने के साथ ही मंत्रालयों को अब बजट में आवंटित उनके फंड को वित्‍तीय वर्ष की शुरुआत यानी अप्रैल में ही दे दिया जाता है.केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटे को 6.8 प्रतिशत पर काबू में रखने का लक्ष्य पटरी पर है, लेकिन विकास को गति देने के लिए उसे पूंजीगत व्यय बढ़ाना होगा. जबकि अर्थव्यवस्था पहली तिमाही में 20.1 फीसदी बढ़ी, स्थिर कीमतों पर जीडीपी अभी भी वित्त वर्ष 2015 की पहली तिमाही की तुलना में 9.2 फीसदी कम थी, जो कि एक पूर्व-कोविड अवधि थी | 
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गृह मंत्री अमित शाह के कारण सीएम शिवराज सिंह चौहान की उड़ी नींद, जानिए क्या हैं वजह

उत्तराखंड, कर्नाटक और फिर गुजरात में सीएम बदलकर बीजेपी ने अपने नेताओं को यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अगर वे नॉन परफॉर्मर रहे तो उन्हें जाना पड़ेगा। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान बीजेपी के सबसे बड़े नेता हैं और लगभग दो दशक से सीएम का पद संभाल रहे हैं। हालांकि, ताजा घटनाक्रम ने शिवराज सिंह चौहान की भी नींद उड़ा रखी है। उसपर से हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने शिवराज की मौजूदगी में बीजेपी सांसद राकेश सिंह की तारीफ कर के मुख्यमंत्री के ऊपर दबाव और बढ़ा दिया है। इसके बाद से ही शिवराज सिंह चौहान अपनी छवि चमकाने में लग गए हैं और इसके लिए वह हर दिन मैराथन बैठकें कर रहे हैं। 

दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को मध्य प्रदेश के जबलपुर में गोंडवाना साम्राज्य के अमर शहीद शंकर शाह और रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम के दौरान शाह ने पूर्व बीजेपी चीफ और सांसद राकेश सिंह की तारीफ की। खबरों के मुताबिक, शाह के दौरे के बाद से शिवराज ने गवर्नेंस को फोकस में रखते हुए कई बैठके की हैं।शिवराज अपने राज्य के अधिकारियों को लगातार यह याद दिला रहे हैं मध्य प्रदेश 'गुड गवर्नेंस' के मॉडल के तौर पर स्थापित हो। अमित शाह 18 सितंबर को जबलपुर पहुंचे थे। इसके एक दिन बाद ही शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मुलाकात की। इस मुलाकात को कांग्रेस नेताओं ने 'असामान्य' तक बता दिया। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बैठक राज्य में विकास संबंधी योजनाओं पर चर्चा के लिए की गई थी। 

इसके बाद सोमवार को शिवराज ने भारतीय पुलिस सेवा और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों संग मुलाकात की। यहां शिवराज ने कहा, 'मैं अधिकारियों को उनके काम के आधार पर आकूंगा। हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनानी होगी। राज्य को गुड गवर्नेंस का मॉडल बनाना चाहिए और अपनी ड्यूटी न निभा पाने वाले हर अधिकारी को सजा दी जाएगी।' शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से माफियाओं के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने को कहा। बलिदान दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान शाह ने इसके आयोजक सिंह की तारीफ करते हुए कहा, 'जिनके निमंत्रण पर मैं यहां आया हूं और जो सही मायने में नेतृत्व कर रहे हैं, हमारे राकेश सिंह जी।' इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज भी मौजूद थे।
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नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत पर लगाए ये गंभीर आरोप

झूठा सच @ रायपुर /नई दिल्ली:-  नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं. ओली ने दावा किया है कि साल 2015 में भारत के तत्कालीन विदेश सचिव और वर्तमान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नेपाल के नए संविधान में भारत की मांग के अनुरूप संशोधनों को लेकर दबाव बनाया था.ओली ने कहा है कि एस. जयशंकर ने नेपाल के शीर्ष नेताओं को धमकी दी थी कि वे मौजूदा प्रारूप में संविधान को लागू ना करें. केपी शर्मा ने कहा है कि हमें ये भी चेतावनी दी गई थी कि अगर नेपाल के संविधान को भारत के सुझावों के खिलाफ बनाया गया तो इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा.

गौरतलब है कि नेपाल ने 20 सितंबर 2015 को अपना नया संविधान लागू किया था. हालांकि, नेपाल के नए संविधान के खिलाफ भारत से सटे दक्षिण नेपाल के जिलों में काफी विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला था.द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, केपी शर्मा ओली ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूएमएल की स्थायी समिति को कुछ 'राजनीतिक दस्तावेज भेजे थे. इन्हीं दस्तावेजों में उन्होंने इस बात का खुलासा किया है. उन्होंने 19 सितंबर को ये डॉक्यूमेंट्स भेजे थे और इस दिन नेपाल ने अपना सातवां संविधान दिवस मनाया था.

