Love You ! जिंदगी

जानिए बथुआ का पराठा बनाने की विधि

सेहत के लिए बेहद फायदेमंद बथुआ से बने पराठे खाएं हैं। जी हां बथुआ के पराठे खून को साफ करने के साथ कब्ज को दूर करने, दांतों की समस्या में राहत देने वाले और पाचन शक्ति को मजबूत करने वाले होते हैं। आप इन बथुआ के पराठे को ब्रेकफास्ट, लंच या डिनर में कभी भी बनाकर खा सकते हैं। तो आइए जानते हैं कैसे बनाएं जाते हैं ये टेस्टी सेहतमंद पराठे।

बथुआ का पराठा बनाने के लिए सामग्री-

-बथुआ के पत्ते – 4 कप

-आलू – 1

-आटा – 3 कप

-जीरा पाउडर – 1/2 टी स्पून

-अजवाइन – 1/2 टी स्पून

-हींग – 1 चुटकी

-हरी मिर्च कटी – 2

-तेल

-नमक – स्वादानुसार

-पानी

बथुआ का पराठा बनाने की विधि- बथुआ का पराठा बनाने के लिए सबसे पहले बथुआ के पत्ते अच्छी तरह से धोकर काट लें। अब एक कड़ाही में धीमी आंच पर पानी गर्म करने के लिए रख दें। इसमें बथुआ के पत्ते और आलू डालकर उबालने के लिए रख दें। कड़ाही को ऊपर से ढंककर पत्तों के नर्म होने तक पकाएं, पत्ते पक जाएं तो गैस बंद कर दें। अब एक गहरे तले वाले बर्तन में आटा छानकर इसमें जीरा पाउडर, अजवाइन, एक चुटकी हींग और स्वादानुसार नमक डालकर सभी चीजों को अच्छी तरह मिक्स करें।इसके बाद बथुआ के उबाले हुए पत्तों को छानकर पानी निथार लें और उसे आटे के साथ मिक्स कर दें। इसके बाद उबले आलू को मैश कर इस मिश्रण में डालकर अच्छी तरह से मिला दें। फिर कटी हरी मिर्च को डालकर सभी को अच्छी तरह से मिलाएं। अब इस आटे को अच्छी तरह से गूंथकर इसे एक कपड़े से ढंककर दस मिनट के लिए अलग रख दें।ध्यान रखें कि बथुआ के पत्तों और आलू में पहले से पानी होने की वजह से आपको आटा गूंथने में ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होगी। अब इस आटे से लोइयां तैयार करके गोल या तिकोना आकार का पराठा बेल लें।अब एक नॉनस्टिक पैन लें और उसे गैस पर गर्म करने के लिए रख दें। जब तवा ठीक से गर्म हो जाए तो उसमें पराठा डालकर सेकें। एक तरफ से पराठा जब सिक जाए तो उस पर तेल लगाकर पलट दें। अब दूसरी तरफ से तेल लगाकर पराठे को तब तक सेकें जब तक कि वह गोल्डन ब्राउन न हो जाए। इसी तरह सभी लोइयों के पराठे बना लें। आपका बथुआ का हेल्दी और टेस्टी पराठा तैयार हो चुका है। इसे चटनी, अचार या दही के साथ सर्व करें।
और भी

मुख्यमंत्री ने कटकोना में की कई बड़ी घोषणाएं

झूठा सच @ रायपुर :- कोरिया जिले के कटकोना ग्राम में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐसे ही एक बहुउपयोगी और बहुउद्देश्यीय गोठान का लोकार्पण किया। यहां 14 महिला समूहों के 140 सदस्यों द्वारा आय जनित गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।

सीएम की घोषणाएं -

1. कटकोना मुख्य मार्ग से पहाड़पारा तथा पहाड़पारा से करी छापर तक पक्की सड़क का निर्माण किया जायेगा।

2. कटकोना धान उपार्जन केंद्र में नये खाद गोदाम का निर्माण किया जायेगा।

3. खड़गवॉ में नये स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल की स्थापना की जायेगी।

4. छोटे कलुआ में बिजली सब स्टेशन की स्थापना की जायेगी।

5. ग्राम पंचायत कौड़ीमार से पैनारी मार्ग पर पुल का निर्माण किया जायेगा।

6. चिरमिरी में शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज की स्थापना की जायेगी।

7. ग्राम पंचायत फुनगा से बेलबहरा मार्ग में पुल का निर्माण किया जायेगा।

8. चिरमिरी में नवीन इनडोर स्टेडियम का निर्माण किया जायेगा।
और भी

कोकोनट सूप नूडल्स बनाने की विधि जानिए

नूडल्स के साथ थाई कोकोनट सूप एक स्वादिष्ट सूप रेसिपी है,
कोकोनट सूप नूडल्स बनाने की सामग्री- 
2 कप नूडल्स
2 टुकड़े कटा हुआ अदरक
1/2 कप कटा हुआ बेबी कॉर्न
500 मिली नारियल का दूध
1 लीटर शाकाहारी स्टॉक
आवश्यकता अनुसार नमक
2 कटी हुई थाई चिड़िया मिर्च (ऑप्शनल) 
1/2 कप बटन मशरूम
2 बड़े चम्मच थाई हरी करी पेस्ट
4 बड़े चम्मच नींबू का रस
1 बड़ा चम्मच रिफाइंड तेल

 कोकोनट सूप नूडल्स-
इस स्वादिष्ट नूडल सूप रेसिपी को बनाने के लिए मध्यम आंच पर एक पैन रखें और उसमें नूडल्स डालें। नूडल्स पकाने के लिए पर्याप्त पानी डालें और उन्हें आधा उबाल लें। एक बार हो जाने के बाद, उन्हें एक तरफ रख दें। तेल से हल्के से ढके एक सॉस पैन में, मिर्च, अदरक डालें और 30 सेकंड के लिए भूनें। बेबी कॉर्न और कटे हुए मशरूम डालें और 2 मिनट तक पकाएं। एक बार जब यह पानी छोड़ने लगे, तो करी पेस्ट डालें और अच्छी तरह मिलाएं। स्टॉक को मिलाकर अच्छी तरह  5 मिनट के लिए उबाल लें। नारियल का दूध और नीबू का रस डालें। स्वादानुसार नमक डालें, सब कुछ मिलाएं और मसाला मिलाकर रखें। अब पैन में आधे उबले नूडल्स डालें और सूप बनने तक पकाएं। हो जाने के बाद गरमागरम परोसें।
और भी

