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चुकंदर के जूस से करें बालों का मसाज

 

चुकंदर पोषक तत्वों से भरपूर ऐसी सब्जी है जिसका सेवन ना सिर्फ खाना पकाने में किया जाता है बल्कि जूस और सलाद बनाकर भी किया जाता है। लाल-सुर्ख चुकंदर का अगर जूस निकालकर पीया जाए तो बॉडी में खून की कमी को पूरा किया जा सकता है। चुकंदर इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाता है, साथ ही बॉडी में खून की कमी को भी पूरा करता है।

सेहत के लिए उपयोगी चुकंदर का सेवन सिर्फ सेहत के लिए ही फायदेमंद नहीं है बल्कि यह स्किन और बालों पर भी असरदार है। इसका सेवन बालों पर करने से कई तरह की बालों की समस्याओं का उपचार किया जा सकता है। सर्दी में ड्राई हेयर और डैंड्रफ से परेशान हैं तो आप चुकंदर के जूस का बालों पर इस्तेमाल कीजिए। आइए जानते हैं कि चुकंदर बालों की कौन-कौन सी परेशानियों का उपचार करता है और इसका इस्तेमाल कैसे करें।
 
बाल ड्राई हैं तो चुकंदर का इस्तेमाल कीजिए: सर्दी में बालों पर गर्म पानी का इस्तेमाल करने से बालों की ड्राईनस ज्यादा बढ़ जाती है। बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं। ऐसे में बालों की ड्राईनेस दूर करने के लिए आप बालों पर चुकंदर का इस्तेमाल करें । चुकंदर में मौजूद विटामिन ई बालों को नेचुरल तरीके से सॉफ्ट बनाता है और बालों की ड्राईनेस दूर करता है।

 

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गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपनाएं ये फैशन टिप्स

झूठा सच @ रायपुर :- 26 जनवरी को हर साल गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. वैसे तो इस दिन हर जगह अवकाश होता है. लेकिन तमाम लोग गणतंत्र दिवस के मौके पर कुछ सेलिब्रेशंस  करने के लिए अपने वर्कप्लेस, स्कूल आदि जगहों पर जाते हैं. तमाम लोग इस दिन आउटिंग का प्लान भी बनाते हैं. इस ​दौरान कपड़ों से लेकर एक्सेसरीज  और मेकअप तक में आपको देशभक्ति की झलक आसानी से देखने को मिल जाती है. अगर आप भी इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर कहीं जाने की तैयारी कर रही हैं, तो यहां जानिए फैशन और ब्यूटी के स्टाइल्स के बारे में जो आपकी देशभक्ति की भावना प्रदर्शित करने में मददगार साबित हो सकते हैं.


ट्राई डिजाइन सूट्स

आजकल मार्केट में ट्राई डिजाइन के सूट्स काफी बिक रहे हैं. इन सूट्स को ऐसे डिजाइन किया जाता है कि इनमें केसरिया, सफेद और हरा, तीनों रंगों का मिश्रण हो. 26 जनवरी को अगर आप इन सूट्स को पहनेंगी तो आसानी से देशभक्ति की भावना को प्रदर्शित कर पाएंगी, साथ ही काफी कूल लगेंगी. इसके अलावा आप ट्राई लुक में वनपीस या साड़ी वगैरह भी पहन सकती हैं.

बैं​गल्स

अगर आप इस तरह के कपड़े नहीं पहनना चाहती हैं, तो आप किसी भी आउटफिट के साथ तिरंगे के रंग की चूड़ियां पहन सकती हैं. हरे, केसरिया और सफेद रंग की चूड़ियों को मिक्स करके आप चाहे एक हाथ में पहनें या दोनों हाथों में, ये काफी आकर्षक लगेंगी.

आई मेकअप

आप आंखों का मेकअप करके भी ट्राई लुक ले सकती हैं. ये एकदम डिफरेंट नजर आएगा. इसके करने के लिए इनर आई को सिल्वर आईशैडो से कवर करें, इसके बाद ऊपर ऑरेंज आईशैडो और नीचे ग्रीन काजल पेसिंल लगाएं. तीनों कलर शैडो के तौर पर भी यूज किए जा सकते हैं.

तिरंगा ईयररिंग्स

थ्रेड्स से बने तिरंगा ईयररिंग्स भी इस मौके पर खूब बिकते हैं. आप इन ईयररिंग्स को पहनकर अपने लुक को रिपब्लिक डे के अनुरूप बना सकती हैं. इसके अलावा माथे पर तिरंगी बिंदी का इस्तेमाल कर सकती हैं.

बालों में तिरंगे ​की झलक

तिरंगे ​की झलक आप अपने बालों में भी दिखा सकती हैं. इसके लिए पहले आप अपना मनचाहा हेयरस्टाइल बना लें. इसके बाद ऊपर से हरे, ऑरेंज और सफेद रंग के आई शैडो को को बालों पर आगे की तरफ लगाएं.
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सर्दियों में हरी सब्जियों खाने के फायदे जानिए

सर्दियों का एक ऐसा सीजन होता है जब बाजार में हरी सब्जियां सबसे ज्यादा उपलब्ध होती हैं. इन सब्जियों के सेवन से वजन घटाने में भी मदद मिलती है.

मेथी - कड़वे स्वाद वाली मथी के हरे पत्तों को लगभग सभी पसंद करते हैं. आलू के साथ हो या गाजर के साथ मेथी इन सभी के साथ काफी पसंद की जाती है. ये पोषक तत्व से भरपूर होती है. इसमें कलौरी कम मात्रा में होती है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. मेथी की ताजी पत्तियों में एस्कॉर्बिक एसिड और बीटा-कैरोटीन होता है. मेथी को अधिक मात्रा में खाने से डायबिटीज का खतरा कम होता है. ये वजन घटाने और सूजन कम करने में मदद करती है. ये हृदय और ब्लड प्रेशर से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करती है.

सरसों के पत्ते - बहुत से लोग सर्दी के मौसम में सरसों के पत्ते की सब्जी खाना पसंद करते हैं. ये विटामिन सी और फाइबर से भरपूर होती है. इसमें कम कैलोरी होती है. ये वजन घटाने में मदद करती है.

मूली के पत्ते - मूली के पत्तों में बड़ी मात्रा में फाइबर होता है. इसमें कम कैलोरी होती है. अच्छी मात्रा में फाइबर और कम कैलोरी के साथ मूली के पत्ते मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करते हैं. इसका इस्तेमाल कई तरह के व्यंजन बनाने में किया जाता है.

पालक - एक कटोरी घर में बनी पालक की दाल न केवल आपकी भूख को शांत करती है, बल्कि ये कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है. इसका सेवन आप कई तरीकों से कर सकते हैं, चाहें वो पालक का सूप हो, आलू पालक हो या पालक पनीर हो.