रिपोर्ट के मुताबिक, 2015 में भारत के तत्कालीन विदेश सचिव एस. जयशंकर ने काठमांडू का दौरा किया था और पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' समेत कई राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की थी. ओली के भेजे गए दस्तावेज में बताया गया है कि जयशंकर ने नए संविधान को लेकर नेपाल से कहा था कि इसके नतीजे बुरे होंगे. इसमें ये भी कहा गया है कि 'भारत सरकार ने नेपाल के संविधान को लेकर असंतोष जाहिर किया था और संविधान की ड्राफ्टिंग के बाद से ही नेपाल सरकार पर इसे ना अपनाने के लिए दबाव बना रही थी.

गौरतलब है कि नेपाल की मधेस आधारित पार्टियों ने इस संविधान को लेकर छह महीने लंबा प्रोटेस्ट किया था. इन प्रदर्शनकारियों ने कहा था कि वे नेपाल के दक्षिण तराई क्षेत्र के निवासियों के हितों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए संविधान में संशोधन के लिए सरकार पर दबाव डाल रहे थे. इन प्रदर्शनकारियों की मांगों में, प्रांतीय सीमाओं को फिर से बनाना, क्षेत्रीय भाषाओं को मान्यता देना, नागरिकता से जुड़े मुद्दों को संबोधित करना और नेशनल एसेंबली में प्रतिनिधित्व जैसी कुछ डिमांड शामिल थीं. इन प्रदर्शनों में 60 लोगों की मौत हो गई थी | 
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आर्मी का हेलीकॉप्टर क्रैश, रेस्क्यू के लिए पुलिस टीम रवाना

झूठा सच @ रायपुर / नई दिल्ली: -  जम्मू के उधमपुर जिले के शिवगढ़ धार इलाके में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है. चॉपर में दो लोग सवार थे. बताया जा रहा है कि खराब मौसम के कारण यह दुर्घटना हुई है. इस घटना में पायलट और को-पायलट घायल हो गए हैं. मौके पर पुलिस टीम पहुंची है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हेलीकाप्टर क्रैश हुआ है या फिर पायलट ने हेलीकॉप्टर की क्रैश लैंडिंग कराई है घटना के बाद जो तस्वीरें सामने आई हैं, उससे पता चलता है कि हेलीकॉप्टर में सवार दोनों पायलटों को गंभीर चोटें आई हैं. मौके पर पहुंचकर पुलिस टीम रेस्क्यू कर रही है. डीआईजी उधमपुर रियासी रेंज सुलेमान चौधरी ने कहा कि हमें जानकारी मिली कि हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है. बचाव कार्य के लिए तुरंत पुलिस टीम को रवाना कर दिया गया. उन्होंने बताया कि घने कोहरे के चलते हम स्पष्ट तौर पर यह नहीं कह सकते कि यह क्रैश लैंडिंग हैं या फिर हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है. गौरतलब है कि इससे पहले बीते 3 अगस्त को एक आर्मी हेलीकाप्टर रंजीत सागर डैम लेक में क्रैश हो गया था. यह घटना जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुई थी जिसके बाद व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया गया था | 

 

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पीएम नरेंद्र मोदी अफगानिस्तान में आए तालिबान के हिंसक शासन का उठा सकते हैं मुद्दा

संयुक्त राष्ट्र की इस सप्ताह होने वाली महासभा में पीएम नरेंद्र मोदी अफगानिस्तान में आए तालिबान के हिंसक शासन का मुद्दा उठा सकते हैं। इससे पहले 17 सितंबर को शंघाई कॉपरेशन ऑर्गनाइजेशन की मीटिंग को संबोधित करते हुए भी पीएम नरेंद्र मोदी ने कट्टरता और हिंसा को लेकर अहम संदेश दिया था। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की मौजूदगी में संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जिस तरह से क्षेत्र में कट्टर ताकतें मजबूत हो रही हैं, उससे शांति, सुरक्षा और विश्वास का माहौल कमजोर हो रहा है। माना जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम में भी पीएम नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर बात रखने वाले हैं।


