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अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए व्यापमं की एक और नई वेबसाइट की गई तैयार

  • वर्तमान में व्यापमं की पुरानी वेबसाइट पूर्व की भाँति संचालित रहेगी
रायपुर। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल के नियंत्रक से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में संचालित वेबसाइट https://vyapam.cgstate.gov.in में अभ्यर्थियों द्वारा ऑनलाईन एप्लीकेशन फार्म भरते समय, प्रवेश पत्र डाउनलोड करते समय एवं परीक्षा परिणाम जारी उपरांत अत्यधिक संख्या में हिट्स होने से अभ्यर्थियों को असुविधा हो रही थी।
अभ्यर्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए व्यापमं द्वारा एक नई वेबसाइट https://vyapamaar.cgstate.gov.in बनाई गई है। इस वेबसाइट में सिर्फ मुख्य सूचनायें, नवीन पंजीयन, अभ्यर्थी लॉगिन एवं परीक्षा परिणामों को प्रदर्शित किया जायेगा। इसके साथ ही  वर्तमान में संचालित व्यापमं की वेबसाइट https://vyapam.cgstate.gov.in पूर्व की भाँति चलती रहेगी।
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JEE मेंस में छत्तीसगढ़ के इन छात्रों ने भी मारी बाजी

रायपुर। JEE मेंस के प्रथम चरण का परिणाम 13 फरवरी को घोषित कर दिया गया है. इसमें बिलासपुर वाइब्रेंट अकादमी के छात्र-छात्राओं ने लगातार चौथे साल ऐतिहासिक परिणाम लेकर आए हैं. वाइब्रेंट अकादमी के अवनीश पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ में टॉप करते हुए 99.959 परसेंट, वेदांत ओटवानी ने 99.537 परसेंट, एंजेल वाधवानी ने 98.285 परसेंट, कृष दुबे ने 96.0344, आदित्य साहू ने 96.939, राहुल सिंह ने 95.939, निखिल सोनी ने 95.814, सेला कार्तिकेय ने 95.044, आयुष बसक ने 94.72, हर्ष अग्रवाल ने 93.841, क्षितिज माहेश्वरी ने 93.741, भविष्य वर्मा ने 93.71 परसेंट और 20 अन्य छात्र-छात्राओं ने 90 परसेंट से ज्यादा नंबर प्राप्त कर अपने माता-पिता, अपने शहर और संस्था का नाम उज्ज्वल किया.
संस्था के ब्रांच हेड रौशन पाण्डेय ने बताया कि निरंतर हर साल संस्था छत्तीसगढ़ के अनेक क्षेत्रों से आए छात्रों के उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए कार्य करते आ रही है. इसका प्रतिबिम्ब छात्रों के परिणाम स्वरूप नजर आ रहे हैं. पिछले साल सौरभ वर्मा ने छत्तीशगढ़ में टॉप करते हुए आल इंडिया में 127 रैंक प्राप्त किया था. साथ ही अन्य 16 छात्रों ने भी अलग-अलग अग्रणी IIT प्राप्त किया था. 2021 और 2020 में सान्या मित्तल और शिखर अग्रवाल ने क्रमशः 365 और 247 रैंक प्राप्त किया था. संस्था के प्रख्यात शिक्षक दीपक तिवारी मैथ्स, विवेक सिंह और अन्य सभी शिक्षिकों ने बच्चों के ऐसे परिणाम की तारीफ करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
 
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ओडिशा सरकार ने प्लस 3 और पीजी छात्रों के लिए नुआ ओ छात्रवृत्ति की घोषणा की

भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने मंगलवार को प्लस 3 और पीजी छात्रों के लिए नुआ ओ छात्रवृत्ति की घोषणा की, इस संबंध में विश्वसनीय रिपोर्ट में कहा गया है। प्लस 3 और पीजी पाठ्यक्रमों के छात्रों को नुआ ओ योजना के तहत ओडिशा सरकार से नुआ ओ छात्रवृत्ति मिलेगी। इसकी घोषणा 5T के अध्यक्ष और नबीन ओडिशा के अध्यक्ष वी के पांडियन ने की। यह घोषणा ओडिशा के जाजपुर जिले में की गई।
विश्वसनीय रिपोर्टों में कहा गया है कि, लड़कियों को अधिक पैसे यानी 10,000 रुपये मिलेंगे, और लड़कों को 9000 रुपये मिलेंगे। इसके अलावा यह भी उल्लेखनीय है कि, जिन छात्रों के माता-पिता आयकर देते हैं या स्थायी सरकारी कर्मचारी हैं, वे इस योजना के तहत छात्रवृत्ति पाने के पात्र नहीं होंगे।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि 20 से 25 फरवरी के बीच ओडिशा सरकार लाभार्थियों के बैंक खातों में छात्रवृत्ति राशि ट्रांसफर कर देगी। ओडिशा 5T के अध्यक्ष कार्तिक पांडियन जाजपुर जिले का दौरा करने और क्षेत्र में विकास कार्यों की समीक्षा करने वाले हैं। 5T अध्यक्ष एक सभा को संबोधित करेंगे और जनता और युवाओं को सीएम नवीन पटनायक के उद्देश्यों और लक्ष्यों के बारे में जानकारी देंगे। सभा को संबोधित करते हुए पांडियन ने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यमंत्री ओडिशा में महिला सशक्तिकरण की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं और निर्वाचन क्षेत्र का उनके दिल में एक विशेष स्थान है।
वीके पांडियन ने कहा कि देश के किसी भी राज्य में ऐसी कोई योजना नहीं है जहां लगभग 95 प्रतिशत छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है। युवा मतदाताओं को पार्टी की ओर लुभाने के लिए यह योजना फायदेमंद होगी.
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12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए प्राइवेट छात्रों के एडमिट कार्ड जारी