चौलाई - चौलाई के साग में शरीर में इंसुलिन के स्तर को प्रभावशाली तरीके से कम करने की क्षमता होती है. इससे आपको देर तक भरा हुआ महसूस होता है. इस प्रकार ये वजन घटाने में मदद करता है.
 
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मकर संक्रांति पर खाए तिल के लड्डू , होगें अनेक फायदे

मकर संक्रांति के पर्व पर तिल और गुड़ से लड्डू और चिक्की जैसी मिठाइयां बनाने की परंपरा है. बता दें सर्दियों में तिल और गुड़ काफी फेमस हैं और इसे खाने के कई फायदे हैं. ऐसे में हम यहां आपको तिल और गुड़ के बने लड्डू के फायदों के बार में बताएंगे


शरीर को रखता है गर्म- तिल मुख्य रूप से सफेद और काले दो तरह के होते हैं. सफेद तिल का सेवन आमतौर पर सर्दियों में गुड़ के साथ किया जाता है क्योंकि यह कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है. वहीं गुड़ के लड्डुओं का सेवन करने से सर्दियों में आपके शरीर को गर्म रखने में मदद मिलती है.

बालों और स्किन को रखता है हेल्दी- तिल और गुड़ के लड्डूओ का सेवन करने से यह बालों की गुणवत्ता को भी बढ़ाता है और स्किन को हेल्दी रखता है क्योंकि वह प्रटीन, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं. इसलिए मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ के लड्डू खाने का और दान करने का चलन है.

दिल के लिए अच्छा- तिल के बीज मैग्नीशियम में हाई होते हैं जो लो ब्लड प्रेशर में मदद कर सकता हैं. इसके अलावा इनके एंटीऑक्सीडेंट हार्ट हेल्थ के लिए प्लाक बिल्डअप को रोकने में मदद कर सकते हैं इसलिए सर्दियों में तिल और गुड़ के लड्डू जरूर खाने चाहिए |
 
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स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उनसे जुड़ी ये बातें...

झूठा सच @ रायपुर :- स्वामी विवेकानंद जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा घोषणा की गयी थी। इसे मनाने का मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व को फैलाना है उनके विचार और जीवन हमारे लिए प्रेरणादायी हैं। विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में 1893 में विश्व धर्म महासभा में देश के सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस थे। उनकी याद में उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। यह आज देशभर में काम कर रहा है।विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था। उनका बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। उनके पिता विश्वनाथ दत्त हाईकोर्ट के वकील थे। मां भुवनेश्वरी देवी धार्मिक विचारों वाली थीं।नरेंद्र नाथ 1871 में आठ साल की उम्र में स्कूल गए। 1879 में उन्होंने प्रेसीडेंसी कॉलेज की प्रवेश परीक्षा में पहला स्थान पाया।
 
गुरु रामकृष्ण परमहंस विवेकानंद की मुलाकात 1881 कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर में हुई थी। परमहंस ने उन्हें मंत्र दिया सारी मानवता में निहित ईश्वर की सचेतन आराधना ही सेवा है। विवेकानंद जब रामकृष्ण परमहंस से मिले तो उन्होंने सबसे अहम सवाल किया ‘क्या आपने ईश्वर को देखा है?’ इस पर परमहंस ने जवाब दिया- ‘हां मैंने देखा है, मैं भगवान को उतना ही साफ देख रहा हूं, जितना कि तुम्हें देख सकता हूं, फर्क सिर्फ इतना है कि मैं उन्हें तुमसे ज्यादा गहराई से महसूस कर सकता हूं’।शिकागो धर्म संसद में जब स्वामी विवेकानंद ने ‘अमेरिका के भाइयों और बहनों’ कहकर भाषण शुरू किया तो दो मिनट तक सभागार में तालियां बजती रहीं। 11 सितंबर 1893 का यह दिन हमेशा-हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज हो गया।विवेकानंद ने 1 मई 1897 में कोलकाता में रामकृष्ण मिशन और 9 दिसंबर 1898 को गंगा नदी के किनारे बेलूर में रामकृष्ण मठ की स्थापना की।
 
स्वामी विवेकानंद के जन्म दिन यानी 12 जनवरी को भारत में हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। यह शुरुआत 1985 से हुई।विवेकानंद को दमा और शुगर की बीमारी थी। यह पता चलने पर उन्होंने कह दिया था- ‘ये बीमारियां मुझे 40 साल भी पार नहीं करने देंगी।’ उनकी यह भविष्यवाणी सच साबित हुई और उन्होंने 39 बरस में 4 जुलाई 1902 को बेलूर स्थित रामकृष्ण मठ में ध्यानमग्न अवस्था में ही महासमाधि धारण कर ली।उनका अंतिम संस्कार बेलूर में गंगा तट पर किया गया। इसी तट के दूसरी ओर रामकृष्ण परमहंस का अंतिम संस्कार हुआ था।
 
युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद के सफलताये 
 
  • उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।
  • उसके बारे में ही सपने देखो, उस विचार को जियो। अपने मन-मस्तिष्क और शरीर के हर हिस्से को उस विचार में डूब जाने
  •  दो। यहीं सफल होने का तरीका है।
  • एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।
  • जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।
  • दिन में एक बार खुद से जरूर बात करो, वरना आप दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति से बात करने का मौका खो देंगे।
  • तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सबकुछ अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नहीं है।
  • बाहरी स्वभाव, केवल अंदरूनी स्वभाव का एक बड़ा रूप है।
  • सत्य को हजार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर बार सत्य एक ही होगा।
  • ब्रह्मांड की सभी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं, जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं। फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है।
  • दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो।
  • शक्ति जीवन है, निर्बलता मृत्यु है। विस्तार जीवन है, संकुचन मृत्यु है। प्रेम जीवन है, द्वेष मृत्यु है।
 

 

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मुलायम त्वचा के लिए करें होममेड शीया बटर फेस क्रीम

सर्दियों में हमारी त्वचा रूखी, खुरदरी और सुस्त हो जाती है. ऐसे में आप प्राकृतिक फेस मॉइस्चराइजर शिया बटर का इस्तेमाल कर सकते हैं. शिया बटर हमारी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है. होममेड शीया बटर फेस क्रीम एक अच्छा मॉइस्चराइजर त्वचा को हेल्दी और जवां बनाए रखने में मदद करता है. हमारी त्वचा दैनिक आधार पर धूप, धूल और प्रदूषण के संपर्क में रहती है. इसमें अनहेल्दी डाइट में भी शामिल है. ये सभी हमारी त्वचा को बुरी तरह प्रभावित करते हैं

