दुनिया-जगत

गाजा में इजरायल की लड़ाई रमजान के दौरान भी जारी रह सकती है : मंत्री

यरूशलम। इजरायल के युद्धकालीन कैबिनेट मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने चेतावनी दी है कि अगर इजरायली बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो उपवास के इस्लामी पवित्र महीने रमजान के दौरान गाजा पट्टी में लड़ाई जारी रहेगी।
उन्होंने एक वीडियो बयान में कहा, "या तो बंधकों को वापस कर दिया जाएगा, या हम लड़ाई को राफा तक बढ़ा देंगे।"
रमज़ान 2024 11 मार्च या उसके आसपास शुरू होने की उम्मीद है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने गैंट्ज़ के हवाले से बताया कि इजराइल मिस्र और अन्य देशों के साथ संपर्क में रहेगा और गाजा के सबसे दक्षिणी शहर में जमीनी अभियान शुरू करने से पहले राफा में निवासियों को निकालेगा।
उन्होंने कहा, "जब तक बंधकों की वापसी नहीं हो जाती और इज़रायली लक्ष्य हासिल नहीं हो जाते, तब तक एक दिन का भी युद्धविराम नहीं होगा।"
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कोर्ट ने डोनाल्ड ट्रंप पर लगाया 355 मिलियन डॉलर का जुर्माना

न्यूयॉर्क। न्यूयॉर्क के एक न्यायाधीश ने नागरिक धोखाधड़ी मामले में डोनाल्ड ट्रंप को लगभग 355 मिलियन डॉलर का जुर्माना भरने का आदेश दिया है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, न्यायमूर्ति आर्थर एंगोरोन का यह फैसला शुक्रवार को न्यूयॉर्क में एक नागरिक मुकदमे के बाद आया, जो काफी नाटकीय था। ट्रंप और उनके वकील कोर्ट रूम के अंदर और बाहर जज के साथ बार-बार भिड़ते रहे।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर अगले तीन साल के लिए न्यूयॉर्क में कारोबार करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह फैसला अनुकूल ऋणों को सुरक्षित करने के लिए ट्रम्प ऑर्गनाइजेशन द्वारा उपयोग की जाने वाली धोखाधड़ी वाली व्यावसायिक प्रथाओं के चलते आया है। ब्रिटिश समाचार प्रसारक ने बताया कि ट्रम्प और उनके दो बेटों - डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर और एरिक ट्रम्प ने बेहतर ऋण प्राप्त करने के लिए अपनी संपत्तियों के मूल्य में बड़े पैमाने पर करोड़ों डॉलर की बढ़ोतरी की।
ट्रंप जूनियर और एरिक ट्रंप पर 4-4 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया गया है। उन पर अगले दो साल के लिए न्यूयॉर्क में कारोबार करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। ट्रम्प की टीम ने कहा कि वे फैसले के खिलाफ अपील करेंगे।
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PTI ने पूर्व तानाशाह अयूब खान के पोते को बनाया PM उम्मीदवार

  • जेल में इमरान के साथ हुई बैठक में फैसला
इस्लामाबाद। जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने गुरुवार को उमर अयूब खान को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया। पीटीआई चेयरमैन बैरिस्टर गौहर खान ने गुरुवार को कहा कि इमरान खान ने उमर अयूब को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया है, जबकि मियां असलम इकबाल को पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए चुना गया है।
54 वर्षीय उमर अयूब पीटीआई के महासचिव हैं और पूर्व सैन्य तानाशाह अयूब खान के पोते हैं। उमर ने साल 2013 में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के हरिपुर से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2018 के आम चुनाव से पहले वह पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) में शामिल हो गए थे।
इससे पहले दिन में गौहर खान और अन्य पीटीआई नेताओं ने अदियाला जेल में बंद इमरान खान से मुलाकात की और देश के वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा की। बाद में अदियाला जेल के बाहर मीडिया से बात करते हुए बैरिस्टर गौहर खान ने पीटीआई के राष्ट्रीय महासचिव उमर अयूब खान को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की जानकारी दी। उमर खान नौ मई की हिंसा के मामले में 20 से अधिक आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं। 
गौहर खान ने कहा कि मियां असलम इकबाल को पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए नामित किया गया है। साथ ही बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री के रूप में सालार खान काकर के नाम पर विचार-विमर्श चल रहा है। उन्होंने कहा कि पीटीआई नेता असद कैसर के भाई अकीबुल्लाह खान को खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए चुना गया है।
पीटीआई की तरफ से पीएम उम्मीदवार नामित किए जाने के बाद उमर अयूब ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता इमरान खान और पार्टी के अन्य नेताओं को जेल से बाहर निकालना होगी। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर कहा, मैं प्रधानमंत्री पद के लिए नामित करने के लिए इमरान खान साहब का आभारी हूं। मैं पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, पीटीआई सदस्यों और पाकिस्तान के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा। उन्होंने आगे कहा कि एक पार्टी के रूप में हमारी पहली प्राथमिकता होगी कि हम इमरान खान, शाह महमूद कुरैशी, चौधरी परवेज इलाही और अपने सभी राजनीतिक कैदियों को तुरंत जेल से रिहा कराएं।
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ऑस्ट्रेलिया में आई बाढ़ की चपेट में आकर भारतीय नागरिक ने गंवाई जान