  • 15 फरवरी से है एग्जाम
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (आरबीएसई) ने 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं में शामिल होने जा रहे प्राइवेट छात्रों के एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। राजस्थान माध्यमिक बोर्ड कक्षा 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 15 से 20 फरवरी, 2024 तक आयोजित की जाएंगी। आरबीएसई हॉल टिकट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट rajeduboard.rajasthan.gov.in से डाउनलोड किए जा सकते हैं।
बोर्ड ने बताया, "स्कूलों में विषयवार नियुक्त बाहरी परीक्षकों की सूची, रोल नंबर और व्यावहारिक परीक्षा के लिए निर्देश आदि बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे, जिसे स्कूल प्रमुख अपने आईडी पासवर्ड से प्रिंट कर सकते हैं।"
राजस्थान बोर्ड की प्रायोगिक उत्तर पुस्तिका, ग्राफ पेपर, भूगोल और चित्रकला की प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए ड्राइंग शीट बोर्ड द्वारा स्थापित वितरण केन्द्रों पर भेज दी गई हैं। बोर्ड ने विद्यालय प्रधानों को इन केंद्रों से प्रायोगिक परीक्षा सामग्री प्राप्त करने का निर्देश दिया है।
उच्चतर माध्यमिक परीक्षा 2024 के रेग्यूलर अभ्यर्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं 18 जनवरी से शुरू हुई और 14 फरवरी को समाप्त होंगी।
निर्धारित तिथि पर अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा विद्यालय प्रधान की विशेष अनुमति से उसी परीक्षक द्वारा किसी अन्य तिथि पर आयोजित की जाएगी।
बोर्ड ने सभी निजी छात्रों को एडमिट कार्ड को आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड करने और अनिवार्य रूप से परीक्षा केंद्र पर ले जाने का निर्देश दिया है।
ऐसे डाउनलोड करें एडमिट कार्ड-
छात्र राजस्थान बोर्ड कक्षा 12 एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के स्टेप्स नीचे बताए गए हैं:
आरबीएसई बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट rajeduboard.rajasthan.gov.in पर जाएं।
न्यूज अपडेट के तहत 'प्रैक्टिकल एडमिट कार्ड फॉर प्राइवेट स्टूडेंट्स एग्जाम 2024' लिंक पर क्लिक करें।
रोल नंबर डालें और सबमिट करें या परीक्षा फॉर्म में दिए गए नाम से खोजें।
राजस्थान बोर्ड प्रैक्टिकल परीक्षा 2024 हॉल टिकट प्रदर्शित किया जाएगा।
परीक्षा का समय, तारीख और दिशानिर्देश जांचें।
भविष्य के संदर्भ के लिए डाउनलोड करें और प्रिंटआउट लें।
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यूपीएससी संयुक्त भू-वैज्ञानिक प्रारंभिक परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी

इस लिंक से करें डाउनलोड
संघ लोक सेवा आयोग ने संयुक्त भू-वैज्ञानिक (प्रारंभिक) परीक्षा 2024 के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया है। परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
यूपीएससी कंबाइंड जियो-साइंटिस्ट एडमिट कार्ड 2024 डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवार अपने लॉगिन क्रेडेंशियल जैसे पंजीकरण संख्या और जन्म तिथि का उपयोग कर सकते हैं।
यूपीएससी संयुक्त भू-वैज्ञानिक प्रारंभिक परीक्षा 18 फरवरी, 2024 को आयोजित होने वाली है। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी- पेपर 1 सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक और पेपर 2 दोपहर 2 से 4 बजे तक। परीक्षा देशभर के 19 राज्यों में आयोजित होने की संभावना है।
प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवार मुख्य परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे। यूपीएससी संयुक्त भू-वैज्ञानिक मुख्य परीक्षा 22 जून 2044 को देश भर के 9 शहर केंद्रों में आयोजित की जाएगी।
भर्ती अभियान का लक्ष्य यूपीएससी भूविज्ञानी, भूभौतिकीविद्, रसायनज्ञ और वैज्ञानिक (हाइड्रोजियोलॉजी, रसायन और भूभौतिकी) की कुल 56 रिक्तियों को भरना है। यूपीएससी कंबाइंड जियो-साइंटिस्ट एडमिट कार्ड 2024 परीक्षा के लिए एक अनिवार्य दस्तावेज है। उम्मीदवारों को उनके हॉल टिकट के बिना परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ऐसे डाउनलोड करें एडमिट कार्ड-
यूपीएससी कंबाइंड जियो-साइंटिस्ट एडमिट कार्ड 2024 डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवार नीचे दिए गए आसान चरणों का पालन कर सकते हैं।
आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाएं।
होमपेज पर, “ई-एडमिट कार्ड: संयुक्त भू-वैज्ञानिक (प्रारंभिक) परीक्षा, 2024” पर क्लिक करें।
स्क्रीन पर एक नया पेज प्रदर्शित होगा।
अपना लॉगिन विवरण दर्ज करें।
आपका भू-वैज्ञानिक प्रारंभिक परीक्षा प्रवेश पत्र स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा।
डाउनलोड करें और भविष्य के संदर्भ के लिए एक प्रिंटआउट लें।
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पश्चिम बंगाल में 10वीं बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा सोशल मीडिया पर बंगाली और अंग्रेजी के बाद इतिहास के प्रश्नपत्रों की कथित तस्वीरें लीक हो गईं। एक वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि तीन अभ्यर्थियों को पूरी परीक्षा के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया, क्योंकि उन्हें अपने मोबाइल फोन में प्रश्नपत्रों की तस्वीरें लेते पकड़ा गया, जिसे उन्होंने परीक्षा शुरू होने के कुछ मिनट बाद व्हाट्सएप पर लीक कर दिया। पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले दो दिनों में दो फरवरी से शुरू हुई कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाओं के कुल 14 अभ्यर्थियों को इसी तरह दंडित किया गया है, 12 अभ्यर्थियों को तीन फरवरी को अंग्रेजी के प्रश्नपत्र लीक करने के लिए और दो अभ्यर्थियों को दो फरवरी को सोशल मीडिया के माध्यम से बंगाली के प्रश्नपत्र को लीक करने के लिए दंडित किया गया है।
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विद्याथियों के लिए संस्था और पाठ्यक्रम दोनो परिवर्तन की सुविधा पोर्टल पर प्रदाय

  • पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति वर्ष 2023-24
कोरिया। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया है कि  कोरिया एवं एमसीबी जिले मंे अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग  पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कॉलेज स्तर) का पंजीयन स्वीकृति एवं भुगतान विभागीय पोर्टल में https://postmatric-scholarship.cg.nic.in/  के माध्यम से किया जा रहा है।
वर्ष 2023-24 के ऐसे विद्यार्थी जो संस्था परिवर्तन, पाठ्यक्रम परिवर्तन एवं संस्था एवं पाठ्यक्रम दोनों परिवर्तन करना चाहते है, भारत सरकार के नियमानुसार पात्रता रखने वाले ऐसे विद्यार्थियों को पोर्टल पर सुविधा दी गई है। वे सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग में 07 फरवरी 2024 तक अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते है।
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PM मोदी ने किया कॉमनवेल्थ लीगल एजुकेशन एसोसिएशन का उद्घाटन

  • सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ भी रहे मौजूद
दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी आज 3 फरवरी को कॉमनवेल्थ लीगल एजुकेशन एसोसिएशन (CLEA) - कॉमनवेल्थ अटॉर्नी और सॉलिसिटर जनरल कॉन्फ्रेंस (CASGC) 2024 के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने कहा, भारत का अफ्रीकी संघ के साथ विशेष संबंध है। हमें गर्व है कि अफ्रीकी संघ भारत की मेजबानी में जी-20 का हिस्सा बना। यह अफ्रीका के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा। उन्होंने कहा, कभी-कभी एक देश में न्याय सुनिश्चित करने के लिए दूसरे देशों के साथ काम करने की जरूरत होती है। जब हम सहयोग करते हैं, तो हम एक-दूसरे के सिस्टम को बेहतर ढंग से समझते हैं। ज्यादा समझ ज्यादा तालमेल लाती है। 
 उन्होंने आगे कहा- 21वीं सदी की चुनौतियों को 20वीं स दी के दृष्टिकोण से नहीं लड़ा जा सकता है। पुनर्विचार, पुनर्कल्पना और सुधार की जरूरत है।  भारत मौजूदा वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करने के लिए कानूनों का आधुनिकीकरण कर रहा है। तीन नए कानूनों से सौ साल से ज्यादा समय पुराने औपनिवेशिक आपराधिक कानूनों को बदल दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा, भारत को औपनिवेशिक काल से कानूनी प्रणाली विरासत में मिली थी। लेकिन, पिछले कुछ वर्षों में हमने इसें कई सुधार किए हैं। उदाहरण के लिए, भारत ने औपनिवेशिक काल के हजारों अप्रचलित कानूनों को खत्म कर दिया है।
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देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में एमए एडमिशन का क्रेज