वहीं सर्दियों में हमारी त्वचा रूखी, खुरदरी और सुस्त हो जाती है. ऐसे में आप कुछ प्राकृतिक फेस मॉइस्चराइजर  का इस्तेमाल कर सकते हैं. शिया बटर हमारी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है. ये न केवल त्वचा को मॉइस्चराइज करता है, बल्कि त्वचा को ठीक भी करता है. एलोवेरा जेल के साथ घर का बना शीया बटर फेस क्रीम एक बड़ा चम्मच शिया बटर लें और इसे डबल बॉयलर की मदद से पिघलाएं. आंच से उतारें और इसमें आधा चम्मच एलोवेरा जेल मिलाएं. साथ ही इसमें एक चम्मच गुलाब का तेल और बादाम के तेल की कुछ बूंदें मिलाएं. एक साथ मिलाएं और इसे एक तरफ रख दें जब तक कि थोड़ा गाढ़ा न होने लगे

आखिर में लैवेंडर एसेंशियल ऑयल की 20 बूंदें डालें और एक कांटा का इस्तेमाल करके इसे बाकी मिश्रण के साथ मिलाएं. मिश्रण को थोड़ा सा नरम और क्रीमी बनाने के लिए कांटे से थोड़ा सा मिलाएं. यहां आपका होममेड शिया बटर फेस क्रीम इस्तेमाल के लिए तैयार है. ढक्कन बंद करें और इस होममेड शिया बटर फेस क्रीम का इस्तेमाल दिन में दो बार साफ त्वचा पर करें. एवोकैडो तेल के साथ घर का बना शीया बटर फेस क्रीम एवोकैडो तेल और शीया बटर फेस क्रीम की सामग्री

शीया बटर एवोकैडो ऑलिव ऑयल एलोवेरा जेल बी वैक्स एवोकैडो तेल के साथ घर का बना शीया बटर फेस क्रीम कैसे तैयार करें? एक कांच का कटोरा लें और इसमें 1/4 कप शिया बटर मिलाएं. साथ ही एक चम्मच बी वैक्स भी मिला लें. डबल बॉयलर बनाने के लिए कटोरे को कुछ इंच पानी से भरे दूसरे कंटेनर के ऊपर रखें. शिया बटर और बी वैक्स को पिघला लें. इसे आंच से उतारें और 2 बड़े चम्मच एवोकैडो ऑयल, एक छोटा चम्मच जैतून का तेल और 1/4 कप एलोवेरा जेल डालें. इसे थोड़ा ठंडा होने दें. लेकिन सुनिश्चित करें कि ये बहुत अधिक गाढ़ा न हो. इस होममेड शिया बटर फेस क्रीम को एक सूखे और साफ जार में डालें. इस होममेड शिया बटर फेस क्रीम का इस्तेमाल दिन में दो बार, सुबह और रात को सोने से ठीक पहले करें.
 
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जानिए ड्राई फ्रूट्स के फायदे या नुकसान

काजू शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है. अगर आप जरूर से ज्यादा काजू का सेवन करते हैं तो ये फायदा करने के बजाय हानिकारक साबित हो सकती है. हालांकि कई लोग ये बात नहीं जानते हैं और उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है. काजू के नुकसान सेहत के लिए ड्राई फ्रूट्स का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है. सर्दी का मौसम भी जारी है और इसमें ड्राई फ्रूट्स का सेवन शरीर के लिए ज्यादा अच्छा होता है. हर तरह के ड्राई फ्रूट्स में अलग-अलग गुण मौजूद होते हैं और हम आज काजू के सेवन पर आपको कुछ जानकारियां देने जा रहे हैं. काजू के फायदों की बात की जाए तो बता दें ये बॉडी ही नहीं स्किन और हेयर के लिए भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है. इसमें पोषक तत्वों से भरपूर मात्रा में होते हैं. इनमें आयरन और जिंक भरपूर होता है. एनीमिया की समस्या से राहत पाने के लिए इसका सेवन अच्छा होता है. ये विटामिन सी, जिंक, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन से भरपूर होते हैं.

इतने सारे फायदे होने के बावजूद काजू शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है. अगर आप जरूर से ज्यादा काजू का सेवन करते हैं तो ये फायदा करने के बजाय हानिकारक साबित हो सकती है. हालांकि कई लोग ये बात नहीं जानते हैं और उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है. हम आपको इन्हीं होने वाले नुकसानों के बारे में बताने जा रहे हैं. पेट की दिक्कत अगर आपका पेट किन्हीं कारणों से खराब है तो भूल से भी इस कंडीशन में काजू का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे पेट की दिक्कत और भी बढ़ सकती है. ऐसा भी माना जाता है कि जरूरत से ज्यादा काजू खाने से पेट में अपच, दस्त, गैस व अन्य परेशानियां बन सकती हैं. इसलिए काजू को रोज खाएं लेकिन अधिक मात्रा में नहीं.

मोटापा देखा जाए तो काजू में काफी मात्रा में कैलोरी होती है और अगर इसका सेवन ज्यादा किया जाए तो ये मोटापे का कारण बन सकती है. जो लोग मोटापे का सामना कर रहे हैं, उन्हें काजू का सेवन न करने की सलाह दी जाती है. दिन में 4 से 5 काजू खाना बेस्ट रहता है और ऐसा करने से आप हेल्दी भी रहेंगे. एलर्जी देखा जाए तो कभी-कभी काजू से एलर्जी की समस्या भी हो जाती है. एलर्जी में खुजली या रैशेज आपकी स्किन पर हो सकते हैं. विशेषज्ञों की मानें तो जो लोग पहले से एलर्जी की प्रॉबल्म को फेस कर रहे हैं, उन्हें काजू के सेवन से बचना चाहिए. इससे उनकी परेशानी और भी बढ़ सकती है. सिर दर्द कहा जाता है कि काजू में मौजूद अमीनो एसिड टाइरामिन और फेनाइलेथैलामाइन सिर दर्द का कारण बन जाते हैं. जिन लोगों को अक्सर सिर में दर्द या माइग्रेन तंग करता है उन्हें काजू का सेवन बिल्कुल न करने की सलाह दी जाती है |
 
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बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए करें ये आसन

आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कपालभाति के फायदे. ये तनाव दूर करने से लेकर वजन कम करने तक आपके कई फायदे पहुंचाता है. योगा एक्सपर्ट्स कहतते हैं कि अगर कपालभाति का नियमित अभ्यास किया जाए तो पुराने से पुराना रोग भी चुटकियों में सही हो जाता है. अगर आप बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो कपालभाति जरूर ट्राई कीजिए. आप अपने इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए नियमित रूप से कपालभाति का अभ्यास कर सकते हैं.