  • उच्चायोग ने जताया दुख
कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में मौसम काफी खराब है। यहां बाढ़ के हालात बने हुए हैं। इस बीच, माउंट ईसा के पास आई बाढ़ में एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई। कैनबरा में भारतीय उच्चायोग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
भारतीय उच्चायोग ने पीड़ित के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। साथ ही विश्वास दिलाया कि वह किसी भी सहायता के लिए उनके संपर्क में है। उसने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, 'ऑस्ट्रेलिया से दिल तोड़ने वाली खबर है। यहां एक भारतीय शख्स की मौत हो गई है। मृतकों के परिवार के प्रति गहरी संवेदना। उच्चायोग की टीम सभी आवश्यक सहायता के लिए संपर्क में है।' हालांकि, उच्चायोग के अधिकारियों ने मरने वाले की पहचान उजागर नहीं की है। इस बीच, बारिश और आंधी के गंभीर अलर्ट के बीच क्वींसलैंड में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
क्वींसलैंड की पुलिस ने बताया, 'सनशाइन कोस्ट काउंसिल क्षेत्र के लोगों के लिए गंभीर आंधी-तूफान की चेतावनी है। बीओएम ने चेतावनी जारी की है कि मारूच्यडोर और यहां के आसपास के क्षेत्र में भारी बारिश होने की संभावना वाले तेज आंधी तूफान का पता चला है, जिससे अचानक बाढ़ आ सकती है।'
एक अन्य घटना में, पुलिस ने बताया कि माउंट ईसा के पास बाढ़ के पानी में डूबी हुई कार में एक महिला मृत पाई गई। मामले की जांच की जा रही है और लोगों से आग्रह किया है कि जांच में सहायता करने के लिए आगे आएं।
घर जलमग्न, बिजली गुल, पीने का पानी नहीं-
क्वींसलैंड में स्थिति गंभीर बनी हुई है, बचाव की कोशिशें जारी हैं। सैकड़ों लोगों को बचाया गया है। हालांकि, कई घर जलमग्न हो गए हैं। बिजली, सड़क और सुरक्षित पेयजल जैसी आवश्यक सेवाएं प्रभावित हुई हैं।मौसम की घटना की शुरुआत के बाद से केर्न्स शहर में दो मीटर से अधिक वर्षा हुई है। क्वींसलैंड के प्रीमियर स्टीवन माइल्स ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा था, 'यह प्राकृतिक आपदा मुझे याद है सबसे बुरी आपदा है।'
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गुप्त रूप से धन भुगतान मामले में ट्रम्प पर 25 मार्च से चलेगा मुकदमा

अमेरिका। राज्य के एक न्यायाधीश ने रिपब्लिकन पार्टी प्राइमरी के बीच में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कथित गुप्त धन भुगतान पर आपराधिक मुकदमा 25 मार्च से शुरू करने का आदेश दिया है। न्यूयॉर्क राज्य सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति जुआन मर्चन ने गुरुवार को आरोपों को खारिज करने व मुकदमा बाद में शुरू करने के ट्रंप के अनुरोध को खारिज कर दिया। ट्रम्प पर 34 आरोप हैं। इसमें यह भी शामिल है कि उन्होंने पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स पर उनके साथ संबंध होने का आरोप लगाने के बाद उन्हें चुप कराने के लिए उनको किए गए भुगतान को छुपाने के लिए व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी की।
मुकदमा न्यूयॉर्क और चार अन्य राज्यों में प्राथमिक चुनावों से एक सप्ताह पहले शुरू होने वाला है। इसके बाद 17 और राज्यों में चुनाव होंगेे। ट्रम्प के वकील ने दावा किया कि यह "चुनावी हस्तक्षेप" के बराबर है।
अदालत कक्ष के बाहर ट्रंप ने कहा, "वे मुझे अन्य मामलों में व्यस्त रखना चाहते हैं इसलिए मैं अधिक मेहनत से प्रचार नहीं कर सकता।" गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में नौ महीने से भी कम समय बचा है। ट्रम्प स्थानीय और संघीय मामलों के जाल में फंस गए हैं। इसमें 2020 के चुनाव परिणाम को उखाड़ फेंकने के प्रयास, चुनाव में हस्तक्षेप, मानहानि, धोखाधड़ी और आधिकारिक रहस्य कानूनों के उल्लंघन सहित लगभग 90 आरोप शामिल हैं।
इस बीच, उन्हें जुलाई के मध्य में पार्टी के सम्मेलन से पहले, राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार के चुनाव के लिए प्राइमरीज़ और कॉकस, इंट्रापार्टी चुनावों का सामना करना होगा, जो नामांकन को औपचारिक रूप देगा। गुरुवार को जॉर्जिया राज्य के अटलांटा में, इस आरोप को लेकर अदालत में हंगामा मच गया कि ट्रम्प के खिलाफ चुनाव में हस्तक्षेप का आरोप लगाने वाले स्थानीय अभियोजक उन वकीलों में से एक के साथ रोमांटिक रिश्ते में शामिल है, जिसे उसने मामले की पैरवी के लिए नियुक्त किया है।
यदि यह स्थापित हो जाता है कि अभियोजक फानी विलिस, वकील नाथन वेड के साथ शामिल है, जिसने उसे काम पर रखने से पहले मामले के लिए लगभग 6 लाख 50 हजार डॉलर का भुगतान प्राप्त किया था, तो यह हितों का टकराव हो सकता है और उसे मामले से बाहर करने का आदेश दिया जा सकता है। यदि ऐसा होता है, तो किसी अन्य अभियोजक को मामला उठाना होगा, इससे मुकदमे में देरी होगी। चुनाव हस्तक्षेप मामले में ट्रम्प के सह-प्रतिवादियों में से एक के वकील द्वारा विलिस के खिलाफ आरोप लगाए गए थे, इसमें उन पर और अन्य पर देश के चुनाव परिणाम को पलटने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया था।
विलिस और वेड दोनों ने अपने संबंध से इनकार नहीं किया है, लेकिन कहा है कि यह वेड को विशेष अभियोजक के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद शुरू हुआ है। इसलिए यह रिश्ते से प्रेरित नहीं है। वाशिंगटन मामले में ट्रम्प पर राष्ट्रपित चुनाव परिणाम को पलटने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए, सुनवाई कर रहे संघीय न्यायाधीश तान्या चुटकन ने सुनवाई की तारीख 4 मार्च तय की, लेकिन यह ट्रम्प द्वारा सुप्रीम कोर्ट में चुनौती पर निर्भर है। उस मामले में ट्रम्प पर 6 जनवरी, 2021 के दंगों को भड़काने का आरोप लगाया गया है, जिस दौरान उनके समर्थकों ने कांग्रेस को राष्ट्रपति जो बाइडेन के चुनाव को मंजूरी देने से रोकने के लिए कैपिटल पर कब्जा कर लिया था।
आधिकारिक गोपनीयता मामले में ट्रंप पर 20 मई की सुनवाई की तारीख है, जहां उन पर कार्यालय छोड़ने के बाद अवैध रूप से वर्गीकृत दस्तावेजों को अपने साथ ले जाने और उन्हें अपने पास रखने का आरोप है। पिछले हफ्ते, न्यूयॉर्क में एक संघीय न्यायाधीश ने मानहानि के मामले में गलत मुकदमा चलाने की घोषणा करने के ट्रम्प के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट कोलोराडो अदालतों के एक फैसले के खिलाफ एक अपील पर भी सुनवाई कर रहा है कि ट्रम्प राज्य में मतदान में शामिल नहीं हो सकते, क्योंकि वह 6 जनवरी, 2021 को कैपिटल पर हमलेे के दौरान अपने समर्थकों के साथ शामिल थे, यह एक विद्रोह के समान था। अमेरिकी संविधान विद्रोह में भाग लेने वालों को पद पर बने रहने से रोकता है।
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जरदारी दूसरी बार बन सकते हैं पाकिस्तान के राष्ट्रपति

