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सर्दियों में फायदेमंद हैं नारियल तेल

सर्दियों में त्वचा को मुलायम और ग्लोइंग बनाए रखना थोड़ा मुशिकल होता है. ठंड में त्वचा रूखी, सुस्त, खुजलीदार हो जाती है. सर्दियों में त्वचा की देखभाल (के लिए जरूरी है कि आप रूखी त्वचा से बचने की कोशिश करें. इसके लिए बाजार में बहुत सारे फेस मॉइस्चराइजर उपलब्ध हैं. लेकिन कभी-कभी हमारी त्वचा को उन मॉइस्चराइजर की तुलना में बहुत अधिक नमी की आवश्यकता होती है.ऐसे आप प्राकृतिक उपचार अपना सकते हैं. नारियल का तेल रूखी त्वचा के लिए एक अद्भुत प्राकृतिक उपचार है. सर्दियों में त्वचा की देखभाल के लिए नारियल के तेल का इस्तेमाल कैसे करें आइए जानें.

सर्दियों में त्वचा की देखभाल ऐसे करें

नारियल तेल से मालिश
अपनी हथेली पर नारियल के तेल की कुछ बूंदें लें और रगडें. इसे पूरे साफ चेहरे के साथ-साथ गर्दन पर भी लगाएं. अपनी उंगलियों से कुछ मिनट के लिए हल्के हाथों से मालिश करें. इसे त्वचा पर 20-30 मिनट तक रखें. चेहरे से तेल को पोंछने के लिए एक मुलायम और गीले कॉटन फेस टॉवल का इस्तेमाल करें. चेहरे को सादे पानी से धो लें. सर्दियों में त्वचा की देखभाल के लिए इस सरल उपाय को हर दिन दोहराएं.

शिया बटर और नारियल का तेल
डबल बॉयलर का इस्तेमाल करके, 1-2 टेबल-स्पून कच्चा शिया बटर पिघलाएं. पिघलने के बाद इसमें 1 टेबलस्पून नारियल का तेल डालें और धीमी आंच पर तब तक चलाते रहें जब तक कि सामग्री एक साथ न मिल जाए. आंच बंद कर दें और मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दें. इसे पूरे चेहरे के साथ-साथ गर्दन पर भी लगाएं. कुछ देर के लिए अपनी उंगलियों से त्वचा की धीरे-धीरे मालिश करें. 15-20 मिनट के बाद, इसे एक नम कपड़े से पोंछ लें और चेहरे पर ताजे पानी के छींटे मारें. सप्ताह में दो या तीन बार इसे दोहराएं.

जैतून का तेल और नारियल का तेल
नारियल तेल और जैतून के तेल की कुछ बूंदों को एक साथ मिलाएं. इस तेल के मिश्रण से अपने चेहरे के साथ-साथ गर्दन पर भी मसाज करें. कुछ देर मसाज करते रहें. कुछ समय तक इसे लगा रहने दें, जब तक कि त्वचा इसका अधिक से अधिक अवशोषण न कर ले. इसे रात भर लगा रहने दें और अगली सुबह धो लें.

सर्दियों में त्वचा की देखभाल के लिए ग्लिसरीन और नारियल का तेल
एक चम्मच नारियल के तेल में ग्लिसरीन की कुछ बूंदें मिलाएं और एक साथ मिलाएं. इस परिणामी मिश्रण को पूरे चेहरे के साथ-साथ गर्दन पर भी लगाएं. इससे अपनी उंगलियों से अपनी त्वचा की मसाज करें. कुछ समय तक लगा रहने दें, जब तक कि त्वचा इसे अवशोषित न कर ले. ये एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर के रूप में काम करता है. आप हर बार अपना चेहरा धोने के बाद इस मिश्रण का इस्तेमाल कर सकते हैं. सर्दियों में त्वचा की देखभाल के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल करने का ये एक शानदार तरीका है |
 
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इस दीपावली पर बनाएं गोंद के लड्डू, जानें रेसिपी

गोंद के लड्डू बाजार में तमाम मिठाइयों की दुकानों पर मिल जाते हैं. सेहत के लिहाज से गोंद के लड्डू बेहद फायदेमंद होते हैं. ये शरीर में गर्माहट लाते हैं और कमजोरी को दूर करते हैं. खाने में ये लड्डू बहुत स्वादिष्ट होते हैं. सर्दियों में अगर रोजाना रात को सोने से पहले गोंद का एक लड्डू खाकर गर्म दूध ​पीया जाए तो शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है, मौसमी बीमारियों से बचाव होता है और हड्डियों को मजबूती मिलती है अब चूंकि सर्दियों की आहट महसूस होने लगी है और दीपावली का शुभ अवसर भी आने वाला है. ऐसे मौके पर आपको घर पर गोंद के स्वादिष्ट लड्डू जरूर ट्राई करने चाहिए. इससे आप घर आए मेहमानों का मुंह भी मीठा करा सकती हैं और परिवार की सेहत का खयाल भी रख सकती हैं.