क्या है कपालभाति
कपालभाति योग षट्कर्म (हठ योग) की एक विधि (क्रिया) है. संस्कृत में कपाल का अर्थ होता है माथा या ललाट और भाति का अर्थ है तेज ... अर्थात 'कपाल भाति' वह प्राणायाम है, जिससे मस्तिष्क स्वच्छ होता है और इस स्थिति में मस्तिष्क की कार्यप्रणाली सुचारु रूप से संचालित होती है

कपालभाति करने का तरीका
योगा मैट पर बैठ कर अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें.
इसके बाद अपने हाथों को घुटनों पर रखें और गहरी लंबी सांस लें.
अब सांस छोड़ते हुए धीमी गति से पेट को अंदर की ओर खींचे.
अपनी नाभि को अंदर की ओर खींचे और कुछ सेकेंड में सांस छोड़ दें.
आप इसे एक बार में इसे 35 से लेकर 100 बार करें.
एक राउंड खत्म होने के बाद आराम करें.
धीरे धीरे करके इस आसान की समयावधि बढ़ाएं.
कपालभाति करने के बाद थोड़ी देर तक ताली बजाएं.

कपालभाति प्राणायाम के फायदे
कपालभाति करने से याददाश्त बढ़ती है और दिमाग भी तेजी से काम करता है.
ये प्राणायाम शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मददगार है
इसे नियमित करने से खिलाड़ियों के अंदर खेल-कौशल में वृद्धि होती है.
अस्थमा रोगियों को इस प्राणायाम के करने से बहुत ही राहत मिलती है.
खास बात ये है कि यह आंखों के नीचे के काले घेरों को भी ठीक करता है.
इसे नियमित करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और वजन कम होने लगता है.
इस प्राणायाम को करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है.

कपालभाति करते वक्त याद रखें ये बात
कपालभाति प्राणायाम को करते हुए इस बात का ध्यान रखें की आपके द्वारा ली गई हवा एक ही झटके में बाहर आ जाए. इस प्राणायाम को करते समय आपको यह सोचना है कि आपके सारे नकारात्मक तत्व शरीर से बाहर जा रहे हैं |
 
 
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चेहरे की झुर्रियां के लिए उपयोगी हैं ग्रेप सीड ऑयल

 

अंगूर के बीजों का तेल इस्तेमाल करने से त्वचा एकदम ग्लोइंग और बेदाग रहती है. स्किन पर झुर्रियां नहीं पड़तीं, इसके कारण लंबे समय तक उम्र का प्रभाव नजर नहीं आता. यहां जानिए इसके अन्य फायदे और इस्तेमाल करने का तरीका.

ग्रेप सीड ऑयल के फायदे !

ग्रेप सीड ऑयल  - हर कोई चाहता है कि उसकी उम्र का असर उसके चेहरे पर नजर न आए. लेकिन इसके लिए चेहरे को ग्लोइंग और रिंकल फ्री रखना बहुत जरूरी है. आपकी इस ख्वाहिश को ग्रेप सीड ऑयल आसानी से पूरा कर सकता है. कहा जाता है कि अंगूर के बीजों का तेल इस्तेमाल करने से त्वचा एकदम ग्लोइंग और बेदाग रहती है. स्किन पर झुर्रियां नहीं पड़तीं, इसके कारण लंबे समय तक उम्र का प्रभाव नजर नहीं आता.कहा जाता है कि जिस तरह हम सर्दियों में नहाने के बाद पूरे शरीर पर लोशन का इस्तेमाल करते हैं, कैलिफोर्निया के लोग ग्रेप सीड ऑयल को यूज करते हैं. यही कारण है कि उनकी स्किन एकदम कसावट भरी और ग्लोइंग नजर आती है. आयुर्वेद में भी अंगूर के बीजों के तेल के तमाम फायदों के बारे में बताया गया है. यहां जानिए कि ये तेल किस तरह हमारी स्किन के लिए लाभकारी है और इसे इस्तेमाल करने का तरीका क्या है

स्किन डिजीज दूर करने में मददगार -  आयुर्वेद में ग्रेप सीड ऑयल को चिकित्सा पद्धति का अहम हिस्सा माना गया है. चर्म रोगों जैसे एलर्जी, सोरायसिस, एक्जिमा आदि के अलावा कई तरह के दूसरे गंभीर रोगों में भी इसका इस्तेमाल औषधि के तौर पर किया जाता है.

झुर्रियां दूर करता - अंगूर के बीज के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं. इसके अलावा ये विटामिन ई और ओमेगा 6 फैटी एसिड से भरपूर होता है. ऐसे में ये स्किन पर सूरज की हानिकारक किरणों के प्रभाव और प्रदूषण के प्रभाव को दूर करता है. ये स्किन को अंदर से हाइड्रेट करता है और स्किन पर पड़ने वाली रेखाओं को कम करने में मददगार होता है. साथ ही झुर्रियों को दूर करता है. इस कारण इसे लगाने से उम्र का असर हावी नहीं होता.

कोशिकाओं की रिपेयरिंग करता - अंगूर के बीज का तेल त्वचा पर लगाने से कोशिकाओं की रिपेयरिंग जल्दी होती है. इसके इस्तेमाल से मुंहासे, दाग-धब्‍बे दूर होते हैं. इसके अलावा ये तेल आपकी स्किन से डेड सेल्स को भी हटाने का काम करता है, जिससे त्वचा चमकदार बनती है.

बेहतरीन स्किन टोनर और मेकअप रिमूवर - 
आप इसका इस्तेमाल स्किन टोनर के रूप में या मेकअप रिमूव करने के लिए भी कर सकते हैं. लेकिन इसे गुलाबजल के साथ मिक्स करके इस्तेमाल करें. ग्रेप सीड ऑयल डार्क सर्कल को भी कम करने का काम करता है.

इस्तेमाल करने का तरीका - 
अंगूर के बीजों का तेल शुद्ध रूप में त्वचा पर इस्तेमाल नहीं किया जाता है क्योंकि ये बहुत तेज होता है. इसे किसी अन्य हर्बल तेल के साथ मिक्स करके स्किन पर लगाना चाहिए. आप इस तेल की कुछ बूंदें अपने फेस पैक में मिक्स करके भी लगा सकती हैं. इसको इस्तेमाल करने से पहले अपनी त्वचा को ठीक से पानी से धोएं, इसके बाद इसे यूज करें | 
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बेली फैट घटाने के लिए नाश्ते में शामिल करे ये फूड्स

हेल्थ डाइट महत्वपूर्ण है नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन माना जाता है. नाश्ते के लिए कोई क्या खाता है, ये उस भोजन के ऑप्शन को निर्धारित करता है जो वो दिन भर में करता है.बाकी दिन के दौरान एक हेल्दी डाइट आपके ओवरऑल हेल्थ में बहुत अंतर डाल सकता है लेकिन इसे केवल एक या दो फूड्स को घटाकर या जोड़कर हासिल नहीं किया जा सकता है.वजन घटाने के मूल सिद्धांत; स्वस्थ भोजन और एक्सरसाइज; ठीक से पालन किया जाना चाहिए ताकि रिजल्ट संतोषजनक और लंबे समय तक चलने वाले हों.क्यूंकि हम खास तौर से पेट वाले एरिया पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वजन घटाने के सिद्धांतों को पेट की ओर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है ताकि उचित वजन कम हो सके. अपने आहार में प्रोटीन और फाइबर को शामिल करना और कार्ब्स को कम करना प्रोपोर्शनल पेट रखने की कुंजी है. यहां कुछ दूसरे नाश्ते के ऑप्शन दिए गए हैं जो आपको लीन टोर्सो के साथ हेल्दी और फिट शरीर के अपने टारगेट को हासिल करने में मदद करेंगे.
1. दही
स्टडीज से पता चला है कि जिन लोगों ने दही का सेवन अपने आहार में शामिल नहीं करने वालों की तुलना में ज्यादा बार किया, उन्होंने ज्यादा वजन कम किया और दुबली मांसपेशियों को बनाए रखा.