  • शहबाज शरीफ संभालेंगे प्रधानमंत्री की कुर्सी
इस्लामाबाद। इमरान खान की पार्टी पीटीआई द्वारा समर्थित उम्मीदवारों की संख्या सबसे ज्यादा है, लेकिन नेशनल असेंबली की सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद पीटीआई की सरकार नहीं बन पाएगी। 
पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएमएल-एन और पीपीपी में गठबंधन के बाद अगर स्थिति में बदलाव नहीं होता है तो देश में पीएमएल-एन पार्टी का प्रधानमंत्री और पीपीपी का राष्ट्रपति देखने को मिलेगा। मंगलवार रात को सभी को चौंकाते हुए नवाज शरीफ ने अपने भाई शहबाज शरीफ को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का एलान किया।
पीएमएल-एन के साथ गठबंधन को लेकर जरदारी कर रहे थे लगातार बैठकें-
आठ फरवरी को पाकिस्तान में हुए आम चुनाव में खंडित जनादेश मिला था और किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। ऐसे में पाकिस्तान में गठबंधन सरकार का बनना तय था। इमरान खान की पार्टी पीटीआई द्वारा समर्थित उम्मीदवारों की संख्या सबसे ज्यादा है, लेकिन नेशनल असेंबली की सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद पीटीआई की सरकार नहीं बन पाएगी। पीपीपी अध्यक्ष जरदारी (68 वर्षीय) साल 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रह चुके हैं। हालांकि पाकिस्तानी मीडिया में बीते दिनों ऐसी खबरें आ रहीं थी कि पीएमएलएन के साथ गठबंधन सरकार बनाने को लेकर पीपीपी में दो फाड़ है और खुद बिलावल भुट्टो जरदारी गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन असिफ अली जरदारी गठबंधन करने के पक्ष में थे और लगातार पीएमएल-एन नेतृत्व के साथ बैठकें कर रहे थे।
इसी महीने के अंत में पद छोड़ेंगे आरिफ अल्वी-
पाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी इस महीने के अंत तक अपना पद छोड़ने वाले हैं। पीएमएल-एन ने मंगलवार रात पार्टी प्रमुख और तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बजाय उनके भाई 72 वर्षीय शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया। 74 वर्षीय नवाज़ शरीफ रिकॉर्ड चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की कोशिश में थे और ब्रिटेन में स्व-निर्वासन समाप्त कर पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान लौटे थे।
पीएमएल-एन और पीपीपी ने मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू), आईपीपी (इस्तेकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी) और बलूचिस्तान आवामी पार्टी (बीएपी) के साथ मिलकर केंद्र में गठबंधन सरकार बनाने का फैसला किया है।
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पाकिस्तान : इमरान खान की पार्टी को झटका

  • पंजाब में समर्थक तीन उम्मीदवारों ने थामा विपक्ष का दामन
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में आम चुनाव के साथ-साथ पंजाब में सरकार बनाने को लेकर सियासी रस्साकशी जारी है। दरअसल, इमरान के समर्थन से चुनाव लड़ने वाले कई निर्दलीय प्रत्याशियों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करते हुए चुनाव में जीत हासिल की है। हालांकि, बहुमत से दूर होने की वजह से इमरान समर्थक अभी भी जद्दोजहद कर रहे हैं। वहीं, बाकी विपक्षी दल इमरान को हराने के लिए साथ आने को तैयार हो गए हैं। इस बीच पंजाब में रातोंरात इमरान के तीन समर्थक उम्मीदवारों ने विपक्षी दल का दामन थामने का फैसला किया है। 
इसे इमरान के सियासी करियर के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है। दूसरी तरफ जोड़तोड़ की राजनीति का नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज को फायदा मिला है। पीएमएल-एन पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में निर्वाचित आठ और निर्दलीय सदस्यों और नेशनल असेंबली में निर्वाचित एक सदस्य को अपने पाले में लाने में कामयाब रही है। इससे नेशनल असेंबली (संसद का निचला सदन) में उसकी सीटों की संख्या 80 और पंजाब असेंबली में सदस्यों की संख्या 150 से अधिक हो गई है।
पंजाब में पीएमएल-एन ने नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज को मुख्यमंत्री पद के लिए नामित किया है। पंजाब विधानसभा में पीटीआई समर्थित तीन सदस्यों ने अलीम खान की इस्तेकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी (आईपीपी) के साथ हाथ मिला लिया।
आईपीपी के प्रमुख संरक्षक जहांगीर खान तारीन के इस्तीफे के बाद अलीम ही पार्टी का कामकाज संभाल रहे हैं। यह पार्टी नौ मई को हुई हिंसा के बाद इमरान खान की पीटीआई से अलग होकर बनी थी। अलीम कथित तौर पर ताकतवर समूहों की मदद से पंजाब में अपनी संख्या बढ़ाने के लिए पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को अपनी तरफ खींचने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रांतीय विधानसभा में निर्वाचित पीटीआई समर्थित तीन सदस्यों - सरदार अवैस द्रशिक, जाहिद इस्माइल भट्टा और हाफिज ताहिर कैसरानी तथा एक अन्य निर्दलीय सदस्य गजनफार अब्बास चीना ने लाहौर में अलीम से मुलाकात की और आईपीपी में शामिल होने की घोषणा की।
अलीम ने दावा किया कि प्रांतीय विधानसभा में पीटीआई समर्थित 10-15 सदस्यों का एक अन्य समूह जल्द ही आईपीपी में शामिल होगा और वह उनके संपर्क में है। सिंध में पीटीआई समर्थित चौथा सदस्य एजाज स्वाति, बिलावल भुट्टो जरदारी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) में शामिल हो गया।
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PM नरेंद्र मोदी का हुआ औपचारिक स्वागत