जानिए कॉन्टिनेंटल कुज़िन: रविओली विद अलफ्रेडो सॉस बनाने की रेसिपी



झूठा-सच न्यूज़ | पंजाबी ,नार्थ इंडियन ,साउथ इंडियन और चायनीज व्यंजनों के साथ अब लोगो में कॉन्टिनेंटल फ़ूड को लेकर भी रुचि बढ़ रही हैं | इसलिये आज हम आपको बताने जा रहे है कॉन्टिनेंटल व्यंजन रविओली विद अलफ्रेडो सॉस की रेसिपी जिसे आप घर में भी बना सकती हैं | 

सामग्रियां 
  • 1 कप मैदा
  • 1-1 टेबलस्पून बेसिल लीव्स और लहसुन (दोनों कटे हुए)
  • 2 टेबलस्पून तेल
  • नमक स्वादानुसार
  • आवश्यकतानुसार पानी

फिलिंग के लिए:
  • 1 टमाटर (ब्लांच करके छिलका निकाल लें.
  • बीज निकालकर बारीक़ काट लें.
  • स्वादानुसार नमक मिलाएं.

रविओली बनाने की विधि 

  • रविओली बनाने  के लिए सबसे पहले बताई गई सारी सामग्री मिक्स करके गूंध लें.
  • इसे 15 मिनट तक कपड़े से ढंककर रखें.
  • गुंधे हुए मैदे की 2 लोइयां लेकर रोटी की तरह बेल लें.
  • एक रोटी पर थोड़ा-सा ठंडा पानी लगाकर कटे हुए टमाटर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर फैलाएं.
  • ऊपर से दूसरी रोटी से ढंक दें.
  • पानी लगाकर किनारों को चिपका लें.
  • चौकोर टुकड़ों में काट लें.
  • एक पैन में पानी, नमक और थोड़ा-सा तेल डालकर रविओली डालकर 5 मिनट तक उबाल लें.
  • पानी निथारकर रविओली को ठंडे पानी के बाउल में डालें.
  • अलफ्रेडो सॉस के साथ रविओली सर्व करें
और भी

तनाव ही नहीं झड़ते बालों की समस्या से भी छुटकारा देगा कैक्टस ऑयल

किसी भी व्यक्ति की खूबसूरती को बढ़ाने में उसके सुदंर काले लंबे बालों का बहुत बड़ा हाथ होता है। लेकिन आजकल हर दूसरा व्यक्ति बालों के झड़ने से परेशान है। अगर आपकी भी यही समस्या है तो मंहगे हेयर ऑयल नहीं बल्कि कैक्टस तेल आपकी समस्या को दूर कर सकता है। कैक्टस ऑयल में फिनोल, फैटी एसिड, फाइटोस्टेरॉल, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो स्कैल्प साफ रखने के साथ संक्रमण को भी दूर करने में भी मदद करते हैं। इसका यूज करके आप अपने बालों को लंबा और घना बना सकते हैं। 
कैक्टस ऑयल यूज करने के फायदे-
झड़ते बालों की समस्या करें दूर- 
बालों की अच्छी ग्रोथ के लिए ओमेगा फैटी एसिड बेहद जरूरी होता है। इसकी मदद से बालों का झड़ना कम किया जा सकता है। कैक्टस में पाया जाने वाले ओमेगा -6, जिसे लिनोलिक एसिड भी कहा जाता है, बालों को जड़ को मजबूत बनाने के साथ चमकदार भी बनाता है। बालों का झड़ना रोकने के लिए आप रात को अपने बालों में कैक्टस का तेल लगाकर सो जाए। सुबह उठते ही किसी माइल्ड शैम्पू से अपने बालों को धो लें। 
डैंड्रफ रखे दूर-
बालों के झड़ने की एक वजह रूसी भी होती है। इसकी वजह से बालों में खुजली और जलन की समस्या हो सकती है। ऐसे में कैक्टस ऑयल में पाए जाने वाले एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण स्कैल्प को खुजली और संक्रमण से निजात दिलाने में मदद करते हैं। डैंड्रफ को दूर रखने के लिए आप कैक्टस के तेल में आधा नींबू काटकर मिला लें। अब इस तेल से स्कैल्प पर 15 मिनट तक मसाज करने के बाद बाल अच्छी तरह धो लें। 
तनाव रखें दूर-
मानसिक तनाव से शरीर में कई बीमारियां जन्म लेती हैं। कैक्टस का तेल इस समस्या से भी निजात दिलाने में सहायक है। इसमें मौजूद स्ट्रेस रिलीफ़ प्रॉपर्टीज अच्छी नींद और तनाव से मुक्ति दिलाने में मदद करती है। इसके लिए आप कैक्टस ऑयल को थोड़ा गर्म करके उसे ठंडा होने दें। फिर बालों में अच्छे से मसाज करते हुए लगाएं। ऐसा करने से बालों की जड़ों को आराम मिलता है और व्यक्ति का तनाव भी दूर होता है। 
दोमुंहे बालों से छुटकारा-
दोमुंहे बालों से छुटकारा पाने के लिए आप कैक्टस तेल को अच्छे से बालों की जड़ से सिरे तक लगाएं और बालों की मसाज कर इसे आधा घंटे बाद बाल धो लें। 
और भी