मध्य प्रदेश। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में इस साल मास्टर्स एडमिशन का क्रेज इतना बढ़ गया है कि पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. इस वर्ष एमए छात्रों की संख्या में वृद्धि का मुख्य कारण यह है कि इन छात्रों का पीएससी-यूपीएससी परीक्षाओं के लिए चयन बढ़ रहा है और उन्हें सहायक प्रोफेसर और अन्य सरकारी नौकरियों के रूप में काम करने के अधिक अवसर मिल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, इस साल मास्टर प्रोग्राम में 13.5 हजार छात्रों ने प्रवेश लिया, जबकि पिछले साल करीब छह हजार ही थे।
डेटा विवरण-
इस वर्ष सबसे अधिक संख्या में महिला छात्रों ने मास्टर डिग्री में प्रवेश लिया है, जबकि अधिकांश महिला छात्रों ने राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, इतिहास, अंग्रेजी और हिंदी में मास्टर डिग्री हासिल की है। मास्टर के छात्रों के पास इन विषयों में विशेषज्ञता के बाद डॉक्टरेट की पढ़ाई में दाखिला लेने का भी अच्छा मौका है। मास्टर के छात्रों को यूपीएससी सिविल सेवा और पीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करने में काफी मदद मिलती है। इस साल यूपीएससी परीक्षा पास करने वाले छह छात्र स्नातक छात्र थे, जिससे पता चलता है कि उनके स्कूल में शिक्षा का स्तर कितना ऊंचा है।
निदेशक कहते हैं-
डॉ। इस बढ़ते क्रेज के बारे में बताते हुए देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के प्रिंसिपल प्रोफेसर आशीष पाठक ने कहा कि इसके पीछे दो मुख्य कारण हैं. पहला, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र और इतिहास विभाग के परास्नातक छात्र यूपीएससी और पीएससी परीक्षा उत्तीर्ण कर रहे हैं और दूसरा, एमपी पीएससी ने वर्ष 2018 और 2022 के लिए सहायक प्रोफेसर की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है, जिसमें परास्नातक छात्रों को प्रवेश का मौका मिलेगा।
छात्रों के बीच सामाजिक संपर्क और आत्म-वकालत को बढ़ावा देने के लिए, विश्वविद्यालय अब विभिन्न विषयों पर वार्षिक सम्मेलन, सेमिनार और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित करेगा। इसके अलावा, छात्रों को उनकी रुचि के आधार पर विभिन्न क्लबों और समूहों में शामिल होने का अवसर दिया जाता है, जिससे उनका व्यक्तिगत और सामाजिक विकास होता है।
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CGPSC अपनी परीक्षाओं को संघ लोक सेवा आयोग के पैटर्न पर व्यवस्थित करेगा, हर ब्लॉक में होंगे परीक्षा केन्द्र

  • CGPSC ने सभी विभागों से रिक्त पदों की मांगी जानकारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने शासन के सभी विभागों से आगामी तीन वर्षों में भरे जाने वाले रिक्त पदों की जानकारी मांग पत्र सहित देने को कहा है। विभागों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आयोग द्वारा एक माह के भीतर परीक्षा आयोजन संबंधी कैलेण्डर जारी किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ सरकार की घोषणा के परिपालन में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) अपनी परीक्षाओं को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की तर्ज पर सुव्यवस्थित करने जा रहा है। सीजीपीएससी ने भर्ती परीक्षाओं के लिए वार्षिक कैलेण्डर जारी करने के साथ ही राज्य के हर ब्लॉक में प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन के लिए परीक्षा केन्द्र स्थापित करने का भी निर्णय लिया है।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने देश के समस्त लोक सेवा आयोगों से पत्राचार कर उनके द्वारा विभिन्न चयन प्रक्रियाओं एवं भर्ती परीक्षाओं के लिए आयोजित की जाने वाली बेस्ट प्रैक्टिसेस के संबंध में जानकारी साझा करने का अनुरोध किया है। 
विभिन्न लोक सेवा आयोगों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं को सुव्यवस्थित करने हेतु एक समिति का गठन किया जाएगा। गठित समिति के सुझाव के आधार पर बेस्ट प्रैक्टिसेस को अपनाने हेतु आयोग शीघ्र ही प्रभावी कार्ययोजना तैयार करेगा।
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सहायक शिक्षक पद की ऑनलाइन काउंसिलिंग 1 से 3 फरवरी तक