  • शासक शेख तमीम के साथ बैठक में हुए शामिल
दोहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार देर रात कतर की राजधानी दोहा पहुंच गए। यहां उन्होंने अपने समकक्ष शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच भारत और कतर के संबंधों को बढ़ाने पर बात हुई। पीएम मोदी ने इस बैठक को शानदार करार दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके बाद कतर के शासक शेख तमीम बिन हमाद अल थानी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत-कतर के संबंधों के साथ वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहा में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहा में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात की।
पीएम मोदी ने कतर में भव्य स्वागत के लिए जताया आभार-
प्रधानमंत्री मोदी ने कतर की राजधानी में अपने आगमन पर असाधारण स्वागत के लिए भारतीय प्रवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया है। मोदी ने ‘एक्स’ पर कुछ तस्वीरों के साथ लिखा, “दोहा में असाधारण स्वागत! प्रवासी भारतीयों का आभारी हूं।” मोदी के यहां पहुंचने पर भारतीय समुदाय के सदस्यों ने उनका स्वागत किया, जिनमें मुस्लिम बोहरा समुदाय के सदस्य भी थे। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और कतर की आधिकारिक यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने मंगलवार को एक बयान में कहा था कि दोहा में 800,000 से अधिक भारतीय समुदाय की मजबूत उपस्थिति हमारे लोगों से लोगों के बीच मजबूत संबंधों का प्रमाण है।
प्रवासी भारतीयों ने किया पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत-
प्रधानमंत्री मोदी के दोहा पहुंचने के बाद होटल के बाहर प्रवासी भारतीयों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। हाथों ने भारतीय तिरंगा लेकर आए लोगों ने 'मोदी-मोदी' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। पीएम मोदी ने होटल के बाहर स्वागत के लिए जुटे लोगों से हाथ मिलाया। कुछ प्रवासी भारतीयों ने पीएम मोदी को किताबें भी भेंट कीं। इस दौरान लोगों ने पीएम मोदी से बातचीत की और उनके साथ तस्वीरें भी लीं। एक्स पर एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा, दोहा में असाधारण स्वागत के लिए प्रवासी भारतीयों का आभारी हूं।
द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने पर विस्तार से बात-
विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत-कतर साझेदारी को मजबूत बनाने पर दोनों देशों के बीच विस्तार से बात हुई। पीएम मोदी ने दोहा में कतर के प्रधानमंत्री सह विदेश मंत्री एचएच मुहम्मद बिन अब्दुल रहमान के साथ बैठक कर द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने पर विस्तार से बात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, भारत कतर के साथ ऐतिहासिक और गहरे संबंधों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है। कतर के शीर्ष नेतृत्व के साथ व्यापक बातचीत की योजना है।
निवेश, ऊर्जा और वित्तीय क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा-
बुधवार देर रात पीएम मोदी की द्विपक्षीय वार्ता के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश, ऊर्जा और वित्त जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। पीएम मोदी का मध्य एशियाई देश कतर (पश्चिम एशिया) जाना इसलिए भी अहम है क्योंकि हाल ही में कतर ने आठ पूर्व नौसैनिकों की सजा माफ की है। सात नागरिक भारत लौट आए हैं।
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PM नरेंद्र मोदी ने कतर में भारतीय प्रवासियों से की मुलाकात

दोहा। संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय तूफानी यात्रा के समापन के बाद दोहा पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर में भारतीय प्रवासियों से मुलाकात की और कहा कि वह समुदाय के "आभारी" हैं। वह बुधवार देर रात यहां पहुंचे जून 2016 के बाद, यह मोदी की उस देश की दूसरी यात्रा है, जहां लगभग 8,40,000 भारतीय रहते हैं। “दोहा में असाधारण स्वागत! प्रवासी भारतीयों के प्रति आभारी हूं,'' प्रधानमंत्री ने एक्स पर भारतीय समुदाय के सदस्यों द्वारा उनका स्वागत किए जाने की तस्वीरों के साथ पोस्ट किया।
उन्होंने पहले एक बयान में कहा था कि दोहा में मजबूत भारतीय समुदाय की उपस्थिति "हमारे लोगों के बीच मजबूत संबंधों का प्रमाण है"। उनके आगमन पर, विदेश राज्य मंत्री सोल्तान बिन साद अल-मुरैखी ने उनका स्वागत किया और अपने कतरी समकक्ष शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मिलने के लिए आगे बढ़े। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच दोस्ती को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की। “प्रधानमंत्री @MBA_AlThani के साथ एक अद्भुत बैठक हुई। हमारी चर्चा भारत-कतर मित्रता को बढ़ावा देने के तरीकों के इर्द-गिर्द घूमती रही,'' मोदी ने एक्स पर लिखा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीएम ने कतर के पीएम के साथ "एक सार्थक बैठक" की, जिसमें व्यापार और निवेश, ऊर्जा और वित्त जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।
गुरुवार को पीएम मोदी कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत करेंगे। भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय व्यापार वर्तमान में लगभग 20 बिलियन डॉलर का है, और कतर भारत में विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं में एक महत्वपूर्ण निवेशक भी है। यह यात्रा सामयिक है क्योंकि यह आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों की रिहाई के ठीक बाद हो रही है, जिन्हें पिछले साल कतर द्वारा जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी। वे दोहा स्थित कंपनी दहरा ग्लोबल के कर्मचारी थे और उन्हें अगस्त 2022 में हिरासत में लिया गया था। उनकी पहचान कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और नाविक राजेश के रूप में की गई। कतर की अपीलीय अदालत ने पिछले साल दिसंबर में उनकी मौत की सजा को तीन साल से 25 साल के बीच कारावास में बदल दिया था।
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पुतिन के युद्धविराम के सुझाव को अमेरिका ने किया खारिज