क्या आपकी आंख के नीचे गड्ढा है, जानिए इसके कारण

आंखों की खूबसूरती आपके चेहरे की खूबसूरती को बढ़ा सकती है। कुछ लोगों की आंखों के नीचे गड्ढे हो जाते हैं। इसके अनेक कारण हैं। अगर आपकी लाइफस्टाइल खराब है और आपको कम पानी पीने की आदत है तो आप इस समस्या के शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे कारण भी हैं जिन्हें आपको जानना जरूरी है। 

1. बढ़ती उम्र हो सकती है वजह

आंखों के नीचे के गड्ढे उम्र के साथ गिरने लगते हैं। दरअसल, उम्र के साथ त्वचा में कोलेजन की मात्रा कम हो जाती है, जिससे आंखों के आसपास की त्वचा झुर्रीदार नजर आने लगती है, इसके अलावा त्वचा भी ढीली हो जाती है और आंखों के नीचे गड्ढे नजर आने लगते हैं।
 
2. थकान और नींद की कमी
 
अक्सर नींद की कमी से आपकी आंखों के नीचे गड्ढे हो सकते हैं। पर्याप्त नींद न लेने से आपकी त्वचा कमजोर हो जाती है और यह अंदर की ओर खिसकने लगती है।

3. विटामिन के भी जिम्मेदार
 
इसके अलावा, अगर आपके शरीर में विटामिन K की कमी है, तो यह आपकी आंखों में जा सकता है। ऐसे में आपको विटामिन सी और आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए ताकि विटामिन की कमी को दूर किया जा सके।
 
4. कारण निर्जलीकरण हो सकता है
 
गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ जाती है। जिससे आपकी आंखों के नीचे गड्ढे भी हो जाते हैं। ऐसे में आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। तो आपकी आंखों के आसपास की त्वचा बेहतर होगी।
 
5. यूवी किरणों और प्रदूषण से भी बढ़ जाती है परेशानी
 
यह यूवी किरणों और प्रदूषण के कारण आपकी आंखें भी बंद कर देता है। इससे बचने के लिए सनस्क्रीन लगाकर घर से बाहर निकलने की सलाह दी जाती है। इससे आंखों का तनाव कम होगा और त्वचा संबंधी समस्याएं भी कम होंगी।
और भी

अदरक के पानी के फायदे जानिए

 आज की आलसी लाइफस्टाइल में सबसे बड़ी समस्या है अगर कोई चल रहा है तो वह है वजन बढ़ना। शरीर में चर्बी का जमा होना आम बात है। पेट पर यह अतिरिक्त चर्बी न केवल पेट में बल्कि शरीर के विभिन्न हिस्सों में भी जमा होने लगी है लेकिन अगर आप इस समस्या को जड़ से खत्म करना चाहते हैं तो आपको हर दिन एक आदत अपनानी होगी। और वह यह कि आपको रोजाना अदरक का पानी पीना है। अदरक के पानी के रोजाना इस्तेमाल से मोटापा दूर होगा। अदरक का पानी पीने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहतर होगा। इससे बैड फैट तेजी से बर्न होगा और वजन भी कम होगा।


इतना ही नहीं अदरक के पानी की मदद से आप कई बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं। इसके एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
ऐसे बनाएं अदरक का पानी - अदरक का पानी बनाने के लिए सबसे पहले अदरक के टुकड़ों को पानी में काटकर 15 मिनट तक गर्म करें. फिर पानी को छान लें। इसमें एक चम्मच नींबू का रस लें।
 
 फायदे
  • कैंसर जैसी बीमारियों से बचाता है। साथ ही फेफड़े, प्रोस्टेट, ओवेरियन, कोलन, ब्रेस्ट, स्किन और पैंक्रियाटिक जैसी बीमारियों से भी बचाता है।
  • खाने के 20 मिनट बाद एक कप अदरक का पानी पीने से शरीर में एसिड की मात्रा कंट्रोल में रहती है. इससे हार्ट बर्न की समस्या दूर होती है।
  • अदरक का पानी शरीर में पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। जिससे पाचन क्रिया बढ़ती है।
  •  रोजाना अदरक का पानी पीने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. यह मधुमेह के खतरे को कम करता है
  • मांसपेशियों में दर्द की समस्या होने पर भी अदरक का पानी पीने से इसे नियंत्रित किया जा सकता है.
  • अदरक या इसके पानी का नियमित सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
  • अदरक में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं इसलिए अदरक का पानी पीने से खांसी की समस्या भी दूर हो जाती है.

 

और भी

आज हैं विश्व स्वास्थ्य दिवस

पिछले कुछ सालों में हम सभी का झुकाव स्वस्थ जीवन की तरफ हुआ है। खासतौर पर कोरोना वायरस महामारी ने हमारा फोकस स्वास्थ्य की तरफ कर दिया है। अब हम सभी इस बात पर ज़्यादा ध्यान देते हैं कि क्या खा रहे हैं ताकि बीमारियों से बचे रहें। अब लोग अपनी डाइट में सेहतमंद फूड आइट्स को ज़रूर शामिल करते हैं और बाहर का खाना कम से कम खाने लगे हैं। साथ ही एक्सरसाइज़ की एहमियत को भी समझा है।

हालांकि, इससे काफी पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन अपनी तरफ से स्वस्थ जीवन और इससे जुड़ी दिक्कतों से कैसे निपटना है इसके बारे जागरुकता फैला रहा था। संगठन ने हर साल 7 अप्रैल के दिन को विश्व स्वास्थ्य दिवस के तौर पर मनाना शुरू कर दिया। हर साल अलग-अलग थीम तय की जाती है, उन स्वास्थ्य मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।विश्व स्वास्थ्य दिवस की संकल्पना पहली बार 1948 में पहली स्वास्थ्य सभा में की गई थी और इसे वर्ष 1950 से मनाना शुरू किया गया था।

WHO ने साल 1950 से हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। विश्व स्वास्थ्य दिवस डब्ल्यूएचओ की स्थापना को चिह्नित करने के लिए आयोजित किया जाता है। साथ ही इसे संगठन द्वारा हर साल वैश्विक स्वास्थ्य के लिए प्रमुख महत्व के विषय पर दुनिया भर में ध्यान आकर्षित करने के अवसर के रूप में देखा जाता है।