ये वजन घटाने के लिए कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों के महत्व पर प्रकाश डालता है. आहार में कैल्शियम की उचित मात्रा मांसपेशियों को प्रभावित नहीं करती है, शरीर को मांसपेशियों को बनाए रखने में मदद करती है जो कैलोरी बर्न करने में मदद करती है और फैट को कम करती है.

दही प्रोटीन से भी भरपूर होता है, जो एक प्रमुख तत्व है जो शरीर की चर्बी को कम करने में मदद करता है. हालांकि ये विधिवत ध्यान दिया जाना चाहिए कि फलों के योगर्ट में बहुत ज्यादा चीनी होती है और हेल्दी ऑप्शन जैसे कि ग्रीक योगर्ट का सेवन किया जाना चाहिए .

2. उपमा
उपमा फाइबर से भरपूर होता है और हेल्दी वजन घटाने वाले डाइट ऑप्शन के लिए पहला बॉक्स चुनता है. इसमें सूजी भी होती है जो स्वाभाविक रूप से फैट में कम होती है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के साथ मदद करती है क्योंकि इसमें अच्छी फैट होती है.

केवल ध्यान रखने वाली बात ये है कि इसे कम तेल में पकाया जाना चाहिए ताकि ज्यादा फैट से पोषण संबंधी फायदे खत्म न हो जाएं जो रेंग सकते हैं.

3. अंडे
जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर और कार्ब्स या फैट में कम, अंडे नाश्ते के लिए सही ऑप्शन हैं. उन्हें तले हुए, सिके हुए या सब्जियों के साथ आमलेट के रूप में खाने की ज्यादा रिकमेंडेशन की जाती है क्योंकि ये कम फैट वाला, भरने वाला नाश्ता बनाता है.

4. दलिया
कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले कार्बोहाइड्रेट, ओट्स वर्सटाईल हैं और एक पावर-पैक, हेल्दी नाश्ते के लिए दूध के साथ मिलाया जा सकता है.
इन्हें रात भर ठंडा करने के बाद दही या ठंडे दूध के साथ भी खाया जा सकता है और अपनी पसंद के फल मिलाने से आपका मनचाहा स्वाद बढ़ सकता है. मिठास के लिए चीनी की जगह शहद एक अच्छा ऑप्शन है.

5. मूंग दाल चिल्ला
मूंग दाल मूल रूप से छोले का छिलका है जो फाइबर का बहुत रिच सोर्स है. पाचन फाइबर के अलावा, इसमें उचित मात्रा में प्रोटीन भी होता है, जो इसे एक बेहतरीन नाश्ते का ऑप्शन बनाता है जो वजन घटाने में आपकी मदद करेगा.आप बैटर में सब्जियां मिला सकते हैं ताकि भोजन हेल्दी, ज्यादा पौष्टिक और भरने वाला हो जाए |
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सर्दियों के मौसम में यूरिक एसिड से कैसे करें बचाव

सर्दियों का मौसम अपने साथ कई समस्याएं भी लेकर आता है. सर्दियों में जुकाम, खांसी, बुखार के अलावा जो चीज सबसे ज्यादा परेशान करती है वो है यूरिक एसिड का बढ़ना. ठंड के मौसम में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या का सबसे ज्यादा सामना करना पड़ता है. ठंड के मौसम में हड्डियों में दर्द और अकड़न की समस्या काफी बढ़ जाती है. ऐसे में ऐसे में यूरिक एसिड की समस्या से बचने के लिए आपको कुछ चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. ठंड में इन चीजों का सेवन करने से आपकी यूरिक एसिड की समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है.आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में-सर्दियों में खतरनाक साबित हो सकती है यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या, 

इन तरीकों से करें कंट्रोल

दही- सर्दियों में दही का ज्यादा सेवन करने से यूरिक एसिड की समस्या बढ़ सकती है. इसमें मौजूद ट्रांसफैट आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है.

दाल- यूरिक एसिड की समस्या से परेशान हैं तो छिलके वाली दालों से परहेज करें. यह सेहत के लिए तो फायदेमंद होती हैं लेकिन यूरिक एसिड की समस्या को बढ़ा सकती हैं.

कोल्ड ड्रिंक्स- यूरिक एसिड की समस्या से बचने के लिए कोल्ड ड्रिंक का सेवन बिल्कुल ना करें. इससे हड्डियों की समस्या काफी बढ़ सकती है.मटर- मटर प्रोटीन का अच्छा सोर्स होती है. मटर सेहत के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है लेकिन इसके अधिक सेवन से आपका यूरिक एसिड काफी बढ़ सकता है. ऐसे में फ्रोटीन युक्त चीजों का अधिक सेवन करने से भी यूरिक एसिड काफी बढ़ सकता है |

 

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सर्दियों में तिल के लड्डू से बनाये अपनी सेहत

सर्दियों  सर्दी का मौसम यानी ढेर सारी स्किन प्रॉब्लम्स जैसे ड्राईनेस, पिंपल्स, एक्ने आदि। वहीं, क्रिसमस के बाद न्यूईयर, फिर लोहड़ी और ढेर सारी मिठाईयां... ऐसे में वजन बढ़ना भी लाजमी है। यही नहीं, कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के कारण लोगों को इस बात की चिंता भी सता रही है कि कहीं उनकी इम्यूनिटी ना कमजोर हो जाए। परेशान ना हो जनाब क्योंकि इन सभी समस्याओं का सॉल्यून अब आप एक चीज खाकर कर सकते हैं। हम बात कर रहे हैं तिल-गुल के लड्डू की।

 रेसिपी....
सामाग्री (सर्विंग्स - 4-5)
तिल - 370 ग्राम
नारियल - 80 ग्राम
घी - 80 मिलीलीटर
गुड़ - 370 ग्राम
इलायची - 1 छोटा चम्मच

बनाने की विधि
1. सबसे पहले एक पैन में तिल डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनें। भूनने के बाद इसे साइड में रख दें।
2. दूसरे पैन में नारियल को सुनहरा भूरा होने तक भूनें और एक तरफ रख दें।
3. एक कड़ाही मेंघी गर्म करके उसमें गुड़ डालकर तब तक पकाए जब तक वो घुल ना जाए।
4. फिर इसमें भुने तिल, भुना नारियल, इलायची मिक्स करें और कुछ देर ठंडा होने दीजिए।
5. इसके बाद हाथ में थोड़ा-सा मिश्रण लेकर लड्डू बनाकर लें।
6. लीजिए आपके तिल लड्डू बनकर तैयार है।