रायपुर। शिक्षक सीधी भर्ती 2023 में सहायक शिक्षक पद हेतु अभ्यर्थियों की तृतीय चरण की ऑनलाईन काउंसिलिंग 01 फरवरी दोपहर 12 बजे से 03 फरवरी संध्या 05 बजे तक स्कूल शिक्षा विभाग की वेबसाईट https://eduportal.cg.nic.in/ में प्रारंभ की जा रही है। उक्त काउंसिलिंग में व्यापम की परीक्षा परिणाम के अनुसार सहायक शिक्षक पद के कटऑफ रैंक की विस्तृत जानकारी विभाग के पोर्टल https://eduportal.cg.nic.in/ पर देखी जा सकती है। शालाओं के आबंटन पश्चात् अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन आबंटित जिला के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में किया जायेगा। अभ्यर्थी समस्त आवश्यक मूल अभिलेखों सहित निर्धारित समयावधि में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करेगें। दस्तावेज सत्यापन तिथि की सूचना अभ्यर्थियों के लागिन आई.डी. तथा पंजीकृत मोबाईल नंबर पर पृथक से प्रदान की जायेगी।
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ITI में छात्रावास अधीक्षक एवं छात्रावास अधीक्षिका के पदों की भर्ती हेतु सत्यापन 1 फरवरी को

  • प्रथम एवं द्वितीय चरण में अनुपस्थित अभ्यर्थी भी करा सकते हैं दस्तावेज सत्यापन
रायपुर। राज्य की शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में छात्रावास अधीक्षक एवं छात्रावास अधीक्षिका के पदों पर तृतीय चरण के दस्तावेज सत्यापन हेतु अभ्यर्थियों को 01 फरवरी 2024 को शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, रायपुर, विधान सभा रोड, सड्डू, रायपुर में बुलाया गया है। ऐसे अभ्यर्थी जो छात्रावास अधीक्षक एवं छात्रावास अधीक्षिका पद हेतु दिनांक 15 सितंबर 2023 को प्रथम चरण तथा 6 अक्टूबर 2023 को द्वितीय चरण के दस्तावेज सत्यापन में किसी कारणवश उपस्थित नहीं हो सके हों तो, वे 01 फरवरी 2024 को प्रातः 9 : 30 बजे उक्त स्थल पर उपस्थित होकर अपना दस्तावेज सत्यापन करवा सकते हैं।
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एनआईटीटीटी परीक्षा का कार्यक्रम जारी, यहां देखें तिथियां

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नेशनल इनिशिएटिव फॉर टेक्निकल टीचर्स ट्रेनिंग (NITTT) परीक्षा की तारीखें जारी कर दी हैं। एनआईटीटीटी परीक्षा के लिए पंजीकृत उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट nittt.ac.in पर जाकर एग्जाम का पूरा कार्यक्रम देख सकते हैं।
परीक्षा कार्यक्रम-
नेशनल इनिशिएटिव फॉर टेक्निकल टीचर्स ट्रेनिंग परीक्षा 10, 11, 17 और 18 फरवरी 2024 को आयोजित की गई है। परीक्षा दो पालियों में तीन घंटे की अवधि के लिए आयोजित की जाएगी। पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 01 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2:30 से शाम 5:30 बजे तक आयोजित की जाएगी। प्रश्न पत्र में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होंगे, जिसमें 100 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। प्रश्न पत्र का माध्यम अंग्रेजी में होगा।
परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट-
एनआईटीटीटी परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र एनटीए की वेबसाइट पर 30 जनवरी, 2024 को जारी किए जाएंगे। परीक्षा से पहले एक मॉक टेस्ट 07 फरवरी, 2024 को आयोजित किया जाएगा। उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड और उनके पंजीकृत ईमेल पते पर भेजे गए ईमेल के माध्यम से वेबिनार में भाग लेने और मॉक टेस्ट में शामिल होने के लिए विशिष्ट विवरण प्रदान किए जाएंगे। 
परीक्षा पैटर्न-
एनआईटीटीटी परीक्षा ऑनलाइन रिमोट प्रॉक्टर्ड मोड में आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को किसी भी परीक्षा केंद्र पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी और वे अपने स्थान से अपने लैपटॉप और पर्सनल कंप्यूटर पर परीक्षा दे सकते हैं। परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी मानव प्रॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे जो उनकी गतिविधियों पर नजर रखेंगे।
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आरक्षित श्रेणी प्रमाणपत्र मामले में कलकत्ता HC की कार्यवाही पर रोक