पिछले साल विश्व स्वास्थ्य दिवस 2021 की थीम थी 'सभी के लिए एक बेहतर, स्वस्थ दुनिया का निर्माण', जो जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों के लिए उनकी उम्र, जाति, धर्म और सामाजिक-आर्थिक स्थिति की परवाह किए बिना अच्छे स्वास्थ्य को हासिल करने पर केंद्रित था।विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 की थीम है 'हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य'। इस वर्ष की थीम का उद्देश्य हमारे ग्रह और उस पर रहने वाले मनुष्यों की भलाई की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित करना है।डब्ल्यूएचओ की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, "विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 पर एक महामारी, एक प्रदूषित ग्रह, कैंसर, अस्थमा, हृदय रोग जैसी बढ़ती बीमारियों के बीच, WHO मानव और ग्रह को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक तत्काल कार्यों पर वैश्विक ध्यान केंद्रित करेगा और इस आंदोलन को बढ़ावा देगा।"
और भी

7 प्राकृतिक रूप से चमकती त्वचा पाने का घरेलु उपचार

घरेलु उपचार से पाए चमकती त्वचा 

1. हल्दी

हम त्वचा की देखभाल में हल्दी के महत्व पर जोर नहीं दे सकते। जीवाणुरोधी गुणों से भरपूर, यह मसाला न केवल आपके भोजन में स्वाद जोड़ता है, बल्कि आपको एक चमकदार त्वचा भी देता है। अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ हल्दी सूजन से भी छुटकारा दिलाने में मदद करती है। अपने चेहरे पर हल्दी लगाने का सबसे आसान तरीका है हल्दी पाउडर, बेसन और दूध या पानी को मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बना लें। पेस्ट को सूखने दें और अपने चेहरे पर लगाएं और फिर इसे ठंडे पानी से हटा दें।

2. दूध
हमारे घर से आसानी से मिलने वाली इस सामग्री के कई फायदे हैं। हमारी त्वचा में टायरोसिन होता है जो मेलेनिन को नियंत्रित करने वाला हार्मोन है। दूध आपको चमकदार त्वचा देने के लिए इस हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करता है। कच्चा दूध दूध का सबसे प्रभावी रूप है और इसे सीधे त्वचा पर लगाया जा सकता है।

3. खीरा
यह सब्जी सबसे आम सलाद सामग्री है और त्वचा के लिए भी इसके फायदे हैं। मुंहासे वाली, संवेदनशील और रूखी त्वचा के लिए अधिक उपयुक्त, खीरा रूखी, बेजान त्वचा और काले घेरे से भी छुटकारा दिलाता है। हमारी त्वचा के समान PH स्तर के साथ, खीरा त्वचा को हाइड्रेट और कोमल बनाता है। या तो कटे हुए खीरे को फेस पैक के रूप में चेहरे पर लगाएं या सेब खीरे के रस को चेहरे पर लगाएं और कुछ मिनट के लिए इसे जमने दें। फिर आप इसे ठंडे पानी से धो सकते हैं।

4. पपीता
त्वचा-चमकदार सौंदर्य उत्पादों में आम सामग्री में से एक, पपीता में एक महत्वपूर्ण सौंदर्य घटक होता है जिसे पपैन कहा जाता है। पपैन न केवल लीवर के लिए अच्छा है बल्कि इसमें त्वचा को हल्का करने वाले गुण भी होते हैं जो दाग-धब्बों को कम कर सकते हैं और निशान को हल्का कर सकते हैं। यह एक प्रभावी प्राकृतिक एक्सफोलिएटर के रूप में भी काम करता है और मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाता है। पपीता मुख्य रूप से रूखी त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। पपीते को मिक्सी में पीस लें और पेस्ट को अपने चेहरे पर अच्छे से लगाएं। सूखने के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें।

5. दही
हमें यकीन है कि आप सभी जानते हैं कि दही आपकी त्वचा के लिए कितना सुखदायक और प्रभावी है। लैक्टिक एसिड से भरपूर दही त्वचा को मॉइस्चराइज़ करता है और उसे प्राकृतिक चमक देता है। इतना ही नहीं, यह झुर्रियों और महीन रेखाओं, तन के निशान और काले घेरों को भी कम करने के लिए कहा जाता है। दही के कई फायदे हैं जिनमें मुँहासे के विकास को कम करना और त्वचा को सुखदायक बनाना शामिल है। सीधे इसका सेवन करने के अलावा, आप दही को कॉटन पैड से अपने चेहरे पर मिला सकते हैं और इसे 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दें और फिर इसे गुनगुने पानी से धो लें।

6. केला
पोटेशियम और विटामिन से भरपूर केले में हाइड्रेटिंग और मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं। ये त्वचा को शांत करते हैं और मुंहासों के निशान और पिग्मेंटेशन को भी कम करते हैं, जिससे त्वचा चमकदार और चमकती है। केले को मैश करके सीधे त्वचा पर लगाया जा सकता है। या आप केला, शहद और नींबू के रस का फेस पैक भी बना सकते हैं। एक पके केले को मैश करके उसमें एक-एक चम्मच शहद और नींबू का रस मिलाएं। 15 से 20 मिनट के लिए फेस पैक को ठंडे पानी से धोने से पहले लगाएं।

7. एलोवेरा
विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण एलोवेरा त्वचा को चमकदार और मुलायम रखता है। यह त्वचा को सूरज के संपर्क में आने, बग के काटने आदि जैसे आघात का सामना करने की स्थिति में तेजी से उपचार में भी मदद करता है। त्वचा को हाइड्रेटेड रखने के अलावा, एलोवेरा त्वचा की लोच में भी सुधार करता है। एलोवेरा के गूदे को पत्तियों से निकालकर सीधे चेहरे पर लगाएं और 15 से 20 मिनट के लिए जमने के लिए छोड़ दें। फिर इसे गुनगुने पानी से धो लें।