उन्होंने SCO समिट में कहा था कि इस संगठन को भारत में उदार, सहिष्णु और समावेशी विचार वाले इस्लामिक समूहों को साथ लेकर एक अच्छा नेटवर्क बनाना चाहिए। उन्होंने सभी देशों से कट्टरता से निपटने के लिए प्रयास करने की अपील की थी। पीएम नरेंद्र मोदी 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र की महासभा को संबोधित करने वाले हैं। इस दौरान वह राजनीतिक इस्लाम से लड़ने के उपायों और कट्टर ताकतों का मुकाबला करने के लिए जरूरी चीजों पर बात करेंगे। दरअसल इस्लाम को हथियार बनाकर ही तालिबान जैसी ताकतों ने अफगानिस्तान में कब्जा जमाया है और हिंसक शासन स्थापित किया है।

अफगानिस्तन से अमेरिकी और नाटो सेनाओं की वापसी एवं तालिबान के राज के बाद यह पहली एससीओ समिट थी, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी ने खुलकर आतंकवाद का विरोध किया। तालिबान का राज स्थापित होने के बाद अफगानिस्तान के लोगों के भविष्य और क्षेत्रीय शांति को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। अब तक अपनी हरकतों से तालिबान ने एक बार फिर यह साबित किया है कि पहले के मुकाबले वह बहुत ज्यादा बदला नहीं है। पीएम नरेंद्र मोदी ने एससीओ समिट में एक तरफ कट्टरता को लेकर चिंता जाहिर की तो वहीं भारत में इस्लाम की समृद्धि विरासत का भी जिक्र किया था।

पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान 5 बिंदुओं पर बात की थी। पहला, उन्होंने भारत में इस्लाम के समावेशी, सहिष्णु और दयालु स्वरूप की बात कही। दूसरा, इस्लाम सदियों से इस क्षेत्र का हिस्सा रहा है। तीसरा, उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ जंग को धर्म से अलग देखने और इस्लाम को राजनीतिक इस्तेमाल से बचाने की भी बात कही। चौथा, उन्होंने भारत और पश्चिम एशिया के बीच पुराने आध्यात्मिक संबंधों का भी जिक्र किया। पांचवां, उन्होंने सभ्यताओं के संघर्ष की बात से भी इनकार किया।
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सीएम् योगी आदित्यनाथ ने महंत नरेंद्र गिरि को दी श्रद्धांजलि

झूठा सच @ रायपुर /उत्तर प्रदेश:-  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को प्रयागराज में उनके बाघंबरी मठ स्थित आवास पर श्रद्धांजलि दी।महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। हत्या या आत्महत्या के बीच की कड़ी को तलाशने के लिए पुलिस हर एंगल पर काम कर रही है। बताया जा रहा है कि महंत नरेंद्र गिरि को एक वीडियो के नाम पर बदनाम करने की साजिश रची जा रही थी। वीडियो दिखाकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था। वह कौन सा वीडियो है, उस वीडियो में क्या है, किस प्रकरण से वह वीडियो जुड़ा है, इन सवालों का जवाब नहीं मिला है। 

 

कहा यह जा रहा है कि उनको अश्लीलता के नाम पर बदनाम करने की साजिश रची गई थी। उनके मोबाइल फोन में भी एक वीडियो मिलने की चर्चा रही लेकिन इसकी किसी अफसर ने पुष्टि नहीं की। नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र किया है कि उसी वीडियो के चक्कर में उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई। इसी से वह आहत हैं। बाघंबरी मठ के अंदर नरेंद्र गिरि की मौत के बाद पहुंची पुलिस ने परिसर के अंदर लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। इस बात की जानकारी ली गई कि दिनभर में क्या गतिविधियां रहीं। कहीं कोई अराजक तत्व अंदर तो नहीं आया था। वहां पर शिष्यों का बयान दर्ज किया। पूछताछ में पता चला कि आद्या तिवारी से दो दिन पहले ही नरेंद्र गिरि की नोकझोंक हुई थी। बताया जा रहा है कि उन्होंने सल्फास और रस्सी भी दो दिन पहले मंगाई थी। अपने एक शिष्य से कहा था था कि कपड़े टांगने वाली रस्सी खराब हो गई है।
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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का निधन, साधु-संतो में शोक की लहर

झूठा सच @ रायपुर /यूपी :- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित बाघमबरी मठ में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का निधन हो गया है. बाघमबरी मठ जिसे साधु संतों की बड़ी संस्था के रूप में जाना जाता हैं। वही फिलहाल मठाधीश की मौत की वजह अभी साफ नहीं हैं।  लेकिन इस खबर के बाद साधु संतों में शोक की लहर है.


महंत नरेंद्र गिरी की इस तरह संग्दिध मौत को लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं. दूसरी तरफ,आनंद गिरि ने महंत नरेंद्र गिरी को लेकर कहा कि, उनकी हत्या षडयंत्र के तहत की गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनके निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि, 'ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व उनके अनुयायियों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें वहीं, यूपी विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर शोक व्यक्त किया। 





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