  • रूस ने जताई नाराजगी
मॉस्को। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सुझाव को अमेरिका ने खारिज कर दिया। पुतिन ने पिछले साल मध्यस्थों के जरिए सार्वजनिक और निजी तौर पर अमेरिका को संकेत भेजा था। उन्होंने बताया था कि रूस यूक्रेन में युद्धविराम के लिए तैयार है। 
पुतिन यूक्रेन-रूस के संघर्ष को रोकने का प्रयास तो कर रहे थे, लेकिन वह रूस द्वारा नियंत्रित यूक्रेनी जमीन को छोड़ने के लिए भी तैयार नहीं थे। वहीं अमेरिका ने मध्यस्थों के माध्यम से रूस को बताया कि वह यूक्रेन की उपस्थिति के बिना युद्धविराम पर चर्चा नहीं करेंगे। नाम न छापने की शर्त पर एक सूत्र ने बताया कि अमेरिका यूक्रेन पर दवाब नहीं बनाना चाहता है, जिस वजह से बातचीत की कोशिशें नाकाम हो गईं।
रूसी सूत्रों के अनुसार, बातचीत की कोशिशें नाकाम होने के बाद रूस ने अमेरिका पर नाराजगी जताई है। सूत्र ने बताया कि अमेरिका कभी यूक्रेन को बातचीत के लिए प्रेरित नहीं करेगा, क्योंकि वह (अमेरिका) युद्ध के वित्तपोषण में मदद कर रहा है।
पुतिन ने इसपर कहा, 'मुझे मालूम है कि वे कुछ नहीं करेंगे। उन्होंने संपर्क के सभी तारों को काट दिया, जिन्हें बनाने में दो महीने लगे थे।' वहीं एक अन्य सूत्र ने बताया कि अमेरिका को पुतिन की ईमानदारी पर यकीन नहीं हुआ। उन्होंने कहा, 'पुतिन युद्ध विराम के लिए तैयार थे, लेकिन अब पुतिन भी तब तक लड़ने के लिए तैयार हैं जब तक आवश्यक हो।' 
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन महीनों से यूक्रेन के लिए अधिक सहायता मंजूरी देने के लिए संसद पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन उन्हें रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प के सहयोगियों के विरोध का सामना करना पड़ा। 
बता दें कि रूस साल 2022 में हजारों की संख्या में सैनिकों को यूक्रेन भेजा था, जिससे पूर्वी यूक्रेन में यूक्रेनी बलों के साथ आठ वर्षों का संघर्ष फिर से शुरू हो गया। यूक्रेन का कहना है कि वह अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वह यूक्रेन की जमीन पर रूस का नियंत्रण कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
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लोगों की जिंदगी में सरकार का दखल कम से कम हो : PM नरेंद्र मोदी

  • वर्ल्ड गवर्नमेंट्स समिट में बोले प्रधानमंत्री
अबू धाबी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि मेरा मानना है कि आज विश्व को ऐसी सरकारों की जरूरत है जो सबको साथ लेकर चले। वह दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट्स समिट में बोल रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा- 'दुबई जिस तरह से वैश्विक अर्थव्यवस्था, वाणिज्य और प्रौद्योगिकी का वैश्विक केंद्र बन रहा है, वह बहुत बड़ी बात है।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हम 21वीं सदी में हैं। एक तरफ दुनिया आधुनिकता की तरफ बढ़ रही है तो पिछली सदी से चले आ रहीं चुनौतियां भी उतनी ही व्यापक हो रही हैं। खाने की सुरक्षा हो, स्वास्थ्य सुरक्षा हो, पानी की सुरक्षा हो, ऊर्जा की सुरक्षा हो चाहें शिक्षा हो। हर सरकार अपने नागरिकों के प्रति अनेक दायित्वों से बंधी हुई है। आज हर सरकार के सामने सवाल है कि वो किस अप्रोच के साथ आगे बढ़े। मेरा मानना है कि आज विश्व को ऐसी सरकारों की जरूरत है जो सबको साथ लेकर चले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- 'मैं मानता हूं कि सरकार का अभाव भी नहीं होना चाहिए और सरकार का दबाव भी नहीं होना चाहिए। बल्कि मैं तो ये मानता हूं कि लोगों की जिंदगी में सरकार का दखल कम से कम हो, ये सुनिश्चित करना भी सरकार का काम है। इन 23 वर्षों में सरकार में मेरा सबसे बड़ा सिद्धांत रहा है-'मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस'। मैंने हमेशा एक ऐसा वातावरण बनाने पर जोर दिया है जिसमें नागरिकों में उद्यम और ऊर्जा की भावना विकसित हो।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, 'सबका साथ-सबका विकास' के मंत्र पर चलते हुए हम सैचुरेशन की अप्रोच पर बल दे रहे हैं। सैचुरेशन की अप्रोच, यानी सरकार की योजनाओं के लाभ से कोई भी लाभार्थी छूटे नहीं, सरकार खुद उस तक पहुंचे। गवर्नेस के इस मॉडल में भेदभाव और भ्रष्टाचार दोनों की ही गुंजाइश समाप्त हो जाती है।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- 'हमने गवर्नेंस में जन-भावनाओं को प्राथमिकता दी है। हम देशवासियों की जरूरत के प्रति संवेदनशील हैं। हमने लोगों की जरूरतों और लोगों के सपनों को पूरा करने पर ध्यान दिया है। भारत आज सौर, हवा, जल के साथ-साथ बायोफ्यूल्स, ग्रीन हाइड्रोजन पर भी काम कर रहा है। हमारी संस्कृति हमें सिखाती है कि प्रकृति से जितना हासिल किया है, उसे लौटाने का प्रयास भी करना चाहिए। इसलिए भारत ने विश्व को एक नया मार्ग सुझाया है, जिस पर चलते हुए हम पर्यावरण की बहुत मदद कर सकते हैं। ये मार्ग है - मिशन लाइफ यानि वातावरण के लिए जीना।
उन्होंने कहा, 'हम ना केवल सरकारों के साथ उपस्थित चुनौतियों का समाधान करेंगे, बल्कि विश्व-बंधुत्व को भी मजबूती देंगे। एक विश्व-बंधु के रूप में भारत इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है। अपनी जी20 प्रेसिडेंसी के दौरान भी हमने इसी भावना को आगे बढ़ाया। हम वन अर्थ, वन फैमिली. वन फ्यूचर इसी भाव से चले।'
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'एक दशक में हम दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए। इसी अवधि में हमारी सौर ऊर्जा क्षमता 26 गुना बढ़ गई, हमारी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता भी दोगुनी हो गई और हमने इस संबंध में अपनी पेरिस प्रतिबद्धताओं को समय सीमा से पहले ही पार कर लिया।'
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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पीपीपी, पीएमएल-एन को छोड़कर सभी दलों से बातचीत के लिए तैयार : इमरान खान