  • राज्य सरकार को जारी किया गया नोटिस
सुप्रीम कोर्ट ने एमबीबीएस उम्मीदवारों के प्रवेश में कथित अनियमितताओं से संबंधित एक मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय के समक्ष सभी कार्यवाही पर शनिवार को रोक लगा दी।
उच्चतम न्यायालय ने पश्चिम बंगाल में सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में आरक्षित श्रेणी के प्रमाणपत्र जारी करने और एमबीबीएस उम्मीदवारों के प्रवेश में कथित अनियमितताओं से संबंधित एक मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय के समक्ष सभी कार्यवाही पर शनिवार को रोक लगा दी।
एक विशेष सुनवाई में, भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, बीआर गवई, सूर्यकांत और अनिरुद्ध बोस की पांच-न्यायाधीशों की पीठ ने मामले में पश्चिम बंगाल सरकार और मूल याचिकाकर्ता को नोटिस जारी किया। इसने मामले में एकल-न्यायाधीश पीठ और खंडपीठ द्वारा पारित आदेशों पर भी रोक लगा दी।
पीठ ने कहा, "हम इस पर सोमवार को विचार करेंगे, इस आदेश को पारित करने के लिए इसे अभी लिया है। हमने अब कार्यभार संभाल लिया है।"
शीर्ष अदालत ने कलकत्ता उच्च न्यायालय की एकल पीठ द्वारा पारित एक आदेश पर स्वत: संज्ञान लिया है, जिसमें राज्य में एमबीबीएस उम्मीदवारों के प्रवेश में कथित अनियमितताओं के मामले में खंडपीठ के एक आदेश को "अवैध और नजरअंदाज" करार दिया गया था। इससे पहले हाई कोर्ट की खंडपीठ ने इस मामले की सीबीआई जांच के एकल पीठ के आदेश पर रोक लगा दी थी।
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निफ्ट प्रवेश परीक्षा-2024 की सिटी इंटिमेशन स्लिप जारी

  • ऐसे करें डाउनलोड
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) 2024 के लिए परीक्षा शहर सूचना पर्ची जारी कर दी है। निफ्ट प्रवेश परीक्षा 2024 के लिए पंजीकृत छात्र-छात्राएं इसे आधिकारिक वेबसाइट  nift.ac.in पर जाकर चेक कर डाउनलोड कर सकते हैं।
निफ्ट परीक्षा 2024 शहर सूचना पर्ची डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों को अपने लॉगिन क्रेडेंशियल जैसे पंजीकरण संख्या और जन्म तिथि का उपयोग करना होगा। एनटीए की तरफ से जारी परीक्षा शहर सूचना पर्ची में उम्मीदवारों को आवंटित परीक्षा शहर का नाम होगा। उम्मीदवार इस बात का ध्यान दें कि निफ्ट 2024 परीक्षा शहर में बदलाव के अनुरोध पर विचार नहीं किया जाएगा।
NIFT 2024 परीक्षा तिथि-
एनटीए की तरफ से जारी शेड्यूल के अनुसार, निफ्ट 2024 प्रवेश परीक्षा 05 फरवरी को ऑनलाइन आयोजित की जाएगी। परीक्षा में दो खंड होंगे। पहला क्रिएटिव एबिलिटी टेस्ट (CAT) और दूसरा जनरल एबिलिटी टेस्ट (GAT) होगा।
NIFT 2024 एडमिट कार्ड अपडेट-
निफ्ट प्रवेश परीक्षा 2024 एडमिट कार्ड जनवरी के तीसरे सप्ताह में आधिकारिक वेबसाइट nift.ac.in 2024 पर जारी किया जाएगा। जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया है, उन्हें निफ्ट 2024 एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा।
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यूपीएससी सहित प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जा सकते हैं राम मंदिर से जुड़े ये प्रश्न