जानिए गोंद के लड्डू की रेसिपी

सामग्री
एक कप गेहूं का आटा, एक कप बूरा या पिसी हुई चीनी, चौथाई कप देसी घी, 100 ग्राम गोंद, 10 से 12 काजू, दो चम्मच खरबूजे के बीज, चौथाई चम्मच इलाएची पाउडर

बनाने की विधि
  • सबसे पहले गोंद को एक प्लेट में निकालकर कुछ समय के लिए तेज धूप में रखें, ताकि उसके अंदर की नमी पूरी तरह से गायब हो जाए. इसके बाद गोंद को बारीक टुकड़ों में तोड़ लें. काजू को भी टुकड़ों में काट लें.
  •  अब कड़ाही में थोड़ा घी डालकर गर्म कीजिए. इसमें थोड़ा थोड़ा गोंद डालकर फ्राई करें. गोंद घी में डलने के बाद पॉपकॉर्न की तरह फूलेगा. गोंद को फ्राई एकदम धीमी आंच पर करें ताकि वो अंदर तक अच्छे से ​फ्राई हो जाए.
  • गोंद के अच्छे से फ्राई हुआ है या नहीं, इसे चेक करने के लिए आप फ्राइड गोंद का एक टुकड़ा लेकर हाथ पर रखें और इसे हाथों से दबाएं. अगर ये चूरा बन जाता है तो समझिए अच्छे से सिंक गया है.
  • जब सारा गोंद फ्राई हो जाए तो इसे एक प्लेट में निकाल लें और बचे घी में आटा डालें. इसे पंजीरी की तरह भूनें. गोल्डन होने दें. आटे को भूनने के बाद प्लेट में निकाल लें और इसी कड़ाही में खरबूजे के बीज डालकर भी हल्के से भून लें.
  • अब गोंद को बेलन की मदद से बारीक पीस लें. इसके बाद गोंद समेत सारी सामग्री को भुने आटे में मिक्स करें. अब इन सारी चीजों को अच्छी तरह से मिक्स करें और इस मिश्रण से नींबू के आकार के गोल लड्डू बनाएं. मिश्रण के हल्का गरम रहते ही लड्डू बना लीजिए वरना ये बिखरने लगता है. अगर जरूरत पड़े तो थोड़ा घी पिघलाकर डाल सकते हैं.
आप चाहें तो लड्डू बनाने के लिए बूरा की जगह चाशनी में सारी सामग्री डालकर लड्डू तैयार कर सकती हैं. लेकिन इसमें घी की मात्रा आधा कप ही काफी रहेगी. चाशनी से बने लड्डू आसानी से बंध जाते हैं
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मुंबई : क्रूज ड्रग्स मामले में 25 करोड़ रूपए का सच

झूठा सच@मुंबई :- मुंबई ड्रग्स मामले में समीर वानखेड़े द्वारा  25 करोड़ रुपये की डिमांड की बात में  कितनी सच्चाई हैं यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा. लेकिन इन आरोपों के बीच जिस प्रकार से समीर वानखेड़े ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखी है उससे इस मामले में एक नया नाटकीय मोड़ सामने आया हैं .


वानखेड़े ने की कार्रवाई ना करने की अपील  

चिट्ठी में लिखा कि गलत तथ्यों के जरिए मुझे कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा फंसाने की कोशिश हो रही है,जिससे मेरे खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. वहीं इसके बाद बिना नाम लिए  वानखेड़े ने मंत्री नवाब मलिक पर भी निशाना साधा है.उनकी तरफ से चिट्ठी में लिखा गया है कि मीडिया में कुछ लोगों द्वारा मुझे जेल में  भेजने और मेरी गिरफ्तारी जैसी बातें बोली जा रही हैं. मेरी आपसे अपील है कि गलत तथ्य और गलत इरादों के जरिए लगाए गए आरोपों के दम पर आप कोई कानूनी कार्रवाई ना करें.

NCB ने किया आरोपों को सिरे से खारिज
वैसे प्रभाकर सैल ने जो आरोप लगाए हैं, उस पर एनसीबी ने भी सफाई पेश कर दी है. उनकी तरफ से कहा गया है कि जिसने आरोप लगाया है वो खुद इस केस में एक गवाह है. और जब ये मामला कोर्ट में चल रहा हो, ऐसे में कोई बयान भी कोर्ट में जाकर ही देना चाहिए. किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लेना गलत है. एनसीबी ने ये भी कहा है कि समीर वानखेड़े ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है


 
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67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में उत्कृष्ट फिल्मों और कलाकारों मिला पुरुस्कार

 झूठा सच @नई दिल्ली :- नई दिल्‍ली में आयोजित 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने  सुपर स्टार रजनीकांत को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दादा साहब फाल्के फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 


इसके अलावा प्रियदर्शन की मलयालम फिल्म 'मरक्कर अरबीकादिलिंते सिंघम' को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का और  संजय पूरन सिंह चौहान को हिंदी फिल्म 'बहत्तर हुरैन' के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशन का पुरस्कार दिया गया। अभिनेता मनोज बाजपेयी को हिंदी फिल्म 'भोंसले' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार और धनुष को तमिल फिल्म 'असुरन' के लिए पुरस्कार दिया गया। कंगना रनौत को उनकी फिल्म 'मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ झांसी' और 'पंगा' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्‍कार मिला। तमिल फिल्म 'सुपर डीलक्स' के लिए विजया सेतुपति को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता और पल्लवी जोशी को हिंदी फिल्म 'द ताशकंद फाइल्स' के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया।