अब जानिए सर्दियों में तिल के लड्डू खाने के फायदे

इम्युनिटी बढ़ाए और वजन भी घटाए
तिल-गुड़ लड्डू ना सिर्फ शरीर को अंदर से गर्म रखती है बल्कि यह इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मदगार है। वहीं, फेस्टिवल सीजन में इसका सेवन आपके वजन को कंट्रोल करने में भी मदद करेगा।

बेहतर पाचन क्रिया पाचन क्रिया
हाई फाइबर और असंतृप्त फैटी एसिड से भरपूर होने के कारण तिल कब्ज को ठीक करने में मदद करते हैं। साथ ही इससे पाचन क्रिया भी सही रहती है।

मजबूत हड्डियां
तिल में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। साथ ही इससे सर्दियों में जोड़ों के दर्द की परेशानी नहीं होती।

एनीमिया से बचाव
तिल में भरपूर आयरन होता है, जिससे शरीर में खून की कमी नहीं होती। साथ ही इससे आप थकावट, एनीमिया जैसे परेशानियों से भी बचे रहते हैं।

दिल को रखे स्वस्थ
इसमें मौजूद अनसैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी नहीं बढ़ता है, जिससे दिल स्वस्थ रहता है।
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जियो ने कम की प्लान्स की वैलिडिटी

भारतीय टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो  ने कुछ दिनों पहले ही यह अनाउन्समेंट किया था कि वो अपने प्रीपेड प्लान्स की कीमत को बढ़ रहे हैं और आपको शायद पता हो, 1 दिसंबर से जियो ने अपने इस फैसले को लागू भी कर दिया था. जहां जियो ने अपने कई सारे प्लान्स के दामों को बढ़ाया है वहीं कई यूजर्स इस बात से खुश हैं कि कुछ ऐसे भी प्रीपेड प्लान्स हैं जिनकी कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है. लेकिन इन प्लान्स की वैलिडिटी को कम कर दिया गया है.

 जियो ने कम की प्लान्स की वैलिडिटी
जियो ने पिछले दिनों अपने कई सारे प्रीपेड प्लान्स की कीमत को बढ़ाने का ऐलान किया और 1 दिसंबर से इन प्लान्स की नई कीमतों को लागू भी कर दिया. आपको बता दें कि कुछ ऐसे भी प्रीपेड प्लान्स हैं, जिनकी कीमत तो नहीं बढ़ाई गई है लेकिन उनकी वैलिडिटी जरूर कम कर दी गई है. आज हम 200 रुपये से कम कीमत वाले दो ऐसे प्लान्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी कीमत वही है पर वैलिडिटी कम है.

 जियो के 149 रुपये वाले प्लान की वैलिडिटी हुई कम
जियो का जो 149 रुपये वाला प्लान है, वो काफी लोकप्रिय है. आपको बता दें कि कुछ समय पहले तक इस प्रीपेड प्लान की वैलिडिटी 28 दिनों की थी लेकिन अब यह प्लान 24 दिनों की वैलिडिटी के साथ आता है. इस प्लान में अब आपको 149 रुपये के बदले रोज 1GB डेटा, किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग और 100 एसएमएस प्रति दिन की सुविधा मिलेगी. इतना ही नहीं, आपको सभी जियो ऐप्स का सब्सक्रिप्शन भी पाएंगे.

 जियो के 199 रुपये वाले प्लान की वैलिडिटी भी घटी
जियो का एक प्रीपेड प्लान, जिसकी कीमत 199 रुपये है, उसमें आपको रोज 1.5GB डेटा, रोज के 100 एसएमएस और किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा मिलेगी. आपको बता दें कि पहले इस प्लान की वैलिडिटी 28 दिनों की थी लेकिन अब जियो का यह प्लान 23 दिनों की वैलिडिटी के साथ आता है.ये जियो के 200 रुपये से कम वाले कुछ ऐसे प्रीपेड प्लान्स हैं जिनकी कीमत में इजाफा नहीं किया गया है लेकिन इनकी वैलिडिटी जरूर कम कर दी गई है.
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पेट की चर्बी घटानी है तो करें नौकासन

आज की लाइफस्टाइल में अगर कोई बीमारी सबसे तेजी से बढ़ रही है तो वो है मोटापा. खान पान और गलत दिनचर्या की वजह से आज हर तीसरा आदमी इससे पीड़ित है. योग में मोटापे को कम करने के लिए कई आसन हैं, जिसमें नौकासन सबसे उपयुक्त माना जाता है. इस आसन से न सिर्फ मोटापा दूर होता है बल्कि पाचन क्रिया भी दुरुस्त हो जाती है नौकासन शरीर की सेंट्रल नर्व पर काम करता है और सूर्य चक्र को जागृत करता है. ये दिखने में जितना आसान नजर आता है, करने में उतना ही कठिन होता है. हालांकि नियमित अभ्यास से कुछ ही दिनों में यह संभव हो सकता है

क्या है नौकासन
  1. नौकासन पीठ के बल लेट कर किये जाने वाले आसनों में एक महत्वपूर्ण योगासन है. इसे नौकासन इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका आकार नाव की तरह का होता है. इसको नावासन के नाम से भी पुकारा जाता है, अंग्रेजी में इसे बोट पोज भी कहा जाता है.
  2. नौकासन करने का सरल तरीका 
  3. नौकासन करने के लिए पीठ के बल पर लेटें
  4. दोनों पैरों को एकसाथ जोड़कर रखें एवं हाथों को भी शरीर के पास ही रखें
  5. लंबी गहरी सांस लें और सांस को छोड़ते हुए हाथ, पैर, छाती, सिर आदि को उठाएं
  6. हाथ और पैर एकदम सीधे रखें और घुटनों को न मोड़ें
  7. पैरों को उतना उठाएं कि जबतक पेट में खिंचाव न महसूस होने लगे
  8. शरीर के पूरे वजन को नितंब पर संतुलित करने का प्रयास करें
  9. इस स्थिति में आप 30 से 60 सेकंड तक रुकें.