अपनी त्वचा के लिए किसी भी प्राकृतिक घरेलू उपचार पर हाथ आजमाने से पहले त्वचा विशेष से सलाह लें।

 

और भी

मलाई कोफ्ता दम रेसिपी

सामग्री ;~ 2 कप कीमा बनाया हुआ मांस , 1/2 टी स्पून लहसुन का पेस्ट ,1/2 टी स्पून अदरक का पेस्ट ,स्वादानुसार नमक ,1/4 टी स्पून पिसी हुई काली मिर्च , 1/4 टी स्पून गरम मसाला , तलने के लिए तेल , क्रीम सॉस के लिए ,1 कप मलाई ,1 कप प्याज , कद्दूकस ,1/2 टी स्पून गरम मसाला ,2 टी स्पून धनिया पाउडरस्वादानुसार ,1/2 मिर्च पाउडर , 2 टेबल स्पून हरा धनिया, टुकड़ों में कटा ,1 टी स्पून हरी मिर्च ,बारीक कटा हुआ ,हरा धनिया गार्निश के लिए | 

वि​धि;~

1. मीट बॉल के मिश्रण को अखरोट के आकार के गोल आकार दें, और कम से कम एक घंटे के लिए फ्रिज में ठंडा करें.
2. तेल गरम करें और जितने मीट बॉल्स आराम से फिट हों उतने डालें, इन्हें अच्छी तरह पकाने के लिए आंच धीमी ही रखें. इसी तरह सारे मीट बॉल्स को फ्राई कर लें.
3. वे थोड़े सिकुड़ेंगे और गहरे भूरे रंग के हो जाएंगे.
4. ओवनप्रूफ डिश में, मीटबॉल की एक परत लगाएं, क्रीम मिश्रण की एक परत के साथ कवर करें.
5. तब तक दोहराएं जब तक कि सभी मीट बॉल्स डिश में न आ जाएं.
6. पहले से गरम ओवन में लगभग आधे घंटे के लिए बेक करें.
7. हरे धनिये से सजाकर परोसें.
8. नोट: ओवन का तापमान 325 डिग्री फ़ारेनहाइट / 160 डिग्री सेल्सियस है |
 
 

 

 

और भी

वेज पिज्जा रेसिपी

 वेज पिज्जा ~ यह पिज्जा रेसिपी बनाने में काफी आसान है इसे आप मिनटों में घर पर बनाकर एक स्वादिष्ट पिज्जा का मजा ले सकते हैं.

सामग्री ~ 1/2 कप मैदा ,1/4 कप पिज्जा सॉस , 1/4 कप मशरूम , 1/4 कप शिमला मिर्च , 1/2 कप चीज , कद्दूकस , 1/4 कप प्याज , 3 टेबल स्पून दही ,1/2 टी स्पून चीनी , 1/2 टी स्पून नमक, 1/2 टी स्पून ओरिगैनो , 1/2 टी स्पून बेकिंग पाउडर , 1/4 टी स्पून बेकिंग सोडा , 1/2 टी स्पून तेल | 

पिज्जा बनाने की वि​धि ;-
1. एक बाउल में मैदा निकाल लें, बेकिंग पाउडर, बेकिंग सोडा, नमक, चीनी, दही और तेल डालकर मिला लें.
2. धीरे धीरे पानी डालकर एक नरम आटा गूंधकर एक घंटा रेस्ट दें.
3. डो लें और एक बड़ी सी रोटी बेल लें इस पर पिज्जा सॉस फैलाएं. चीज डालें, प्याज, शिमला मिर्च और मशरूम लगाएं.
4. 180 डिग्री सेल्सियस पर 20 मिनट के लिए बेक करें | 
और भी

इन पांच सब्जियां को करे डाइट में शामिल पाये चमकदार त्वचा

फल और सब्जियों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. हरी पत्तेदार सब्जियों को डाइट में शामिल कर शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाया जा सकता है. सब्जियों में पाए जाने वाले पोषक तत्व त्वचा को चमकदार बनाने में मदद कर सकते हैं.ग्लोइंग और बेदाग स्किन भला किसे पसंद नहीं, हर कोई चमकदार स्किन पाना चाहता है. लेकिन स्किन को हेल्दी रखने के लिए हेल्दी डाइट और पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स का सेवन बहुत जरूरी है. असल में पोषक तत्वों की कमी की वजह से स्किन में पिंपल, रूखापन झुर्रियां जैसी समस्याएं समय से पहले नजर आने लगती हैं. तो अगर आप भी इन समस्याओं से बचना चाहते हैं तो डाइट में इन सब्जियों को शामिल कर सकते हैं | 


1. पालक ~ पालक एक हरी पत्तेदार सब्जी है जिसे सेहत के लिए बहुत ही गुणकारी माना जाता है. पालक में पाए जाने वाले पोषक तत्व त्वचा को हेल्दी और चमकदार बनाने में मदद कर सकते हैं |  
2. ब्रोकली ~ ब्रोकली में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट के अलावा विटामिन सी, कॉपर और जिंक जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं | 
3. लौकी ~ लौकी में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाया जाता है. एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव फ्री रेडिकल्स के कारण त्वचा पर पड़ने वाली झुर्रियों और सूजन को रोकने में मदद कर सकता है | 
4. करेला ~ करेले के अर्क में एंटीऑक्सीडेंट के साथ ही मॉइस्चराइजिंग और एंटी-पिगमेंटेशन प्रभाव पाए जाते हैं, जो त्वचा के दाग-धब्बों को हटाने में मदद कर सकते हैं | 
5. गाजर ~ गाजर में बीटा-कैरोटीन की अच्छी मात्रा होती है, जो स्किन को हेल्दी रखने और झुर्रियों से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं. गाजर को डाइट में शामिल कर त्वचा को चमकदार बना सकते हैं | 
 