बी. प्राक को हिंदी फिल्म 'केसरी' के गाने "तेरी मिट्टी" के लिए सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक का पुरस्कार मिलेगा। सावनी रवींद्र को मराठी फिल्म 'बार्डो' के गीत "रण पेटला" के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पुरस्कार दिया गया। डी. इम्मान को तमिल फिल्म 'विश्वसम' में उनके गीतों के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रबुद्ध बनर्जी को बांग्ला फिल्म 'ज्येष्ठपुत्र' में पार्श्व संगीत के लिए पुरस्कार मिला। मलयालम फिल्म 'कोलांबी' के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार प्रभा वर्मा को दिया गया। तेलुगु फिल्म 'महर्षि' के लिए राजू सुंदरम को सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी का पुरस्कार मिला। सिक्किम को सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य का पुरस्कार मिलेगा। सर्वश्रेष्ठ गैर फीचर फिल्म का पुरस्कार हेमंत गाबा की फिल्म 'एन इंजीनियर्ड ड्रीम' को दिया गया। सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक का पुरस्कार सोहिनी चट्टोपाध्याय को दिया गया। गैर-फीचर फिल्म श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म 'राधा' को दिया गया। सर्वश्रेष्ठ कला और संस्कृति फिल्म का पुरस्कार उड़िया गैर-फीचर फिल्म 'श्रीक्षेत्र रु सहिजाता' को दिया गया। गैर-फीचर फिल्मों के लिए सर्वश्रेष्ठ कथन का पुरस्कार सर डेविड एटनबरो द्वारा 'वाइल्ड कर्नाटक' (अंग्रेजी) को दिया गया। गैर-फीचर फिल्मों में सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार बिशाखज्योति द्वारा 'क्रांति दर्शी गुरुजी- अहेड ऑफ टाइम्स' (हिंदी) को दिया गया। सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार संजय सूरी द्वारा लिखित 'ए गांधीयन अफेयर: इंडियाज क्यूरियस पोर्ट्रेट ऑफ लव इन सिनेमा' को दिया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए, उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों की फिल्मों को पुरस्कार जीतते हुए देखकर खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि फिल्में जलवायु परिवर्तन सहित हमारे समय के प्रासंगिक मुद्दों से निपटती हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रतिष्ठित दादा भाई फाल्‍के पुरस्‍कार प्राप्‍त करने वाले अभिनेता रजनीकांत को बधाई दी। उन्‍होंने कहा कि इन पांच दशकों में रजनीकांत संस्‍था बन गए। उन्‍होंने कहा कि सिनेमा केवल मनोरंजन का साधन ही नहीं बल्कि समाज को महत्‍वपूर्ण संदेश देने में भी महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है। 
   
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उपवास में खुद को कैसे रखें फिट और ग्लो

नवरात्रि पर लोग 9 दिनों के उपवास रखकर माता की पूजा अर्चना में लगे रहते है। लेकिन उपवास के दौरान सही डाईट नहीं लेने के कारण उपवास करने वालों में थकान, एनर्जी की कमी और सुस्ती महसूस करने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जिससे हमारी स्थिति बिगाड़ सकती है। इसके लिए जरूरी है कि अपनी हेल्थ का पुरा ध्यान रखे और इस बात की जानकारी भी रखें कि उपवास के दौरान क्या खाए, कब खाए और कितना खाए इससे शरीर को जरूरी न्यूट्रिशन्स और हाइड्रेशन मिलते रहेंगे। जिससे आप स्वस्थ्य रहकर उपवास के दौरान शरीर की जरूरतों को पुरा करते हुए नवरात्रि के व्रत और उपासना का लाभ उठा सकेंगे।
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इस नंबर को न करें डायल, वरना फोन हो जाएगा रिसेट

नई दिल्ली। दुनिया भर में अरबों लोग एंड्रॉयड फोन्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। इन फोन्स में ऐसे कई छुपे हुए फीचर्स होते हैं, जिनके बारे में शायद ही हमें पता होता है। अमूमन देखा जाता है कि हमारे मोबाइल फोन्स में जब हम कुछ कोड नंबर्स को डायल करते हैं, तो फोन से जुड़ी कई जानकारियां हमारे सामने आ जाती हैं। उदाहरण के तौर पर जब हम मोबाइल फोन के डायल स्क्रीन पर *#06#  डायल करते हैं, तो फोन की ई एम आई संख्या स्क्रीन पर हमें देखने को मिलती है। इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे नंबर के बारे में बताने वाले हैं, जिसे भूल कर भी नहीं डायल करना चाहिए। अगर आप इस नंबर को डायल करते हैं, तो पल भर में ही आपका फोन रिसेट हो जाएगा। फोन रिसेट होने के बाद आपका सारा जरूरी डाटा वाइप आउट हो सकता है। इसी सिलसिले में आइए जानते हैं उस नंबर के बारे में, जिसे डायल करने से फोन रिसेट हो जाता है।
हमारे एंड्रॉयड मोबाइल के भीतर ऐसे कई डायल कोड होते हैं, जिनकी मदद से फोन के विषय में काफी कुछ जाना जा सकता है। अगर आप अपने एंड्रॉयड मोबाइल में *#07#  डायल करते हैं तो आपको उसकी Specific Absorption Rate (SAR) वैल्यू के बारे में पता चल जाएगा। 
इसके अलावा आप #*#225#*#* कोड को डायल करके इस चीज को चेक कर सकते हैं कि आपके मोबाइल कैलेंडर ने कितनी स्टोरेज को कवर किया हुआ है। वहीं *#*#4636#*#* कोड के जरिए फोन की बैटरी और नेटवर्क स्टेटिस्टिक्स के बारे में जानकारी जुटा सकते हैं। 
वहीं अगर आप गलती से *2767*3855# नंबर को डायल करते हैं, तो आपका फोन रिसेट हो जाएगा। इससे आपका सारा जरूरी डाटा फोन से डिलीट हो सकता। ऐसे में बिना सोचे समझे इस नंबर को कभी भी डायल करने की भूल न करें।
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बढ़ते वजन को रखे कंट्रोल