इस्लामाबाद। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों से बात करने को तैयार है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पीएमएल-एन) और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम-पी)।
यह ऐसे समय में आया है जब पीपीपी और पीएमएल-एन पूर्ववर्ती पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) सहयोगियों की मदद से एक गठबंधन में प्रवेश करने जा रहे हैं, जिसका नेतृत्व पीएमएल-एन के नेतृत्व में होने की संभावना है। डॉन के अनुसार, खान रावलपिंडी के अदियाला जेल में पत्रकारों से बात कर रहे थे, जहां उन्होंने खुलासा किया कि पीटीआई के सूचना सचिव को बातचीत शुरू करने के लिए उनके द्वारा उल्लिखित राजनीतिक दलों को छोड़कर, अन्य राजनीतिक दलों से संपर्क करने के लिए कहा गया था।
जब उनसे पूछा गया कि क्या पीटीआई संघीय सरकार बनाएगी, तो उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की प्राथमिकता चुनाव के नतीजों को शीर्ष अदालत में चुनौती देना है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस तरह का धांधली वाला चुनाव पहले कभी नहीं देखा था और सभी राजनीतिक दलों से धांधली का आरोप लगाते हुए एक संयुक्त मोर्चा बनाने का आग्रह किया। इमरान खान ने कहा कि पारदर्शी चुनाव ही पाकिस्तान की समस्याओं का एकमात्र समाधान है, क्योंकि धांधली की राजनीति से और अधिक आर्थिक अनिश्चितता पैदा होगी।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने आगे दावा किया कि उन्हें पता था कि उनकी पार्टी चुनाव जीत गई है, जब चुनाव की रात परिणामों की घोषणा में देरी हुई और पीएमएल-एन के सर्वोच्च नेता नवाज शरीफ ने अपनी मीडिया वार्ता स्थगित कर दी। खान ने यह भी दावा किया कि पीएमएल-एन सुप्रीमो और उनकी बेटी मरियम नवाज शरीफ दोनों चुनाव हार गए, जबकि पीटीआई की उम्मीदवार आलिया हमजा ने जेल से चुनाव लड़ते हुए “100,000 से अधिक” वोट हासिल किए।
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PM मोदी ने मेडागास्कर के राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना के साथ द्विपक्षीय बैठक की

अबू धाबी (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अबू धाबी में मेडागास्कर के राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना के साथ द्विपक्षीय बैठक की।पीएम मोदी आज (बुधवार) अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की आधिकारिक यात्रा पर हैं। कल, पीएम मोदी ने अबू धाबी के शेख जायद स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया।
‘अहलान मोदी’ का मोटे तौर पर अनुवाद ‘हैलो मोदी’ होता है। आज बाद में, पीएम मोदी BAPS हिंदू मंदिर के उद्घाटन से पहले विश्व सरकार शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे। यूएई के उपराष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के निमंत्रण पर, पीएम मोदी दुबई में आयोजित होने वाले विश्व सरकार शिखर सम्मेलन 2024 में सम्मानित अतिथि के रूप में भाग लेंगे और शिखर सम्मेलन में एक विशेष मुख्य भाषण देंगे।
यूएई की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर आए पीएम मोदी यूएई के उपराष्ट्रपति मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से भी मुलाकात करेंगे। वह आज यूएई में भारत मार्ट का भी शुभारंभ करेंगे। यह भारतीय एमएसएमई के लिए दुबई में व्यापार करने के लिए एक भंडारण सुविधा है और भारतीय निर्यातकों के लिए एक मंच पर विभिन्न प्रकार के उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक एकीकृत मंच होगा।
इससे पहले मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने द्विपक्षीय बैठक की और उनकी मौजूदगी में मंगलवार को कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का आदान-प्रदान किया गया।
इसके अलावा, मेडागास्कर भारत का SAGAR भागीदार है। 2020 में लॉन्च किया गया, मिशन SAGAR, सागर सिद्धांत की तर्ज पर एक वैश्विक पहल है।
भारत ने कोविड-19 महामारी के बाद हिंद महासागर के देशों को राहत सहायता प्रदान करने के लिए यह मिशन शुरू किया। इस पहल में मालदीव, मॉरीशस, मेडागास्कर, कोमोरोस और सेशेल्स शामिल हैं। भारत का मेडागास्कर के साथ कई शताब्दियों से समुद्री संबंध रहा है और मेडागास्कर की यात्राएं और मेडागास्कर में भारतीय व्यापारियों की बस्तियां कम से कम अठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध की हैं। (एएनआई)
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PM मोदी के ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम को अबू धाबी में मिल रही उत्साहजनक प्रतिक्रिया

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 से 14 फरवरी तक संयुक्त अरब अमीरात की अपनी आधिकारिक यात्रा पर निकल पड़े हैं, जहां वह संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ आगे बढ़ने पर चर्चा करेंगे। हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी। प्रधानमंत्री अबू धाबी में एक सामुदायिक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे।
भारतीय समुदाय ‘ अहलान मोदी ‘ नामक भव्य आयोजन का इंतजार कर रहा है। एएनआई से बात करते हुए, इंडिया एन पीपल फोरम के अध्यक्ष और अहलान मोदी पहल के नेता जितेंद्र वैद्य ने इस अभूतपूर्व आयोजन के लिए अपनी खुशी और प्रत्याशा व्यक्त की। “अभी हमारे गेट नहीं खुले हैं, लेकिन इस स्टेडियम के हर गेट पर लोग पहले से ही खड़े हैं। मैं यह गारंटी के साथ कह सकता हूं कि जब भी लोग देश के बाहर पीएम मोदी के किसी सार्वजनिक कार्यक्रम को याद करेंगे, तो ‘ अहलान मोदी ‘ के रूप में याद किया जाएगा।” ऐतिहासिक कार्यक्रम। यहां कार्यक्रम दोपहर 12 बजे (स्थानीय समयानुसार) शुरू होंगे।
800 से अधिक प्रतिभागी आज यहां प्रस्तुति देंगे। जब हम ‘ अहलान मोदी ‘ कार्यक्रम की योजना बना रहे थे, तो हमने मशहूर हस्तियों को यहां लाने के बारे में सोचा था, लेकिन जब पीएम मोदी को यह पता चला तो उन्होंने बोले, आपके लोग सेलिब्रिटी हैं” जीतेंद्र वैद्य ने कहा. गौरव वर्मा, छप्पन भोग अबू धाबी के एक प्रतिनिधि, एक प्रसिद्ध भारतीय रेस्तरां श्रृंखला जिसने कार्यक्रम स्थल पर दुकान स्थापित की है, इस आयोजन का इंतजार कर रही है। एएनआई से बात करते हुए गौरव वर्मा ने कहा, “…हम कुछ ही घंटों में पीएम मोदी के आने का इंतजार करते हुए बहुत उत्साहित हैं। हम हाउसफुल होने की उम्मीद कर रहे हैं। हमारा स्टॉल शुद्ध शाकाहारी है…”
भारतीय प्रवासी समुदाय का उत्साह जबरदस्त रहा है, जिसके कारण आयोजकों को पिछले सप्ताह पंजीकरण बंद करना पड़ा क्योंकि उपस्थित लोगों की संख्या 65,000 से अधिक हो गई थी। लगभग 35 लाख का भारतीय प्रवासी समुदाय संयुक्त अरब अमीरात में सबसे बड़ा जातीय समुदाय है , जो देश की आबादी का लगभग 35 प्रतिशत है। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में 700 से अधिक सांस्कृतिक कलाकारों की एक प्रदर्शनी शामिल है, जो भारतीय कलाओं की विशाल विविधता को जीवंत करती है और एक समावेशी सांस्कृतिक समारोह सुनिश्चित करती है।
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पाकिस्तान में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया

इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने देश के उत्तर-पश्चिम खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक खुफिया-आधारित ऑपरेशन के दौरान एक वांछित आतंकवादी को मार गिराया है। सेना ने यह जानकारी दी।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने रविवार को एक बयान में कहा, इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना पर प्रांत के खैबर जिले में ऑपरेशन चलाया गया था। श‍िन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के हवाले से आईएसपीआर के बयान में कहा गया है कि ऑपरेशन के संचालन के दौरान तीव्र गोलीबारी हुई, इसके परिणामस्वरूप आतंकवादी मारा गया।
आईएसपीआर ने कहा कि मारा गया आतंकवादी कई आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था, इसमें निर्दोष नागरिकों की हत्या के साथ-साथ जबरन वसूली भी शामिल है। आईएसपीआर ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक भी बरामद किए गए।
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विदेश मंत्री जयशंकर ने की आसियान महासचिव काओ किम होर्न से मुलाकात

नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को दिल्ली में आसियान महासचिव काओ किम होर्न से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने मुलाकात के दौरान कनेक्टिविटी, खाद्य सुरक्षा और व्यापार पर चर्चा की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में विदेश मंत्री ने लिखा, “आज सुबह आसियान के महासचिव डॉ. काओ किम होर्न से मिलकर खुशी हुई।”
उन्होंने कहा, “हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई। हमारा एजेंडा कनेक्टिविटी, खाद्य सुरक्षा और व्यापार पर केंद्रित है।” आसियान महासचिव काओ किम होर्न अपनी पांच दिवसीय भारत यात्रा की शुरुआत करते हुए रविवार शाम दिल्ली पहुंचे। जनवरी 2023 में पदभार संभालने के बाद 11 से 15 फरवरी तक चलने वाली काओ किम होर्न की यह भारत की पहली आधिकारिक यात्रा है।
एक्स पर एक पोस्ट में, विदेश मंत्रालय (एमईए) के आधिकारिक प्रवक्ता, रणधीर जयसवाल ने कहा, “भारत की पहली आधिकारिक यात्रा पर @ASEAN महासचिव @hourn_kao का गर्मजोशी से स्वागत। भारत को और मजबूत करने का अवसर- आसियान व्यापक रणनीतिक साझेदारी।” आसियान सदस्य देशों के छात्र आसियान-भारत सहयोग परियोजनाओं के तहत विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, नालंदा विश्वविद्यालय आसियान-भारत विश्वविद्यालयों के नेटवर्क (एआईएनयू) का भी नेतृत्व करता है।
प्रेस विज्ञप्ति में, विदेश मंत्रालय ने कहा, “आसियान के साथ जुड़ाव भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो 2024 में अपने 10वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है, साथ ही व्यापक इंडो-पैसिफिक के लिए इसका दृष्टिकोण भी है। 2022 में, आसियान- भारत के संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया।”
“भारत आसियान की केंद्रीयता और इंडो-पैसिफिक (एओआईपी) पर आसियान आउटलुक का दृढ़ता से समर्थन करता है। भारत ‘आसियान: कनेक्टिविटी और लचीलापन बढ़ाना’ थीम के तहत वर्ष 2024 के लिए अपनी आसियान अध्यक्षता में लाओ पीडीआर द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं का भी समर्थन करता है।” जोड़ा गया. (एएनआई)
 
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श्रीलंका और मॉरीशस को PM नरेंद्र मोदी की सौगात