नौकासन के जबरदस्त लाभ 

  1. नौकासन पेट की चर्बी को कम करने के लिए बहुत ही उम्दा योगाभ्यास है.
  2. नियमित रूप से इस आसन को करने से किडनी स्वस्थ रहती है.
  3. इसके नियमित अभ्यास से शरीर का यह अंग बेहतर तरीके से काम करता है.
  4. यह योगाभ्यास आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और पाचन से संबंधित रोग जैसे कब्ज, एसिडिटी, गैस आदि से आपको छुटकारा दिलाता है.
  5. इस आसन को करने से कमर में थोड़ी बहुत परेशानी हो सकती है, लेकिन धीरे धीरे यह आपके कमर को मजबूत बनाता है.
  6. नौकासन करने के दौरान बरतें ये सावधानियां
  7. गर्भावस्था और मासिक धर्म में इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए
  8. यदि पेट से जुड़े कोई ऑपरेशन को ज्यादा समय नहीं हुआ है तो नौकासन न करें
  9. अस्थमा और दिल के मरीजों को भी पेट की चर्बी घटानी है तो करें नौकासन, मिलेंगे जबरदस्त फायदे
  10. आज की लाइफस्टाइल में अगर कोई बीमारी सबसे तेजी से बढ़ रही है तो वो है मोटापा. खान पान और गलत दिनचर्या की वजह से आज हर तीसरा आदमी इससे पीड़ित है. योग में मोटापे को कम करने के लिए कई आसन हैं, जिसमें नौकासन सबसे उपयुक्त माना जाता है. इस आसन से न सिर्फ मोटापा दूर होता है बल्कि पाचन क्रिया भी दुरुस्त हो जाती है.
  11. नौकासन शरीर की सेंट्रल नर्व पर काम करता है और सूर्य चक्र को जागृत करता है. ये दिखने में जितना आसान नजर आता है, करने में उतना ही कठिन होता है. हालांकि नियमित अभ्यास से कुछ ही दिनों में यह संभव हो सकता है | 

 
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मशरूम खाए पर जरा संभलकर

मशरूम का इस्तेमाल सब्जी, सलाद या अचार बनाने के लिए किया जाता है। मशरूम में विटामिन फाइबर और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। बाजार में मशरूम की कई प्रजातियाँ उपलब्ध है। लेकिन मशरूम खरीदते समय इसकी सही से पहचान करना बहुत जरूरी होता है वरना यह हमारी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। 
जहरीले मशरूम की पहचान
आमतौर पर खाने के लिए सफेद बटन मशरूम का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी छतरी सफेद और गोल होती है। कोशिश करें कि आप बाजार के किसी अच्छी दुकान से ताजा बटन मशरूम पहचानकर ही खरीदें। ताजा मशरुम सॉफ्ट होता है।
पहाड़ी इलाकों या ठंडी जगहों पर बारिश के मौसम में जगह जगह जंगली मशरूम उग आता है, जिसे कुकुरमुत्ता भी कहते हैं। यह दिखने में मशरूम जैसा ही होता है लेकिन इसकी छतरी चपटी होती है। इस मशरूम का सेवन करने से बचें क्योंकि इसमें कई हानिकारक तत्व पाए जाते हैं। जंगली मशरूम का सेवन करने से आप बीमार भी पड़ सकते हैं। कई बार आपने मशरूम खरीदते हुए ध्यान दिया होगा कि मशरूम के ऊपर पर काले धब्बे या काले पाउडर जैसी चीज़ नज़र आती है, ऐसे मशरूम का सेवन नहीं करना चाहिए।
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सर्दियों में फटे होठो की समस्या से पाये निजात

सर्दियों में ठंड के कारण हमारे चेहरे की त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। इसके साथ ही सर्दियों में होंठ भी फटने लग जाते हैं जो ना केवल देखने में बेकार लगता है बल्कि कष्टदायी भी होता है। कुछ ऐसे घरेलु नुस्खे जिनकी मदद से आप आसानी से फ़टे और रूखे होठों से छुटकारा पा सकते हैं। 
शहद और चीनी
होठों की ड्राईनेस से छुटकारा पाने के लिए लिप्स को एक्सफोलिएट करना बहुत जरुरी है। होठों पर जमा डेड स्किन सेल्स को रिमूव करने के लिए आप शहद और चीन से बने स्क्रब का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आधा चम्मच चीनी में थोड़ा सा शहद मिलाएं और इसे अपने होठों पर लगाकर हल्के हाथों से रगड़ें। इसके बाद पानी से धो लें। ऐसा आप हर तीसरे -चौथे दिन कर सकते हैं।  
नारियल तेल
नारियल का तेल ना सिर्फ हमारे बालों के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि होठों को भी सॉफ्ट रखने में मदद करता है। इसमें फैटी एसिड होते हैं जो लिप्स को सॉफ्ट और स्मूद रखने में मदद करते हैं। फटे और सूखे होंठों पर रोजाना के तेल से मालिश करने से फायदा मिलेगा।

 

 

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आंखों के नीचे काले घेरे से छुटकारा पाने के घरेलु उपाय जानिए

आंखों के नीचे काले घेरे पुरुष और महिलाओं दोनों में बराबर रूप से देखने में मिलते हैं। सामान्यतः ज्यादा समय तक मोबाइल, कम्प्यूटर या टेलीविज़न स्क्रीन के सामने रहने, पौष्टिक आहार की कमी, अनिद्रा, तनाव, हीमोग्लोबिन की कमी इसका मुख्य कारण मानी जाती है। जब आंखों के नीचे काले धब्बे हो तो आप थके हुए लगने लगते हैं। वहीं आंखों के आसपास की त्वचा बहुत नाजुक और पतली होती है। इसके आसपास की त्वचा में तेल ग्रंथियां नहीं होती हैं। जिसकी वजह से सबसे पहले आंखों के चारों ओर काले घेरे जैसी समस्याएं दिखाई देती हैं। आंखों के नीचे काले धब्बों को खानपान में बदलाव, शरीर में पर्याप्त नमी, कम से कम आठ घंटे की नींद के साथ ही कुछ आयुर्वेदिक घरेलू उपचारों के माध्यम से पूरी तरह खत्म किया जा सकता है।

चलिए आज हम आपको लेखिका अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौन्दर्य विशेषज्ञ और हर्बल क्वीन के कुछ खास टिप्स बताते हैं। इसकी मदद से आप आंखों के नीचे काले घेरों की समस्या से जल्दी ही छुटकारा पा सकती हैं।

टमाटर लगाएं
आंखों के नीचे छाए काले घेरों से छुटकारा दिलाने में टमाटर बहुत मददगार होते हैं। क्योंकि इसमें लाइकोपीन नामक तत्व होता है। इसलिए आप दो चम्मच टमाटर के रस में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाएं। इस मिश्रण को रुई की मदद से आंखों के नीचे लगाएं। करीब 10 मिनट तक यह मिश्रण लगा रहने दें फिर धो लें।

कच्चा दूध
एक चमच्च कच्चा दूध लें। इसमें 1/4 चमच्च ताजा नींबू का रस मिलाएं। जब दूध फट जाए तो इसमें एक चम्मच कच्चा शहद मिलाएं। मिश्रण से आंखों के आसपास 10 मिनट तक मसाज करें। फिर इसे 15 मिनट तक लगा रहने दें। इसके बाद सादे पानी से धो लें।