  • डालें एक नजर...
अयोध्या राम मंदिर देश के इतिहास की बड़ी घटना है। ऐसे में संभव है कि इससे जुड़े कुछ प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछ लिए जाएं। यहां हमने ऐसे ही कुछ प्रश्नों के उत्तर बताए हैं, जो परीक्षा में पूछे जा सकते हैं।
आज, 22 जनवरी 2024 को अयोध्या के राम मंदिर में श्रीराम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई। देश के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण और गौरव का पल रहा। इस ऐतिहासिक घटना से छात्र भी अछूते नहीं हैं। अब अयोध्या व राम मंदिर से जुड़े प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पहले ज्यादा पूछे जाने की संभावना है। ऐसे में आइए श्रीराम मंदिर से जुड़े कुछ खास प्रश्नों पर नजर डालते हैं, जिनके आगामी परीक्षाओं में पूछे जाने की संभावना है।
परीक्षा में पूछे जा सकते हैं अयोध्या राम मंदिर 2024 से संबंधित ये प्रश्न-
प्रश्न : अयोध्या राम मंदिर विवाद पहली बार कोर्ट में कब पहुंचा?
उत्तर - 1885 में पहली बार यह मामला फैजाबाद जिला अदालत में पहुंचा था।
प्रश्न : अयोध्या राम मंदिर विवाद को सुलझाने में अदालती लड़ाई कितने समय तक चली? 
उत्तर - अयोध्या राम मंदिर विवाद को सुलझाने में 134 वर्षों का लंबा समय लगा। 102 साल फैजाबाद जिला अदालत में, 23 साल इलाहाबाद हाईकोर्ट में और 9 साल सुप्रीम कोर्ट में मामला चला।
प्रश्न : अयोध्या राम मंदिर का फैसला किस जज ने सुनाया था?
उत्तर- न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, पूर्व प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे, पूर्व न्यायाधीश अशोक भूषण और एस अब्दुल नजीर ने अयोध्या राम मंदिर का फैसला सुनाया था।
प्रश्न : अयोध्या राम मंदिर फैसले की तिथि?
उत्तर- 9 नवंबर 2019, दिन- शिनवार।
प्रश्न : राम मंदिर का पुनर्निर्माण (पुनर्स्थापना) कब से शुरू हुई?
उत्तर- 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिला पूजा कर श्रीराम मंदिर पुनर्स्थापना की शुरुआत की।
प्रश्न : अयोध्या राम मंदिर का डिजाइन किसने तैयार किया है?
उत्तर- अयोध्या राम मंदिर का डिजाइन अहमदाबाद के चंद्रकांत बी सोमपुरा और उनके बेटे निखिल और आशीष सोमपुरा ने तैयार किया है।
प्रश्न : अयोध्या राम मंदिर का निर्माण किस शैली में हुआ है? 
उत्तर- नागर शैली में।
प्रश्न : श्रीराम मंदिर का निर्माण किस पत्थर से हुआ?
उत्तर- राजस्थान के बलुआ पत्थर से।
प्रश्न : मकराना पत्थर क्या है?
उत्तर- मकराना एक उच्चतम श्रेणी का संगमरमर है, जिसे राम मंदिर के गर्भगृह में इस्तेमाल किया गया है।
प्रश्न : राम मंदिर का परिमाप (लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई) कितना है?
उत्तर- लंबाई- 380 फीट, चौड़ाई- 250 फीट, ऊंचाई 161 फीट।
प्रश्न: भगवान राम लला की मूर्ति तराशने वाले शिल्पकार का नाम क्या है?
उत्तर- अरुण योगीराज।
प्रश्न: राम लला की मूर्ति के निर्माण में किस पत्थर का प्रयोग किया गया है?
उत्तर- शालिग्राम पत्थर (श्याम वर्ण) या काला पत्थर।
प्रश्न : श्रीराम मंदिर निर्माण का जिम्मा किस कंपनी पर है?
उत्तर- लार्सन एंड टुब्रो एल एंड टी।
प्रश्न : राम मंदिर निर्माण में खर्च?
उत्तर - प्राण प्रतिष्ठा तक हुए निर्माण में करीब 1100 करोड़ रुपये का खर्च आया है। कुल अनुमानित राशि 1400 करोड़ रुपये है।
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जेईई मेन परीक्षा से पहले पढ़ लें ये जरूरी नियम

  • एग्जाम हॉल में करना होगा फॉलो
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) की तरफ से संयुक्त प्रवेश परीक्षा मुख्य (जेईई मेन 2024 सत्र 1) के पहले सत्र की शुरुआत 24 जनवरी 2024 से हो रही है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने पहले ही परीक्षा का प्रवेश पत्र जारी कर दिया है। जो उम्मीदवार परीक्षा में शामिल होने के लिए पंजीकृत हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.ac.in पर जाकर अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। एनटीए ने उम्मीदवारों को परीक्षा शहर की जानकारी पर्चियां भी जारी की हैं।
JEE Mains परीक्षा तिथि और गाइडलाइन-
जेईई मेन जनवरी 2024 परीक्षा 24, 27, 29, 30, 31 जनवरी और 01 फरवरी को आयोजित की जाएगी। बीआर्क और बीप्लान पेपर के लिए सिटी इंटिमेशन स्लिप 12 जनवरी को जारी की गई थी। परीक्षा के लिए केवल कुछ ही घंटे बचे हैं, ऐसे में उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने संबंधित परीक्षा केंद्रों पर जाने से पहले एनटीए द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।
JEE Mains 2024 परीक्षा गाइडलाइन-
जेईई मेन परीक्षा के दिन अभ्यर्थियों को अपनी आवंटित सीटों पर ही बैठना होगा।
यदि कोई उम्मीदवार अपनी सीट बदलता है तो उसकी उम्मीदवारी रद्द की जा सकती है।
परीक्षा शुरू होने से 2 घंटे पहले उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करना होगा।
परीक्षा हॉल खुलने के तुरंत बाद उम्मीदवारों को अपनी सीट ले लेनी चाहिए।
उम्मीदवार को परीक्षा कक्ष/हॉल में प्रवेश के लिए एनटीए वेबसाइट से डाउनलोड प्रवेश पत्र दिखाना होगा।
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न्यू-ऐज कोर्स का Jaipuria के छात्रों को मिल रहा फायदा