और भी

टैन स्किन के लिए लगाएं ये फेस मास्क

सूर्य की किरणों का जो सीधा असर हमारी स्किन पर पड़ता है, उसे टैनिंग कहते हैं। सन टैनिंग या सिंपल टैनिंग वह प्रक्रिया है जिससे त्वचा का रंग काला या टैन हो जाता है। यह अक्सर सनलाइट से या आर्टिफिशियल सॉर्स से अल्ट्रावायलेट रेडिएशन के संपर्क में आने की वजह से होती है। ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज हुसैन कहती हैं, 'इंग्रीडिएंट्स जैसे केसर, हल्दी, खीरा, नींबू, संतरा, पका पपीता, बादाम, हल्दी, दही, छाछ, टमाटर आदि टैन हटाने में मदद करते हैं। ये निश्चित रूप से रासायनिक ब्लीच की तुलना में सुरक्षित हैं और त्वचा को कई अन्य तरीकों से भी लाभ पहुंचाते हैं।खीरे की एस्ट्रिंजेंट प्रॉपर्टीज इसे त्वचा के लिए अच्छा बनाती हैं। यह ऑयलीनेस को कम करता ह और छिद्रों को बंद करता है। यह टैनिंग के प्रभाव को कम करने में भी मदद करता है।

सामग्री-
1 चम्मच खीरे का जूस या पल्प
1 चम्मच तरबूज
2 छोटे चम्मच मिल्क पाउडर

खीरे के जूस/पल्प, तरबूज और मिल्क पाउडर को एक ब्लेंडर में डालकर एक स्मूथ पेस्ट बना लें।
अब इस पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाकर 30 मिनट के लिए छोड़ दें।
30 मिनट बाद नॉर्मल पानी से अपना मुंह धो लें।
 
और भी

फैमिली फंक्शन में होना है शामिल तो अपनाये ये मेकअप टिप्स

शादी के बाद किसी फैमिली फंक्शन  में जाना हो या पार्टी में, नई नवेली बहू को देखने के लिए लोग बड़े उत्सुक रहते हैं. ऐसे में खुद को इस तरह तैयार करना पड़ता है, कि चेहरे पर ज्यादा मेकअप  भी नजर न आए और आप बेहद खूबसूरत भी लगें. ताकि आपकी तारीफ ससुराल वालों का भी दिल खुश हो जाए. अगर आपकी भी अभी नई नई शादी हुई है, या होने वाली है, तो यहां हम आपको बताने जा रहे हैं मेकअप के कुछ आसान और पॉपुलर ट्रिक्स जो आपको गॉर्जियस बनाने में मददगार होंगे.

1- अगर मौसम में नमी है तो पहले स्किन पर टिंटेड मॉइश्चराइजर लगाएं ताकि स्किन ड्राई न हो. चेहरे को फ्रेश और नेचुरल लुक देने के लिए सबसे पहले कंसीलर का इस्‍तेमाल करें. इसके बाद स्किन टोन के हिसाब से फाउंडेशन का गर्दन से लेकर चेहरे तक इस्तेमाल करें.
 
 2- अगर दिन का फंक्शन है तो आप एसपीएफ युक्त फाउंडेशन का इस्तेमाल करें ताकि धूप का असर स्किन पर न हो. फाउंडेशन को ब्रश की मदद से लगाएं. अगर आप फीचर्स को हाइलाइट करना चा​हती हैं तो शिमर बेस्ड फ़ाउडेशन का इस्तेमाल भी कर सकती हैं.
 
3- इसके बाद आंखों का मेकअप करें. आंखों के मेकअप के लिए सबसे पहले लाइट कलर के फाउंडेशन से बेस तैयार कर लें. इसके बाद अपनी आइलिड पर अपनी ड्रेस से मैचिंग कलर का मेकअप करें. आंखों के बाहरी हिस्से पर ब्लैक शेड लगाकर स्मज करें. नीचे की लैशलाइन पर स्मज जेल लाइनर लगाएं. इससे स्मोकी लुक आएगा
 
4- लैशेस पर लॉन्ग लैश मस्कारा का डबल कोट लगाएं. लेकिन जब भी स्मोकी आई मेकअप करें, तो लिपस्टिक लाइट कलर की लगाएं. ताकि चेहरा बैलेंस लगे. आप पिंक, पीच या ब्राउन शेड की लिपस्टिक लगा सकती हैं. लिपस्टिक लगाने से पहले लिपलाइनर से होठों की आउटलाइनिंग करें. फिर ब्रश की मदद से लिपस्टिक लगाएं. 
 
5- अगर आपके बाल स्ट्रेट हैं तो आप उन्हें कर्ल कर सकती हैं और कर्ल हैं तो उन्हें स्ट्रेट करके स्टाइल बना सकती हैं. गर्मी के दिनों में हाई बन बना सकती हैं. आजकल ये काफी चलन में है. बन को एक्सेसरीज से सजा सकती हैं |
और भी

कई समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद हैं चंदन का तेल

स्किन और बालों को प्राकृतिक रूप से निखारने के साथ ही सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद है चंदन इन दिनों कई परफ्यूम और रूम फ्रेशनर्स में भी चंदन के तेल  का इस्तेमाल होता है. पारंपरिक और आयुर्वेदिक दवाइयां  बनाने में इसका इस्तेमाल सदियों से हो रहा है. कई रिसर्च में भी यह बात सामने आयी है कि चंदन का तेल सेहत से जुड़ी कई समस्याएं दूर कर सकता है.

अमेरिकी हेल्थ वेबसाइट हेल्थलाइन डॉट कॉम में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेडिशनल चाइनीज मेडिसिन के साथ ही भारत में भी आयुर्वेदिक दवाइयों में चंदन के तेल का इस्तेमाल विभिन्न बीमारियों के इलाज में किया जाता है, जैसे- सर्दी-जुकाम, पाचन से जुड़ी दिक्कतें, मानसिक बीमारियां, मांसपेशियों से जुड़ी दिक्कतें, लीवर और गॉल ब्लैडर से जुड़ी समस्याएं.
 