गुलाब जल और दूध
गुलाब जल और दूध काले धब्बों को मिटाने में सहायक साबित होते हैं। इसके लिए ठंडा दूध और गुलाब जल को बराबर मात्रा में मिलाएं। मिश्रण में दो कॉटन पैड भिगोकर अपनी आंखों के ऊपर रखें। इससे डार्क सर्कल्स को कवर कर लें। इसे 20 मिनट तक लगा रहने दें। कॉटन पैड निकालें और ताजे पानी से धो लें। काले घेरे हटाने के लिए इस प्रक्रिया को दूध के साथ हर हफ्ते 3 बार दोहरा सकते हैं।

बादाम का तेल
बादाम का शुद्ध तेल आंखों के आसपास थोड़ा-थोड़ा लगाएं। फिर एक उंगली का उपयोग करके आंख के नीचे एक मिनट त्वचा पर हल्के से मालिश करें। केवल एक दिशा में मालिश करें। 15 मिनट के लिए छोड़ दें और नम रूई से धीरे से पोंछ लें।

आलू का रस
आलू का रस भी प्रभावी होता है। इससे त्वचा की हल्की ब्लीचिंग हो जाती है। आलू का रस निकालकर रूई से आंखों के चारों ओर लगाएं। 20 मिनट के लिए छोड़ दें और सादे पानी से धीरे से धो लें।

खीरे का रस
खीरे का रस भी बेहतर तरीका है। इसे रोजाना आंखों के आसपास लगाना चाहिए और 15 मिनट के बाद सादे पानी से धो लेना चाहिए। खीरे के स्लाइस को पलकों पर भी रखा जा सकता है। खीरा, टमाटर और नींबू के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर रोजाना लगाएं और 15 मिनट बाद पानी से धो लें। टमाटर के रस से त्वचा का रंग साफ होता है। शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए आप खीरे को अपनी डाइट में शामिल कर सकती है।

अंडे का सफेद भाग
अंडा आपकी त्वचा के लिए बेहद लाभकारी होता है। इसके लिए अंडे की सफेदी में नींबू का रस और एक चुटकी हल्दी मिलाएं। आंखों के नीचे लगाएं और 10 मिनट तक रहने दें। सादे पानी से धो लें।

पुदीने के पत्ते
पुदीने के पत्तों से भी आंखों के नीचे के काले घेरों को कम किया जा सकता है। पुदीने की पत्तियों का पेस्ट बनाएं नींबू के रस की कुछ बूंदे डालकर आंखों के नीचे 10 मिनट तक लगाएं। बाद में इसे सादे पानी से धो लें।

नारियल का ठंडा दूध
रूई का उपयोग करके रोजाना आंखों के आसपास ठंडे दूध का सेक करें। दूध त्वचा के रंग को साफ करता है। यह त्वचा को आराम और पोषण देता है जिससे छोटी रेखाएं व झुर्रियां कम होती हैं। त्वचा को साफ करने के लिए नारियल का दूध आंखों के आसपास लगाएं। 15 मिनट बाद सादे पानी से धो लें।

सेब का रस
कद्दूकस किया हुआ सेब या सेब का रस भी आंखों के नीचे लगाया जा सकता है। सेब में विटामिन बी और सी के अलावा टैनिक एसिड होता है जो त्वचा का रंग साफ करता है।

इन बातों का भी रखें ध्यान रखें
धूप में निकलने से पहले आंखों के नीचे थोड़ा सा सनस्क्रीन लोशन जरूर लगाएं। याद रखें कि आंखों के आसपास की त्वचा पर भारी क्रीम लगाना उपयुक्त नहीं हैं। यहां विशेष रूप से बनी हल्की क्रीम लोशन या सीरम लगाएं।साबुत अनाज, स्किम्ड दूध, पनीर, दाल और बीन्स के साथ रोज के खाने में ताजे फल, सलाद, दही और स्प्राउट्स जैसे पौष्टिक आहार शामिल करें।रात में आंखों का मेकअप हटाना सबसे जरूरी होता है। इसलिए क्लींजिंग जेल व नम रूई के उपयोग से हल्के हाथ से आंखों का मेकअप हटाकर ही सोएं।
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दिवाली पर महिलाएं ऐसे करें मेकअप

दीपावली है। ऐसे में सभी लोग नए-नए वस्त्र धारण करते है। इस दिन प्रत्येक महिला खूबसूरत नजर आना चाहती है। मगर दीपावली के दिन इतने काम होने के कारण सही से मेकअप करने का वक़्त नहीं प्राप्त हो पाता है तथा कई बार तो ऐसा होता है कि मेकअप कर ही नहीं पाते हैं। ऐसे में अब आपको चिंतित होने की दिक्कत नहीं है क्योंकि हम आपको ऐसे मेकअप टिप्स के बारे में बताएंगे जिसे अपनाकर आप भी इस दीपावली पर झटपट मेकअप कर सकते हैं 

चेहरा फेसवॉस से धोएं - दीपावली पर तैयार होने के लिए सबसे पहले चेहरे की धूल को साफ करें, इसके लिए आप फेसवॉश से चेहरा धोए। तत्पश्चात, इसे तौलिए से सुखा लें।

क्रीम लगाएं - चेहरे पर कभी भी बगैर लोशन लगाए मेकअप न करें। यदि आपकी ऑयली त्वचा है तो आप एलोवेरा जेल भी लगा सकते हैं। वहीं आप कोई क्रीम भी लगा सकते हैं।

फाउंडेशन -  चेहरे पर क्रीम लगाने के पश्चात् आप फाउंडेशन लगाएं इसके लिए आप स्टिक फाउंडेशन का भी उपयोग कर सकते हैं। वहीं आप इसके पश्चात् मेकअप स्पन्ज को पानी में डुबाएं तथा फिर उसे निचोड़ लें। इसके पश्चात् इसकी सहायता से फाउंडेशन को चेबर पर अच्छी प्रकार से फैला लें। जिससे स्पॉट्स छिप जाएं।

आईलाइनर - फाउंडेशन लगाने के बार आईलाइनर लगाएं। वैसे तो आईलाइन लगाने में बेहद वक़्त लगता है मगर इसे सरल बनाने के लए आईलैश के ठीक ऊपर पहले डॉट्स बना लें। इसके पश्चात् इसकी सहायता से आईलाइनर लगाएं।

आईशैडो - आईशैडो पर मेहनत नहीं करनी है तो जो भी लिपस्टिक लगाने वाली हैं इससे छोटा सा सर्कल आईलिड्स पर बनाएं तथा उसे भर दें। तत्पश्चात, इसे अपनी रिंग फिंगर से स्प्रेड कर लें।

मस्कारा - मस्कारा लगाने के लिए एक छोटी कटोरी लें तथा उसमें आईलिड्स वाला भाग कवर कर लें। तथा मस्कारा अपनी पलको पर लगाएं।

लिपस्टिक -सबसे आखिर में लिपस्टिक लगाएं। इसके पश्चात् अपने हाथों से अपने होठों के कोनों पर भी लगाएं।

 

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