नई दिल्ली:- कोरोना वायरस महामारी सभी के लिए कई तरह की मुसीबतों से भरा रहा है। एक तरफ, इससे संक्रमित हो जाने का डर लगातार बना हुआ है, वहीं, दूसरी तरफ घर पर बैठे-बैठे लोगों का वजन बढ़ने लगा जिसका असर दिमागी स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता नजर आ रहा है। कोरोना वायरस के बाद 60 प्रतिशत से ज़्यादा वयस्क वज़न बढ़ने से परेशान हैं।
अपनी उम्र, शरीर की ज़रूरत और फिज़िकल एक्टिविटी के स्तर के अनुसार, रोज़ाना कितनी कैलोरी लेनी है उसे तय कर लें और फिर इसे खाने और स्नैक्स में बांट लें। दिनभर में कितनी कैलोरी ले रहे हैं इसका ध्यान रखने से वजन को संतुलित रखा जा सकता है। इसके लिए अपनी भूख पर काबू पाने के लिए फाइबर का सेवन बढ़ा दें। ऐसे फल, सब्ज़ियां और साबुत अनाज खाएं, जिसमें फाइबर की मात्रा अच्छी होती है। इससे आपका पेट ज़्यादा देर के लिए भरा रहेगा। फाइबर पाचन स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, आंत बैक्टीरिया में सुधार करता है और कब्ज़ को दूर रखता है।
आमतौर पर बारिश या सर्दी के मौसम में प्यास कम लगती है, इसलिए सभी लोग पानी भी कम पीते हैं। जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। कई बार प्यास लगने को हम भूख समझ लेते हैं, और पानी की जगह खाना खा लेते हैं। इसलिए दिनभर में कम से कम दो लीटर पानी पिएं।
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प्रोटीन और स्वाद से भरपूर राजमा रायता

राजमा रायता खाने में जितना लजीज होता है, उतना ही प्रोटीन युक्त भी होता है। दही तो फायदेमंद होता ही है और राजमा में भी प्रोटीन होता है। इन दोनों के मिश्रण से बनने वाला राजमा रायता एक यूनिक डिश है, सबको पसंद आएगी।
राजमा रायता की सामग्री
आधा कप राजमा (रात भर भिगोया हुआ), 1 बाउल दही, स्वादानुसार काला नमक, 1 चम्मच भुना जीरा पाउडर, आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर, आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर, हरा धनिया सजाने के लिए।
राजमा रायता बनाने की विधि
स्टेप 1 - राजमा रायता बनाने के लिए सबसे पहले राजमा को रात भर भिगोकर रख दीजिए। उसके बाद उसे उबाल कर छान लीजिए।
स्टेप 2 - अब एक कटोरे में दही, नमक और शहद डालकर मिला लें। इसे अच्छे से फेंट लें ताकि ये मिश्रण क्रीमी हो जाए।
स्टेप 3 - फिर भुना हुआ जीरा पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और काली मिर्च पाउडर को दही वाले मिश्रण में डालकर मिला लीजिए।
स्टेप 4 - अब इसमें उबला हुआ राजमा मिला लीजिए। हरा धनिया पत्ती से राजमा रायता को गार्निश करें।
अब खाने के साथ स्वादिष्ट राजमा रायता सर्व करें।
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दांतों के पीलेपन को दूरकर मोतियों सा चमकाय

दांतों पर अगर पीलापन हो तो यहां कुछ ऐसी होम रेमेडीज हैं, जिनके मदद से आप मोतियों जैसे चमचमाते दांत पा सकते हैं.
दांतों के पीलेपन के पीछे कई कारण हो सकते हैं. जिससे दांत पीले पड़ सकते हैं. इसके अलावा जेनेटिक, धूम्रपान, दवाओं का असर और उम्र की वजह से भी दांत पीले पड़ जाते हैं.
एक शोध के मुताबिक केले के छिलके, संतरे के छिलके और नींबू के छिलके से दांतों को चमकाया जा सकता है. इनमें भरपूर मात्रा में सिट्रिक एसिड होता है. जो दांतो को साफ करने में मदद करता है. इसके अलावा एंटीबैक्टीरियल तत्व भी होते हैं. जो दांत की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं. इन छिलकों को लेकर दांतो को अच्छे से स्क्रब करें, और 2 मिनट के बाद में पानी से मुंह धो लें. एक हफ्ते तक ऐसा लगातार करें।
एप्पल साइडर विनेगर में ब्लीचिंग प्रॉपर्टीज होते हैं, जो दांतों को साइन करने में मदद करते हैं. दो चम्मच विनेगर को एक कप पानी में मिलाएं, और इससे माउथवॉश की तरह इस्तेमाल करें। ब्रश करने के पहले, उसके बाद सादे पानी से मुंह धो लें. 
ऑयल पुलिंग दांतों की सेहत के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है, इसके अलावा यह ओरल हेल्थ के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है. इस प्रक्रिया से दांतों पर प्लाक नहीं जमता. रोज सुबह एक चम्मच वर्जिन कोकोनट यानी नारियल का तेल लेकर ऑयल पुलिंग करें. इसके लिए मुंह तेल लें और उसे मुंह के चारों ओर दस मिनट तक घुमाएं. ध्यान रहे कि यह तेल अंदर नहीं जाना चाहिए. 10 मिनट बाद कुल्ला कर दें और फिर एक गिलास पानी पियें उसके बाद ब्रश करें।
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डाइट और लाइफस्टाइल से ठीक करे फैटी लिवर