  • दोनों देशों में किया यूपीआई सेवाओं का शुभारंभ
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, श्रीलंका के राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मॉरीशस और श्रीलंका के साथ भारत की डिजिटल भुगतान कनेक्टिविटी का शुभारंभ किया। बता दें कि पिछले साल जुलाई में श्रीलंका के राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे की नई दिल्ली यात्रा के दौरान भारत और श्रीलंका ने द्वीप देश में यूपीआई की संस्कृति के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
दोनों देशों में यूपीआई सेवाओं का शुभारंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- 'हिंद महसागर क्षेत्र के तीनों देशों के लिए आज एक विशेष दिन है। आज हम अपने ऐतिहासिक संबंधों को आधुनिक डिजिटल तरीके से जोड़ रहे हैं। यह लोगों से किए गए विकास के वादों का एक सबूत है। फिनटेक कनेक्टिविटी से न केवल सीमा पार लेनदेन में मदद मिलेगा, बल्कि सीमा पार रिश्ते भी मजबूत होगा। यूपीआई के पास अब नई जिम्मेदारी है।'
उन्होंने आगे कहा, 'डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर ने भारत में बड़ा बदलाव लाया है। हमारे छोटे से छोटे गांव के छोटे से छोटे व्यापारी भी डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं। इसमें सुविधा के साथ रफ्तार भी है। 'पड़ोसी पहले' ही भारत की नीति है। हमारी समुद्री दृष्टिकोण एसएजीएआर है, जिसका मतलब क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास है। हमारा लक्ष्य पूरे क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास करना है।'
मॉरीशस में यूपीआई की शुरुआत पर वहां के प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ ने कहा- 'इस महत्वपूर्ण मौके पर आप लोगों के साथ जुड़कर बहुत खुशी हुई। रूपे कार्ड को हमारे राष्ट्रीय भुगतान स्विच के साथ सह ब्रांड किया गया है। MoCAS को मॉरीशस में घरेलू कार्ड के तौर पर माना जाएगा। भारत और मॉरीशस सांस्कृतिक, वाणिज्यिक और लोगों से लोगों तक संबंध साझा करते हैं। यह संबंध सदियो से बना हुआ है। आज हम इसे एक नई दिशा की तरफ ले जा रहे हैं।' 
श्रीलंका के राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे ने कहा- 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपके लिए यह दूसरा महत्वपूर्ण पल होगा। मैं आपको राम मंदिर की बधाई देता हूं। यह दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को दर्शाता है। हजारों वर्षों से दोनों देशों के बीच भुगतान हो रहा है, लेकिन उस समय कोई सेंट्रल बैंक नहीं था। हमारे संग्राहलय में कई सिक्के मौजूद हैं, जिसे विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से  एकत्रित किया गया है। आज हम टेक्नोलॉजी को अपग्रेड कर रहे हैं। आपके पास श्रीलंका का क्यूआर और एनआईपीएल एक साथ है। जैसे-जैसे भारतीय पर्यटक श्रीलंका जाएंगे, इसका उपयोग हमारे देश के प्रत्येक गांव में किया जाएगा।'
फ्रांस में भी शुरू हुआ यूपीआई-
हाल ही में दो फरवरी को फ्रांस की राजधानी पेरिस में आइकॉनिक एफिल टावर पर यूपीआई लॉन्च किया गया था। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जब भारत दौरे पर आए थे, उस समय उन्होंने जयपुर में यूपीआई भुगतान की सहूलियत का अनुभव किया था। गौरतलब है कि भारत का यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम (यूपीआई) सिंगापुर और यूएई समेत अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय रिश्ते बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने पेरिस में यूपीआई के औपचारिक लॉन्च की सराहना करते हुए कहा था, 'यह यूपीआई को वैश्विक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।'
क्या है यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई)-
यूपीआई भारत की मोबाइल आधारित भुगतान प्रणाली है। यह ऐसी प्रणाली है, जो कई बैंक खातों को एक ही मोबाइल एप्लिकेशन में प्रदान करती है। 2023 के भारत-फ्रांस के संयुक्त बयान में दोनों देशों ने डिजिटल तंत्र को सुदृढ़ करने की वकालत की थी। बता दें एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) और फ्रांस की लाइरा कलेक्ट ने फ्रांस और यूरोप में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) को लागू करने के लिए एक समझौते का करार किया है।
 
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PML-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ को लाहौर से विजेता घोषित किया गया

  • नवाज शरीफ को 170,000 से अधिक वोट मिले
इस्लामाबाद पाकिस्तान के आम चुनावों में वोटों की गिनती के नतीजे आने के बाद, तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग– नवाज (पीएमएल-एन) ने जीत हासिल की है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, 12 सीटें। दैनिक ने पाकिस्तान
चुनाव आयोग के अनंतिम परिणामों का हवाला देते हुए कहा कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 8 सीटें जीती हैं।
इमरान खान को आपराधिक दोषसिद्धि के कारण चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया गया था, और उनके समर्थकों ने स्वतंत्र उम्मीदवारों के रूप में चुनाव लड़ा था। पाकिस्तान में स्थानीय मीडिया आउटलेट्स ने आज राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभाओं में कराए गए चुनावों के नतीजों की रिपोर्टिंग शुरू कर दी, जो 8 फरवरी को सुबह 8 बजे शुरू हुए और उसी दिन शाम 5 बजे तक आयोजित किए गए। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने आज कहा कि चुनाव नतीजों में देरी, जिसे शुक्रवार सुबह तक आना था, “कनेक्टिविटी की कमी” के कारण हुई, जिस पर उसने जोर दिया कि यह अचूक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए निवारक उपायों का परिणाम था। जियो न्यूज ने पाकिस्तान चुनाव आयोग के नतीजों का हवाला देते हुए बताया कि नवाज शरीफ ने एनए-130 निर्वाचन क्षेत्र में 1,71,024 वोटों के साथ जीत हासिल की।
नेशनल असेंबली की 265 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे, सभी मतदान केंद्रों से प्राप्त नतीजों के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री और नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ ने 63,953 वोट हासिल कर एनए-123 सीट पर जीत हासिल की, जबकि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने एनए-123 सीट पर जीत हासिल की। (पीटीआई) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार अफजल अजीम को 48,486 वोट मिले। इसके अतिरिक्त, शहबाज शरीफ ने लाहौर पीपी-158 सीट पर 38,642 वोट प्राप्त करके जीत हासिल की, जबकि स्वतंत्र उम्मीदवार यूसुफ अली 23,847 वोटों के साथ उपविजेता रहे। उनके बेटे मुहम्मद हमज़ा शहबाज़ शरीफ़ ने लाहौर की NA-118 सीट से 105960 वोटों के साथ अपनी सीट जीती।
एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएमएल-एन की मुख्य आयोजक मरियम नवाज ने लाहौर की पीपी-189 सीट पर 23,598 वोटों के साथ जीत हासिल की। एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सभी मतदान केंद्रों से प्राप्त अनौपचारिक परिणामों के अनुसार, हमजा शहबाज ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार आलिया हमजा के खिलाफ जीत हासिल की, जिन्हें 100,803 वोट मिले।
द न्यूज इंटरनेशनल द्वारा उद्धृत ईसीपी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सिकंदर सुल्तान राजा ने मुख्य सचिवों, डीआरओ और प्रांतीय चुनाव आयुक्तों से संपर्क किया है और परिणामों की तत्काल घोषणा सुनिश्चित करने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। नेशनल असेंबली की 265 सीटों और प्रांतीय असेंबली की 590 सीटों के लिए मतदान हुआ। इस चुनाव के लिए एक सीट पर एक उम्मीदवार की मौत के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया था. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में 336 सीटें हैं।
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