  • बिजनेस एनालिटिक्स और AI में मिला प्लेसमेंट
तेजी से विकसित हो रहे टेक्नोलॉजी के परिदृश्य में खुद को नौकरियों के लिए तैयार करना जरूरी है, जिससे उद्योगों की बढ़ती और जरूरी मांगों को पूरा किया जा सके। आज कंपनी के हर विभाग जैसे ऑपरेशन मैनेजमेंट, कंसल्टिंग, मार्केटिंग और सेल्स, फाइनेंस और अकाउंटिंग, एचआर, टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट आदि में तकनीक के साथ चलने वाले MBA प्रोफेशनल्स की भारी जरूरत महसूस हो रही है, जो ग्रोथ के लिए डेटा के साथ बेहतर समाधान प्रदान कर सकें।
इसे देखते हुए जॉब कर रहे नौकरीपेशा या ग्रेजुएट्स के पास मैनेजमेंट क्वालिफिकेशन का होना अनिवार्य है। Jaipuria Institute of Management अपने न्यू-ऐज कोर्स के साथ छात्रों को न केवल मैनेजमेंट में प्रशिक्षण दे रहा है, बल्कि विश्व की कई बड़ी कंपनियों में प्लेसमेंट भी प्रदान कर रहा है।
Jaipuria का प्लेसमेंट में शानदार रिकॉर्ड-
Jaipuria Institute of Management केवल करिकुलम इनोवेशन तक सीमित नहीं है। विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता इसके व्यापक प्लेसमेंट में नजर आती है। आज प्लेसमेंट अवसर प्रदान करने में यह कई संस्थानों से आगे निकल चुका है। इसके लिए यह संस्थान उद्योग जगत के लीडर्स के साथ सहयोग करता है, जिससे छात्रों को ऐसा रोल मिल सके, जो उनके करियर की आकांक्षाओं के अनुरूप हो।
हाल के प्लेसमेंट सीजन को देखें तो यह पता चलता है कि Jaipuria के छात्रों ने प्रमुख रिसर्च और कंसल्टिंग फर्म में अपनी योग्यता दिखाई है और प्लेसमेंट प्राप्त किया है। इसमें Accenture, Genpact, Evalueserve, S&P Global, Boston Analytics, PWC, Deloitte और KPMG जैसे फर्म शामिल हैं। इन कंपनियों में जयपुरिया के 35 फीसदी से अधिक छात्रों की भर्ती की गई है, विशेष रूप से कंसल्टिंग, IT और ITES डोमेन में। संस्थान के ग्रेजुएट्स ने स्पेंड एनालिटिक्स, ऑपरेशन, सप्लाई चेन, HR, रिसर्च, साइबर सुरक्षा, AI, मशीन लर्निंग और अन्य क्षेत्रों में सफलतापूर्वक प्रतिष्ठित स्थान हासिल किए हैं।
बिजनेस वर्ल्ड की जरूरतों को पूरा करना-
Jaipuria Institute of Management ने समय के साथ-साथ ऑटोमेशन, ग्लोबलाइजेशन और तकनीक के उभरते प्रभाव को स्वीकारा है और उसके मुताबिक MBA छात्रों के लिए आधुनिक कोर्स तैयार किए हैं, ताकि छात्र भविष्य की चुनौतियों के लिए खुद को तैयार कर सकें। भारत का यह श्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान कई न्यू-ऐज कोर्स ऑफर करता है। इसमें बिजनेस एनालिटिक्स, डेटा एनालिटिक्स, डिजाइन थिंकिंग, डेटा माइनिंग, बिजनेस सिमुलेशन, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शामिल हैं। ये ऐसे कोर्स हैं, जिसमें छात्र स्किलफुल होने के बाद बिजनेस वर्ल्ड की आज की प्रोफेशनल जरूरतों को पूरा कर पाएंगे।
कोर्स में टेक्नोलॉजी का इंटीग्रेशन-
एक चीज जो Jaipuria को बाकी बी-स्कूल से अलग करती है, वह है इसके विभिन्न कोर्स में टेक्नोलॉजी का इंटीग्रेशन। उदाहरण के लिए “Marketing with Artificial Intelligence for Non-Coders।" इस कोर्स के बारे में Jaipuria नोएडा के निदेशक डॉ. शुभ ज्योति रे कहते हैं, “यह पाठ्यक्रम AI को मार्केटिंग स्ट्रेटेजी में इंटीग्रेट करके उन व्यक्तियों की जरूरतों को पूरा करने पर केंद्रित है, जिनके पास कोडिंग का बैकग्राउंड नहीं है।"
Jaipuria Institute of Management थ्योरेटिकल नॉलेज के साथ-साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग में भी विश्वास करता है। संस्थान डिजाइन थिंकिंग, बिजनेस सिमुलेशन और प्रोफेशनल एथिक्स सहित “Workshop mode experiential Courses” का प्रबंध करता है। इस तरह का अलग नजरिया छात्रों की उद्योग की बारीकियों को जानने में मदद करेगा, जिससे वो कॉर्पोरेट जगत की चुनौतियों के लिए खुद को अच्छी तरह से तैयार कर पाएंगे।
 
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