लिवर शरीर का ऐसा अंग है, जो दिक्कत होने के बाद पूरी तरह बहुत तेज़ी से स्वस्थ भी हो सकता है। फैटी लीवर में इन्फ्लेमेशन बढ़ने से दिक्कतें बढ़ सकती हैं। साल में कम से कम 2 बार ब्लड टेस्ट जरूर कराएं ताकि स्वास्थ्य के बारे में पूरी जानकारी आपको मिल सके।
लिवर में 5 से 10 परसेंट फैट होता है लेकिन जब इससे ज्यादा फैट लीवर में इक_ा हो जाता है. तो इसे फैटी लीवर कहते हैं। फैटी लीवर दो तरह का होता है एक होता है एल्कोहलिक दूसरा होता है. नॉनएल्कोहलिक एल्कोहलिक फैटी लिवर आगे चलकर लिवर सिरोसिस का भी कारण बन सकता है. इसलिए जरूरी है कि दोनों ही सूरत में शराब से दूर रहें। खाने में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं ताकि शरीर से फैट कम हो और फैटी लीवर की समस्या से जल्दी निजात मिले. प्रोटीन से मेटाबोलिज्म बढ़ेगा और शरीर से चर्बी कम होगी. इसलिए खाने में लीन प्रोटीन, अंडे और मछली शामिल करें। खाने में फाइबर की मात्रा भी बढ़ाए ताकि आपको वजन नियंत्रित करने में मदद मिले. इसके साथ ही फाइबर की सही मात्रा शरीर में जाने से ब्लड शुगर भी सही रहेगा। मीठे और स्टार्ची फूड से दूर रहें जैसे, मिठाई, नमकीन और बाज़ार से खरीदे प्रॉसेड्ड फूड के साथ ही हाई फैट और सैचुरेटेड फैट यानी बटर, घी, फुल फैट मिल्क से भी बचें।
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इन बैग्स से बनाए अपने ट्रिप को आसान

 ट्रैवल करते हुए हर कोई अपने ट्रिप को एंजॉय करना चाहता है. ट्रिप को यादगार बनाने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है. ट्रिप पर आपको बहुत से सामान की जरूरत होती है जिसको आप अपने ट्रैवल बैग में लेकर जाते हैं. लेकिन अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ लोगों के ट्रैवल बैग ट्रिप से पहले ही साथ छोड़ देते हैं या फिर वो आपके ट्रिप के हिसाब से सूट नहीं करते हैं. तो चलिए जानते हैं हर ट्रिप के हिसाब से कैसे चुनें ट्रैवल बैग.


1. वील्ड बैग
वैसे तो आजकल ज्यादातर लोग वील बैग का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो आज भी ट्रिप के दौरान सूटकेस ले जाना पसंद करते हैं. सूटकेस ले जाने में वैसे तो कोई खराबी नहीं है लेकिन ज्यादा सामान के साथ इन्हें कैरी करना काफी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आप वील्ड बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं जो आपके ट्रिप को बहुत आसान बना देते हैं. वहीं ये बैग्स कम कीमत में बाजार में मिल जाते हैं.

2. डफल बैग्स
अगर आप सिर्फ 2 से 3 दिन के लिए बाहर जा रहे हैं तो डफल बैग एक अच्छा ऑप्शन है. इन बैग्स में आपकी जरूरत का सारा सामान आ जाता है. वहीं इस तरह के बैग्स को कैरी करना भी बहुत आसान होता है. हालांकि, इनमें पहिए नहीं होते लेकिन आप आसानी से इन बैग्स को इस्तेमाल कर सकते हैं.

3. ट्रैकिंग बैग्स
एडवेंचर ट्रिप के लिए जा रहे हैं, तो ट्रैकिंग बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं. इन बैग्स को आप आसानी से अपने कंधों पर टांग सकते हैं. ये बैग्स तीन से चार दिन की ट्रिप के लिए बड़ी ही आसानी से इस्तेमाल किये जा सकते हैं. अगर आप अकेले ट्रैवल कर रहे हैं तो आपके तीन- चार दिन का आसाम इन बैग्स में आसानी से आ सकता है.