1. Anxiety दूर करता है चंदन का तेल कोरोना वायरस महामारी की वजह से इन दिनों लोगों में Anxiety यानी चिंता और बेचैनी की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है. कॉम्प्लिमेंटरी थेरेपीज इन क्लीनिकल प्रैक्टिस की एक रिसर्च रिपोर्ट की मानें तो चंदन के तेल से अगर Aromatherapy मसाज किया जाए तो Anxiety दूर करने में मदद मिल सकती है. साथ ही यह तनाव को भी कम कर सकता है.

2. घाव भरने में मददगार जर्मनी की एक यूनिवर्सिटी की रिसर्च रिपोर्ट की मानें तो अगर स्किन पर चोट लग जाए या किसी तरह का घाव हो जाए तो उसे भी जल्दी भरने और ठीक होने में मदद कर सकता है चंदन का तेल. इसका कारण ये है कि यह तेल स्किन सेल के ग्रोथ को बढ़ावा देता है.
 
3. स्किन कैंसर से बचाने में मददगार आर्काइव्स ऑफ बायोकेमिस्ट्री एंड बायोफिजिक्स की एक स्टडी की मानें तो चंदन का तेल स्किन कैंसर से लड़ने में भी मदद कर सकता है. चंदन के तेल में α-santalol नाम का एक कम्पाउंड होता है जो कैंसरकारी कोशिकाओं को मारने में मदद करता है.
 
4. मुंहासों से बचाता है चंदन का तेल अपने एंटी-इंफ्लेमेंट्री गुणों के कारण मुंहासों की समस्या दूर  करने में भी मदद करता है चंदन का तेल. यह स्किन को अंदर से साफ करता है जिससे कील-मुंहासे और पिंपल्स की समस्या नहीं होती. घर पर कैसे करें चंदन के तेल का इस्तेमाल? घर पर Aromatherapy के जरिए आप चंदन का तेल इन
 
5 तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं: - स्किन पर सीधे लगा लें चंदन का तेल. -अपने लोशन में तेल की कुछ बूंदें मिलाकर यूज करें. -एक केतली पानी में चंदन के तेल की कुछ बूंदें डालें और उसे गर्म करें. ऐसा करने से पूरे घर में इसकी खुशबू फैल जाएगी. -Oil Infuser की मदद से भी इस तेल की खुशबू को घर के कोने-कोने तक पहुंचाया जा सकता है. -चंदन के तेल को अपने नहाने के पानी में मिलाएं | 
 

 

और भी

घने बालों के लिए फायदेमंद है प्याज का तेल

बालों का झड़ना, बालों का पतला होना और डैंड्रफ होना आज के समय में बहुत ही आम समस्या है. बहुत से लोग इन समस्याओं से निपटने के लिए प्राकृतिक समाधान ढूंढते हैं. शोधकर्ताओं और त्वचा विशेषज्ञों के अनुसार प्याज का तेल बालों के झड़ने को रोकने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें डायट्री सल्फर होता है. ये पोषक तत्व आपके स्कैल्प के लिए फायदेमंद है. प्याज के तेल में मौजूद सल्फर बालों को घना और मजबूत  बनाने में भी आपकी मदद करता है. सल्फर कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है, जो बदले में आपकी स्कैल्प की त्वचा को स्वस्थ रखता है. आइए जानें प्याज के तेल के फायदे और इसका इस्तेमाल कैस कर सकते हैं. 
 
बालों के लिए प्याज के फायदे
प्याज से जुड़े प्रोडक्ट्स फंगस और बैक्टीरिया से लड़ सकते हैं. ये आपके बालों को संक्रमण से मुक्त रख सकते हैं.
प्याज में उच्च मात्रा में सल्फर होता है जो बालों को पतला और टूटने से बचाने में मदद करता है. ये बालों के रोम को पुनर्जीवित करने में मदद करता है.
अगर आप अपने स्कैल्प पर प्याज के गूदे का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो ये आपके स्कैल्प में पोषक तत्वों की पूर्ति करने में मदद कर सकता है.
प्याज में मौजूद प्राकृतिक और प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकते हैं.
अपने बालों पर नियमित रूप से प्याज युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है. ये आपके बालों को प्राकृतिक चमक प्रदान करता है.
अगर नियमित रूप से बालों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाए तो ये आपके बालों को घना बनाने में भी मदद करता है.
डैंड्रफ से छुटकारा पाने और अपने स्कैल्प को साफ रखने के लिए आप प्याज से बने प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
प्याज का तेल स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ाता है. इससे बालों की ग्रोथ अच्छी होती है.
 
घर पर प्याज का तेल कैसे बनाएं
 
प्याज का तेल बनाने के लिए पहले लगभग 50 ग्राम प्याज को मिक्सर में डालकर पिस लें. इसके बाद एक पैन में नारियल तेल डालें. इसमें प्याज का पेस्ट डाल दें. अब इसमें उबाल आने दें. पहले उबाल के बाद आंच को कम कर दें और इसे तब तक उबलने दें जब तक कि मिश्रण से तेल अलग न हो जाए. इसके बाद इसे अच्छे से मिक्स कर लें. रस ठंडा होने पर इसे छानकर अलग कर लें. तेल को एक टाइट कंटेनर में रखें |
और भी

गुड़हल फूल के फायदे जानिए

गुड़हल का फूल भी इनमें से एक है। आजकल मार्केट में गुड़हल की पत्तियों के कई प्रोडक्‍ट मिलते हैं जो स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बेहद लाभकारी होते हैं। गुड़हल के फूल में बीपी कंट्रोल करने की क्षमता होती है साथ ही इससे इम्यूनिटी भी बढ़ती है। इसके साथ इसके अनेक फायदे हैं तो चलिए जानते हैं इनके बारे में-