4. ऑर्गेनाइजर्स बैग्स
घर पर जिस तरह से सामान ऑर्गनाइज रहता है अगर उसी तरह से बैग में ऑर्गनाइज रखना चाहते हैं तो फिर ऑर्गेनाइजर्स बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे जब आप ट्रैवल कर रहे होते हैं तो आपको कोई भी चीज ढूंढने की जरूरत नहीं होती. इस बैग का इस्तेमाल ऑफिशियल ट्रिप पर किया जा सकता है.
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हनीमून सेलिब्रेशन के लिए इन रोमांटिक शहरों की जरूर करें सैर

झूठा-सच @ रायपुर:- अक्टूबर महीने से विंटर सीजन की शुरुआत हो जाती है। यह महीना घूमने के लिए आदर्श होता है। इस महीने में न ज्यादा ठंडी और न ही ज्यादा गर्मी रहती है। अक्टूबर का महीना वंसत ऋतू के महीने की तरह होता है। इसके लिए लोग अक्टूबर के महीने में हॉलिडे पर जाना ज्यादा पसंद करते हैं। खासकर कपल्स के लिए यह महीना सबसे उपयुक्त होता है। बरसात के बाद चारों तरफ हरियाली रहती है। रंग-बिरंगे फूलों के खिलने और पक्षियों के चहकने से वातावरण का माहौल बेहद रोमांटिक रहता है। कई कपल्स हनीमून सेलिब्रेशन के लिए अक्टूबर के महीना का चयन करते हैं। अगर आप भी अक्टूबर के महीने में हनीमून सेलिब्रेट करना चाहते हैं, तो इन रोमांटिक शहरों की जरूर सैर करें। 


श्रीनगर
श्रीनगर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है। इस शहर में प्राचीन झीलें, रोमांटिक वादियां, बर्फ से ढके पहाड़ और प्राकृतिक खूबसूरती देखने लायक है। साथ ही लव लाइफ में रोमांस का तड़का डालने के लिए शिकारा की सैर कर सकते हैं। जम्मू कश्मीर और केरल में शिकारा देखने को मिलती है। लकड़ी से बने नाव को शिकारा कहा जाता है। आप अक्टूबर महीने में हनीमून सेलिब्रेशन के लिए श्रीनगर जा सकते हैं।

मसूरी
लव बर्ड्स के लिए शिमला और मसूरी परफेक्ट डेस्टिनेशन हैं। साथ ही हनीमून मनाने वाले लोगों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। काफी संख्या में पर्यटक हर साल मसूरी आते हैं। मसूरी को पर्वतों की रानी कहकर भी पुकारा जाता है। यह शहर देवों की भूमि उत्तराखंड में स्थित है। अनुमानतः देहरादून से उत्तराखंड की दूरी 35 किलोमीटर है। अगर आप हनीमून ट्रिप के लिए मसूरी जाना चाहते हैं, तो गन हिल जरूर जाएं। यह मसूरी के खूबसूरत जगहों में से एक है। इस हिल से आप हिमालय की खूबसूरत वादियों का नजारा दे सकते हैं। खासकर अक्टूबर के महीने में मौसम बेहद सुहाना रहता है। आप अपने पार्टनर के साथ बेहतरीन पल बिता सकते हैं।

जोधपुर
अगर आप अपने हनीमून को यादगार बनाना चाहते हैं, तो जोधपुर की सैर कर सकते हैं। इस शहर की गिनती खूबसूरत और रोमांटिक शहरों में की जाती है। जोधपुर रॉयल लाइफ के लिए जाना जाता है। शहर में कई इमारतें और किले हैं, जो अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। साथ ही पिकनिक और सेल्फी स्पॉट हैं। जहां आप अपने पार्टनर के साथ न केवल खूबसूरत पल बिता सकते हैं, बल्कि यादगार फोटो और वीडियोग्राफी कर ट्रिप को यादगार बना सकते हैं।

 

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इन नेचुरल चीजों से बनाएं फाउंडेशन

झूठा सच @ रायपुर :-  आपकी कितना भी स्किन का ध्यान रख लें लेकिन कभी न कभी आपके चेहरे पर पिम्पल्स के निशान हो ही जाते हैं।आपकी कितना भी स्किन का ध्यान रख लें लेकिन कभी न कभी आपके चेहरे पर पिम्पल्स के निशान हो ही जाते हैं। ऐसे में अगर आपको कहीं अर्जेंट काम या पार्टी में जाना है, तो आपको मेकअप का सहारा लेना पड़ता है। मेकअप में भी स्किन के दाग-धब्बे छुपाने के लिए फाउंडेशन बेहद कारगर है। फाउंडेशन लगाते हुए अक्सर यह ख्याल आता है कि आपकी स्किन टोन पर कौन-सा फाउंडेशन सूट करेगा। वहीं, मार्केट के कई फाउंडेशन में केमिकल्स भी बहुत ज्यादा होते हैं। ऐसे में इस बात की गारंटी नहीं ली जा सकती कि कौन-सा फाउंडेशन नेचुरल होगा। आज हम आपके लिए फाउंडेशन बनाने का तरीका लेकर आए है। फाउंडेशन वनाने के इस तरीके में सारी चीजें नेचुरल है इसलिए आपको मेकअप टच मिलने के अलावा इसे लगाने से आपकी स्किन भी रिपेयर होगी


ऐसे बनाएं नेचुरल फाउंडेशन

  • सबसे पहले एक कंटेनर में 3 चम्मच मॉइस्चराइजर लें। मॉइस्चराइजर लगाने से त्वचा में नमी बरकरार रहती है और त्वचा ड्राई नहीं होती। अब इसमें 1/2 चम्मच मक्के का आटा मिलाएं। अब फाउंडेशन को शेड देने के लिए 1/2 चम्मच जायफल पाउडर मिलाएं।
  •  पिंपल्स से छुटकारा पाने के लिए जायफल सबसे कारगर घरेलू उपाय है। अब 1/2 चम्मच कोको पाउडर डालें। कोको पाउडर को अपनी स्किन टोन के हिसाब से मिक्स करें।
  • जैसे, अगर आपकी स्किन लाइट है तो कम कोको पाउडर मिलाएं। अब इसमें एक चुटकी हल्दी मिलाएं। अब सभी चीजों को अच्छी तरह मिक्स करें। अब आप एसेंशियल ऑयल की 2 बूंदें एड करें। एक गाढ़ा पेस्ट तैयार होने तक इसे मिक्स करते रहें। घर का बना फाउंडेशन तैयार है।
  • आप अपनी स्किन टोन के हिसाब से जायफल पाउडर और कोको पाउडर की मात्रा बढ़ाकर या घटाकर फाउंडेशन के कलर टोन को लाइट या डार्क कर सकते हैं।
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बेसन के बिना पकौड़े बनाने के लिए अपनाएं ये तरीके

 झूठा सच @ रायपुर :- क्रिस्पी पकौड़ों की फरमाइश चाय के साथ परोसे गए गर्मा-गर्म पकौड़े स्वाद ही नहीं मौसम का मजा भी डबल कर देते हैं। लेकिन घर की महिलाओं के लिए समस्या तब खड़ी हो जाती है जब किचन में पकौड़े बनाते समय अचानक पता चलता है कि बेसन खत्म हो गया है। अगर आपके साथ भी ऐसा कई बार हुआ है तो अब टेंशन छोड़ बेसन के बिना पकौड़े बनाने के लिए अपनाएं ये तरीके।

प्याज, आलू, मिर्च, गोभी, कटहल, बैंगन आदि सब्जियों के पकौड़े खाने में बेहद स्वादिष्ट लगते हैं, पर क्या आपने कभी इन्हें बिना बेसन के भी बनाकर खाने की कोशिश करके देखा है। जी हां ये पकौड़े खाने में बेहद क्रिस्पी और स्वाद में लाजवाब होते हैं।

पकौड़े बनाने के लिए बेसन की जगह करें इन चीजों का इस्तेमाल-

गेहूं का आटा- बेसन की जगह अगर आप गेहूं के आटे के पकौड़े बनाने जा रहे हैं तो उसके साथ 2 चम्मच चावल का आटा और 2 चम्मच सूजी भी मिलाएं।

सूजी-  पकौड़ों के लिए अगर आप सूजी का इस्तेमाल कर रहे हैं तो 4-5 बड़े चम्मच सूजी के साथ 2 चम्मच चावल का आटा मिलाएं।

चावल का आटा- अगर आप पकौड़े बनाने में सिर्फ चावल के आटे का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको 1.5 कप तक लग सकता है, लेकिन ये तेल ज्यादा एब्जॉर्ब करता है।

मूंग की दाल- मूंग की दाल के पकौड़ों को आप कुछ फिलिंग्स के साथ भी बना सकते हैं। यह पकौड़े भी खाने में बेहद स्वादिष्ट होते हैं।

सिंघाड़ा आटा- अगर आप चाहें तो बेसन की जगह सिंघाड़ा का आटा भी इस्तेमाल कर सकते हैं उसके लिए आपको 1 कप सिंघाड़ा का आटा इस्तेमाल करना होगा। इस घोल को ज्यादा गीला ना करें।
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काजू खाने के फायदे जानिए

काजू जीआक्संथीन नामक एंटीऑक्सीडेंट का पावर हाउस है. ऐसे में ये हमारे रेटिना पर मौजूद सुरक्षातमक परत को बनाता है और हमारी आंखों को हानिकारक यूवी किरणों से बचाता है. काजू एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो आपकी स्किन के विकास को बढ़ावा देता है. ये आपकी स्किन को तेजी से रीजनरेट करता है और इलास्टीसिटी को बनाए रखने में मदद करता है. 

सीमित मात्रा में रोजाना काजू खाने से फ्री रेडीकल्स से लड़ने में मदद मिल सकती है. हेल्दी, सोफ्ट और झुर्रियों से मुक्त त्वचा की चाहत हर कोई रखता है, ऐसे में जिंक, मैग्नीशियम, सोलेनियम, आयरन और फोस्फोरस के साथ प्रोटीन और विटामिन सी से भरपूर काजू, त्वचा की रंगत में सुधार का काम करता है.

लंबे, चमकदार बालों की चाहत रखती है तो काजू का सेवन करें. काजू में कॉपर होता है, जो बालों के विकास को बढ़ावा देता है और बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकता है.

इसमें पोटैशियम और अन्य पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है, जो आपके स्कैल्प से झड़ते बालों को रोकता है और बालों के विकास को बढ़ावा देता है. काजू में फैट होता है, लेकिन ये ज्यादातर असंतृप्त होते हैं, कम मात्रा में खाए जाने पर स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं.