पोषक तत्वों से भरपूर है गुड़हल-
जानकारी के मुताबिक, गुड़हल का फूल विटामिन सी, कैल्शियम, फाइबर, आयरन और वसा जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है।
इम्‍यूनिटी बढ़ाए-
गुड़हल की पत्तियां, शरीर को एनर्जी प्रदान करती हैं और इम्‍यूनिटी लेवल को बढ़ाती हैं। जिन महिलाओं को मेनोपॉज के दौरान समस्‍या होती है, वह इसकी पत्तियों को सुखाकर गर्म पानी से लें, इससे उन्‍हे लाभ मिलेगा।
सूजन कम करने में करता है मदद-
इम्‍यूनिटी बढ़ाने के साथ साथ गुड़हल के फूल शरीर में सूजन को कम करने के लिए भी लाभदायक होते हैं। इसके लिए इसकी पत्तियों को पीसकर सूजन वाले स्थान पर लगाने से लाभ होगा। इसके साथ ही गुड़हल के फूल की पंखुड़ियों को बताशे के साथ नियमित रूप से सेवन करने से भी लाभ होता है।
सर्दी-जुकाम से दिलाता है राहत-
सर्दी-जुकाम की समस्या में गुड़हल रामबाण साबित हो सकता है। इसकी चाय पीने से सर्दी-जुकाम में राहत मिल सकती है। इसके लिए मुलेठी, सौंफ, तुलसी के पत्ते, गुड़हल के सूखे फूल, छोटी इलायची और दालचीनी मिलाकर इसकी चाय बना लें और पिएं इससे आपको फायदा मिलेगा।
कैंसर से करे बचाव-
गुड़हल की चाय कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचाती है। यह कैंसर कोशि‍काओं की वृद्धि को धीमा कर देता है जि‍ससे कैंसर तेजी से नहीं बढ़ पाता।
डिप्रेशन करे दूर-
इसमें अधिक मात्रा में ऐसे तत्व पाएं जाते है जो आपके आपके तनाव के कारण बढ़े तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करने से रोकता है। जिससे आपका दिमाग शांत रहता है। साथ ही तनाव भी छूमंतर हो जाता है।
ब्लड प्रेशर को करें नियंत्रित-
अगर आपको ब्लड प्रशेर की समस्या है तो गुड़हल की चाय काफी फायदेमंद हो सकती है। रोजाना एर कप चाय पीने से जल्द ही आपको ब्लड प्रेशर कंट्रोल में आ जाएगा।

 

और भी

आंवले के फायदे जानकर आप भी हो जाओगे हैरान

झूठा सच @ रायपुर :- आयुर्वेद के अनुसार आंवला एक बहुत ही हेल्दी फूड है. ये पोषक तत्वों, एंटीऑक्सीडेंट, कैंसर विरोधी और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. आंवला सर्दियों में आसानी से मिल जाता है. मौसम खत्म होने से पहले आपको इस सुपरफूड का भरपूर लाभ उठाना चाहिए. ये आवश्यक विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है. ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. आंवला इम्युनिटी  में सुधार करता है, कब्ज रोकता है, वजन कम करने में मदद करता है, शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है, आंखों की रोशनी में सुधार करता है और दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है. आइए जानें किन तरीकों से आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

आंवला राइस
इसके लिए आपको 3 कप पके हुए चावल, 1 कप कटा हुआ आंवला, 1/2 छोटा चम्मच सरसों के बीज, मुट्ठी भर करी पत्ते, 1 छोटा चम्मच चना दाल, 1 चम्मच उड़द दाल, तेल आवश्यकता अनुसार, 1 बड़ा चम्मच कटा हुआ अदरक, 1 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर और चुटकी भर हल्दी पाउडर की जरूरत पड़ेगी. एक ब्लेंडर में कटे हुए आंवला के टुकड़े डालें. इसे बाउल में निकाल लीजिए. नमक, हल्दी और लाल मिर्च पाउडर डालें. एक पैन में थोड़ा सा तेल, राई, उड़द दाल डालें. सुनहरा होने तक भूनें. करी पत्ता और अदरक डालें और भूनें. पैन में आंवला पेस्ट डालकर पकाएं. इस मिश्रण में पके हुए चावल डालकर अच्छी तरह मिला लें. चावल को पूरी तरह से ठंडा करें और आनंद लें.

आंवला फ्राई
इसके लिए 250 ग्राम आंवला , चुटकी भर हींग, तेल आवश्यकता अनुसार, 1 छोटा चम्मच अजवाइन बीज, 1/2 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, 1 छोटा चम्मच धनिया बीज पाउडर, 1/2 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर, नमक स्वादानुसार और 100 ग्राम हरी मिर्च की जरूरत होगी. आंवले को धो कर छोटे छोटे टुकड़े कर लीजिए. एक पैन में हींग, जीरा, अजवाइन डालें. इसके बाद हल्दी पाउडर और धनियां पाउडर डालें और भूनें. हरी मिर्च, लाल मिर्च पाउडर और कटा हुआ आंवला डालें. 3-5 मिनट तक इसे पकाएं. ढककर 5-10 मिनट तक पकाएं जब तक कि आंवला थोड़ा नरम न हो जाए. आंवला फ्राई तैयार है.

आंवला मुरब्बा
इसके लिए आपको 1 किलो आंवला, 1/2 किलो चीनी, 1 चम्मच काली इलायची के बीज, केसर के धागे और 10-15 कटे हुए बादाम की जरूरत होगी. सबसे पहले एक पैन में आंवला और पानी डालें. ढककर धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक कि आंवला नर्म न हो जाए. पानी निथार लें और आंवले से बीज निकाल दें. दूसरे पैन में 1/2 लीटर पानी और चीनी डालें. अच्छी तरह मिलाएं और चीनी को पूरी तरह घुलने तक पकाएं. चाशनी में आंवला डालें. काली इलायची के दाने, केसर के धागे और बादाम डालें. तब तक पकाएं जब तक कि मिश्रण गाढ़ा न होने लगे. इसे आंच से उतारें और ठंडा होने दें. एक हवाबंद कंटेनर में भरकर रखें | 
और भी