जिन लोगों को नट्स खाने से एलर्जी है, उन्हें काजू खाने से बचना चाहिए क्योंकि काजू में एलर्जेंस होते हैं, जिसकी वजह से रिएक्शन हो सकता है. काजू के सेहत के लिए कई फायदे हैं लेकिन अगर आप इसकी सही मात्रा का सेवन करें. अगर आप नट्स से एलर्जिक हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें |
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डायबिटीज पीड़ितों के लिए फायदेमंद है तेज पत्ते की चाय

खाने में हल्का सा मिठा स्वाद देने के साथ ही तेज पत्ता सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। खाने की रिच ग्रेवी जब भी बनानी होती है, तो सबसे पहले तेज पत्ता ही डाला जाता है। कई घरों में इसका इस्तेमाल रोजाना किया जाता है। आज आपको बताने वाले हैं तेज पत्ते को डाइट में शामिल करने के तरीके के बारे में। जिससे आप कई स्वास्थ्य लाभ का फायदा उठा सकते हैं। आइए, जानते हैं तेज पत्ता की चाय की विधी और फायदे।


तेज पत्ता की चाय बनाने के लिए

2-3 कप पानी
4-5 तेज पत्ते

विधि

तेज पत्ते के 3-4 टुकड़े करें और उन्हें छोटे छोटे टुकड़ों में काट लें। अगर आपके पास ताजी तेजपत्ता नहीं है, तो आप सूखे तेज पत्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं। क बर्तन में पानी डालकर उबाल लें। इसमें तेज पत्ते डालें। इसे रात भर के लिए छोड़ दें। पानी को छान कर सुबह पीएं।

तेज पत्ता की चाय पीने के फायदे

1) स्वास्थ्य दिल

दिल के वॉल्स को स्वस्थ्य करने में मदद करता है, क्योंकि इसमें रुटिन और कैफिक एसिड होता है। इसके साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है, जो दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकता है।

2) दर्द

इन पत्तियों में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जो मोच, जोड़ों के दर्द और गठिया सहित किसी भी तरह के दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

3) कैंसर

कुछ अध्य्यनों के मुताबित इस पत्ते में कुछ ऐसे गुण होते हैं। जो कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें फाइटोन्यूट्रिएंट्स और कैटेचिन हैट शरीर से कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने में मदद सकता है।

4) गला

इसकी चाय सर्दी खांसी से राहत देने में मदद करती है। सांस की समस्या के लिए तेज पत्ता फायदेमंद है।

5) एनजाइटी और स्ट्रेस

काम पर बिजी दिन के बाद एक कप तेजपत्ता की चाय पीने की कोशिश करें। यह चाय आपके सभी चिंता और आपको आराम करने में मदद करेगा।

6) डायबिटीज

इस चाय के नियमित सेवन से टाइप-2 शुगर से लड़ने में मदद मिलती है। क्योंकि यह इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा देता है। ऐसे में ये शरीर के ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है।
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कोकोनट बर्फी बनाने की विधि जानिए

 कोकोनट बर्फी या लड्‍डू 

सामग्री : - 250 खोपरा बूरा, 100 ग्राम मावा, 200 ग्राम शकर, एक चम्मच घी, 1 चम्मच इलायची पावडर, चांदी का वर्क, 2-3 केसर के लच्छे, मीठा पीला रंग चुटकी भर (कटोरी में पाव चम्मच दूध में घोल लें)। लड्‍डू बनाना हो तो अलग से 200 ग्राम शकर का बूरा ले लें।

विधि : - सबसे पहले मावे को किसनी से कद्दूकस कर लें। फिर कड़ाही में धीमी आंच पर गुलाबी होने तक सेंक लें। मावा ठंडा होने पर खोपरा बूरा मिला दें। बर्फी बनाना शुरू करने से पहले डेढ़ तार की चाशनी तैयार करें। इस चाशनी में खोपरा बूरा-मावा, मीठा पीला रंग व इलायची पावडर मिला दें तथा मिश्रण को अच्छीतरह मिक्स कर लें। अब इसमें घी मिलाएं तथा पुन: हिलाएं। अगर आप बर्फी बनाना चाहते हैं तो एक थाली में थोड़ा-सा घी लगाकर उसमें तैयार मिश्रण फैला दें। ठंडा होने पर चौकोर आकार में काट लें। ऊपर से चांदी का वर्क लगाएं एवं केसर बुरका दें। तैयार कोकोनट बर्फी का लुत्फ उठाएं।
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जानिए नारियल तेल लगाने के फायदे

नारियल तेल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। नारियल तेल में विटामिन E, विटामिन K और कई मिनरल्स जैसे आयरन काफी मात्रा में पाए जाते है। नारियल तेल रक्तचाप, मधुमेह और विभिन्न हृदय रोगों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अगर आप भी खाना बनाते समय में रिफाइंड तेल का इस्तेमाल करते है तो अपनी इस आदत को आज ही छोड़ दे। खाने में नारियल तेल का इस्तेमाल करें। आज हम आपको बताएंगे नारियल तेल के फायदे।


हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करे: नारियल तेल में लॉरिक एसिड की काफी मात्रा होती है। इसके सेवन से हाई कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है जिससे आपका ब्लड प्रैशर सामान्य रहता है। वजन कम करे: नारियल तेल नैचुरल तरीके से वजन कम करने में काफी मददगार है। यह तेल शरीर की चयापचय दर को बढ़ाता है और खाना डाइजेस्ट करने में आसान हो जाता है। स्किन के लिए लाभदायक: नारियल तेल स्किन के लिए बहुत लाभदायक होता है। नारियल तेल को स्किन मॉइस्चराइजर भी कहा जाता है। नारियल तेल झुर्रियों और त्वचा में आने वाले ढीलेपन को रोकने का काम करता है
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